"आचार्य प्रशांत से समझें गीता, लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00022 ✨ हर महीने 30 लाइव सत्र ✨ 15,000+ गीता छात्रों की कम्युनिटी ✨ पिछले 200+ घंटों के सत्रों की रिकॉर्डिंग - निशुल्क ✨ आचार्य प्रशांत से पूछें अपने सवाल"
Acharya ji main aapko bahut din se sun rha hu, main bhi plan kiya hu ek life lane ko 3.5 year ho gya shadi ko, Main soch rha hu etne bhrasht desh me apne bachce ko kaise sahi raah par rakhunga, sab taraf bhrashtachar hi hai. But try to handle all things😊
कृप्या लाइव सत्र से ज़रूर जुड़े और इस वर्तमान में चल रहे युद्ध में भाग ले नहीं तो ऐसे भी आप युद्ध में तो पड़े ही हो यही है की वो पशुवत है । और अचार्य जी के संग लड़ने से इंसान कहलाने लायक हो जाओगे।।❤
हताश न होना। याद रखना कि भगवान् गीता में कह रहे हैं, कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन - ‘तुम्हारा अधिकार कर्म में है, फल में नहीं।’ कमर कस लो, वत्स, प्रभु ने मुझे इसी काम के लिए बुलाया है। जीवन भर मैं अनेक यन्त्रणाएँ और कष्ट उठाता आया हूँ। मैंने प्राणप्रिय आत्मीयों को एक प्रकार से भुखमरी का शिकार होते हुए देखा है। लोगों ने मेरा मजाक उड़ाया है और अविश्वास किया है, और ये सब वे ही लोग हैं, जिनसे सहानुभूति करने पर मुझे विपत्तियाँ झेलनी पड़ीं। वत्स, यह संसार दुःख का आगार तो है, पर यही महापुरुषों के लिए शिक्षालयस्वरूप है। इस दुःख से ही सहानुभूति, धैर्य और सर्वोपरि उस अदम्य दृढ़ इच्छा-शक्ति का विकास होता है, जिसके बल से मनुष्य सारे जगत् के चूर चूर हो जाने पर भी रत्ती भर नहीं हिलता। मुझे उन लोगों पर तरस आता है। वे दोषी नहीं हैं। वे बालक हैं, निरे बच्चे हैं - भले ही समाज में वे बड़े गण्यमान्य समझे जाये। उनकी आँखें कुछ गज के अपने छोटे क्षितिज के परे कुछ नहीं देखतीं और यह क्षितिज है - उनका नित्यप्रति का कार्य, खान-पान, अर्थोपार्जन और वंशवृद्धि। ये सब कार्य घड़ी के काँटे पर सधे होते हैं। इसके सिवा उन्हें और कुछ नहीं सूझता। अहा, कैसे सुखी हैं ये बेचारे! उनकी नींद किसी तरह टूटती ही नहीं! सदियों के अत्याचार के फलस्वरूप जो पीड़ा, दुःख, हीनता, दारिद्र्य की आह भारत-गगन में गूँज रही है, उनसे उनके सुखकर जीवन को कोई जबरदस्त आघात नहीं लगता। युगों के जिस मानसिक, नैतिक और शारीरिक अत्याचार ने ईश्वर के प्रतिमारूपी मनुष्य को भारवाही पशु, भगवती की प्रतिमारूपिणी रमणी को सन्तान पैदा करनेवाली दासी, और जीवन को अभिशाप बना दिया है, उसकी वे कल्पना भी नहीं कर पाते। परन्तु ऐसे भी अनेक मनुष्य हैं, जो देखते हैं, अनुभव करते हैं, और दिलों में खून के आँसू बहाते हैं - जो सोचते हैं कि इनका इलाज है, और किसी भी कीमत पर, यहाँ तक कि अपने प्राणों की बाजी लगाकर भी इन्हें हटाने को तैयार हैं। और ‘ये ही हैं वे लोग, जिनसे स्वर्ग-राज्य बना है।’ अतएव मित्रों, क्या यह स्वाभाविक नहीं है कि उच्च स्थान में अवस्थित इन महापुरुषों को उन जघन्य कीड़ों की बकवास सुनने की फुरसत नहीं, जो प्रतिक्षण अपना क्षुद्र विष उगलने के लिए तैयार रहते हैं? स्वामी विवेकानंद
मैंने आज तक किसी को भी इतनी स्पष्टता से किसी बात को बताते नहीं देखा है और यह हम सबके लिए एक स्वर्णिम अवसर है चीजों को समझ पाने का और जान पाने का। आचार्य जी की इस मेहनत को हम सबको आगे बढ़ना ही चाहिए ।
आचार्य जी की बात से पूरी तरह से सहमत हूं. मैं मानता हूं कि इस समस्या का मूल जड़ हमारी शिक्षा व्यवस्था है. एक तरीके से यह बोलूं की 12 साल की पढ़ाई क्लास वन से क्लास ट्वेल्थ तक एक एजुकेशन स्कैम है, हैरानी की बात है कि स्कूल की पढ़ाई के बाद भी नौकरी के लिए अगर आपको कोचिंग करनी पड़ रही है, और वही सब्जेक्ट पढ़ने पड़ रहे हैं जो अपने स्कूल में पढ़े थे, तो उससे बड़ा एजुकेशन स्कैम क्या ही कहा जाएगा स्कूली व्यवस्था को... कितना अच्छा होता कि हम अपनी स्कूल की पढ़ाई को ही इतनी अच्छी कर देते की 12वीं के बाद हमें निकलने पर नौकरी ढूंढने पर या स्व कार्य करने पर किसी के सहायता की जरूरत नहीं पड़ती....
