भारत में कुल चलन में मुद्रा की वैल्यू 34 लाख करोड़ रूपये है लेकिन सभी बैंक मिलकर 156 लाख करोड़ रूपये के लोन बांट रखें है । अर्थात 112 लाख करोड़ रूपये की करेंसी जो लोन के रूप में चल रहे हैं उसका वास्तविक मूल्य ही शून्य है । इसलिये सरकार बैंकों में आपका हजार करोड़ रूपये क्यों ना जमा हो आपको केवल अधिकतम 5 लाख रूपये ही देगी , लेकिन आपका पांच हजार रूपये जमा है उसके बदले आपको केवल पांच हजार ही रूपये मिलेंगे ना कि पांच लाख रूपये । सरकार और बैंक मिलकर सिर्फ ठगी का धंधा कर रहे हैं ।
@@shiningHindiyaसारे बैंक लोन पर दिया गया उधार पैसा एक साथ मांग ले जो 156 लाख करोड़ रूपये है , कुल चलन में करेंसी की वैल्यू 34 लाख करोड़ है । ब्याज का रूपया कोई छाप नहीं सकता , वसूली किसकी होगी । नकली करेंसी के बदले जमीन की ।
@@shiningHindiya बैंक चले जायें एक दिन आजादी के पूर्व वाले चांदी का एक रूपये वाला सिक्का बैंक में जमा कीजिए तो आपको पता चल जायेगा कि उस चांदी के एक रूपये सिक्के की वैल्यू बैंक के लिये एक ही रूपये की है या बाजार के वास्तविक मूल्य के बराबर उस आजादी से पूर्व वाले चांदी के एक रूपये के सिक्के को अश्लील टेंडर नहीं किया है ना मोहर ( सोने के सिक्के ) का किया है । भारत की वास्तविक मुद्रा चांदी के सिक्के और मोहर ( सोने के सिक्के ) ही है । इसलिये भारत सरकार रिज़र्व बैंक में गोल्ड रिजर्व रखती है । इसलिये भारत सरकार बैंकों के डिफाल्टर करने के पश्चात अधिकतम किसी भी व्यक्ति के बैंक में कुल जमा धन पर अधिकतम 5 लाख रूपये तक की ही गारंटी देती है चाहे आपका पांच करोड़ रूपया बैंक में क्यों ना जमा था । कागज की ही मुद्रा छापकर देना था तो बैंक कभी डिफाल्टर ही नहीं कर सकती हैं लो करेंसी छाप कर पकड़ा दिया फिर एक बोरा 500 का नोट लेकर बाजार में जायेंगे और पांच किलो चीनी लेकर घर आयेंगे । महगांई का दूसरा नाम करेंसी का अवमूल्यन ही है । चांदी और सोने के सिक्के से आज भी उतना सामान आसानी से मिल जाता है जितना 75 साल पहले मिलता था ।
@@MohanChandra-p4l जी , मोदी यह कब बोलेगे कि आजादी से पूर्व के चांदी और सोने के सिक्के कब यह लीगल टेंडर नहीं होगा कब बोलेंगे । चांदी और सोने के सिक्कों पर भारत सरकार या रिजर्व बैंक आफ इंडिया का वचन , सिग्नेचर हो या ना हो , कोई फर्क नहीं पड़ता है , उसकी वास्तविक वैल्यू बरकरार रहती है ।
बैंक लोन,लोभ ,स्वार्थ ,ज्यादा लाभ और सुरक्षा के साथ देता है ,ब्याज दर देखिए उसी सी समझ लीजिए ,क्या जायज है , सरकार का हथकंठा है ,ये सब ,सरकारें खुद बेईमानी करती और करवाती है अपनी संस्थाओ ,देश की एक भी संस्था बता दीजिए जो आम लोगो को ध्यान मे रखकर करती हो या उनके विकास के लिए ,वो भी ईमानदारी से
Sir I am retired Banker and during my time before giving Gold loan we obtained purity certificate and weight certificate from approved valuer and more so there was a stipulated margin norms . How RBI react I don't know. But in commercial Bank a full proof SOP is maintained.
बँकोंको गोल्ड लोन देनेकेलिये मजबूर किया गया, बडे टार्गेट दिये गये. सभी गोल्ड लोन खाते बंद करो, सोनेके दाम एकदम कम होगे. RBI जिम्मेदार हैं. गोल्ड लोन खाता npa नहीं होगा यह RBI की सोच थी
While giving loans two primary things to be known by lender are. How loan is to be used and how it will be returned. However, nowadays banks only check collterals and nothing more.
