कर्म ही पूजा है कर्म ही भगवान है कर्म ही भक्ति है कर्म ही मनुष्य काप्रेम है कर्म ही मनुष्यता है कर्म ही प्रधान पद है 🙏 जय माता दी जय श्रीकृष्णा राधे राधे ❤️🙏❤️🙏❤️
हमें अपने जीवन में कम से कम 10 पेड़ जरूर लगाना चाहिए ताकि हमारा पर्यावरण सुरक्षित रहे और हम भी सुरक्षित रहे यह भी बहुत अच्छा कर्म है इस पहल से हम देश हित हित में अपना योगदान दे सकते हैं
Very nice nd awesome story👏👏👏soach hi karam hai jab soach Gerta hai tb ensan bhi ger jada hai apnay soach ko badal kr aap wo badal sktay ho Jo abhi tk nhi badal ska👍
Krm hi puja hai ......pta tha pr aaj malum pda....thx a lot for such a wonderful videos....aapko log apkai krm Sai hi jantai hai .....Ur real beauty is your krma.....
*प्रकृति का कालचक्र नियम देखिए* *1~ बचपन:- समय है, शक्ति है,* *लेकिन पैसा नहीं है ..* *2~ युवावस्था:- शक्ति है, पैसा है,* *लेकिन समय नहीं है ..* *3~ बुढ़ापा:- पैसा है, समय है,* *लेकिन शक्ति नहीं है .*. *प्रकृति का कोई जबाब नहीं* *इसलिए प्रतिदिन हर्ष ..* *उल्लास .. और खुशी* *में जीवन बिताएं।* " All is well.!" "सदा मुस्कुराते रहिये हँसते रहिये हंसाते रहिये
*उम्मीदें तैरती रहती हैं,*🌿 *कश्तीयां डूब जाती है,*🌿 *कुछ घर सलामत रहते हैं,*🌿 *आँधियाँ जब भी आती है..!!* *बचा ले जो हर तूफां से,*🌿 *उसे "आस" कहते हैं...*🌿 *बड़ा मज़बूत है ये धागा,*🌿 *जिसे "विश्वास" कहते है...!!*
गौतम बुद्ध द्वारा सुनाई एक कहानी- तुम्हारे विचार ही तुम्हारे कर्म हैं-हमारे विचार ही हमारी दशा दिशा के कारन होते हैं …ओशो बुद्ध अपने शिष्यों के साथ बैठे थे। एक शिष्य ने पूछा- “कर्म क्या है?” बुद्ध ने कहा- “मैं तुम्हें एक कहानी सुनाता हूँ।” एक राजा हाथी पर बैठकर अपने राज्य का भ्रमण कर रहा था।अचानक वह एक दुकान के सामने रुका और अपने मंत्री से कहा- “मुझे नहीं पता क्यों, पर मैं इस दुकान के स्वामी को फाँसी देना चाहता हूँ।” यह सुनकर मंत्री को बहुत दु:ख हुआ। लेकिन जब तक वह राजा से कोई कारण पूछता, तब तक राजा आगे बढ़ गया। अगले दिन, मंत्री उस दुकानदार से मिलने के लिए एक साधारण नागरिक के वेष में उसकी दुकान पर पहुँचा। उसने दुकानदार से ऐसे ही पूछ लिया कि उसका व्यापार कैसा चल रहा है? दुकानदार चंदन की लकड़ी बेचता था। उसने बहुत दुखी होकर बताया कि मुश्किल से ही उसे कोई ग्राहक मिलता है। लोग उसकी दुकान पर आते हैं, चंदन को सूँघते हैं और चले जाते हैं। वे चंदन कि गुणवत्ता की प्रशंसा भी करते हैं, पर ख़रीदते कुछ नहीं। अब उसकी आशा केवल इस बात पर टिकी है कि राजा जल्दी ही मर जाएगा। उसकी अन्त्येष्टि के लिए बड़ी मात्रा में चंदन की लकड़ी खरीदी जाएगी। वह आसपास अकेला चंदन की लकड़ी का दुकानदार था, इसलिए उसे पक्का विश्वास था कि