जय गुरुदेव जय गोविंद 🙏 सदगुरू श्री ऋतेश्वर जी एवं श्री अनन्दम धाम ट्रस्ट वृंदावन के विषय में उचित जानकारी हेतु 9532303030 , 8988606060 पर संपर्क करें हमसे जुड़ने के लिए कृपया नीचे दिए गये लिंक पर क्लिक करें : ---> forms.gle/UNZ37xirzWfTtYZi9 Facebook: tinyurl.com/2tc3hfyp Instagram: tinyurl.com/2tc3hfyp RUclips: www.youtube.com/@SadguruShriRiteshwar/featured Threads: www.threads.net/@sadgurushririteshwar Koo App: www.kooapp.com/profile/shririteshwar ---> हमारे आश्रम तक पहुंचने के लिए नीचे दिए गए गूगल मैप लिंक पर क्लिक करें ---> Location: goo.gl/maps/rKiptyjsYu6adpzF6
हंसी आती है। वेद शास्त्र, ग्रंथ की बातें करने वाले अपने मूल भाषा हिंदी, संस्कृत में अंग्रेजी भाषा को शामिल करने लगते हैं। बेहतर होता की दिखावा करने के बजाय सोनू शर्मा जी, विवेक बिंद्रा जी और तमाम सूट बूट धारी लोगों की तरह प्रेरक मंच बनाते। कटु शब्दों हेतु क्षमा प्रार्थी हूं।
Maharaj ji ki jai ho 🇮🇳🙏👍. You are absolutely 101% right 👍.Thank you so much for making the public aware 🙏. A good deed always comes around 👍. Bharat mata ki jai 🇮🇳🙏👍. Jai Shri Krishna 🙏🙏🙏💐💐💐🕊️🕊️🕊️
श्री नमः ॐ शंङकर शंङकरर्षि जिसके शरीर में मृदा माटी प्रकृति पर्यावरण जीव जंतु पशु पंछि संरक्षण हो जिसके निर्माण करने वाले भगवान उनपर महापुरुष लागू होगा
सतगुरु रितेश्वर स्वामी जी प्राचीन सनातन धर्म के कोहिनूर हीरा है इस युग में इनकी जिस पर कृपा हो गई सभी मनुष्य हीरे मोती की तरह चमकेंगे धन्य है वह मां आपको जो प्राचीन सनातन धर्म को भी उजागर जागरूक करने के लिए जन्म दी आपकी माता के चरणों में मेरा कोटि-कोटि मेरा नमन 🚩🕉जय सीताराम
बेटे के वियोग में गीत बनाया , बन गया प्रेमियों का सबसे अमर गाना :- साल था 1957 । फ़िल्म "जनम जनम के फेरे" रिलीज हुई। यह म्यूजिकल हिट साबित हुई । इस फ़िल्म के एक गाने "जरा सामने तो आओ छलिये" ने तो जैसे उस दौर में तहलका मचा दिया। यह गाना इतना सुपरहिट साबित हुआ कि उस साल की 'बिनाका गीत माला" का यह नम्बर 1 गीत बन गया। इस गाने का अनोखा किस्सा है । इस गाने को लिखा था पंडित भरत व्यास ने । तो हुआ यों था कि पंडित भरत व्यास जी के एक बेटा था श्याम सुंदर व्यास ! श्याम सुंदर बहुत संवेदनशील था। एके दिन भरत जी से किसी बात पर नाराज़ होकर बेटा श्याम सुंदर घर छोड़ कर चला गया। भरत जी ने उसे लाख ढूंढा। रेडियो और अख़बार में विज्ञापन दिया। गली गली दीवारों पर पोस्टर चिपकाए। धरती, आकाश और पाताल सब एक कर दिया।