🌾गीता जी अध्याय 3 के श्लोक 35 में कहा गया है कि दूसरों की दिखावटी घटिया साधना से अपनी शास्त्र विधि अनुसार साधना अच्छी है। वर्तमान में शास्त्र अनुकूल साधना संत रामपाल जी महाराज के पास है। उनसे नाम दीक्षा ग्रहण कीजिए और सद्भक्ति करके भगवान को प्राप्त कीजिए। 🌾गीता अध्याय 7 श्लोक 12 से 15 में कहा है कि तीनों प्रभुओं के पुजारी राक्षस स्वभाव को धारण किए हुए मनुष्यों में नीच, शास्त्र विरुद्ध साधना रूपी दुष्कर्म करने वाले मूर्ख हैं। फिर वास्तव में किसकी भक्ति करनी चाहिए जिससे हम वास्तविक भगवान को प्राप्त कर सकते हैं? जानने के लिए अवश्य पढिए पुस्तक "ज्ञान गंगा"। 🌾कबीर, जीवन तो थोड़ा ही भला, जै सत सुमरन होय। लाख बरस का जीवना, लेखे धरै ना कोय।। सत्य साधना बिना बहुत लंबी उम्र हमारे कोई काम नहीं आएगी क्योंकि इस लोक में दुख ही दुख है। पूर्ण संत से नाम उपदेश लेकर नाम की कमाई करके हम सतलोक के अधिकारी हो सकते हैं। वर्तमान में वह पूर्ण संत रामपाल जी महाराज हैं। 🌾मानव जीवन का मूल उद्देश्य "भक्ति से भगवान" तक जाकर पूर्ण मोक्ष पाना है। जो की सिर्फ संत रामपालजी महाराज द्वारा बताई शास्त्रानुसार सत्य साधना करने से ही संभव है। भक्ति से भगवान तक पहुँचने का शास्त्रानुकूल मार्ग जानने के लिए देखें साधना चैनल शाम 07:30 बजे। 🌾भक्तिहीन प्राणी को यम के दूत पकड़कर ले जाते हैं और नरक मे डाल देते हैं। नरक के बाद वे प्राणी चौरासी लाख योनियों में जाते हैं। अगर आपको इन सब दुखों से बचना है तो सतभक्ति करो। वर्तमान में सतभक्ति संत रामपाल जी महाराज जी ही दे रहे हैं। जिससे सभी प्रकार के रोग कष्ट दूर होते हैं। 🌾पवित्र गीता में भी लिखा है, यही आदेश वेदों में भी है कि सतभक्ति करना जरूरी है। यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 15 में कहा है कि ओम नाम का स्मरण कार्य करते-करते करो, विशेष तड़प के साथ स्मरण करो, मनुष्य जीवन का मूल उद्देश्य जानकर स्मरण करो।
और फिर एकबार...... मैं अपने आखों की अश्रुधारा को नही रोक पाया, हे प्रभु इतनी क्षमता देना कि आपसे निहस्वर्थ प्रेम करने की इच्छा दिन - प्रतिदिन प्रबल होता जाए।
भक्ति से भगवान तक पहुँचने का शास्त्रानुकूल मार्ग सिर्फ तत्वदर्शी संत ही बता सकते हैं। श्रीमदभगवत गीता अध्याय 15 श्लोक 1 से 4 तथा 16,17 में कहा है कि यह संसार ऐसा है जैसे पीपल का वृक्ष है। जो संत इस संसार रूपी पीपल के वृक्ष की जड़ों से लेकर तीनों गुणों रूपी शाखाओं तक सर्वांग भिन्न-भिन्न बता देता है। वह संत वेद के तात्पर्य को जानने वाला है अर्थात् वह तत्वदर्शी संत है। जो की वर्तमान में सिर्फ संत रामपालजी महाराज हैं। 🌾सूक्ष्मवेद में कहा है:- “यह संसार समझदा नाहीं, कहंदा शाम दुपहरे नूँ। गरीबदास यह वक्त जात है, रोवोगे इस पहरे नूँ।।” आध्यात्मिक ज्ञान के अभाव से परमात्मा के विधान से परीचित न होने के कारण यह प्राणी इस दुःखों के घर संसार में महान कष्ट झेल रहा है और इसी को सुख स्थान मान रहा है। भक्ति से भगवान तक जाने का शास्त्रानुकूल मार्ग जानें जिससे परम शांति, सुख व मोक्ष की प्राप्ति होगी, देखें साधना चैनल शाम 7:30 पर। 🌾अध्यात्म में मूल रूप से पूजा, पूज्य, साधक तथा साधना शब्द आते हैं जिनको जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ने विस्तार से समझाया है और भक्ति से भगवान तक की राह बताई है। 🌾समाज में जो साधना प्रचलित है वह ना तो परमात्मा को पाने की है और ना ही वह मानसिक शांति दे सकती है। ना ही उससे कर्म की मार समाप्त हो सकती है। तो वह कौन सी साधना है जिससे हम भक्ति करके भगवान को प्राप्त हो सकते हैं। जानने के लिए अवश्य देखिए साधना चैनल शाम 07:30 बजे। 🌾गीता जी में तीन प्रकार के भगवान बताए गए हैं - क्षर पुरुष, अक्षर पुरुष, परम अक्षर पुरुष। परम अक्षर पुरुष ही परमात्मा सतपुरुष हैं। उनकी भक्ति करने से कर्मों की मार समाप्त होकर मानसिक शांति व पूर्ण मोक्ष मिलता है। 🌾गीता जी अध्याय 3 के श्लोक 35 में कहा गया है कि दूसरों की दिखावटी घटिया साधना से अपनी शास्त्र विधि अनुसार साधना अच्छी है। वर्तमान में शास्त्र अनुकूल साधना संत रामपाल जी महाराज के पास है। उनसे नाम दीक्षा ग्रहण कीजिए और सद्भक्ति करके भगवान को प्राप्त कीजिए। 🌾गीता अध्याय 7 श्लोक 12 से 15 में कहा है कि तीनों प्रभुओं के पुजारी राक्षस स्वभाव को धारण किए हुए मनुष्यों में नीच, शास्त्र विरुद्ध साधना रूपी दुष्कर्म करने वाले मूर्ख हैं। फिर वास्तव में किसकी भक्ति करनी चाहिए जिससे हम वास्तविक भगवान को प्राप्त कर सकते हैं? जानने के लिए अवश्य पढिए पुस्तक "ज्ञान गंगा"।
