मेरी चढ़ती जवानी तड़पे तू मूं ना मोड़ वादा ना|अजय विजय & लालमन जी | झंड़ेश्वर मंदिर उन्नाव | भाग 10

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  • Опубликовано: 9 ноя 2024

Комментарии • 8

  • @manojbyasoraijalaun1831
    @manojbyasoraijalaun1831 Месяц назад +1

    कोई जोड़ नहीं अजय विजय जी का बहुत लाजबाब प्रदर्शन

  • @VipilPandey-tb3ii
    @VipilPandey-tb3ii 6 месяцев назад +1

    Jay ho guruji

  • @balkishunpatel-uq3xe
    @balkishunpatel-uq3xe 6 месяцев назад

    ❤❤

  • @siddharthsaxena5888
    @siddharthsaxena5888 6 месяцев назад

    ये दादा रतिराम ज्ञानी जी का गीत है धरती के अंदर से आयी सिया धरती के अंदर समाई सिया

  • @pawanpandey5047
    @pawanpandey5047 3 месяца назад +1

    Dono ki dholak thik nahi baji

  • @Easternprime5351
    @Easternprime5351 6 месяцев назад

    प्रमोद जी इस कटपीस की कुछ लाइनें हमारे दादा नादान किंकर गोण्डा के गीत से मिल रहीं हैं रमापति रमा की निशानी पे रोये

    • @dkanuragi6821
      @dkanuragi6821 6 месяцев назад

      Bilkul sahi mene bhi suna jese sada shiv bhavani pe roye nadan kinkar dada
      #dkanuragi#👈

    • @Ajay_Vijai_Orai
      @Ajay_Vijai_Orai  3 месяца назад

      @@Easternprime5351 ये तो मेरे लिए गर्व की बात हे की ऐसे महान कीर्तनकार की के गीत से मेरे गीत की लाइन मिल रही है