आदिवासी लोग प्रकृति पूजक है जबकि हिन्दू धर्म के लोग मूर्ती पूजा करते है। मूर्ती की पूजा करने से कुछ नहीं होगा, बल्कि प्रकृति की पूजा करने से ऑक्सीजन, मिलता है, प्रदूषण कम होगा । ग्रन्थों का पाठ करने से नहीं बल्कि आचरण से होता है। यह आदिवासी समाज करोड़ों बरसो से करता आ रहा है। आदिवासी समाज को किसी धर्म की आवश्यकता नहीं है।
Vary nice bance👌👌👌👌
Gjab dance 👌
supare dance 👌👌👌
Very nice ahe dance
Tumcha nambar send kara
Super
Adivasi Hindu nahi hain
To kya hai
आदिवासी लोग प्रकृति पूजक है जबकि हिन्दू धर्म के लोग मूर्ती पूजा करते है। मूर्ती की पूजा करने से कुछ नहीं होगा, बल्कि प्रकृति की पूजा करने से ऑक्सीजन, मिलता है, प्रदूषण कम होगा । ग्रन्थों का पाठ करने से नहीं बल्कि आचरण से होता है। यह आदिवासी समाज करोड़ों बरसो से करता आ रहा है। आदिवासी समाज को किसी धर्म की आवश्यकता नहीं है।