tableeghi jamat ko yeahi wajah hai lai doobnay ki aik martaba saal paidal ki karguzari thi raiwind mein tou woh batanay laga k humaray sath aisay aisay madad hui hazrat moulana jameel sb db nay farmaya iss ko chorhien yeah bataien ap nay kia,kitni mehnat ki r kitni jamaatien nikli sar e aam karguzari sunana internet pr bazurgon ki ijazat sy start ki hai kia nahi tou tum log gumrah kr rahay ho logon ko
*मैं भी भोपाल इज्तिमा मे जाना चाहता था........* *लेकिन* *मैंने सोचा क्यों ना 23 24 25 नवम्बर को भोपाल मे होने बाले इज्तिमा के बारे मे पढ़ लूं लेहाज़ा मैंने अहादीस की किताबें पढ़ी तो इस नतीजे पर पहुंचा के* *📚बुखारी शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.* *📚मुस्लिम शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.* *📚तिरमीज़ी शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.* *📚अबू दाऊद शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.* *📚निसाई शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.* *📚ईब्ने माजा शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.* *📚मुस्नद अहमद शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.* *📚मुस्नद एमाम आज़म शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.* *📚मौत्ता एमाम मालिक शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.* *📚मुस्तदरक हाकिम शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.* *📚बैहक़ी शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.* *📚मिशकात शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.* *अहादीस के बाद फिकह की किताबों में भोपाल इज्तिमा का चैप्टर तलाश किया तो इस नतीजे पर पहुंचा* *कि* *📚फिकह हन्फी की सबसे मुसतनद किताब हेदाया में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.* *📚क़दूरी में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.* *📚फतावा आलमगीरी में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.* *📚कन्ज़ुल दक़ाएक़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.* *📚फतावा शामी में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.* *📚बेदाएअ अलसनाएअ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.* *📚एमाम मालिक की फिकह की किताब अलमदूनतुलकुबरा में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.* *📚एमाम शाफाई की फिकह किताब,,अलऊम,, में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.* *लेहाज़ा..* *आखिर में इस नतीजे पर पहुंचा के ये एक बिदअत है जिसका इस्लाम में कोई तसव्वुर नहीं खुदारा आप हज़रात से गुज़ारिश है के इस बिदअत से खुद भी बचें और पूरी उम्मते मुस्लिमा को आगाह करें के ये एक बिदअत है और हदीसे पाक में साफ लफ्जों में सरकारे दो जहां रसूले कौनैन हम सब के आका हज़रत मुहम्मद मुस्तफा सल लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया:हर बिदअत गुमराही है और हर गुमराही जहन्नुम में ले जाने वाली है..!* *भोपाल इज्तिमा मे जाकर जो दुआ होती है अगर वही दुआ अपने शहर की मस्जिदों मे की जाये तो जरा सोचो कि कितना फिजूल खर्च बच जायेगा और फिर उस बचे हूये पैसे से गरीबों की बे सहारों की मदद की जाये तो अल्लाह भी खुश होगा और रसूलअल्लाह भी खुश होंगे* *भोपाल इज्तिमा मे खर्चा करने से बहतर है कि अपने सहर के भूखे मज्लूम बे सहारा और गरीबों की मदद की जाये..* (नोट: पोस्त में एडिट कर के ख़यानत के मुरतकिब न हों) लिखने वाला: एक अदना सा गुलामे मुस्तफ,.'
MA SHAA ALLAH ❤️❤️❤️
یہ وہ عظیم الشان و خوش قسمت لوگ ھیں ۔۔اللہ ھمیں بھی استقامت و اخلاص نصیب کریں
Mashallah Tableegh ki barkat say puri dunya mein Deen phel raha hai......
