Ab Uttar Chahiye: शिक्षकों का जारी विरोध-प्रदर्शन, सरकार लेने वाली है एक्शन? I boycottAttendance I
HTML-код
- Опубликовано: 11 июл 2024
- Teachers' ongoing protest over 'online attendance', government going to take action? #upnews #tv9upuk #breakingnews #cmyogi #akhileshyadav #upgoverment #bjp #bsp #samajwadiparty #newsupdate #atewa #onlineattendance #cmyogi #bycottonlineAttendence #samajwadiparty #akhileshyadav #bjp #teachersprotest
linktr.ee/TV9UttarPradesh
Subscribe to TV9 Uttar Pradesh Uttarakhand
/ tv9uttarpradeshuttarak...
Facebook | / tv9uttarpradesh
Twitter | / tv9uttarpradesh
#TV9UttarPradesh #TV9UttarPradeshUttaraKhand #TV9UP
@Associated Broadcasting Company Pvt Ltd
पूरे यूट्यूब चैनल पर यही 1 चैनल है जो शिक्षक के हित की बात किया बाकी कोई you tuber सामने नही आया thanks to this channel
बाकी सब बिकाऊ दलाल है 😢😢😢😢😢😢😢
एक शिक्षक का सलाम एक सच्चे पत्रकार को।
🙏🏻🙏🏻
Abe tum sahi hote to apne bachho ko bhi apne school me padhate
सिक्षकों की मांग जायज है इमरजेंसी आने पर शिक्षक कैसे छूटी लेगा बीच सेशन में
@@AmitSharma-yx5uykyu unke parents teacher hai kya
प्राइमरी शिक्षक उत्तर प्रदेश में अपने घर से सुबह 6:30 बजे सुबह सुबह चल देता है। 7:30 बजे सुबह स्कूल पहुंचकर झाड़ू लगाने से अपना कार्य शुरू कर देता है। दोपहर बाद लगभग 2:30 बजे तक सारे दरवाजे बंद करता है। स्वयं प्रार्थना का घंटी बजाता है। जो बच्चे स्कूल नही पहुंचे होते हैं उनके घर अभिभावकों से बच्चों को स्कूल भेजने का प्रार्थना करता है। एक साथ दो से तीन क्लास के बच्चों को पढ़ना शुरू करता है क्योंकि हर जगह प्राथमिक में पांच क्लास चलाने के लिए अलग अलग क्लासरूम नही है। उसी तरह हर क्लास के बच्चे हर वादन में पढ़ते पाए जाए, हर क्लास के लिए शिक्षक नही हैं।उसके बाद भी जब प्राथमिक के बच्चे पढ़ने में अच्छे हो जातें हैं। निपुण हो जाते हैं। तब उनके अभिभावक प्राइवेट स्कूल में अपने बच्चों को भेजने के काबिल समझ लेते हैं। उन्हें प्राइवेट स्कूल में भेज देते हैं। प्राइवेट स्कूल के प्रबंधक जिस बच्चे के अभिभावक पढ़े लिखे नही होते हैं उन बच्चों का नाम कम ही लिखते हैं। कमजोर बच्चों के उपर ट्यूशन पढ़ने का दबाव डालकर ट्यूशन भी पढ़वाते हैं। किंतु प्राथमिक सरकारी स्कूल के बच्चों के अभिभावक न तो स्वयं पढ़े होते हैं एवं न तो ट्यूशन पढ़ाने की स्थिति में होते है। फिर भी उनका बच्चा निपुण होता है। फिर भी यहां के अध्यापक को कामचोर कहकर पुकारा जाता है। जबकि 2:30 बजे स्कूल से छूटने के बाद ,संकुल मीटिंग, ब्लॉक मीटिंग, में बुला लिया जाता है। शिक्षक लगभग 4,: 30 बजे घर पहुंचता है। तब उसे भोजन के लिए समय मिलता है। सरकारी स्कूल का प्राथमिक स्तर का शिक्षक सुबह 6:30 बजे स्कूल जाता है घर छोड़ देता है, शाम 4:30 बजे तक घर पहुंचता है। उसका भोजन, नाश्ता, कहां बनता होगा ,भोजन ,नाश्ता इस अवधि में मिलता भी है की नही। भोजन नाश्ता करने का कोई समय निश्चित होता है या नही । या हमारे समाज अथवा सरकार में बैठे लोग यह मान बैठे हैं की सरकारी प्राथमिक शिक्षक को रात में ही मात्र खाना खाने की व्यवस्था मिलनी चाहिए। इन शिक्षक बंधुओं के इस पूरे दिनचर्या पर एक बार विचार मंथन तो कर लीजिए। क्या देश का हर तरह का सेवादाता वेतनभोगी इसी तरह से जीवन जीता है। इसी तरह से सेवा देता है।
