फर्जी ऐंठन में मत रहो | Priest vs Sant | श्रीमद्भगवद्गीता 🏹 Part-27 | Avadh Ojha Sir
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- Опубликовано: 5 фев 2025
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Dear Students! In this video, Avadh Ojha sir will be teaching the history part of the UPSC exam. His way of teaching History is extremely popular and it is mostly because of history, he has gained such massive popularity.
Sir’s commitment to student success is not just limited to their academic achievements. His vision of shaping socially conscious and responsible civil servants is integral to his teaching philosophy. This commitment is reflected in his insistence on inculcating values of integrity, empathy, and public service in his students.
Avadh Ojha Sir is not just an educator; he is a mentor, a guiding light who has helped illuminate the path to success for countless civil service aspirants. He is not just teaching facts, theories, or concepts; he is shaping the minds that will drive the future of the country. Through his unwavering dedication and passion, Avadh Ojha Sir continues to inspire, motivate, and nurture India’s next generation of civil servants. His name stands as a beacon of knowledge, guidance, and perseverance, setting India's civil service coaching benchmark.
Whether you're preparing for an upcoming UPSC exam, seeking a basic understanding of history, or simply looking to expand your knowledge, This Video is the perfect resource for you. This video serves as an invaluable tool for students, UPSC aspirants, and anyone intrigued by the concept of history.
So, grab your notepads, sit back, and get ready to dive into the captivating world of history with Avadh Ojha Sir’s Online Class. Subscribe to the channel to stay updated with future lessons, discussions, and insights that will unlock the secrets of UPSC exams and enhance your understanding of the fascinating field of history. Let's embark on this incredible learning journey together!
Thank you
जिसके हाथ पैर सलामत हैं वह गरीब नहीं हो सकता कुछ समय के लिए हो सकता है
हमेशा गरीब है तो वह कामचोर है
बहुत थक गई थी आज।सुना तो ताजगी आई।अब चलती हूं वापिस काम पर।बहुत काम पड़ा है। धन्यवाद!
बहुत खूब
Always Be Happy With Hopefull Think
Ha Pati ko bhi 2-4 danda de dijiye 😂😂😂
बहुत ही अच्छा विष्लेषण वर्तमान लोगों के सोच का।
Ji गोरखपुर गीता प्रेस की गीता जी के अध्याय 4 श्लोक 34 में तत्वदर्शी संत की बात कही है। और तत्वदर्शी संत में कबीर साहेब जी का नाम भी अग्रणी है।
क्योंकि गीताप्रेश गीता के अध्याय 15 के श्लोक 1 में तत्वदर्शी की जो पहचान है वह कबीर जी पर सटीक बैठी है। संसार रूपी पीपल के समस्त भाग कबीर जी ने बताये हैं बीजक में।
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
जिन पहुंचे तिन पूछिये,
सबकी एक ही बात।
सब संतों का एक मत,
बीच के बारह बाँट।
जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म)
एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक
एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं)
ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘
हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे?
(संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित )
इन प्रश्नो के उत्तर जाने
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1) मोबाइल नंबर :-..........
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4) गांव/शहर :-..........
5) जिला :-..........
6) राज्य :-..........
7) पिन कोड :-..........
Atyant spast sabdo me saral se jivan ka yatharth aapne rakkha eske liye Dhanywad
आत्मज्ञान ही जीवन का सार है.. ❤❤
Ji
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
जिन पहुंचे तिन पूछिये,
सबकी एक ही बात।
सब संतों का एक मत,
बीच के बारह बाँट।
जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म)
एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक
एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं)
ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘
हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे?
(संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित )
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Salute sir 🙏 waah maja aa gaya...aapki भाषा शैली,,aur आपका सरल व्याख्यान.....नमन है आपको 🙏🙏🙏🙏❤क्षेत्रीय भाषा मे भी आप ग़ज़ब का लताड लगाये है...पंडित वर्ग पर बहुत ही मार्मिक वर्णन किया है आपने..🙏🙏जो कोई मर्मज्ञ ज्ञानी ही कह सकता है....भक्ति करै कोई सूरमा जाती वर्ण कुल खोय..........❤❤❤❤जय हिंद सर ,जय हिंद सर
सब जगत कबीर मय होने वाला है भाई, बस 2025 से 5 साल के अंदर
Ji
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
जिन पहुंचे तिन पूछिये,
सबकी एक ही बात।
सब संतों का एक मत,
बीच के बारह बाँट।
जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म)
एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक
एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं)
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हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे?