Bhai 10th aur 12th ka level dekho aur IIT,jee,neet ke exam ka level dekho Isiliye alag se coaching Leni padti h 12th Tak to sabko common padhaya jata h but uske baad logo ka field change ho jata h jisse alag alag coaching ki jarurat padti h Bhai 12th ke टॉपर को देदो आईआईटी का क्वेश्चन सॉल्व कर दे तो बताना उसकी भी तो नीव मजबूत होती h
मैं भी इसी भीड़भाड़ का हिस्सा था।मान सम्मान और प्रतिष्ठा के लालच मे।😢😢😢😢 आपने बहुत बड़ी ताकतों को चुनौती दी है। आचार्य प्रशान्त जी मेरे पास कोई शब्द नहीं है।नमन है बारम्बार
दुनिया में भारत ही एक ऐसा देश है जहाँ सभी का एकमात्र सपना सरकारी नौकरी है ,जो जवानी किसी अच्छे, ऊँचे कार्य में लग सकती थी वो सिर्फ सरकारी नौकरी की तैयारी में बर्बाद चली जाती हैं
सीधी सी बात है जीवन चलाने के लिय पैसा चाहिए । और हमे बचपन से एक ही बात बताया गया है की पैसा यानी नौकरी । तो अब हमारा दिमाग नौकरी के अलावा कुछ नही सोच पा रहा, क्यू की बचपन से नौकरी नौकरी के बारे में बताया गया है ।
आचार्य प्रशांत जी प्रत्येक मुद्दे पर चर्चा करते हैं । आचार्य जी के कारण कई लोगो के जीवन में परिवर्तन आएं। आचार्य जी महिला के प्रति उदारता ,पशु पक्षी के प्रति संवेदना ,नवयुवकों के प्रति प्रेम रखते है । वे हमे अंधकार से प्रकाश की ओर लेकर जा रहे है। धन्यवाद आचार्य जी ❤❤❤
आचार्य जी का ज्ञान प्रशांत महासागर की तरह गहरा है l आचार्य जी वो नहीं कहते जो श्रोता सुनना चाहता है , आचार्य जी वो कहते हैं जो श्रोता के लिए सही है, हितकारी है , फिर चाहे वो श्रोता को अच्छा लगे या ना लगे l इतनी बेकफिक्री से सत्य बोलना वाला गुरु अन्यत्र दुर्लभ है l आचार्य जी सही मायनो में हमारे सच्चे हितैषी हैं l आचार्य जी को कोटि कोटि नमन 🙏🙏
आचार्य जी को सादर प्रणाम करता हूं।सुप्रभात मित्रों। नेता जी सुभाष चन्द्र बोस जी ने कोचिंग नहीं पढ़ी थी। हम सब भेंड़ चाल चल रहे हैं । इसके लिए माता पिता ही सबसे बड़े जिम्मेदार हैं।। यह सभी फर्जी आवेदक हैं ।
Upsc exam में किसकी स्तुति की जा रही है। इसमें भगवान कौन है - आराम की जिंदगी इसमें पुजारी कौन है - कोचिंग मास्टर्स और इसमें मंदिर क्या है - कोचिंग इंस्टीट्यूट्स इसमें धर्म क्या है -सरकारी नौकरी ये है upsc की असली सच्चाई😮
मैं भी एक आवेदक हूं,इसी भीड़ का एक हिस्सा। हां शायद मुझे भी इसी भावना ने इस भीड़ में धकेल दिया है और हां शायद मैं आ भी गई बिना कुछ सोचे समझे। कोई विकास,कौशल, कार्य,सीख कुछ भी नहीं,जो बताया जा रहा है बस करते रहो उत्तीर्ण हुए तो ठीक वरना वापस चलें जाओ जहां से शुरू किया था या खुद को समाप्त कर लो।
Mai bhi पर कोई और रास्ता ही नहीं मेरे पास एक बहुत पिछड़े गाँव से hu और आजादी केवल नौकरी से मिल सकती है मजबूर हूं पढ़ना शौक है लेकिन तैयारी मजबूरी है समझ नहीं आता क्या ही kru ab mai 😔😔😔
इसमें आपको अफसोस करने की जरूरत नहीं है, जब तैयारी में घुसी थी , तो उस वक्त जो खुद को वजहें बताई थी तैयारी करने की, अगर वो वजह वाजिब है आपकी नजरों में , तो तैयारी में मन लगाकर लगे रहिए, लेकिन एक उचित समय सीमा तक, not for an indefinite time period. इसकी तैयारी बुरी नहीं है, सिर्फ इसी को अपना जीवन मान लेना बुरा है। इस परीक्षा को परीक्षा की तरह लेकर चलिए, कोई बुराई नहीं है इसमें । ~ Fellow Apsirant
@@kajalBharatvanshi5467 परीक्षा हो,कोई व्यक्ति हो या कोई भौतिक वस्तु वो सब आपके जीवन का हिस्सा हो सकती है, आपका जीवन नहीं। आपको पढ़ने में मजा आता है, तो डुबकर पढाई कीजिए और परीक्षा दीजिए, हो गया तो ठीक नहीं तो और भी बहुत कुछ है करने को। परीक्षा को परीक्षा की तरह देखें। आचार्य प्रशांत जी के लाइव सत्र से जुडिए। जीवन में सब सरल रूप में समझ आने लगेगा। अपेक्षा करती हूँ आप आचार्य जो को नियमित सुनती होगी तो उनके कही बातों को अपने जीवन में लागु भी करती होगी। जो कुछ भी मानकर रखा है, उसे अस्वीकार करे । जो कुछ भी किसी ने कह दिया है,उसे ना माने।,जाँचें और जानने का प्रयास करें। ~आचार्य जी 🙏😇
लेकिन सब तुम्हारी तरह समझदार भी नहीं मित्र जो इस सत्य को शीघ्र ही स्वीकार कर लें …एक छात्र होते हुए तुम अगर अपने चार की की भी आँखें खोल दो ईश्वर हर परोपकार की पारितोषिक देना जानता है
Macaulay died, but the Macaulay's motive of education practices are ruining, lagging our country and it's still here. Acharya ji is the eye opener for all..
