कबीर परमात्मा ही सबके रक्षक हैं, आत्मा के असली साथी हैं, उन्ही के लिए कहते हैं त्वमेव माता च पिता त्वमेव, त्वमेव बन्धु च सखा त्वमेव। त्वमेव विद्या च द्रविणंम त्वमेव, त्वमेव सर्वं मम् देव देव।।
वाह वाह कबीर गुरु पूरा है। पूरे गुरु की मैं बलि जावाँ जाका सकल जहूरा है।। अधर दुलिच परे है गुरुनके शिव ब्रह्मा जह शूरा है।। श्वेत ध्वजा फहरात गुरुनकी बाजत अनहद तूरा है।। पूर्ण कबीर सकल घट दरशै हरदम हाल हजूरा है।। नाम कबीर जपै बड़भागी नानक चरण को धूरा है।।
वर्तमान समय में, पूर्ण संत सतगुरु रामपाल जी महाराज हैं, जो हमें जाल के जाल से छुटकारा दिला सकते हैं, क्योंकि सतगुरु रामपाल जी महाराज का ज्ञान सभी धर्मों के पवित्र शास्त्रानुसार प्रमाणित है।
कृपा पाठक पढ़े निम्न अमृतवाणी परमेश्वर कबीर साहेब जी द्वारा उच्चारित:- धर्मदास यह जग बौराना। कोई न जाने पद निरवाना।।1।। यहि कारन मैं कथा पसारा। जगसे कहियो राम नियारा।। यही ज्ञान जग जीव सुनाओ। सब जीवों का भरम नशाओ।।2।। भरम गये जग वेद पुराना। आदि राम का का भेद न जाना।।3।। राम राम सब जगत बखाने। आदि राम कोई बिरला जाने।।4।। ज्ञानी सुने सो हिरदै लगाई। मूर्ख सुने सो गम्य ना पाई।।5।। अब मैं तुमसे कहूँ चिताई। त्रिदेवन की उत्पत्ति भाई।।6।। कुछ संक्षेप कहूँ गौहराई। सब संशय तुम्हरे मिट जाई।।7।। माँ अष्टंगी पिता निरंजन। वे जम दारुण वंशन अंजन।।8।। पहिले कीन्ह निरंजन राई। पीछे से माया उपजाई।।9।। माया रूप देख अति शोभा। देव निरंजन तन मन लोभा।।10।। कामदेव धर्मराय सत्ताये। देवी को तुरतही धर खाये।।11।। पेट से देवी करी पुकारा। साहब मेरा करो उबारा।।12।। टेर सुनी तब हम तहाँ आये। अष्टंगी को बंद छुड़ाये।।13।। सतलोक में कीन्हा दुराचारि, काल निरंजन दिन्हा निकारि।।14।। माया समेत दिया भगाई, सोलह संख कोस दूरी पर आई।।15।। अष्टंगी और काल अब दोई, मंद कर्म से गए बिगोई।।16।। धर्मराय को हिकमत कीन्हा। नख रेखा से भगकर लीन्हा।।17।। धर्मराय किन्हाँ भोग विलासा। माया को रही तब आसा।।18।। तीन पुत्र अष्टंगी जाये। ब्रह्मा विष्णु शिव नाम धराये।।19।। तीन देव विस्त्तार चलाये। इनमें यह जग धोखा खाये।।20।। पुरुष गम्य कैसे को पावै। काल निरंजन जग भरमावै।।21।। तीन लोक अपने सुत दीन्हा। सुन्न निरंजन बासा लीन्हा।।22।। अलख निरंजन सुन्न ठिकाना। ब्रह्मा विष्णु शिव भेद न जाना।।23।। तीन देव सो उनको धावें। निरंजन का वे पार ना पावें।।24।। अलख निरंजन बड़ा बटपारा। तीन लोक जिव कीन्ह अहारा।।25।। ब्रह्मा विष्णु शिव नहीं बचाये। सकल खाय पुन धूर उड़ाये।।26।। तिनके सुत हैं तीनों देवा। आंधर जीव करत हैं सेवा।।27।। अकाल पुरुष काहू नहीं चीन्हां। काल पाय सबही गह लीन्हां।।28।। ब्रह्म काल सकल जग जाने। आदि ब्रह्म को ना पहिचाने।।29।। तीनों देव और औतारा। ताको भजे सकल संसारा।।30।। तीनों गुण का यह विस्त्तारा। धर्मदास मैं कहों पुकारा।।31।। गुण तीनों की भक्ति में, भूल परो संसार।।32।। कहै कबीर निज नाम बिन, कैसे उतरैं पार।।33।।
Only True Saint Rampal Ji Maharaj has complete authentic knowledge of Supreme God. Fake saints are the agents of Kaal. This exposure will definitely Change the mentality of God's loving souls.. Thanks for sharing this . Good work👍🏻
Right kabir is god and sant rampal ji maharaj true saint ...... #Kabirgyan the madanpantis are fake saints (dhongi) don't trust on this types of gurus😠
आन धर्म जो मन बसे, कोए करो नर नार।गरीब दास जिन्दा कहै, वो जासी यम द्वार।।संत गरीब दास जी ने कहा है कि एक परमेश्वर को छोड़कर जो अन्य साधनाएं जो मन में बसाये बैठे हैं वो नरक में जाएंगे।
मदनपति वालो की अध्यात्म गाड़ी 11वे द्वार में बंद हो जाती है मूर्ख 😂😂😂 जबकि कबीर जी व उनके सच्चे संत सतलोक 12 वे द्वार तक के रहस्य को बताते है ! चला जा यहां से ब्रह्म निरंजन के प्रचारक 😂😂😂😂😂 !
