Ji गोरखपुर गीता प्रेस की गीता जी के अध्याय 4 श्लोक 34 में तत्वदर्शी संत की बात कही है। और तत्वदर्शी संत में कबीर साहेब जी का नाम भी अग्रणी है। क्योंकि गीताप्रेश गीता के अध्याय 15 के श्लोक 1 में तत्वदर्शी की जो पहचान है वह कबीर जी पर सटीक बैठी है। संसार रूपी पीपल के समस्त भाग कबीर जी ने बताये हैं बीजक में। कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:- जिन पहुंचे तिन पूछिये, सबकी एक ही बात। सब संतों का एक मत, बीच के बारह बाँट। जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं। असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि। इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म) एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं) ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘 हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो? ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है? परम +आत्मा =परमात्मा कौन है? वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है? सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ? मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ? बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ? यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे? (संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित ) इन प्रश्नो के उत्तर जाने पढ़िए नि शुल्क फ्री पुस्तक ज्ञान गंगा 📘📘📘 आप को 15/से 30 दिन मे होम डिलेवर कर दी जाबेगी आप अपनी ये जानकार हमें दे 👇 1) मोबाइल नंबर :-.......... 2) नाम :-.......... s/o ....... 4) गांव/शहर :-.......... 5) जिला :-.......... 6) राज्य :-.......... 7) पिन कोड :-..........
Ji कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:- जिन पहुंचे तिन पूछिये, सबकी एक ही बात। सब संतों का एक मत, बीच के बारह बाँट। जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं। असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि। इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म) एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं) ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘 हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो? ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है? परम +आत्मा =परमात्मा कौन है? वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है? सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ? मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ? बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ? यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे? (संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित ) इन प्रश्नो के उत्तर जाने पढ़िए नि शुल्क फ्री पुस्तक ज्ञान गंगा 📘📘📘 आप को 15/से 30 दिन मे होम डिलेवर कर दी जाबेगी आप अपनी ये जानकार हमें दे 👇 1) मोबाइल नंबर :-.......... 2) नाम :-.......... s/o ....... 4) गांव/शहर :-.......... 5) जिला :-.......... 6) राज्य :-.......... 7) पिन कोड :-..........
😂😂 islam bas utna hi sikhata hai anubhav karne ke liye tapsya karni padti hai khuda ko janne ke liye islam me to bas manno khoj ki bat hi nahi hai khuda ki warna haram halal ka chhakr hi khatam ho jata hooro aur jannat ka lalach hi khatam ho jata 😂😂
Ji कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:- जिन पहुंचे तिन पूछिये, सबकी एक ही बात। सब संतों का एक मत, बीच के बारह बाँट। जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं। असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि। इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म) एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं) ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘 हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो? ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है? परम +आत्मा =परमात्मा कौन है? वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है? सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ? मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ? बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ? यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे? (संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित ) इन प्रश्नो के उत्तर जाने पढ़िए नि शुल्क फ्री पुस्तक ज्ञान गंगा 📘📘📘 आप को 15/से 30 दिन मे होम डिलेवर कर दी जाबेगी आप अपनी ये जानकार हमें दे 👇 1) मोबाइल नंबर :-.......... 2) नाम :-.......... s/o ....... 4) गांव/शहर :-.......... 5) जिला :-.......... 6) राज्य :-.......... 7) पिन कोड :-..........
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Ji कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:- जिन पहुंचे तिन पूछिये, सबकी एक ही बात। सब संतों का एक मत, बीच के बारह बाँट। जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं। असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि। इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म) एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं) ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘 हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो? ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है? परम +आत्मा =परमात्मा कौन है? वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है? सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ? मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ? बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ? यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे? (संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित ) इन प्रश्नो के उत्तर जाने पढ़िए नि शुल्क फ्री पुस्तक ज्ञान गंगा 📘📘📘 आप को 15/से 30 दिन मे होम डिलेवर कर दी जाबेगी आप अपनी ये जानकार हमें दे 👇 1) मोबाइल नंबर :-.......... 2) नाम :-.......... s/o ....... 4) गांव/शहर :-.......... 5) जिला :-.......... 6) राज्य :-.......... 7) पिन कोड :-..........
@@kalyankari5743 अब यह कबीर ज्ञान और देखो, 15 साल फीके लगेंगे Ji कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:- जिन पहुंचे तिन पूछिये, सबकी एक ही बात। सब संतों का एक मत, बीच के बारह बाँट। जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं। असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि। इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म) एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं) ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘 हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो? ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है? परम +आत्मा =परमात्मा कौन है? वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है? सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ? मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ? बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ? यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे? (संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित ) इन प्रश्नो के उत्तर जाने पढ़िए नि शुल्क फ्री पुस्तक ज्ञान गंगा 📘📘📘 आप को 15/से 30 दिन मे होम डिलेवर कर दी जाबेगी आप अपनी ये जानकार हमें दे 👇 1) मोबाइल नंबर :-.......... 2) नाम :-.......... s/o ....... 4) गांव/शहर :-.......... 5) जिला :-.......... 6) राज्य :-.......... 7) पिन कोड :-..........
