यदि आपको अपनी पत्नी या प्रेयसी की सुंदरता का बखान करना है तो गढ़वाली में आप क्या कहेंगे? नारी सौंदर्य से जुड़े गढ़वाली शब्दों के बारे में जानिये इस वीडियो में।
गढ्वाळि मा नारी की सुंदरता कु वर्णन कई अद्भुत उपमाओँ द्वार हुँद । कुछ उपमा छन - बाँद, छुमा, धारु मा की गैँण , जुन्याली, स्वाणी, गौँछ्याळि , गबरिली , कब्रीली, सुंदरी, गैणू माँ की चाँद, रुबसी, रुप की खज्यानी, बसँन्ती । झाबा को अर्थ आज पता लगी । धन्यवाद धर्मेंद्र जी ।
जो पुरानी ठेठ गढ़वाली है उसके प्रति मेरा बहुत प्रेम है और मेरे विचार से हमारा कर्तव्य है कि हम उसे जीवित रखें.. आपका हृदय से आभार यह सीरीज़ शुरू करने के लिए.. 🙏
सादर नमस्कार भैजी जी 🙏🙏💐💐💐 आपने महिलाओं के सुंदरता के बारे में बहुत ही सुन्दर तरीके से विवरण प्रस्तुत किया है महिलाओं के लिए बहुत अच्छी बात कही है सहृदय धन्यवाद भैजी जी आज का विडियो अच्छा लगा भैजी जी जय देव भूमि जय बद्री विशाल जय उत्तराखंड जय भारत 🙏🙏👍👍👌👌💐💐💐🌹☘️🌹☘️🌹☘️🌷☘️🌷☘️🌷☘️🌺☘️🌺☘️🌺☘️🌼☘️🌼☘️🌼🌿🚩🌿🏵️🌿🏵️🌿🏵️💐💐💐💐🙏🙏🙏🙏
Bhut hi sundar video banaya bheji ji aap ne sorry thodi tabiyat theek nhi hone se der se dekha video par acha laga bheji ji thanks for this video bheji ji 👌👌👍👍🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐
सादर नमस्कार भैजी जी आज आपका अच्छा और शिक्षा प्रद विडियो नहीं आया हम सुबह से इंतजार कर रहे हैं आपके विडियो का सब ठीक है ना भैजी जी मन चंचल होता है चिंता हो रही थी इस लिए मैसेज कर दिया नाराज नहीं होइएगा भैजी जी ।आदत हो गई है आपके विडियो हमेशा देखने की सॉरी भैजी जी सहृदय धन्यवाद भैजी जी जय देव भूमि जय बद्री केदारनाथ जय उत्तराखंड जय भारत 🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐💐☘️☘️🌸☘️🌸☘️🌹☘️🌹☘️🌺☘️🌺💐💐💐💐💐🙏🙏🙏🙏
आपका संदेश देखकर बहुत अच्छा लगा। व्यस्तता के कारण आज वीडियो नहीं डाल पाया। शब्द यात्रा की अगली सीरीज का वीडियो कल प्रसारित होगा। आपका तहेदिल से आभार भुली।
गढवळी को हिंदी मे भी गढवळी ही लिखिए। धर्मेंद्र जी मैं आपका बहुत आभारी हुं। आपने मेरे जैसे भाषाप्रेमी से एक समृद्ध भाषा का परिचय करवाया। अब इस भाषा को प्रदेश की राजभाषा का ओहदा प्राप्त कराने के लिए प्रयास करे।
वैसे तो सैकड़ों गीत हैँ परन्तु इस संदर्भ में नेगी जी के दो गीत अभी याद आ रहे हैँ.. इन गीतों को सुनकर स्त्री सौंदर्य को बताने वाले बहुत से शब्द सीखे जा सकते हैँ.. वो दो गीत हैँ.. इनी होली कि ऊनी होली.. और चंदि गढ़ी बंदी... .
