जय श्री कृष्ण राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे परम पूज्य संत श्री अनीरूध जी महाराज जी आपकी चरण कमलों को छुकर मेरा शत् शत् दण्डवत प्रणाम स्वीकार किजीये भगवान जय श्रीराम जय श्रीराम
Bhai kabhi MADHYA PRADESH ana tumhe pata lag jayega ki tadna ka matalab dekhna hi hota h hamare idar bahut bolte h ki dekh ladki ki taraf kese taad raha h iska matlab hota h dekhna
@@yaduvanshi7946 Bhai sahab ap ke sabd achhe hai. bilkul hota hai. lekin jis dharm me jibh kat diya jata hai. ved ucharn per kan me sisa pighla kar dal fiya jata hai to us dharm me marna aur pitna to aam bat hai. chahe wah stree ho purus ho ya janwar hai. fir hal sachae sachae hi rahega ye pakhandi baba kitna bhi apne ap ko bachha le . jis dharm me pahle sunna aur padhane nahi diya tha kyuki inki kali kartut pakdi jaygi. Lekin ab kali kartut samne aa rahi to usko sabdo ke jal me fasa rahe hai. ab uska parchar kar rahe hai lekin saty to saty hi rahega.
@@yaduvanshi7946 Ithai pata hota to hamse qurstion nahi karte . jake padho apne dharm me jibh ko.kisne kati thi siisa kiskr kam me dala jata tha kekal muh utha ke mat chalaya aya karoo ap pahle achhe dhar ke granth ko padho fir kud dekh loo..,
@@ashishvats1023 Abe gandu m terese puch rha hu tu bata fir m bata deta tereko reality kya h bata na ki sirf man se kahani bana ati h Bheem ke tatto ko
उदाहरण ---कनक कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय। या खाए बौराए जग, वा पाए बौराए।। भावार्थ - सोने को पाने वाले बौरा जाते है , और धतूरा (भांग )को खाने वाला नसे में झूम कर गिर पड़ता है जैसे शराब पीकर इंसान हरकते करता है वैसे । इस चौपाई में यमक अलंकार है । यमक अलंकार -- 1 ही शब्द के 2 अर्थ निकलते है उसे यमक अलंकार कहते है । जैसे 1 कनक का अर्थ सोना (स्वर्ण ) 2 कनक का अर्थ धतूरा ( भांग ) इसलिए पूरे वाक्य का अर्थ बदल जाता है , जैसा हम हिंदी में समझते है वैसा कवि लोग नही लिखते बल्कि अलंकार सर्वनाम विशेषण सभी का ध्यान रखकर लिखते है ।।
भाई आप भी Buddhism के चक्कर में पड़ गये हो क्या? ये लोग वांमपंथी लोग है और लोगों को बरगलाने का काम करते हैं।सभी भारत के लोग स्थानीय लोग हैं इसे सांइस ने भी साबित कर चुका हैं। मूलनिवासियों का बात करना बेवकूफी से ज्यादा कुछ नहीं हैं,बस भारत को तोड़ने का षड्यंत्र हैं, अस्थिर करने का प्रयास हैं।वास्तव में भारत को शांति दूत जिहादी ,वांमपंथी तथा कम्युनिस्टो से खतरा हैं। वैसे भी जीवन की उत्पत्ति अफ्रीका में हुआ था,इसका मतलब कोई भी भारत के मूलनिवासी नहीं हैं।
उदाहरण ---कनक कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय। या खाए बौराए जग, वा पाए बौराए।। भावार्थ - सोने को पाने वाले बौरा जाते है , और धतूरा (भांग )को खाने वाला नसे में झूम कर गिर पड़ता है जैसे शराब पीकर इंसान हरकते करता है वैसे । इस चौपाई में यमक अलंकार है । यमक अलंकार -- 1 ही शब्द के 2 अर्थ निकलते है उसे यमक अलंकार कहते है । जैसे 1 कनक का अर्थ सोना (स्वर्ण ) 2 कनक का अर्थ धतूरा ( भांग ) इसलिए पूरे वाक्य का अर्थ बदल जाता है , जैसा हम हिंदी में समझते है वैसा कवि लोग नही लिखते बल्कि अलंकार सर्वनाम विशेषण सभी का ध्यान रखकर लिखते है ।।
ताड़ने का अर्थ उतरी भारत में देखना होता है लेकिन हमारे मध्य राजस्थान में ताड़ना का अर्थ किसी को भगाना होता है । उदाहरण - खेत से फसलों की रक्षा हेतु दूसरे पशुओं को ताड़ना अर्थात भगाना । 🙏 जय राम जी की ❤️❤️❤️
Bilkul. Mager jab katha vachak valmiki ramayan ki jagah tulsidas ki ramayan pe khatha sunatye hai aur defend bhivkartye hai to dukh hota hai. Valmiki Ramayan main aisa kahi kuch nahi likha. Ved upnishad Geeta main kuch nahi likha. Ved vyad ki mahabharat main kuch nahi likha...phir kaha ae ye baat aayi ? Kab tak shambuk ki story, Mata Seeta ka tyag, ya taran ke adhikari wali chaupai pe apologetic hotye rahoge? Jabki aisa kuch hua hi nahi tha original Ramayan main. Ager kisi ko lagta hai to debte kar le mujhse, kahan likha hai aisa valmiki Ramayan main? Tulsidas ne ramcharit manas 1532 to 1623 ke beech likhe means approx 500 years ago. Jo hamare grantho main nahi likha usko defende hi kyu karna? Log sajish to larenge hi.akbar was king of delhi ia that time. Please Sri Ram ka charitr hannan maylt liya karo aap log
Logo ki aadat par gayi hai khud ko hi shudr batane ki khud ko shudr manane lage ho log .n hi sambhidhan mai kisi bhi jaati ko shudr kaha gaya .n hi kisi puraan mai kisi bhi jaati ko shudr kaha gaya hai lekin ab log jaanbujhkar khud ko shudr manane par lage huee hai
Swami aapne to ek bar ye tak kah diya ki bharat ka samvidhaan Dr.Ambedkarji ne nahi krishna ne likha wah swamiji wah ye wo bayan he jo ger jinmedar log aksar dete he