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Guruji, ye baat aapki bilkul sahi hai ki Aaj ka insaan apno ko neecha dikhane me bahut aanand aur santushti mahsoos krta hai.💯True
Guruji joo v bolta hai....ek v galat hoo v nahi saktaa ❤
हमारे माता पिता जी के अलावा कोई किसी पर beleive नहीं करना चाहिए❤❤❤❤
मेरे पास कोई शब्द ही नहीं है गुरु जी आप जब मिलेगे तो आप का चरण छूना चाहते हैं 🙌
Ji गोरखपुर गीता प्रेस की गीता जी के अध्याय 4 श्लोक 34 में तत्वदर्शी संत की बात कही है। और तत्वदर्शी संत में कबीर साहेब जी का नाम भी अग्रणी है।
क्योंकि गीताप्रेश गीता के अध्याय 15 के श्लोक 1 में तत्वदर्शी की जो पहचान है वह कबीर जी पर सटीक बैठी है। संसार रूपी पीपल के समस्त भाग कबीर जी ने बताये हैं बीजक में।
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
जिन पहुंचे तिन पूछिये,
सबकी एक ही बात।
सब संतों का एक मत,
बीच के बारह बाँट।
जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म)
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हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
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Padha gyaan na de sale
Aur tu bolta hai aa ke dekh lenge moooot marigoge ❤ tum
Sir aapne bilkul sachi baatki hai ke jiske paas sirf information hota hai oosme ahankar bahut hota hai
😂😂 islam bas utna hi sikhata hai anubhav karne ke liye tapsya karni padti hai khuda ko janne ke liye islam me to bas manno khoj ki bat hi nahi hai khuda ki warna haram halal ka chhakr hi khatam ho jata hooro aur jannat ka lalach hi khatam ho jata 😂😂
Ji
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
जिन पहुंचे तिन पूछिये,
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सब संतों का एक मत,
बीच के बारह बाँट।
जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म)
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हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
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बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
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मै भी आओशो के प्रवचन सुनता हूं बिना उनका बचन सुने बिना नींद नही आती हैं
Jab ma osho ko sunta hu to mera confidence down ho jata h
फर्जी है वह ओशो
Mujhe bhi....osho bina khudko imagine v nhi kar skti ab 🥺🙏🙏
Wo ek waivichari tha.
Jagne ki dawa ko nind ki dawai bana di aap log ne osho ko. Isiliye mao unko ek failed guru kehta hu
ਬਹੁਤ ਅੱਛੀ ਸਿਖਿਆ।। ਕੀਮਤੀ ਵਿਚਾਰ।।
राजीव दीक्षित को मानने वाले कौन कौन hai
Main hu
मैं भी 😊
Main bhi @@mohddilnawaz9490
Here I am
Hum
ओशो ❤ मे ओशो को सुनता भी हु ओर बुक्स भी पढ़ रहा हु उनकी अद्बुद्ध व्यक्ति थे ओशो 😊
अद्भुत नहीं,
Ji
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हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
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बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
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जी
जो कहते हैं नाम कमाई नहीं करनी उनको ये:-
1. स्वांस स्वांस में नाम जपो,
वृथा स्वांस न खोये,
न जाने इस स्वांस को,
आवन होए न होए। कबीर वाणी
कबीर बीजक :- साखी (343)
जो कहते हैं ईश्वर निराकार है उनको :-
1. ढूंढ़त ढूंढ़त ढूँढिया,
भया तो गूना गून
ढूंढ़त ढूंढ़त न मिला,
हारी कहा बेचून ( निराकार)।
बीजक साखी 345
2. सोई नूर दिल पाक है,
सोई नूर पहिचान,
जाके किये जग हुआ,
सो बेचून ( निराकार) क्यों जान।
(ईश्वर साकार है कबीर साहेब का ज्ञान)
बे चूने जग चूनिया,
साईं नूर निनार।
आखिरता के बखत में,
किसका करो दीदार।
कबीर बीजक ( वसंत) 12
छाड़हु पाखंड मानहु बात,
नहीं तो परबेहु जम के हाथ।
कहें कबीर नर कियो न खोज,
भटक मुअल( मरा) जस वन का रोज ( नील गाये) ।
ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘
हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
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बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
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गुरुदेव आपके चरणों में 108 बार दंडवत प्रणाम 🙏🙏
ओशो वो हीरा था जिसकी परख केवल जोहरी ही कर सकता था। बाकियों के लिए ओशो कांच का टुकड़ा था।
Thanks for this video sir