भक्ति से भगवान तक पहुँचने का शास्त्रानुकूल मार्ग सिर्फ तत्वदर्शी संत ही बता सकते हैं। श्रीमदभगवत गीता अध्याय 15 श्लोक 1 से 4 तथा 16,17 में कहा है कि यह संसार ऐसा है जैसे पीपल का वृक्ष है। जो संत इस संसार रूपी पीपल के वृक्ष की जड़ों से लेकर तीनों गुणों रूपी शाखाओं तक सर्वांग भिन्न-भिन्न बता देता है। वह संत वेद के तात्पर्य को जानने वाला है अर्थात् वह तत्वदर्शी संत है। जो की वर्तमान में सिर्फ संत रामपालजी महाराज हैं। 🌾सूक्ष्मवेद में कहा है:- “यह संसार समझदा नाहीं, कहंदा शाम दुपहरे नूँ। गरीबदास यह वक्त जात है, रोवोगे इस पहरे नूँ।।” आध्यात्मिक ज्ञान के अभाव से परमात्मा के विधान से परीचित न होने के कारण यह प्राणी इस दुःखों के घर संसार में महान कष्ट झेल रहा है और इसी को सुख स्थान मान रहा है। भक्ति से भगवान तक जाने का शास्त्रानुकूल मार्ग जानें जिससे परम शांति, सुख व मोक्ष की प्राप्ति होगी, देखें साधना चैनल शाम 7:30 पर। 🌾अध्यात्म में मूल रूप से पूजा, पूज्य, साधक तथा साधना शब्द आते हैं जिनको जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ने विस्तार से समझाया है और भक्ति से भगवान तक की राह बताई है। 🌾समाज में जो साधना प्रचलित है वह ना तो परमात्मा को पाने की है और ना ही वह मानसिक शांति दे सकती है। ना ही उससे कर्म की मार समाप्त हो सकती है। तो वह कौन सी साधना है जिससे हम भक्ति करके भगवान को प्राप्त हो सकते हैं। जानने के लिए अवश्य देखिए साधना चैनल शाम 07:30 बजे। 🌾गीता जी में तीन प्रकार के भगवान बताए गए हैं - क्षर पुरुष, अक्षर पुरुष, परम अक्षर पुरुष। परम अक्षर पुरुष ही परमात्मा सतपुरुष हैं। उनकी भक्ति करने से कर्मों की मार समाप्त होकर मानसिक शांति व पूर्ण मोक्ष मिलता है। 🌾गीता जी अध्याय 3 के श्लोक 35 में कहा गया है कि दूसरों की दिखावटी घटिया साधना से अपनी शास्त्र विधि अनुसार साधना अच्छी है। वर्तमान में शास्त्र अनुकूल साधना संत रामपाल जी महाराज के पास है। उनसे नाम दीक्षा ग्रहण कीजिए और सद्भक्ति करके भगवान को प्राप्त कीजिए। 🌾गीता अध्याय 7 श्लोक 12 से 15 में कहा है कि तीनों प्रभुओं के पुजारी राक्षस स्वभाव को धारण किए हुए मनुष्यों में नीच, शास्त्र विरुद्ध साधना रूपी दुष्कर्म करने वाले मूर्ख हैं। फिर वास्तव में किसकी भक्ति करनी चाहिए जिससे हम वास्तविक भगवान को प्राप्त कर सकते हैं? जानने के लिए अवश्य पढिए पुस्तक "ज्ञान गंगा"।
देवी जी आपकी शादी माधव जी से हो ग ई है जोड़ी सलामत रहे और आप राधा रानी जी की भक्ति में लीन रहतीं हैं इसलिए भगवान माधव के रूप में आपको मिल गये बड़ी खुशी हुई बहुत बढ़िया जोड़ी अमर रहे
अपने वह नहीं जो रोने पर आता है। अपने वह होते हैं जो रोने नहीं देते। शिकायत तो बहुत है तुज़से ऐ जिंदगी लेकिन तूने जो कुछ दिया वो भी बहुतों को नसीब नहीं होता कहीं लोग हंस कर दर्द छुपाता है और कहीं लोग रो कर दिल बहलाते हैं
भक्ति से भगवान तक पहुँचने का शास्त्रानुकूल मार्ग सिर्फ तत्वदर्शी संत ही बता सकते हैं। श्रीमदभगवत गीता अध्याय 15 श्लोक 1 से 4 तथा 16,17 में कहा है कि यह संसार ऐसा है जैसे पीपल का वृक्ष है। जो संत इस संसार रूपी पीपल के वृक्ष की जड़ों से लेकर तीनों गुणों रूपी शाखाओं तक सर्वांग भिन्न-भिन्न बता देता है। वह संत वेद के तात्पर्य को जानने वाला है अर्थात् वह तत्वदर्शी संत है। जो की वर्तमान में सिर्फ संत रामपालजी महाराज हैं। 🌾सूक्ष्मवेद में कहा है:- “यह संसार समझदा नाहीं, कहंदा शाम दुपहरे नूँ। गरीबदास यह वक्त जात है, रोवोगे इस पहरे नूँ।।” आध्यात्मिक ज्ञान के अभाव से परमात्मा के विधान से परीचित न होने के कारण यह प्राणी इस दुःखों के घर संसार में महान कष्ट झेल रहा है और इसी को सुख स्थान मान रहा है। भक्ति से भगवान तक जाने का शास्त्रानुकूल मार्ग जानें जिससे परम शांति, सुख व मोक्ष की प्राप्ति होगी, देखें साधना चैनल शाम 7:30 पर। 🌾अध्यात्म में मूल रूप से पूजा, पूज्य, साधक तथा साधना शब्द आते हैं जिनको जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ने विस्तार से समझाया है और भक्ति से भगवान तक की राह बताई है। 🌾समाज में जो साधना प्रचलित है वह ना तो परमात्मा को पाने की है और ना ही वह मानसिक शांति दे सकती है। ना ही उससे कर्म की मार समाप्त हो सकती है। तो वह कौन सी साधना है जिससे हम भक्ति करके भगवान को प्राप्त हो सकते हैं। जानने के लिए अवश्य देखिए साधना चैनल शाम 07:30 बजे। 🌾गीता जी में तीन प्रकार के भगवान बताए गए हैं - क्षर पुरुष, अक्षर पुरुष, परम अक्षर पुरुष। परम अक्षर पुरुष ही परमात्मा सतपुरुष हैं। उनकी भक्ति करने से कर्मों की मार समाप्त होकर मानसिक शांति व पूर्ण मोक्ष मिलता है। 🌾गीता जी अध्याय 3 के श्लोक 35 में कहा गया है कि दूसरों की दिखावटी घटिया साधना से अपनी शास्त्र विधि अनुसार साधना अच्छी है। वर्तमान में शास्त्र अनुकूल साधना संत रामपाल जी महाराज के पास है। उनसे नाम दीक्षा ग्रहण कीजिए और सद्भक्ति करके भगवान को प्राप्त कीजिए। 🌾गीता अध्याय 7 श्लोक 12 से 15 में कहा है कि तीनों प्रभुओं के पुजारी राक्षस स्वभाव को धारण किए हुए मनुष्यों में नीच, शास्त्र विरुद्ध साधना रूपी दुष्कर्म करने वाले मूर्ख हैं। फिर वास्तव में किसकी भक्ति करनी चाहिए जिससे हम वास्तविक भगवान को प्राप्त कर सकते हैं? जानने के लिए अवश्य पढिए पुस्तक "ज्ञान गंगा"।