व्याकरण में एक टोपिक अलंकार आता हे पढ़ो जिसमे यमक अलंकार जिसका मतलब हे एक ही शब्द दो बार आता हे पर दोनो बार उसका अर्थ अलग अलग होता हे। Ex. काली घटा का घमंड घटा घटा - काले घनघोर बादल घटा - कम होना अब किस शब्द को किस अर्थ में उपयोग किया गया ही इसको समजना बहुत जरूरी हे वरना अर्थ अनर्थ हो जाता हे और हम सही को गलत और गलत को सही समज लेते हे। यहा पर जो कहा गया हे उसमे एक शब्द हे ताड़ना जिसके भी दो अर्थ निकलते हे। ताड़ना - देखना ताड़ना - मारना पीटना भगाना अब यहा पर जो पंक्ति दी गई हे -ढोल गवार शुद्र पशु नारी सकल ताड़ना के अधिकारी तर्क १- ढोल को देखने से आवाज निकलती हे या पीटने से तर्क २- गवार जो अज्ञानी होता हे जिसमे कोई अच्छे गुण न हो उसको कोई क्यू देखे तर्क ३- शुद्र जिसको हिंदू धर्म में नीच समजा गया हे। जिसकी परछाई को भी अपवित्र कहा गया पशु ४- जिसमे बुद्धि नही होती जिसका उपयोग होता रहता हो नारी ५- जिसको मनुस्मृति में इंसान नही पुरुषो का खिलौना समजा गया हो। जबतक अच्छा लगे उपयोग करो बाद में फेंक दो अब आपलोग तर्क करो सोचो यहा पर ताड़ना शब्द को किस अर्थ में उपयोग किया गया हे। जय भीम नमो बुद्धाय जय संविधान जय भारत। 🇮🇳
@@user-mc9me4vb5x मूर्ख मनुष्य यहां पर ताड़ना अवधि भाषा में लिखा है, जिसका हिंदी अर्थ तारना होगा उसका अर्थ उद्धार करना होता है। सकल अधिकारी उसी के लिए उपयोग करते हे जिसे कोई अधिकार देते है। तुम अलंकार के बारे मे जानते हो फिरभी बेवकूफी?? करोड़ो मनुष्य जैसे। तुम भीम वाले हो इसलिए अलंकार का सिर्फ 1 अर्थ होगा क्या?? ताड़ना अवधि तारना हिंदी अर्थ उद्धार करना। कनक कनक ते मादकता अधिकाय। कनक सोना कनक धतूरा(भांग)
@@user-mc9me4vb5x to ram ne to vanvas me kewat ke diye fal khaye kewat ramji ka friend bhi tha or sabari ke jhunte ber khaye ye dono aaj ke st ki category me aate hai krishna ne bachpan me gopala ka jivan jiya vedo ke anusar jo jesa karm krta hai vo usi varn ka hota hai geeta me sabhi ko janm se hi shudra kha hai vo sirf karm se brahman vesye or satriye bante hai jese valmiki ji baaki tu bahut jidi nhi manne wala
अर्थ का अनर्थ कर डाला । ज्ञानी लोगों की वजह से ही इंसान मुसीबत में ज्यादा पड़ता है। रामचरित्र मानस में शुद्ध हिंदी तरीके से लिखा हुआ है जो कि मैंने पढ़ा है तड़ने का मतलब होता है मारना दुत्कार ना फटकार ना, और महाराज आप बता शास्त्र विरुद्ध बातें जो कि आप को नरक में ले जाएंगी
@@shaileshdwivedi7171 आपकी बात से सहमत लेकिन अर्थ कुछ टिप्पणी दिशा में है शुद्र शूद्र होते हैं? इनको देश से बाहर भगा देना चाहिए पाकिस्तान की तरह क्या सही बात है?
@@trivedikumarsonesh4194 यहां हमने तो कहीं नहीं सुना है यह सुनते रहते हैं कि आर्य विदेशी थे को भगा देना चाहिए। अपने देश में यह सब राजनीतिक पैंतरे बाजी के तहत हो रहा है कोई विद्वान जब कोई बड़ा ग्रंथ लिखेगा उसमें उस समय की सामाजिक स्थिति का भी वर्णन लिख जाएगा प्राचीन काल से लेकर आज तक अब तक स्थिति यही है कुछ लोग अपने को शूद्र मानते हैं प्राचीन ग्रंथों में लिखे हुए बातों पर कुतर्क करते रहते हैं तथा ऋषि-मुनियों का अपमान तक करते रहते हैं ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र चारों वर्ण प्राचीन वैदिक व्यवस्था के थे हम लोगों ने अपनी जातिवादी ता के कारण सैकड़ों हजारों जातियों को जन्म दे दिया दिन पर दिन जातियां बढ़ाते चले जा रहे हैं ठीक नहीं है।
भला हो मैकाले का। जय मैकाले। जिसने वंचित वर्ग को शिक्षा का अधिकार दिया। अन्यथा तो मनकाले ( मन के काले / मनुवादी ) लोग वंचित वर्ग को शिक्षा से वंचित कर रखे थे।
संस्कृत में ताड़ना का अर्थ, मारना, या किसी चीज पर प्रहार करना, वैसे इसके बहुत प्रकार से अर्थ निकाला जा सकता है, जैसे आप move का अर्थ डिक्शनरी में देखेंगे तो, या सिर्फ move Search करेंगे तो 20 प्रकार के अर्थ दिखेंगे, पर अर्थ होता है गति करना, जाना, चलना, खिसकना आदि परंतु रामचरितमानस, अवधी भाषा में लिखी गई है, अवधी मतलब उत्तरप्रदेश साइड की एक भाषा है, अवधी भाषा में ताड़ना का अर्थ होता है, देखना या, किसी पर नजर बनाना, या घूरना, जैसे अबे उधर का ताड़ रहा है।
ऋग्वेद मंडल 10 सूक्त 161 मंत्र 2 में प्रमाण है कि परमात्मा अपने भक्तों के संकट निवारण करता है। यदि मृत्यु भी आ जाए तो भी उसको टालकर अपने भक्त को जीवित करके सौ वर्ष जीवन प्रदान कर देता है।
Bhai Sudrr ka arth jati dharm se nhi hai... Ache se acha bhale se bhala aadmi koi glat kaam kare to WO sudrr ki xseni me aa jata hai... Jese tumhare pas parchun ki dukaan h tun ak aadmi rkhte ho kam k liye WO glat kaam karega tum use dantoge ge nhi smjhao ge nhi to WO or galat kaam karega... (Tdna ka matlb Tadna+ dantna or tadna+ptina bhi hota h ab ye tum par h use smjha ke tadte ho ya mar-peet ke tadte ho)
@@chhaganswami2861 agar sudra word kam per depend hai to jo log uchi jati ke hai agar halat kam karte hai to unko sudra me dal dena chahiye aur jo sudra achha k kar rahe hai unko braman bana dena chahiye. Kaya aisa ho skta hai .