ज्योतिषियों, नजूमियों से पूछा। मज़ारों, गुरद्वारे, चर्च और मंदिरों में मत्था टेका। लेकिन वो नही मिला। ज़मीन खा गई या आसमां निगल गया। आख़िर हो कहां पुत्र? तेरी सारी इच्छाएं और हसरतें सर आंखों पर। तू लौट तो आ। बहुत निराश हो गए भरत व्यास। उस समय भरत व्यास जी कैरियर के बेहतरीन दौर से गुज़र रहे थे। ऐसे में बेटे के अचानक चले जाने से ज़िंदगी ठहर सी गई। किसी काम में मन नहीं लगता। निराशा से भरे ऐसे दौर में एक निर्माता भरत जी से मिलने आया और उन्हें अपनी फिल्म में गाने लिखने के लिए निवेदन किया। भरत जी ने पुत्र वियोग में उस निर्माता को अपने घर से निकल जाने को कह दिया । लेकिन उसी समय भरत जी की धर्मपत्नी वहां आ गई ।उन्होंने उस निर्माता से क्षमा मांगते हुए यह निवेदन किया कि वह अगले दिन सुबह पुनः भरत जी से मिलने आए ।निर्माता मान गए। इसके पश्चात उनकी धर्मपत्नी में भरत जी से यह निवेदन किया की पुत्र की याद में ही सही उन्हें इस फिल्म के गीत अवश्य लिखना चाहिए । ना मालूम क्या हुआ कि पंडित भरत व्यास ने अपनी धर्मपत्नी कि इस आग्रह को स्वीकार करते हुए गाने लिखना स्वीकार कर लिया । उन्होंने गीत लिखा - "ज़रा सामने तो छलिये, छुप-छुप छलने में क्या राज़ है, यूँ छुप न सकेगा परमात्मा, मेरी आत्मा की यह आवाज़ है.… " । इसे 'जन्म जन्म के फेरे' (1957 ) फ़िल्म में शामिल किया गया। रफ़ी और लता जी ने इसे बड़ी तबियत से , दर्द भरे गले से गाया था। बहुत मशहूर हुआ यह गीत। लेकिन अफ़सोस कि बेटा फिर भी न लौटा। मगर व्यासजी ने हिम्मत नहीं हारी। फ़िल्म 'रानी रूपमती' (1959 ) में उन्होंने एक और दर्द भरा गीत लिखा - "आ लौट के आजा मेरे मीत, तुझे मेरे गीत बुलाते हैं, मेरा सूना पड़ा संगीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं.…"। इस गीत में भी बहुत दर्द था, और कशिश थी। इस बार व्यास जी की दुआ काम कर गई। बेटा घर लौट आया। लेकिन आश्चर्य देखिये कि वियोग के यह गाने उस दौर के युवा प्रेमियों के सर चढ़कर बोलते थे ।यह पंडित व्यास जी की कलम का ही जादू था । पंडित भरत व्यास राजस्थान के चुरू इलाके से 1943 में पहले पूना आये और फिर बंबई। बहुत संघर्ष किया। बेशुमार सुपर हिट गीत लिखे। हिंदी सिनेमा को उनकी देन का कोई मुक़ाबला नहीं। एक से बढ़ कर एक बढ़िया गीत उनकी कलम से निकले। आधा है चंद्रमा रात आधी.… तू छुपी है कहां मैं तपड़ता यहां…(नवरंग)…निर्बल की लड़ाई भगवान से, यह कहानी है दिए और तूफ़ान की.… (तूफ़ान और दिया).…सारंगा तेरी याद में (सारंगा)…तुम गगन के चंद्रमा हो मैं धरा की धूल हूं.… (सती सावित्री)…ज्योत से ज्योत जलाते चलो.…(संत ज्ञानेश्वर)…हरी भरी वसुंधरा पे नीला नीला यह गगन, यह कौन चित्रकार है.…(बूँद जो बन गई मोती)…ऐ मालिक तेरे बंदे हम.…सैयां झूठों का बड़ा सरताज़ निकला…(दो आंखें बारह हाथ)…दीप जल रहा मगर रोशनी कहां…(अंधेर नगरी चौपट राजा)…दिल का खिलौना हाय टूट गया.…कह दो कोई न करे यहां प्यार …तेरे सुर और मेरे गीत.…(गूँज उठी शहनाई)…क़ैद में है बुलबुल, सैय्याद मुस्कुराये…(बेदर्द ज़माना क्या जाने?) आदि। यह अमर नग्मे आज भी गुनगुनाए जाते हैं। गोल्डन इरा के शौकीनों के अल्बम इन गानों के बिना अधूरे हैं। व्यास जी का यह गीत - ऐ मालिक तेरे बंदे हम.