Iss type ka Wise, broad minded,Life skilled experienced Teacher india ka har gaon seher school me hona chahiye,tab hi wisdom developed hoga, our India Aage baadega. Thank you Mr. Awadh Ojha sir🙏...from Assam State, INDIA(Hindustan)🔥🔥
My life get new way because of you
Very much thankful by heart
Koti koti pradam abadh ojha sir 🙏🙏🙇♂️
Ojha sir respect button = 💖💖
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👉🏻हमें पैदा करने और मारने में किस भगवान् का क्या स्वार्थ है?
👉🏻आखिर किस वचन के कारण परमात्मा हम सबको इन जन्म-मरण और 84 लाख योनियों के दुखों से छुड़ाकर अपने पास क्यों नहीं रख पा रहे?
👉🏻हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
👉🏻ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
👉🏻परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
👉🏻 वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
👉🏻सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
👉🏻मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
👉🏻बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
👉🏻यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे?
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हर हर महादेवगुरुजी
Awadhism ❤
Mai bhi osho ka parvachan sunta hun mujhe bahot acha lagta hai bahot himmat milti hai
Ji
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
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सब संतों का एक मत,
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हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
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Phir bhi jahile majhab hi rahoge 😂😂😂
@@Thehumanity6142 is duniya me islaam ke alawa koi mazheb hi nahi hi baki to sab farzi mazheb khud se hi bna liya
@@Thehumanity6142 mai to osho ke gyaan ki qadar karta hun jiske paas bhi acha gyaan hoga chahe wo koi bhi hi hum uski respect karte hi
Sir aap satsang karna shuru kar dijiye kyoki aap pdate to pta nhi kesa par satsang acha karte h
Great philosopher osho rajneesh 🙏
Ji
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
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बीच के बारह बाँट।
जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म)
एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक
एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं)
ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘
हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे?
(संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित )
इन प्रश्नो के उत्तर जाने
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1) मोबाइल नंबर :-..........
2) नाम :-..........
s/o .......
4) गांव/शहर :-..........
5) जिला :-..........
6) राज्य :-..........
7) पिन कोड :-..........
Bahut pyari line sir ek bar aur raita failaya tha.sir Jo Shanti mandir Jane se milti hai wahi Shanti apki speech sunkar milti hai aap sach me mahan hai.sach me bilkul fact par aadharit bat karte hai.apki speech me wo aakarshan hai jo kisi ko bhi mantramugdh kar sakta hai..
Excellent brother
Avadh ojha very good speech
अद्भुत, ऐसे ही शिक्षकों की समाज में आज बहुत ही जरूरत है।🙏🙏🙏
आपका उच्चारण देश के प्रति अच्छा लगा/हम सिंधु थे सिंध से हिन्द शब्द दिया /कही शास्त्रों मै हिन्द जनगनमन मै भी सिंध आता है /हिन्द सुन्दर कांड मै भी नहीं है /मुझे ये समझायें मै कही गलत तो नहीं हूँ /ब्राह्मण /ब्रह्माण्ड है /उनके लिये जिनके मनमे श्रद्धा है /देश धर्म से इंसानियत से / चाणक्यऐ जैसा ब्राह्मण होना चाहिए /जय अखंड सिंधु भारतीये
♥️से भोलेनाथ का आशीर्वाद 🖐️🙏
सच कह रहे है आप, सर."प्रेम गेली अति सांकरी, ता मे दोऊ ना समाय |"
Ji
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
जिन पहुंचे तिन पूछिये,
सबकी एक ही बात।
सब संतों का एक मत,
बीच के बारह बाँट।
जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म)
एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक
एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं)
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हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे?
(संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित )
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👉🏻छः दार्शनिक, छः भेष धारी, छः दल आदि की स्थिति कबीर जी द्वारा:-
षट दर्शन षट भेष कहावैं,
बहुबिधि धूंधू धार मचावैं।
तीरथ ब्रत करैं तरबीता,
बेद पुराण पढ़त हैं गीता।।
यौह बी बहदा है, बहदे सें भेद अलहदा, यौह बी बहदा।।1।।
चार संप्रदा बावन द्वारे,
जिन्हौं नहीं निज नाम बिचारे।
माला घालि हूये हैं मुकता,
षट दल ऊवा बाई बकता।।
यौह बी बहदा है, बहदे सें भेद अलहदा, यौह बी बहदा।।2।।
बैरागी बैराग न जानैं,
बिन सतगुरु नहीं चोट निशानैं।
बारह बाट बिटंब बिलौरी।
षट दर्शन में भक्ति ठगौरी।।
यौह बी बहदा है, बहदे सें भेद अलहदा यौह बी बहदा।।3।।
सन्यासी दश नाम कहावैं,
शिब शिब करैं न शंशय जावैं।
निर्बानी निहकछ निसारा,
भूलि गये हैं ब्रह्म द्वारा।।
यौह बी बहदा है, बहदे सें भेद अलहदा यौह बी बहदा।।4।।
सुनि सन्यासी कुल कर्म नाशी,
भगवैं प्यौंदी भूले द्यौंहदी।
छल छिद्र की भक्ति न कीजै,
आगै जुवाब कहों क्या दीजै।।
यौह बी बहदा है, बहदे सें भेद अलहदा यौह बी बहदा।।5।।
Bahut bahut dhanyawad sir aisi jankariyan milti rahe.
BAHUT MAJEDAR VIDEO HAI.
बहुत बहुत धन्यवाद
Jai hind sir ji 🎉🎉
Jai shree Krishna Radhe Radhe
Osho ❤❤❤
Great sir
Aapko sunane aur samajhne mein bahut maja aata hai great
अद्भुत 👌👌👌👌👌🙏
Jai Shree Krishna ❤
Jai shree Ram ji 🚩🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Ojha is a good teacher❤❤❤
Excellent Sir
Wah ojha sir
Very nice topics really I loved you for this topics and awareness and logic ❤❤
Sir mai aapki lagbhag sabhee video dekhta hoo aur aapki baato se bahut parvhawit hota hoo
Good 👍👍👍👍
Left me stunned.
Pranam guru Dev
Awadh ojha sir ❤ jay shree krishna wale like
Wow guru ji 🙌❤️🚩
बहुत सही कहा सबको अपनी अपनी पड़ी है कोई किसी को नहीं पूछता और सभी धर्मो के लोग धर्म के नाम पर मरने मारने के तैयार हैं 😢😢😢 अपने अपने धर्म के लोगो की मदद नही करेंगे
Love you sir and respect for your deep knowledgeable speech...
Sirji ...kmaal ho kmaal tuci ...satshriakal🙏
Master Sahab Namaskaar
Jai Gurudev 🇮🇳 Jai Hind
आचार्य प्रशांत जी को कौन कौन जानता है 🙏🙏🙏 और गीता सत्रों से जुड़ा है
Ji
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
जिन पहुंचे तिन पूछिये,
सबकी एक ही बात।
सब संतों का एक मत,
बीच के बारह बाँट।
जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म)
एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक
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हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे?
(संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित )
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1) मोबाइल नंबर :-..........