Bank officials deliberately ask borrower to get high valuation for gold, of course entitling cuts to both valuer and bank officials. Banks are going to lose ultimately.
aapka time, mehnat, dimasg sab kuch real hai lekin economy in sab ko imaginary money me convert kar deti hai.... or real assets itna zyada inflated hain ki unko le nhi paa rahe log
wrong information , bank gives gold loan after proper assesaying in presence of customer , nd more today no account can be operated without proper KYC .
क्या 1935 से पूर्व सोने चांदी के सिक्के, तांबें के सिक्के ( रूपये ) आज चलन में होते तो किसी भी सरकार , बैंक , विश्व बैंक के द्वारा लीगल टेंडर ना होने की घोषणा के करने से उसकी वैल्यू शून्य हो जाती , कदापि नहीं । जैसा कि मोदी जी ने 8 नवम्बर 2016 को की थी । कागज की करेंसी नोट चलन में लाने का मुख्य उद्देश्य ही ठगी करना था आम जनता से जो धड़ल्ले यह ठगी सरकारों और बैंकों द्वारा किया जाता है । इसलिये सरकार और बैंक नीरव मोदी , मेहूल चौकसी , नितिन संदेशा जैसे लोगों को लेकर लापरवाह है । जितना लेकर बैंक डिफाल्टर करेंसी लेकर भागें है उसके दो गुना नोट( करेंसी ) सरकार बैंक छाप लेगी भले ही ऐसी करेंसी की वैल्यू और क्यों ना गिर जायें ।
सरदाना जी आप बीजेपी के प्रवक्ता या दलाल क्यों नहीं घोषित कर लेते हैं। यदि न्यूज सरकार या आरबीआई की चिंता पर थम nail लगाते तो बात अलग थी। इतना विद्वान पत्रकार दलाली के चक्कर में अपना पत्रकारिता का धर्म, ईमान सब बेंच दिया।
Ekdm galat baat bol rhe h......sbi ...evaluation ka 50 % milta gold loan......AR aap to pujeewaad manuwaad AR bjp.k agent ki trh krte h....tamam TV debate me....
Excellently explained, VERY USEFUL INFORMATION.
सभी को सत्य बोलना चाहिए धन्यवाद अलवर राजस्थान से बलवीर सिंह यादव❤
@@BalvirSingh-ed5wh bhai such kaun bolta hai kalyug mai
भारत में कुल चलन में मुद्रा की वैल्यू 34 लाख करोड़ रूपये है लेकिन सभी बैंक मिलकर 156 लाख करोड़ रूपये के लोन बांट रखें है । अर्थात 112 लाख करोड़ रूपये की करेंसी जो लोन के रूप में चल रहे हैं उसका वास्तविक मूल्य ही शून्य है । इसलिये सरकार बैंकों में आपका हजार करोड़ रूपये क्यों ना जमा हो आपको केवल अधिकतम 5 लाख रूपये ही देगी , लेकिन आपका पांच हजार रूपये जमा है उसके बदले आपको केवल पांच हजार ही रूपये मिलेंगे ना कि पांच लाख रूपये । सरकार और बैंक मिलकर सिर्फ ठगी का धंधा कर रहे हैं ।
louru....ghar, road, asset etc ka v to value hota hai.....