सारे समस्याओ का एक ही समाधान है आत्मज्ञान और वो आएगा वेदांत, गीता, उपनिषद, संत वाणी, इन सब के अध्ययन कर के और आज एक समय में आचार्य प्रशांत ही एक ऐसा व्यक्ति है जो इन सब का सही अर्थ में समझा रहे हैं।
शुक्र है मैं इस बिमारी का शिकार नहीं हुआ, हालांकि घर वालों ने कहा तो बहुत था पर मेरी रूचि दूसरे विषयों में थी जिसे मैं बखुबी से कर रहा हूं हालांकि परिणाम उतना नहीं मिला लेकिन शुकून है क्योंकि भिड से कुछ दूर हूं और मेहनत करने लग रहा हूं 🙏🙏
आपके जैसा मार्गदर्शक कोई नही है आचर्य जी हर लोग सिर्फ हम छात्रों को ठगते है और माल लूटते है।आज हमारे देश मे युवाओं को कोई सही मार्ग दिखाने बाला नही है तथाकथित शिक्षक लोग भी कोचिंग का फीस भरवाने के लिए हमे गुमराह करते है।😢😢😢
बूढ़े हो जायेगे सरकारी नौकरी के लिए ,शादी नहीं करते सरकारी लड़की चाहिए 50साल में दूल्हा बनते है और उनके मां बाप भी साथ देते है ,बहुत ही खराब माहोल हो गया है ,सरकारी नौकरी को लेकर😢
ये जो सारी तैयारी है अवसादों की लड़ाई है फिर भी युवा दर दर भटके ये कैसी चढ़ी बीमारी है खुमारी है हर कोई छलनी कर दिया ये युवा का दिल कितनी बेरहमी से सीखा दिया डर भ्रम की गुलामी है युवा शक्ति चेतना शक्ति मुरझा गई भयंकर रूपधारी है ये जीवन एक खेल है भाई सब बिना जाने खेले सबके सब यहां अनारी है
भारत में कला, साहित्य , खेल आदि चीजों की कोई इज्जत नही है , यहां लोगों के लिए बस सरकारी नौकरी और विवाह ही सबसे बड़ी चीज है। इसलिए देश गर्क में जा रहा है😢
Sir मैं भी इस भीड़ का हिस्सा हूं क्योंकि भारत में खुदको सुरक्षित रखना है तो या तो कोई सरकारी नौकरी में कोई पद प्रतिष्ठा या कोई पॉलिटिकल पृष्ठभूमि होनी चाहिए क्योंकि आम इंसान survive नही कर पाएगा हमारे समाज में ।। अगर ये बदल जाए तो भारतीय युवा चीन की तरह कौशल होगे अन्य छेत्रो में🙏🙏
हमारी सब मान्यताएं खोखली और झूठी हैं जो कथाओं व कहानियों पर आधारित हैं उन्हे छोड़नी ही पड़ेंगी और कोई चारा नहीं है उसके बाद उपनिषद व वेदांत की सहायता से सत्य को समझना होगा तब ही मनुष्य जाति का कल्याण होगा
वैसे तो हमने तैयारी छोड़ दी है और काम धंधे में लग गया हूं । लेकिन एक दिन क्या हुआ कि मेरे घर मे निर्माण कार्य चल रहा है सो हम सीमेंट दुकान वाले के पास गए थे तो उसके बगल में देखा कि एक दीवार पर लिखा है फलाने लाइब्रेरी ।मुझे देख के इक्षा हुई कि चलो देखते है कैसी पुस्तके है यहाँ किउकी हम जब तैयारी करते थे तो शहर में एक लाइब्रेरी थी नागरी प्रचारिणी की उसी में जाते थे वहाँ बहुत सी पुस्तके होती थी ।जब मैं इसके अंदर गया तो देखा कि बेसमेंट में दमघोटू जगह पर बिना पुस्तको के बच्चे मुर्गी के दर्बो में टैब लेके कुछ देख रहे है ।चुकी मैं तो पहले का था सो उसके संचालक से बोल दिया जो बोलना था ।ये तो हालात है हिंदी पट्टी के राज्यो की
सही कहा आचार्य जी भारत के युवाओं की बहुत दुर्दशा हो रखी है। आज का युवा मानसिक तनाव से ग्रस्त और गलत दिशा की ओर जाने के लिए कई बुद्धि जीवी ब्रेन वॉश करने में लगे है युवाओं का।
भारत जैसे coaching industries का vicious network दुनियां के और किसी देश में नहीं है। कोई इसकी बात नहीं कर रहा कि ये जबरदस्त राष्ट्रीय हानि है with very little value edition
This video deserves million views Everyone shares this video as much as you can 🙏 India a failure nation,full of corrupted politicians and brainwashed people😢😢our condition is like many underdeveloped African countries
अगर भारत ऐसा देश हों जाय, जो कहें मुझे तो जिंदगी भर जुझना है, परिणाम की परवाह करे बिना मुझे कृष्ण का अर्जुन बनाना है, मौज तो सही कर्म में है,अब क्या सरकारी नौकरी के लिए इतना क्रेज रहेगा, तो एक तरह से इतना जो क्रेज है, वह इसलिए भी है, भारत सच्चे धर्म से, गीता के असली अर्थ से बहुत दूर है,
1. Urban planners are most needed where they can effectively plan a city. 2. In our country, Chandigarh is currently the best-planned city. 3. Similarly, Singapore is also very well-planned, even though it gained independence after us. 4. If you talk about population issues, look at China-despite having a similar population, they are ten times ahead of us. 5. The most suffering in Kalyug (the age of downfall) is in our country.
आचार्य जी आपको बारंबारप्रणाम आज आपका सेशन देखकर मजा आ गया सर आपने क्या बातकही है आपकी एक एक बात दिलको छू गई सर आप जैसे अगर इस देश में 1% भी लोग होजाए तो इस देश को विकसित होने से कोईनहीं रोक पाएगा आचार्य जी आपका बहुत बहुतधन्यवाद हम जैसे युवाओं का मार्गदर्शन करने के लिए 🙏🙏🙏🙏
नमस्ते सर मेरा नाम सतीश कुमार है और में आपको करीब पांच महीने से अपका वीडियो और किताबे देखकर वेदांत सीखने का कोशिश कर रहा हू सर मेरा प्रश्न यह है कि वेदांत को केसे सीखे ❤❤ I am proud of you you are a biggest spiritua l leader ❤❤❤❤ I salute 🫡💕💕💕
आप संस्था में गीता कोर्स में enroll कीजिए। आचार्य जी पूरा वेदांत साहित्य उसमे पढ़ा रहे है। और आपको पुराने रिकॉर्डिंग भी मिलेगी। Link description में दिया हुआ है 🙏🙏
yeah bro temple are under govt control all the money goes to govt and temples are build by donation of people not govt money all govt did was build infra which will boost tourism and generate jobs for locals
कृप्या लाइव सत्र से ज़रूर जुड़े और इस वर्तमान में चल रहे युद्ध में भाग ले नहीं तो ऐसे भी आप युद्ध में तो पड़े ही हो यही है की वो पशुवत है । और अचार्य जी के संग लड़ने से इंसान कहलाने लायक हो जाओगे।।❤
Real Truth of Govt job mentality..Proud to God that give me strength in 2014 to recover from this mentality..Now I am established in business otherwise may be...