…महाराष्ट्र के कई स्कूलों में सालों तक सुबह की प्रार्थना सभाओं का गीत बना रहा।पचास का दशक भरत व्यास के फ़िल्मी जीवन का सर्वश्रेष्ठ दौर था। आज यह सारी बातें इसलिए क्योंकि आज 5 जुलाई को भरत व्यास जी की पुण्यतिथि है । पंडित भरत व्यास जी का जन्म 6 जनवरी, 1918 को बीकानेर में हुआ था। वे जाति से पुष्करना ब्राह्मण थे। वे मूल रूप से चूरू के थे। बचपन से ही इनमें कवि प्रतिभा देखने लगी थी । मजबूत कद काठी के धनी भरत व्यास डूंगर कॉलेज बीकानेर में अध्ययन के दौरान वॉलीबॉल टीम के कप्तान भी रह चुके थे। यू यूई7yyyy पंडित भरत व्यास जी । नमन🙏🏻💐
❤😂🎉😢 प्रल्हाद पाटकर जय श्री कृष्ण गुरुदेव आपके पावन कमल चरण पर मेरे कोटी कोटी प्रणाम वंदन गुरुदेव आपका प्रवचन सुनकर मेरा जीवन धन्य हो गया आपकी जय जय हो करमत भक्ती होता जय श्री कृष्ण जय श्री गुरुदेव जगात मे गुरू ऐसा कोई नही जाता
जय श्री गजानन जय श्री महाकाल गुरु देवजी मेरे भगवान आपके चरणों में सदा नमन आपके चरणों की धूल ही मिल जाये तो ये भारत के लोगों का उधार भी होजायेगा हे गुरु देवजी मेरे भगवान कोरौणौं वार नमन करता हूँ जनमत 2 करता रहूं फिरभी कम है भारत के हर पीएम और हर सीऐंमको गुरु देवजी से गियान की सकते जरूरत है
जय गुरुदेव जय गोविंद 🙏
सदगुरू श्री ऋतेश्वर जी एवं श्री अनन्दम धाम ट्रस्ट वृंदावन के विषय में उचित जानकारी हेतु 9532303030 , 8988606060 पर संपर्क करें
हमसे जुड़ने के लिए कृपया नीचे दिए गये लिंक पर क्लिक करें :
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---> हमारे आश्रम तक पहुंचने के लिए नीचे दिए गए गूगल मैप लिंक पर क्लिक करें
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हंसी आती है। वेद शास्त्र, ग्रंथ की बातें करने वाले अपने मूल भाषा हिंदी, संस्कृत में अंग्रेजी भाषा को शामिल करने लगते हैं। बेहतर होता की दिखावा करने के बजाय सोनू शर्मा जी, विवेक बिंद्रा जी और तमाम सूट बूट धारी लोगों की तरह प्रेरक मंच बनाते।
कटु शब्दों हेतु क्षमा प्रार्थी हूं।
❤❤❤❤lllp
😊😊
0😊😊0
।।राम।।
ब्रम्हज्ञानी। ही महापुरुष है
यानी ब्रम्ह को जानने वाला ही महापुरुष है।
ये गुरु पुराने समय के असली गुरु लगते हैं। ऐसे गुरु जी को मेरा हृदय से प्रणाम. 🙏🙏❤️❤️
Jay
Isa kuch nhi hai bhai
Maharaj ji ki jai ho 🇮🇳🙏👍. You are absolutely 101% right 👍.Thank you so much for making the public aware 🙏. A good deed always comes around 👍. Bharat mata ki jai 🇮🇳🙏👍. Jai Shri Krishna 🙏🙏🙏💐💐💐🕊️🕊️🕊️
Sat sat naman hai aapko
हमारी नजर मे जो ब्यक्ति अपनेआप मे संतुष्ट है वही महापुरुष है वही सबसे धनी ब्यक्ति है
ਪੜਿਆ ਮੂਰਖ ਆਖੀਐ ਜਿਤ ਲਭ ਲੋਭ ਅਹੰਕਾਰ ❤
आपकी आवाज में एक गजब का आकर्षण है
