उत्तर प्रदेश में यदि भाजपा को पुनः सत्ता में वापस आना हैं तो अपने पुराने कार्यकर्ताओं को महत्व देना होगा, मेरे जिले में संगठन के अधिकांश पदेन अधिकारी जनता के बीच में रसूखदार बन कर जातें थे यदि गाँव का कोई परेशान व्यक्ति जाता था तो पदेन अधिकारी के दरबारी ये कहकर उसे निराश कर देते थे कि भइया अभी लखनऊ गए हैं अभी दस मिनट पहले ही निकले हैं जबकि भइया अपने घर में मौन साधकर बैठे हैं या उसे समर्थन करते हैं जो आप के वोटरों या समर्थकों को दबा रहा है
BJP Ka I.T sell aur Sensor board ka chairman kaun saa achchha hai vo to aisy kisi film ko certificate hee naheen deta hai jismay Bhagvan Ram ka naam ho Lekin Modi ji ka chaheta hai iss liye pad per bana huva hai. BJP kee haar ke karan 100 --200 naheen hain Kam say Kam 1000 karan hain.
👍बहुत बढ़िया चर्चा 🌷मूल कारण पर कोई नहीं बोल रहा । भाजपा का मूल वोटर हिन्दू समाज है जिसके वोट से भाजपा केंद्र और राज्यों में सरकारें बनाती है और अफसोस ये है कि दस साल में इन्होंने इनकी पूरी अनदेखी करी है और हिन्दू समाज को मजबूत करने के लिए एक काम भी नहीं किया है और ये बात हिन्दू समाज समझ रहा है और मोदी शाह के रवैए को देख कर बहुत निराश, हताश और कुंठित है। यही सीटें कम आने का मूल कारण है। बाकी जोड़ घटाव चाहे जो कर लो। हिन्दू अपने नेता को पौरुषवान देखना चाहता है लेकिन नूपुर शर्मा, टी राजा , बंगाल आदि पर मोदी शाह और पार्टी का पौरुषविहीन रवैया देख कर हिन्दू बहुत खिन्न है।
Ye bjp me fut dalna cha rahe janta samjhe .yogiji opposition ke liye badha khatra hai. Aap log opposition ki bat kare chup kiuo hai sirf karykarta ...aap bjp ko todhne ki kosish kar rahe ....please bataye opposition ne kaise hinduo me fut dali lalach di pure Ayodhiya ke dukandaro ko ....jhooth hi jhooth Ayodhiya ki janta ko bhi lalach main to dad deti hu kaise sari Ayodhiya ko apane bus me kiya opposition ne . Aap bat kare please .
Bjp and yogi ji jaisa neta ni milega, but most of the vidhayak apne apko mukhyamantri ya mantri se kam ni samjh rhe, aaj ki conditions ye hai, specifically in budelkhand.
नैरेटिब का रोल सत्तर प्रतिशत रहा है और तीस प्रतिशत कार्य कर्ता की उदासीनता रही है। भाजपा का आदर्शवाद ले डूबा है। सही कार्य के लिए भी कार्यकर्ताओं द्वारा न थाने पर सुनी गई न ही प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सुनी गई।
Vote dalnewale samjdar na ho to sp n cong.wale mandbhudiwalo ko hi layenge jante samjdar honi chahiye jhoot pe bharosa nahi karne chahiye @@vishwabahu8030
अवधेश जी जी कह रहे हैं भाजपा की हार का सही विश्लेषण यही है। भाजपा की हार के मुख्य कारणौं में कार्यकर्ताओं ने उत्साह की कमी, जिसका मुख्य कारण भाजपा में कार्यकर्ताओं की अनदेखी, अपने बोटर और कैडर पर ध्यान न देकर बसपा व सपा के वोटर का कार्य पार्टी की योजनाओं में बरी यता में रहने जबकि इन्हीं सुविधाओं के लिए पार्टी कार्यकर्ता और सपोर्टर व पार्टी के बोटर तरसते रहे। जैसे आयुष्मान का सारा फायदा 6 युनिट से ज्यादा होने के चलते भाजपा का कार्यकर्ता ले ही नहीं सका। मकान भी ज्यादातर मुस्लिमो व जाटव समाज के बने जबकि भाजपा पदाधिकारियों ने सरकारी योजनाओं का लाभ अपने ही उन कार्यकर्ताओं तक भी नहीं पहुंचाया जो वास्तव में हकदार थे और अगर उन तक यह योजनाऐं पहुँच मयीं होती तो वह 200 गुना ताकत से पार्टी का कार्य करता जबकि अपनी ही सरकार में लाभ तो छोड़िये, अगर कार्यकर्ता के साथ अयोध्या जैसी घटनाओं का होना उसके साथ साथ अन्य कार्यकर्ताओं में हताशा का निर्माण हुआ और पपरिणाम अपके सामने है। एक और मुख्य कारण योजनाओं का विपक्ष द्वारा नेगेटिव प्रचार होता और कार्यकर्ताओं द्वारा उसका खंडन न होना। शाहीन बाग में जो कुछ हुआ जो अराजकता फैलाई गई उस पर भाजपा सरकार ने कोईघ कारगर कदम नहीं उठाया। फलस्वरूप किसान आंदोलन में अराजकता फैलाने का सर्टिफिकेट मिल गया। लालकिले पर जो हुआ उसके दोषियों पर कोई कारवाई न होना, मुस्लिम लड़को ने हिन्दू लडकियों पर जो पिशाच काम किये उन पर ग्रहमन्त्रालय की मूकदर्शकता ने हिन्दू समाज में भाजपा के प्रति उत्साह में कमी पैदा कीे इसी तरह नुपुर शर्मा वाले मामले में तसलीम रहमानी पर कोई कारवाई न होना जबकि नूपुर का निलंबन, बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर गौरक्षकों वाले मामले और प्रज्ञा ठाकुर के मामले पर प्रधानमंत्री जी द्वारा बयान दिया जाना कहीं न कहीं हिन्दू और भाजपा कार्यकर्ताओं में निराशा पैदा करने का कारण रहे। उधर ममता बनर्जी लगातार हिन्दुओ और भाजपा कार्यकर्ताओं को मरवाती रहीं लैकिन भाजपा सरकार ने उसे बर्खास्त नहीं किया जिससे बंगाल में कार्यकर्ता निराश हुआ अगर बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद चुनाव होता तो परिणाम कुछ और होता। ये बहुत से कारण थे जिससे भाजपा हारी। पार्टी इन सभी मुद्दों पर ध्यान दें तभी फायदा होगा। कम्पनियों की मनमानी से लगातार रेट बढ़ रहे हैं जबकि कच्चा माल पहले से बहुत कम हुआ सरकार महगाई पर नियंत्रण नहीं कर पा रही। सरकारी कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त है, सरकार की योजनाओं का लाभ भी जनता तक नहीं पहुंच रहा है। एफ एस एस आई जैसे लाइसेंस सरकार की नाक के नीचे ठेके पर बनाकर अधिकारी मौज कर रहे हैं। 100 रुपये फीस वाला लाइसेंस 600 से 3000 रुपये तक में बनाया जा रहा है। जो नहीं देता उसका लाइसेंस बनता ही नहीं। पहले अधिकारी खुद बसूलना था अब वह इसका ठेका उठा रहे हैं। भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ वाले भी चुप रहकर खुद फायदा उठाते हैं बाकी व्यापारी की समस्या क्या है उन्हें कोई मतलब नहीं। हम 22 मार्च में अयोध्या गए थे वहाँ योगी जी ने कार्यकर्ताओं के लिए फ्री बस चलवा रखीं थी लेकिन वहाँ बस वाले न तो कैम्प से कार्यकर्ताओं को उठा रहे थे और न कार्यकर्ताओं को ला ले जा रहे थे अपितु गाड़ियों में सवारियां भरकर इधर उधर गाड़ियां दौड़ा रहे थे बसे रुक नही रहीं थी जैसे ही एक गाड़ी आती भीड़ उसके पीछे दौड़ती लेकिन वह रुकती नहीं थी। पार्टी के पदाधिकारी, विधायक व मंत्री सभी वहाँ थे कार्यकर्ता अपने विधायकों को इस अव्यवस्था की जानकारी दे रहे थे तो विधायक कार्यकर्ताओं से अपने पैसे से टैम्पो से आने की सलाह तो दे रहे थे लेकिन व्यवस्था सुधारने के लिए परिवहन मंत्री, या परिवहन विभाग में बात नहीं कर रहे थे। जब विधायक ऐसे होंगे तो कर्मचारी से काम की आशा क्या की जाऐ। यही व्यवस्था सरकार के हर विभाग में है । सरकार संज्ञान ले। अधिकारियों की मनमानी पर लगाम लगाऐ। महगाई पर नियंत्रण करें। नौकरियों में जो समस्याऐं है उन्हें दूर करे। जय जय श्री राम