जय शिक्षक, जय शिक्षक समाज।
बहुत बढ़िया
@@shrimatiswayamkar10This is reality
बिल्कुल सही
अमिताभ सर मैं आपकी सच्ची पत्रकारिता का प्रशंसक हूं ।
सर हम अध्यापकों को ऑनलाइन उपस्तिथि देने से कोई परहेज नहीं है बस हम सबको पहले किसी भी अचानक आई विपत्ति को संभालने के लिए हमे भी 15 हाफ सी एल 15 सी एल 30 ई एल और मेडिकल क्लेम (बिना किसी प्रीमियम के ) मिले
भगवान अमिताभ सर आपको दीर्घायु दे ।
अभिताभ सर के तीनों सुझावों का खुलेआम शिक्षक समर्थन करते हैं।
आपको कोटि कोटि नमन।
काश आप जैसे 50 पत्रकार देश में होते तो देश की दशा और दिशा दोनो बदल जाती ।पुनः आपको बहुत बहुत धन्यवाद।
अमिताभ जी शिक्षकों के दर्द को आपने समझा और अपने चैनल के माध्यम से आगे बढ़ाया सदर प्रणाम आपको
टीचरों की मांग जायज है कम से कम खुद की शादी परिवार मैं जन्म मरण तेरहवीं जैसे कार्यों के लिए मेडिकल लेना पड़ता है उन लोगो को। 31 EL की मांग जायज है
धरातल पर जाकर सत्य को उजागर करने के लिए आपका धन्यवाद ।
कोई टीचर हड़ताल पर नही है ।सब काम करते हुए अपनी हक़ की लड़ाई लड़ रहे हैं। 30एल हाफ डे लीव
Mere gaw ke sarkari teacher to Kab aaye Kab gaye malum hi nahi , muskil se 10 student bhi nahi hai mai sarkar se chahu ga ki band karo aise sabhi schools ko , yogi ji
@@uttampradeep6273hmare yaha bh yahi hal hai Teachers ka ,farzi admission or attendance lagakr jo bachcho k liye MDM ka paisa ata h bo. Lootne ka kam krte h
Very very thanks sir
9000/- pane wala 9 baje ki jagh 100 kilomitar dur se 8 baje ki jagh 7.30 ko pahuch jate, aur 90,000/- panewala 150 di chutti ke sath 60 din ka sarkari chutti bhi lenge, aur 100 se 120 din 2-3 ghanta late jayenge ????????????????????????
tu berojgar lg rha h ..ek no ka jhootha.. 9000 ke liye koi 100km dur pdane jata hoga.tere hisab se 210 din school bnd rhte honge. @@akhileshdas6193
70-80 किलोमीटर तक आते जाते हैं 10 साल से कोई ट्रंसफर नहीं प्रमोशन नहीं भरती नहीं समायोजन नहीं शिक्षक समस्याओं से कोई मतलब नहीं
अमिताभ सर आपको प्रणाम शिक्षा मित्र और अनुदेशक के हित की बात भाजपा से की आपको कोटि कोटि धन्यवाद
अग्निहोत्री साहब आप बिल्कुल सही बात कह रहें, ऐसे उपयुक्त बातों का योगी जी का संज्ञान लेना चाहिए l
अमिताभ सर आपको पत्रकारिता को सैल्यूट । हमें MDM से भी मुक्त किया जाए MDM NGO को दिया जाए 15 हाफ CL 30 EL 15 CL हमें चाहिये हम देंगे आनलाइन हाजिरी
Pradhan ko hata dena chahiye bich se. Ye bhi sach hai ki officer ki wife jo teacher hai o kabhi kabhi hi school jati hai.