Prem ki kahani hai , pure vishwa ko sunani hai , ashru se bhari aankhe hai or gita ki zubaani hai.!! Pure gita me nahi h shri radha ka naam lekin ant m hum radhe radhe hi kehte h yahi to prem hai .. hey priyeshwari radhe hum aapke sharan m aate h.!! Radhe radhe. 💖💐💐
Prem ki kahani hai. Pure Vishva Ko sunani hai Ashu se Bhari Aankhen hey aur Geeta ki jubani hai!! Puri Geeta mein nahin hai Shri Radha ka Naam lekin ant mein Shri Radhe Radhe kahate Hain yahi pyar hai kya
भक्ति से भगवान तक पहुँचने का शास्त्रानुकूल मार्ग सिर्फ तत्वदर्शी संत ही बता सकते हैं। श्रीमदभगवत गीता अध्याय 15 श्लोक 1 से 4 तथा 16,17 में कहा है कि यह संसार ऐसा है जैसे पीपल का वृक्ष है। जो संत इस संसार रूपी पीपल के वृक्ष की जड़ों से लेकर तीनों गुणों रूपी शाखाओं तक सर्वांग भिन्न-भिन्न बता देता है। वह संत वेद के तात्पर्य को जानने वाला है अर्थात् वह तत्वदर्शी संत है। जो की वर्तमान में सिर्फ संत रामपालजी महाराज हैं। 🌾सूक्ष्मवेद में कहा है:- “यह संसार समझदा नाहीं, कहंदा शाम दुपहरे नूँ। गरीबदास यह वक्त जात है, रोवोगे इस पहरे नूँ।।” आध्यात्मिक ज्ञान के अभाव से परमात्मा के विधान से परीचित न होने के कारण यह प्राणी इस दुःखों के घर संसार में महान कष्ट झेल रहा है और इसी को सुख स्थान मान रहा है। भक्ति से भगवान तक जाने का शास्त्रानुकूल मार्ग जानें जिससे परम शांति, सुख व मोक्ष की प्राप्ति होगी, देखें साधना चैनल शाम 7:30 पर। 🌾अध्यात्म में मूल रूप से पूजा, पूज्य, साधक तथा साधना शब्द आते हैं जिनको जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ने विस्तार से समझाया है और भक्ति से भगवान तक की राह बताई है। 🌾समाज में जो साधना प्रचलित है वह ना तो परमात्मा को पाने की है और ना ही वह मानसिक शांति दे सकती है। ना ही उससे कर्म की मार समाप्त हो सकती है। तो वह कौन सी साधना है जिससे हम भक्ति करके भगवान को प्राप्त हो सकते हैं। जानने के लिए अवश्य देखिए साधना चैनल शाम 07:30 बजे। 🌾गीता जी में तीन प्रकार के भगवान बताए गए हैं - क्षर पुरुष, अक्षर पुरुष, परम अक्षर पुरुष। परम अक्षर पुरुष ही परमात्मा सतपुरुष हैं। उनकी भक्ति करने से कर्मों की मार समाप्त होकर मानसिक शांति व पूर्ण मोक्ष मिलता है। 🌾गीता जी अध्याय 3 के श्लोक 35 में कहा गया है कि दूसरों की दिखावटी घटिया साधना से अपनी शास्त्र विधि अनुसार साधना अच्छी है। वर्तमान में शास्त्र अनुकूल साधना संत रामपाल जी महाराज के पास है। उनसे नाम दीक्षा ग्रहण कीजिए और सद्भक्ति करके भगवान को प्राप्त कीजिए। 🌾गीता अध्याय 7 श्लोक 12 से 15 में कहा है कि तीनों प्रभुओं के पुजारी राक्षस स्वभाव को धारण किए हुए मनुष्यों में नीच, शास्त्र विरुद्ध साधना रूपी दुष्कर्म करने वाले मूर्ख हैं। फिर वास्तव में किसकी भक्ति करनी चाहिए जिससे हम वास्तविक भगवान को प्राप्त कर सकते हैं? जानने के लिए अवश्य पढिए पुस्तक "ज्ञान गंगा"।
Jai jai shre Radhe krishn ...itna sunder verdan aapko mae Asher aa Gael....aesa lag raha kese ki hum wahi pahuch gae ..jai ho katha Kehne wallop ki ..man mae annand ho
💕💕यह तो प्रेम की बात है उधो बंदगी तेरे बस की नहीं है प्रेम वालों ने कब वक्त पूछा उनकी पूजा में सुन ले उधो राधे राधे देवी चित्रलेखा जी आपके चरणो में कोटि कोटि प्रणाम प्यार भरा राधे राधे💕💕
रोम बृक्ष तन में है उपजा नहि जानत तन वेद बताऊं लोमुश सैंडिल ची नहीं पाए गौतम विषमता ना जन्हू गुरु बाशिस्ट धाज चरण पखार जो हृदय पर लेट जमाए गुरु सुकरा सजीव जाना एक आंख दियो शिव नामा।ब्रह्मा वेध रचे सुख दाई ,भाव पुनी राशि टिक पाए।है श्री राधे वो जाने जो जनवे सुख दुख के समृद्ध खुद को पाई। राधे राधे।
कितना शांत है आपका मन
कितना कोमल है आपका हृदय
कितनी मिठास है आपकी आवाज में
कितनी गहराई है आपकी बातों में
जय श्री कृष्णा🙏🙏🙏🙏