आचार्य जी मैं पहले शिक्षक बनना चाहता था लेकिन फिर इन्ही कोचिंग की वजह से मैं यूपीएससी की तैयारी करने लगा लेकिन अब मैं यूपीएससी के पीछे नहीं हु सिर्फ अब एक शिक्षक बनना है और कुछ नही धन्यवाद आचार्य जी ये सब आपकी वजह से हुआ नही तो मैं यही फसा रहता
"आचार्य प्रशांत से समझें गीता,
लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00022
✨ हर महीने 30 लाइव सत्र
✨ 15,000+ गीता छात्रों की कम्युनिटी
✨ पिछले 200+ घंटों के सत्रों की रिकॉर्डिंग - निशुल्क
✨ आचार्य प्रशांत से पूछें अपने सवाल"
😮😊
Acharya ji main aapko bahut din se sun rha hu, main bhi plan kiya hu ek life lane ko 3.5 year ho gya shadi ko,
Main soch rha hu etne bhrasht desh me apne bachce ko kaise sahi raah par rakhunga, sab taraf bhrashtachar hi hai.
But try to handle all things😊
❤❤❤❤
Sir please meri baat sun ligiye😢
ऐसे एकलव्य है , जो अंगूठा नही जीवन दान कर दिए.
दुनियां के किसी देश में सरकारी नौकरी के लिए जवानी उस तरह बर्बाद नहीं हो रही जिस तरह भारत में हो रही है ✨️🙏🏻🌹
Job security government me jyada hai
Private job stressful job rahata hai
Aur security bhi nahi hoti
Overpopulation hai to ye sab hoga hi
Ha
India wale show off or trend m mr jate h..😢😢
Sahi bilkul sahi 😢
100% right
100 मे से जो एक जीता उसको दिखा दिया और जो 99 बर्बाद हुए उनको छुपा दिया.
यह बहुत बड़ी हानि है.
मैंने 1995 में केवल 2 प्रवेश परीक्षाएँ दीं, फिर मैंने private जॉब शुरू की और अब मैं बिज़नेस में सफल हूँ। आज, मैं किसी भी नौकरी से 10 गुना बेहतर हूं.
किस चीज का व्यापार है अपकब?
बहुत खुशी हुई
आप का हर बात में सच्चाई है। आप जैसे लोग को संसद में होना चाहिए तभी देश में सुधार आएगा।
Correct 💯
Sahi kaha
स्वामी विवेकानंद जी के बाद भारतवर्ष के महान व्यक्तित्व आचार्य प्रशांत जी ❣️
pehle swami vivekanand ke baare mein kucch jaan lo
@@harendrayegr ap jaan lo acharye ji ne bahut kuch btaya hai unke bare m bhi 😊....
कृप्या लाइव सत्र से ज़रूर जुड़े और इस वर्तमान में चल रहे युद्ध में भाग ले नहीं तो ऐसे भी आप युद्ध में तो पड़े ही हो यही है की वो पशुवत है ।
और अचार्य जी के संग लड़ने से इंसान कहलाने लायक हो जाओगे।।❤
हताश न होना। याद रखना कि भगवान् गीता में कह रहे हैं, कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन - ‘तुम्हारा अधिकार कर्म में है, फल में नहीं।’ कमर कस लो, वत्स, प्रभु ने मुझे इसी काम के लिए बुलाया है। जीवन भर मैं अनेक यन्त्रणाएँ और कष्ट उठाता आया हूँ। मैंने प्राणप्रिय आत्मीयों को एक प्रकार से भुखमरी का शिकार होते हुए देखा है। लोगों ने मेरा मजाक उड़ाया है और अविश्वास किया है, और ये सब वे ही लोग हैं, जिनसे सहानुभूति करने पर मुझे विपत्तियाँ झेलनी पड़ीं। वत्स, यह संसार दुःख का आगार तो है, पर यही महापुरुषों के लिए शिक्षालयस्वरूप है। इस दुःख से ही सहानुभूति, धैर्य और सर्वोपरि उस अदम्य दृढ़ इच्छा-शक्ति का विकास होता है, जिसके बल से मनुष्य सारे जगत् के चूर चूर हो जाने पर भी रत्ती भर नहीं हिलता। मुझे उन लोगों पर तरस आता है। वे दोषी नहीं हैं। वे बालक हैं, निरे बच्चे हैं - भले ही समाज में वे बड़े गण्यमान्य समझे जाये। उनकी आँखें कुछ गज के अपने छोटे क्षितिज के परे कुछ नहीं देखतीं और यह क्षितिज है - उनका नित्यप्रति का कार्य, खान-पान, अर्थोपार्जन और वंशवृद्धि। ये सब कार्य घड़ी के काँटे पर सधे होते हैं। इसके सिवा उन्हें और कुछ नहीं सूझता। अहा, कैसे सुखी हैं ये बेचारे! उनकी नींद किसी तरह टूटती ही नहीं! सदियों के अत्याचार के फलस्वरूप जो पीड़ा, दुःख, हीनता, दारिद्र्य की आह भारत-गगन में गूँज रही है, उनसे उनके सुखकर जीवन को कोई जबरदस्त आघात नहीं लगता। युगों के जिस मानसिक, नैतिक और शारीरिक अत्याचार ने ईश्वर के प्रतिमारूपी मनुष्य को भारवाही पशु, भगवती की प्रतिमारूपिणी रमणी को सन्तान पैदा करनेवाली दासी, और जीवन को अभिशाप बना दिया है, उसकी वे कल्पना भी नहीं कर पाते। परन्तु ऐसे भी अनेक मनुष्य हैं, जो देखते हैं, अनुभव करते हैं, और दिलों में खून के आँसू बहाते हैं - जो सोचते हैं कि इनका इलाज है, और किसी भी कीमत पर, यहाँ तक कि अपने प्राणों की बाजी लगाकर भी इन्हें हटाने को तैयार हैं। और ‘ये ही हैं वे लोग, जिनसे स्वर्ग-राज्य बना है।’ अतएव मित्रों, क्या यह स्वाभाविक नहीं है कि उच्च स्थान में अवस्थित इन महापुरुषों को उन जघन्य कीड़ों की बकवास सुनने की फुरसत नहीं, जो प्रतिक्षण अपना क्षुद्र विष उगलने के लिए तैयार रहते हैं? स्वामी विवेकानंद
@@harendrayegrये भी सही है
True 🔥🔥
"मैं ज़िन्दगी भर जूझूँगा। अंजाम क्या होगा, मुझे फ़र्क नहीं पड़ता। मौज तो सही कर्म में है।" ❤❤
मैंने आज तक किसी को भी इतनी स्पष्टता से किसी बात को बताते नहीं देखा है और यह हम सबके लिए एक स्वर्णिम अवसर है चीजों को समझ पाने का और जान पाने का। आचार्य जी की इस मेहनत को हम सबको आगे बढ़ना ही चाहिए ।
आप राष्ट्र के धरोहर के रूप में mahan hai
I hearded this person first time and I realised he is gem 💎
आचार्य जी की बात से पूरी तरह से सहमत हूं. मैं मानता हूं कि इस समस्या का मूल जड़ हमारी शिक्षा व्यवस्था है. एक तरीके से यह बोलूं की 12 साल की पढ़ाई क्लास वन से क्लास ट्वेल्थ तक एक एजुकेशन स्कैम है, हैरानी की बात है कि स्कूल की पढ़ाई के बाद भी नौकरी के लिए अगर आपको कोचिंग करनी पड़ रही है, और वही सब्जेक्ट पढ़ने पड़ रहे हैं जो अपने स्कूल में पढ़े थे, तो उससे बड़ा एजुकेशन स्कैम क्या ही कहा जाएगा स्कूली व्यवस्था को... कितना अच्छा होता कि हम अपनी स्कूल की पढ़ाई को ही इतनी अच्छी कर देते की 12वीं के बाद हमें निकलने पर नौकरी ढूंढने पर या स्व कार्य करने पर किसी के सहायता की जरूरत नहीं पड़ती....
