जय जिनेन्द्र संजीव जी 🙏🙏🙏🙏🙏 आपके ज्ञान को बहुत बहुत नमन् बहुत बहुत अनुमोदना बहुत बहुत आभार जो ज्ञान की गंगा आप बहाते हैं किन शब्दों में प्रशंसा करें......? शब्द ही नहीं है माॅं जिनवाणी आपके मुखारविंद से सुनने का अवसर मिला हैं अन्यथा तो हम यूं ही अज्ञानता में जीवन व्यर्थ कर रहे थे।
पंडित जी बहुत बड़े भ्रम में हो। भला अरिहंत भगवान फूल से क्यों खुश होने लगे। क्या फूल में प्राण नहीं है? क्या उनकी हिंसा भगवान को प्रिय होगी? कृपया थोड़ा सोचे
Dewas se Jai Jinendra Dev ki aadarnya pandit ji sahab 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
जय जिनेंद्र पंडितजी और सभी साधर्मियोंको 🙏🙏
बहुत सुंदर समझाते हैं आप पहले कभी नहीं समझ आया इतना बढ़िया🙏🙏
जय जिनेन्द्र संजीव जी 🙏🙏🙏🙏🙏
आपके ज्ञान को बहुत बहुत नमन्
बहुत बहुत अनुमोदना
बहुत बहुत आभार
जो ज्ञान की गंगा आप बहाते हैं किन शब्दों में प्रशंसा करें......? शब्द ही नहीं है माॅं जिनवाणी आपके मुखारविंद से सुनने का अवसर मिला हैं अन्यथा तो हम यूं ही अज्ञानता में जीवन व्यर्थ कर रहे थे।
जय जिनेन्द्र जबलपुर 🙏🙏🙏🙏
Hyderabad 🙏🙏👌👌👌
jai jinendra . thanks a lot for giving us the labh to understand the meaning of Mahavirashtak Stotra in a very simple way 👌👌👌👌
Extremely excellent 🙏🏻
🙏🙏🙏🙏
Dhuravta
Beautifully explained
Very nice
Nice
Nice video
Thank you 🙏 for giving so much in detail lecture. We have more Bhavana in doing stuti.
24 Tirthnakar ke argh arth sahit spasht kijiye
पंडित जी बहुत बड़े भ्रम में हो। भला अरिहंत भगवान फूल से क्यों खुश होने लगे। क्या फूल में प्राण नहीं है? क्या उनकी हिंसा भगवान को प्रिय होगी? कृपया थोड़ा सोचे
Jaisa aapne likha h Vesa to pandit ji ne kuch nhi kaha h .
@shalinijain1365 kaha hai ji last me
please give us the labh of the Bhaktamer stotra meaning also. 🙏🙏
🙏🙏
🙏🙏