राजा के मरने पर उसके दिन बदलेंगे। अब मंत्री की समझ में आ गया कि राजा उसकी दुकान के सामने क्यों रुका था और क्यों दुकानदार को मार डालने की इच्छा व्यक्त की थी। शायद दुकानदार के नकारात्मक विचारों की तरंगों ने राजा पर वैसा प्रभाव डाला था, जिसने उसके बदले में दुकानदार के प्रति अपने अन्दर उसी तरह के नकारात्मक विचारों का अनुभव किया था। बुद्धिमान मंत्री ने इस विषय पर कुछ क्षण तक विचार किया। फिर उसने अपनी पहचान और पिछले दिन की घटना बताये बिना कुछ चन्दन की लकड़ी ख़रीदने की इच्छा व्यक्त की। दुकानदार बहुत खुश हुआ। उसने चंदन को अच्छी तरह कागज में लपेटकर मंत्री को दे दिया। जब मंत्री महल में लौटा तो वह सीधा दरबार में गया जहाँ राजा बैठा हुआ था और सूचना दी कि चंदन की लकड़ी के दुकानदार ने उसे एक भेंट भेजी है। राजा को आश्चर्य हुआ। जब उसने बंडल को खोला तो उसमें सुनहरे रंग के श्रेष्ठ चंदन की लकड़ी और उसकी सुगंध को देखकर बहुत प्रसन्न हुआ। प्रसन्न होकर उसने चंदन के व्यापारी के लिए कुछ सोने के सिक्के भिजवा दिये। राजा को यह सोचकर अपने हृदय में बहुत खेद हुआ कि उसे दुकानदार को मारने का अवांछित विचार आया था। जब दुकानदार को राजा से सोने के सिक्के प्राप्त हुए, तो वह भी आश्चर्यचकित हो गया। वह राजा के गुण गाने लगा जिसने सोने के सिक्के भेजकर उसे ग़रीबी के अभिशाप से बचा लिया था। कुछ समय बाद उसे अपने उन कलुषित विचारों की याद आयी जो वह राजा के प्रति सोचा करता था। उसे अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए ऐसे नकारात्मक विचार करने पर बहुत पश्चात्ताप हुआ। यदि हम दूसरे व्यक्तियों के प्रति अच्छे और दयालु विचार रखेंगे, तो वे सकारात्मक विचार हमारे पास अनुकूल रूप में ही लौटेंगे। लेकिन यदि हम बुरे विचारों को पालेंगे, तो वे विचार हमारे पास उसी रूप में लौटेंगे। यह कहानी सुनाकर बुद्ध ने पूछा- “कर्म क्या है?” अनेक शिष्यों ने उत्तर दिया- “हमारे शब्द, हमारे कार्य, हमारी भावनायें, हमारी गतिविधियाँ…” बुद्ध ने सिर हिलाया और कहा- *”तुम्हारे विचार ही तुम्हारे कर्म हैं।”* “ओशो” नोट : अच्छी बाते ,सोच और अच्छे कर्म केवल अच्छे लोगों पर ही असर करते हैं , क्रिमिनल दिमाग वाले ऐसे लोग जो किसी भी कीमत पर शाशन अपने हाथ में रखना चाहते हों उनके लिए ये सब केवल भाषण मात्र है
हम जो सोचते है हम वही बनते हैं इसलिए हमे यह ध्यान में रखना चाहिए कि हम क्या सोचते है
प्रणाम गौतम बुध 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत अच्छा लगा ये कहानी सुन के अति सुन्दर 🙏🙏🙏🙏
सत्य वचन.
कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता. छोटी या बड़ी तो सोच होती है जो किसी भी प्रयत्न को सफल या विफल बनाती है.
I love Buddha story please make more stories about Buddha....
नमस्कार !