Akdm shi baat bol rhe hooo jb hmari niv mjbut rhege to kisi k jrurt hi ni pdti
👍🏻👍🏻
Absolutely correct 💯
Bhai 10th aur 12th ka level dekho aur IIT,jee,neet ke exam ka level dekho
Isiliye alag se coaching Leni padti h
12th Tak to sabko common padhaya jata h but uske baad logo ka field change ho jata h jisse alag alag coaching ki jarurat padti h
Bhai 12th ke टॉपर को देदो आईआईटी का क्वेश्चन सॉल्व कर दे तो बताना उसकी भी तो नीव मजबूत होती h
Pranam acharya ji
वो जवानी जो वेदांत दर्शन नही जान पा रही वो बेकार ही जायेगी🙏
🙏इतना डीप विश्लेशण कोई नहीं कर सकता है जितना आचार्यजी हमें समझा देते हैं।कोई अनपढ़ भी समझ जाए कि बात क्या हो रही है।
मैं भी इसी भीड़भाड़ का हिस्सा था।मान सम्मान और प्रतिष्ठा के लालच मे।😢😢😢😢 आपने बहुत बड़ी ताकतों को चुनौती दी है। आचार्य प्रशान्त जी मेरे पास कोई शब्द नहीं है।नमन है बारम्बार
भारत केवल नये नये बाबा पैदा करने में आगे है...
और मीडिया के बारे में जो आपने बोला शानदार ऑब्जरवेशन है
दुनिया में भारत ही एक ऐसा देश है जहाँ सभी का एकमात्र सपना सरकारी नौकरी है ,जो जवानी किसी अच्छे, ऊँचे कार्य में लग सकती थी वो सिर्फ सरकारी नौकरी की तैयारी में बर्बाद चली जाती हैं
सीधी सी बात है जीवन चलाने के लिय पैसा चाहिए ।
और हमे बचपन से एक ही बात बताया गया है की पैसा यानी नौकरी ।
तो अब हमारा दिमाग नौकरी के अलावा कुछ नही सोच पा रहा, क्यू की बचपन से नौकरी नौकरी के बारे में बताया गया है ।
Comment of the video,👍
"मुझे तो जिंदगी भर जूझना है।
मुझे अंजाम की परवाह किए बीना कृष्ण का अर्जुन बनना है।"
❤ प्रणाम आचार्य श्री।
Very good
सबसे जायदा संघर्ष और मेहनत किसान करते हैं और सबसे कम आराम और दिक्कत भरी जिंदगी जीते हैं ।
बहुत सही समझाया आपने काश आप जैसे समझाने वाले कमसे कम सैकड़ों होते इस देश मे तो युवाओं की जवानी बर्बाद न होती
आचार्य प्रशांत जी प्रत्येक मुद्दे पर चर्चा करते हैं । आचार्य जी के कारण कई लोगो के जीवन में परिवर्तन आएं। आचार्य जी महिला के प्रति उदारता ,पशु पक्षी के प्रति संवेदना ,नवयुवकों के प्रति प्रेम रखते है । वे हमे अंधकार से प्रकाश की ओर लेकर जा रहे है। धन्यवाद आचार्य जी ❤❤❤
Acharya prashant jaisa mahan aur budhimaan insaan maine aaj tak nahi dekha mind blowing🎉
Socho Phir swami Vivekanand kaise hoinge
आचार्य जी का ज्ञान प्रशांत महासागर की तरह गहरा है l आचार्य जी वो नहीं कहते जो श्रोता सुनना चाहता है , आचार्य जी वो कहते हैं जो श्रोता के लिए सही है, हितकारी है , फिर चाहे वो श्रोता को अच्छा लगे या ना लगे l इतनी बेकफिक्री से सत्य बोलना वाला गुरु अन्यत्र दुर्लभ है l आचार्य जी सही मायनो में हमारे सच्चे हितैषी हैं l आचार्य जी को कोटि कोटि नमन 🙏🙏
आचार्य जी को सादर प्रणाम करता हूं।सुप्रभात मित्रों।
नेता जी सुभाष चन्द्र बोस जी ने कोचिंग नहीं पढ़ी थी। हम सब भेंड़ चाल चल रहे हैं । इसके लिए माता पिता ही सबसे बड़े जिम्मेदार हैं।। यह सभी फर्जी आवेदक हैं ।
Upsc exam में किसकी स्तुति की जा रही है।
इसमें भगवान कौन है - आराम की जिंदगी
इसमें पुजारी कौन है - कोचिंग मास्टर्स
और इसमें मंदिर क्या है - कोचिंग इंस्टीट्यूट्स
इसमें धर्म क्या है -सरकारी नौकरी
ये है upsc की असली सच्चाई😮
आज आध्यात्मिक शिक्षा की सबसे ज्यादा ज़रूरत है।
अगर ओशो के बाद कोई है टकर का तो वह एक ही नाम है ....आचार्य प्रशांत जी।🙏🏿🙏🏿
Acharya prashant Vs Vikas divyakriti.. A debate is needed
kaash......