जेपी नड्डा को अध्यक्ष पद से हटना चाहिए गृहमंत्री अमित शाह जैसे किसी को आने पर और संघ परिवार साथ आने पर ही फिर से पार्टी में सुधार होगा कार्यकर्ताओं में जोश भरने वाला चाहिए योगी जी अपना कार्य करने में सक्षम है पर और लोग सही कार्य नहीं कर रहे है अभी सुधार नहीं हुआ तो फिर सम्भल नहीं पायेंगे।
अवधेश जी ने बहुत सही कहा है ।कार्यकर्ताओं को रोष था मुसलमानों को बहुत अधिक वरीयता दी जानी ।हिन्दू कोदूसरा दर्जा देना ।बात बात पर जैसे कन्हैया नूपुर के लिए मौन हो गए एक कमजोर मोदी दिखे ।बंगाल के कार्यकर्ताओं के लिए न दुख प्रकट किया न कुछ ।सबको मरने के लिए छोड़ दिया
Awdhesh जी बिल्कुल सही विश्लेषण कर रहे हैं जमीन पर कोई संघर्ष नहीं करते कार्यकर्ता को तरजीह नहीं मिली जमीनी सच्चाई जानना हो तो लखनऊ नही तहसील और गांव में आकर विश्लेषण करो लोगों से सही आंकड़ा लो।
योगी जी के नेतृत्व में भाजपा 2027 में फिर से कमबैक करेंगी। और मेरी सलाह यह ही है कि बाहर से आए लोगों को टिकट पांच साल बाद दिया जाये। और पांच साल उस आदमी की मेहनत और ईमानदारी व वफादारी को परखा जाये।
यूपी के अस्सी प्रतिशत विधायक बिल्कुल जनता से कट चुके हैं अहंकार में डूबे हुए हैं यदि टिकट लेकर सत्ताईस विधान चुनाव में बड़ी हार होगी संगठन में बड़ा हेर फेर होना चाहिए
मैं 1986 से भाजपा का समर्थक हूँ यहाँ तक मैं जब नागपुर में शिक्षा ग्रहण कर रहा था तब से प्रचार भी करता रहा हूँ महाराष्ट्र के वर्धा जिले से लोकसभा के प्रत्याशी 1989 के अरुण भाऊ अडसड जी के लिए पूरे जिले में प्रचार किया हूँ लेकिन सरकार से कोई लाभ नहीं मिला यहाँ तक की मेरी भी जमीन भू माफिया ने कब्जा किया हुआ है मैंने शासन के पास प्रार्थना पत्र दे रहा हूँ लगातार बहन मायावती जी से लेकर अभी तक की सरकारों के सामने लेकिन न्याय नहीं मिला है परन्तु फिर भी भाजपाई हूँ और मरते दमतक रहूगा क्योंकि भाजपा को अपने लहूसे सीचा हूँ
@@SureshTiwari-fr1sh भइया जी मेरे परिवार में चार पीढ़ियों से आर्मी में हैं और मेरे दादा जी ये बताया करते थे कि मुगल सैनिकों के खिलाफ अयोध्या की लड़ाई में भाग लिए थे और बाबरी विध्वंस में मैं भी था आप के कमेंट्स से मुझे कोई तकलीफ नही है बल्कि खुशी होती है कि किसी भाई ने पढा़ तो और कमेंट्स किया जय श्री राम🙏🙏 भाजपा का नाम लिख देने से नाराज मत हो, पार्टी जब शून्य पर होती है तो कार्य कर्ता ही उसे शिखर पर भूख प्यास धूप☀☀ में रहकर शिखर पर ले जाते हैं🙏🙏
अवधेश जी आपका आंकलन सही है भाजपा सता में आने पर देश हित और जन हित में बहुत काम होते हैं लेकिन अपने कार्यकर्ता को मझधार में छोड़ देते हैं और पार्टी अगर इस कमी को दूर नहीं करेगी तो भविष्य में देश का जबरदस्त नुकसान होगा कयोंकि और दल अपने कार्यकर्ता को बहुत महत्व देते हैं
अवधेश जी बिलकुल सही कह रहे है सिर्फ़ बात up की नहीं सारे देश में समर्पित लोगो को सम्मान नहीं मिल रहा l ऐसे लोग आगे किए जाते है जिनके ख़ुद के वोट का भी भरोसा नहीं होता l
अवधेष जी का विश्लेषण सच्चाई के अधिक नजदीक लगता है। अभी भी लगता है कि भाजपा बाॅकी के दो विश्लेषकों के हिसाब से इस हार को ईजी ले रही है। हाॅ योगी जी पर भरोसा है। 2027 के लिये योगी जी अपने संभाल लेंगे यदि केन्द्र ने योगीजी का मार्ग रोकने की कोसिश न की तो, पर 2029 का भरोसा बिल्कुल नहीं। यदि ऐसा ही चला तो 2029 में 33 लाना भी मुश्किल होगा।
बीजेपी का कार्य कर्ता बीजेपी से निराश था इस बात से कि बाहर से आये व्यक्ति को अधिक तरजीह देना, जमीनी कार्य कर्ता को नजर अंदाज करना ये कारण थे कार्य कर्ता का उदासीन होने का।
ऐसे हि तथाकथित नये नवेले चुचियों के वजह से भाजपा गर्त में जा रही कहा इन चुचियों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं अवधेश जी। ये ऐसे भाजपाई है जो स्वयं का वोट देने बुथ तक नहीं जाते होंगे।
कोई माने या न मानो अभदेश जी की बात से 100% सहमत हूं । यह हाल सिर्फ यूपी का नही पूरे देश में हे और बीजेपी की सबसे बड़ी कमजोरी कहिए या देश के बारे में ज्यादा उत्साहीत होना बीजेपी जब सरकार बन जाती है तब नेता कार्यकर्ता को नही पूछता यह सबसे बड़ी दिक्कत हे बीजेपी पार्टी में । लेकिन दूसरे दल को देखिए वो अपनी कार्यकर्ता को सर्वोपरि मानते हैं उनकी हर कार्य को प्राथमिकता देते हैं फोन घुमाने में शर्म नही महासुष करती लेकिन बीजेपी कार्यकर्ता के लिए कोई नही होता । इसपर बीजेपी को अपनी सुधार करनी चाहिए
Ye to jhooth failaya ja raha bjp ko todhne ke liye please samjhe ....italy scam baba ki totichore ki bat koi nahi kah raha ye bhi teeno tool kit hi hai hinduo ko todhne ki bat ...lalach wali bat ....jhooth bol ker janta ko gumrah karne wali bat to kar nahi rahe ....shame .modiji bjp yogi ji sab bahut majbut hai koi asar nahi hoga ....bharat ko koi todh nahi sakta opposition me itani takat nahi hai koi ecosystem kam ab nahi karega .....vandematram
कार्यकर्ताओं के सुनवाई बिल्कुल नही होता। दल-बदलु और अयोग्य उम्मीदवार के चुनाव प्रचार कार्यकर्ता नहीं करेंगे। जनता और कार्यकर्ता बताएंगे सरकारी अफसरों के भ्रष्टाचार भी चरम सीमापार है। खासकर के शिक्षा विभाग में।
Main ek Mahina gaon mein Raha machhali Shahar lok sabha seat ka pratyashi kabhi bhi gaon mein dikhai nahin diya is se karykartaon ka manobal gir Gaya election ka mahaul BJP ke paksh mein ban hi nahin Paya .