बहुत ही बौद्धिक प्रेरणा जागरुक कराने वाली ज्ञानिक कहानी # - धन्यवाद
शब्द ही हमारे कर्म है , हम जो काम करते है वही हमारा कर्म है , हमारी जो भावनाएं है वही हमारा कर्म है
Thanks you so much ❤️
कर्म ही पूजा है कर्म ही भगवान है कर्म ही भक्ति है कर्म ही मनुष्य काप्रेम है कर्म ही मनुष्यता है कर्म ही प्रधान पद है 🙏 जय माता दी जय श्रीकृष्णा राधे राधे ❤️🙏❤️🙏❤️
आपके कहानी अच्छी लगी और आशावादी सोच की शिक्षा देती है।मनुष्य मन,वाणी और शरीर से जो करता है, संसार से वही सोच वापस लौटता है।धन्यवाद।
NAMO BUDDHAY 🙏🙏🙏
जय माँ गोरी
Thank for everything ❤️ sir 🙏🌷🌹
बहुत सुंदर विचार समाज को उत्तेजित करने का🙏🙏
Kya batau bhagavan buddha ki baare me... There is no word to express about the Buddha. Namo Buddhay
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे
Bohot positive bhara video.thnx😊
1st Universal Scientist of the World.. Gautam Buddha
Namo buddhay all friends 🙏🙏
Ye kahani me School books me podhaya tha.... Thanks 👍👍
❤🙏Thanku beautiful story
बहोत ही सुंदर विवेचन...!
Bright Natural days... 👌 🇮🇳 😷
Thank You Thankyou Thankyou so much a lot for this video sir thankyou so much a lot😊🙇♀️
हर हर महादेव
गौतम जी आपण खूप महान आहे
Mahan shabd pan buddha samor chota ahe
Namo Buddhay 🙏
*हमारे जीवन में वही होता है जो हम सोचते हैं , ओर हम वही सोचते हैं जो होने वाला है 😊😀🙂*
Awsm
Thank you radhakrishna my universe for everything
Jai shree Krishna
हमें अपने जीवन में कम से कम 10 पेड़ जरूर लगाना चाहिए ताकि हमारा पर्यावरण सुरक्षित रहे और हम भी सुरक्षित रहे यह भी बहुत अच्छा कर्म है इस पहल से हम देश हित हित में अपना योगदान दे सकते हैं
Bahut badiya
Right Bhai sahab
गौतम बुद्ध का मैं रोज स्टोरी सुनती हूँ ।।plzz like kare...👍
Ye bhee like ker dijiye
❤🙏OM BUDDHA DEVAYA NAMAH🙏❤
Ati sundar
I founded my answer .Thank you sir.
Hare krishna 🙏🏻🙏🏻
Love it❤
जय श्री महात्मा बुद्ध जी की 🙏🙏🙏🙏🙏
Absolutely right thank you for this history and knowledge
Bahut hi achi kahani sunai sisyon ko hamare guru Gautam buddha ne🙏🙏🙏
Bahot hi Sundar aur prernadayi story, thank you so much
🙏🙏Jai ho Gautam bhudh 🙏🙏🚩🚩🚩🚩
Excellent Teachings.
You also get knowledge like this on be different motivational
Good👌🌷👍😃
Thanks 🙏🙇a lot 🙏💕🙏💕🙏💕🙏💕🙏💕🙇🙇
Beautiful story
Reality and Purely = Gautam Buddha 🙏
Buddham Sharanam Gachhami Dhamam Saranam Gacchami
Sangham Saranam Gacchami
Namo Budhay👌💐🙏
जय श्री गोतमबुद जी भगवान जी की जय हो जय हो जय हो जय हो जय हो जय हो जय हो जय हो जय हो
U r awesome,,,,, 🥰 thank you so much ❤ ❤ for this story 🙏🙏💖💖💖
Think positive and became a successful person in life .... Change our thoughts in positive .... And abandon your negative thoughts 🙂
🙏🏻Namoh Buddhaya🙏🏻🚩🚩🚩
Health is wealth🙏🙏🙏🙏🙏
❤🙏OM NAMAH SHIVAYA🙏❤
Great advice for everyone 👍
Gautam buddha bhagaban ki jay 🙏🙏🙏🙏
जय भगवान
Thanks 😊 for this story
बहुत प्रेरणास्पद कहानी।
Namo buddhay....🙏🙏🙏...