Saroj पांच सौ वर्ष पहले जो गुरु धर्मदास जी को कबीर साहब जी ने दिया था वो ज्ञान क्या झूठ है।उस समय तेरा बाप रामपाल का ज्ञान कहां था मुर्ख। और रही बात ज्ञान कि तो ज्ञान चर्चा, करना दुसरे को अज्ञानि छोटा दिखाना। अपने पुर्ण ज्ञानी परमात्मा बताना। दुसरे पंथ की खंडन करना । सबसे बड़ा ढोंगी और अज्ञानि है जो यह गुण रामपाल में भरा पुरा है। यह सच्चा गुरु की लक्षण नहीं है। पका काल का दूत है। कोई भी कबीर धर्म ग्रंथों में देख लेना रामपाल का जिक्र कहीं नहीं किया गया है। केवल धर्मदास जी के वाणी वचन और सतगुरु कबीर साहब जी का है। धर्मदास सभी संका को पुछते जाते हैं और कबीर साहब जवाब देते जाते है और धर्मदास लिखते जाते हैं। और सच्चे गुरु पद सतगुरु कबीर साहब जी ने धर्मदास जी को अटल बयालीस वंश की स्थापना किया है। जो अभी वर्तमान में 15वे गुरु पद में प्रकाश मुनि नाम साहब है जो कि दामाखेड़ा में है। पांच सौ वर्ष पहले से धर्मदास वंशावली चली आ रहा है। और जो 42गुरू होंगे उनकी नाम करण सतगुरु कबीर साहब ने पहले ही कर दिया है। अपने मुंह से। अनुराग सागर ग्रंथ देख लेना। और रामपाल को कौन सा ग्रंथ में गुरु बनने का अधिकार दिया है कबीर साहब ने। फंसे रहो काल पुरुष रामपाल के चक्कर में मूर्खों।बिचार करो विवेक से कि कबीर साहब ने देवी-देवताओं की पूजा नाम स्मरण करने के लिए कहीं पर कहा है क्या नही न और रामपाल करवाता है। मनमुखी गुरु बन बैठा है काल है। इसलिए जेल में बंद है। जो दूतों कि बात कही गई है वो यही है। जीवों को चमत्कार दिखाकर ठग रहा है। किसी को सक है तो ज्ञान चर्चा कर सकता है हर सवाल का जवाब देना आता है। कबीर साहब की दया से।। साहेब बंदगी साहेब दामाखेड़ा के प्रकाश मुनि नाम साहब के चरणों में सप्रेम साहेब बंदगी साहेब।
पूर्ण गुरु से दीक्षा लेनी चाहिए : जो भी संत शास्त्रों के अनुसार भक्ति साधना बताता है और भक्त समाज को मार्ग दर्शन करता है तो वह पूर्ण संत है।watch At sadhnaTv 7:30Pm for true spiritual satsang by saint Rampal ji mahraj ji.
Allahabad P अरे मूर्ख वेद शास्त्र तो काल पुरुष की बनाया हुआ चौरासी लाख योनि की जाल है उसका आधार पर चलेगा। रामपाल पका काल है। धर्मदास वंशावली सही है जो दामाखेड़ा में है।
Reena Rani अरे कौन सच्चा गुरु है और कौन नकली है इन बातों को छोड़ो पहले आप सच्चे बनकर तो दिखाओ। यहां कोई छोटा बड़ा नहीं है बस अच्छे कर्म ही बड़ा है। सब अज्ञानि बने हैं मान बड़ाई काम नहीं आने वाली है। जो भी गुरु हो या भक्त जो दुसरो को नीचा दिखाता है वह सच्चे गुरु या भक्त नहीं हो सकता है। वो काल जरुर हो सकता है। यही गुण रामपाल पर और उनके भक्तों पर है।
अपने गुरू की निदां किसी को अचछी नही लगती, फिर आप लोग कियो निदां करते हो ये सचचे संतसंगी,गुरू की पहचान नही हे इन बातो से संसारी लोग हंसी उडाते हे ा जय गुरू देव ा
गरीब, साहेब के दरबार में, ग्राहक कोटि अनन्त। चार चीज चाहे है, रिद्धि सिद्धि मान महंत।। गरीब, ब्रह्म रंध्र के घाट को, खोलत है कोई एक। द्वारे से फिर जाते है, ऐसे बहुत अनेक।। गरीब, बीजक की बाता कहें, बीजक नाहीं हाथ। पृथ्वी डोबन उतारै, कह - कह मीठी बात।। गरीब, बीजक की बाता कहें, बीजक नाहीं पास। औरों को प्रमोद्ही, अपना चलें निरास।। कबीर कंठी माला सुमरनी, पहरे से क्या होय। ऊपर डूंडा साध का, अंतर राख्या खोय।।
कबीर परमेश्वर जी कहते हैं:-👇 सतयुग में सत् सुकृत कह टेरा, त्रेतायुग में नाम मुनिन्दर मेरा। द्वापरयुग में कारूणमय कहलाया, कलयुग में कबीर नाम धाराया।। कबीर साहेब जी कहते हैं:-👇 🌹🌹जो मम संत सत् उपदेश दृढा़वै, वाके संग सब राड बढा़वै । या सन्त - महान्त की करणी, धर्मदास मैं तो से वर्णी।।
गुरू बिन काहू न पाया ज्ञाना, ज्यों थोथा भुष छड़े मूढ़ किसाना। गुरू बिन वेद पढ़े जो प्राणी, समझे न सार रहे अज्ञानी। कबीर, नौ मन सूत उलझिया, ऋषि रहे झख मार। सतगुरू ऐसा सुलझा दे, उलझै ना दूजी बार।।
संत गरीबदास जी का जन्म गाँव-छुड़ानी, जिला-झज्जर, हरियाणा में सन् 1717 (विक्रमी संवत् 1774) में हुआ। सन् 1727 फाल्गुन सुदी द्वादशी के दिन के लगभग 10 बजे परमात्मा गरीबदास जी को नला नामक खेत में मिले सर्व ज्ञान कराया सतलोक लेकर गए और पृथ्वी पर वापस छोड़ा। तब गरीबदास जी ने बताया कि काशी में जो 120 वर्ष कबीर जुलाहा की भूमिका करके गए वह स्वयं परमात्मा हैं। जिस कूं कहते कबीर जुलाहा । सब गति पूर्ण अगम अगाहा।।
दिपक चौधरी पुस्तक देखकर तो बच्चे भी बता सकता है। फंसे रहो काल की जाल वेद शास्त्र में। वेदों को मानना यानि ब्रह्मा जी को मानना। भंडार है ना जन्म और मृत्यु का।लगे रहो नरक भी सुना न पड़े।
🛸सन् 1518 वि. स. 1575, महीना माघ, शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी को कबीर साहेब जी मगहर से सशरीर सतलोक गये थे परमात्मा कबीर जी चार दाग से न्यारे हैं। चदरि फूल बिछाये सतगुरु, देखे सकल जिहाना हो। च्यारि दाग से रहत जुलहदी, अविगत अलख अमाना हो।।
मदनपति पंथ कबीर साहब के नाम पर झुठी पतल चाटने का काम कर रहे है। और यह सिद्ध हो गया है, कि यह पंथ काल का पंथ है। और इस पंथ का आज कोई असली गुरू ही नही है। आज इनके पंथ की 4 गद्दी चल रही है। अब इनको यही नही मालुम है। कि इनकी कौनसी गद्दी का गुरू जी असली और प्रमुख गुरू है।?