गुरुजी रामायण में ज्यादातर अवधी भाषा का प्रयोग हुआ है। और ताड़ना का मतलब होता है परखना या व्यवहार को समझना। और इसका मतलब है की अगर आप इनके व्यवहार को नहीं समझोगे तो आपको दिक्कत ही आयेगी। जैसा की आजकल आ रही है।
सही है देश में पहले कुछ ने रामायण के श्लोक बदले अब मतलब बदले जा रहे है.... पर एक सच ये है की नेताओं के सिवाय किसी की जिंदगी में कोई फर्क़ नहीं पड़ेगा.....
Maharaj dekhna ka matlab kya hota hai aaj tak to shudra ko nichli najar se dekhte hain aur Maharaj dekhne ki baat hai to aap sadhuon ke v bichar alag alag hote hain to Aisa kyon nahi likha ki brahaman ko v tarna chahiye
Maharaj Ji dhol, gavar ,shudra pashu or nari sakal tadna Ke adhikari Ka .....matalb h .......dhol, gavar ,shudra,pashu or nari ye sabhi shiksha Ke yogya h .....aaj hi Maine sunder kand me dekha ye chaupaiya sunder kand me h
Bahan meri agar aap jai padi likhi mahila bhi sahi arth nhi samajh paogi to ye desh kse aage bdega ab in chupai ke arth ko badalkar btaya ja rha h ye baat apko samjhani hogi ki mahila aur Sudra ki adhikar sirf indian constitution se hi mile h
कनक कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय। या खाए बौराए जग, वा पाए बौराए।। भावार्थ - सोने को पाने वाले बौरा जाते है , और धतूरा (भांग )को खाने वाला नसे में । इस चौपाई में जैसे 1 कनक का अर्थ सोना (स्वर्ण ) 2 कनक का अर्थ धतूरा ( भांग ) इसलिए पूरे वाक्य का अर्थ बदल जाता है , जैसा हम हिंदी में समझते है वैसा नही होता है ।
जय जवान जय किसान जय विज्ञान। बाबा साहब अमर रहे हमारा संविधान अमर रहे। हमें किसी धर्म जात संप्रदाय पाखंड की जरूरत बिल्कुल नहीं है। मेरा बस सिर्फ इतना कहना है कि देश में पाखंड ना फैलाया जाए पाखंड के नाम पर देश की जनता को ना लूटा जाए। रामायण में जो बात गलत लिखी हुई है उसे रामायण से निकाल दिया जाय।
भाई, जय श्री राम क्या पाखंड है, जिस भारत भूमि मे तुम बैठे हो, बो राम की भूमि है, शब्दों पर मत जाओ, अर्थ भी तो समझो, और कौन कहता है तुम्हें सनातन धर्म को मानने के लिए, पर हमारे धर्म की अभेलना तो माता करो, और अब अति किये तो कसम श्री राम की देश द्रोही कहलाओगे, अल्प तो हो कहीं इसी अकड़ मे सॉर्ट ही न हो जाना
Bhai tumne kabhi ni pada na kabhi kuch samj h fir kis gande muh se bol dete ho tum ki ye galat h or Bhai tum baba sahab ki baat kar rahe ho to m bata deta hu ki baba sahab ne desh ke samvidhan m is desh ko HINDU RASHTRA kaha tha na ki secular ye to congress ki gov ne kiya h secular or rahi baat to sun constitution ke pehle page m PRABHU SHREE RAMCHANDRA JI ka photo h tu sirf murk logo ki batao m aa jata h
@@yaduvanshi7946 बाबा साहब अम्बेडकर जी को कौन नहीं मानता, हम भी मानते है, पर हम अपने धर्म के प्रति भी कुछ नहीं सुनना चाहते, तो फिर क्यूँ करते हो किसी भी धर्म का अपमान, और ये सब है क्या
इस प्रवचन सुनने के बाद दूसरा प्रवचन सुनने के लिए यही शब्द का प्रयोग कोई बाबा दूसरा बताएगा कि ताड़ना मिस होता है बजाना' एक पंडित बताएगा ताड़ना मतलब देखरेख करना' कोई पंडित बताएगा ताड़ना मतलब होता है "प्यार करना शुद्र की सेवा'' करना यह जब तक ब्राह्मणवाद है तब तक हम सबको बेवकूफ बनाते रहेंगे और हम सुनते रहेंगे उन लोग तभी तो बिना कमाए इन लोगों का चेहरा लाल रहता है||
आप जैसे ही उल्टी सीधी मीनिंग बनाते रहते हैं।
प्रेमानन्द गोविंद महाराज जी ने आप की चौपाई की
सही व्यख्या की है।
बाबाजी ताड़ना के अधिकारी है ☺जय हो
😂😂😂😂😂
@@vivek170 ha ha ha
Kitna shi smjaya he guru dev ji ko prnam svikar kre radhe radhe jy guru devo bhav 🙏🌹🪔
🌹🌹जय श्री राम 🌹🍀🍀🍀🍀🍀ओम नमः शिवाय 🍀🌹राधे राधे जय श्री कृष्णा 🌹🌹🍀🍀जय माता दी🌹🌹🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀
गुरु जी आप बहुत अछे से हर बात को समजाते है राधे राधे राधे
Guru ji palti maar rahe hai...pahle to tulasidash ne likh diya ki in pacho ko tight kr k rakkho ab log padh likh kr samjhne lage to palti maar diya
Jay shree ram Jay shree krishnan radhe radhe 🌺🌺🌺🌺🚩🚩🚩🚩👏👏👏👏
