हिंदू धर्म की मान्यातों के अनुसार मरने के बाद अंतिम संस्कार बेटा ही क्यों करता है

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  • Опубликовано: 20 ноя 2023
  • दोस्तों मृत्यु जीवन का एक ऐसा कड़वा सत्य है, जिसे किसी भी मूल्य पर नकारा नहीं जा सकता है, कहने का अर्थ ये है कि, जो भी इस धरती पर जन्म लेकर आया है उसे एक न एक दिन जाना ही है, फिर चाहे वो कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो,
    लेकिन दोस्तों असली यात्रा शुरू होती है मृत्यु के बाद, संभवताः इसी वजह से यजुर्वेद में अंत्येष्टि कर्म करने वालों के बारे में कहा गया है कि जो मनुष्य अंत्येष्टि विधिपूर्वक करते हैं वे सब प्रकार से परिवार तथा अपने पूर्वजों का मंगल करने वाले होते हैं। अतः जीवात्मा के सूक्ष्म शरीर की मुक्ति के लिए मृत्योपरांत संस्कार का विधान किया गया है
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