परमेश्वर कबीर साहेब जी का मगहर से सशरीर सतलोक गमन 12 फरवरी 2022 को कबीर परमेश्वर का प्रस्थान दिवस है। इस दिन 600 वर्ष पूर्व माघ शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी वि. स. 1575 (सन् 1518) को कबीर साहिब जी मगहर शहर से सशरीर सतलोक गये थे। जिसका प्रमाण आज भी मगहर में विद्यमान है।
कबीर साहेब ने पहले ही काल के दूत मदनपती पंथियों का कबीर सागर के अनुरागसागर चैप्टर में वर्णन कर दिया है जिसे हमारे सतगुरू रामपाल जी महाराज अपने सत्संगो में भक्तों को अच्छी तरह ऐसे कालदूत मदनपंथियों के बारे में ज्ञान देते रहते हैं। भक्तों को भटकने से बचने के लिए सतगुरू के सतसंगों को सुनते रहना चाहिए।
गरीबदास जी महाराज का 61 वर्ष की आयु में सतलोक गमन गरीबदासजी महाराज ने 61 वर्ष की आयु में सन 1778 में सतलोक गमन किया। ग्राम छुड़ानी में शरीर का अंतिम संस्कार किया गया। वहाँ एक यादगार छतरी साहेब बनी हुई है। इसके बाद उसी शरीर में प्रकट होकर सहारनपुर उत्तरप्रदेश में 35 वर्ष रहे। वहाँ भी उनके नाम की यादगार छतरी बनी हुई है ।
भगत जी अनुराग सागर में रम्भ दूत के जो लक्षण बताये गए उसमें यह वाणी है कि "हंस कबीर इष्ट ठहराई। करता कहँ कबीर गहराई।। कर्ता काल जीवन दुखदाई। तेहि सरीख मोहि यह यमराई।।" कृपया इसका अर्थ मुझे समझावे
Ramgopal sharma Ramgopal sharma वेद पुराण शास्त्र को सही मानते हैं क्या।इन सबको मानते होंगे तो कबीर साहब जी को नहीं मानते हैं तब। दामाखेड़ा के प्रकाश मुनि नाम साहब के प्रवचन तो सुनना तब पता चलेगा की बाप किधर है। और नाती के पीछे पड़े थे। जो काल है इसलिए तो जेल में हैं। और इस विडियो में बोल रहा है वो रामपाल है क्या।तेरा बाप का ज्ञान को बोल रहा है। जेल के अंदर से सच्चा ज्ञान बोल रहा है। और कहता है सब ज्ञान झूठ है।
@@aneshwarrajak3953 yah Rampal ka Jaal hai Rampal jail mein chala Gaya ab Gaddi sambhalne ki hone lagi tuti futi now ko kaise kinara lagaya jaaye har kuchh bol Raha hai Janata ko bilkul bilkul chutiya samajh Rakha hai aur Bhagat chutiya heavy
कबीर परमेश्वर का सबस बडा दुश्मन रंभदूत मदनपति है यह सपषट हो गया है कयोंकि सभी वेद शास्त्रों में प्रमाण है की सतगुरु वही होता है जिसको सभी शास्त्रों का ज्ञान हो और शास्त्रों को आधार मानकर जो भक्ति करता है और कर आता है वही पूर्ण संत होता है और वह पूर्ण संत तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं | अधिक जानकारी के लिए देखें शाम साधना चैनल पर 7: 30 से 8: 30 तक
शास्त्र अनुसार साधना सतगुरु संन्त रामपाल जी महाराज जी दे रहे हैं। जिससे मोक्ष की प्राप्ति होगी।मदन पंन्थ काल बृह्म के द्वारा चलाया गया है इससे बचने के लिए पढ़ें पुस्तक "जीने की राह" देखें साधना टीवी शाम 7 :30 से 8:30 तक रोजाना।
Manbodhan Das वेद पुराण शास्त्र तेरा बाप का बनाया हुआ चौरासी कि जाल है। ब्रह्मा विष्णु महेश का जाल है। चलते रहो नरक में नहीं तो सुना हो जाएगा। नरक क्या है जन्म और मृत्यु है। काल निरंजन का पुत्र ब्रह्मा विष्णु महेश है। आदिशक्ति मां है उन्हीं की बनाया गया वेद शास्त्र है जिसको तुम सच्चे मानते हो न कबीर साहब जी ने कही पर वेद शास्त्र कि और देवी-देवताओं की पूजा नाम स्मरण करने के लिए नहीं कहा है कोई भी किताब में देख लेना। रामपाल ढोंगी बाबा और काल का भेजा दूत है । इसलिए इन देवी-देवताओं कि पिछले नाम स्मरण करवाता है। और कबीर साहब जी के नाम लेकर जीवों पर छल कर रहा है। दामाखेड़ा वाले सही है।
@Kñôw RèáL GöD. यही बात हम तुमसे पूछना चाहतें हैं कि जब कोई बुक दिखाते हैं तो लिखा तो कुछ होता है रामपाल कुछ और ही पढ़ रहा होता है इसलिए मतलब तुम्हें शायद पढ़ना नहीं आता या फिर मोतियाबिंद हो सकता है
लास्ट की 2 लाइनों में तो रंडपल फिट बैठ रहा है,,जैसे रंडपल ने खुद को कबीर बोला,,ओर कबीर खुद कबीर को 5 तत्वो में फंसा बताया,,जैसे कहता था कि खुद कबीर जी मेरे शरीर मे आये हुए है
