कोई (कुछ) दिन गर ज़िन्दगानी और है अपने जी (दिल) में हमने ठानी और है, आतिश-ए-दोज़ख (दोज़ख की आग) में ये गर्मी कहाँ सोज़-ए-गम-ए-निहानी (अंदरूनी गम की जलन) और है, बारहा (कई बार) देखी हैं उनकी रंजिशें (दुश्मनी) पर कुछ अब के सरगिरानी (नाराज़गी) और है, दे के ख़त मुँह देखता है नामाबर (डाकिया) कुछ तो पैगाम-ए-ज़बानी (मौखिक) और है, काते-ए-अमार (उम्र काटते) हैं अक्सर नुज़ूम (तारे) वो बला-ए-आसमानी (आसमानी तबाही) और है, हो चुकीं हैं 'ग़ालिब' बलाएँ सब तमाम एक मर्ग-ए-नागहानी (अचानक मौत) और है,
वाह वाह ज़बरदस्त लाजवाब प्रस्तुति मेरा पसंदीदा गायक है श्री विनोद सहगल साहिब जी ।धन्यवाद
बहुत खूब, विनोद सेहगल जी
He has really a silky Voice. This gazal is perhaps his career best performance.👍👍
Zabardast sir
Wow! Each time I hear Vinod Sehgal, I am awestruck. What a voice...
Awesome
कोई (कुछ) दिन गर ज़िन्दगानी और है
अपने जी (दिल) में हमने ठानी और है,
आतिश-ए-दोज़ख (दोज़ख की आग) में ये गर्मी कहाँ
सोज़-ए-गम-ए-निहानी (अंदरूनी गम की जलन) और है,
बारहा (कई बार) देखी हैं उनकी रंजिशें (दुश्मनी)
पर कुछ अब के सरगिरानी (नाराज़गी) और है,
दे के ख़त मुँह देखता है नामाबर (डाकिया)
कुछ तो पैगाम-ए-ज़बानी (मौखिक) और है,
काते-ए-अमार (उम्र काटते) हैं अक्सर नुज़ूम (तारे)
वो बला-ए-आसमानी (आसमानी तबाही) और है,
हो चुकीं हैं 'ग़ालिब' बलाएँ सब तमाम
एक मर्ग-ए-नागहानी (अचानक मौत) और है,
Very Good Translation 👌😊😊
One of my favorite unforgettable
Wow nice old klakar vvvvv nice sir kush rahoooo plz con... Nombr de skda koe frind
Bhais k aage been bja rhe ho sir.
Music thodi kam karte, aawaz ko pheeki kar rahi hai..
He has really a silky Voice. This gazal is perhaps his career best performance.👍👍