शिक्षा और विद्या में अंतर होता है बंधु 😐
आचार्य जी से यह प्रतीत होता है कोचिंग सिर्फ और सिर्फ एक धंधा मात्रा बन गया।
मैं भी एक आवेदक हूं,इसी भीड़ का एक हिस्सा। हां शायद मुझे भी इसी भावना ने इस भीड़ में धकेल दिया है और हां शायद मैं आ भी गई बिना कुछ सोचे समझे। कोई विकास,कौशल, कार्य,सीख कुछ भी नहीं,जो बताया जा रहा है बस करते रहो उत्तीर्ण हुए तो ठीक वरना वापस चलें जाओ जहां से शुरू किया था या खुद को समाप्त कर लो।
Mai bhi
पर कोई और रास्ता ही नहीं मेरे पास
एक बहुत पिछड़े गाँव से hu
और आजादी केवल नौकरी से मिल सकती है
मजबूर हूं
पढ़ना शौक है लेकिन तैयारी मजबूरी है
समझ नहीं आता क्या ही kru ab mai 😔😔😔
इसमें आपको अफसोस करने की जरूरत नहीं है, जब तैयारी में घुसी थी , तो उस वक्त जो खुद को वजहें बताई थी तैयारी करने की, अगर वो वजह वाजिब है आपकी नजरों में , तो तैयारी में मन लगाकर लगे रहिए, लेकिन एक उचित समय सीमा तक, not for an indefinite time period. इसकी तैयारी बुरी नहीं है, सिर्फ इसी को अपना जीवन मान लेना बुरा है। इस परीक्षा को परीक्षा की तरह लेकर चलिए, कोई बुराई नहीं है इसमें ।
~ Fellow Apsirant
@@kajalBharatvanshi5467 परीक्षा हो,कोई व्यक्ति हो या कोई भौतिक वस्तु वो सब आपके जीवन का हिस्सा हो सकती है, आपका जीवन नहीं।
आपको पढ़ने में मजा आता है, तो डुबकर पढाई कीजिए और परीक्षा दीजिए, हो गया तो ठीक नहीं तो और भी बहुत कुछ है करने को।
परीक्षा को परीक्षा की तरह देखें।
आचार्य प्रशांत जी के लाइव सत्र से जुडिए। जीवन में सब सरल रूप में समझ आने लगेगा। अपेक्षा करती हूँ आप आचार्य जो को नियमित सुनती होगी तो उनके कही बातों को अपने जीवन में लागु भी करती होगी।
जो कुछ भी मानकर रखा है, उसे अस्वीकार करे ।
जो कुछ भी किसी ने कह दिया है,उसे ना माने।,जाँचें और जानने का प्रयास करें। ~आचार्य जी 🙏😇
Main bhi issi line me hun
लेकिन सब तुम्हारी तरह समझदार भी नहीं मित्र जो इस सत्य को शीघ्र ही स्वीकार कर लें …एक छात्र होते हुए तुम अगर अपने चार की की भी आँखें खोल दो ईश्वर हर परोपकार की पारितोषिक देना जानता है
हमने जो अपनी शिक्षा की दुर्दशा की है ना उससे हमें हजार तरीके के परिणाम झेलने पड़ रहे हैं।
- अचार्य प्रशांत
Macaulay died, but the Macaulay's motive of education practices are ruining, lagging our country and it's still here. Acharya ji is the eye opener for all..
ये पूरी कोचिंग व्यवस्था ही गड़बड़ है, बच्चे कही के नही छोड़े जा रहे है बहुत बड़ा दुर्भाग्य है ये देश के लिए।
सर हमारे परिवार के एक सदस्य ने सारे प्रयास UPSC के दिए, चयनित न होने पर PSC के सारे प्रयास दिए पर चयन नहीं हुआ। आज ४० वर्ष का बेरोजगार है
जी मेरे ताऊजी के बेटे भी 18 वर्ष की उम्र से इन प्रयासों में लगे और आज 35 के हो चुके हैं दिमागी और शारीरिक रूप से दुर्बल और बीमार साथ ही बेरोजगार😢😢
Thanks for sharing ❤
Thanks for sharing ❤
Ye 😢😢😢😢
Ban ne IAS lge the or itna sa bhi dimag nhi lagaya ki 2 3 saal baad ki tyari baad job ke sath bhi tyari ki ja skti hai. Kya fayda hua itna pdhne ka
*"देश की युवाओं की पूरी ऊर्जा नौकरी और शादी में बही जा रही है"*
*#आचार्य** प्रशांत* ❤❤❤❤❤
❤❤
#आचार्य_प्रशांत
😢😢😢😢
Shadi, shadi nhi h, "shopping" hota hai 😢
Perhaps you are right 😢
आचार्य जी सब विषयों पे बोलते है जिसपे किसी का ध्यान नही या ध्यान देना नही चाहते, इसिलोये आचार्य जी इन बड़ी ताकतो के लिए खतरा बने हुए है
Govt job aspirants को बुरा लगेगा लेकिन ये सच्चाई है, कि वे एक साजिश का शिकार हैं
अभी हमारे पास समय बहुत कम है ,सब पड़े लिखे लोग आचार्य जी से जल्दी जुड़ कर अपनी वेल्यू एडिशन कर सकते है और इसकी जिमेदारी हम सबकी है ,दोस्तो 🙏
सारे समस्याओ का एक ही समाधान है आत्मज्ञान और वो आएगा वेदांत, गीता, उपनिषद, संत वाणी, इन सब के अध्ययन कर के और आज एक समय में आचार्य प्रशांत ही एक ऐसा व्यक्ति है जो इन सब का सही अर्थ में समझा रहे हैं।
Sadar pradam.. Aap ek shi kh rhe bharat hi ek aisa देश है जो सिर्फ सरकारी नौकरी के पीछे बर्बाद हो रहे हैं...