Mdm me bhi bahut ghapla hota h sahi khana tk nhi diya jata..NGO ko dena chahiy
मैंने जिंदगी में किसी ब्राह्मण पत्रकार का सम्मान किया है तो वह आप है अमिताभ अग्निहोत्री जी
😢
अमिताभ जी आपको बहुत बहुत धन्यवाद , हम शिक्षक ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध में भी है , बस हमारी समस्याओं का निवारण हो जाए l
हम जैसे अध्यापक आपके आजीवन ऋणी रहेंगे अग्निहोत्री जी। आपने शिक्षक समुदाय का हृदय जीत लिया है। आपके माता पिता और पूर्वजों को मेरा सादर प्रणाम। आज आपको सुनकर मुझे शिक्षक होने पर गर्व का अनुभव हो रहा है। शब्द भी अब कम पड़ रहे हैं, काश सत्ताधारी बाहुबलियों की भी चेतना जागती तो भारत देश निश्चित ही पुनः विश्वगुरु बनकर मानव हितार्थ अपना कर्तव्य निभाने में सक्षम हो जाता।
सादर प्रणाम।
अगर आप पर पड़े तो कड़वा कड़वा दूसरे पर पड़े तो मीठा मीठा
@@rakeshsingh-tj4zl कुतर्क न करें भाई साहब। एक लाइन लिख देने से सच्चाई नहीं छुप सकती। पहले अपनी मानसिकता में बदलाव कीजिए तब सार्थक बात निकलेगी। जब कोई बीमारी होगी और उसका उपचार तीखी या मीठी गोली ही है तो लेना तो सबको चाहिए होगा। काहे की मीठी मेरे लिए और कड़वी दूसरे के लिए?
हमारे सभी शिक्षक आपके सदैव आभारी रहेंगे अपने शिक्षक समाज की पीड़ा का अध्ययन कर उसे अपनी आवाज दी है
😅
yani ki fokat ki salary leni hai, students se fokat ka ghar se khana mangwa ke khana hai. lekin school me time pe nhi jana. waise aaj tak ek bhi sarkari teacher ye nhi bta pa rha ki yadi ye teacher intne hi tissmarkha hai or unke school achchhe hai to ek bhi teacher apne bachcho ko sarkari school me kyu nhi padhta hai.
@@Ashokkumar-ux6zv 1.Bhai tumko bhi Leni hai phokat ka Sallary to, B.Ed, + TET+ Super TET Qualify kar aa jao.
2. Sarkari School Garibo ki Shiksha ke liye hai Amiro ke liye Private School hai.
3. Shikshak ko apne bachche ko Jaroorat pade to Sarkari School me padhana chahiye. Lekin jo Shikshak 50 se 100 km. Dur se aa raha hai khaskar mahilla shikshak. Vo Apne sath bachcho ko itni door halalat kar daily Laye. yaha ye punah kah dena uchit hai ki muft Shiksha Garib bachcho ke liye hai. Aur Shikshak to 70 hajar pata hai. Vo shaksham hai Private School ke fees bharane ke liye.
3. Yaha yah bhi satya hai ki kuch shikshak apni Adato aur kam chori se pure Shiksha pranali ko badnaam kar rahe hai. Lekin 5% logo ke liye 95% ko Badnaam karna thik nahi.
@@r.j.entertainment beshram sarkari school garibo ke liye nhi balki sarkari school govt ke taraf se sab ke liye sikhsha ke liye hai. 99% sarkari school ke teacher nalayak hai or unhone hi sarkari school ko badnam kar rakha hai. haram ki salary milti hai issliye natak karte hai. sarkari school ke teacher itne hi dhodh ke dhule hai to virod kis bat ka hai, lagu hone to nya niyam. private school me to pahale se hi hai.