आप लोगो को भरमाओ मत अभी रामपाल जी का पोल खुल चूका है मदन पंथ ही सच्चा पंथ है अंकुरि जिव आपके फंदे से निकल रहे है सबसे ज्यादा रामपाल पंथ वाले लोग जाग रहे है
आप लोगों को यही नहीं पता कि कबीर साहब कौन हैं संत रामपाल जी महाराज जी ने कहा है वेदों में प्रमाण है कबीर साहब भगवान हैं जबकि आप कबीर साहब को तो कुछ मानते ही नहीं सब साहिब जी
कबीर परमात्मा ही सबके रक्षक हैं, आत्मा के असली साथी हैं, उन्ही के लिए कहते हैं
त्वमेव माता च पिता त्वमेव, त्वमेव बन्धु च सखा त्वमेव। त्वमेव विद्या च द्रविणंम त्वमेव, त्वमेव सर्वं मम् देव देव।।
वाह वाह कबीर गुरु पूरा है।
पूरे गुरु की मैं बलि जावाँ जाका सकल जहूरा है।।
अधर दुलिच परे है गुरुनके शिव ब्रह्मा जह शूरा है।।
श्वेत ध्वजा फहरात गुरुनकी बाजत अनहद तूरा है।।
पूर्ण कबीर सकल घट दरशै हरदम हाल हजूरा है।।
नाम कबीर जपै बड़भागी नानक चरण को धूरा है।।
गरीब, जम जौरा जा से डरें, मिटे कर्म के लेख।
अदली असल कबीर हैं, कुल के सतगुरू एक।।
पूर्ण परमात्मा का मार्ग पाक और साफ है🙏🙏
वर्तमान समय में, पूर्ण संत सतगुरु रामपाल जी महाराज हैं, जो हमें जाल के जाल से छुटकारा दिला सकते हैं, क्योंकि सतगुरु रामपाल जी महाराज का ज्ञान सभी धर्मों के पवित्र शास्त्रानुसार प्रमाणित है।
Pahali Apne apako Sarkar Ki jail se chhurta le tab Apko chhutaye😂😂😂😂
Nice satsang.
Jay bandi chhod ki.
Sat saheb.
नमन करू गुरू देव को , दिन में सौ -सौ बार।
काग पलट हँसा किया , करत ना लागी बार।
गुरुवाँ गाम बिगाड़े सन्तों, गुरुवाँ गाम बिगाड़े।
ऐसे कर्म जीव कै ला दिए, बहुर झड़े नहीं झाड़े।।
*मदन पंथ बिल्कुल ही काल का भेजा हुआ दूत है स्पष्ट हो गया है ।।* 👌👌👌👌
काल के दूत तो जेल में बंद हैं
कृपा पाठक पढ़े निम्न अमृतवाणी परमेश्वर कबीर साहेब जी द्वारा उच्चारित:-
धर्मदास यह जग बौराना। कोई न जाने पद निरवाना।।1।।
यहि कारन मैं कथा पसारा। जगसे कहियो राम नियारा।।
यही ज्ञान जग जीव सुनाओ। सब जीवों का भरम नशाओ।।2।।
भरम गये जग वेद पुराना। आदि राम का का भेद न जाना।।3।।
राम राम सब जगत बखाने। आदि राम कोई बिरला जाने।।4।।
ज्ञानी सुने सो हिरदै लगाई। मूर्ख सुने सो गम्य ना पाई।।5।।
अब मैं तुमसे कहूँ चिताई। त्रिदेवन की उत्पत्ति भाई।।6।।
कुछ संक्षेप कहूँ गौहराई। सब संशय तुम्हरे मिट जाई।।7।।
माँ अष्टंगी पिता निरंजन। वे जम दारुण वंशन अंजन।।8।।
पहिले कीन्ह निरंजन राई। पीछे से माया उपजाई।।9।।
माया रूप देख अति शोभा। देव निरंजन तन मन लोभा।।10।।
कामदेव धर्मराय सत्ताये। देवी को तुरतही धर खाये।।11।।
पेट से देवी करी पुकारा। साहब मेरा करो उबारा।।12।।
टेर सुनी तब हम तहाँ आये। अष्टंगी को बंद छुड़ाये।।13।।
सतलोक में कीन्हा दुराचारि, काल निरंजन दिन्हा निकारि।।14।।
माया समेत दिया भगाई, सोलह संख कोस दूरी पर आई।।15।।
अष्टंगी और काल अब दोई, मंद कर्म से गए बिगोई।।16।।
धर्मराय को हिकमत कीन्हा। नख रेखा से भगकर लीन्हा।।17।।
धर्मराय किन्हाँ भोग विलासा। माया को रही तब आसा।।18।।
तीन पुत्र अष्टंगी जाये। ब्रह्मा विष्णु शिव नाम धराये।।19।।
तीन देव विस्त्तार चलाये। इनमें यह जग धोखा खाये।।20।।
पुरुष गम्य कैसे को पावै। काल निरंजन जग भरमावै।।21।।
तीन लोक अपने सुत दीन्हा। सुन्न निरंजन बासा लीन्हा।।22।।
अलख निरंजन सुन्न ठिकाना। ब्रह्मा विष्णु शिव भेद न जाना।।23।।
तीन देव सो उनको धावें। निरंजन का वे पार ना पावें।।24।।
अलख निरंजन बड़ा बटपारा। तीन लोक जिव कीन्ह अहारा।।25।।
ब्रह्मा विष्णु शिव नहीं बचाये। सकल खाय पुन धूर उड़ाये।।26।।
तिनके सुत हैं तीनों देवा। आंधर जीव करत हैं सेवा।।27।।
अकाल पुरुष काहू नहीं चीन्हां। काल पाय सबही गह लीन्हां।।28।।
ब्रह्म काल सकल जग जाने। आदि ब्रह्म को ना पहिचाने।।29।।
तीनों देव और औतारा। ताको भजे सकल संसारा।।30।।
तीनों गुण का यह विस्त्तारा। धर्मदास मैं कहों पुकारा।।31।।
गुण तीनों की भक्ति में, भूल परो संसार।।32।।
कहै कबीर निज नाम बिन, कैसे उतरैं पार।।33।।
गरीब, भेखो के लश्कर फिरै , बाणी चोर कठोर।