🌾गीता जी अध्याय 3 के श्लोक 35 में कहा गया है कि दूसरों की दिखावटी घटिया साधना से अपनी शास्त्र विधि अनुसार साधना अच्छी है।
वर्तमान में शास्त्र अनुकूल साधना संत रामपाल जी महाराज के पास है।
उनसे नाम दीक्षा ग्रहण कीजिए और सद्भक्ति करके भगवान को प्राप्त कीजिए।
🌾गीता अध्याय 7 श्लोक 12 से 15 में कहा है कि तीनों प्रभुओं के पुजारी राक्षस स्वभाव को धारण किए हुए मनुष्यों में नीच, शास्त्र विरुद्ध साधना रूपी दुष्कर्म करने वाले मूर्ख हैं।
फिर वास्तव में किसकी भक्ति करनी चाहिए जिससे हम वास्तविक भगवान को प्राप्त कर सकते हैं? जानने के लिए अवश्य पढिए पुस्तक "ज्ञान गंगा"।
🌾कबीर, जीवन तो थोड़ा ही भला, जै सत सुमरन होय।
लाख बरस का जीवना, लेखे धरै ना कोय।।
सत्य साधना बिना बहुत लंबी उम्र हमारे कोई काम नहीं आएगी क्योंकि इस लोक में दुख ही दुख है।
पूर्ण संत से नाम उपदेश लेकर नाम की कमाई करके हम सतलोक के अधिकारी हो सकते हैं। वर्तमान में वह पूर्ण संत रामपाल जी महाराज हैं।
🌾मानव जीवन का मूल उद्देश्य "भक्ति से भगवान" तक जाकर पूर्ण मोक्ष पाना है।
जो की सिर्फ संत रामपालजी महाराज द्वारा बताई शास्त्रानुसार सत्य साधना करने से ही संभव है।
भक्ति से भगवान तक पहुँचने का शास्त्रानुकूल मार्ग जानने के लिए देखें साधना चैनल शाम 07:30 बजे।
🌾भक्तिहीन प्राणी को यम के दूत पकड़कर ले जाते हैं और नरक मे डाल देते हैं। नरक के बाद वे प्राणी चौरासी लाख योनियों में जाते हैं। अगर आपको इन सब दुखों से बचना है तो सतभक्ति करो। वर्तमान में सतभक्ति संत रामपाल जी महाराज जी ही दे रहे हैं। जिससे सभी प्रकार के रोग कष्ट दूर होते हैं।
🌾पवित्र गीता में भी लिखा है, यही आदेश वेदों में भी है कि सतभक्ति करना जरूरी है। यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 15 में कहा है कि ओम नाम का स्मरण कार्य करते-करते करो, विशेष तड़प के साथ स्मरण करो, मनुष्य जीवन का मूल उद्देश्य जानकर स्मरण करो।
@@yp6397kkjj kar la
@@yp6397mpp😊😊
❤❤❤❤@@yp6397
आप रामपाल जी के ऐजेंट जान पड़ते हो😊
आंसू नहीं रुकते देवी जी आप के कथनों में भाव ही ऐसा है ❤ हरे कृष्णा ❤
उनकी विरह की वेदना महसूस कर पा रही हूं आपके शब्दों से । उनके जो बिछड़ने का दर्द है वो बहुत ही गहरा है। हरे कृष्ण 😢
जी
और फिर एकबार...... मैं अपने आखों की अश्रुधारा को नही रोक पाया, हे प्रभु इतनी क्षमता देना कि आपसे निहस्वर्थ प्रेम करने की इच्छा दिन - प्रतिदिन प्रबल होता जाए।
😢
हे राधे😢😢😢😢।।।।
@@Harshatripathi2:28
Bhut ache bhai
Radhe Radhe 😢
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेवा
आपके श्री चरणों में हमारा कोटिश वंदन 🙏 जय श्री राधे राधे 🙏 आपकी वाणी सुनकर रोम रोम रोम संत हो गया 🙏 जय श्री कृष्ण जी 🙏
प्रेम देवी पार्वती जैसा हो जिसने अपना सर्वस्व त्याग कर कैलाश को घर बनाया ।।एक सच्चे प्रेम के कारण देवी पार्वती जी ने मेरे भगवान शिव को अपनाया 🙏
Bhai Radha Laxmi Parvati sita ak hi Devi hai🙏🙏
Mere man ki baat aap BOL diye bhaiya🙏🙏🙏🕉️🕉️🕉️
😭😭Radhe Radhe, दिल दूर होने पर भी ये प्रेम की पीड़ा कभी कम नहीं होती।
जय गुरूमाता😊
आपकी वाणी और प्रेम कथा सुनने पर मानो
मेरा मन पूरी तरह विरह से भर गया।
😂🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे ❤❤❤❤❤
3:23
ॐ राधे राधेश्याम सीताराम ॐ शिवपर्वती
ॐ लक्ष्मीनारायण ॐ ब्रह्मासरस्वती राधे मां
ॐ समस्त गोप गोपिका नमो नमः कृपा करो
जय अखंड भारत🚩🇮🇳
जय श्री राधाकृष्ण 🙏❤
रुला दिया😢😢😢
देवी जी अपने
हे राधे
Rulaya nahi hai bhagvat rasa amrat ka rsaswadan karaya hai jise chakhne ke liye devta bhi taras te hai yah to aap par shri ji ki krapa hai 🙏
👌"Prem ki Pida"!?👌Explaining By Devi Chitralekha ji 👌 Heart touching Voice 👌 😍
भक्ति से भगवान तक पहुँचने का शास्त्रानुकूल मार्ग सिर्फ तत्वदर्शी संत ही बता सकते हैं।
श्रीमदभगवत गीता अध्याय 15 श्लोक 1 से 4 तथा 16,17 में कहा है कि यह संसार ऐसा है जैसे पीपल का वृक्ष है। जो संत इस संसार रूपी पीपल के वृक्ष की जड़ों से लेकर तीनों गुणों रूपी शाखाओं तक सर्वांग भिन्न-भिन्न बता देता है। वह संत वेद के तात्पर्य को जानने वाला है अर्थात् वह तत्वदर्शी संत है। जो की वर्तमान में सिर्फ संत रामपालजी महाराज हैं।
🌾सूक्ष्मवेद में कहा है:-
“यह संसार समझदा नाहीं, कहंदा शाम दुपहरे नूँ।
गरीबदास यह वक्त जात है, रोवोगे इस पहरे नूँ।।”
आध्यात्मिक ज्ञान के अभाव से परमात्मा के विधान से परीचित न होने के कारण यह प्राणी इस दुःखों के घर संसार में महान कष्ट झेल रहा है और इसी को सुख स्थान मान रहा है।
भक्ति से भगवान तक जाने का शास्त्रानुकूल मार्ग जानें जिससे परम शांति, सुख व मोक्ष की प्राप्ति होगी, देखें साधना चैनल शाम 7:30 पर।