आरक्षण भी तो अस्थाई अनुबंध था जिसे अम्बेडकर जी ने मात्र दस सालों के लिए था उसे ताकयामत तक क्यों होना चाहिए जबकि प्रतिभा पलायन, अयोग्य नौकरशाहो की फौज ही खडी ़हुई। जिनके योग्यता पर सवाल ही सवाल उठते है और असमानता बढ़ रही हैं। जबकि बाबा साहब जाति बिहिन समाज चाहते थे और ये आज ये जातियाँ अपने जातियों से चिपकी रह कर मात्र आरक्षण चाहती हैं।
भाजपा मे सिर्फ दो हि नेता ऐसे हे जो बगैर रैली, शोभायात्रा और बगैर विज्ञापन के अपने काम करने के बलबूते जीत सकते हैं. वो हे योगी आदित्यनाथ और नितीन गडकरी.
धर्मो रक्षति रक्षितः एक लोकप्रिय संस्कृत वाक्यांश है जो महाभारत और मनुस्मृति में मिलता है। इसका अर्थ है कि "धर्म की रक्षा करने पर वह (रक्षा करने वाले की ) रक्षा करता है।" दूसरे शब्दों में, "रक्षित धर्म, रक्षक की रक्षा करता है"। तस्माद्धर्मो न हन्तव्यो मा नो धर्मो हतोऽवधीत् ॥ धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः ।
बाहेर से आने वाले का स्वागत विधानसभा , लोकसभा तिकीट देकर होगा तो कार्यकर्ता घर में ही बैठेगा भाई. महाराष्ट्र में अशोक चव्हाण को आते ही राज्यसभा दिया मगर नांदेड सीट BJP हार गयी जबकी श्री चव्हाण एक्स मुख्यमंत्री ओर मूल नांदेड निवासी है.
जय जय श्री🏹🏹 हर हर महादेव जी💜❤र हमारा सुझाव आने वाले नये बीजेपी के अध्यक्ष जी के बारे मे है उनका नेतृत्व पार्टी के लिए ऐसा होना चाहिए जैसे श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का नेतृत्व था चमकौर की युद्ध मे, मात्र चालिस साथी थे गुरु जी के साथ और सामने औरंगजेब की पहाड़ जैसी सेना💂💂💂 लेकिन गुरु जी ने हिम्मत नहीं हारी और ना ही पहाड़ जैसी सेना💂💂💂 देखकर घबड़ाये, बल्कि उन्होंने खुद हिम्मत किया और अपने साथियों का हिम्मत भी बढ़या, जो कि सिर्फ चालिस लोग थे गुरु जी अपने साथियों का उत्साह बढ़ाने के लिए बीर रस का नारा दिया कि चिड़िया नाल बांझ लड़ावां सवा लाख से एक लड़ावां तब गुरु गोबिंद सिंह नाम कहावांं बोलो सो निहाल शस्त्री अकाल, इतना कह कर औरंगजेब की सेना💂💂💂 पर टूट पड़े और इतिहास गवाह है कि ऐसा युद्ध लड़ा गया जो सदियों सदियों के लिए इतिहास में स्वर्ण अक्षरों लिखा गया है आज भी पंजाब के लोग इसी बीर रस के नारे को जोस जुनून बढ़ाने के लिए देते हैं, आज वही वक्त बीजेपी, भाजपा के लिए भी है अपने कार्यकर्ताओं में जोस जुनून भरने के लिए❤❤ जय जय श्री राम🏹🏹 हर हर महादेव जी💜❤
बहुत अच्छे ढंग से मंथन हुआ। आशा है कि बीजेपी इस तरह के feed back से लाभ उठाएगी। मेरे विचार से बीजेपी को मतदाता और कार्यकर्ताओं के असंतोष को दूर करना चाहिए। अति आत्म विश्वास से पार्टी नेतृत्व को बचना चाहिए। अभिनंदन और अभिवादन सहित
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष जी तो समाजवादी पार्टी को उनकी गलतियां बताने में लगे हुए थे ताकि वह अपना सुधार कर सके और आगे बहुमत प्राप्त कर सके यह कैसे प्रदेश अध्यक्ष हैं और अपने कार्यकर्ताओं को क्या बता रहे थे
मे बीजेपी का वरिष्ठ कार्यकर्ता हु मेरा बिजली कनेक्शन नहीं हो रहा है क्योंकि मे गरीब हु मे 15000 रिस्वत नहीं दे सकता 10 5 2022 को पन्जीकरण करवाया था (c m portal ) में भी सिकायत है.
कितने भी विश्लेषण कर दो हकीकत ये है कि बीजेपी के सत्ताधीशों ने हमेशा ही अपने लोगों की उपेक्षा की है ।आम कार्यकर्ता केसही कार्यों को भी ये नहीं करते उल्टा उसे नैतिकता का पाठ पढ़ाने लगते है ।ये अभी भी नही समझ रहे हैं या समझना नही चाहते ।बीजेपी के पतन का हमें भी कष्ट हो रहा है ।उत्तराखंड में ही देख लो क्या जरूरत थी बद्रीनाथ में भंडारी जी से त्यागपत्र दिलवाया और फिर उन्हीं को टिकट देकर चुनाव लडा और हालत क्या हो गई ।।
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने narrative का जवाब नहीं दिया क्योंकि योगी सरकार में ओबीसी आरक्षण से खिलवाड़ हुआ और सुनवाई भी नहीं हुई, नौकरियों का अकाल पड़ गया, पेपर लीक हुए, अधिकारियों का भ्रष्टाचार जबरदस्त बढ़ा
भाजपा की सोशल मीडिया चुनाव में नकारा रहा है अभी भी शान्त है जिसको देखकर लगता है कि विपक्ष को मूक समर्थन दे रहा है और उप मुख्यमंत्री लोग भी निगेटिव किरदार निभा रहे हैं इससे सरकार को सावधान हो जाना चाहिए
मंथन मे सब कहा जायेगा , लेकिन " वो" नहीं कहा जायेगा, जो नीचे के स्तर पर " हमने" भोगा है। जब जब "ड्राइंगरूम " वाली राजनीति होगी ,तब तब परिणाम भी ऐसे ही आयेंगे। जो पार्टियाँ " संविधान व आरक्षण " पर झूठ चला कर सीट ले गयीं, उनका भरपूर जबाब न मिलना भी एक बड़ा कारण रहा है ।
कार्यकर्ता का मनोबल तो हाई रखना चाहिये,उसमें सुरक्षा की भावना की गारंटी होनी चाहिये,बंगाल की सीटें गई,क्योंकि चुनाव बाद की हिंसा में कार्यकर्ता मरते रहे और केन्द्रीय नेतृत्व बिल्कुल उदासीनता बना रहा।बहुत से नेताओं ने भय से भाजपा छोड़ दी,क्या कर रहा था केन्द्रीय नेतृत्व।।लोग राजनीतिक सोच के साथ जुड़ सकते हैं,जान देने कोई नहीं आयेगा,,,बाद में आप मंच चिल्लायेंगे कि हमारे 50कार्यकर्ता को मार डाला गया।।।मरकर क्या मिला उनको??हमारे बिहार में राजद के कार्यकर्ताओं को कोई छू नही सकता है,यही टीएमसी की हालत बंगाल में है।।भाजपा कार्यकर्ता को सम्हालो मोदी जी।।।और अपने नेताओं को बोलो फील्ड में जाये ,योगी मोदी के भरोसे घर में सोकर चुनाव न लड़ें।।।।
@@rashmichablani5782 विपक्ष को हमारे पार्टी नेतृत्व खुद से ही जीतने का मौका दिया है!उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री को बार बार हटा देंगे के संदेश ने भी आग में घी का काम किया है!जातीय समीकरण को बनाने में इसबार केंद्रीय नेतृत्व से चूक हुई है जबकि विपक्ष ने इस मौके का जमकर फायदा उठाया
@@rashmichablani5782 अबकी बार 400के पार के नारे ने विपक्ष के हाथों में एक बहुत बड़ा मुद्दा दे दिया जिसपर विपक्ष ने सीधा संदेश समाज के निचले तबके सविंधान बदल देंगे अगर भाजपा सरकार आई तो उससे भाजपा को पिछड़ी और दलित जातियों का समर्थक वोटबैंक धीरे से ट्रांसफर हो गया!
