Those days will never come back these were the golden days of Maa Bhabatarinis temple. The smell of wet soil,Slow breeze and Smell of ganga mati all gone . I miss those days the style and way of making the headware and bodyware from flowers for the mother have long been forgotten💔. Those were the days when people used to concentrate on the mother than concentrate on girls and mobiles😢 . Maa go Maa❤❤❤❤😢
स्वराज्य संस्थापक प्रजा के जाणता राजा महान छत्रपती शिवाजी महाराजने भारी विरोध के बाद भी गागाभट को धन देकर राज्याभिषेक करनेपर उनकी और महान गुरु राजमाता जीजाई को जहर दिया था तो 10 दिनो मे जीजाई की मृत्यु हुई लेकीन शेरदिल असली शिव जहर पिकर भी अपनी प्रजा की रक्षा के लिए मौत को भी कुछ दिन रुकने का आदेश दिया था लेकीन तबतक छत्रपती के शिक्के चुराकर नकली दानपत्रो से प्रजा को लुटने की और पिता की जहर से हत्या का पता चलनेपर महान्यायी शंभु राजाने छडयंत्रकारी गुनहगारो को हाथी के पैरोतले कुचलकर मारने का स्वराज्य मे सर्वसंमत महादंड दिया था और स्वराज्य मे कर्मकांड ना करने के कडक आदेश देकर पाखंड को जड से खत्म करने के लिए संगमेश्वर परिसर के बुध्द स्थल से धम्म दिक्षा विधी कर के वापस लौट रहे स्वराज्य रक्षक उच्चविद्याविभुषित,बुध्दभुषणकार, प्रजा के महान महान्यायी राजा धम्मवीर छत्रपती संभाजीराजा को मुगल फौज के चमचोने निहत्ताही पकडा था नही तो किसी की क्या मजाल की शेर के छावे को हात भी लगा सके और शंभुराजा की सभी ज्ञानेंद्रिए काटकर यातनाए देने के बाद भी राजा बहोत बलशाली शेरदिल होने के कारण और बोधिसत्व को प्राप्त करने के कारण राजा शांत थे फिर उन्हे घोडोसे खिचकर वढू गावपर दहशत फैलाने के लिए भिमा नदी के किनारे लानेपर भी राजा जीवीत थे तो शंभुराजा के शरीर के एक एक अंग को काटकर नदी मे फेक दिया गद्दार कुत्तोनो उनका सर काटकर सर का प्रतिक भालेपर लोटा रखकर त्यो=तुम्हारी हार मनाकर खुशीया मनाई ताकी फिरसे शंभुराजा जैसा कोई उच्च शिक्षा और बहुभाषाज्ञान प्राप्त करके शिलालेखोसे और पाखंड के ग्रंथ को पढ़कर भारत के असली महान ईतिहास को जानकर ऐतिहासिक संशोधनपर ग्रंथ लिखकर बुध्दभुषणकार ना बन सके और पाखंडपर ग्रंथ लिखकर छडयंत्रकारी कर्म कांडीयो की पोल ना खोल सके ईसीलिए शिक्षापर और धार्मिक स्थलोपर बंदी लगाकर शंभुराजा के सारे संशोधित ग्रंथ नष्ट कर उसमे काल्पनिक कहानिया लिख दी ईसीकारण राजा के विश्वासु दोस्त बौध्द भिक्कु कलश की भी उन्ही की तरह हत्या कर सच को छुपाकर भिक्कु कलश को कवी बताया। वढू गाव मे गायकवाड नाम का पहेलवान जिन्होने यात्रा की दंगलो मे,सट्टा लगाने वालो के बडे,बडे नामी पहलवानो को चीत किया था वे शंभुराजा के आखाडे के पहेलवान दोस्त थे उन्होने अपने राजा दोस्त के शरीर के तुकडो को पहचानकर गाव के पास अपने घर के सामने अपने दोस्त राजा का अंतिम संस्कार कर वहापर देवळी समाधी बनाई थी जहापर छत्रपती शाहु महाराज ने पता लगनेपर अपने पिता की शिल्पसमाधी बनवाई ! लेकीन स्वराज्य के धन से भव्य मस्थानी महल बनाने वालोने शंभुराजा के लिए कुछ भी नही बनवाया आजतक ! क्या भव्य बनाया ?क्या दिव्य बना रहे है ? फिर राजा और प्रजाने जो धन दानपेटीयो जमा करते आए है उस धनसे भी कुछ नही बनाया आज तक और सती प्रथा के नामपर राजपरिवार की और हमारी माता बहनो की जीवीत ही जलाकर हत्याए कर दी ! नमो बुध्दाय ! जय जिजाई ! जय शिवराय ! जय शंभुराजे ! जय भारत !
Those days will never come back these were the golden days of Maa Bhabatarinis temple. The smell of wet soil,Slow breeze and Smell of ganga mati all gone . I miss those days the style and way of making the headware and bodyware from flowers for the mother have long been forgotten💔. Those were the days when people used to concentrate on the mother than concentrate on girls and mobiles😢 .