सतगुरु धाम ना पहुंचेंगे, चौरासी के ढोर।।
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बहुत अच्छा और सच्चा वीडियो । यह वीडियो बहुत से लोगों को काल जाल से निकालेगा।।।
सन्त रामपाल शरीरा में है कबीरा चिन्हत नांहि लोग।
ज्ञान अनोखा खोल दिया मिटे जन्म मरण की रोग।
पक्का कालदूत है।
मदनपति पंथ का पर्दाफाश हो चुका है।
जय हो सन्त रामपाल जी महराज जी की जय हो।
Sat guru Ram PAL MAHARAJ ki jay ho BANDI CHHOD ki 🙏🌹🙏🙏🙏🙏🌹🌹🙏🌹🌹🙏🙏🙏🙏🌹🙏🌹🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹
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#Kabirgyan
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12पंथ काल फुरमाना भूले जीव न जाए ठिकिना, ताते आगम कह हम राखा वंश हमार चूरामणि शाखा।
Sat sahib ji 🙏🙏
पूर्ण संत सतगुरु रामपाल जी महाराज ही हैं इस पृथ्वी पर।
गरीब पारबती के उर धर्या, अमर भई क्षण माहिं
सुकदेव की चौरासी मिटी, निरालंब निज नाम ।।
सच्चा पौध गरीब दासजी का हे संत रामपाल जी सच्चे गुरु हे
TRUE KNOWLEDGE 🙏🙏
आन धर्म जो मन बसे, कोए करो नर नार।गरीब दास जिन्दा कहै, वो जासी यम द्वार।।संत गरीब दास जी ने कहा है कि एक परमेश्वर को छोड़कर जो अन्य साधनाएं जो मन में बसाये बैठे हैं वो नरक में जाएंगे।
True spiritual leader sant Rampal Ji Maharaj ji in the world 🌎
Madan panth hi sacha panth hai
Dekhte jao bus
Sat sahib
Nahi
Abhi madan sahib ka hi pant hai jisme Gyan ki baat ki jati hai😊😊.
मदनपति वालो की अध्यात्म गाड़ी 11वे द्वार में बंद हो जाती है मूर्ख 😂😂😂 जबकि कबीर जी व उनके सच्चे संत सतलोक 12 वे द्वार तक के रहस्य को बताते है ! चला जा यहां से ब्रह्म निरंजन के प्रचारक 😂😂😂😂😂 !
सतगुरु रामपाल जी महाराजा जी का ज्ञान ही सच्चा ज्ञान है बाकी गुरू सब झूँठ है
Saroj पांच सौ वर्ष पहले जो गुरु धर्मदास जी को कबीर साहब जी ने दिया था वो ज्ञान क्या झूठ है।उस समय तेरा बाप रामपाल का ज्ञान कहां था मुर्ख। और रही बात ज्ञान कि तो ज्ञान चर्चा, करना दुसरे को अज्ञानि छोटा दिखाना। अपने पुर्ण ज्ञानी परमात्मा बताना। दुसरे पंथ की खंडन करना । सबसे बड़ा ढोंगी और अज्ञानि है जो यह गुण रामपाल में भरा पुरा है। यह सच्चा गुरु की लक्षण नहीं है। पका काल का दूत है। कोई भी कबीर धर्म ग्रंथों में देख लेना रामपाल का जिक्र कहीं नहीं किया गया है। केवल धर्मदास जी के वाणी वचन और सतगुरु कबीर साहब जी का है। धर्मदास सभी संका को पुछते जाते हैं और कबीर साहब जवाब देते जाते है और धर्मदास लिखते जाते हैं। और सच्चे गुरु पद सतगुरु कबीर साहब जी ने धर्मदास जी को अटल बयालीस वंश की स्थापना किया है। जो अभी वर्तमान में 15वे गुरु पद में प्रकाश मुनि नाम साहब है जो कि दामाखेड़ा में है। पांच सौ वर्ष पहले से धर्मदास वंशावली चली आ रहा है। और जो 42गुरू होंगे उनकी नाम करण सतगुरु कबीर साहब ने पहले ही कर दिया है। अपने मुंह से। अनुराग सागर ग्रंथ देख लेना। और रामपाल को कौन सा ग्रंथ में गुरु बनने का अधिकार दिया है कबीर साहब ने। फंसे रहो काल पुरुष रामपाल के चक्कर में मूर्खों।बिचार करो विवेक से कि कबीर साहब ने देवी-देवताओं की पूजा नाम स्मरण करने के लिए कहीं पर कहा है क्या नही न और रामपाल करवाता है। मनमुखी गुरु बन बैठा है काल है। इसलिए जेल में बंद है। जो दूतों कि बात कही गई है वो यही है। जीवों को चमत्कार दिखाकर ठग रहा है। किसी को सक है तो ज्ञान चर्चा कर सकता है हर सवाल का जवाब देना आता है। कबीर साहब की दया से।। साहेब बंदगी साहेब दामाखेड़ा के प्रकाश मुनि नाम साहब के चरणों में सप्रेम साहेब बंदगी साहेब।
कबीर , सुर नर मुनि जन, तेतीस करोरि। बंधे सब निरंजन ( काल ) की डोरी।।
पूर्ण गुरु से दीक्षा लेनी चाहिए :
जो भी संत शास्त्रों के अनुसार भक्ति साधना बताता है और भक्त समाज को मार्ग दर्शन करता है तो वह पूर्ण संत है।watch At sadhnaTv 7:30Pm for true spiritual satsang by saint Rampal ji mahraj ji.
