जड़ चेतन गुण-दोषमय~ विश्व कीन्ह करतार। °संत हंस° गुण गहहिं पय परिहरि बारि विकार।। °रामायण° °बिना अध्यात्मिक ज्ञान° के जड़ (पत्थर) चेतन (बोल-चाल करने वाला/वाली) को जानना/समझना~ नामुमकिन (कदापि संभव नहीं) बिन सत्संग विवेक न होई। राम/ईश कृपा! बिन सुलभ न सोई।। °रामायण° °अध्यात्म ज्ञान° बिना सच्चे सद्गुरु के प्राप्त नहीं होता।। °मानव धर्म° की जय। सत्य सनातन धर्म की जय। वंदे मातरम् °जय आर्यावर्त°
मनुष्य जिस वस्तु की, चाहे जड़ हो चाहे चेतन, यदि उसकी उपासना करता है तो उसके अंदर वैसे ही गुण आ जाते हैं।पत्थर की पूजा करेंगे तो जड़त्व गुण आएंगे और बुद्धि भी मंद जड़त्व बन जाएगी। इसलिए पत्थर के माध्यम से पूजा सनातन धर्म के विरुद्ध है। हमारे आर्ष सनातन धर्म ग्रंथो में कहीं भी जड़ मूर्ति पूजा का नामोनिशान उल्लेख नहीं है।
विश्वास भी दो तरह का होता है । अंधविश्वास और सत्य विश्वास। इतनी सुंदर व्याख्या भजन के द्वारा की गई है फिर भी समंख में नहीं आ रहा तो अहंकार को त्याग एकांत में बैठ कर चिंतन करना और ईश्वर से प्रार्थना करना कि हे प्रभु मेरी बुद्धि को श्रेष्ठ मार्ग में लगाओ
नौकरी को सरकार सरकार खर्च कहां करेगी,पर यदि राष्टीय पशु भी घोषित कर दे,तो इसमें तो कुछ खर्च भी नही होगा,अभी तक ये भी नही कर रही,इनको मार रहे इस हिंदू देश में,
@@vikashchandra418 आप जसे ज्ञानी देश मे ज्यादा ह जो मै कह रहा हूं वो भाव आप समझ नहीं रहे आज सेवा भाव अपने माता पिता कि नहीं कर रहे गऊ माता कि सेवा करनी दूर कि बात और नियम के अंदर मजबूर होकर अगला सेवा करेगा मै मेरे लिए नौकरी नहीं मांग रहा अपनी सोच को बदलो
Na patthar bhagwan hai na patthar mein bhagwan bhagwan koi hai hai nahin te kewal kalpnik shabd hai agar pehle hi billi ko lomdi kehte ,roti ko takiya kehte to wo hi chalta hamesh agr bhagwan ko kutta kehte aur kutte ko bhagwan to kutta shabd ki mahima hoti
बहुत सुंदर भजन गाया है गुरु जी आर्य समाज सुमेरपुर हर वर्ष तुम्हारा इंतजार करेगा
श्रीनगर देव बैनीवाल जी बहुत बहुत शुभकामनाएं और आशीर्वाद।
बहुत बढ़िया भजन आर्य जी
Jai aarya jai aaryavart
अत्यंत सुंदर भजन है, साकार निराकार का अन्तर क्या होता है. धन्यवाद आपको प्रणाम 🙏🙏🌹🌷🌹⚘️⚘️⚘️
सत्य सनातन वैदिक धर्म आप लोगों ने बचाया है बहुत बहुत धन्यवाद।
बहुत ही सुंदर भजन,बधाई🙏🙏
आर्य समाज के लिए धन्यवाद।।
अति सुंदर शुभकामनाएँ इस प्रकार के संतसग के लिए धन्यवाद देता हूँ
बहुत ही सुंदर भजन सुनाया
धन्यवाद
Bahut.sundar.bhai.sahab
बहुत ही ज्ञान वर्धक भजन 👏💯⛳👌👏⛳🧘♂️🙏
Namaste 🙏 Guruji bhut hi sunder bhajan 👏🏾👏🏾👏🏾👏🏾
धन निरंकार जी
जय आर्य
Namesta Arya Ji,,,,, Maha Rishi Dav Daya Nand Ki Jai
Namaste sir ji bahut hi achha laga hai very good and very nice
शाबास आर्यवीर 🙏
अद्भुत पंक्तियां 🙏🏻💐
🙏🙏🚩
Bahut sundar namasteji
❤❤❤
जड़ चेतन गुण-दोषमय~ विश्व कीन्ह करतार।
°संत हंस° गुण गहहिं पय परिहरि बारि विकार।।