आपने जो बाते कही है सरकार मान ले फिर हम सभी सरकार की बात मान लेंगे। अभिताभ सर आपकी जानकारी जमीनी धरातल से जुड़ी रहती है।आपके ज्ञान को सलाम।🙏🙏🙏🙏
❤ल❤लो❤लालझल्ल❤❤लो
अमिताभ जो को ये ज्वलंत मुद्दा उठाने हेतु कोटि-कोटि धन्यवाद 🙏
शिक्षकों के मुद्दे को आपने उठाया इसके लिये आपको शिक्षक समाज की ओर से सादर साधुवाद।
गैर शैक्षणिक कार्य बन्द करें। राज्य कर्मचारी का दर्जा दें।आन लाइन हाजिरी का सम्मान होगा।वरना नहीं।
To naukri se nikale jaoge 😂
योगी सरकार ढींगे तो बहुत हांकती है लेकिन7वर्षों के कार्यकाल में प्राइमरी स्कूलों में बच्चों के बैठने के लिए फर्नीचर तक उपलब्ध नहीं करा पाई है बच्चे टाट पर बैठने के लिए मजबूर हैं।
बहुत बढिया शानदार शिक्षको की तकलीफ को समझने के लिये
Akhilesh ke time to ac the classroom me 😂
आपको कोटि कोटि धन्यवाद शिक्षामित्रों अनुदेशकों की समस्याओं को भी उजागर करने की कृपा करें
भाई बहुत बढ़िया
आपने धज्जियां उड़ा दी
बीजेपी के प्रवक्ता की तो होश उड़ा दिए
हम online attendance का विरोध नही कर रहे है। हम केवल प्रत्येक साल में 30 EL,
प्रत्येक महीने में कुछ Half CL ie. Short leaves की मांग कर रहे है। यदि महीने में 3- 4 बार किसी emergency की वजह से 5-10 मिनट की देरी हो जाए तो उसमे छूट मिलनी चाहिए।
यदि सरकार अन्य विभाग की तरह online attendance लागू करना चाहती है तो उन विभाग की तरह सुविधाएं भी तो दीजिए। हमें राज्य कर्मचारी का दर्जा दीजिए। ये हमारी सरकार से विनम्र निवेदन है।
आज से पहले यह डिमांड लेकर कभी आन्दोलन तो नहीं हुआ
Exactly 💯
ए कैसे पता चलेगा तुम लेट आए या नहीं आए समय से पहले चलो
@@jpee7604kyuki bardast ki bhi limit hoti hai
@@jpee7604hua tha sir hum kayi bar ye mang sarkar ke samne rakh chuke h
अमिताभ सर को नमन।।
टीचर कोई ऑनलाइन अटेंडेंस से नही भाग रहा। बस उसको फालतू कार्यों से कार्यमुक्त और हाफ लीव चाहिए।
ए अध्यापक नही इन्हे अध्यापक कहने में घिन्न आती है इन निकम्मों की वजह से सरकारी स्कूल खाली पड़े है प्राइवेट स्कूल में जगह नहीं है
@@user-fx1vt7yp6bsarkari schools gov ki policies ki wajah se khali pade hain ...aaj kl kaun apne bachho ko hindi medium padhana chahta hai .. ground reality pta nhi jaao jakr dekh lo jo doobe huye schools hain jaao lga lo attendance
jo गर्मी सर्दी ki छुट्टी मिलती हैं तुम लोगों को ...किसी और विभाग में नहीं मिलती कामचोर
आपको घिन प्राइवेट स्कूलों से आनी चाहिए जो इतनी फीस खाने के बाद भी बच्चे ट्यूशन से ही पढ़ रहे हैं@@user-fx1vt7yp6b
@@user-fx1vt7yp6btumhara msg padh k hi pta chl gya tumne jarur pvt school se pdhai ki hai....