Allahabad P अरे मूर्ख वेद शास्त्र तो काल पुरुष की बनाया हुआ चौरासी लाख योनि की जाल है उसका आधार पर चलेगा। रामपाल पका काल है। धर्मदास वंशावली सही है जो दामाखेड़ा में है।
झूठे गुरु और असली संत की पहचान असली सिर्फ संत रामपाल जी महाराज जी हैं पूरे विश्व में
Reena Rani अरे कौन सच्चा गुरु है और कौन नकली है इन बातों को छोड़ो पहले आप सच्चे बनकर तो दिखाओ। यहां कोई छोटा बड़ा नहीं है बस अच्छे कर्म ही बड़ा है। सब अज्ञानि बने हैं मान बड़ाई काम नहीं आने वाली है। जो भी गुरु हो या भक्त जो दुसरो को नीचा दिखाता है वह सच्चे गुरु या भक्त नहीं हो सकता है। वो काल जरुर हो सकता है। यही गुण रामपाल पर और उनके भक्तों पर है।
अपने गुरू की निदां किसी को अचछी नही लगती, फिर आप लोग कियो निदां करते हो ये सचचे संतसंगी,गुरू की पहचान नही हे इन बातो से संसारी लोग हंसी उडाते हे ा जय गुरू देव ा
नाइस वीडियो बहुत अच्छी जानकारी दी
Savior of the world Sant Rampal Ji
गरीब, साहेब के दरबार में, ग्राहक कोटि अनन्त।
चार चीज चाहे है, रिद्धि सिद्धि मान महंत।।
गरीब, ब्रह्म रंध्र के घाट को, खोलत है कोई एक।
द्वारे से फिर जाते है, ऐसे बहुत अनेक।।
गरीब, बीजक की बाता कहें, बीजक नाहीं हाथ।
पृथ्वी डोबन उतारै, कह - कह मीठी बात।।
गरीब, बीजक की बाता कहें, बीजक नाहीं पास।
औरों को प्रमोद्ही, अपना चलें निरास।।
कबीर कंठी माला सुमरनी, पहरे से क्या होय।
ऊपर डूंडा साध का, अंतर राख्या खोय।।
जय हो बंदी छोड़ सत् गुरु रामपाल जी महाराज कि जय हो
कबीर परमेश्वर जी कहते हैं:-👇
सतयुग में सत् सुकृत कह टेरा, त्रेतायुग में नाम मुनिन्दर मेरा।
द्वापरयुग में कारूणमय कहलाया, कलयुग में कबीर नाम धाराया।।
कबीर साहेब जी कहते हैं:-👇
🌹🌹जो मम संत सत् उपदेश दृढा़वै, वाके संग सब राड बढा़वै ।
या सन्त - महान्त की करणी, धर्मदास मैं तो से वर्णी।।
कबीर,अगम निगम को खोज ले, बुद्धि विवेक विचार। उदय अस्त का राज मिले, तो भी बिन नाम बेगार।।
सच्चा ज्ञान संत रामपाल जी महाराज का
गुरू बिन काहू न पाया ज्ञाना, ज्यों थोथा भुष छड़े मूढ़ किसाना।
गुरू बिन वेद पढ़े जो प्राणी, समझे न सार रहे अज्ञानी।
कबीर, नौ मन सूत उलझिया, ऋषि रहे झख मार।
सतगुरू ऐसा सुलझा दे, उलझै ना दूजी बार।।
संत गरीबदास जी का जन्म गाँव-छुड़ानी, जिला-झज्जर, हरियाणा में सन् 1717 (विक्रमी संवत् 1774) में हुआ। सन् 1727 फाल्गुन सुदी द्वादशी के दिन के लगभग 10 बजे परमात्मा गरीबदास जी को नला नामक खेत में मिले सर्व ज्ञान कराया सतलोक लेकर गए और पृथ्वी पर वापस छोड़ा। तब गरीबदास जी ने बताया कि काशी में जो 120 वर्ष कबीर जुलाहा की भूमिका करके गए वह स्वयं परमात्मा हैं।
जिस कूं कहते कबीर जुलाहा । सब गति पूर्ण अगम अगाहा।।
पूरे विश्व में संत रामपाल जी महाराज के पास ज्ञान का भंडार है
दिपक चौधरी पुस्तक देखकर तो बच्चे भी बता सकता है। फंसे रहो काल की जाल वेद शास्त्र में। वेदों को मानना यानि ब्रह्मा जी को मानना। भंडार है ना जन्म और मृत्यु का।लगे रहो नरक भी सुना न पड़े।
इसकी वजह से ही काल के लोक से आत्माएं निकल नहीं पा रही है।
कबीर, पत्थर पूजे हरि मिले, तो मैं पूजू पहाड़।
वैसे तो चक्की भली, पीस खाए संसार।।
भगत जी, बंदीछोड़ प्रभु को मुझ दास का कोटि दंडवत
Sat sahib👍👍👍🙏🏾🙏🏾🙏🏾
Kabir is god
Sat Sahib Ji
यह वीडियो मदनपति पंथ वालों को दिखाना चाहिए ताकि उनकी आँखे खुले
गरीब अंधे गूंगे गुरु घने लंगड़े लोभी लाख।
साहेब से परिचय नहीं काव बनावें शाख।।
🛸सन् 1518 वि. स. 1575, महीना माघ, शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी को कबीर साहेब जी मगहर से सशरीर सतलोक गये थे
परमात्मा कबीर जी चार दाग से न्यारे हैं।
चदरि फूल बिछाये सतगुरु, देखे सकल जिहाना हो।
च्यारि दाग से रहत जुलहदी, अविगत अलख अमाना हो।।
AJMER DAS
SAT SAHIB G SARI SANGHT NU
🍀🍀KABIR IS GOD 🍀🍀🍀🍀
मदनपति पंथ कबीर साहब के नाम पर झुठी पतल चाटने का काम कर रहे है। और यह सिद्ध हो गया है, कि यह पंथ काल का पंथ है। और इस पंथ का आज कोई असली गुरू ही नही है। आज इनके पंथ की 4 गद्दी चल रही है। अब इनको यही नही मालुम है। कि इनकी कौनसी गद्दी का गुरू जी असली और प्रमुख गुरू है।?
