#1 Lakh ka diesal "सोलर से चलाते थे" | बंद कर के डीजल इंजन से चलाने लगे क्यों

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  • Опубликовано: 14 дек 2024

Комментарии • 15

  • @SarveshMaurya-bi1ed
    @SarveshMaurya-bi1ed 2 дня назад +1

    Acha hai

  • @shivahyperofficial5239
    @shivahyperofficial5239 4 дня назад +3

    Very Amazing Video 👌

  • @swadeshi9896
    @swadeshi9896 4 дня назад +2

    Nice Review Video

  • @AjayKumar-mz4zn
    @AjayKumar-mz4zn 4 дня назад +1

    Very nice 👍👍👍👍

  • @pragyamaurya6836
    @pragyamaurya6836 4 дня назад +2

    Good review👍🏼👍🏼

  • @navinSngr
    @navinSngr 4 дня назад +2

    fine belt bhut aacha hai

  • @abhijitsaha1010
    @abhijitsaha1010 16 часов назад +1

    App ka kaam acha ha❤❤❤

  • @anuradhamaurya9576
    @anuradhamaurya9576 3 дня назад +1

    👍👍👍👍

  • @anilkumarmourya8842
    @anilkumarmourya8842 4 дня назад +2

    सर जी कोल्हू वाले सोलर पैनल पर निर्भर नहीं रह सकते है क्योंकि कोल्हू पर गन्ना पेराई का काम सुबह 5 से चालू हो जाता है और ठंड के दिनों में सोलर 10 बजे फूल लोड दे पाएगा

    • @bharatsolar0001
      @bharatsolar0001  4 дня назад +2

      अनिल जी आपका कहना बिल्कुल सही है लेकिन कोल्हू में जो किसान है वह डीजल इंजन से चल रहे हैं जिससे उनका खर्चा काफी ज्यादा आ रहा है हमारी कोशिश अभी की यही है की सोलर से सुबह 8:00 से लेकर शाम के 4:00 बजे तक हम गोलू को चला दें जिससे 8 घंटे में किसान का अधिकतम कार्य पूरा हो जाए

  • @amankumargautam-q1e
    @amankumargautam-q1e 4 дня назад +2

    Bhaiya hamko bhi solar lagwana hai😊