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इसको पढ़ने और देखने के बाद शायद आप सत्य समझ जाओ
जी
जो कहते हैं नाम कमाई नहीं करनी उनको ये:-
1. स्वांस स्वांस में नाम जपो,
वृथा स्वांस न खोये,
न जाने इस स्वांस को,
आवन होए न होए। कबीर वाणी
कबीर बीजक :- साखी (343)
जो कहते हैं ईश्वर निराकार है उनको :-
1. ढूंढ़त ढूंढ़त ढूँढिया,
भया तो गूना गून
ढूंढ़त ढूंढ़त न मिला,
हारी कहा बेचून ( निराकार)।
बीजक साखी 345
2. सोई नूर दिल पाक है,
सोई नूर पहिचान,
जाके किये जग हुआ,
सो बेचून ( निराकार) क्यों जान।
(ईश्वर साकार है कबीर साहेब का ज्ञान)
बे चूने जग चूनिया,
साईं नूर निनार।
आखिरता के बखत में,
किसका करो दीदार।
कबीर बीजक ( वसंत) 12
छाड़हु पाखंड मानहु बात,
नहीं तो परबेहु जम के हाथ।
कहें कबीर नर कियो न खोज,
भटक मुअल( मरा) जस वन का रोज ( नील गाये) ।
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हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
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Jay gurudev ji
Mast sir❤❤
Salute your talking style
Bahot badhya Sir!
Life changing video...
सही जा रहे गुरु 🙏🙏
Jai ho sir
Om shri gurudevay namah
कुरान की प्रशंसा दुनिया के सामने देखो क्या हो रहा है अहिंसा परमो धर्म मानवता इंसानियत में कुरान क्या कहता है यह भी आज देश में आतंकवाद बम भोले क्यों बरसाए।
Very very good in think of sycology to hit who is flying by mind .thank you.
❤Jai Shree krishna❤
Sir l have read different types of Gita,s text but Osho 's commentaries on bhagbat Gita is altimate explain. I hope that you must read Osho's Gita 's commentaries. THANKS
Ojha sir now on right track.
Osho great philosopher ❤❤❤❤in the world
Thank you sir
आज तो अवध ओझा बदले हुए लग रहे हैं😅😅
अगर कोई बह रहा है उसकी जिंदगी संकट में है तो आप गमछा नही खुद के प्राणों के बारे में सोचे बिना नदी में कूद जाओ कूदने वाले को भी वही बचाएगा जो बहने वाले को बचाएगा बस तुम्हारा बिस्वास होना चाहिए खुद पर और उस पर बाकी सब उसी का है जो उसकी मर्जी वही होगा कृपया कूदने से न डरें क्योंकि हर किसी के पास गमछा नही होता
एक बहरीन शिक्षक हो आप देश और समाज को आपकी जरूरत है हमेशा भगवान से प्रार्थना करेंगे आप लक्ष्य तक पहुचो
ॐ
Satnam waheguru ji
Guru ji charan sparash
देखिए हमारे गुरुदेव श्री कृष्ण हैं हमने सबको बता दिया है।
क्योंकि हमारे गुरुदेव श्री कृष्ण योगेश्वर हैं।
देखिए हमारा मानना है हर मनुष्य को उच्च शिक्षा मिले,और हर मनुष्य एश्वर्य से परिपूर्ण हो। लेकिन हम यह नहीं बता सकते हर मनुष्य सुखी हो क्योंकि दुःख भी आयेगा।
हमारा कहना हे मनुष्य होश में रहो।होश में रहने के बाद यह दुनिया ही स्वर्ग है
और ना तुम अपनी इच्छा पूरी करो होश में रह कर।
Really great sir ji
Jai Hind
Part 26 kha hai bhai please tell
तीन चौथाई भारतीय निर्धन, दुखी, अशहाय हैं 😢😢
जिसके हाथ पैर नहीं है वह निधन हो सकता है जिसके हाथ पैर हैं अगर गरीब है to uski galti hai
@@Arvindmaury-pw6fh हा हा बात ठिक है पर निर्धन अलग शब्द है और निधन अलग है
गरीबी खत्म करने वाली हथियार शिक्षा की कमी है और 77 साल में सरकार इसे पूरी करने में असमर्थ हैं
@@frommyside1587bilkul sahi kaha hamrai chetna kho gayi hai🥲🥲