Salute sir 🙏 waah maja aa gaya...aapki भाषा शैली,,aur आपका सरल व्याख्यान.....नमन है आपको 🙏🙏🙏🙏❤क्षेत्रीय भाषा मे भी आप ग़ज़ब का लताड लगाये है...पंडित वर्ग पर बहुत ही मार्मिक वर्णन किया है आपने..🙏🙏जो कोई मर्मज्ञ ज्ञानी ही कह सकता है....भक्ति करै कोई सूरमा जाती वर्ण कुल खोय..........❤❤❤❤जय हिंद सर ,जय हिंद सर
सब जगत कबीर मय होने वाला है भाई, बस 2025 से 5 साल के अंदर Ji कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:- जिन पहुंचे तिन पूछिये, सबकी एक ही बात। सब संतों का एक मत, बीच के बारह बाँट। जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं। असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि। इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म) एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं) ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘 हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो? ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है? परम +आत्मा =परमात्मा कौन है? वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है? सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ? मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ? बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ? यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे? (संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित ) इन प्रश्नो के उत्तर जाने पढ़िए नि शुल्क फ्री पुस्तक ज्ञान गंगा 📘📘📘 आप को 15/से 30 दिन मे होम डिलेवर कर दी जाबेगी आप अपनी ये जानकार हमें दे 👇 1) मोबाइल नंबर :-.......... 2) नाम :-.......... s/o ....... 4) गांव/शहर :-.......... 5) जिला :-.......... 6) राज्य :-.......... 7) पिन कोड :-..........
ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘 👉🏻हमें पैदा करने और मारने में किस भगवान् का क्या स्वार्थ है? 👉🏻आखिर किस वचन के कारण परमात्मा हम सबको इन जन्म-मरण और 84 लाख योनियों के दुखों से छुड़ाकर अपने पास क्यों नहीं रख पा रहे? 👉🏻हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो? 👉🏻ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है? 👉🏻परम +आत्मा =परमात्मा कौन है? 👉🏻 वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है? 👉🏻सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ? 👉🏻मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ? 👉🏻बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ? 👉🏻यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे? (संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित ) इन प्रश्नो के उत्तर जाने पढ़िए नि शुल्क फ्री पुस्तक ज्ञान गंगा 📘📘📘 आप को 15/से 30 दिन मे होम डिलेवर कर दी जाबेगी आप अपनी ये जानकार हमें दे 👇 1) मोबाइल नंबर :-.......... 2) नाम :-.......... s/o ....... 4) गांव/शहर :-.......... 5) जिला :-.......... 6) राज्य :-.......... 7) पिन कोड :-..........
Iss type ka Wise, broad minded,Life skilled experienced Teacher india ka har gaon seher school me hona chahiye,tab hi wisdom developed hoga, our India Aage baadega. Thank you Mr. Awadh Ojha sir🙏...from Assam State, INDIA(Hindustan)🔥🔥
अद्भुत नहीं, Ji कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:- जिन पहुंचे तिन पूछिये, सबकी एक ही बात। सब संतों का एक मत, बीच के बारह बाँट। जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं। असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि। इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म) एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं) ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘 हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो? ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है? परम +आत्मा =परमात्मा कौन है? वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है? सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ? मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ? बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ? यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे? (संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित ) इन प्रश्नो के उत्तर जाने पढ़िए नि शुल्क फ्री पुस्तक ज्ञान गंगा 📘📘📘 आप को 15/से 30 दिन मे होम डिलेवर कर दी जाबेगी आप अपनी ये जानकार हमें दे 👇 1) मोबाइल नंबर :-.......... 2) नाम :-.......... s/o ....... 4) गांव/शहर :-.......... 5) जिला :-.......... 6) राज्य :-.......... 7) पिन कोड :-..........
जी जो कहते हैं नाम कमाई नहीं करनी उनको ये:- 1. स्वांस स्वांस में नाम जपो, वृथा स्वांस न खोये, न जाने इस स्वांस को, आवन होए न होए। कबीर वाणी कबीर बीजक :- साखी (343) जो कहते हैं ईश्वर निराकार है उनको :- 1. ढूंढ़त ढूंढ़त ढूँढिया, भया तो गूना गून ढूंढ़त ढूंढ़त न मिला, हारी कहा बेचून ( निराकार)। बीजक साखी 345 2. सोई नूर दिल पाक है, सोई नूर पहिचान, जाके किये जग हुआ, सो बेचून ( निराकार) क्यों जान। (ईश्वर साकार है कबीर साहेब का ज्ञान) बे चूने जग चूनिया, साईं नूर निनार। आखिरता के बखत में, किसका करो दीदार। कबीर बीजक ( वसंत) 12 छाड़हु पाखंड मानहु बात, नहीं तो परबेहु जम के हाथ। कहें कबीर नर कियो न खोज, भटक मुअल( मरा) जस वन का रोज ( नील गाये) । ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘 हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो? ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है? परम +आत्मा =परमात्मा कौन है? वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है? सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ? मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ? बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ? यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे? (संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित ) इन प्रश्नो के उत्तर जाने पढ़िए नि शुल्क फ्री पुस्तक ज्ञान गंगा 📘📘📘 आप को 15/से 30 दिन मे होम डिलेवर कर दी जाबेगी आप अपनी ये जानकार हमें दे 👇 1) मोबाइल नंबर :-.......... 2) नाम :-.......... s/o ....... 4) गांव/शहर :-.......... 5) जिला :-.......... 6) राज्य :-.......... 7) पिन कोड :-..........
Bahut pyari line sir ek bar aur raita failaya tha.sir Jo Shanti mandir Jane se milti hai wahi Shanti apki speech sunkar milti hai aap sach me mahan hai.sach me bilkul fact par aadharit bat karte hai.apki speech me wo aakarshan hai jo kisi ko bhi mantramugdh kar sakta hai..
Ji कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:- जिन पहुंचे तिन पूछिये, सबकी एक ही बात। सब संतों का एक मत, बीच के बारह बाँट। जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं। असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि। इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म) एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं) ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘 हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो? ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है? परम +आत्मा =परमात्मा कौन है? वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है? सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ? मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ? बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ? यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे? (संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित ) इन प्रश्नो के उत्तर जाने पढ़िए नि शुल्क फ्री पुस्तक ज्ञान गंगा 📘📘📘 आप को 15/से 30 दिन मे होम डिलेवर कर दी जाबेगी आप अपनी ये जानकार हमें दे 👇 1) मोबाइल नंबर :-.......... 2) नाम :-.......... s/o ....... 4) गांव/शहर :-.......... 5) जिला :-.......... 6) राज्य :-.......... 7) पिन कोड :-..........