प्रवक्ता एस पी जी बहुत बढ़िया बोले उनकी व्याख्या को मैं सलाम करती हूं
बिल्कुल सही कहा बंधु जी आप हमारे वास्तविक लीडर हैं
परम् प्रिय , सर्व प्रिय , अति प्रिय , हृदय प्रिय , कर्ण प्रिय , लोक प्रिय अमिताभ अग्निहोत्री जी , आपश्री का शब्दों से आभार व्यक्त कर पाना सूरज को दीपक दिखाना जैसा होगा।
आपने मातहतों को आइना दिखाने का पुरजोर कार्य किया।
आपकी कर्ण भेदी आवाज , उन तमाम असंवेदनशील जिम्मेदारों को झकझोर कर रख दी , वो बात अलग है कि वे हकीकत को स्वीकारें या नहीं।
आपका पुन: पुन: आभार संग आदर करते हुए पीढ़ियों से दंश झेल रहे शिक्षकों को हर माह 4 हॉफ सीएल, हर वर्ष 30 ई एल, मेडिकल सुविधा , समय पर स्थानांतरण , समायोजन , प्रमोशन आदि की ओर जिम्मेदार साशन प्रसाशन का ध्यान आकृष्ट कराना चाहूंगा।
अमित जी शिक्षकों की पीड़ा दुख दर्द समझने एवम दुनियां को दिखाने के लिए धन्यवाद बेहद शानदार चर्चा
शिक्षकों की समस्या उठाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
हम कोई चांद तारे नहीं मांग रहे जो सभी कर्मचारियों को मिल रहे वही सुविधाएं मांग रहे है।हमारी मांग पूरी करिए ,कल से ऑनलाइन उपस्थिति लीजिये
मास्टर को बदनाम न करिए सरकार
अमिताभ जी आपका धन्यबाद आपने हमारी पीड़ा समझी
शिक्षकों की समस्याओं को इतनी बेबाकी से अपने चैनल पर रखने के लिए आपको तहेदिल से धन्यवाद.....
Sir teachers ki bat badi bebaki se rakhate hain
😊@@aviclasses9194
सभी विभागों में ये तरीका लागू करना चाहिए
yani ki mante ho na ki sare sarkari nokar bina kaam kiye fokat ka khate hai.
बिलकुल सटीक व सही बात।
आपके द्वारा वास्तविक रूप से स्कूलों की समीक्षा की गई हैं, तभी आप जीवंत उदाहरण दिए।
अग्निहोत्री जी आपका बहुत बहुत आभार आपके सटीक उदाहरण,मुहावरे ,लोकोक्ति देकर प्रश्न पूछने का जवाब ,जवाबदेह को मौन कर देता है ,निश्चित रूप से आपके सुझाव द्वारा ही समाधान निकलेगा ।विजय कुमार बंधु जी जिन्दाबाद ।
आपका जितना धन्यवाद दिया जाए,उतना कम है।
हमारी पीड़ा समझने के लिए कोटि कोटि नमन
शिक्षक समाज आपका आभारी है भैय्या, आपने हमारी जैसी बहनों की तकलीफ को समझा, मेरा स्कूल 25 किलोमीटर की दूरी पर है और रास्ते में रेलवे क्रॉसिंग पड़ती है जो अक्सर बंद रहती है
कुछ टीचरों की ड्यूटी 60 किमी जाकर गांव के 10 किमी जहां कोई वहां सडक से गांव तक रास्ते अधकच्चे पक्के रास्तों को बरसात में ट्रेक्टर भरी ट्राली के कारण रास्ते पर टीचर को समय से पहुंचना है दूरी भी समय लेता है लेकिन जाना पडता है और सुबह चार बजे उठकर ही कार्य करके जाना है, शिक्षिकाओं के लिए बहुत समस्याऐं है,सरकार ध्यान दें,
अमिताभ जी आप मेरे आदर्श हैं, कोटि कोटि धन्यवाद।
अमिताभ जी आपकी निष्पक्ष, समन्वय पूर्ण एवं सकारात्मक चर्चा को हार्दिक साधुवाद एवं शुभकामनाएं🎉
हमारी समस्याएं सर जटिल है इनका मुद्दा आप ही उठा सकते हैं धन्यवाद
शिक्षकों की बात आवाज उठाने के लिए आपका आभार
कोई भी अध्यापक इस हाजिरी के खिलाफ नहीं है बस इसमें आने वाली समस्याओं को सरकार सुने और उनका निराकरण करें
टीचरों का पक्ष बहुत ही अच्छे तरीके से रखा गया है
ऑनलाइन हाजिरी का विरोध नहीं है शिक्षकों की समस्याओं का समाधान कर दो.