शुक्र है मैं इस बिमारी का शिकार नहीं हुआ, हालांकि घर वालों ने कहा तो बहुत था पर मेरी रूचि दूसरे विषयों में थी जिसे मैं बखुबी से कर रहा हूं हालांकि परिणाम उतना नहीं मिला लेकिन शुकून है क्योंकि भिड से कुछ दूर हूं और मेहनत करने लग रहा हूं 🙏🙏
Bache nhi chahiye, योद्धा chahiye, योद्धा
Fela do सत्य ko chaaro trf, jo paiso se योगदान nhi kr skte, vo सत्य ko share Fela kr योगदान dein🇮🇳
Yes💥💥💥🔥🔥
परम से ना विलग हो, परंपरा बस यही है। शेष विषय अतीत के, नहीं जरूरी नहीं है।
गीता 4.2 (काव्यात्मक अर्थ आचार्य जी)
युध्यस्व!!💯
अत्यंत ही उत्कृष्ट विश्लेषण,, कोटि कोटि नमन आचार्य जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Apne purusharth ko sahi disha deni chahiye hum yuvaon ko.... pranam aacharya ji ❤️
Naman mere priye acharya ji hum tak Satya ko lane ke liye aap ka buhut buhut dhanyawad mere acharya ji 😢😢
Acharya Prashant ke margdarshan me hi bharat tarakki kar sakta hai ❤
सरकारी नौकरी का इतना अधिक craze इसलिए है क्योंकि भारत अध्यात्म से, गीता के असली अर्थ से बहुत दूर है
Jai shri krishna Radha Radha guru dev ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤❤
Jisne yea puri video dekh li uske soch sarkari naukari ke traf bdal jyenge😊❤..#love_u_sir😍
You are Greatest Teacher in the world . Salute sir ji ❤
आपके जैसा मार्गदर्शक कोई नही है आचर्य जी हर लोग सिर्फ हम छात्रों को ठगते है और माल लूटते है।आज हमारे देश मे युवाओं को कोई सही मार्ग दिखाने बाला नही है तथाकथित शिक्षक लोग भी कोचिंग का फीस भरवाने के लिए हमे गुमराह करते है।😢😢😢
No one in the world at present time like you acharya ji 🌹🙅🏻♂️@Raje0397🧎🏻♂️🧎🏻♂️🧎🏻♂️
Acharya ji jaise bicharo wale logo ki kami h apne bharat me.
Pranam guru ji🙏🙏🙏
Jay Shree Krishna ❤️ Dear Sir ❤️😊🪘📙📘📗📓📕📔📒📚📖✏️✒️🖋️🖊️🖍️🖌️
आचार्य जी is Budhha of this era❤ showing light to all
बूढ़े हो जायेगे सरकारी नौकरी के लिए ,शादी नहीं करते सरकारी लड़की चाहिए 50साल में दूल्हा बनते है और उनके मां बाप भी साथ देते है ,बहुत ही खराब माहोल हो गया है ,सरकारी नौकरी को लेकर😢
ये जो सारी तैयारी है
अवसादों की लड़ाई है
फिर भी युवा दर दर
भटके ये कैसी चढ़ी
बीमारी है खुमारी है
हर कोई छलनी कर
दिया ये युवा का दिल
कितनी बेरहमी से सीखा
दिया डर भ्रम की गुलामी है
युवा शक्ति चेतना शक्ति
मुरझा गई भयंकर रूपधारी है
ये जीवन एक खेल है भाई
सब बिना जाने खेले सबके
सब यहां अनारी है
धन्यवाद गुरु जी इतनी अच्छी बात बताने के लिए
मैं आपको पैर छू के प्रमाण कर रहा हुं 🙏
भारत में कला, साहित्य , खेल आदि चीजों की कोई इज्जत नही है , यहां लोगों के लिए बस सरकारी नौकरी और विवाह ही सबसे बड़ी चीज है। इसलिए देश गर्क में जा रहा है😢
Sarkari Naukri, shadi and bacha .....
Bahut sahi baat khi apne bhaia
Best comment in this video
Sir मैं भी इस भीड़ का हिस्सा हूं क्योंकि भारत में खुदको सुरक्षित रखना है तो या तो कोई सरकारी नौकरी में कोई पद प्रतिष्ठा या कोई पॉलिटिकल पृष्ठभूमि होनी चाहिए क्योंकि आम इंसान survive नही कर पाएगा हमारे समाज में ।।
अगर ये बदल जाए तो भारतीय युवा चीन की तरह कौशल होगे अन्य छेत्रो में🙏🙏
एग्जाम देने को मना नही किया । आचार्य जी ने एक वीडियो में कहा की २ attempt काफी है। तब तक आपको समझ आ जायेगा आप कहा तक achieve कर पाएंगे ।।
Right। Yahi bole the acharya ji yahi apne teacher bolte h but galti hamari hoti h hm hi upsc ke pichhe pade rahte h
भारत के युवाओं को अध्यात्म की बहुत जरूरत है ताकि उनमें सही निर्णय लेने की सोच विकसित हो।
हमारी सब मान्यताएं खोखली और झूठी हैं जो कथाओं व कहानियों पर आधारित हैं उन्हे छोड़नी ही पड़ेंगी और कोई चारा नहीं है
उसके बाद उपनिषद व वेदांत की सहायता से सत्य को समझना होगा तब ही मनुष्य जाति का कल्याण होगा
Acharya prasant always express reality of life. I love this reality and podcast.
वैसे तो हमने तैयारी छोड़ दी है और काम धंधे में लग गया हूं । लेकिन एक दिन क्या हुआ कि मेरे घर मे निर्माण कार्य चल रहा है सो हम सीमेंट दुकान वाले के पास गए थे तो उसके बगल में देखा कि एक दीवार पर लिखा है फलाने लाइब्रेरी ।मुझे देख के इक्षा हुई कि चलो देखते है कैसी पुस्तके है यहाँ किउकी हम जब तैयारी करते थे तो शहर में एक लाइब्रेरी थी नागरी प्रचारिणी की उसी में जाते थे वहाँ बहुत सी पुस्तके होती थी ।जब मैं इसके अंदर गया तो देखा कि बेसमेंट में दमघोटू जगह पर बिना पुस्तको के बच्चे मुर्गी के दर्बो में टैब लेके कुछ देख रहे है ।चुकी मैं तो पहले का था सो उसके संचालक से बोल दिया जो बोलना था ।ये तो हालात है हिंदी पट्टी के राज्यो की
Haa bihar me v aisa hi h
🎉🎉🎉
Haa
Yes 👍🏻👍🏻
सही कहा आचार्य जी भारत के युवाओं की बहुत दुर्दशा हो रखी है। आज का युवा मानसिक तनाव से ग्रस्त और गलत दिशा की ओर जाने के लिए कई बुद्धि जीवी ब्रेन वॉश करने में लगे है युवाओं का।
भारत जैसे coaching industries का vicious network दुनियां के और किसी देश में नहीं है। कोई इसकी बात नहीं कर रहा कि ये जबरदस्त राष्ट्रीय हानि है with very little value edition
दुनिया की सारी देश में सही आप बोल रहे हैं कि भारत में जिस तरह बर्बादी बच्चो की है उसे तरह किसी भी देश में देखने को नहीं मिलती है🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
This video deserves million views
Everyone shares this video as much as you can 🙏
India a failure nation,full of corrupted politicians and brainwashed people😢😢our condition is like many underdeveloped African countries
आचार्य प्रशांत जी आप जड़ पर प्रहार करते हो
बहुसंख्यक मूूढ़ों के इस देश मे आपको कैसी कैसी चुनौतियां का सामना करना पड़ता होगा l
आप देश के लिए सूर्य हैं ❤🙏
अगर भारत ऐसा देश हों जाय, जो कहें मुझे तो जिंदगी भर जुझना है, परिणाम की परवाह करे बिना मुझे कृष्ण का अर्जुन बनाना है, मौज तो सही कर्म में है,अब क्या सरकारी नौकरी के लिए इतना क्रेज रहेगा, तो एक तरह से इतना जो क्रेज है, वह इसलिए भी है, भारत सच्चे धर्म से, गीता के असली अर्थ से बहुत दूर है,
UPSC को जो सबकुछ समझता है वो आर्चाय प्रशान्त को देख ले , जिन्होंने UPSC को क्लियर करके छोड़ दिया है ।