Ji कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:- जिन पहुंचे तिन पूछिये, सबकी एक ही बात। सब संतों का एक मत, बीच के बारह बाँट। जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं। असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि। इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म) एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं) ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘 हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो? ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है? परम +आत्मा =परमात्मा कौन है? वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है? सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ? मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ? बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ? यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे? (संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित ) इन प्रश्नो के उत्तर जाने पढ़िए नि शुल्क फ्री पुस्तक ज्ञान गंगा 📘📘📘 आप को 15/से 30 दिन मे होम डिलेवर कर दी जाबेगी आप अपनी ये जानकार हमें दे 👇 1) मोबाइल नंबर :-.......... 2) नाम :-.......... s/o ....... 4) गांव/शहर :-.......... 5) जिला :-.......... 6) राज्य :-.......... 7) पिन कोड :-..........
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आपका उच्चारण देश के प्रति अच्छा लगा/हम सिंधु थे सिंध से हिन्द शब्द दिया /कही शास्त्रों मै हिन्द जनगनमन मै भी सिंध आता है /हिन्द सुन्दर कांड मै भी नहीं है /मुझे ये समझायें मै कही गलत तो नहीं हूँ /ब्राह्मण /ब्रह्माण्ड है /उनके लिये जिनके मनमे श्रद्धा है /देश धर्म से इंसानियत से / चाणक्यऐ जैसा ब्राह्मण होना चाहिए /जय अखंड सिंधु भारतीये
@@Arvindmaury-pw6fh हा हा बात ठिक है पर निर्धन अलग शब्द है और निधन अलग है गरीबी खत्म करने वाली हथियार शिक्षा की कमी है और 77 साल में सरकार इसे पूरी करने में असमर्थ हैं
Sir l have read different types of Gita,s text but Osho 's commentaries on bhagbat Gita is altimate explain. I hope that you must read Osho's Gita 's commentaries. THANKS
देखिए हमारे गुरुदेव श्री कृष्ण हैं हमने सबको बता दिया है। क्योंकि हमारे गुरुदेव श्री कृष्ण योगेश्वर हैं। देखिए हमारा मानना है हर मनुष्य को उच्च शिक्षा मिले,और हर मनुष्य एश्वर्य से परिपूर्ण हो। लेकिन हम यह नहीं बता सकते हर मनुष्य सुखी हो क्योंकि दुःख भी आयेगा। हमारा कहना हे मनुष्य होश में रहो।होश में रहने के बाद यह दुनिया ही स्वर्ग है और ना तुम अपनी इच्छा पूरी करो होश में रह कर।
जी जो कहते हैं नाम कमाई नहीं करनी उनको ये:- 1. स्वांस स्वांस में नाम जपो, वृथा स्वांस न खोये, न जाने इस स्वांस को, आवन होए न होए। कबीर वाणी कबीर बीजक :- साखी (343) जो कहते हैं ईश्वर निराकार है उनको :- 1. ढूंढ़त ढूंढ़त ढूँढिया, भया तो गूना गून ढूंढ़त ढूंढ़त न मिला, हारी कहा बेचून ( निराकार)। बीजक साखी 345 2. सोई नूर दिल पाक है, सोई नूर पहिचान, जाके किये जग हुआ, सो बेचून ( निराकार) क्यों जान। (ईश्वर साकार है कबीर साहेब का ज्ञान) बे चूने जग चूनिया, साईं नूर निनार। आखिरता के बखत में, किसका करो दीदार। कबीर बीजक ( वसंत) 12 छाड़हु पाखंड मानहु बात, नहीं तो परबेहु जम के हाथ। कहें कबीर नर कियो न खोज, भटक मुअल( मरा) जस वन का रोज ( नील गाये) । ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘 हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो? ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है? परम +आत्मा =परमात्मा कौन है? वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है? सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ? मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ? बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ? यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे? (संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित ) इन प्रश्नो के उत्तर जाने पढ़िए नि शुल्क फ्री पुस्तक ज्ञान गंगा 📘📘📘 आप को 15/से 30 दिन मे होम डिलेवर कर दी जाबेगी आप अपनी ये जानकार हमें दे 👇 1) मोबाइल नंबर :-.......... 2) नाम :-.......... s/o ....... 4) गांव/शहर :-.......... 5) जिला :-.......... 6) राज्य :-.......... 7) पिन कोड :-..........
Ji कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:- जिन पहुंचे तिन पूछिये, सबकी एक ही बात। सब संतों का एक मत, बीच के बारह बाँट। जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं। असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि। इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म) एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं) ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘 हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो? ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है? परम +आत्मा =परमात्मा कौन है? वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है? सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ? मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ? बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ? यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे? (संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित ) इन प्रश्नो के उत्तर जाने पढ़िए नि शुल्क फ्री पुस्तक ज्ञान गंगा 📘📘📘 आप को 15/से 30 दिन मे होम डिलेवर कर दी जाबेगी आप अपनी ये जानकार हमें दे 👇 1) मोबाइल नंबर :-.......... 2) नाम :-.......... s/o ....... 4) गांव/शहर :-.......... 5) जिला :-.......... 6) राज्य :-.......... 7) पिन कोड :-..........