हमारे सभी शिक्षक आपके सदैव आभारी रहेंगे आपने शिक्षक समाज की पीड़ा का अध्ययन कर उसे अपनी आवाज दी है ।
आदरणीय अमिताभ जी, माध्यमिक शिक्षा में एक एक विद्यालय जो कि मुख्यालय पर है वहां 10 क्लर्क है और बैठकर के पान चबाते सारा कार्य शिक्षक करता है चाहे वह स्कॉलरशिप का हो , 1 दिन में शासन द्वारा 5 लेटर आते हैं जियो की उसकी जितने भी कार्य हैं चाहे वह छात्र की सूचना हो चाहे वह कोई भी कार्यक्रम हो उसकी फीडिंग बिल्डिंग हो बाउंड्री हो स्कूल हो किसी भी प्रकार की कागजी कार्यवाही हो लेटर प्रेषित करना हो प्रपत्र लिखना हो सब शिक्षक से कराया जाता है क्योंभाई l हम कहते हैं कि सब शिक्षक करेंगे परंतु क्लर्क को हटा दिया जाए
शिक्षा विभाग में संबाद नही सिर्फ अधिकारियो के आदेश होते हैं लागू तो लागू।
सही यही हैं अब तक सभी सरकारों ने प्राथमिक शिक्षा को प्रयोगशाला बना दिया है। जय हिन्द 🙏
पहले निदेशालय में ऑनलाइन हाज़िरी की शुरुआत करो। फिर DM ऑफिस CDO ऑफिस BSA ऑफिस में भी ऑनलाइन हाज़िरी
Amitabh ji ko bahut bahut dhanyawad.....apne shikshakon ki paresaniyo ko bahut hi ache se samjha or sabke samne rakha
आप जैसे सच्चे पत्रकार की आवश्यकता है इस देश को आभार
अभिताभ जी आपने शिक्षकों का दर्द समझा सैलूट है सर आपको
आपका चैनल है जो शिक्षकों की बात करता है यह आपका सराहनीय कार्य है
अमिताभ सर आपने शिक्षकों के पक्ष को बहुत अच्छे से रखा । सरकार को भी इस विषय को गंभीरता से लेना चाहिए क्योंकि शिक्षक देश का भविष्य निर्माता है और आप शिक्षक की ही प्रतिष्ठा का मान नहीं रखेंगे??? अमिताभ जी आपके एक- एक शब्द इस व्यवस्था को लागू करने वाले को सच्चाई का आइना दिखाते हैं। विद्यालय में पढ़ाया जाता है -
गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः।
गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः॥
गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागू पाय ।
बलिहारी गुरु आपने, जिन गोविंद दियो बताय ।।
पर आज की सच्चाई कुछ और ही है आज तो गुरु की स्थिति ये है जैसे उससे बड़ा कोई अपराधी नहीं है।
पिछले हफ्ते मुख्य सचिव प्रयागराज शिक्षा निदेशालय पहुँच गए, 10:30 बजे 85 छोटे बड़े कर्मचारी अनुपस्थित थे।
आपको सुन कर लगता है सच्चे पत्रकार अभी भी होते है। धन्यवाद अमिताभ जी
सौ बात की एक बात
राज्य कर्मचारी का दर्जा और सभी विभागों में डिजिटल हाजिरी तभी हम भी देगे।
Thank you amitabh ji ,aapne primary teachers ka dard bahoot hi achchhe dhang se prastut kiya. Aapko naman hai sir
अमिताभ जी ,बहुत-बहुत धन्यवाद शिक्षकों के हित में बात उठाने के लिए।🙏हमको ऑनलाइन अटेंडेंस देने ने कोई ग़ुरेज़ नहीं है,लेकिन व्यावहारिक धरातल पर जो समस्याएं है,उनको नजरअंदाज न किया जाए।अगर शिक्षक के साथ कोई casulity आ जाए या वो खुद बीमार पड़ जाए,तो वो किस प्रकार विद्यालय छोड़ कर जाएगा क्योंकि वो अनुपस्थित माना जाएगा अतः half-c.l. तो बहुत ही जरूरी है।MDM शिक्षक से लेकर NGO को दे दिया जाए।
शिक्षकों के प्रतिनिधि आदरणीय श्री विजय कुमार बंधु जी को हार्दिक आभार।आप शिक्षकों के मसीहा हो।
धन्यवाद अमिताभ अग्निहोत्री जी 🎉🎉
