Bahut acha presentation hai apka।Rani कमलापति की समाधि s unki khubsurti v Raja chatresal ki unke sath ki chemistry v Prem ko darshane ki koshish ki gai lagti hai।jai ho
रानी कमलापति के नाम पर भोपाल के हबीबगंज स्टेशन का नाम रखा गया है। रानी ने भोपाल में ही जल समाधि लिया था। उनके पति का नाम राजा निजाम शाह था फिर उनकी समाधि छतरपुर में कैसे कुछ समझ नहीं आ रहा है।
Bahut acha presentation hai apka।Rani कमलापति की समाधि s unki khubsurti v Raja chatresal ki unke sath ki chemistry v Prem ko darshane ki koshish ki gai lagti hai।jai ho
Thanks bhai
Superb 👍
Land Lia
बहुत अच्छा
प्रेम प्रणाम जी
Very nice
गजब
रानी कमलापति के नाम पर भोपाल के हबीबगंज स्टेशन का नाम रखा गया है। रानी ने भोपाल में ही जल समाधि लिया था। उनके पति का नाम राजा निजाम शाह था फिर उनकी समाधि छतरपुर में कैसे कुछ समझ नहीं आ रहा है।
chhatar pur dubela me bni h
Wo dusra hai aur ye dusra hai
दोनो अलग अलग और अलग अलग समय को है।
Chatrasal to rajkot the kamlapati gond thi
तुमने किस आधार पर कहा कि रानी कमलावती की आतमा आज भी यहां भटकती है, ये बताओ
भाई तुम ग़लत बता रहे हो, रानी कमलापति के पति का नाम निज़ाम शाह है, जो की गोंड राजा थे
यहां पर तो यही इतिहास लिखा है
@@themahoba ye dusri rani kamlapaati ho hogi. Habibganj railway station ka nam rani kamlapati rakha hai uske husband ka nam Nizam Shah tha.
Hindu to samadhi nahi banate hai
Likha hai yahi bhai