भाई साब आप एक शिक्षक के साथ साथ एक accomplished artist भी है अपने संबोधन में किस प्रकार अपने मनोभावों को व्यक्त करना .. एक आइडियल शिक्षक को आप से अवश्य सीखना चाहिए। मैं भी एक शिक्षक हूं और गोपेश्वर बद्रीनाथ उत्तराखंड से ताल्लुक रखता हूं ..🎉🎉🎉🎉
अगर कोई बह रहा है उसकी जिंदगी संकट में है तो आप गमछा नही खुद के प्राणों के बारे में सोचे बिना नदी में कूद जाओ कूदने वाले को भी वही बचाएगा जो बहने वाले को बचाएगा बस तुम्हारा बिस्वास होना चाहिए खुद पर और उस पर बाकी सब उसी का है जो उसकी मर्जी वही होगा कृपया कूदने से न डरें क्योंकि हर किसी के पास गमछा नही होता एक बहरीन शिक्षक हो आप देश और समाज को आपकी जरूरत है हमेशा भगवान से प्रार्थना करेंगे आप लक्ष्य तक पहुचो ॐ
बहुत सही कहा सबको अपनी अपनी पड़ी है कोई किसी को नहीं पूछता और सभी धर्मो के लोग धर्म के नाम पर मरने मारने के तैयार हैं 😢😢😢 अपने अपने धर्म के लोगो की मदद नही करेंगे
Ji कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:- जिन पहुंचे तिन पूछिये, सबकी एक ही बात। सब संतों का एक मत, बीच के बारह बाँट। जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं। असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि। इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म) एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं) ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘 हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो? ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है? परम +आत्मा =परमात्मा कौन है? वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है? सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ? मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ? बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ? यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे? (संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित ) इन प्रश्नो के उत्तर जाने पढ़िए नि शुल्क फ्री पुस्तक ज्ञान गंगा 📘📘📘 आप को 15/से 30 दिन मे होम डिलेवर कर दी जाबेगी आप अपनी ये जानकार हमें दे 👇 1) मोबाइल नंबर :-.......... 2) नाम :-.......... s/o ....... 4) गांव/शहर :-.......... 5) जिला :-.......... 6) राज्य :-.......... 7) पिन कोड :-..........
कृष्ण को पता है कि दुनिया आलसी हैं इसलिए कृष्ण युद्ध में शामिल नहीं हुए थे अपने मनोकामनाएं तकलीफ़ में ही हम भगवान को पूजते हैं गीता में यही है अपने लिए खुद को खड़े होना चाहिए
वास्तव में गीता एक महान ग्रंथ है जो दुखी पद्दलित जीवन से हताश निराश को एक रास्ता दिखाती है। ये मां के उस आंचल के समान है जिसकी शीतल छाया में हर बच्चा अपने को सुरक्षित समझता हैं। पर भाई साब आप गीता पर इतना बखान करते हो अपरिग्रह पर बात करते हो कितने गरीब/ मजलूम/ पसमांदा आप की इंस्टीट्यूट में मुफ्त में कोचिंग लेते हैं?? अगर करते हैं तभी ये सार्थक है अन्यथा सब वैसे ही है जैसे वर्तमान में हो रहा है ...
जिसके हाथ पैर सलामत हैं वह गरीब नहीं हो सकता कुछ समय के लिए हो सकता है
हमेशा गरीब है तो वह कामचोर है
बहुत थक गई थी आज।सुना तो ताजगी आई।अब चलती हूं वापिस काम पर।बहुत काम पड़ा है। धन्यवाद!
बहुत खूब
Always Be Happy With Hopefull Think
Ha Pati ko bhi 2-4 danda de dijiye 😂😂😂
बहुत ही अच्छा विष्लेषण वर्तमान लोगों के सोच का।
Ji गोरखपुर गीता प्रेस की गीता जी के अध्याय 4 श्लोक 34 में तत्वदर्शी संत की बात कही है। और तत्वदर्शी संत में कबीर साहेब जी का नाम भी अग्रणी है।
क्योंकि गीताप्रेश गीता के अध्याय 15 के श्लोक 1 में तत्वदर्शी की जो पहचान है वह कबीर जी पर सटीक बैठी है। संसार रूपी पीपल के समस्त भाग कबीर जी ने बताये हैं बीजक में।
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
जिन पहुंचे तिन पूछिये,
सबकी एक ही बात।
सब संतों का एक मत,
बीच के बारह बाँट।
जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म)
एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक
एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं)
ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘
हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे?
(संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित )
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Atyant spast sabdo me saral se jivan ka yatharth aapne rakkha eske liye Dhanywad
आत्मज्ञान ही जीवन का सार है.. ❤❤
Ji
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
जिन पहुंचे तिन पूछिये,
सबकी एक ही बात।
सब संतों का एक मत,
बीच के बारह बाँट।
जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म)
एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक
एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं)
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हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे?
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ਬਹੁਤ ਅੱਛੀ ਸਿਖਿਆ।। ਕੀਮਤੀ ਵਿਚਾਰ।।
Sir aapne bilkul sachi baatki hai ke jiske paas sirf information hota hai oosme ahankar bahut hota hai
😂😂 islam bas utna hi sikhata hai anubhav karne ke liye tapsya karni padti hai khuda ko janne ke liye islam me to bas manno khoj ki bat hi nahi hai khuda ki warna haram halal ka chhakr hi khatam ho jata hooro aur jannat ka lalach hi khatam ho jata 😂😂
Ji
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
जिन पहुंचे तिन पूछिये,
सबकी एक ही बात।
सब संतों का एक मत,
बीच के बारह बाँट।
जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म)
एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक
एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं)
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हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे?
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मेरे पास कोई शब्द ही नहीं है गुरु जी आप जब मिलेगे तो आप का चरण छूना चाहते हैं 🙌
Ji गोरखपुर गीता प्रेस की गीता जी के अध्याय 4 श्लोक 34 में तत्वदर्शी संत की बात कही है। और तत्वदर्शी संत में कबीर साहेब जी का नाम भी अग्रणी है।
क्योंकि गीताप्रेश गीता के अध्याय 15 के श्लोक 1 में तत्वदर्शी की जो पहचान है वह कबीर जी पर सटीक बैठी है। संसार रूपी पीपल के समस्त भाग कबीर जी ने बताये हैं बीजक में।
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
जिन पहुंचे तिन पूछिये,
सबकी एक ही बात।
सब संतों का एक मत,
बीच के बारह बाँट।
जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म)
एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक
एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं)
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हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
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बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे?