@@rashmichablani5782 पार्टी नेतृत्व खुद से ही गलतियाँ किया हैं इस चुनाव में!योगी जी का कुछ किलो वजन कम करने के चक्कर में खुद का अच्छाखासा वजन कम कर लिया!
PM HM must take STRONG ACTIONS to get totally new media team which can be EFFICIENT AND EFFECTIVE in countering all fake narratives IMMEDIATELY. 10 YEARS OF WORST MEDIA TEAM HAS RESULTED IN WORSE BJP RESULT. WAKE UP PM HM.
उत्तर प्रदेश में यदि भाजपा को पुनः सत्ता में वापस आना हैं तो अपने पुराने कार्यकर्ताओं को महत्व देना होगा, मेरे जिले में संगठन के अधिकांश पदेन अधिकारी जनता के बीच में रसूखदार बन कर जातें थे यदि गाँव का कोई परेशान व्यक्ति जाता था तो पदेन अधिकारी के दरबारी ये कहकर उसे निराश कर देते थे कि भइया अभी लखनऊ गए हैं अभी दस मिनट पहले ही निकले हैं जबकि भइया अपने घर में मौन साधकर बैठे हैं या उसे समर्थन करते हैं जो आप के वोटरों या समर्थकों को दबा रहा है
कार्यकर्ता का काम नहीं होता बाहरी लोगों को अधिक सम्मान दिया जाता है आज भी
बीजेपी को बहुसंख्यक वोट बैंक पर फोकस करना चाहिए, अगर भविष्य में सत्ता में रहना है, मुफ्तखोरो को साधने की जरूरत नही आज की स्थति को देखते हुए ।
भाजपा का आईटी सेल बिलकुल फेल हुआ हर जगह ध्रुव राठी की चर्चा होती थी हम usa में भी यही सून रहेठे
Mujhe Amit malviya vipaksh ka agent lgta hai
Deep state collaborators can't be defeated on social media since it is controlled by deep state only.
@@PradeepKumar-pb7rvये सभी बीजेपी के दलाल है
BJP Ka I.T sell aur Sensor board ka chairman kaun saa achchha hai vo to aisy kisi film ko certificate hee naheen deta hai jismay Bhagvan Ram ka naam ho Lekin Modi ji ka chaheta hai iss liye pad per bana huva hai.
BJP kee haar ke karan 100 --200 naheen hain Kam say Kam 1000 karan hain.
BILKUL BEKAR, USELESS, I FULLY AGREE WITH YOUR VIEWS AND COMMENTS.
👍बहुत बढ़िया चर्चा 🌷मूल कारण पर कोई नहीं बोल रहा । भाजपा का मूल वोटर हिन्दू समाज है जिसके वोट से भाजपा केंद्र और राज्यों में सरकारें बनाती है और अफसोस ये है कि दस साल में इन्होंने इनकी पूरी अनदेखी करी है और हिन्दू समाज को मजबूत करने के लिए एक काम भी नहीं किया है और ये बात हिन्दू समाज समझ रहा है और मोदी शाह के रवैए को देख कर बहुत निराश, हताश और कुंठित है। यही सीटें कम आने का मूल कारण है। बाकी जोड़ घटाव चाहे जो कर लो। हिन्दू अपने नेता को पौरुषवान देखना चाहता है लेकिन नूपुर शर्मा, टी राजा , बंगाल आदि पर मोदी शाह और पार्टी का पौरुषविहीन रवैया देख कर हिन्दू बहुत खिन्न है।
सबसे पहले पार्टी अध्यक्ष को बदले, जो अब तक नही हुया। मंत्री बनकर भी अध्यक्ष बने हुये नडडा जी, जिनके नेतृत्व मे पार्टी गडढे मे चली गयी।
अगर यूपी से योगी जी को हटाने की सोचना भाजपा और हिंदुत्व के लिए घातक होगा, योगी जी UP SE गए तो UP गया
Ye bjp me fut dalna cha rahe janta samjhe .yogiji opposition ke liye badha khatra hai. Aap log opposition ki bat kare chup kiuo hai sirf karykarta ...aap bjp ko todhne ki kosish kar rahe ....please bataye opposition ne kaise hinduo me fut dali lalach di pure Ayodhiya ke dukandaro ko ....jhooth hi jhooth Ayodhiya ki janta ko bhi lalach main to dad deti hu kaise sari Ayodhiya ko apane bus me kiya opposition ne . Aap bat kare please .
Bjp and yogi ji jaisa neta ni milega, but most of the vidhayak apne apko mukhyamantri ya mantri se kam ni samjh rhe, aaj ki conditions ye hai, specifically in budelkhand.
BILKUL SAHI BAAT HAI.