परमेश्वर कबीर साहेब जी का मगहर से सशरीर सतलोक गमन
12 फरवरी 2022 को कबीर परमेश्वर का प्रस्थान दिवस है। इस दिन 600 वर्ष पूर्व माघ शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी वि. स. 1575 (सन् 1518) को कबीर साहिब जी मगहर शहर से सशरीर सतलोक गये थे। जिसका प्रमाण आज भी मगहर में विद्यमान है।
पूर्ण परमात्मा कबीर साहब जी ने चाहे नकली मदन पंत हो इनका विवरण पहले ही पूर्ण परमात्मा ने किया था जिसकी पोल आज सामने आई है
कबीर साहेब ने पहले ही काल के दूत मदनपती पंथियों का कबीर सागर के अनुरागसागर चैप्टर में वर्णन कर दिया है जिसे हमारे सतगुरू रामपाल जी महाराज अपने सत्संगो में भक्तों को अच्छी तरह ऐसे कालदूत मदनपंथियों के बारे में ज्ञान देते रहते हैं। भक्तों को भटकने से बचने के लिए सतगुरू के सतसंगों को सुनते रहना चाहिए।
जग सारा रोगिया जिन सत गुरु बैद ना जाना
अच्छा हुआ ये मदन पंथ का पर्दफाश हो गया।
पता नही इन मंदन पंथ ने कितने जीवों को भरमा रहा है।
@कहै कबीर सुनो भाई साधो सही रभंदूत है मदनपंथी
Sant Rampal Ji Maharaj ki jai
गरीबदास जी महाराज का 61 वर्ष की आयु में सतलोक गमन
गरीबदासजी महाराज ने 61 वर्ष की आयु में सन 1778 में सतलोक गमन किया। ग्राम छुड़ानी में शरीर का अंतिम संस्कार किया गया। वहाँ एक यादगार छतरी साहेब बनी हुई है। इसके बाद उसी शरीर में प्रकट होकर सहारनपुर उत्तरप्रदेश में 35 वर्ष रहे। वहाँ भी उनके नाम की यादगार छतरी बनी हुई है ।
Koti koti pranam gurudev apke charan kamal me rakhana data
Very nice
Kabir saheb ji is supreme lord 🙏
True guru sant rampal ji maharaj ji h or koi nhi
Sat saheb ji❤❤❤
Jai ho bandhi chhod ki
ये बातें बहुत अच्छी है
Rambdoot from top to bottom totally exposed.
कबीर ये तन विष की बेलडी गुरु अमृत की खान।
शीश दिए जो गुरु मिले तो भी सस्ता जान।।
जितने कबीर को मानने वाले है सारे काल पूजक हैं
कबीर साहेब जी ही पूर्ण भगवान है
धोंगी मदन पंथियों का पर्दाफाश 💪💪💪💪🙄
अन्धे गुगे गुरु घने लंगड़े लोभी लाख!
साहेब से परिचय नहीं काव बनावे में साख!!