°रामायण°
°बिना अध्यात्मिक ज्ञान° के जड़ (पत्थर)
चेतन (बोल-चाल करने वाला/वाली) को जानना/समझना~ नामुमकिन (कदापि संभव नहीं)
बिन सत्संग विवेक न होई।
राम/ईश कृपा! बिन सुलभ न सोई।।
°रामायण°
°अध्यात्म ज्ञान° बिना सच्चे सद्गुरु के प्राप्त नहीं होता।।
°मानव धर्म° की जय।
सत्य सनातन धर्म की जय।
वंदे मातरम्
°जय आर्यावर्त°
मनुष्य जिस वस्तु की, चाहे जड़ हो चाहे चेतन, यदि उसकी उपासना करता है तो उसके अंदर वैसे ही गुण आ जाते हैं।पत्थर की पूजा करेंगे तो जड़त्व गुण आएंगे और बुद्धि भी मंद जड़त्व बन जाएगी।
इसलिए पत्थर के माध्यम से पूजा सनातन धर्म के विरुद्ध है। हमारे आर्ष सनातन धर्म ग्रंथो में कहीं भी जड़ मूर्ति पूजा का नामोनिशान उल्लेख नहीं है।
100%
वाह भई वाह सतसाहेब सतसाहेब सतसाहेब
ATI Sundar
बहुत अच्छा जय हिन्द
Bahut sundar Guru ji
bhut Sundar bajn
VeryGoodSirji
बहुत बहुत धन्यवाद अति सुन्दर
बहुत सुन्दर भ्राता जी
बहुत सुंदर
Ati sundar
Ati sudar
अति उत्तम भजन
Om Namaste🙏
बहुत सुंदर 🌹
आपके लिए कोटि कोटि नमन. नमस्कार जी 😮😮😮😮😮
Om Ary samaj
Bhut Sundar namasteji
Good 👍
Very good
विश्वास करो तो पत्थर में भगवान पैदा हो जाए।
धन्ना भगत, सन्त नामदेव,
विश्वास भी दो तरह का होता है । अंधविश्वास और सत्य विश्वास।
इतनी सुंदर व्याख्या भजन के द्वारा की गई है फिर भी समंख में नहीं आ रहा तो अहंकार को त्याग एकांत में बैठ कर चिंतन करना और ईश्वर से प्रार्थना करना कि हे प्रभु मेरी बुद्धि को श्रेष्ठ मार्ग में लगाओ
V nice.
P
Jai Aryavrat to Pakistan
सर जी गऊ माता कि रक्षा हेतु सरकारी नौकरी निकाली जाए सरकार से मांग करो ताकि गऊ माता कि रक्षा हो सके ये नोकरी गऊ माता के नाम से ही होगी
नौकरी को सरकार सरकार खर्च कहां करेगी,पर यदि राष्टीय पशु भी घोषित कर दे,तो इसमें तो कुछ खर्च भी नही होगा,अभी तक ये भी नही कर रही,इनको मार रहे इस हिंदू देश में,
नौकरी किस लिए सेवा भाव से सड़क पर घूमती गाय को देखिए
नौकरी नहीं गौसेवा करो
@@vikashchandra418 आप जसे ज्ञानी देश मे ज्यादा ह जो मै कह रहा हूं वो भाव आप समझ नहीं रहे आज सेवा भाव अपने माता पिता कि नहीं कर रहे गऊ माता कि सेवा करनी दूर कि बात और नियम के अंदर मजबूर होकर अगला सेवा करेगा मै मेरे लिए नौकरी नहीं मांग रहा अपनी सोच को बदलो
@@kamleshkumarsharma2245 नौकरी से नियम बन जाता है पैसे देकर हि सेवा करवा सकती है सरकार
Na patthar bhagwan hai na patthar mein bhagwan bhagwan koi hai hai nahin te kewal kalpnik shabd hai agar pehle hi billi ko lomdi kehte ,roti ko takiya kehte to wo hi chalta hamesh agr bhagwan ko kutta kehte aur kutte ko bhagwan to kutta shabd ki mahima hoti
Desh ki raksha ke naam par to Bhai agniveer barti kiye ja rahe hai. Is se anuman laga lo .
Vedo ka Majak na banao chand paiso ke liye
वेदों के अनुसर तो ईश्वर निराकार है
❤❤❤
Bhut Sundar namaste ji