अमिताभ जी आपको शत शत नमन।
शिक्षकों की आवाज को बुलंद करने का पुनीत कार्य जो आपने किया है वो सराहनीय है वंदनीय है।
कोटिश: धन्यवाद ।
बायकॉट ऑनलाइन अटेंडेंस विदाउट 30 EL & हाफ CL
el 31 milti hai 😂
Teachers ki nhi hai primary mein @@anubhavtiwari810
अमिताभ जी,सदर प्रणाम
आपने शिक्षकों की पीड़ा समझी।
आप को औऱ आप जैसे पत्रकार को ह्रदय से सलाम... अमिताभ सर के अंदर सच दिखाने कि हिम्मत है
बहुत बहुत धन्यवाद महोदय अध्यापकों की पीड़ा को समझने के लिए ।
अमिताभ सर आपकी पत्रकारिता निष्पक्ष है आप मुद्दे के हर एक पहलू पर बात करते हैं ।
आपकी यही बात सबसे निराली है ।
जय भारत भारत जयतु
यूपी के ब्यूरोक्रेट्स ने योगी जी को शिक्षकों के सामने बहुत गलत जगह फंसा दिया है
100% सत्य
hahaha sarkar chali jaye par online attendance hona chahiye yogi ji
योगी जी को जितनी जल्दी हो सके अपने सलाहकार बदल देने चाहिए, नहीं तो 2027में तो अब नामुमकिन है इनका आना
Yogi ji itne seedhe nhi hain fas jaye. In logo ko ne ek to Sare kam online kar diye fir kahte hain mobile kyu use kar rhe hain aur nhi dekhe message to charge sheet. Chit bhi apni pat bhi apni
Jeena haram kar diya in BJP walo ne. School ke bathroom bhi teacher saf kare, furniture bhi teacher lagaye. Padane kaha dete hain
उत्तर प्रदेश का अनुदेशक शिक्षक लेबर से भी गैर गुजरा है
अति उत्तम सवाल उठाया है आपने, आपको कोटि कोटि नमन।
अमिताभ अग्निहोत्री जी की डिबेट से मन खुश हुआ कि कोई तो हमारा दर्द समझता है
धन्यवाद अमिताभ जी अध्यापक की बेसिक समस्याओं उजागर करने के लिए
बात आपकी अमिताभ जी एकदम सही है कि पहले ऊपर से नियम लागू होने चाहिए सचिवालय से लेकर के जिला अधिकारी और टीचर अफसर के ऊपरलागू होना चाहिए यह बात आपकी बहुत अच्छी लगी
अमिताभ सर आपको कोटि कोटि धन्यवाद शिक्षकों का पक्ष शानदार तरीके से रखने के लिए
कोई भी शिक्षक हड़ताल पर नहीं है ना ही कोई ऑनलाइन हाजिरी से भाग रहा है बस हमारी मांग है 30El 15half cl baki jaise hai
अमिताभ जी आपने कार्यक्रम के अंत जो तीन मांगे की है उसके पूरा होने पर हम डिजिटल हाजरी के लिए तैयार हैं।
आपका पुनः धन्यवाद🙏💕
Good sir बहुत- बहुत बधाई हो सर गुड न्यूज आपने शिक्षकों के बात रखी।
अध्यापको की मूलभूत समस्यायों को समाज में पहुँचाने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thank you. Sir
शिक्षकों की समस्या को उठाने के लिए धन्यवाद आपका
धन्य है आपकी निष्पक्ष और वेबाक शैली।
आप महान हैं सर जी
जो आप इतने अच्छे से मुद्दे को उठाते हैं।🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
आपने शिक्षकों का दर्द समझा , हमारा शिक्षक समाज आपका बहुत-बहुत आभार प्रकट करता है।
एक और आदेश आया है हमारे शिक्षकों के लिए,
कांवड़ यात्रा में भी ड्यूटी का आदेश आया है जिला मुजफ्फरनगर में ।
परिवार सर्वेक्षण करके उसको ऑनलाइन फीडिंग भी करनी है।
बहुत बढ़िया से समझा दिए...शिक्षको की समस्याओं के बारे मे.....बहुत बहुत धन्यावाद
राज्यकर्मचारी का दर्जा दे दे सिक्षको ऑनलाइन अटेंडेंस दे देंगे
टीचरों की बात उठाने के लिए धन्यवाद !