🌾अध्यात्म में मूल रूप से पूजा, पूज्य, साधक तथा साधना शब्द आते हैं जिनको जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ने विस्तार से समझाया है और भक्ति से भगवान तक की राह बताई है।
🌾समाज में जो साधना प्रचलित है वह ना तो परमात्मा को पाने की है और ना ही वह मानसिक शांति दे सकती है। ना ही उससे कर्म की मार समाप्त हो सकती है।
तो वह कौन सी साधना है जिससे हम भक्ति करके भगवान को प्राप्त हो सकते हैं।
जानने के लिए अवश्य देखिए साधना चैनल शाम 07:30 बजे।
🌾गीता जी में तीन प्रकार के भगवान बताए गए हैं - क्षर पुरुष, अक्षर पुरुष, परम अक्षर पुरुष।
परम अक्षर पुरुष ही परमात्मा सतपुरुष हैं। उनकी भक्ति करने से कर्मों की मार समाप्त होकर मानसिक शांति व पूर्ण मोक्ष मिलता है।
🌾गीता जी अध्याय 3 के श्लोक 35 में कहा गया है कि दूसरों की दिखावटी घटिया साधना से अपनी शास्त्र विधि अनुसार साधना अच्छी है।
वर्तमान में शास्त्र अनुकूल साधना संत रामपाल जी महाराज के पास है।
उनसे नाम दीक्षा ग्रहण कीजिए और सद्भक्ति करके भगवान को प्राप्त कीजिए।
🌾गीता अध्याय 7 श्लोक 12 से 15 में कहा है कि तीनों प्रभुओं के पुजारी राक्षस स्वभाव को धारण किए हुए मनुष्यों में नीच, शास्त्र विरुद्ध साधना रूपी दुष्कर्म करने वाले मूर्ख हैं।
फिर वास्तव में किसकी भक्ति करनी चाहिए जिससे हम वास्तविक भगवान को प्राप्त कर सकते हैं? जानने के लिए अवश्य पढिए पुस्तक "ज्ञान गंगा"।
प्रेम में आंनद है तो प्रेम में पीड़ा भी बहुत है।
ये बात एक लाख में एक है।
VERY RIGHT
Hore kershno
Radhe radhe hr hr mahadev g
Aapko sun ke jo sukun milta h...
Wo duniya ke kisi kone me nhi h❤🥺🙏
Yes sister
भक्ति से भगवान तक पहुँचने का शास्त्रानुकूल मार्ग सिर्फ तत्वदर्शी संत ही बता सकते हैं।
श्रीमदभगवत गीता अध्याय 15 श्लोक 1 से 4 तथा 16,17 में कहा है कि यह संसार ऐसा है जैसे पीपल का वृक्ष है। जो संत इस संसार रूपी पीपल के वृक्ष की जड़ों से लेकर तीनों गुणों रूपी शाखाओं तक सर्वांग भिन्न-भिन्न बता देता है। वह संत वेद के तात्पर्य को जानने वाला है अर्थात् वह तत्वदर्शी संत है। जो की वर्तमान में सिर्फ संत रामपालजी महाराज हैं।
🌾सूक्ष्मवेद में कहा है:-
“यह संसार समझदा नाहीं, कहंदा शाम दुपहरे नूँ।
गरीबदास यह वक्त जात है, रोवोगे इस पहरे नूँ।।”
आध्यात्मिक ज्ञान के अभाव से परमात्मा के विधान से परीचित न होने के कारण यह प्राणी इस दुःखों के घर संसार में महान कष्ट झेल रहा है और इसी को सुख स्थान मान रहा है।
भक्ति से भगवान तक जाने का शास्त्रानुकूल मार्ग जानें जिससे परम शांति, सुख व मोक्ष की प्राप्ति होगी, देखें साधना चैनल शाम 7:30 पर।
🌾अध्यात्म में मूल रूप से पूजा, पूज्य, साधक तथा साधना शब्द आते हैं जिनको जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ने विस्तार से समझाया है और भक्ति से भगवान तक की राह बताई है।
🌾समाज में जो साधना प्रचलित है वह ना तो परमात्मा को पाने की है और ना ही वह मानसिक शांति दे सकती है। ना ही उससे कर्म की मार समाप्त हो सकती है।
तो वह कौन सी साधना है जिससे हम भक्ति करके भगवान को प्राप्त हो सकते हैं।
जानने के लिए अवश्य देखिए साधना चैनल शाम 07:30 बजे।
🌾गीता जी में तीन प्रकार के भगवान बताए गए हैं - क्षर पुरुष, अक्षर पुरुष, परम अक्षर पुरुष।
परम अक्षर पुरुष ही परमात्मा सतपुरुष हैं। उनकी भक्ति करने से कर्मों की मार समाप्त होकर मानसिक शांति व पूर्ण मोक्ष मिलता है।
🌾गीता जी अध्याय 3 के श्लोक 35 में कहा गया है कि दूसरों की दिखावटी घटिया साधना से अपनी शास्त्र विधि अनुसार साधना अच्छी है।
वर्तमान में शास्त्र अनुकूल साधना संत रामपाल जी महाराज के पास है।
उनसे नाम दीक्षा ग्रहण कीजिए और सद्भक्ति करके भगवान को प्राप्त कीजिए।
🌾गीता अध्याय 7 श्लोक 12 से 15 में कहा है कि तीनों प्रभुओं के पुजारी राक्षस स्वभाव को धारण किए हुए मनुष्यों में नीच, शास्त्र विरुद्ध साधना रूपी दुष्कर्म करने वाले मूर्ख हैं।
फिर वास्तव में किसकी भक्ति करनी चाहिए जिससे हम वास्तविक भगवान को प्राप्त कर सकते हैं? जानने के लिए अवश्य पढिए पुस्तक "ज्ञान गंगा"।
Yesss
Really
Radhe Radhe ❣️❣️❣️❣️❣️
Jai Jai Shree Radhe Govind ♥️♥️💜💜💛💛💙💙💚💚♥️♥️💜💜💛💛💙💙💚💚❣️❣️❣️❣️❣️❣️
Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe
श्री राधा राधा राधा राधा श्री राधा राधा राधा राधा श्री राधा राधा राधा राधा। आपकी कथा बस सुनते रहे मन कहता है।
🌹🌷जय श्री राधेकृष्ण🌷🌹
🙏🌹नमन कोटी कोटी 🌹🙏
Very heart touching elaboration by Deviji. Radhe Radhe.