सर जी आपने मोहम्मद के विषय मे बहुत अच्छा कहा । लेकिन पंडित को ऐसे प्रस्तुत किया कि क्या कहें।लगता है आप भी पूर्वाग्रहों से ग्रसित हैं
Great ho sir aap
Ojha Sir ❤
But very informative video and you explained very well
Joy sri krishna❤❤❤
Love u yaar maza aagaya
Prem naman sir 🌄
इस अकड़ को वेदांत में अहं कहते हैं l जो शरीर को मैं समझने से आती है आत्मज्ञान के बिना बात समझ नहीं आती l आत्मज्ञान वेदांत से ही आता है l
जी
जो कहते हैं नाम कमाई नहीं करनी उनको ये:-
1. स्वांस स्वांस में नाम जपो,
वृथा स्वांस न खोये,
न जाने इस स्वांस को,
आवन होए न होए। कबीर वाणी
कबीर बीजक :- साखी (343)
जो कहते हैं ईश्वर निराकार है उनको :-
1. ढूंढ़त ढूंढ़त ढूँढिया,
भया तो गूना गून
ढूंढ़त ढूंढ़त न मिला,
हारी कहा बेचून ( निराकार)।
बीजक साखी 345
2. सोई नूर दिल पाक है,
सोई नूर पहिचान,
जाके किये जग हुआ,
सो बेचून ( निराकार) क्यों जान।
(ईश्वर साकार है कबीर साहेब का ज्ञान)
बे चूने जग चूनिया,
साईं नूर निनार।
आखिरता के बखत में,
किसका करो दीदार।
कबीर बीजक ( वसंत) 12
छाड़हु पाखंड मानहु बात,
नहीं तो परबेहु जम के हाथ।
कहें कबीर नर कियो न खोज,
भटक मुअल( मरा) जस वन का रोज ( नील गाये) ।
ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘
हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
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4) गांव/शहर :-..........
5) जिला :-..........
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7) पिन कोड :-..........
Ji
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
जिन पहुंचे तिन पूछिये,
सबकी एक ही बात।
सब संतों का एक मत,
बीच के बारह बाँट।
जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म)
एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक
एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं)
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हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
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4) गांव/शहर :-..........
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भाई आज तक मैं कहीं नहीं देखा जो गुरु पगड़ी बांध के पड़ता हो।
सभी धर्मग्रंथों में प्रमाण है कबीर साहब ही पूर्ण परमात्मा और सर्वशक्तिमान भगवान है ।
Ojha sir respect button ❤❤❤❤❤
Aap sahi kah rahe hai bilkul. Maintenance badi baat hai.
कृष्ण को पता है कि दुनिया आलसी हैं इसलिए कृष्ण युद्ध में शामिल नहीं हुए थे अपने मनोकामनाएं तकलीफ़ में ही हम भगवान को पूजते हैं गीता में यही है अपने लिए खुद को खड़े होना चाहिए
भाई साब आप एक शिक्षक के साथ साथ एक accomplished artist भी है अपने संबोधन में किस प्रकार अपने मनोभावों को व्यक्त करना .. एक आइडियल शिक्षक को आप से अवश्य सीखना चाहिए।
मैं भी एक शिक्षक हूं और गोपेश्वर बद्रीनाथ उत्तराखंड से ताल्लुक रखता हूं ..🎉🎉🎉🎉
Nice
Jay osho rajnish
Osho was The Greatest
कभी ओशो से आमने-सामने हो जाते तो आपके ज्ञान का भूत उतर जाते।
सही कहा! Bro!
मेने ओशो को व्यक्तिगत रूप में सुना है पुणे आश्रम में 1979 मे
😂😂😂🎉🎉
@@narainsinha मैंने भी
Unkone kuch galt toh bola nahi tum kyu itna ahnkar m mar rahe ho
Aaj to Next Level Ki Bakaiti Ki Hai Sir😂❤💯
Respected sir aap beshak sahi kah rah Hain
Sir ji parnam
Haaa
Hm hii hi aise😮😮
Pranam