ऊं नमो भगवते वासुदेवाय ऊं नमो भगवते वासुदेवाय जय श्रीराम जय श्रीराम जय श्री कृष्ण
धन्य है, शानदार 100%
वाह महात्मा क्या समझाया है आपने दिल गदगद हो गया
Ladka ko na dekhe chahe bo kand kare
बहुत सुंदर गुरुजी भावपूर्ण कुछ लोग तो ताड़ना और प्रताड़ना का अंतर जानते हुए भी गुमराह करने का काम करते हैं
To pratarna usme nhi likha hai tarna likha hai
जय भोलेनाथ हर हर महादेव जय महाकाल
जय श्री कृष्ण राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे राधे-राधे राधे-राधे-राधे परम पूज्य संत श्री अनीरूध जी महाराज जी आपकी चरण कमलों को छुकर मेरा शत् शत् दण्डवत प्रणाम स्वीकार किजीये भगवान जय श्रीराम जय श्रीराम
सही कहा आपने मै अपनी ढोलक को बार-बार देखती हूं कही खराब न हो जाय
बहुत-बहुत dhanyvad Maharaj ji aapse Naman hai shabd sunkar Achcha Laga
Bahut achchha radhe radhe
Jay Shri Radhe Maharaj ji
कबीर साहब कहते हैं
कामी क्रोधी लालची
इनसे भक्ति न होय
सोई सूरमा जानिए
जो जाति वर्ण कुल खोए
गुरु जी को मेरा प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏सही समझाया आपने
जय गुरूदेव जी
Radhe radhe guruji love you so much my dearest guruji..👣🌹🌹🌹🌹🙏👌👍
Jai Shri Krishna
सच्चाई छुप नहीं सकती कागज के वसुलो से ।
खुसबु आ नहीं सकती कागज के वसुलो से ।
Bhai kabhi MADHYA PRADESH ana tumhe pata lag jayega ki tadna ka matalab dekhna hi hota h hamare idar bahut bolte h ki dekh ladki ki taraf kese taad raha h iska matlab hota h dekhna
@@yaduvanshi7946 Bhai sahab ap ke sabd achhe hai. bilkul hota hai.
lekin jis dharm me jibh kat diya jata hai.
ved ucharn per kan me sisa pighla kar dal fiya jata hai to us dharm me marna aur pitna to aam bat hai. chahe wah stree ho purus ho ya janwar hai.
fir hal sachae sachae hi rahega ye pakhandi baba kitna bhi apne ap ko bachha le .
jis dharm me pahle sunna aur padhane nahi diya tha kyuki inki kali kartut pakdi jaygi.
Lekin ab kali kartut samne aa rahi to usko sabdo ke jal me fasa rahe hai.
ab uska parchar kar rahe hai lekin saty to saty hi rahega.
@@ashishvats1023 kisne kati jibh kisne dala glass aap bata sakte ho
@@yaduvanshi7946 Ithai pata hota to hamse qurstion nahi karte .
jake padho apne dharm me jibh ko.kisne kati thi
siisa kiskr kam me dala jata tha kekal muh utha ke mat chalaya aya karoo ap pahle achhe dhar ke granth ko padho fir kud dekh loo..,
@@ashishvats1023 Abe gandu m terese puch rha hu tu bata fir m bata deta tereko reality kya h bata na ki sirf man se kahani bana ati h Bheem ke tatto ko
Mere gurudev bahut sab sandeh ko mita dete h...Jai shreeram Jai gurudew .
सही कहा गुरुजी हमारे इधर ताड़ना मतलब देखना ही होता हैं रायसेन
राधे राधे🙏🙏 राधे राधे❤❤ राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 गुरु जी❤
ईनकी बुद्धी की ताडना चाहिए! धन्य हो
Radhe Radhe guruji 🙏🌺🌼
Anujkumar bhagikhera radhe radhe guru ji 🙏🙏🙏🙏🌹🌹🙏🌹🌹🙏🙏
आप लोगों के बारे में ओशो के प्रवचन बहुत सही बैठते हैं उन्होंने सच ही कहा है आप लोग कहानियां बनाने में माहिर हैं
To kyun sun rha h be chutiye
Sabse achhi kahani to osho hi banata tha , kahani banane me uska haath koi nhi pakad sakta h , tabhi to tum Jese chele ban gaye
आपका प्रवचन सुनकर हम तो तड़ गए।एक अर्थ यहां भी है।
उदाहरण ---कनक कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय।
या खाए बौराए जग, वा पाए बौराए।।
भावार्थ - सोने को पाने वाले बौरा जाते है , और धतूरा (भांग )को खाने वाला नसे में झूम कर गिर पड़ता है जैसे शराब पीकर इंसान हरकते करता है वैसे ।
इस चौपाई में यमक अलंकार है ।
यमक अलंकार -- 1 ही शब्द के 2 अर्थ निकलते है उसे यमक अलंकार कहते है ।
जैसे 1 कनक का अर्थ सोना (स्वर्ण )
2 कनक का अर्थ धतूरा ( भांग )
इसलिए पूरे वाक्य का अर्थ बदल जाता है ,
जैसा हम हिंदी में समझते है वैसा कवि लोग नही लिखते बल्कि अलंकार सर्वनाम विशेषण सभी का ध्यान रखकर लिखते है ।।
Apki bat sun k aap par fucker ho raha hi.