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Padha gyaan na de sale
Aur tu bolta hai aa ke dekh lenge moooot marigoge ❤ tum
यथार्थ गीता अवश्य सुने सब 😊सर के चैनल pe
धन्यवाद अवध ओझा सर❤😊😊
मेने 15 साल पहले ही सुन ली व पढली स्वामी अड्गडानन्द जी की
Ji
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
जिन पहुंचे तिन पूछिये,
सबकी एक ही बात।
सब संतों का एक मत,
बीच के बारह बाँट।
जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
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हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
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बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
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@@kalyankari5743
अब यह कबीर ज्ञान और देखो, 15 साल फीके लगेंगे
Ji
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
जिन पहुंचे तिन पूछिये,
सबकी एक ही बात।
सब संतों का एक मत,
बीच के बारह बाँट।
जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
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हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
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बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
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4) गांव/शहर :-..........
5) जिला :-..........
6) राज्य :-..........
7) पिन कोड :-..........
हमारे माता पिता जी के अलावा कोई किसी पर beleive नहीं करना चाहिए❤❤❤❤
Guruji, ye baat aapki bilkul sahi hai ki Aaj ka insaan apno ko neecha dikhane me bahut aanand aur santushti mahsoos krta hai.💯True
Guruji joo v bolta hai....ek v galat hoo v nahi saktaa ❤
Salute sir 🙏 waah maja aa gaya...aapki भाषा शैली,,aur आपका सरल व्याख्यान.....नमन है आपको 🙏🙏🙏🙏❤क्षेत्रीय भाषा मे भी आप ग़ज़ब का लताड लगाये है...पंडित वर्ग पर बहुत ही मार्मिक वर्णन किया है आपने..🙏🙏जो कोई मर्मज्ञ ज्ञानी ही कह सकता है....भक्ति करै कोई सूरमा जाती वर्ण कुल खोय..........❤❤❤❤जय हिंद सर ,जय हिंद सर
सब जगत कबीर मय होने वाला है भाई, बस 2025 से 5 साल के अंदर
Ji
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
जिन पहुंचे तिन पूछिये,
सबकी एक ही बात।
सब संतों का एक मत,
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जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म)
एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक
एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं)
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हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
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बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
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Ojha sir respect button = 💖💖
ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘
👉🏻हमें पैदा करने और मारने में किस भगवान् का क्या स्वार्थ है?
👉🏻आखिर किस वचन के कारण परमात्मा हम सबको इन जन्म-मरण और 84 लाख योनियों के दुखों से छुड़ाकर अपने पास क्यों नहीं रख पा रहे?
👉🏻हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
👉🏻ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
👉🏻परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
👉🏻 वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
👉🏻सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
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👉🏻बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
👉🏻यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे?
(संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित )
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पढ़िए नि शुल्क फ्री पुस्तक ज्ञान गंगा 📘📘📘 आप को 15/से 30 दिन मे होम डिलेवर कर दी जाबेगी आप अपनी ये जानकार हमें दे
👇
1) मोबाइल नंबर :-..........
2) नाम :-..........
s/o .......
4) गांव/शहर :-..........
5) जिला :-..........
6) राज्य :-..........
7) पिन कोड :-..........
Iss type ka Wise, broad minded,Life skilled experienced Teacher india ka har gaon seher school me hona chahiye,tab hi wisdom developed hoga, our India Aage baadega. Thank you Mr. Awadh Ojha sir🙏...from Assam State, INDIA(Hindustan)🔥🔥
अद्भुत, ऐसे ही शिक्षकों की समाज में आज बहुत ही जरूरत है।🙏🙏🙏
ओशो ❤ मे ओशो को सुनता भी हु ओर बुक्स भी पढ़ रहा हु उनकी अद्बुद्ध व्यक्ति थे ओशो 😊
अद्भुत नहीं,
Ji
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
जिन पहुंचे तिन पूछिये,
सबकी एक ही बात।
सब संतों का एक मत,
बीच के बारह बाँट।
जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म)
एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक
एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं)
ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘
हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे?
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s/o .......
4) गांव/शहर :-..........
5) जिला :-..........
6) राज्य :-..........
7) पिन कोड :-..........
जी
जो कहते हैं नाम कमाई नहीं करनी उनको ये:-
1. स्वांस स्वांस में नाम जपो,
वृथा स्वांस न खोये,
न जाने इस स्वांस को,
आवन होए न होए। कबीर वाणी
कबीर बीजक :- साखी (343)
जो कहते हैं ईश्वर निराकार है उनको :-
1. ढूंढ़त ढूंढ़त ढूँढिया,
भया तो गूना गून
ढूंढ़त ढूंढ़त न मिला,
हारी कहा बेचून ( निराकार)।
बीजक साखी 345
2. सोई नूर दिल पाक है,
सोई नूर पहिचान,
जाके किये जग हुआ,
सो बेचून ( निराकार) क्यों जान।
(ईश्वर साकार है कबीर साहेब का ज्ञान)
बे चूने जग चूनिया,
साईं नूर निनार।
आखिरता के बखत में,
किसका करो दीदार।
कबीर बीजक ( वसंत) 12
छाड़हु पाखंड मानहु बात,
नहीं तो परबेहु जम के हाथ।
कहें कबीर नर कियो न खोज,
भटक मुअल( मरा) जस वन का रोज ( नील गाये) ।
ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘
हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे?