कर भला तो हो भला। भारत माता की जय🇮🇳 🙏 जय श्री राम 🙏🙏🙏💐💐💐
मेरे राम जैसा दूसरा कोई नही 💖💖 जय सियाराम 💖💖
જય શ્રી રાધે કૃષ્ણા કો🚩🚩🚩🌹🌹🙏🇮🇳🌹🚩 નવ વર્ષ કી હાર્દિક શુભકામના આપ સભી કો નવરાત્રિ કી હાર્દિક શુભકામના આપ સભી કો 🚩🚩🚩🌹🌹🇮🇳🙏🌺🚩
Meri karunamayi sarkar meri shree radhe 😭❤️
चरण स्पर्श दीदी जी. जय राधा श्याम सुंदर. 🌹🌹🌹🙏💐
इसी सुन्दर चरित्र को सुनने की इच्छा थी🙏
😅😅😅😅😅
*Time does not heal all wounds* *Lord krishna DoEs*
*Jai Shree Radha Krishna* 🙏🙏
राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा 🙏👍👍👍
M0st spiritual And Emotional
Activity By Devi ChitralekhaJi
Many Many Thanks Devi ChitralekhaJi
Jai Mata Di
स्वर्ग कैसा है नही पता प्रभु 🙏 मेरा स्वर्ग सिर्फ तुम हो मेरे राम 💖💖 जय सियाराम 💖💖
देवी जी आपकी शादी माधव जी से हो ग ई है जोड़ी सलामत रहे और आप राधा रानी जी की भक्ति में लीन रहतीं हैं इसलिए भगवान माधव के रूप में आपको मिल गये बड़ी खुशी हुई बहुत बढ़िया जोड़ी अमर रहे
शत शत नमन आपको🙏🙏
राधे-राधे, जय श्री कृष्ण🙏🙏
RADHE. RADHE SHAT SHAT
NAMAN
Wah jai sri radha krisn 👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻
Jay Ho Dil Ko chhune wale words didi
Radhe Radhe.. . Your sonorous sound is the message of lord Krishna to mankind.
Radhe radhe ji...🙏aapke vajah se humne radha valbhv se pyar krna sikha hai..God bless u deviji...😊
Radhe Radhe Chitralekha ❤♥💖ji ❤♥Radhe Radhe Krishnani ❤♥ji ❤♥ati sunder sabse jyada beautiful aapki Katha aur sunder voice Krishna aur Radha ka prem amazing
राधे कृष्णा राधे कृष्णा राधे कृष्णा राधे कृष्णा 🙏🙏🙏🙏🙏
अपने वह नहीं जो रोने पर आता है। अपने वह होते हैं जो रोने नहीं देते। शिकायत तो बहुत है तुज़से ऐ जिंदगी लेकिन तूने जो कुछ दिया वो भी बहुतों को नसीब नहीं होता कहीं लोग हंस कर दर्द छुपाता है और कहीं लोग रो कर दिल बहलाते हैं
True line👍
Jai shree radhe krishna ji Jai shree radhe radhe radhe radhe radhe ji ❤️ se 🙏🙏🙏🙏🙏
Radhey Radhey devi ji 🙏🙏
Jai sheri ram sita ji jai sheri radhe krishna ji🙏🥰
Shree Radha... Shree Radha..
Thnq u sis,mata ji we can't stop tears🙏🏻🌺🌺🌺🌺🙌🏻
भक्ति से भगवान तक पहुँचने का शास्त्रानुकूल मार्ग सिर्फ तत्वदर्शी संत ही बता सकते हैं।
श्रीमदभगवत गीता अध्याय 15 श्लोक 1 से 4 तथा 16,17 में कहा है कि यह संसार ऐसा है जैसे पीपल का वृक्ष है। जो संत इस संसार रूपी पीपल के वृक्ष की जड़ों से लेकर तीनों गुणों रूपी शाखाओं तक सर्वांग भिन्न-भिन्न बता देता है। वह संत वेद के तात्पर्य को जानने वाला है अर्थात् वह तत्वदर्शी संत है। जो की वर्तमान में सिर्फ संत रामपालजी महाराज हैं।
🌾सूक्ष्मवेद में कहा है:-
“यह संसार समझदा नाहीं, कहंदा शाम दुपहरे नूँ।
गरीबदास यह वक्त जात है, रोवोगे इस पहरे नूँ।।”
आध्यात्मिक ज्ञान के अभाव से परमात्मा के विधान से परीचित न होने के कारण यह प्राणी इस दुःखों के घर संसार में महान कष्ट झेल रहा है और इसी को सुख स्थान मान रहा है।
भक्ति से भगवान तक जाने का शास्त्रानुकूल मार्ग जानें जिससे परम शांति, सुख व मोक्ष की प्राप्ति होगी, देखें साधना चैनल शाम 7:30 पर।
🌾अध्यात्म में मूल रूप से पूजा, पूज्य, साधक तथा साधना शब्द आते हैं जिनको जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ने विस्तार से समझाया है और भक्ति से भगवान तक की राह बताई है।
🌾समाज में जो साधना प्रचलित है वह ना तो परमात्मा को पाने की है और ना ही वह मानसिक शांति दे सकती है। ना ही उससे कर्म की मार समाप्त हो सकती है।
तो वह कौन सी साधना है जिससे हम भक्ति करके भगवान को प्राप्त हो सकते हैं।
जानने के लिए अवश्य देखिए साधना चैनल शाम 07:30 बजे।
🌾गीता जी में तीन प्रकार के भगवान बताए गए हैं - क्षर पुरुष, अक्षर पुरुष, परम अक्षर पुरुष।
परम अक्षर पुरुष ही परमात्मा सतपुरुष हैं। उनकी भक्ति करने से कर्मों की मार समाप्त होकर मानसिक शांति व पूर्ण मोक्ष मिलता है।
🌾गीता जी अध्याय 3 के श्लोक 35 में कहा गया है कि दूसरों की दिखावटी घटिया साधना से अपनी शास्त्र विधि अनुसार साधना अच्छी है।
वर्तमान में शास्त्र अनुकूल साधना संत रामपाल जी महाराज के पास है।
उनसे नाम दीक्षा ग्रहण कीजिए और सद्भक्ति करके भगवान को प्राप्त कीजिए।
🌾गीता अध्याय 7 श्लोक 12 से 15 में कहा है कि तीनों प्रभुओं के पुजारी राक्षस स्वभाव को धारण किए हुए मनुष्यों में नीच, शास्त्र विरुद्ध साधना रूपी दुष्कर्म करने वाले मूर्ख हैं।
फिर वास्तव में किसकी भक्ति करनी चाहिए जिससे हम वास्तविक भगवान को प्राप्त कर सकते हैं? जानने के लिए अवश्य पढिए पुस्तक "ज्ञान गंगा"।
Satguru Devi ji ke charno mein koti koti parnam Jay Shri Radhe Jay Shri Radhe Jay Shri Radhe
Radhe Radhe 🙏 hare Krishna 🙏🙇🙇🙇🙇🙇🙇🙇🙇🙇🙇🙇 Radhe Radhe 🙏 jai Didi maa 🙏🙇🙇🙇🙇🎤 bahut Amrit vani 🙇 jai Didi maa 🙏🙇🙇🙇🙇 hare Krishna 🙏
Prem ki kahani hai , pure vishwa ko sunani hai , ashru se bhari aankhe hai or gita ki zubaani hai.!!