tad nahi tar ho gaye
बिल्कुल सही गुरूजी
हा हा हा ।।। भारत की दुर्भाग्य।आज भी ये विद्वान लोग भारतीय मूलवासी को गंवार,पशु समान मानते है । खेद है ऐसे पाखंड लोगों पे।
भाई आप भी Buddhism के चक्कर में पड़ गये हो क्या? ये लोग वांमपंथी लोग है और लोगों को बरगलाने का काम करते हैं।सभी भारत के लोग स्थानीय लोग हैं इसे सांइस ने भी साबित कर चुका हैं। मूलनिवासियों का बात करना बेवकूफी से ज्यादा कुछ नहीं हैं,बस भारत को तोड़ने का षड्यंत्र हैं, अस्थिर करने का प्रयास हैं।वास्तव में भारत को शांति दूत जिहादी ,वांमपंथी तथा कम्युनिस्टो से खतरा हैं। वैसे भी जीवन की उत्पत्ति अफ्रीका में हुआ था,इसका मतलब कोई भी भारत के मूलनिवासी नहीं हैं।
उदाहरण ---कनक कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय।
या खाए बौराए जग, वा पाए बौराए।।
भावार्थ - सोने को पाने वाले बौरा जाते है , और धतूरा (भांग )को खाने वाला नसे में झूम कर गिर पड़ता है जैसे शराब पीकर इंसान हरकते करता है वैसे ।
इस चौपाई में यमक अलंकार है ।
यमक अलंकार -- 1 ही शब्द के 2 अर्थ निकलते है उसे यमक अलंकार कहते है ।
जैसे 1 कनक का अर्थ सोना (स्वर्ण )
2 कनक का अर्थ धतूरा ( भांग )
इसलिए पूरे वाक्य का अर्थ बदल जाता है ,
जैसा हम हिंदी में समझते है वैसा कवि लोग नही लिखते बल्कि अलंकार सर्वनाम विशेषण सभी का ध्यान रखकर लिखते है ।।
@@MukeshYadav-lf6mo detyo ko mohit karne ke lia bhagvan budhaa ban kar aae Thanks bro
Shi h Bhai ,,, yhi saskrti ka styanas krenge
@@MukeshYadav-lf6mo Ryt Bro
Jai shri ram Jai hanuman ji mata pita guru dev ji aapko koti koti naman ji 🙏maya koushal 🙏
जय श्री राधे महाराज जी
ताड़ने का अर्थ उतरी भारत में देखना होता है लेकिन हमारे मध्य राजस्थान में ताड़ना का अर्थ किसी को भगाना होता है । उदाहरण - खेत से फसलों की रक्षा हेतु दूसरे पशुओं को ताड़ना अर्थात भगाना । 🙏 जय राम जी की ❤️❤️❤️
BIHAR ME TARNA KA MATLAB GALAT NAZAR SE DEKHNA HOTA HAI
Radhe Radhe Guruji 🙏
Uuvuy. Dsq
uvvuUTvtoiigvuuucucuvuccvb
J.tt,
You are the aasharam bapu..
बहुत ही बढ़िया explanation
Jay shree ram
Bilkul sat kaha apne
Sat sanatan jindabad
🌞🌞🌞🌞प्रणाम गुरूजी✔✔✔✔✔
Jai shree sita ram ji 🙇🙇
शब्दों का सफर भी बड़ा कठिन है, राधे राधे सबको
Bilkul. Mager jab katha vachak valmiki ramayan ki jagah tulsidas ki ramayan pe khatha sunatye hai aur defend bhivkartye hai to dukh hota hai.
Valmiki Ramayan main aisa kahi kuch nahi likha. Ved upnishad Geeta main kuch nahi likha.
Ved vyad ki mahabharat main kuch nahi likha...phir kaha ae ye baat aayi ?
Kab tak shambuk ki story, Mata Seeta ka tyag, ya taran ke adhikari wali chaupai pe apologetic hotye rahoge? Jabki aisa kuch hua hi nahi tha original Ramayan main.
Ager kisi ko lagta hai to debte kar le mujhse, kahan likha hai aisa valmiki Ramayan main?
Tulsidas ne ramcharit manas 1532 to 1623 ke beech likhe means approx 500 years ago.
Jo hamare grantho main nahi likha usko defende hi kyu karna? Log sajish to larenge hi.akbar was king of delhi ia that time. Please Sri Ram ka charitr hannan maylt liya karo aap log
Logo ki aadat par gayi hai khud ko hi shudr batane ki khud ko shudr manane lage ho log .n hi sambhidhan mai kisi bhi jaati ko shudr kaha gaya .n hi kisi puraan mai kisi bhi jaati ko shudr kaha gaya hai lekin ab log jaanbujhkar khud ko shudr manane par lage huee hai
जय हो tulasidas जी
Tadna nhi wo padtadna hota hai jo ye anpd log smjh rhe hai.tadna ka arth dekhna hota hai.jai ho maharaj ji
प्रणाम करू महाराज
Radhe Krishna guru ji
Nice
Guru ji ko koti koti pranam
Bahut achha samjhate hai mahara ji kya kabhi mera priwar bhi apke dharashan kar payega
Radhe karsana radhe krasna
Guru ji Ko koti koti pranam
जय श्री राधे 🙏🙏🙏🙏🌹🌹
Bahut badhiya guru ji👍👍👍🙏🙏🙏🙏
राधेश्याम 🙏🙏
Jay.🌻🌷shree.🌹🌼ram.🌺🥀🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Tfofcdjfofjkfjgkfrbcdhfh
Hi Lee chchc hi f ok h
Swami aapne to ek bar ye tak kah diya ki bharat ka samvidhaan Dr.Ambedkarji ne nahi krishna ne likha wah swamiji wah ye wo bayan he jo ger jinmedar log aksar dete he
Apko pta hona chahiye ki agr ye swami padhe likhe hote to swami bante hi ni.....
@@kajalsahni2777 🤣🤣🤣🤣
@@kajalsahni2777 Han bhn ap pdhi likhi hain or ap swaami hain
Radhey Radhey Krishna Krishna Guru ji 🌹💐🌹🙏
Wah uljhaye raho aise hi in moorkh nichli jaatiyon ko aur sewa karate raho kyonki ye to by birth moorkh hain radhe radhe ji
जय श्री राधे
Maharaj ur definition is absolutely right
Jai shree Ram
राधे राधे
सकल का अर्थ सभी है....सकल (सभी) की भी byakhaya करनी चाहिए .....सकल समस्त जगत के लिए है. ....(सभी को शिक्षा मिलनी चाहिए).