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Koti koti pradam abadh ojha sir 🙏🙏🙇♂️
ओशो वो हीरा था जिसकी परख केवल जोहरी ही कर सकता था। बाकियों के लिए ओशो कांच का टुकड़ा था।
मै भी आओशो के प्रवचन सुनता हूं बिना उनका बचन सुने बिना नींद नही आती हैं
Jab ma osho ko sunta hu to mera confidence down ho jata h
फर्जी है वह ओशो
Mujhe bhi....osho bina khudko imagine v nhi kar skti ab 🥺🙏🙏
Wo ek waivichari tha.
Jagne ki dawa ko nind ki dawai bana di aap log ne osho ko. Isiliye mao unko ek failed guru kehta hu
हर हर महादेवगुरुजी
Thanks for this video sir
Bahut pyari line sir ek bar aur raita failaya tha.sir Jo Shanti mandir Jane se milti hai wahi Shanti apki speech sunkar milti hai aap sach me mahan hai.sach me bilkul fact par aadharit bat karte hai.apki speech me wo aakarshan hai jo kisi ko bhi mantramugdh kar sakta hai..
Sir aap satsang karna shuru kar dijiye kyoki aap pdate to pta nhi kesa par satsang acha karte h
Great philosopher osho rajneesh 🙏
Ji
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
जिन पहुंचे तिन पूछिये,
सबकी एक ही बात।
सब संतों का एक मत,
बीच के बारह बाँट।
जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म)
एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक
एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं)
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हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे?
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Bahut bahut dhanyawad sir aisi jankariyan milti rahe.
Mai bhi osho ka parvachan sunta hun mujhe bahot acha lagta hai bahot himmat milti hai
Ji
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
जिन पहुंचे तिन पूछिये,
सबकी एक ही बात।
सब संतों का एक मत,
बीच के बारह बाँट।
जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म)
एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक
एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं)
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हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे?
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Phir bhi jahile majhab hi rahoge 😂😂😂
@@Thehumanity6142 is duniya me islaam ke alawa koi mazheb hi nahi hi baki to sab farzi mazheb khud se hi bna liya
@@Thehumanity6142 mai to osho ke gyaan ki qadar karta hun jiske paas bhi acha gyaan hoga chahe wo koi bhi hi hum uski respect karte hi
गुरुदेव आपके चरणों में 108 बार दंडवत प्रणाम 🙏🙏
Avadh ojha very good speech
Great sir
Aapko sunane aur samajhne mein bahut maja aata hai great
Excellent brother
राजीव दीक्षित को मानने वाले कौन कौन hai
Main hu
मैं भी 😊
Main bhi @@mohddilnawaz9490
Sir mai aapki lagbhag sabhee video dekhta hoo aur aapki baato se bahut parvhawit hota hoo
बहुत बहुत धन्यवाद
Jai shree Krishna Radhe Radhe
Awadhism ❤
Awadh ojha sir ❤ jay shree krishna wale like
सच कह रहे है आप, सर."प्रेम गेली अति सांकरी, ता मे दोऊ ना समाय |"
Ji
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
जिन पहुंचे तिन पूछिये,
सबकी एक ही बात।
सब संतों का एक मत,
बीच के बारह बाँट।
जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म)
एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक
एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं)
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हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे?
(संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित )
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4) गांव/शहर :-..........
5) जिला :-..........
6) राज्य :-..........
7) पिन कोड :-..........
👉🏻छः दार्शनिक, छः भेष धारी, छः दल आदि की स्थिति कबीर जी द्वारा:-
षट दर्शन षट भेष कहावैं,
बहुबिधि धूंधू धार मचावैं।
तीरथ ब्रत करैं तरबीता,
बेद पुराण पढ़त हैं गीता।।
यौह बी बहदा है, बहदे सें भेद अलहदा, यौह बी बहदा।।1।।
चार संप्रदा बावन द्वारे,
जिन्हौं नहीं निज नाम बिचारे।
माला घालि हूये हैं मुकता,
षट दल ऊवा बाई बकता।।
यौह बी बहदा है, बहदे सें भेद अलहदा, यौह बी बहदा।।2।।
बैरागी बैराग न जानैं,
बिन सतगुरु नहीं चोट निशानैं।
बारह बाट बिटंब बिलौरी।
षट दर्शन में भक्ति ठगौरी।।
यौह बी बहदा है, बहदे सें भेद अलहदा यौह बी बहदा।।3।।
सन्यासी दश नाम कहावैं,
शिब शिब करैं न शंशय जावैं।
निर्बानी निहकछ निसारा,
भूलि गये हैं ब्रह्म द्वारा।।
यौह बी बहदा है, बहदे सें भेद अलहदा यौह बी बहदा।।4।।
सुनि सन्यासी कुल कर्म नाशी,
भगवैं प्यौंदी भूले द्यौंहदी।
छल छिद्र की भक्ति न कीजै,
आगै जुवाब कहों क्या दीजै।।
यौह बी बहदा है, बहदे सें भेद अलहदा यौह बी बहदा।।5।।
Ojha is a good teacher❤❤❤
आपका उच्चारण देश के प्रति अच्छा लगा/हम सिंधु थे सिंध से हिन्द शब्द दिया /कही शास्त्रों मै हिन्द जनगनमन मै भी सिंध आता है /हिन्द सुन्दर कांड मै भी नहीं है /मुझे ये समझायें मै कही गलत तो नहीं हूँ /ब्राह्मण /ब्रह्माण्ड है /उनके लिये जिनके मनमे श्रद्धा है /देश धर्म से इंसानियत से / चाणक्यऐ जैसा ब्राह्मण होना चाहिए /जय अखंड सिंधु भारतीये
♥️से भोलेनाथ का आशीर्वाद 🖐️🙏
तीन चौथाई भारतीय निर्धन, दुखी, अशहाय हैं 😢😢
जिसके हाथ पैर नहीं है वह निधन हो सकता है जिसके हाथ पैर हैं अगर गरीब है to uski galti hai
@@Arvindmaury-pw6fh हा हा बात ठिक है पर निर्धन अलग शब्द है और निधन अलग है
गरीबी खत्म करने वाली हथियार शिक्षा की कमी है और 77 साल में सरकार इसे पूरी करने में असमर्थ हैं
@@frommyside1587bilkul sahi kaha hamrai chetna kho gayi hai🥲🥲
Master Sahab Namaskaar
Excellent Sir
Sir l have read different types of Gita,s text but Osho 's commentaries on bhagbat Gita is altimate explain. I hope that you must read Osho's Gita 's commentaries. THANKS
Jai Shree Krishna ❤
Jai shree Ram ji 🚩🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
BAHUT MAJEDAR VIDEO HAI.