योगी जी को सीएम से हटा कर तो देखे, औकात का पता चल जाएगा।
नैरेटिब का रोल सत्तर प्रतिशत रहा है और तीस प्रतिशत कार्य कर्ता की उदासीनता रही है। भाजपा का आदर्शवाद ले डूबा है। सही कार्य के लिए भी कार्यकर्ताओं द्वारा न थाने पर सुनी गई न ही प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सुनी गई।
ये भी सिर्फ एक कारण है
और एक बात!बहुत गर्मी
Vote dalnewale samjdar na ho to sp n cong.wale mandbhudiwalo ko hi layenge jante samjdar honi chahiye jhoot pe bharosa nahi karne chahiye @@vishwabahu8030
अगर 2027 जितना है तो भारतीय जनता पार्टी को आम का कार्यकर्ताओं को समझना होगा और उनका महत्व बढ़ताहोगा
अवधेश जी जी कह रहे हैं भाजपा की हार का सही विश्लेषण यही है। भाजपा की हार के मुख्य कारणौं में कार्यकर्ताओं ने उत्साह की कमी, जिसका मुख्य कारण भाजपा में कार्यकर्ताओं की अनदेखी, अपने बोटर और कैडर पर ध्यान न देकर बसपा व सपा के वोटर का कार्य पार्टी की योजनाओं में बरी यता में रहने जबकि इन्हीं सुविधाओं के लिए पार्टी कार्यकर्ता और सपोर्टर व पार्टी के बोटर तरसते रहे। जैसे आयुष्मान का सारा फायदा 6 युनिट से ज्यादा होने के चलते भाजपा का कार्यकर्ता ले ही नहीं सका। मकान भी ज्यादातर मुस्लिमो व जाटव समाज के बने जबकि भाजपा पदाधिकारियों ने सरकारी योजनाओं का लाभ अपने ही उन कार्यकर्ताओं तक भी नहीं पहुंचाया जो वास्तव में हकदार थे और अगर उन तक यह योजनाऐं पहुँच मयीं होती तो वह 200 गुना ताकत से पार्टी का कार्य करता जबकि अपनी ही सरकार में लाभ तो छोड़िये, अगर कार्यकर्ता के साथ अयोध्या जैसी घटनाओं का होना उसके साथ साथ अन्य कार्यकर्ताओं में हताशा का निर्माण हुआ और पपरिणाम अपके सामने है। एक और मुख्य कारण योजनाओं का विपक्ष द्वारा नेगेटिव प्रचार होता और कार्यकर्ताओं द्वारा उसका खंडन न होना। शाहीन बाग में जो कुछ हुआ जो अराजकता फैलाई गई उस पर भाजपा सरकार ने कोईघ कारगर कदम नहीं उठाया। फलस्वरूप किसान आंदोलन में अराजकता फैलाने का सर्टिफिकेट मिल गया। लालकिले पर जो हुआ उसके दोषियों पर कोई कारवाई न होना, मुस्लिम लड़को ने हिन्दू लडकियों पर जो पिशाच काम किये उन पर ग्रहमन्त्रालय की मूकदर्शकता ने हिन्दू समाज में भाजपा के प्रति उत्साह में कमी पैदा कीे इसी तरह नुपुर शर्मा वाले मामले में तसलीम रहमानी पर कोई कारवाई न होना जबकि नूपुर का निलंबन, बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर गौरक्षकों वाले मामले और प्रज्ञा ठाकुर के मामले पर प्रधानमंत्री जी द्वारा बयान दिया जाना कहीं न कहीं हिन्दू और भाजपा कार्यकर्ताओं में निराशा पैदा करने का कारण रहे। उधर ममता बनर्जी लगातार हिन्दुओ और भाजपा कार्यकर्ताओं को मरवाती रहीं लैकिन भाजपा सरकार ने उसे बर्खास्त नहीं किया जिससे बंगाल में कार्यकर्ता निराश हुआ अगर बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद चुनाव होता तो परिणाम कुछ और होता। ये बहुत से कारण थे जिससे भाजपा हारी। पार्टी इन सभी मुद्दों पर ध्यान दें तभी फायदा होगा। कम्पनियों की मनमानी से लगातार रेट बढ़ रहे हैं जबकि कच्चा माल पहले से बहुत कम हुआ सरकार महगाई पर नियंत्रण नहीं कर पा रही। सरकारी कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त है, सरकार की योजनाओं का लाभ भी जनता तक नहीं पहुंच रहा है। एफ एस एस आई जैसे लाइसेंस सरकार की नाक के नीचे ठेके पर बनाकर अधिकारी मौज कर रहे हैं। 100 रुपये फीस वाला लाइसेंस 600 से 3000 रुपये तक में बनाया जा रहा है। जो नहीं देता उसका लाइसेंस बनता ही नहीं। पहले अधिकारी खुद बसूलना था अब वह इसका ठेका उठा रहे हैं। भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ वाले भी चुप रहकर खुद फायदा उठाते हैं बाकी व्यापारी की समस्या क्या है उन्हें कोई मतलब नहीं। हम 22 मार्च में अयोध्या गए थे वहाँ योगी जी ने कार्यकर्ताओं के लिए फ्री बस चलवा रखीं थी लेकिन वहाँ बस वाले न तो कैम्प से कार्यकर्ताओं को उठा रहे थे और न कार्यकर्ताओं को ला ले जा रहे थे अपितु गाड़ियों में सवारियां भरकर इधर उधर गाड़ियां दौड़ा रहे थे बसे रुक नही रहीं थी जैसे ही एक गाड़ी आती भीड़ उसके पीछे दौड़ती लेकिन वह रुकती नहीं थी। पार्टी के पदाधिकारी, विधायक व मंत्री सभी वहाँ थे कार्यकर्ता अपने विधायकों को इस अव्यवस्था की जानकारी दे रहे थे तो विधायक कार्यकर्ताओं से अपने पैसे से टैम्पो से आने की सलाह तो दे रहे थे लेकिन व्यवस्था सुधारने के लिए परिवहन मंत्री, या परिवहन विभाग में बात नहीं कर रहे थे। जब विधायक ऐसे होंगे तो कर्मचारी से काम की आशा क्या की जाऐ। यही व्यवस्था सरकार के हर विभाग में है । सरकार संज्ञान ले। अधिकारियों की मनमानी पर लगाम लगाऐ। महगाई पर नियंत्रण करें। नौकरियों में जो समस्याऐं है उन्हें दूर करे। जय जय श्री राम
योगी है तो UP और सनातन है।
29 योगी जी का है, 24 का सबक 29 के लिए फायदेमंद है। 💯👍👍✅✅
Modi ji will be PM for next 50 years. No Yogi or Amit Shah can be replaced him.
जेपी नड्डा को अध्यक्ष पद से हटना चाहिए गृहमंत्री अमित शाह जैसे किसी को आने पर और संघ परिवार साथ आने पर ही फिर से पार्टी में सुधार होगा कार्यकर्ताओं में जोश भरने वाला चाहिए योगी जी अपना कार्य करने में सक्षम है पर और लोग सही कार्य नहीं कर रहे है अभी सुधार नहीं हुआ तो फिर सम्भल नहीं पायेंगे।
अवधेश जी ने बहुत सही कहा है ।कार्यकर्ताओं को रोष था मुसलमानों को बहुत अधिक वरीयता दी जानी ।हिन्दू कोदूसरा दर्जा देना ।बात बात पर जैसे कन्हैया नूपुर के लिए मौन हो गए एक कमजोर मोदी दिखे ।बंगाल के कार्यकर्ताओं के लिए न दुख प्रकट किया न कुछ ।सबको मरने के लिए छोड़ दिया
Awdheshji is 100% correct. BJP workers have no say or importance in the Party. It has now become the party of influential leaders only.
Awdhesh जी बिल्कुल सही विश्लेषण कर रहे हैं जमीन पर कोई संघर्ष नहीं करते कार्यकर्ता को तरजीह नहीं मिली जमीनी सच्चाई जानना हो तो लखनऊ नही तहसील और गांव में आकर विश्लेषण करो लोगों से सही आंकड़ा लो।
योगी जी के नेतृत्व में भाजपा 2027 में फिर से कमबैक करेंगी। और मेरी सलाह यह ही है कि बाहर से आए लोगों को टिकट पांच साल बाद दिया जाये। और पांच साल उस आदमी की मेहनत और ईमानदारी व वफादारी को परखा जाये।
Agniveer hataye up me exam karaye
@@artwithsmriti4398agnipath agniveer yojana se kya dikkat hai kya koi jabardasti kar Raha hai ichchha hai to jao
जो जानवर घूम रहे हैं यही योगी कोहर आएंगे 27 में भाजपा गायक
@@sahilvishwakarma-oh5mv yogi ji ko mana kar diya hai apane janvar khula n chhoden lekin tum log bhi apana apana janvar khula n chhoden
Well said.
अवधेश जी सही कह रहे हैं यूपी कार्य कर्ताओ की उपेक्षा हुई है ।
सौरभ जी को लाओ.... कहानी कुर्सी की तरह ही यहां पर भी एंकर रिप्लेस कर रहे हो बार बार... बॉयकॉट कर देंगे सौरभ जी के साथ मजा आता है
Bhai aaj Sourabh ki chhutti ho sakti hai Ek chhutti to chahie cal dekhte hain Agar Sourabh ji Nahin Aaye to Kissa Kursi ka khatm
Let saurabh take a break 😂
You are absolutely right. She is poorly informed, confused about questions and biased also, India TV must remove her from this show.