आपको गढ़वाल/कुमाऊं के अलग अलग क्षेत्रों की गढ़वाली/कुमाऊनी के शब्दों और भाषाओं मैं अंतर भी बताने चाहिए जैसे हमारे यहां रुद्रप्रयाग मैं ही अलकनंदा के दूसरी तरफ अलग शब्द होते है और मंदाकिनी पार अलग लेकिन मतलब एक ही होता है जैसे नीचे की तरफ को: मूड़ी,निस,तौला आदि वैसे ही नीचे और ऊपर के गांव के लिए तल्ला मल्ला, मल्ली खोला- मुलि खोला(कही कही खोला को ख्वाला भी बोला जाता है) वैसे ही भेजी को भेजी भाजी दाज्यु आदि मां को मां,माजी ,जिया,ब्वे,बे, इजा आदि वैसे ही पुरे पूरे शब्द भी कई बार अलग होते हैं जैसे तु कणे च तु कन ची तु कने छ तु कन च तु कन चा आदि बहुत सारे हैं। वैसे ही अलग अलग टोन भी होती है हर जगह मैं रुद्रप्रयाग मैं ही बहुत सारी अलग अलग टोन है तो पूरे गढ़वाल मैं ना जाने कितनी अलग अलग टोन होगी आप इसपर जरूर वीडियो बनाए पंत जी 🙏🙏
यदि आपको अपनी पत्नी या प्रेयसी की सुंदरता का बखान करना है तो गढ़वाली में आप क्या कहेंगे? नारी सौंदर्य से जुड़े गढ़वाली शब्दों के बारे में जानिये इस वीडियो में।
गढ्वाळि मा नारी की सुंदरता कु वर्णन कई अद्भुत उपमाओँ द्वार हुँद । कुछ उपमा छन - बाँद, छुमा, धारु मा की गैँण , जुन्याली, स्वाणी, गौँछ्याळि , गबरिली , कब्रीली, सुंदरी, गैणू माँ की चाँद, रुबसी, रुप की खज्यानी, बसँन्ती । झाबा को अर्थ आज पता लगी । धन्यवाद धर्मेंद्र जी ।
जो पुरानी ठेठ गढ़वाली है उसके प्रति मेरा बहुत प्रेम है और मेरे विचार से हमारा कर्तव्य है कि हम उसे जीवित रखें.. आपका हृदय से आभार यह सीरीज़ शुरू करने के लिए.. 🙏
बहुत बढ़िया सर जी❤❤❤❤
जय देव भूमि उत्तराखंड👍👌❤❤🙏🙏
धन्यवाद🌹🙏❤🙏🙏
सादर नमस्कार भैजी जी 🙏🙏💐💐💐 आपने महिलाओं के सुंदरता के बारे में बहुत ही सुन्दर तरीके से विवरण प्रस्तुत किया है महिलाओं के लिए बहुत अच्छी बात कही है सहृदय धन्यवाद भैजी जी आज का विडियो अच्छा लगा भैजी जी जय देव भूमि जय बद्री विशाल जय उत्तराखंड जय भारत 🙏🙏👍👍👌👌💐💐💐🌹☘️🌹☘️🌹☘️🌷☘️🌷☘️🌷☘️🌺☘️🌺☘️🌺☘️🌼☘️🌼☘️🌼🌿🚩🌿🏵️🌿🏵️🌿🏵️💐💐💐💐🙏🙏🙏🙏
अति सुन्दर भाई जी बहुत ही बेहतरीन तरीके से आपने सारे स्त्री रूपों का बखान किया है साथ में ही पुरुष की सुन्दरता पर भी विचार व्यक्त किए है।
Bahut hu khoob...garhwali me to bahut hi jyada acha🤗❤😍😍
Parnaam bheji, bahut sundar amazing vedio sundarta k liye bhi itne saare words k garhwali me, bahut achi vedio h
बहुत सुंदर वर्णन आप को ssnegi कु परनम
वाह बहुत ही सुंदर जानकारी 🙏❤️
जय देव भूमि उत्तराखंड सायद एफर एक गीत बिछ 👌👌
बहुत बढ़िया भाई जी
बहुत बढ़िया 🙏शब्द नारी सुंदरता पर प्रणाम
भौत ही अच्छा गढ़वाली शब्द
कुछ त मेरा सुण्या भी नी छंया
धन्यवाद 🙏🙏
Beautiful vlog bhaijiii apne bahut sunder baat boli hai women ke bare me👍👍👍👍👍👍👏👏👏👏👏👌👌👌👌👌🙏🙏🙏🙏
नमस्कार पंत जी 👌👌बहुत ही अच्छा विचार 🙏🙏
Bhut hi sundar video banaya bheji ji aap ne sorry thodi tabiyat theek nhi hone se der se dekha video par acha laga bheji ji thanks for this video bheji ji 👌👌👍👍🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐
प्रणाम शर्मा जी। अपना ध्यान रखें।