जैसे लगता है श्री कृष्ण अर्जुन को गीता समझा रहे हो
श्री नमः ॐ शंङकर शंङकरर्षि
जिसके शरीर में मृदा माटी प्रकृति पर्यावरण जीव जंतु पशु पंछि संरक्षण हो जिसके निर्माण करने वाले भगवान उनपर महापुरुष लागू होगा
Aap hi maha purush he .mene jata bandna aap se hi sikha.☀️
सत्य सनातन मार्ग को जागृत करने वाले सन्मार्ग बताने महापुरुषों को मेरा दंडवत प्रणाम। जयश्री स्वामीरॠतेश्र्वरजी महाराज
Jay Gurudev Samay ke Satguru
सतगुरु रितेश्वर स्वामी जी
प्राचीन सनातन धर्म के कोहिनूर हीरा है इस युग में
इनकी जिस पर कृपा हो गई
सभी मनुष्य हीरे मोती की तरह चमकेंगे
धन्य है वह मां
आपको जो प्राचीन सनातन धर्म को भी उजागर जागरूक करने के लिए जन्म दी
आपकी माता के चरणों में मेरा कोटि-कोटि मेरा नमन
🚩🕉जय सीताराम
Ggggg CT
Natija Kaya hai 16 Tukday Croro Vagunho ke Lashon Aurton ko malay -ganimat Jo Teyar nahin vo Jinda Jali
very nice baba
हम आपश्रई से पुर्णतह सहम
संत भगवान,,,ऋतेश्वर स्वामी जी🙏🙏🙏केचरण कमल में कोटि कोटि प्रणाम🙏🙏प्रेषक--एम. एस. रजकवँशी,,,,ग्राम-खेरवार❤जिला-कबीरधाम 36गढ़🙏
महान पुरुष ऐसे गुरु को बारम्बार प्रणाम है 🌹🌹🌹🌹🌹🙏
Guru. Dib. CarNo. M. Parnam
@user-yc8or7vt3b ❤
सत्यमेव जयते सनातन धर्म फैलेगा दुनिया में इंतिजार करें।🙏🕉️🙏
मेरे बापू जी ऐसे ही है देश का भला चाहते हैं
Tuhi nirankar 👣🙏💐
Dhan Nirankar malika 👣🙏🙏🙏🙏
भारत भूमि के उज्ज्वल आकाश में एक सितारे आप भी है। मैन आपको पहली बार सुना
Radhe Radhe
पुराणमित्येव न साधु सर्वं,
नवीनमित्येव न निन्दनीयम् ।
ज्ञात्वेति शास्त्रेषु खलक्षिप्तऽज्ञानं,
सम्भावनस्स्त्यमनन्तवेदम्।।
सतगुरु देव के शरणो मे कोटी कोटी नमन
गुरुशिवाय हर हर महादेव माता पार्वती गजानन कार्तिक स्वामी नमो नमः मी
सच मे आप ज्ञानी व्यकित हैं
Jai Radhe Radhe
आप जैसे ऋषि-मुनियों साधु संत महात्मा महान पुरुषों की वजह से आज सनातन धर्म बचा हुआ है
🕺जय भीम
🚩🕉जय महाकाल
DC
राम कृष्ण हरि खुपच छान सांगतात
प्रभु जी आपकी आवाज खींचती हैं, जैसे साक्षात परब्रह्म हम सभी को ज्ञान दे रहे हैं।😊
बेटे के वियोग में गीत बनाया , बन गया प्रेमियों का सबसे अमर गाना :-
साल था 1957 । फ़िल्म "जनम जनम के फेरे" रिलीज हुई। यह म्यूजिकल हिट साबित हुई । इस फ़िल्म के एक गाने "जरा सामने तो आओ छलिये" ने तो जैसे उस दौर में तहलका मचा दिया। यह गाना इतना सुपरहिट साबित हुआ कि उस साल की 'बिनाका गीत माला" का यह नम्बर 1 गीत बन गया।
इस गाने का अनोखा किस्सा है । इस गाने को लिखा था पंडित भरत व्यास ने । तो हुआ यों था कि पंडित भरत व्यास जी के एक बेटा था श्याम सुंदर व्यास ! श्याम सुंदर बहुत संवेदनशील था। एके दिन भरत जी से किसी बात पर नाराज़ होकर बेटा श्याम सुंदर घर छोड़ कर चला गया।