सेवा का मूल्य लेना ही है।
@@shiningHindiyaसारे बैंक लोन पर दिया गया उधार पैसा एक साथ मांग ले जो 156 लाख करोड़ रूपये है , कुल चलन में करेंसी की वैल्यू 34 लाख करोड़ है । ब्याज का रूपया कोई छाप नहीं सकता , वसूली किसकी होगी । नकली करेंसी के बदले जमीन की ।
@@shiningHindiya बैंक चले जायें एक दिन आजादी के पूर्व वाले चांदी का एक रूपये वाला सिक्का बैंक में जमा कीजिए तो आपको पता चल जायेगा कि उस चांदी के एक रूपये सिक्के की वैल्यू बैंक के लिये एक ही रूपये की है या बाजार के वास्तविक मूल्य के बराबर उस आजादी से पूर्व वाले चांदी के एक रूपये के सिक्के को अश्लील टेंडर नहीं किया है ना मोहर ( सोने के सिक्के ) का किया है । भारत की वास्तविक मुद्रा चांदी के सिक्के और मोहर ( सोने के सिक्के ) ही है । इसलिये भारत सरकार रिज़र्व बैंक में गोल्ड रिजर्व रखती है । इसलिये भारत सरकार बैंकों के डिफाल्टर करने के पश्चात अधिकतम किसी भी व्यक्ति के बैंक में कुल जमा धन पर अधिकतम 5 लाख रूपये तक की ही गारंटी देती है चाहे आपका पांच करोड़ रूपया बैंक में क्यों ना जमा था । कागज की ही मुद्रा छापकर देना था तो बैंक कभी डिफाल्टर ही नहीं कर सकती हैं लो करेंसी छाप कर पकड़ा दिया फिर एक बोरा 500 का नोट लेकर बाजार में जायेंगे और पांच किलो चीनी लेकर घर आयेंगे । महगांई का दूसरा नाम करेंसी का अवमूल्यन ही है । चांदी और सोने के सिक्के से आज भी उतना सामान आसानी से मिल जाता है जितना 75 साल पहले मिलता था ।
@@MohanChandra-p4l जी , मोदी यह कब बोलेगे कि आजादी से पूर्व के चांदी और सोने के सिक्के कब यह लीगल टेंडर नहीं होगा कब बोलेंगे । चांदी और सोने के सिक्कों पर भारत सरकार या रिजर्व बैंक आफ इंडिया का वचन , सिग्नेचर हो या ना हो , कोई फर्क नहीं पड़ता है , उसकी वास्तविक वैल्यू बरकरार रहती है ।
पिछले महीनों में अपने शहर में ऐसी ही धोखाधड़ी की घटनाओं के उदाहरण सुने हैं।
बैंक लोन,लोभ ,स्वार्थ ,ज्यादा लाभ और सुरक्षा के साथ देता है ,ब्याज दर देखिए उसी सी समझ लीजिए ,क्या जायज है , सरकार का हथकंठा है ,ये सब ,सरकारें खुद बेईमानी करती और करवाती है अपनी संस्थाओ ,देश की एक भी संस्था बता दीजिए जो आम लोगो को ध्यान मे रखकर करती हो या उनके विकास के लिए ,वो भी ईमानदारी से
Good concern for public and country raised by sir
Sir I am retired Banker and during my time before giving Gold loan we obtained purity certificate and weight certificate from approved valuer and more so there was a stipulated margin norms . How RBI react I don't know. But in commercial Bank a full proof SOP is maintained.
@@binodkumarsingh4504 I think RBI is just concerned about some Third Party companies and some start ups taking advantage of the rush.
@@binodkumarsingh4504 gold assayer is appointed by bank whereas nbfcs don't do such things
In gray market, private gold loan is more than bank, the government cannot do anything, since transaction is between two person without paying any tax
As you have explained, gold loan seems to be a very dangerous matter. The information given by you is very important.
बँकोंको गोल्ड लोन देनेकेलिये मजबूर किया गया, बडे टार्गेट दिये गये. सभी गोल्ड लोन खाते बंद करो, सोनेके दाम एकदम कम होगे. RBI जिम्मेदार हैं. गोल्ड लोन खाता npa नहीं होगा यह RBI की सोच थी
Kounsa bank quality chk kiye bina loan deta he.. wo to 80 % dete hein
While giving loans two primary things to be known by lender are.
How loan is to be used and how it will be returned. However, nowadays banks only check collterals and nothing more.
Great analysis
Bank doesn't give loan before assayin ,valuation and KYC. However, risks persist. Major risk is when gold rates fall.
They only give 70 to 75 percent of the gold
बीजेपी को हम तो नमस्कार करता हूँ मैं बलवीर सिंह यादव अलवर राजस्थान से❤
Bank officials deliberately ask borrower to get high valuation for gold, of course entitling cuts to both valuer and bank officials. Banks are going to lose ultimately.
Car loan is more dangerous than gold loan
@@suhasbhide5773 home loan particularly for flats is most dangerous.
most employee mental pressure comes from that.
aapka time, mehnat, dimasg sab kuch real hai lekin economy in sab ko imaginary money me convert kar deti hai.... or real assets itna zyada inflated hain ki unko le nhi paa rahe log
Bank wale bahut hushiyar hai wo log kabhi dhokha kha hi nahi sakte
जिन ज्वैलर्स को सोने की शुद्धता की जांच के लिए रखा है ,वे अशुद्ध को शुद्ध सोना बताकर धोखाधड़ी में शामिल हो जाते हैं ।
मैंने अपने पिताजी से सीख लिया, "जी और जुज" के लिये कभी क़र्ज़ नहीं लेना।
matlqb?