अवधेश जी बीजेपी की हार का सटीक विश्लेषण कर रहे हैं।।।।इस पर कोई ध्यान नहीं देगा तो2027में हार निश्चित है
सम्मानिय अवधेश कुमार जी एक की लाइन, एक ही शब्द... सैल्यूट।
यूपी के अस्सी प्रतिशत विधायक बिल्कुल जनता से कट चुके हैं अहंकार में डूबे हुए हैं यदि टिकट लेकर सत्ताईस विधान चुनाव में बड़ी हार होगी संगठन में बड़ा हेर फेर होना चाहिए
बीजेपी के नेताओ को सांसद ओर विधायको को कार्यकर्ताओं को सम्मान करना चाहिए कार्यकर्ताओं के कार्य होना चाहिए
❤❤ BJP Sarkar ❤❤
मैं 1986 से भाजपा का समर्थक हूँ यहाँ तक मैं जब नागपुर में शिक्षा ग्रहण कर रहा था तब से प्रचार भी करता रहा हूँ महाराष्ट्र के वर्धा जिले से लोकसभा के प्रत्याशी 1989 के अरुण भाऊ अडसड जी के लिए पूरे जिले में प्रचार किया हूँ लेकिन सरकार से कोई लाभ नहीं मिला यहाँ तक की मेरी भी जमीन भू माफिया ने कब्जा किया हुआ है मैंने शासन के पास प्रार्थना पत्र दे रहा हूँ लगातार बहन मायावती जी से लेकर अभी तक की सरकारों के सामने लेकिन न्याय नहीं मिला है परन्तु फिर भी भाजपाई हूँ और मरते दमतक रहूगा क्योंकि भाजपा को अपने लहूसे सीचा हूँ
Lahu desh aur dharm ke liye bahna theek hai na kisi party ke liye lahu bahana theek nahi
@@SureshTiwari-fr1shsatta jaruri hain.
Bjp ke alava hindus ke liye dusra option nahi hain.
@@SureshTiwari-fr1sh भइया जी मेरे परिवार में चार पीढ़ियों से आर्मी में हैं और मेरे दादा जी ये बताया करते थे कि मुगल सैनिकों के खिलाफ अयोध्या की लड़ाई में भाग लिए थे और बाबरी विध्वंस में मैं भी था आप के कमेंट्स से मुझे कोई तकलीफ नही है बल्कि खुशी होती है कि किसी भाई ने पढा़ तो और कमेंट्स किया जय श्री राम🙏🙏 भाजपा का नाम लिख देने से नाराज मत हो, पार्टी जब शून्य पर होती है तो कार्य कर्ता ही उसे शिखर पर भूख प्यास धूप☀☀ में रहकर शिखर पर ले जाते हैं🙏🙏
मेरे मनना है अवधेश जी बिलकुल सहि कहरहे है बीजेपी पाटीॅ ईस बात पर ध्यान देना चाहिए
अवधेश जी आपका आंकलन सही है भाजपा सता में आने पर देश हित और जन हित में बहुत काम होते हैं लेकिन अपने कार्यकर्ता को मझधार में छोड़ देते हैं और पार्टी अगर इस कमी को दूर नहीं करेगी तो भविष्य में देश का जबरदस्त नुकसान होगा कयोंकि और दल अपने कार्यकर्ता को बहुत महत्व देते हैं
अवधेश कुमार जी ने सही विश्लेषण किया है यथार्थ यही है
Nahi opposition ki jhootkofailana jatiwad lalach iske vajah se .opposition bjp me bhi fut dal rahi hai .vandematram
Avdhesh ki Jeet ka kaaran janta ko mis guid kiya gaya.Arakshan ne ,vikas v Ayodhya me tor phor ke bare me bbhramit kiya gaya .
Covishield vaccine ki bhi jhoot felaya gaya tha
अवधेश जी बिलकुल सही कह रहे है सिर्फ़ बात up की नहीं सारे देश में समर्पित लोगो को सम्मान नहीं मिल रहा l ऐसे लोग आगे किए जाते है जिनके ख़ुद के वोट का भी भरोसा नहीं होता l
कार्यकर्ता की उपेक्षा भारतीय जनता पार्टी के लिए मंहगी पड़ी
सरकारी दफ्तरों में खूब भ्रष्टाचार है। खुले आम है।
जहां कार्यकर्ता खुश होगा
जीत उसी की होगी, कोई भी पार्टी हो
कार्यकर्ता उत्साहित होना चाइए
अवधेश राय जी ने जो भी बातें कहीं, सिर्फ एग्जेक्टली बात वही है।
उसपर विचार होना चाहिए। ।
अवधेश जी का विश्लेषण बिल्कुल सत्य है ।इन बातों का अनुपालन bjp को जरूर करना चाहिए
अवधेष जी का विश्लेषण सच्चाई के अधिक नजदीक लगता है। अभी भी लगता है कि भाजपा बाॅकी के दो विश्लेषकों के हिसाब से इस हार को ईजी ले रही है। हाॅ योगी जी पर भरोसा है। 2027 के लिये योगी जी अपने संभाल लेंगे यदि केन्द्र ने योगीजी का मार्ग रोकने की कोसिश न की तो, पर 2029 का भरोसा बिल्कुल नहीं। यदि ऐसा ही चला तो 2029 में 33 लाना भी मुश्किल होगा।
सौरभ के साथ ये प्रोग्राम ज्यादे अच्छा लगता है ।
बीजेपी का कार्य कर्ता बीजेपी से निराश था इस बात से कि बाहर से आये व्यक्ति को अधिक तरजीह देना, जमीनी कार्य कर्ता को नजर अंदाज करना ये कारण थे कार्य कर्ता का उदासीन होने का।
ये सिर्फ एक कारण है
अवधेश जी बहुत सटीक विश्लेषण कर रहे हैं इनके आई टी सेल के लोग बूथ प्रमुख से फोन करते थे पर जब प्रमुख कोई शिकायत करता था तब फोन काट देते थे
Sab opposition ko bhul rahe hai hinduo me fut .
ऐसे हि तथाकथित नये नवेले चुचियों के वजह से भाजपा गर्त में जा रही कहा इन चुचियों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं अवधेश जी।
ये ऐसे भाजपाई है जो स्वयं का वोट देने बुथ तक नहीं जाते होंगे।
दुबारा माननीय अमित शहा जी को बीजेपी अध्यक्ष बनाईए नड्डा को हटाईये
Ek hi bat h amit sah ki mahatv kansa ne sara kaam kharab kiya h . up me gutbaji amit sah ki den h .
अवधेश जीने सही कहा हैं कार्यकर्ता की बात अधिकारी नही सुनते हैं
हारने का सिर्फ एक ही कारण नहीं है किंतु बूथ लेवल के कार्यकर्ता को सिर्फ चुनाव के अलावा कोई पूछता नहीं है।
अपनों की अनदेखी और असुरक्षा बीजेपी को कहाँ ले जायेगी यह इनको समझना पड़ेगा।
ओवर कॉन्फिडेंस के कारण बीजेपी के कार्यकर्ता botar नहीं निकला बोट प्रतिशत कम हुआ था इस कारण सीट कम हुई
Opposition ki niti se hare hindu me fut lalach ...ye to karyakartao ko dosh de rahe ye galat hai sara ecosystem ka kaam hai ....
अवधेशजी का विश्लेषण काबिले तारीफ हे कार्यकर्ता दोयमदर्जेका बनकर रहगाया सब का विकास ओर विश्वास जीत ने में
Opposition ka role hai ....
Host shandaar hai. Nishpaksh b, hansmukh b.