ماشأاﷲ
mash Allah, respect from kolkata, India. DUA Ki darkhast hai
Masha Allah
is kaarguzari se hamein bahot kuch seekhne ko mila
Alhamdulillah
Kaarguzari ka ka matlab ha
Mash Allah usman baig bhi bahut achi karguzarian upload karte ho bara iman bnta hy nice work keep it up
Allah aap ki umar me barkat de aap ummat ko jod ne ka jo kam kar rahe ho aap ko is pe istekamat ata kare
Ameem summa ameen
Masha Allah...respect from Bangladesh
MshaALLAH subhanaALLAH ALLAH ham sab ko saliaha sedha rasta dekhay jo kamiyabi ki traf liky jata ha
Jaza-ALLAH
Ehatram Hussain aoa muje in molana ka numb mil skta?
Ma shaa Allah
Masha Allah v.nycc...Awesome ...
Behtar
MashAllah
Mashallah
masha Allah
MashaAllah
Zabardast nice
ماشاءاللہ
Ma-sha-Allah.love from Bangladesh.
Ya rabbul izzat din k kaam ko or faylaye
mashallah
Mashallah G
Maa Shaa Allah... Subhan Allah
Masha Allah
Allah es kam ko khub rela Ameen
I m proud of coz m muslim girl
Mashallah. I am from baramulla kashmir
شروع سے آ خری لفظ تک آ نکھ سے پانی چلتا رہا اللہ پاک عمل کرنے کی توفیق دے
Allah hu Akbar
Ma Sha Allah.....
Masha ALLAH ❤
Mashallah ❤️❤️❤️❤️❤️
Jazzak Allah
ya ALLAH g me ny b tableegh me jana hy ,plzzzzz
Very nice
Allah o Akbar
Nice
Mashaallah
Usman bhi you look beautiful
Alhamdullilah
Massaallah
یہ جتنا بھی تبلیغ کا کام ہو رہا ہے سب علماء دیوبند کے مدارس و مساجد کی برکت سے ہورہا ہے
Ha Hy AP apne to Isla krwao
مولانا طارق جمیل صاحب اگر کسی مخلص اللہ والے سے بیعت ہوکر اصلاح کرالیں تو بہت فائدہ ہوگا انشاءاللہ تعالی
Hahahaha
اگر کیا بھی ہو تو میڈیا پہ اعلان نہیں کریں گا
Assalamu Alaikum Msg TV 📺 Muje Aap Ka Nmbr Mil Sakta Hai
عثمان بیگ آپ سے گزارش ہے کہ آپ ضماد بیگ سے بھی ملیں ۔دعوت دیں ۔اپکے والا شعبہ ہے اور آپکی والی کاسٹ ہے
Dislikers what's matter with u
assalamu alaikum wa rahmatullahi wa barakatuh, kya auraten ghar mey bhi parda karna he
Assalamualikum
👌👌👌👌
tableegh hake. ki.mahenat hai
صرف چلہ سال لگانے سے اصلاح نہیں ہوتی اصلاح کسی مخلص اللہ والے سے بیعت ہوکر اصلاح کرانے سے ہوتی ہے بحوالہ فضائل اعمال میں فضائل تبلیغ کی نوع ثالث
Ji Bilal Bhai aap ne sahi kaha, lekin chilla ya saal lagane se Kam az Kam thora bahut Deen to aa jata hai Zindagi me
تو آپ کی نظر میں یہ اصلاح نہیں ہے؟
kuchh nayi karguzariyan upload Karo
عثمان بھائی بات مختصر کیا کریں
تاکہ دل میں اترے شکریہ
Ubaid Ghouri ye income kiwja sy aisa
Baiy dowa karo baiy please mere baiy ke liye dowa karo baiy please
tableeghi jamat ko yeahi wajah hai lai doobnay ki aik martaba saal paidal ki karguzari thi raiwind mein tou woh batanay laga k humaray sath aisay aisay madad hui hazrat moulana jameel sb db nay farmaya iss ko chorhien yeah bataien ap nay kia,kitni mehnat ki r kitni jamaatien nikli sar e aam karguzari sunana internet pr bazurgon ki ijazat sy start ki hai kia nahi tou tum log gumrah kr rahay ho logon ko
*मैं भी भोपाल इज्तिमा मे जाना चाहता था........*
*लेकिन*
*मैंने सोचा क्यों ना 23 24 25 नवम्बर को भोपाल मे होने बाले इज्तिमा के बारे मे पढ़ लूं लेहाज़ा मैंने अहादीस की किताबें पढ़ी तो इस नतीजे पर पहुंचा के*