भरत जी ने उसे लाख ढूंढा। रेडियो और अख़बार में विज्ञापन दिया। गली गली दीवारों पर पोस्टर चिपकाए। धरती, आकाश और पाताल सब एक कर दिया।ज्योतिषियों, नजूमियों से पूछा। मज़ारों, गुरद्वारे, चर्च और मंदिरों में मत्था टेका। लेकिन वो नही मिला। ज़मीन खा गई या आसमां निगल गया। आख़िर हो कहां पुत्र? तेरी सारी इच्छाएं और हसरतें सर आंखों पर। तू लौट तो आ। बहुत निराश हो गए भरत व्यास।
उस समय भरत व्यास जी कैरियर के बेहतरीन दौर से गुज़र रहे थे। ऐसे में बेटे के अचानक चले जाने से ज़िंदगी ठहर सी गई। किसी काम में मन नहीं लगता। निराशा से भरे ऐसे दौर में एक निर्माता भरत जी से मिलने आया और उन्हें अपनी फिल्म में गाने लिखने के लिए निवेदन किया। भरत जी ने पुत्र वियोग में उस निर्माता को अपने घर से निकल जाने को कह दिया ।
लेकिन उसी समय भरत जी की धर्मपत्नी वहां आ गई ।उन्होंने उस निर्माता से क्षमा मांगते हुए यह निवेदन किया कि वह अगले दिन सुबह पुनः भरत जी से मिलने आए ।निर्माता मान गए। इसके पश्चात उनकी धर्मपत्नी में भरत जी से यह निवेदन किया की पुत्र की याद में ही सही उन्हें इस फिल्म के गीत अवश्य लिखना चाहिए । ना मालूम क्या हुआ कि पंडित भरत व्यास ने अपनी धर्मपत्नी कि इस आग्रह को स्वीकार करते हुए गाने लिखना स्वीकार कर लिया ।
उन्होंने गीत लिखा - "ज़रा सामने तो छलिये, छुप-छुप छलने में क्या राज़ है, यूँ छुप न सकेगा परमात्मा, मेरी आत्मा की यह आवाज़ है.… " । इसे 'जन्म जन्म के फेरे' (1957 ) फ़िल्म में शामिल किया गया। रफ़ी और लता जी ने इसे बड़ी तबियत से , दर्द भरे गले से गाया था। बहुत मशहूर हुआ यह गीत। लेकिन अफ़सोस कि बेटा फिर भी न लौटा।
मगर व्यासजी ने हिम्मत नहीं हारी। फ़िल्म 'रानी रूपमती' (1959 ) में उन्होंने एक और दर्द भरा गीत लिखा - "आ लौट के आजा मेरे मीत, तुझे मेरे गीत बुलाते हैं, मेरा सूना पड़ा संगीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं.…"। इस गीत में भी बहुत दर्द था, और कशिश थी। इस बार व्यास जी की दुआ काम कर गई। बेटा घर लौट आया।
लेकिन आश्चर्य देखिये कि वियोग के यह गाने उस दौर के युवा प्रेमियों के सर चढ़कर बोलते थे ।यह पंडित व्यास जी की कलम का ही जादू था ।
पंडित भरत व्यास राजस्थान के चुरू इलाके से 1943 में पहले पूना आये और फिर बंबई। बहुत संघर्ष किया। बेशुमार सुपर हिट गीत लिखे। हिंदी सिनेमा को उनकी देन का कोई मुक़ाबला नहीं। एक से बढ़ कर एक बढ़िया गीत उनकी कलम से निकले।
आधा है चंद्रमा रात आधी.… तू छुपी है कहां मैं तपड़ता यहां…(नवरंग)…निर्बल की लड़ाई भगवान से, यह कहानी है दिए और तूफ़ान की.… (तूफ़ान और दिया).…सारंगा तेरी याद में (सारंगा)…तुम गगन के चंद्रमा हो मैं धरा की धूल हूं.… (सती सावित्री)…ज्योत से ज्योत जलाते चलो.…(संत ज्ञानेश्वर)…हरी भरी वसुंधरा पे नीला नीला यह गगन, यह कौन चित्रकार है.…(बूँद जो बन गई मोती)…ऐ मालिक तेरे बंदे हम.