Avdesh ji awesome
कोई माने या न मानो अभदेश जी की बात से 100% सहमत हूं । यह हाल सिर्फ यूपी का नही पूरे देश में हे और बीजेपी की सबसे बड़ी कमजोरी कहिए या देश के बारे में ज्यादा उत्साहीत होना बीजेपी जब सरकार बन जाती है तब नेता कार्यकर्ता को नही पूछता यह सबसे बड़ी दिक्कत हे बीजेपी पार्टी में । लेकिन दूसरे दल को देखिए वो अपनी कार्यकर्ता को सर्वोपरि मानते हैं उनकी हर कार्य को प्राथमिकता देते हैं फोन घुमाने में शर्म नही महासुष करती लेकिन बीजेपी कार्यकर्ता के लिए कोई नही होता । इसपर बीजेपी को अपनी सुधार करनी चाहिए
भाजपा के MPs n MLAS इस गुमान में रहते हैं कि मोदी योगी के भरोसे जीत जाएंगे
Ye to jhooth failaya ja raha bjp ko todhne ke liye please samjhe ....italy scam baba ki totichore ki bat koi nahi kah raha ye bhi teeno tool kit hi hai hinduo ko todhne ki bat ...lalach wali bat ....jhooth bol ker janta ko gumrah karne wali bat to kar nahi rahe ....shame .modiji bjp yogi ji sab bahut majbut hai koi asar nahi hoga ....bharat ko koi todh nahi sakta opposition me itani takat nahi hai koi ecosystem kam ab nahi karega .....vandematram
कार्यकर्ताओं के सुनवाई बिल्कुल नही होता। दल-बदलु और अयोग्य उम्मीदवार के चुनाव प्रचार कार्यकर्ता नहीं करेंगे। जनता और कार्यकर्ता बताएंगे सरकारी अफसरों के भ्रष्टाचार भी चरम सीमापार है। खासकर के शिक्षा विभाग में।
चौधरी जी और नड्डा जी को तुरन्त अध्यक्ष पद से हटाकर नये अध्यक्ष नियुक्त किए जाने चाहिए।
योगी का काम केवल योगी ही कर सकते हैं। ❤❤❤
Yogi baba best cm hain but social management mein kamjor ho rahe hain
Main ek Mahina gaon mein Raha machhali Shahar lok sabha seat ka pratyashi kabhi bhi gaon mein dikhai nahin diya is se karykartaon ka manobal gir Gaya election ka mahaul BJP ke paksh mein ban hi nahin Paya .
जनता के बात योगी जी ने hr samay suni hai
पार्टी के बडे पदाधिकारियों को ममता बनर्जी जी से सीख लेनी चाहिए कि कार्यकर्ताओं को कैसे तवज्जों देती है उनका कार्यकरता सर्वोपरि होता है
Avdhesh ji sahi kah rahe hain.
I agree with Tulli ji and Adveshji
भाजपा कार्यकर्ता कहिंन भी प्रताड़ित होता हैं तो नगर मण्डल जिला अध्यक्ष कोई सहयोग नही करते हैं सिर्फ धनपशुओं की चमचा गिरि ये खुद करते हैं
आरक्षण भी तो अस्थाई अनुबंध था जिसे अम्बेडकर जी ने मात्र दस सालों के लिए था उसे ताकयामत तक क्यों होना चाहिए जबकि प्रतिभा पलायन, अयोग्य नौकरशाहो की फौज ही खडी ़हुई। जिनके योग्यता पर सवाल ही सवाल उठते है और असमानता बढ़ रही हैं। जबकि बाबा साहब जाति बिहिन समाज चाहते थे और ये आज ये जातियाँ अपने जातियों से चिपकी रह कर मात्र आरक्षण चाहती हैं।
बिजेपी में वो लोग शामिल हो गए कभी जिन्होंने कांग्रेस का बेड़ा गर्ग किया था
Why govt.schools teacher refuses to come in time for their job in U.P.
भाजपा मे सिर्फ दो हि नेता ऐसे हे जो बगैर रैली, शोभायात्रा और बगैर विज्ञापन के अपने काम करने के बलबूते जीत सकते हैं. वो हे योगी आदित्यनाथ और नितीन गडकरी.
जय श्री राम
धर्मो रक्षति रक्षितः एक लोकप्रिय संस्कृत वाक्यांश है जो महाभारत और मनुस्मृति में मिलता है। इसका अर्थ है कि "धर्म की रक्षा करने पर वह (रक्षा करने वाले की ) रक्षा करता है।" दूसरे शब्दों में, "रक्षित धर्म, रक्षक की रक्षा करता है"। तस्माद्धर्मो न हन्तव्यो मा नो धर्मो हतोऽवधीत् ॥ धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः ।
बाहेर से आने वाले का स्वागत विधानसभा , लोकसभा तिकीट देकर होगा तो कार्यकर्ता घर में ही बैठेगा भाई. महाराष्ट्र में अशोक चव्हाण को आते ही राज्यसभा दिया मगर नांदेड सीट BJP हार गयी जबकी श्री चव्हाण एक्स मुख्यमंत्री ओर मूल नांदेड निवासी है.
Jai shree Ram
राम राम जी 🙏🙏
शिवराज सिंह चौहान को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाइए
जय जय श्री🏹🏹 हर हर महादेव जी💜❤र हमारा सुझाव आने वाले नये बीजेपी के अध्यक्ष जी के बारे मे है उनका नेतृत्व पार्टी के लिए ऐसा होना चाहिए जैसे श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का नेतृत्व था चमकौर की युद्ध मे, मात्र चालिस साथी थे गुरु जी के साथ और सामने औरंगजेब की पहाड़ जैसी सेना💂💂💂 लेकिन गुरु जी ने हिम्मत नहीं हारी और ना ही पहाड़ जैसी सेना💂💂💂 देखकर घबड़ाये, बल्कि उन्होंने खुद हिम्मत किया और अपने साथियों का हिम्मत भी बढ़या, जो कि सिर्फ चालिस लोग थे गुरु जी अपने साथियों का उत्साह बढ़ाने के लिए बीर रस का नारा दिया कि चिड़िया नाल बांझ लड़ावां सवा लाख से एक लड़ावां तब गुरु गोबिंद सिंह नाम कहावांं बोलो सो निहाल शस्त्री अकाल, इतना कह कर औरंगजेब की सेना💂💂💂 पर टूट पड़े और इतिहास गवाह है कि ऐसा युद्ध लड़ा गया जो सदियों सदियों के लिए इतिहास में स्वर्ण अक्षरों लिखा गया है आज भी पंजाब के लोग इसी बीर रस के नारे को जोस जुनून बढ़ाने के लिए देते हैं, आज वही वक्त बीजेपी, भाजपा के लिए भी है अपने कार्यकर्ताओं में जोस जुनून भरने के लिए❤❤ जय जय श्री राम🏹🏹 हर हर महादेव जी💜❤
प्रदेश के भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा कार्यकर्ताओं की सुनता ही नहीं,नतीजा कार्यकर्ताओं की उदासीन हो गये और जनता का विरोध-मेरे पास साक्ष्य हैं
Saurabh Ji ko laya karo yaar...
BJP was too confident by 400+ slogan which resulted in 'India shining ' moment.
बहुत अच्छे ढंग से मंथन हुआ। आशा है कि बीजेपी इस तरह के feed back से लाभ उठाएगी। मेरे विचार से बीजेपी को मतदाता और कार्यकर्ताओं के असंतोष को दूर करना चाहिए। अति आत्म विश्वास से पार्टी नेतृत्व को बचना चाहिए। अभिनंदन और अभिवादन सहित
मैं अवधेश कुमार जी से सहमत हूँ, यह सही है
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष जी तो समाजवादी पार्टी को उनकी गलतियां बताने में लगे हुए थे ताकि वह अपना सुधार कर सके और आगे बहुमत प्राप्त कर सके यह कैसे प्रदेश अध्यक्ष हैं और अपने कार्यकर्ताओं को क्या बता रहे थे
नही ।योगी जी से मिला जा सकता है ।जनता दरबार में योगी जी sbke pas जा के मिलते हैं ।
योगी बाबा जिंदाबाद
मे बीजेपी का वरिष्ठ कार्यकर्ता हु मेरा बिजली कनेक्शन नहीं हो रहा है क्योंकि मे गरीब हु मे 15000 रिस्वत नहीं दे सकता 10 5 2022 को पन्जीकरण करवाया था (c m portal ) में भी सिकायत है.