Wah ojha sir
Very nice topics really I loved you for this topics and awareness and logic ❤❤
Love you sir and respect for your deep knowledgeable speech...
Pranam guru Dev
Jai hind sir ji 🎉🎉
आज तो अवध ओझा बदले हुए लग रहे हैं😅😅
Left me stunned.
Wow guru ji 🙌❤️🚩
Osho ❤❤❤
Jai Gurudev 🇮🇳 Jai Hind
Jay gurudev ji
Ojha sir now on right track.
Salute your talking style
Aap sahi kah rahe hai bilkul. Maintenance badi baat hai.
Jai ho sir
Om shri gurudevay namah
सभी धर्मग्रंथों में प्रमाण है कबीर साहब ही पूर्ण परमात्मा और सर्वशक्तिमान भगवान है ।
Life changing video...
ओशो की बातो में बुद्ध,कबीर की बाते होती है मगर उनका जीवन बुद्ध कबीर का कोई असर नहीं है
Are osho ka matlab enjoy dhyaan bas khatam
एक बात है, कैप्टन मोमो और उसका इस्लाम आपके दिल के बहुत करीब है !
Bahot badhya Sir!
Very very good in think of sycology to hit who is flying by mind .thank you.
सही जा रहे गुरु 🙏🙏
देखिए हमारे गुरुदेव श्री कृष्ण हैं हमने सबको बता दिया है।
क्योंकि हमारे गुरुदेव श्री कृष्ण योगेश्वर हैं।
देखिए हमारा मानना है हर मनुष्य को उच्च शिक्षा मिले,और हर मनुष्य एश्वर्य से परिपूर्ण हो। लेकिन हम यह नहीं बता सकते हर मनुष्य सुखी हो क्योंकि दुःख भी आयेगा।
हमारा कहना हे मनुष्य होश में रहो।होश में रहने के बाद यह दुनिया ही स्वर्ग है
और ना तुम अपनी इच्छा पूरी करो होश में रह कर।
Thank you sir
इस अकड़ को वेदांत में अहं कहते हैं l जो शरीर को मैं समझने से आती है आत्मज्ञान के बिना बात समझ नहीं आती l आत्मज्ञान वेदांत से ही आता है l
जी
जो कहते हैं नाम कमाई नहीं करनी उनको ये:-
1. स्वांस स्वांस में नाम जपो,
वृथा स्वांस न खोये,
न जाने इस स्वांस को,
आवन होए न होए। कबीर वाणी
कबीर बीजक :- साखी (343)
जो कहते हैं ईश्वर निराकार है उनको :-
1. ढूंढ़त ढूंढ़त ढूँढिया,
भया तो गूना गून
ढूंढ़त ढूंढ़त न मिला,
हारी कहा बेचून ( निराकार)।
बीजक साखी 345
2. सोई नूर दिल पाक है,
सोई नूर पहिचान,
जाके किये जग हुआ,
सो बेचून ( निराकार) क्यों जान।
(ईश्वर साकार है कबीर साहेब का ज्ञान)
बे चूने जग चूनिया,
साईं नूर निनार।
आखिरता के बखत में,
किसका करो दीदार।
कबीर बीजक ( वसंत) 12
छाड़हु पाखंड मानहु बात,
नहीं तो परबेहु जम के हाथ।
कहें कबीर नर कियो न खोज,
भटक मुअल( मरा) जस वन का रोज ( नील गाये) ।
ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘
हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे?
(संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित )
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1) मोबाइल नंबर :-..........
2) नाम :-..........
s/o .......
4) गांव/शहर :-..........
5) जिला :-..........
6) राज्य :-..........
7) पिन कोड :-..........
Ji
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
जिन पहुंचे तिन पूछिये,
सबकी एक ही बात।
सब संतों का एक मत,
बीच के बारह बाँट।
जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म)
एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक
एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं)
ला जबाब पुस्तक 📘📘📘📘📘📘📘📘
हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
सच्चा संत गीता के वेद शास्त्र अनुसार कैसा होता है ?
मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
यदि हम ईश्वर में ही तो विलीन थे फिर क्यों ईश्वर के पास न रहे , इतने प्राणी किस गलती से जन्म मरण में फंसे?
(संत रामपाल जी महाराज द्वारा संकलित )
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s/o .......
4) गांव/शहर :-..........
5) जिला :-..........
6) राज्य :-..........
7) पिन कोड :-..........