…सैयां झूठों का बड़ा सरताज़ निकला…(दो आंखें बारह हाथ)…दीप जल रहा मगर रोशनी कहां…(अंधेर नगरी चौपट राजा)…दिल का खिलौना हाय टूट गया.…कह दो कोई न करे यहां प्यार …तेरे सुर और मेरे गीत.…(गूँज उठी शहनाई)…क़ैद में है बुलबुल, सैय्याद मुस्कुराये…(बेदर्द ज़माना क्या जाने?) आदि। यह अमर नग्मे आज भी गुनगुनाए जाते हैं। गोल्डन इरा के शौकीनों के अल्बम इन गानों के बिना अधूरे हैं।
व्यास जी का यह गीत - ऐ मालिक तेरे बंदे हम.…महाराष्ट्र के कई स्कूलों में सालों तक सुबह की प्रार्थना सभाओं का गीत बना रहा।पचास का दशक भरत व्यास के फ़िल्मी जीवन का सर्वश्रेष्ठ दौर था।
आज यह सारी बातें इसलिए क्योंकि आज 5 जुलाई को भरत व्यास जी की पुण्यतिथि है । पंडित भरत व्यास जी का जन्म 6 जनवरी, 1918 को बीकानेर में हुआ था। वे जाति से पुष्करना ब्राह्मण थे। वे मूल रूप से चूरू के थे। बचपन से ही इनमें कवि प्रतिभा देखने लगी थी । मजबूत कद काठी के धनी भरत व्यास डूंगर कॉलेज बीकानेर में अध्ययन के दौरान वॉलीबॉल टीम के कप्तान भी रह चुके थे।
यू यूई7yyyy
पंडित भरत व्यास जी । नमन🙏🏻💐
You
Ll
ल
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@@chanderkanta4164l
Very true
Bat toh sahi hai pyar vyapar hogaya hai
सद्गुरु देव जी शरणो में कोटि कोटि दंडवत प्रणाम
🙏🙏🙏
ॐ अज्ञान तिमिराध्स्य ज्ञानांचल सलाकया,
चक्छुरूंमिलितंयन तस्मै श्री गुरुवे नमः ॐ ।।
youtube.com/@jyotishtakvichar
महापुरुषाय नमः 🙏🌹
बहुत खरी खरी सत्यं शिवम सुंदरम
जयश्री कृष्ण कोटि कोटि नमन सेन परिवार हताई खेडा राजगढ़ ब्यावरा से,m.p.🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Aadarniy Prabhu ji ❤
aapko dekh kar aisa pratit hota hai Jaise sakshat Shri Parshuram Maharaj hamare samksh prastut ho❤❤❤
ऐसे महापूरूष कि आज जरूरत है
परम पुज्य गुरुदेव भगवान के श्रीचरणों में कोटीश: प्रणाम जय श्री राम राधे राधे
Bahot hi gyani aur samay ko bhali bhati samajne vale Sant.Bharat ma ko aise hi saputo ki jarurat hai. Sant shree ko barbar pranam
param.pujya.gurumoharaj.shwamiji
gurugyanki.data.prabhu.bhakti.
jibwan.ki.shahara.prabhu.bhakti.
prabhushakti.prabhu.sharan.mila
mokti
आप जैसे गुरू को बारंबार प्रणाम 🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤❤
जयहो माहात्मा🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🇳🇵🇳🇵🇳🇵
Jay
He param pujya rishivar aap ko saastaanga Charan sparsha karta hun💓 aap shiv svarup hain
हे भगवान सत गुरुदेव जी आप श्री के श्री चरणों में बारम्बार नमन।आपकी जय हो।❤❤❤❤❤❤❤❤
Jai shree Ram
आज बाबा जी आपकी सारी वाणी सुनकर मन बहुत गदगद हो गया कि कोई तो है जो मेरी तरह मैं सोचता था कि मैं अकेला ही हु
3W
Sashtangat koti koti pranam Sadguru ji!