Maharaj aap mahan
गुरुजी प्रणाम ये आपकी आवाज सुनकर आज मेरे मन संदेह दूर हो गया।
Extremely beautifully explained 🙂 thank you guruji 😊
Gazab bewakoof banaya ja raha hai
Taadna meaning??? Only beaten
@@ENGLISHWITHAZEEMKHAN tumhe avdhi aati hain ??
व्याकरण में एक टोपिक अलंकार आता हे पढ़ो जिसमे यमक अलंकार जिसका मतलब हे एक ही शब्द दो बार आता हे पर दोनो बार उसका अर्थ अलग अलग होता हे। Ex. काली घटा का घमंड घटा
घटा - काले घनघोर बादल
घटा - कम होना
अब किस शब्द को किस अर्थ में उपयोग किया गया ही इसको समजना बहुत जरूरी हे वरना अर्थ अनर्थ हो जाता हे और हम सही को गलत और गलत को सही समज लेते हे।
यहा पर जो कहा गया हे उसमे एक शब्द हे ताड़ना जिसके भी दो अर्थ निकलते हे।
ताड़ना - देखना
ताड़ना - मारना पीटना भगाना
अब यहा पर जो पंक्ति दी गई हे -ढोल गवार शुद्र पशु नारी सकल ताड़ना के अधिकारी
तर्क १- ढोल को देखने से आवाज निकलती हे या पीटने से
तर्क २- गवार जो अज्ञानी होता हे जिसमे कोई अच्छे गुण न हो उसको कोई क्यू देखे
तर्क ३- शुद्र जिसको हिंदू धर्म में नीच समजा गया हे। जिसकी परछाई को भी अपवित्र कहा गया
पशु ४- जिसमे बुद्धि नही होती जिसका उपयोग होता रहता हो
नारी ५- जिसको मनुस्मृति में इंसान नही पुरुषो का खिलौना समजा गया हो। जबतक अच्छा लगे उपयोग करो बाद में फेंक दो
अब आपलोग तर्क करो सोचो यहा पर ताड़ना शब्द को किस अर्थ में उपयोग किया गया हे।
जय भीम नमो बुद्धाय जय संविधान जय भारत। 🇮🇳
@@user-mc9me4vb5x मूर्ख मनुष्य
यहां पर ताड़ना अवधि भाषा में लिखा है, जिसका हिंदी अर्थ तारना होगा उसका अर्थ उद्धार करना होता है।
सकल अधिकारी उसी के लिए उपयोग करते हे जिसे कोई अधिकार देते है।
तुम अलंकार के बारे मे जानते हो फिरभी बेवकूफी?? करोड़ो मनुष्य जैसे।
तुम भीम वाले हो इसलिए अलंकार का सिर्फ 1 अर्थ होगा क्या??
ताड़ना अवधि
तारना हिंदी अर्थ उद्धार करना।
कनक कनक ते मादकता अधिकाय।
कनक सोना
कनक धतूरा(भांग)
@@user-mc9me4vb5x to ram ne to vanvas me kewat ke diye fal khaye kewat ramji ka friend bhi tha or sabari ke jhunte ber khaye ye dono aaj ke st ki category me aate hai krishna ne bachpan me gopala ka jivan jiya vedo ke anusar jo jesa karm krta hai vo usi varn ka hota hai geeta me sabhi ko janm se hi shudra kha hai vo sirf karm se brahman vesye or satriye bante hai jese valmiki ji baaki tu bahut jidi nhi manne wala
अर्थ का अनर्थ कर डाला ।
ज्ञानी लोगों की वजह से ही इंसान मुसीबत में ज्यादा पड़ता है।
रामचरित्र मानस में शुद्ध हिंदी तरीके से लिखा हुआ है जो कि मैंने पढ़ा है तड़ने का मतलब होता है मारना दुत्कार ना फटकार ना, और महाराज आप बता शास्त्र विरुद्ध बातें जो कि आप को नरक में ले जाएंगी
Hindi nahi Ramayana awadhi bhasha ,me likhi gayi hai
बेवकूफ रामचरितमानस अवधी भाषा में लिखी गई हैं ।
चाहे जिस भाषा में लिखी हुई हो शुद्र वर्ण है शुद्र कोई जाति है ही नहीं क्यों कोई अपने को शुद्र मानते हो
@@shaileshdwivedi7171
आपकी बात से सहमत लेकिन अर्थ कुछ टिप्पणी दिशा में है शुद्र शूद्र होते हैं? इनको देश से बाहर भगा देना चाहिए पाकिस्तान की तरह क्या सही बात है?
@@trivedikumarsonesh4194 यहां हमने तो कहीं नहीं सुना है यह सुनते रहते हैं कि आर्य विदेशी थे को भगा देना चाहिए।
अपने देश में यह सब राजनीतिक पैंतरे बाजी के तहत हो रहा है कोई विद्वान जब कोई बड़ा ग्रंथ लिखेगा उसमें उस समय की सामाजिक स्थिति का भी वर्णन लिख जाएगा प्राचीन काल से लेकर आज तक अब तक स्थिति यही है कुछ लोग अपने को शूद्र मानते हैं प्राचीन ग्रंथों में लिखे हुए बातों पर कुतर्क करते रहते हैं तथा ऋषि-मुनियों का अपमान तक करते रहते हैं ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र चारों वर्ण प्राचीन वैदिक व्यवस्था के थे हम लोगों ने अपनी जातिवादी ता के कारण सैकड़ों हजारों जातियों को जन्म दे दिया दिन पर दिन जातियां बढ़ाते चले जा रहे हैं ठीक नहीं है।
Jay Shri Krishna
भला हो मैकाले का। जय मैकाले।
जिसने वंचित वर्ग को शिक्षा का अधिकार दिया।
अन्यथा तो मनकाले ( मन के काले / मनुवादी ) लोग वंचित वर्ग को शिक्षा से वंचित कर रखे थे।
बेटी को देखते रहो बेटे को खुला छोड़ दो अजब ज्ञान है वाह
You are right
Kuchh bhi bolta hai.Ye Katha wachak nahin... Paisa yachak hai
@@rajinderkumarsharma5478 bilkul....