Pure gita me nahi h shri radha ka naam lekin ant m hum radhe radhe hi kehte h yahi to prem hai .. hey priyeshwari radhe hum aapke sharan m aate h.!!
Radhe radhe. 💖💐💐
Prem ki kahani hai. Pure Vishva Ko sunani hai Ashu se Bhari Aankhen hey aur Geeta ki jubani hai!!
Puri Geeta mein nahin hai Shri Radha ka Naam lekin ant mein Shri Radhe Radhe kahate Hain yahi pyar hai kya
Devi jee aapki aawaj aur words 💓 touching rahta hai..
Radhe Radhe
Please 🥺 response
भक्ति से भगवान तक पहुँचने का शास्त्रानुकूल मार्ग सिर्फ तत्वदर्शी संत ही बता सकते हैं।
श्रीमदभगवत गीता अध्याय 15 श्लोक 1 से 4 तथा 16,17 में कहा है कि यह संसार ऐसा है जैसे पीपल का वृक्ष है। जो संत इस संसार रूपी पीपल के वृक्ष की जड़ों से लेकर तीनों गुणों रूपी शाखाओं तक सर्वांग भिन्न-भिन्न बता देता है। वह संत वेद के तात्पर्य को जानने वाला है अर्थात् वह तत्वदर्शी संत है। जो की वर्तमान में सिर्फ संत रामपालजी महाराज हैं।
🌾सूक्ष्मवेद में कहा है:-
“यह संसार समझदा नाहीं, कहंदा शाम दुपहरे नूँ।
गरीबदास यह वक्त जात है, रोवोगे इस पहरे नूँ।।”
आध्यात्मिक ज्ञान के अभाव से परमात्मा के विधान से परीचित न होने के कारण यह प्राणी इस दुःखों के घर संसार में महान कष्ट झेल रहा है और इसी को सुख स्थान मान रहा है।
भक्ति से भगवान तक जाने का शास्त्रानुकूल मार्ग जानें जिससे परम शांति, सुख व मोक्ष की प्राप्ति होगी, देखें साधना चैनल शाम 7:30 पर।
🌾अध्यात्म में मूल रूप से पूजा, पूज्य, साधक तथा साधना शब्द आते हैं जिनको जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ने विस्तार से समझाया है और भक्ति से भगवान तक की राह बताई है।
🌾समाज में जो साधना प्रचलित है वह ना तो परमात्मा को पाने की है और ना ही वह मानसिक शांति दे सकती है। ना ही उससे कर्म की मार समाप्त हो सकती है।
तो वह कौन सी साधना है जिससे हम भक्ति करके भगवान को प्राप्त हो सकते हैं।
जानने के लिए अवश्य देखिए साधना चैनल शाम 07:30 बजे।
🌾गीता जी में तीन प्रकार के भगवान बताए गए हैं - क्षर पुरुष, अक्षर पुरुष, परम अक्षर पुरुष।
परम अक्षर पुरुष ही परमात्मा सतपुरुष हैं। उनकी भक्ति करने से कर्मों की मार समाप्त होकर मानसिक शांति व पूर्ण मोक्ष मिलता है।
🌾गीता जी अध्याय 3 के श्लोक 35 में कहा गया है कि दूसरों की दिखावटी घटिया साधना से अपनी शास्त्र विधि अनुसार साधना अच्छी है।
वर्तमान में शास्त्र अनुकूल साधना संत रामपाल जी महाराज के पास है।
उनसे नाम दीक्षा ग्रहण कीजिए और सद्भक्ति करके भगवान को प्राप्त कीजिए।
🌾गीता अध्याय 7 श्लोक 12 से 15 में कहा है कि तीनों प्रभुओं के पुजारी राक्षस स्वभाव को धारण किए हुए मनुष्यों में नीच, शास्त्र विरुद्ध साधना रूपी दुष्कर्म करने वाले मूर्ख हैं।
फिर वास्तव में किसकी भक्ति करनी चाहिए जिससे हम वास्तविक भगवान को प्राप्त कर सकते हैं? जानने के लिए अवश्य पढिए पुस्तक "ज्ञान गंगा"।
रुला दिया आपने
बहोत अच्छा.
A good deed always comes around. Bharat mata ki jai 🇮🇳🙏. Jai Shri Ram 🙏🙏🙏💐💐💐
Mata pita Ko Apne bccho me sanskàr dalna chahiye....inse acchi Katha aur pravachan mere pita ji ne mjhe sikha rkkha h
Shyad aap sanskar ki definition nhi smjhte h....tbhi to aap kisi vyaas se khud ko compare kr rhe h
राधे राधे दीदी बहिन नमन प्रणाम राधे राधे श्री कृष्ण गोबिंद हरे मुरारी है नथनाराया बसूदेबाय ,,❤️❤️🙏🙏
प्रेम जब अन्त हो गया, रोम रोम संत हो गया
Jai shri राधे....