आधुनिक युग को जागरूक करने के लिए कोटि कोटि नमन 💐🙏💐🙏💐🙏💐
Jay guru ji ki jai ho.
Aap jese guru dev shishak hone chahiye
Dhany hai ese maha purus prnam
हे महात्मा जी आपको देखकर ऐसा लगता है कि आज भी ऋषि परंपरा बची हुई है वरना आज के ऋषि मुनि भोग विलास में डूबे हुए हैं
जय हो गुरु महाराज जी अद्भुत है सा कोटि कोटि नमन करते हैं
Joy guru dev apki Shri choron my dandobad pronam joy Shri Krishna Govind hare Murari Hey nath Narayan hy basudevi 🌿🌿🌷🌹💐💐🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
हरे कृष्ण ।हरे कृष्ण ।जय जय हो श्री गुरूदेव जी की ।❤❤
सुन के धन्य हो गया मे
गुरु देव की किरपा बरसात हो👌👌👌👌👌👌👌👌👌 चरणों में कोटि कोटि कोटि कोटि कोटि कोटि नमन करता हूँ🙏🙏🙏🙏🙏🙏
सत सत प्राणम गुरु जी
जीवन देश धर्म जीवन परिवार समाज की संसार की समझदारी से गुमराह होकर भटक रही जीवन कलयुग में पोथीयों के सहारे
बहुत अच्छा, मोटिवेशनल स्पीकर का नया अन्दाज.
Satguru bhagwan ke charno me koti koti Prem naman ❤🎉
श्री सद्गुरूवें नमः 🪴🌹🙏🪴🌹🙏🪴🌹🙏🪴🌹🙏🪴🌹🙏🪴🌹🙏🪴🌹🙏🪴🌹🙏🪴🌹🙏🪴🌹🙏🪴🌹🙏🪴🌹🙏🪴🌹🙏🪴🌹🪴🌹🙏🪴🌹
आपका दर्शन जीवन का दर्शन है।
कुछ नया सा लगता है।
कुछ ऐसा जो पहले नही सुना।
मन वचन कर्म ईश्वर ही कर रहे हैं तुम और तुम्हारा शरीर मन के बगैर कोई काम नहीं कर सकते हैं मानसा वाचा कर्मणा ॐ नमः शिवाय
Hindutva Jago,Satya sanatan Amar Rahe,,Jago Bharat jago,,Jai shree Gurudev sat sat naman
आपकी आवाज में अद्भूत सी धार है
गुरूदेव । प्रणाम आपको 🙏
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏हे परम पूज्य श्री संत गुरुदेव भगवान आप के श्री चरणों को धोए धोएं पिबिं हे गुरुदेव भगवान आप की सदा ही जय हो 🙏 जय श्री राधे कृष्णा जय श्री राधे कृष्णा 🙏❤❤❤❤❤❤❤❤🌹 राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 राधेश्याम राधेश्याम राधेश्याम राधेश्याम राधेश्याम राधेश्याम राधेश्याम राधेश्याम राधेश्याम राधेश्याम राधेश्याम राधेश्याम राधेश्याम राधेश्याम राधेश्याम राधेश्याम राधेश्याम राधेश्याम 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Aap jaise mahamuni ko koti koti Charan bandan
जय गुरुदेव जी की जय श्री राम जय श्री कृष्ण जय महाकाल
Har har Mahadev baba ji har har Mahadev Om namah Shivay Om namah Shivay
जय जयकारा जय जयकारा ।स्वामी देना साथ हमारा ।जय हो श्री गुरुदेव जी की।
आप जैसे गुरु को बारंबार प्रणाम 🙏🙏
"आप बोहोत अच्छे और महान संत है..!