प्रणाम नमस्कार सुप्रभात भैजी बहुत ही सुंदर और अच्छी जानकारी देने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद भैजी जय हो श्री देव भूमि उतराखंणड
But achhi kuchh nya Janne ko mila
Waw ati sundar
बहुत सुन्दर। सराहनीय
Wow aaj v first comment by me 👍 I am so lucky 👍💐💐🙏
Wow nice
Garhwalli s r most beautiful and gorgeous ❤️❤️❤️
सादर नमस्कार भैजी जी आज आपका अच्छा और शिक्षा प्रद विडियो नहीं आया हम सुबह से इंतजार कर रहे हैं आपके विडियो का सब ठीक है ना भैजी जी मन चंचल होता है चिंता हो रही थी इस लिए मैसेज कर दिया नाराज नहीं होइएगा भैजी जी ।आदत हो गई है आपके विडियो हमेशा देखने की सॉरी भैजी जी सहृदय धन्यवाद भैजी जी जय देव भूमि जय बद्री केदारनाथ जय उत्तराखंड जय भारत 🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐💐☘️☘️🌸☘️🌸☘️🌹☘️🌹☘️🌺☘️🌺💐💐💐💐💐🙏🙏🙏🙏
आपका संदेश देखकर बहुत अच्छा लगा। व्यस्तता के कारण आज वीडियो नहीं डाल पाया। शब्द यात्रा की अगली सीरीज का वीडियो कल प्रसारित होगा। आपका तहेदिल से आभार भुली।
Namskar pant je Si video t man Swanu lagdu chhee
प्रशंशनीय 👍🙏
बढ़िया परन्तु गुण न हो तो रूप व्यर्थ है
अति सुन्दर
❣️❣️
गढवळी को हिंदी मे भी गढवळी ही लिखिए। धर्मेंद्र जी मैं आपका बहुत आभारी हुं। आपने मेरे जैसे भाषाप्रेमी से एक समृद्ध भाषा का परिचय करवाया। अब इस भाषा को प्रदेश की राजभाषा का ओहदा प्राप्त कराने के लिए प्रयास करे।
आप प्रेरणास्रोत हैं प्रकाश जी। जिस तरह से आप मराठी भाषा को आगे बढ़ाने के लिये प्रयासरत हैं वह प्रशंसनीय है।
🙏🙏🙏🙏
वैसे तो सैकड़ों गीत हैँ परन्तु इस संदर्भ में नेगी जी के दो गीत अभी याद आ रहे हैँ.. इन गीतों को सुनकर स्त्री सौंदर्य को बताने वाले बहुत से शब्द सीखे जा सकते हैँ.. वो दो गीत हैँ..
इनी होली कि ऊनी होली..
और
चंदि गढ़ी बंदी... .
वैसे 90% शब्द कुमाऊं मंडल से भी मिलते है।
आभार धामी जी।
What is the meaning of furki
महिलाएं अपने बालों को सजाने के लिये उन पर जो रंगीन गुच्छा लगाती हैं उसे फुर्कि या फुरकु कहा जाता है। हमारे गीतकारों ने उससे बांद जोड़ दिया।
BAL lambe hone ki dhameli kahete he🙏
Garhwalli to garhwalli hotai hai.inkai khubsoorati per sandhai nahi karna chaiya
आपको गढ़वाल/कुमाऊं के अलग अलग क्षेत्रों की गढ़वाली/कुमाऊनी के शब्दों और भाषाओं मैं अंतर भी बताने चाहिए
जैसे हमारे यहां रुद्रप्रयाग मैं ही अलकनंदा के दूसरी तरफ अलग शब्द होते है और मंदाकिनी पार अलग लेकिन मतलब एक ही होता है
जैसे नीचे की तरफ को:
मूड़ी,निस,तौला आदि
वैसे ही नीचे और ऊपर के गांव के लिए
तल्ला मल्ला, मल्ली खोला- मुलि खोला(कही कही खोला को ख्वाला भी बोला जाता है)
वैसे ही भेजी को
भेजी
भाजी
दाज्यु आदि
मां को
मां,माजी ,जिया,ब्वे,बे, इजा आदि
वैसे ही पुरे पूरे शब्द भी कई बार अलग होते हैं जैसे
तु कणे च
तु कन ची
तु कने छ
तु कन च
तु कन चा आदि बहुत सारे हैं।
वैसे ही अलग अलग टोन भी होती है हर जगह मैं
रुद्रप्रयाग मैं ही बहुत सारी अलग अलग टोन है तो पूरे गढ़वाल मैं ना जाने कितनी अलग अलग टोन होगी
आप इसपर जरूर वीडियो बनाए पंत जी 🙏🙏