*📚बुखारी शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.*
*📚मुस्लिम शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.*
*📚तिरमीज़ी शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.*
*📚अबू दाऊद शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.*
*📚निसाई शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.*
*📚ईब्ने माजा शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.*
*📚मुस्नद अहमद शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.*
*📚मुस्नद एमाम आज़म शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.*
*📚मौत्ता एमाम मालिक शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.*
*📚मुस्तदरक हाकिम शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.*
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*📚मिशकात शरीफ़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.*
*अहादीस के बाद फिकह की किताबों में भोपाल इज्तिमा का चैप्टर तलाश किया तो इस नतीजे पर पहुंचा*
*कि*
*📚फिकह हन्फी की सबसे मुसतनद किताब हेदाया में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.*
*📚क़दूरी में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.*
*📚फतावा आलमगीरी में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.*
*📚कन्ज़ुल दक़ाएक़ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.*
*📚फतावा शामी में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.*
*📚बेदाएअ अलसनाएअ में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.*
*📚एमाम मालिक की फिकह की किताब अलमदूनतुलकुबरा में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.*
*📚एमाम शाफाई की फिकह किताब,,अलऊम,, में ईदुलअज़हा और ईदुलफित्र का चैप्टर तो है मगर भोपाल इज्तिमा का कोई चैप्टर नहीं.*
*लेहाज़ा..*
*आखिर में इस नतीजे पर पहुंचा के ये एक बिदअत है जिसका इस्लाम में कोई तसव्वुर नहीं खुदारा आप हज़रात से गुज़ारिश है के इस बिदअत से खुद भी बचें और पूरी उम्मते मुस्लिमा को आगाह करें के ये एक बिदअत है और हदीसे पाक में साफ लफ्जों में सरकारे दो जहां रसूले कौनैन हम सब के आका हज़रत मुहम्मद मुस्तफा सल लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया:हर बिदअत गुमराही है और हर गुमराही जहन्नुम में ले जाने वाली है..!*
*भोपाल इज्तिमा मे जाकर जो दुआ होती है अगर वही दुआ अपने शहर की मस्जिदों मे की जाये तो जरा सोचो कि कितना फिजूल खर्च बच जायेगा और फिर उस बचे हूये पैसे से गरीबों की बे सहारों की मदद की जाये तो अल्लाह भी खुश होगा और रसूलअल्लाह भी खुश होंगे*
*भोपाल इज्तिमा मे खर्चा करने से बहतर है कि अपने सहर के भूखे मज्लूम बे सहारा और गरीबों की मदद की जाये..*
(नोट: पोस्त में एडिट कर के ख़यानत के मुरतकिब न हों)
लिखने वाला:
एक अदना सा गुलामे मुस्तफ,.'
Subhanallah
کارگزاری سنانا ریاکاری کا دوسرا نام ہے
Bilal Ahmed karguzari sunane se deen ki taraf ragbat hoti hai.masha Allah
mash Allah, respect from kolkata, India. DUA Ki darkhast hai
Masha Allah
Usman Baig asslamu alaikum bhai
Assalamu Alaikum bhaijan
Usman Baig Aoa
Usman Baig plzz reply me
Usman Baig muje ap sy baat krni hy plzzz
masha Allah
Syeda Humera ASLMUALEKUM WA RAHMATULLAHI WABA RAKATUH
Ma sha Allah
Mash allah
ماشاءالله
MashaAllah
masha allah
Mashaallha
Mashaallah
Masha Allah
Mashaallah
Masha Allah
Masha Allah