Boliey Prem se shri SatGuru maharaj ki jai 🙏❤️🙏❤️🙏❤️🙏❤️🙏❤️🙏
Namo Buddhay🙏🙏🙏
So nice video bhai
🙏❤jai shree buddhaji❤ 🙏
Jai ho
Hi
Very nice आपका मंगल हो कल्याण हो भला हो
Very nice nd awesome story👏👏👏soach hi karam hai jab soach Gerta hai tb ensan bhi ger jada hai apnay soach ko badal kr aap wo badal sktay ho Jo abhi tk nhi badal ska👍
I agree with you
good
जय श्री गौतम बुद्ध जी की
Thank🙏💕
Jay Shree Hari NARAYANA
Krm hi puja hai ......pta tha pr aaj malum pda....thx a lot for such a wonderful videos....aapko log apkai krm Sai hi jantai hai .....Ur real beauty is your krma.....
Story given by shakyamuni Gautama Buddha.nice ....
Love you mr Gautam Kumar
*प्रकृति का कालचक्र नियम देखिए*
*1~ बचपन:- समय है, शक्ति है,*
*लेकिन पैसा नहीं है ..*
*2~ युवावस्था:- शक्ति है, पैसा है,*
*लेकिन समय नहीं है ..*
*3~ बुढ़ापा:- पैसा है, समय है,*
*लेकिन शक्ति नहीं है .*.
*प्रकृति का कोई जबाब नहीं* *इसलिए प्रतिदिन हर्ष ..* *उल्लास .. और खुशी*
*में जीवन बिताएं।*
" All is well.!"
"सदा मुस्कुराते रहिये
हँसते रहिये हंसाते रहिये
OK
Sahi Baat
R
You are right
Sky Storyline ,
बोइफ्फ
I got my answer thank you sir 💜
बहुत-बहुत धन्यवाद
Dhanyawad sir ji 🙏🙏🙏
बहुत सुंदर समाज सुधारक वीडियो जय हिंद
,Achhi lagi vedio 👏👏👏👏👏
I love you
Me tum ko pyar kartahu
Hi
Hi
Heyy!!!
Life lessons for me thnku bhuda lov u ❤️
Very nice meditation
*उम्मीदें तैरती रहती हैं,*🌿
*कश्तीयां डूब जाती है,*🌿
*कुछ घर सलामत रहते हैं,*🌿
*आँधियाँ जब भी आती है..!!*
*बचा ले जो हर तूफां से,*🌿
*उसे "आस" कहते हैं...*🌿
*बड़ा मज़बूत है ये धागा,*🌿
*जिसे "विश्वास" कहते है...!!*
Right ho
💕💕Khubsurat 💕💕
BHAGWAN BUDDH KI JAI HO
Bhut achha
Great 🙏🙏
Jai guru dev 🙏🙏🙏
Extremely wonderful narration!
जय श्री गौतम बुद्ध भगवान
Thanks a lot sir.
Hk prbji fantastic story and extraordinary also tnx very much god bless you
Thank you sir
GREAT.
Great sharing good morning have a great day take care friend
❤🙏OM NAMOH BHAGAVATE VASUDEVAYA🙏❤
bahut Hi Pyara video hai Jawab Nahin🙏🙏
Thought Be positive
Namo buddhay 🙏
Many thanks great legend soul be always happy & blessed❤🙇♀️🙋♀️
Bhut hi achi advice hai
गौतम बुद्ध द्वारा सुनाई एक कहानी- तुम्हारे विचार ही तुम्हारे कर्म हैं-हमारे विचार ही हमारी दशा दिशा के कारन होते हैं …ओशो
बुद्ध अपने शिष्यों के साथ बैठे थे। एक शिष्य ने पूछा- “कर्म क्या है?”