अद्भुत 👌👌👌👌👌🙏
Sirji ...kmaal ho kmaal tuci ...satshriakal🙏
Jai Hind
Satnam waheguru ji
भाई साब आप एक शिक्षक के साथ साथ एक accomplished artist भी है अपने संबोधन में किस प्रकार अपने मनोभावों को व्यक्त करना .. एक आइडियल शिक्षक को आप से अवश्य सीखना चाहिए।
मैं भी एक शिक्षक हूं और गोपेश्वर बद्रीनाथ उत्तराखंड से ताल्लुक रखता हूं ..🎉🎉🎉🎉
But very informative video and you explained very well
अगर कोई बह रहा है उसकी जिंदगी संकट में है तो आप गमछा नही खुद के प्राणों के बारे में सोचे बिना नदी में कूद जाओ कूदने वाले को भी वही बचाएगा जो बहने वाले को बचाएगा बस तुम्हारा बिस्वास होना चाहिए खुद पर और उस पर बाकी सब उसी का है जो उसकी मर्जी वही होगा कृपया कूदने से न डरें क्योंकि हर किसी के पास गमछा नही होता
एक बहरीन शिक्षक हो आप देश और समाज को आपकी जरूरत है हमेशा भगवान से प्रार्थना करेंगे आप लक्ष्य तक पहुचो
ॐ
Respected sir aap beshak sahi kah rah Hain
बहुत सही कहा सबको अपनी अपनी पड़ी है कोई किसी को नहीं पूछता और सभी धर्मो के लोग धर्म के नाम पर मरने मारने के तैयार हैं 😢😢😢 अपने अपने धर्म के लोगो की मदद नही करेंगे
Ojha sir respect button ❤❤❤❤❤
होस में बोलो मौलाना होस में 😂😂😂
Nice
Ojha Sir ❤
Aaj to Next Level Ki Bakaiti Ki Hai Sir😂❤💯
Osho great philosopher ❤❤❤❤in the world
Jay osho rajnish
Osho was The Greatest
Prem naman sir 🌄
Everybody like me
समाज का वह व्यक्ति किसी भी वर्ण विशेष से आता हो जो पढ़ा लिखा है, वही पंडित होता है, उसे पंडित कहते है।
No
पंडित वो जो,पिंड की जाने।
अर्थात शरीर के कमलों के रहस्य जाने
Ji
कबीर जी अपने दोहों में बताते हैं कि:-
जिन पहुंचे तिन पूछिये,
सबकी एक ही बात।
सब संतों का एक मत,
बीच के बारह बाँट।
जिन संतों ने ईश्वर देखा वह सभी ईश्वर का एक जैसा एक ही नाम, एक ही जैसा धाम स्थान, एक जैसे ही मंत्र बताते हैं। जो बीच के नकली हैं वह अलग अलग बातें बनाते हैं।
असली संत जो एक जैसे ज्ञान देते हैं :- कबीर जी, दादू दयाल जी, धर्मदास जी, नानक जी, गरीबदास छुड़ानी वाले, रामदेव वरहा पीर राजस्थान, मलूक दास, घासी दास, जम्भोई दास विस्नोइ संत, संत रामपाल जी आदि।
इनका एक ईश्वर :- सतपुरुष ( परम अक्षर बृह्म)
एक धाम मुक्ति स्थान :- सतलोक
एक मंत्र सतनाम :- ( गुप्त होता है गुरु बताते हैं)
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हम सभी देवी देवता ओं की भक्ति करते हैं फिर भी दुखी क्यो?
ईस. कौन है? ईश्वर कौन है? परमेश्वर कौन है?
परम +आत्मा =परमात्मा कौन है?
वह कौन सी भक्ति है जिससे समस्त दुखों का नाश होता है?
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मीराबाई का मोक्ष कैसे हुआ ?
बृह्मा जी की आयु 50 बर्ष हो गई और आज तक हम इन भक्तियों को करते आ रहे फिर भी आज तक हमारा मोक्ष क्यों नहीं हुआ ?
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4) गांव/शहर :-..........
5) जिला :-..........
6) राज्य :-..........
7) पिन कोड :-..........
कबीर बीजक 343
ढूंढ़त ढूंढ़त ढूँढिया,
भया तो गूना गून
ढूंढ़त ढूंढ़त न मिला,
हारी कहा बेचून ( निराकार)।
बीजक साखी 345
सोई नूर दिल पाक है,
सोई नूर पहिचान,
जाके किये जग हुआ,
सो बेचून ( निराकार) क्यों जान।
बे चूने जग चूनिया,
साईं नूर निनार।
आखिर ताके बखत में,
किसका करो दीदार।
कबीर बीजक ( वसंत) 12
छाड़हु पाखंड मानहु बात,
नहीं तो परबहु जम के हाथ।
कहें कबीर नर कियो न खोज,
भटक मुअल( मरा) जस वन का रोज ( नील गाये) ।
Really great sir ji
Guru ji charan sparash
Love u yaar maza aagaya
भाई आज तक मैं कहीं नहीं देखा जो गुरु पगड़ी बांध के पड़ता हो।
ओझा सर आप महान हैँ
Nammo budhhay jai bhim jai rajnish osho
Ojha sir the real legend
कृष्ण को पता है कि दुनिया आलसी हैं इसलिए कृष्ण युद्ध में शामिल नहीं हुए थे अपने मनोकामनाएं तकलीफ़ में ही हम भगवान को पूजते हैं गीता में यही है अपने लिए खुद को खड़े होना चाहिए
Bilkul sahi bole sir aap
सर जी आपने मोहम्मद के विषय मे बहुत अच्छा कहा । लेकिन पंडित को ऐसे प्रस्तुत किया कि क्या कहें।लगता है आप भी पूर्वाग्रहों से ग्रसित हैं
Aapse vinamra nivedan hai ki OSHO RAJNISh ke bare me jane bina na bole
वास्तव में गीता एक महान ग्रंथ है जो दुखी पद्दलित जीवन से हताश निराश को एक रास्ता दिखाती है। ये मां के उस आंचल के समान है जिसकी शीतल छाया में हर बच्चा अपने को सुरक्षित समझता हैं।
पर भाई साब आप गीता पर इतना बखान करते हो अपरिग्रह पर बात करते हो कितने गरीब/ मजलूम/ पसमांदा आप की इंस्टीट्यूट में मुफ्त में कोचिंग लेते हैं??
अगर करते हैं तभी ये सार्थक है अन्यथा सब वैसे ही है जैसे वर्तमान में हो रहा है ...
Great ho sir aap