अनुराग सागर मे बारवे पंथ मे हंश मुनि दूत आयेगा ये लिखा है
कृप्या उस पर एक विडियो बनाये भगत जी,, सत् साहेब जी,,संत रामपाल जी महाराज की जय
सदगुरु पुरुष कबीर है कुल के सिरजन हार
इतने ज्ञानी नहीं हो कि सतगुरू कबीर साहेब के ज्ञान को समझ सको
भगत जी अनुराग सागर में रम्भ दूत के जो लक्षण बताये गए उसमें यह वाणी है कि
"हंस कबीर इष्ट ठहराई। करता कहँ कबीर गहराई।।
कर्ता काल जीवन दुखदाई। तेहि सरीख मोहि यह यमराई।।"
कृपया इसका अर्थ मुझे समझावे
कबीर झूठे गुरु अजगर बने लख चौरासी माही।
सब शिष्य चींटी बने और तन नोच-नोच खाही।।
True spritual knowledge
नितिन साहेब की सदा ही जय हो
केवल संत रामपाल जी महाराज को छोड़कर किसी के पास सच्चा ज्ञान नहीं है।
Ramgopal sharma Ramgopal sharma वेद पुराण शास्त्र को सही मानते हैं क्या।इन सबको मानते होंगे तो कबीर साहब जी को नहीं मानते हैं तब। दामाखेड़ा के प्रकाश मुनि नाम साहब के प्रवचन तो सुनना तब पता चलेगा की बाप किधर है। और नाती के पीछे पड़े थे। जो काल है इसलिए तो जेल में हैं। और इस विडियो में बोल रहा है वो रामपाल है क्या।तेरा बाप का ज्ञान को बोल रहा है। जेल के अंदर से सच्चा ज्ञान बोल रहा है। और कहता है सब ज्ञान झूठ है।
@@aneshwarrajak3953 yah Rampal ka Jaal hai Rampal jail mein chala Gaya ab Gaddi sambhalne ki hone lagi tuti futi now ko kaise kinara lagaya jaaye har kuchh bol Raha hai Janata ko bilkul bilkul chutiya samajh Rakha hai aur Bhagat chutiya heavy
The great cyren Sant Rampal ji maharaj
बहुत ही अच्छा लगा
Jagatguru tatvadarshi sant rampal ji mahraj ki Jay ho
बहुत अच्छे भाई जी कृपया करके 12वे पंथ में हंसमूनी कालदूत कौन है इस पे भी एक विडियो बनाएँ । धन्यवाद ।।
Rampal Kal ka Pakka jamdoot hai
Anmol Gyan
कबीर परमेश्वर का सबस बडा दुश्मन रंभदूत मदनपति है यह सपषट हो गया है कयोंकि
सभी वेद शास्त्रों में प्रमाण है की सतगुरु वही होता है जिसको सभी शास्त्रों का ज्ञान हो और शास्त्रों को आधार मानकर जो भक्ति करता है और कर आता है वही पूर्ण संत होता है और वह पूर्ण संत तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं |
अधिक जानकारी के लिए देखें शाम साधना चैनल पर 7: 30 से 8: 30 तक
शास्त्र अनुसार साधना सतगुरु संन्त रामपाल जी महाराज जी दे रहे हैं। जिससे मोक्ष की प्राप्ति होगी।मदन पंन्थ काल बृह्म के द्वारा चलाया गया है इससे बचने के लिए पढ़ें पुस्तक "जीने की राह" देखें साधना टीवी शाम 7 :30 से 8:30 तक रोजाना।
किस शास्त्र के अनुसार भक्ति दे रहे हैं पता तो तुम्हें भी नहीं सुनी सुनाई बातों पर विश्वास करने से मोक्ष नहीं नर्क मिलता है
Manbodhan Das वेद पुराण शास्त्र तेरा बाप का बनाया हुआ चौरासी कि जाल है। ब्रह्मा विष्णु महेश का जाल है। चलते रहो नरक में नहीं तो सुना हो जाएगा। नरक क्या है जन्म और मृत्यु है। काल निरंजन का पुत्र ब्रह्मा विष्णु महेश है। आदिशक्ति मां है उन्हीं की बनाया गया वेद शास्त्र है जिसको तुम सच्चे मानते हो न कबीर साहब जी ने कही पर वेद शास्त्र कि और देवी-देवताओं की पूजा नाम स्मरण करने के लिए नहीं कहा है कोई भी किताब में देख लेना। रामपाल ढोंगी बाबा और काल का भेजा दूत है । इसलिए इन देवी-देवताओं कि पिछले नाम स्मरण करवाता है। और कबीर साहब जी के नाम लेकर जीवों पर छल कर रहा है। दामाखेड़ा वाले सही है।
@@aneshwarrajak3953 ved kateb juhte nahi jutha vo jo na vichre sadhana channel par har roj sham ko 07.30 to 08.30 jurur sunye
@Kñôw RèáL GöD. यही बात हम तुमसे पूछना चाहतें हैं कि जब कोई बुक दिखाते हैं तो लिखा तो कुछ होता है रामपाल कुछ और ही पढ़ रहा होता है
इसलिए मतलब तुम्हें शायद पढ़ना नहीं आता या फिर मोतियाबिंद हो सकता है
अब तक तुम लोगों में से कौन कौन रामपाल के दास है और कौन छोड़ चुका है कृप्या बताईए
Sat Sahib
Jyy ho Bandichod Malik 🙏😢
Bandhua majdoor kis ko chodne ki baat karte ho🤔🤔🤔
बिल्कुल सही कह रहे हैं
इनको मदन पंथी मत कहो इनको सीधा शेख तकी कहो सत साहिब जी
Lok alok sab sabdh hai bhai Jin Jana tin sansay jai
लास्ट की 2 लाइनों में तो रंडपल फिट बैठ रहा है,,जैसे रंडपल ने खुद को कबीर बोला,,ओर कबीर खुद कबीर को 5 तत्वो में फंसा बताया,,जैसे कहता था कि खुद कबीर जी मेरे शरीर मे आये हुए है
जय हो गुरु देव की
मदनपती पंथ इतना बड़ा
कपटी है
संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान अनमोल है
जय हो
मदन पंथ का परदा फाश ।
Sant rampal Ji maharaj is real God.
सच कहा आपने
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज की जय हो हे परमात्मा काल के दूत्त सेहम जीबो को बचा के रहा ना बंदी छोड़
वर्तमान समय में शास्त्र अनुकूल भक्ति बता रहे हैं संत रामपाल जी महाराज
Sat saheb ji
आप लोगो को भरमाओ मत अभी रामपाल जी का पोल खुल चूका है मदन पंथ ही सच्चा पंथ है अंकुरि जिव आपके फंदे से निकल रहे है सबसे ज्यादा रामपाल पंथ वाले लोग जाग रहे है
आप लोगों को यही नहीं पता कि कबीर साहब कौन हैं संत रामपाल जी महाराज जी ने कहा है वेदों में प्रमाण है कबीर साहब भगवान हैं जबकि आप कबीर साहब को तो कुछ मानते ही नहीं सब साहिब जी
शब्दभेदी पाखी सतगुरु बंदी छोड़ नितिन दास की सदा ही जय हो साहिब बंदगी सतनाम