प्रकृति से जब तक कामना का रिश्ता रखते हैं तब तक हमें सच नही दिखाई देता, ऊपर से भ्रम (अहम)और हो जाता है,की विषय ही सत्य है, जब बोध, सत्य, को केंद्र में रखते हुए तथ्य में जीते हैं तो भ्रम (अहंकार) घटने लगता है।
Q लोगो को नहीं दिख रहा कि वहां भगवान क्यों नहीं आते रसिया यूक्रेन में ।।। वहां सब तो दानव होंगे नहीं।। इंसान तो इंसान होता है चाहे जहां हो फिर मान्य तो भगवान की है वो वहां क्यों नहीं पहुंच रहे।। लोग बस न्यूज देख लेते हैं।। यही माया यहीं युद्ध
Badiya
बहुत ही स्पष्टता से अपनी बात रखी 'चेतना उत्थान' टीम ने। ऐसे वीडियोज़ लाते रहिए। 😊👏
Bahut sundar❤❤
प्रकृति से जब तक कामना का रिश्ता रखते हैं तब तक हमें सच नही दिखाई देता, ऊपर से भ्रम (अहम)और हो जाता है,की विषय ही सत्य है, जब बोध, सत्य, को केंद्र में रखते हुए तथ्य में जीते हैं तो भ्रम (अहंकार) घटने लगता है।
❤❤❤❤
बाहर के पट बंद कर भीतर के पट खोल 🙏🙏
मन को मजबूती दो-आचार्य प्रशांत ruclips.net/user/shortsg6gn-0T9bsY?si=JkcRmkGGNflIrqOq
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मानसिक स्वास्थ्य का पहला तरीका- आचार्यप्रशांत
ruclips.net/video/SVlNOOYVs8U/видео.htmlsi=yNQNzHPFUlm0a6R_
Q लोगो को नहीं दिख रहा कि वहां भगवान क्यों नहीं आते रसिया यूक्रेन में ।।। वहां सब तो दानव होंगे नहीं।। इंसान तो इंसान होता है चाहे जहां हो फिर मान्य तो भगवान की है वो वहां क्यों नहीं पहुंच रहे।। लोग बस न्यूज देख लेते हैं।। यही माया यहीं युद्ध
तनाव और मनोरोगो का मूल कारण- आचार्यप्रशांत
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