सरकार को शिक्षको की बात सुननी चाहिए,इनको मांगे जायज है
इस मुद्दे उठाने के लिए आपका कोटि कोटि धन्यवाद
अमिताभ अग्निहोत्री सर आपको बहुत बहुत प्रणाम है हमारा शिक्षा विभाग हमारे प्रदेश सरकार हमारे अधिकारी पता नहीं कि विवेक से कार्य कर रहे हैं कभी-कभी समझ में आता है कि वह शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करना ही नहीं चाहते हैं बल्कि बदनाम करना चाहते हैं कोई भी ग्राम सभा ऐसा नहीं होगा जिस ग्राम सभा में 5 से ज्यादा सरकारी शिक्षक निवास करते हुए यदि उन शिक्षकों को ग्राम सभा के सरकारी स्कूल में तैनाती दे दी जाए तो हर प्रकार का लाभ ही लाभ होगा शिक्षक के यात्रा के दौरान खर्च होने वाले 5 से 6000 प्रत्यक्ष रूप से प्रत्येक माह बचेंगे शिक्षक को रास्ते में होने वाली दुर्घटनाओं से बचाया जा सकता है विषम से विषम परिस्थिति में भी शिक्षक अपने विद्यालय पर पहुंचकर समस्त कार्यों को पूरा कर सकते हैं यात्रा के दौरान होने वाले पेट्रोल और डीजल के से प्रदूषण से बचा जा सकता है अनावश्यक जैविक ईंधन को बचाया जा सकता है महिला शिक्षक अपने ग्राम सभा में सुरक्षित ढंग से सम्मान के साथ कार्य कर सकते हैं इसके बाद हमारी सरकार डिजिटल हाजिरी ही नहीं बल्कि लाइव कैमरा भी लगा दे तो किसी शिक्षक को आपत्ति नहीं होगी माननीय पत्रकार महोदय आप से अनुरोध है इन बातों को सरकार के समक्ष रखें आखिर सरकार को इस एक फैसले को लेने में परेशानी क्या है
अमिताभ सर आपने भरसक प्रयास किया है।
इसके लिए आपको कोटि-कोटि नमन।
प्रभु हमारी सरकार और नीति निर्माताओं को सद्बुद्धि दे।
जय हो शिक्षक समाज, अमिताभ जी आपको धन्यवाद
आपको कोटि कोटि नमन जो आपने गुरु के सम्मान के लिए आवाज उठाया । अमिताभ जी का बहुत अभार ।
बिल्कुल सही कहा सर आपने हर सूचना तो मोबाइल पर ही आती कभी कभी पढ़ाते समय ध्यान नहीं रहता तो भी मुसीबत, कभी MDM, कभी कोई सूचना, कभी मीटिंग, कभी Google form
आलोक जी चश्मा बदलवा लीजिए, उन शिक्षको को भी देखिए बच्चों के भविष्य को बनाने के लिए अपना जीवन खपत देता है।
बहुत बहुत आभार सर जी.... हम शिक्षक की आवाज़ बनने के लिए 🙏
आदरणीय सर जी आपका बहुत बहुत आभार आपने इस मुद्दे पर सरकार को आइना दिखाया
सपा प्रवक्ता कपीश जी की बात से सहमत हूं पहले वह स्वयं पर लागू करें और फिर हम ऑनलाइन का विरोध नहीं करें लेकिन हमारी मांगे पूरी करें
आप वास्तव में एक विद्वान और गंभीर अद्वितीय प्रतिभा संपन्न न्यायोचित बात करने वाले लोगों में से एक हैं। आपको प्रणाम
आपकी सत्यनिष्ठ वाणी व निर्भीक पत्रकारिता को शत शत नमन