बुद्ध ने कहा- “मैं तुम्हें एक कहानी सुनाता हूँ।”
एक राजा हाथी पर बैठकर अपने राज्य का भ्रमण कर रहा था।अचानक वह एक दुकान के सामने रुका और अपने मंत्री से कहा- “मुझे नहीं पता क्यों, पर मैं इस दुकान के स्वामी को फाँसी देना चाहता हूँ।”
यह सुनकर मंत्री को बहुत दु:ख हुआ। लेकिन जब तक वह राजा से कोई कारण पूछता, तब तक राजा आगे बढ़ गया।
अगले दिन, मंत्री उस दुकानदार से मिलने के लिए एक साधारण नागरिक के वेष में उसकी दुकान पर पहुँचा। उसने दुकानदार से ऐसे ही पूछ लिया कि उसका व्यापार कैसा चल रहा है? दुकानदार चंदन की लकड़ी बेचता था। उसने बहुत दुखी होकर बताया कि मुश्किल से ही उसे कोई ग्राहक मिलता है। लोग उसकी दुकान पर आते हैं, चंदन को सूँघते हैं और चले जाते हैं। वे चंदन कि गुणवत्ता की प्रशंसा भी करते हैं, पर ख़रीदते कुछ नहीं। अब उसकी आशा केवल इस बात पर टिकी है कि राजा जल्दी ही मर जाएगा। उसकी अन्त्येष्टि के लिए बड़ी मात्रा में चंदन की लकड़ी खरीदी जाएगी। वह आसपास अकेला चंदन की लकड़ी का दुकानदार था, इसलिए उसे पक्का विश्वास था कि राजा के मरने पर उसके दिन बदलेंगे।
अब मंत्री की समझ में आ गया कि राजा उसकी दुकान के सामने क्यों रुका था और क्यों दुकानदार को मार डालने की इच्छा व्यक्त की थी। शायद दुकानदार के नकारात्मक विचारों की तरंगों ने राजा पर वैसा प्रभाव डाला था, जिसने उसके बदले में दुकानदार के प्रति अपने अन्दर उसी तरह के नकारात्मक विचारों का अनुभव किया था।
बुद्धिमान मंत्री ने इस विषय पर कुछ क्षण तक विचार किया। फिर उसने अपनी पहचान और पिछले दिन की घटना बताये बिना कुछ चन्दन की लकड़ी ख़रीदने की इच्छा व्यक्त की। दुकानदार बहुत खुश हुआ। उसने चंदन को अच्छी तरह कागज में लपेटकर मंत्री को दे दिया।
जब मंत्री महल में लौटा तो वह सीधा दरबार में गया जहाँ राजा बैठा हुआ था और सूचना दी कि चंदन की लकड़ी के दुकानदार ने उसे एक भेंट भेजी है। राजा को आश्चर्य हुआ। जब उसने बंडल को खोला तो उसमें सुनहरे रंग के श्रेष्ठ चंदन की लकड़ी और उसकी सुगंध को देखकर बहुत प्रसन्न हुआ। प्रसन्न होकर उसने चंदन के व्यापारी के लिए कुछ सोने के सिक्के भिजवा दिये। राजा को यह सोचकर अपने हृदय में बहुत खेद हुआ कि उसे दुकानदार को मारने का अवांछित विचार आया था।
जब दुकानदार को राजा से सोने के सिक्के प्राप्त हुए, तो वह भी आश्चर्यचकित हो गया। वह राजा के गुण गाने लगा जिसने सोने के सिक्के भेजकर उसे ग़रीबी के अभिशाप से बचा लिया था। कुछ समय बाद उसे अपने उन कलुषित विचारों की याद आयी जो वह राजा के प्रति सोचा करता था। उसे अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए ऐसे नकारात्मक विचार करने पर बहुत पश्चात्ताप हुआ।
यदि हम दूसरे व्यक्तियों के प्रति अच्छे और दयालु विचार रखेंगे, तो वे सकारात्मक विचार हमारे पास अनुकूल रूप में ही लौटेंगे। लेकिन यदि हम बुरे विचारों को पालेंगे, तो वे विचार हमारे पास उसी रूप में लौटेंगे।
यह कहानी सुनाकर बुद्ध ने पूछा- “कर्म क्या है?” अनेक शिष्यों ने उत्तर दिया- “हमारे शब्द, हमारे कार्य, हमारी भावनायें, हमारी गतिविधियाँ…”
बुद्ध ने सिर हिलाया और कहा- *”तुम्हारे विचार ही तुम्हारे कर्म हैं।”*
“ओशो”
नोट : अच्छी बाते ,सोच और अच्छे कर्म केवल अच्छे लोगों पर ही असर करते हैं , क्रिमिनल दिमाग वाले ऐसे लोग जो किसी भी कीमत पर शाशन अपने हाथ में रखना चाहते हों उनके लिए ये सब केवल भाषण मात्र है
बुद्ध भगवान् जी
Very good my GOD
जीवन एक परिवर्तन सील है
Thanku sooo much