मुझसे कोई गलती से गलती हुई हो तो माफ करना स्वामी जी..! "
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🙏🏻🌺🌺
Jay Shri Ram
App,, good,,,🌻🌻🕉️🕉️🚩
🙏🌹🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
सुनहुँ भरत भावी प्रबल , बिलखि कह हुं मुनिनाथ||
हानि लाभ जीवन मरण , यश अपयश विधि हाथ ||
जय परम पूज्य सद्गुरुदेव भगवान जी के श्री चरणों में कोटि कोटि नमन
❤😂🎉😢 प्रल्हाद पाटकर जय श्री कृष्ण गुरुदेव आपके पावन कमल चरण पर मेरे कोटी कोटी प्रणाम वंदन गुरुदेव आपका प्रवचन सुनकर मेरा जीवन धन्य हो गया आपकी जय जय हो करमत भक्ती होता जय श्री कृष्ण जय श्री गुरुदेव जगात मे गुरू ऐसा कोई नही जाता
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे।❤
नमन करता हूं आपके पावन श्री चरणों में
गुरु जी को सत सत नमन वंदन
सचमुच इस धरती के साक्षात् भगवान है
और सच में गुरू है इनके सिवाय दुसरा कोई नही
महाराज आपने सत्य वचन बोले सद्गुरु देव की जय महाराज आपके चरण कमल वंदन 🙏🙏🙏🙏
महापुरुषों को बारंबार प्रणाम करते है।
जय श्री राम जय जय श्री बजरंग बली 🚩💪💪🚩🙏🙏🙏
Apapikapranambabagrahankarebaba
महाऋषि के चरणों में सत सत नमन , गियाँन की गंगा बेहती हे ऋषियों के मुखार बिन्द से, 🙏🙏🙏
Excellent ..probhu .. mozza
Gurudev ritesvar ji maharaj ji ke charno me hamare parivar ki koti koti charan vandan jai siya ram jai sanatan
Jaihind,
जय श्रीराम जो सत्य की अग्नि में जीवन स्वाह करदे वहि सतगुरु है जय जय सियाराम
Gurudev aapko shat shat naman
This is real guru.
I love him❤❤❤
❤😂🎉😢 प्रल्हाद पाटकर जय श्री कृष्ण गुरुदेव आपको मेरे कोटी कोटी नमस्कार गुरुदेव च्या कोणी दुनिया मे सबसे अच्छी दवा करो दिन दुखी सेवा
महाराज जी जय श्री राम🙏
🚩🚩🚩🌺🌺 हर हर महादेव जी की जय हो 🚩🚩🌺🌺 श्री चरणों में वंदन 🌺👣🪷👣🪷🌺🪔🪔🌻🦚🎊🎉🌷💐🙏🙏🙏🙏🙏🙏
गुरुदेव कि जय हो
🎉❤ जय सदगुरुदेव महराज श्री राधे कृष्णा राधे राधे 🎉❤सादर नमन वंदन प्रणाम गुरु जी 🎉❤
जय श्री कृष्णा जय श्री राधे राधे 🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
विलक्षण प्रतिभा सम्पन्न महापुरुष जय हो।
Diamonds of great indian culture.
Sadguru swami
महाराज श्री के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम 🙏🌹
🌺🥀 जय श्री राम 🌺 जय श्री कृष्ण 🦚🥀 जय श्री गुरु देव जी महाराज की जय हो 🙏🌺🚩🚩🇮🇳🪔
आपकी सदा जय हो 🚩🙏🔱
🚩🚩हर हर महादेव 🚩🚩
Vah kya Sundar voice hai 😊😊👌👌🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩
जय गुरु देव जी महाराज कोटि कोटि नमन 🙏🙏🙏🙏🙏
जय श्री गजानन जय श्री महाकाल गुरु देवजी मेरे भगवान आपके चरणों में सदा नमन आपके चरणों की धूल ही मिल जाये तो ये भारत के लोगों का उधार भी होजायेगा हे गुरु देवजी मेरे भगवान कोरौणौं वार नमन करता हूँ जनमत 2 करता रहूं फिरभी कम है भारत के हर पीएम और हर सीऐंमको गुरु देवजी से गियान की सकते जरूरत है
Gurdev ke charno mai koti koti naman 🙏🙏🚩🚩