कितने भी विश्लेषण कर दो हकीकत ये है कि बीजेपी के सत्ताधीशों ने हमेशा ही अपने लोगों की उपेक्षा की है ।आम कार्यकर्ता केसही कार्यों को भी ये नहीं करते उल्टा उसे नैतिकता का पाठ पढ़ाने लगते है ।ये अभी भी नही समझ रहे हैं या समझना नही चाहते ।बीजेपी के पतन का हमें भी कष्ट हो रहा है ।उत्तराखंड में ही देख लो क्या जरूरत थी बद्रीनाथ में भंडारी जी से त्यागपत्र दिलवाया और फिर उन्हीं को टिकट देकर चुनाव लडा और हालत क्या हो गई ।।
सारा जड़ योगी जी को लेकर के केशव प्रसाद मौर्य जी ही है
मै अमेठी छेत्र का हू हमारे यहा BJP का कोई भी कार्य कर्ता ने नही कहा कि आप वोट BJP को करे ।बहुत दुख की बात है
Nahi opposition ki lalach jiti hai
हार के लिए एक कारण जाति के नाम पर अक्षम लोगों को महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त करना भी है
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने narrative का जवाब नहीं दिया क्योंकि योगी सरकार में ओबीसी आरक्षण से खिलवाड़ हुआ और सुनवाई भी नहीं हुई, नौकरियों का अकाल पड़ गया, पेपर लीक हुए, अधिकारियों का भ्रष्टाचार जबरदस्त बढ़ा
भाजपा की सोशल मीडिया चुनाव में नकारा रहा है अभी भी शान्त है जिसको देखकर लगता है कि विपक्ष को मूक समर्थन दे रहा है और उप मुख्यमंत्री लोग भी निगेटिव किरदार निभा रहे हैं इससे सरकार को सावधान हो जाना चाहिए
मैं माननीय पत्रकार अवधेश जी की बात से सहमत हूँ कि कार्यकर्ताओं की सुनी नहीं जाती हैं शासन में और संगठन पुराने समर्थकों की सुनवाई नहीं होती है 🙏🙏
Only opposition ki rajneety hindume fut lalach jhooth ....
सौरभ सर इस program में बिना आपके कॉफी बेस्वाद हो जाती है, इसकी usp घट जाएगी, please manage your availability on the program
मंथन मे सब कहा जायेगा , लेकिन " वो" नहीं कहा जायेगा, जो नीचे के स्तर पर " हमने" भोगा है। जब जब "ड्राइंगरूम " वाली राजनीति होगी ,तब तब परिणाम भी ऐसे ही आयेंगे। जो पार्टियाँ " संविधान व आरक्षण " पर झूठ चला कर सीट ले गयीं, उनका भरपूर जबाब न मिलना भी एक बड़ा कारण रहा है ।
बीजेपी के हारने का मुख्य कारण है -- खराब और घटिया उम्मीदवार, कार्यकर्ताओं की उपेक्षा, ठाकुरों का जबरदस्त विरोध,
Opposition
Awdhesh ji ek dum saty kah rHe hai
Opposition ke ecosystem ke bare nahi kaha main to vahi hai .
2034 में सौ से अधिक सीटों पर मुस्लिम निरणायक भूमिका में होगें।
perfect analysis about Labharthi, up walo ne privilage ko apno right samajh liya hai
मंडल अध्यक्ष को थोपना चुनाव के समय पर निर्माण कार्य का नही होना
कार्यकर्ता का मनोबल तो हाई रखना चाहिये,उसमें सुरक्षा की भावना की गारंटी होनी चाहिये,बंगाल की सीटें गई,क्योंकि चुनाव बाद की हिंसा में कार्यकर्ता मरते रहे और केन्द्रीय नेतृत्व बिल्कुल उदासीनता बना रहा।बहुत से नेताओं ने भय से भाजपा छोड़ दी,क्या कर रहा था केन्द्रीय नेतृत्व।।लोग राजनीतिक सोच के साथ जुड़ सकते हैं,जान देने कोई नहीं आयेगा,,,बाद में आप मंच चिल्लायेंगे कि हमारे 50कार्यकर्ता को मार डाला गया।।।मरकर क्या मिला उनको??हमारे बिहार में राजद के कार्यकर्ताओं को कोई छू नही सकता है,यही टीएमसी की हालत बंगाल में है।।भाजपा कार्यकर्ता को सम्हालो मोदी जी।।।और अपने नेताओं को बोलो फील्ड में जाये ,योगी मोदी के भरोसे घर में सोकर चुनाव न लड़ें।।।।
बीजेपी ने खुद को RRS से भी बढ़ा माना है जबकि BJP को हर हिन्दुत्व संघठन का सम्मान करना चाहिये था ! यह अहंकार BJP को ले डूबा!
अबधेश जी बीजेपी के शुभचिंतक के तरह सलाह दे रहे है। बीजेपी सेंट्रल और स्टेट लीडरशिप इनसे बात करे।
जेपी नड्डा हिमाचल से फिर भी क्यों हार हुई नाडा किस मर्ज की दवा है
भूपेंद्र चौधरी से कितने वोट मिला पैसे लेकर जिला अध्यक्क्षो की नियुक्ति नगर पालिका और नगर पंचायत में पैसे लेकर टिकट बेचना देवी कड़वे सच है
जिनके खिलाफ आपको वोट मिली थी आप उन्हीं की तरफ माइल हो गए उन्हीं का रहबर होगये 15% पर जो भी आकृष्ट होगा उनका 85% नाराज होगा
हरिद्वार और बद्रीनाथ ❤❤❤❤
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में पार्टी का खराब टिकट वितरण ही हार का मुख्य कारण रहा है!
Opposition ke bare me bataye .....ecosystem
@@rashmichablani5782 विपक्ष को हमारे पार्टी नेतृत्व खुद से ही जीतने का मौका दिया है!उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री को बार बार हटा देंगे के संदेश ने भी आग में घी का काम किया है!जातीय समीकरण को बनाने में इसबार केंद्रीय नेतृत्व से चूक हुई है जबकि विपक्ष ने इस मौके का जमकर फायदा उठाया
@@rashmichablani5782 अबकी बार 400के पार के नारे ने विपक्ष के हाथों में एक बहुत बड़ा मुद्दा दे दिया जिसपर विपक्ष ने सीधा संदेश समाज के निचले तबके सविंधान बदल देंगे अगर भाजपा सरकार आई तो उससे भाजपा को पिछड़ी और दलित जातियों का समर्थक वोटबैंक धीरे से ट्रांसफर हो गया!
@@rashmichablani5782 पार्टी नेतृत्व खुद से ही गलतियाँ किया हैं इस चुनाव में!योगी जी का कुछ किलो वजन कम करने के चक्कर में खुद का अच्छाखासा वजन कम कर लिया!
बीजेपी अपने कार्य कर्ताओं के साथ साथ समाजिक समस्याओं का विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है.
PM HM must take STRONG ACTIONS to get totally new media team which can be EFFICIENT AND EFFECTIVE in countering all fake narratives IMMEDIATELY. 10 YEARS OF WORST MEDIA TEAM HAS RESULTED IN WORSE BJP RESULT. WAKE UP PM HM.
बीजेपी लीडरशिप को अपने कार्यकर्ता, अपने सप्पोर्टर के साथ खड़ा होना होगा, और हर तरह से सहयोग करना होगा।