🙏🙏🍌🍌🍉🍉🍒
मैं चित्रलेखा जी से कहूंगा कि इसका विस्तार रूप दर्शाए। जिससे मानो प्रेम की असलियत को समझें।
@@rajkumarbhai7540 mujhe devi ji ko katha bhut pasand hai
Good
जिसके अंदर प्रेम ही न हो वो कभी संत नहीं बन सकता
देवी जी जय श्री राधे कृष्णा हरे कृष्णा माधव केशव गोविन्द गोपाल नारायण नारायण हरि 🕉️
Deepak Pandey
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे
Jay Jay Shree Radhe 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Hari Bol...🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Nice
6377633001
बड़े प्रेम से मिलना सबसे,
दुनिंया के मेहमान रे |
सबके भीतर वही है रहता ,
जिसे कहो भगवान रे||सबके......
Jai jai shre Radhe krishn ...itna sunder verdan aapko mae Asher aa Gael....aesa lag raha kese ki hum wahi pahuch gae ..jai ho katha Kehne wallop ki ..man mae annand ho
Radhe Radhe
Jay Shri Krishna
Jay Sri Hare Krishna
Hare Hare
जय श्री कृष्ण
मेरा दिल कहता है कि देवी जी आप भी भगवान श्रीकृष्ण को बहुत प्रिय होगी❤
जय श्री कृष्णा 🙏❤️🙏
💕💕यह तो प्रेम की बात है उधो बंदगी तेरे बस की नहीं है प्रेम वालों ने कब वक्त पूछा उनकी पूजा में सुन ले उधो राधे राधे देवी चित्रलेखा जी आपके चरणो में कोटि कोटि प्रणाम प्यार भरा राधे राधे💕💕
Nice
JAISHREERADHEKRISHNA Accha Bhaav.
D
Satsangprempal
apke bhajan aur apki avaj dil choo jati hai devi ji
Apko shat naman
Hare krishna ❤radhe krishna ❤ krishna krishna hare hare❤❤❤❤😭😭😭😭😭
जय जय श्री राधे 🙏
बहना आप को कोटि कोटि नमन 🙏🌹💐❤️🌹❤️🌹दिल से राधे राधे
Bhut sukun mila sun kr
Bhut acha h bar bar sunne ka mn krta h 😢😢😢😢😢❤❤❤❤❤❤❤
Hare Krishna Hare Krishna Krishna Krishna Hare Hare
Hare ram Hare ram ram ram Hare Hare
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
रोम बृक्ष तन में है उपजा नहि जानत तन वेद बताऊं लोमुश सैंडिल ची नहीं पाए गौतम विषमता ना जन्हू गुरु बाशिस्ट धाज चरण पखार जो हृदय पर लेट जमाए गुरु सुकरा सजीव जाना एक आंख दियो शिव नामा।ब्रह्मा वेध रचे सुख दाई ,भाव पुनी राशि टिक पाए।है श्री राधे वो जाने जो जनवे सुख दुख के समृद्ध खुद को पाई। राधे राधे।
Aap ki Katha sun k maan mukta ho jata hai
प्रेम पूर्ण प्रवचन अनोखा अनुभव हुआ
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचन्द्रजी की जय 💖💖 जय सियाराम 💖💖
Jai shri radhe,jai shri krishna
जय श्री राम
Radhe rani sarkar ki jay ho♥️♥️♥️♥️♥️🌺🌺🌺🌹🌹🌹🌹⚘⚘💐💐💐🌷🌷🌷🥀🥀🌻🌻🌹🌹jay ho birndawan bihari lal ki natkhat gopal ki
🙏"ॐ नमो शिवाय"🙏
शत्यम शिवम् शुन्दरम
हे प्रभु मैं तुमको बधाई देता हु तुमने मुझे ब्रज मैं पैदा किया ❤️❤️❤️🙏🏻🙏🏻 राधे राधे
jay ho aese premiyo ki brsane vali ki jay ho 😢😢🙏🙏❤❤❤👏👏👏
राधे राधे श्री बाके बिहारी श्री हरि शरणम् सीता राम कोटि कोटि प्रणाम गुरु देव
मेरी बहन को शत-शत नमन
प्रेम ही ईश्वर है. ईश्वर प्रेम ही है
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जानने के लिए देखिए रामपाल जी महाराज के सत्संग
तुम जैसा सिर्फ तुम हो मेरे राम 💖💖 जय सियाराम 💖💖
U'r voice touch my heart😰♥️
Jai sheri redhe devi ji pranam,
Hare Krishna 🙏 dandavat pranamam matha ji
“संसार में कोई भी मनुष्य सर्वगुण सम्पन्न नहीं होता, इसलिए कुछ कमियों को नज़रंदाज़ करके रिश्ते बनाए रखिए”जय श्री राधे🙏🙏🙏🙏 कृष्णा☀☀☀ रबि लोधी🙏💕
Radhe Radhe
Chitralekhaji ko pranam. Aapke vani mai sarasar Saraswati Mata vidyaman hai.
Yahi to bhakti he Ati Sundar devi ji aap ki charanome koti koti pranam . Radhey Shyam . Jay Jagannath
हे देवी जी एक बार आपके चरणों को स्पर्श करने की कामना है
राधारानी सरकार और कान्हा जी को कहना
जल्दी सुन लें
जीवन का भरोसा नही
राधे-राधे
Radha Radha Krishna Krishna 🥰😍🥰😭🦚🦚 Radha Rani 💮🦚🦚🌸🦚 vrindavan dham 😭🥰😍😍🥰😭🦚🦚🦚🌸💮
Radhey Radhey..💓🌹🙏
Jay shree radhe Krishna hare Rama hare Rama Rama Rama hare hare hare Krishna hare Krishna Krishna Krishna hare hare Jay Jay siyaram🙏
Thankyou so much ma'am 🙏🙏♥️♥️♥️♥️🥀🥀🥀
Radhe radhe hamari didi
रुला दिया 😭😭😭 राधे राधे
नमस्कार राधे राधे
Jai Shri radha
🙏🙏🙏 Jai gau mata 🌹🌹🌹 aap ke Sri charno me Mera koti koti pranam 🙏🙏🙏
जय जय श्री राधे राधे जी 🙏🙏🙏
Radhey Radhey
⚘🌷हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे 🌷⚘
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे ।।
Right way
Jai shree Ram , Jai Shree Krishan
Jai Shri radhe
राधे राधे
Radheshyam
Ram g
राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा🙏🙏
राधे राधे🙏
Radhey radhey
जय श्रीराधेराधे
जय श्रीकृष्ण !!!!
Radhey Radhey. Opurbo. Khub bhalo laglo Mataji. Aro chai .amader sokoler koti koti dondobot Pronam. Aponar Pat o. Kotha amader khub bhalo lage.