दादा जी स्व श्री लाखाराम जी ने इस संसार से विदा लेते वक्त एक बात बहुत ही अच्छी कहीं थी। जैसी संगत वैसी ही बरगत।। जैसा कर्म वैसा धर्म।।जैसी करनी वैसी भरनी।। जैसा काम वैसा नाम।। इस मायावी संसार में इन्सान का जिसका जैसा "चरित्र" होता है। उसका जीवन में वैसा ही "मित्र" होता है। ।। इस संसार में ,,शुद्धता" होती हैं इन्सान के "विचारों ,,में आदमी" कब समाज में "पवित्र" होता है।।। माली के बाग़ में सदैव फूलो में भी कीड़े-मकोड़े पाये जाते हैं पत्थरों में भी हीरे पाये जाते हैं। फुल की अपनी सुरक्षा के लिए भगवान ने कांट दिया है। मनुष्य प्राणी कांटों को छोड़कर बाग़ में से फुल फुल तोड़ लेता है।।। संसार में इन्सान मनुष्य जीवन प्राणी बुराई को छोड़ अच्छाई देखिये तो सही नर में भी नारायण पाये जाते हैं। नारी शक्ति में भी लक्ष्मी पाईं जाती है।।। मैं आज़ तक इस संसार में आप लोगो के साथ हूँ ये मेरा भाग्य है पर आप इस संसार में मेरे साथ है यह मेरा सौभाग्य है। संसार में मिलना बिछड़ना जन्म मृत्यु किसी से जुड़ना बिछड़ना आना जाना तो सब कुछ परम् पिता परमेश्वर के अधीन है।।। अंकित लाइन जैसे चरित्र वैसे मित्र
सेवा राम जी लालाप
जय हो❤❤🎉🎉
Nice😍
नाईस बहुत सुन्दर है
बहुत सुन्दर भजन
Jai ho chuki bai guru ji ki
बहुत अछा भजन
Jay hooo jay
राम जी राम
दादा जी स्व श्री लाखाराम जी ने इस संसार से विदा लेते वक्त एक बात बहुत ही अच्छी कहीं थी। जैसी संगत वैसी ही बरगत।। जैसा कर्म वैसा धर्म।।जैसी करनी वैसी भरनी।। जैसा काम वैसा नाम।।
इस मायावी संसार में इन्सान का जिसका जैसा "चरित्र" होता है।
उसका जीवन में वैसा ही "मित्र" होता है। ।।
इस संसार में ,,शुद्धता" होती हैं इन्सान के "विचारों ,,में
आदमी" कब समाज में "पवित्र" होता है।।।
माली के बाग़ में सदैव फूलो में भी कीड़े-मकोड़े पाये जाते हैं पत्थरों में भी हीरे पाये जाते हैं। फुल की अपनी सुरक्षा के लिए भगवान ने कांट दिया है। मनुष्य प्राणी कांटों को छोड़कर बाग़ में से फुल फुल तोड़ लेता है।।।
संसार में इन्सान मनुष्य जीवन प्राणी बुराई को छोड़ अच्छाई देखिये तो सही नर में भी नारायण पाये जाते हैं। नारी शक्ति में भी लक्ष्मी पाईं जाती है।।।
मैं आज़ तक इस संसार में आप लोगो के साथ हूँ ये मेरा भाग्य है
पर आप इस संसार में मेरे साथ है यह मेरा सौभाग्य है। संसार में मिलना बिछड़ना जन्म मृत्यु किसी से जुड़ना बिछड़ना आना जाना तो सब कुछ परम् पिता परमेश्वर के अधीन है।।।
अंकित लाइन
जैसे चरित्र वैसे मित्र
बहुत ही सुन्दर
दिन में एक बार तो सुनता ही हूं
Gajb
आनन्द आ गया भजन मे
Super
Jay ho
Good
आप की आवाज मे स्वम सरस्वती विराजमान है
Jay.gurudev.ki
आनन्द आ गया
Super ji
Bhajan me ad hata do nice bhajan
Hii
Fully Enjoy
Super
बहुत अछा भजन