बहुत अच्छी जानकारी plz sir car loan par bhi jaankari de🙏
Pl. elaborate what you want to know.
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
🙏🙏
Ram Ram
wrong information , bank gives gold loan after proper assesaying in presence of customer , nd more today no account can be operated without proper KYC .
क्या 1935 से पूर्व सोने चांदी के सिक्के, तांबें के सिक्के ( रूपये ) आज चलन में होते तो किसी भी सरकार , बैंक , विश्व बैंक के द्वारा लीगल टेंडर ना होने की घोषणा के करने से उसकी वैल्यू शून्य हो जाती , कदापि नहीं । जैसा कि मोदी जी ने 8 नवम्बर 2016 को की थी । कागज की करेंसी नोट चलन में लाने का मुख्य उद्देश्य ही ठगी करना था आम जनता से जो धड़ल्ले यह ठगी सरकारों और बैंकों द्वारा किया जाता है । इसलिये सरकार और बैंक नीरव मोदी , मेहूल चौकसी , नितिन संदेशा जैसे लोगों को लेकर लापरवाह है । जितना लेकर बैंक डिफाल्टर करेंसी लेकर भागें है उसके दो गुना नोट( करेंसी ) सरकार बैंक छाप लेगी भले ही ऐसी करेंसी की वैल्यू और क्यों ना गिर जायें ।
कोई बैंक को नुकसान नहीं होता है ये बैंक वाले ही फर्जी वाडा करते है इसमें कंजूमर बर्बाद हो जाते हैं
ईमानदार आम जनता के बारे मे कोई विचार नही किया गया
RBI kya so raha hai? Loan dene ke time mein bank ko check karna chahiye. Bank ki galti
90/ Bank ke Adhikari Ur Karmchari hi Bhrastachar karate Hai Ur karane ka Tarika
Bhi Batate Hai
बलवीर सिंह यादव अलवर राजस्थान से❤
हां भई हां
🙏 बहुत सुंदर सर आपकी ईमेल आईडी क्या है जिससे हम आपसे बात कर सके, अपनी समस्याओं का समाधान ले सके। 🙏
Bank johari ko bulakar parakh ke value dekhkar 30% kat ke loan deta hai aap kya bolate ho
Sir I think bank never gives 100 % loan against value of real golg.
Itna staff rakhte hai bank Wale to apne kisi staff ko hi gold purity ki training kyu nahi dilwa sakte.
सरदाना जी आप बीजेपी के प्रवक्ता या दलाल क्यों नहीं घोषित कर लेते हैं। यदि न्यूज सरकार या आरबीआई की चिंता पर थम nail लगाते तो बात अलग थी। इतना विद्वान पत्रकार दलाली के चक्कर में अपना पत्रकारिता का धर्म, ईमान सब बेंच दिया।
आप परेशान क्यों हैं, कृपया मुझे बताएं।? इस खबर में भाजपा कहाँ है? वीडियो का बीजेपी से क्या लेगा देना है?
yahi aadmi pehle farm bill ko support krta tha 4 june k baad ye badal gya 😂😂😂😂😂
@@cankit7272ye aaj bhi farm bill ko support krte koi bhi padha likha karega. It was one of the best bills.
Sorry sir ji but pravachan sb denge pr income tax chapa mare na to pata nahi kitna gold sir ke ghar pr hi mil jayega 😅😅😅😅😅😅😅
❤😂🎉😢😮😅😊
फंस गया साला।
Video doesn't cover the topic comprehensively
Yes, you are right, I can add much more, but there is a time constraint.
Property ke auction bhi lesser side me hota hai.
😊😊😅😮😢😢🎉😂❤❤❤
Ekdm galat baat bol rhe h......sbi ...evaluation ka 50 % milta gold loan......AR aap to pujeewaad manuwaad AR bjp.k agent ki trh krte h....tamam TV debate me....
gold ka purity check krwao..aur KYC krwao..isme ' bjp agent hai' kahaan se aa gya bey
प्राइवेट गोल्ड लोन वालों ने लाखों करोड़ कमा लिया है। सारे साउथ वाले हैं मुत्थूट
Love you sir
Mujhay aapke saath Sona hai 😂
क्या बवासीर हो गया है, कम से कम अपना नहीं तो सामने वाले का
का सम्मान, और मर्यादा रखो।