Its true .,..student ko jrur sunni chahiye ye speech
1. Urban planners are most needed where they can effectively plan a city.
2. In our country, Chandigarh is currently the best-planned city.
3. Similarly, Singapore is also very well-planned, even though it gained independence after us.
4. If you talk about population issues, look at China-despite having a similar population, they are ten times ahead of us.
5. The most suffering in Kalyug (the age of downfall) is in our country.
असली बीमारी समाज में है। यहां हर पिता अपनी बेटी के लिए सरकारी नौकरी वाला दामाद ही चाहता है।
The coaching industry is a net loss to the nation. Acharya prashant gives a deep insight to each and every topic. He is providing vitamins to our मन।
आचार्य जी आपको बारंबारप्रणाम आज आपका सेशन देखकर मजा आ गया सर आपने क्या बातकही है आपकी एक एक बात दिलको छू गई सर आप जैसे अगर इस देश में 1% भी लोग होजाए तो इस देश को विकसित होने से कोईनहीं रोक पाएगा आचार्य जी आपका बहुत बहुतधन्यवाद हम जैसे युवाओं का मार्गदर्शन करने के लिए 🙏🙏🙏🙏
I completely agree..if schools are taking proper care coaching centre's would reduce..the education level of schools is reducing...!
जो पूरे youtube और news चैनल पर नहीं मिला वो यहाँ सुनने को मिला
Only hope for youth is acharya prasant
इस विषय पर सही ढंग से समझाने के लिए आचार्य जी का धन्यवाद।❤
Sacche maayno me yuvao ke saath keval aap hai 🙏🙏😌😌
कोन कोन मानता है आचार्य प्रशांत असली हीरो है❤
World
तभी तो देख रहें हैं 😊
Hanji
नमस्ते सर मेरा नाम सतीश कुमार है और में आपको करीब पांच महीने से अपका वीडियो और किताबे देखकर वेदांत सीखने का कोशिश कर रहा हू सर मेरा प्रश्न यह है कि वेदांत को केसे सीखे ❤❤ I am proud of you you are a biggest spiritua
l leader ❤❤❤❤ I salute 🫡💕💕💕
आप live सत्रों से जुड़ सकते हैं
आप सत्र से जुड़े
आप संस्था में गीता कोर्स में enroll कीजिए। आचार्य जी पूरा वेदांत साहित्य उसमे पढ़ा रहे है। और आपको पुराने रिकॉर्डिंग भी मिलेगी। Link description में दिया हुआ है 🙏🙏
*Join Live Session*
@@muntakim3294 Is there any fees for that ? क्या यह कोई फीस भी चार्ज करते हैं ? Plz reply
Bhagvan apko lambi umr de aur Bharat ka pratekta uva aapki tarah sreshta bne❤❤
कालेज की कमजोरी का फायदा कोचिंग वाले उठाते है
Nhi
No comparison of this legend ❤
Thank god mai sarkari naukri ke piche nahi bhaga mai khud ka kam karta hu khud ka malik hu..
ये बात एकदम सही है आचार्य जी
हमे कोई खास मुदा ही नहीं पता है ।😢😢
मान्यता छोड़ते हैं तो भी बात बनेगी नहीं
छोड़ते ही अपनाना होगा वेदांत उपनिषद को उस खाली जगह को तुरंत भरना पड़ेगा
चरण स्पर्श आचार्य जी
If any political party watching this video ... understand what is saying achrya prasant ❤❤ invest on education . Not on temple , religion ☯️ etc
They are investing in temple ? Wth bro they are taking tax from temple not investing
yeah bro temple are under govt control all the money goes to govt and temples are build by donation of people not govt money all govt did was build infra which will boost tourism and generate jobs for locals
also just spending money wont do anythhing if curriculum does not change
मैं भी SSC के चक्कर में दो साल तक पूरी ताकत लगाया हु,अब टीचर हू प्राइमरी स्कूल में टीचर हू, शांति है
मेरा दोस्त प्राइमरी का मास्टर है up मे महीने मे 10दिन जाता है स्कूल 😓😓
कृप्या लाइव सत्र से ज़रूर जुड़े और इस वर्तमान में चल रहे युद्ध में भाग ले नहीं तो ऐसे भी आप युद्ध में तो पड़े ही हो यही है की वो पशुवत है ।
और अचार्य जी के संग लड़ने से इंसान कहलाने लायक हो जाओगे।।❤
Kash har bharatvashi Acharya Prashant ji ko sune to Bharat Ek viksit desh Ho Jayega ❤
Real Truth of Govt job mentality..Proud to God that give me strength in 2014 to recover from this mentality..Now I am established in business otherwise may be...
100% सहमत हूं ❤
आचार्य जी मैं पहले शिक्षक बनना चाहता था लेकिन फिर इन्ही कोचिंग की वजह से मैं यूपीएससी की तैयारी करने लगा लेकिन अब मैं यूपीएससी के पीछे नहीं हु सिर्फ अब एक शिक्षक बनना है और कुछ नही धन्यवाद आचार्य जी ये सब आपकी वजह से हुआ नही तो मैं यही फसा रहता
Sir i really dont have words for your this message. Time has come to be awakened.
कोचिंग इंडस्ट्री नहीं मजबूरी का फायदा उठाने वाली इंडस्ट्री।