आपके बहोत सारे चैनल है सेम रामपाल के जैसे कबीर एक संत है वह तो भगवान भी नहीं है 1398 पहले दुनिया नहीं थी क्या भाई कबीर सागर तो कबीर के मुत्यु के बाद छापा गया है जो मनगढंत है आपके 12.5 पंथ से लेकर 13 पंथ तक कोई परमेस्वर नहीं है सो भगवान् भी नहीं है वह खुद ईश्वर की भक्ति करने संत रूप में आये लेकिन आप लोगो ने ज्ञान की परिभाषा हि पलट दी है रामपाल भी वही कर गया है आप भी वही कर रहे हैं आप हिंदू देवी देवता को छोड़ के अपने पे ध्यान दें आपका ज्ञान सत्य होता तो पुरा विश्व सहमत होता आपका ज्ञान बनावटी हैं जो खुद के मन का है जितने काल के रूप है वह आपके साथ ही चलते हैं जो आप काम हि ऐसा कर रहे हो ना रामपाल सत्त था ना आप सत्य है जितना ज्ञान है वह सब भटकाने वाला है झूठ है अगर कबीर का शरीर पंच तत्व से अलग होता तो ठीक आप लोगो ने एक ब्राह्मणी पुत्र कबीर को अपने फायदे के लिए क्या से क्या बना दिया है
1398 जन्मे कबीर एक संत है उनसे पहले भी उच्च कोटि के संत योगी हो के गये आप लोग इतना झूठ ज्ञान के आदी हो गये हो यह कह नही सकते जैसे गुरु गोरखनाथ 11 वी शताब्दी में हुये और कबीर 1398 हुये हैं याने गुरु गोरखनाथ के 298 साल के बाद कबीर आये तो आप लोगो ने गुरु गोरखनाथ का और कबीर का संवाद एंव बातचीत एक झुठ किताब में छाप दिया कितना झूठ ज्ञान फैलाया जा रहा है जो सच को झूठ और झूठ को सच करने में लगे हैं
भेदी सतगुरू नितिनदास जी साहेबजी प्रणाम जी सत् कबीर जी साहेबजी बंदीछोड मालिक जी का सदा सदा जय जय कार हो साहेब बंदगी सतनाम जी गुरूजी
साहेब बानदगी गुरू जी 🙏🌹🌹🌹🙏
Satnam Saheb bandgi Nitin das guru ji aap ki kripa Jo sabad ved khole hi
❤ साहिब बंदगी सतनाम गुरुजी जय हरियाणा जय किसान आपके चरणों में कोटि कोटि दास का प्रणाम
Sat. Guru. Nitin Das Sahib ki. Jay. How. Sahib Bandgi Satnam Ji 🙏🙏🌹🌹
साहेब बंदगी सतनाम जी 🙏🏻🙏🏻🌹🌹
जय सतनाम🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
सतृ सतृ नमन शब्द गुरु जी 🙏🌹🌹🌹🌹🙏
आपके बहोत सारे चैनल है सेम रामपाल के जैसे कबीर एक संत है वह तो भगवान भी नहीं है 1398 पहले दुनिया नहीं थी क्या भाई कबीर सागर तो कबीर के मुत्यु के बाद छापा गया है जो मनगढंत है आपके 12.5 पंथ से लेकर 13 पंथ तक कोई परमेस्वर नहीं है सो भगवान् भी नहीं है वह खुद ईश्वर की भक्ति करने संत रूप में आये लेकिन आप लोगो ने ज्ञान की परिभाषा हि पलट दी है रामपाल भी वही कर गया है आप भी वही कर रहे हैं आप हिंदू देवी देवता को छोड़ के अपने पे ध्यान दें आपका ज्ञान सत्य होता तो पुरा विश्व सहमत होता आपका ज्ञान बनावटी हैं जो खुद के मन का है जितने काल के रूप है वह आपके साथ ही चलते हैं जो आप काम हि ऐसा कर रहे हो ना रामपाल सत्त था ना आप सत्य है जितना ज्ञान है वह सब भटकाने वाला है झूठ है अगर कबीर का शरीर पंच तत्व से अलग होता तो ठीक आप लोगो ने एक ब्राह्मणी पुत्र कबीर को अपने फायदे के लिए क्या से क्या बना दिया है
भेदी सतगुरू नितिनदास जी साहेबजी प्रणाम जी सत् कबीर जी बंदीछोड मालिक जी का ग्यान सुनकर हम धन्य हो गये मालिक की कृपा साहेब बंदगी सतनाम गुरूजी
Jay satnam saheb bandagi ji
1398 जन्मे कबीर एक संत है उनसे पहले भी उच्च कोटि के संत योगी हो के गये आप लोग इतना झूठ ज्ञान के आदी हो गये हो यह कह नही सकते जैसे गुरु गोरखनाथ 11 वी शताब्दी में हुये और कबीर 1398 हुये हैं याने गुरु गोरखनाथ के 298 साल के बाद कबीर आये तो आप लोगो ने गुरु गोरखनाथ का और कबीर का संवाद एंव बातचीत एक झुठ किताब में छाप दिया कितना झूठ ज्ञान फैलाया जा रहा है जो सच को झूठ और झूठ को सच करने में लगे हैं