Ladki jo nahi dekhte isliye bo bhag jati hai
@@gireeshverma7050 shyd apke hi ghar me aisi ladkiyan janm leti hongi. jisko na dekha jaye to bhag jati h..hmare yha aisa nhi hota.😏
Aap log jitna pdoge utna inlogo utna Inko safai dena pdega
बहुत बढिया 🙏 जय श्री राम 🙏🚩🏹
Bahut achha... 🙏🙏🙏
Son - पुत्र, Sun- सूर्य both different
Uttar- North
Uttar- Answer
Cock- Murga
Cock- Purush kaa gupt ang
Sex- Gender
Sex- 😂
Uccharan to same hai .sun ko soon to padte nhi..
Aj sudra phad liye hai to aap arth Badal rahe ho baba.
sahi bole bhai
शूद्र पहले भी पढ़े थे बाबा
@@lalitchoubey6353 kaha bhai ..fir ambedkar ko kiu padhnese roka kiu kiukiu
Bhai tadna actually door baghana bhi hota awadhi me hai aur yaha samudra ramji se yahi khah rahe hain
@@ranjitraut6362 ha sare kitabo ki dukan bnd thi unke liye ,,,Hindi me shabdo k arth bahot hote h ...Kisi cheez ko negative Lena adat ho gyi h ajkl.
संस्कृत में ताड़ना का अर्थ, मारना, या किसी चीज पर प्रहार करना, वैसे इसके बहुत प्रकार से अर्थ निकाला जा सकता है, जैसे आप move का अर्थ डिक्शनरी में देखेंगे तो, या सिर्फ move Search करेंगे तो 20 प्रकार के अर्थ दिखेंगे, पर अर्थ होता है गति करना, जाना, चलना, खिसकना आदि
परंतु रामचरितमानस, अवधी भाषा में लिखी गई है, अवधी मतलब उत्तरप्रदेश साइड की एक भाषा है, अवधी भाषा में ताड़ना का अर्थ होता है, देखना या, किसी पर नजर बनाना, या घूरना,
जैसे अबे उधर का ताड़ रहा है।
।।जय सियाराम।।
Baba jj aap ka matalb hai sab sudhra majdur hai
Saf saf samjhane pr tum jese logo ko samjh nhi aata dakkan...
Jai hooooooo. 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Jay Shree Ram Jay Shree Krishna
Radhe radhe maharaj ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏♥️
Matalab jo majdur hai o shudra hai
जै माँ कालि 🔱🙏🚩
ताडना का अर्थ देखना है तो ढोल को देख ते रहीयी देखे उससे राग निकलेगा
राग तो उसको पीटने से ही निकलेगा
Bahut sahi hai bhai
Jai bhim
Hd:
Kya baat hai
@chhotu dixit janam sa sab sudar ha
Doctor engineer bhi sudar ha
Kya ya gawar ha
Pitne se rag niklta to har koi dhol baja leta, Dhol ko tarike se bajana padta hai aur sikhna bhi padta hai,
ऋग्वेद मंडल 10 सूक्त 161 मंत्र 2 में प्रमाण है कि परमात्मा अपने भक्तों के संकट निवारण करता है। यदि मृत्यु भी आ जाए तो भी उसको टालकर अपने भक्त को जीवित करके सौ वर्ष जीवन प्रदान कर देता है।
आपको सूक्त लिखना चाहिए था परमात्मा अपने भक्तों की रक्षा करता है यह वेद में लिखा है या फिर ऐसे ही हवा हवा हवाई मार रहे हो
अर्थात ढोल को देखना है_ ताड़ना है
मरना नहीं है ,बजाना नहीं है
क्या ढोल को देखने के लिए बनाते हैं
Tadna Ka Mtlb Dol Ko Kese bazana Hai Kisi Naye insan Ko Batana Padta Hai
Ye baba bekhuph bana raha hai
Dhongi baba
Bina dekhe dhol tum bajaate hoge!
अगर कभी अलंकार पढ़े होते तो आज ये ना बोलते ।
एक चौपाई में एक शब्द के कई अर्थ होते है।
Jai ho 🙏
राधे राधे राधे
सही कहा गुरु जी ने हमारे सागर जिले मध्यप्रदेश में ताड़ना का अर्थ देखना होता है
Narendra bhaei mei (etawah) up. se hu hamare yaha bhe sem aap ke yaha jaise he bhasha bole jate h bade sundar bhasha h hamare bundelkhande
तुलसी दास जी ने "शूद्र" शब्द के जगह
ब्रम्हण, क्षत्रिय, वैश्य शब्द क्यो नही लिखा??
Bhai Sudrr ka arth jati dharm se nhi hai... Ache se acha bhale se bhala aadmi koi glat kaam kare to WO sudrr ki xseni me aa jata hai... Jese tumhare pas parchun ki dukaan h tun ak aadmi rkhte ho kam k liye WO glat kaam karega tum use dantoge ge nhi smjhao ge nhi to WO or galat kaam karega... (Tdna ka matlb Tadna+ dantna or tadna+ptina bhi hota h ab ye tum par h use smjha ke tadte ho ya mar-peet ke tadte ho)
@@chhaganswami2861 agar sudra word kam per depend hai to jo log uchi jati ke hai agar halat kam karte hai to unko sudra me dal dena chahiye aur jo sudra achha k kar rahe hai unko braman bana dena chahiye. Kaya aisa ho skta hai .