Maa go Maa❤❤❤❤😢
Thank you Prasar Bharati for sharing such a wonderful information on Dakshineswar temple.
Jai Maa Kali.
Please upload Jagannath temple video
Joy maa
Jay ma Kali 🙏🌺🙏🙏🌺🙏
My maternal grandparents went to this temple
জয় শ্রী মা ভবতারিণী কালী মাতা
Birendra krishna bhadra in the intro song i think
Jai Kaali ma 🙏🙏
स्वराज्य संस्थापक प्रजा के जाणता राजा महान छत्रपती शिवाजी महाराजने भारी विरोध के बाद भी गागाभट को धन देकर राज्याभिषेक करनेपर उनकी और महान गुरु राजमाता जीजाई को जहर दिया था तो 10 दिनो मे जीजाई की मृत्यु हुई लेकीन शेरदिल असली शिव जहर पिकर भी अपनी प्रजा की रक्षा के लिए मौत को भी कुछ दिन रुकने का आदेश दिया था लेकीन तबतक छत्रपती के शिक्के चुराकर नकली दानपत्रो से प्रजा को लुटने की और पिता की जहर से हत्या का पता चलनेपर महान्यायी शंभु राजाने छडयंत्रकारी गुनहगारो को हाथी के पैरोतले कुचलकर मारने का स्वराज्य मे सर्वसंमत महादंड दिया था और स्वराज्य मे कर्मकांड ना करने के कडक आदेश देकर पाखंड को जड से खत्म करने के लिए संगमेश्वर परिसर के बुध्द स्थल से धम्म दिक्षा विधी कर के वापस लौट रहे स्वराज्य रक्षक उच्चविद्याविभुषित,बुध्दभुषणकार,
प्रजा के महान महान्यायी राजा धम्मवीर छत्रपती संभाजीराजा को मुगल फौज के चमचोने निहत्ताही पकडा था नही तो किसी की क्या मजाल की शेर के छावे को हात भी लगा सके और शंभुराजा की सभी ज्ञानेंद्रिए काटकर यातनाए देने के बाद भी राजा बहोत बलशाली शेरदिल होने के कारण और बोधिसत्व को प्राप्त करने के कारण राजा शांत थे फिर उन्हे घोडोसे खिचकर वढू गावपर दहशत फैलाने के लिए भिमा नदी के किनारे लानेपर भी राजा जीवीत थे तो शंभुराजा के शरीर के एक एक अंग को काटकर नदी मे फेक दिया गद्दार कुत्तोनो उनका सर काटकर सर का प्रतिक भालेपर लोटा रखकर त्यो=तुम्हारी हार मनाकर खुशीया मनाई ताकी फिरसे शंभुराजा जैसा कोई उच्च शिक्षा और बहुभाषाज्ञान प्राप्त करके शिलालेखोसे और पाखंड के ग्रंथ को पढ़कर भारत के असली महान ईतिहास को जानकर ऐतिहासिक संशोधनपर ग्रंथ लिखकर बुध्दभुषणकार ना बन सके और पाखंडपर ग्रंथ लिखकर छडयंत्रकारी कर्म कांडीयो की पोल ना खोल सके ईसीलिए शिक्षापर और धार्मिक स्थलोपर बंदी लगाकर शंभुराजा के सारे संशोधित ग्रंथ नष्ट कर उसमे काल्पनिक कहानिया लिख दी ईसीकारण राजा के विश्वासु दोस्त बौध्द भिक्कु कलश की भी उन्ही की तरह हत्या कर सच को छुपाकर भिक्कु कलश को कवी बताया।
वढू गाव मे गायकवाड नाम का पहेलवान जिन्होने यात्रा की दंगलो मे,सट्टा लगाने वालो के बडे,बडे नामी पहलवानो को चीत किया था वे शंभुराजा के आखाडे के पहेलवान दोस्त थे उन्होने अपने राजा दोस्त के शरीर के तुकडो को पहचानकर गाव के पास अपने घर के सामने अपने दोस्त राजा का अंतिम संस्कार कर वहापर देवळी समाधी बनाई थी जहापर छत्रपती शाहु महाराज ने पता लगनेपर अपने पिता की शिल्पसमाधी बनवाई ! लेकीन स्वराज्य के धन से भव्य मस्थानी महल बनाने वालोने शंभुराजा के लिए कुछ भी नही बनवाया आजतक ! क्या भव्य बनाया ?क्या दिव्य बना रहे है ? फिर राजा और प्रजाने जो धन दानपेटीयो जमा करते आए है उस धनसे भी कुछ नही बनाया आज तक और सती प्रथा के नामपर राजपरिवार की और हमारी माता बहनो की जीवीत ही जलाकर हत्याए कर दी !
नमो बुध्दाय ! जय जिजाई !
जय शिवराय ! जय शंभुराजे ! जय भारत !
मती भ्रष्ट हो गयीं हैं आपकी ।😏