@@hariomgupta8405 बिल्कुल क्यों नहीं 👍🏻👍🏻👍🏻
@@hariomgupta8405तो ग्रंथो मे कैकेयी को शुद्र क्यो नहीं कहा गया
@@chhaganswami2861 aur fir ravan brahman kaise
Unko bhi shudra kehna chahiye tha na
गुरुजी रामायण में ज्यादातर अवधी भाषा का प्रयोग हुआ है। और ताड़ना का मतलब होता है परखना या व्यवहार को समझना। और इसका मतलब है की अगर आप इनके व्यवहार को नहीं समझोगे तो आपको दिक्कत ही आयेगी। जैसा की आजकल आ रही है।
parakhna ka matlab tadna nahi hota...wo wahi likha hai...dnt defend that
Bilkul sahi tadna ka matlab dekhna hota hai aur..... Ab choupai banti hai...
Dhol pashu ganwar sharma dubey pandey mishra aur tiwari
Sakal tadna ke adhikari.
सही है देश में पहले कुछ ने रामायण के श्लोक बदले अब मतलब बदले जा रहे है.... पर एक सच ये है की नेताओं के सिवाय किसी की जिंदगी में कोई फर्क़ नहीं पड़ेगा.....
Iska matlab shudr pashu nari aur dhol ko hi dekhna chahiye Aisa kyon baki savi prakand biduan hote the kya
Maharaj dekhna ka matlab kya hota hai aaj tak to shudra ko nichli najar se dekhte hain aur Maharaj dekhne ki baat hai to aap sadhuon ke v bichar alag alag hote hain to Aisa kyon nahi likha ki brahaman ko v tarna chahiye
Param pujya maharaj ji tadna Bundeli Bhansha hai mai chatarpur jile ka hu
Yes good explain
आंख बंद कर लेने से सूर्या का प्रकाश लोप नहीं होता। सच तो सच ही रहता है!
Maharaj Ji dhol, gavar ,shudra pashu or nari sakal tadna Ke adhikari Ka .....matalb h .......dhol, gavar ,shudra,pashu or nari ye sabhi shiksha Ke yogya h .....aaj hi Maine sunder kand me dekha ye chaupaiya sunder kand me h
Me sahmat aap ki bat se
जाहिल कहीं के ढोल को देखकर क्या कर करोगे
डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश
नारी को देखते रहो. ये कैसी बात?
Maharaj ko Hindi ka gyan nahi.....hindi aur sanskriti aisi bhasa hai jaha ek shabd ke ek hi arth hota hai.....son aur sun ko na milaye.
Bahan meri agar aap jai padi likhi mahila bhi sahi arth nhi samajh paogi to ye desh kse aage bdega ab in chupai ke arth ko badalkar btaya ja rha h ye baat apko samjhani hogi ki mahila aur Sudra ki adhikar sirf indian constitution se hi mile h
राधे राधे कृष्णा 🙏
Jiska dil chhota hota hai usey shudra kahte hai. Par vo bhi is vishwa ke ek kirdar hi hote hain. Aur vo kahin se bhi ho sakte hain.
वाह जी 👈🙏🙏🙏
🙏🙏 Radhey Radhe Acharyaji.😊
Definition changed time to time.
कनक कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय।
या खाए बौराए जग, वा पाए बौराए।।
भावार्थ - सोने को पाने वाले बौरा जाते है , और धतूरा (भांग )को खाने वाला नसे में ।
इस चौपाई में
जैसे 1 कनक का अर्थ सोना (स्वर्ण )
2 कनक का अर्थ धतूरा ( भांग )
इसलिए पूरे वाक्य का अर्थ बदल जाता है ,
जैसा हम हिंदी में समझते है वैसा नही होता है ।
Right 👍 Maharaj ji
इनका इंग्लिश ज्ञान जैसा है रामायण का ज्ञान उतना ही है । मूर्खतापूर्ण व बेईमान नीयत से भरा विश्लेषण है ।
जय जवान जय किसान जय विज्ञान। बाबा साहब अमर रहे हमारा संविधान अमर रहे। हमें किसी धर्म जात संप्रदाय पाखंड की जरूरत बिल्कुल नहीं है। मेरा बस सिर्फ इतना कहना है कि देश में पाखंड ना फैलाया जाए पाखंड के नाम पर देश की जनता को ना लूटा जाए। रामायण में जो बात गलत लिखी हुई है उसे रामायण से निकाल दिया जाय।
Jay bhim
भाई,
जय श्री राम
क्या पाखंड है,
जिस भारत भूमि मे तुम बैठे हो, बो राम की भूमि है, शब्दों पर मत जाओ, अर्थ भी तो समझो,
और कौन कहता है तुम्हें सनातन धर्म को मानने के लिए, पर हमारे धर्म की अभेलना तो माता करो,
और अब अति किये तो कसम श्री राम की देश द्रोही कहलाओगे, अल्प तो हो कहीं इसी अकड़ मे सॉर्ट ही न हो जाना
Pakhndiyo का mulnivas uresiya है enka DNA jach how 👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍
Bhai tumne kabhi ni pada na kabhi kuch samj h fir kis gande muh se bol dete ho tum ki ye galat h or
Bhai tum baba sahab ki baat kar rahe ho to m bata deta hu ki baba sahab ne desh ke samvidhan m is desh ko HINDU RASHTRA kaha tha na ki secular ye to congress ki gov ne kiya h secular or rahi baat to sun constitution ke pehle page m PRABHU SHREE RAMCHANDRA JI ka photo h tu sirf murk logo ki batao m aa jata h
@@yaduvanshi7946 बाबा साहब अम्बेडकर जी को कौन नहीं मानता, हम भी मानते है, पर हम अपने धर्म के प्रति भी कुछ नहीं सुनना चाहते,
तो फिर क्यूँ करते हो किसी भी धर्म का अपमान,
और ये सब है क्या
इस प्रवचन सुनने के बाद दूसरा प्रवचन सुनने के लिए यही शब्द का प्रयोग कोई बाबा दूसरा बताएगा कि ताड़ना मिस होता है बजाना' एक पंडित बताएगा ताड़ना मतलब देखरेख करना' कोई पंडित बताएगा ताड़ना मतलब होता है "प्यार करना शुद्र की सेवा'' करना यह जब तक ब्राह्मणवाद है तब तक हम सबको बेवकूफ बनाते रहेंगे और हम सुनते रहेंगे उन लोग तभी तो बिना कमाए इन लोगों का चेहरा लाल रहता है||
Right 👍😂