Sachchi, Shraddha, hone parhi Jeevan Sukhi ho sakta hai ,Sath hi Hum Apna Kartvy karte rahe bagair Fal ki apekshya me apna kam karte rahe, Isi me Jeevan ki sarthakta hai
अतिसराहनीय एवं जीवन में शान्ति प्रदान करने वाला प्रवचन है श्री मुनि प्रमाण सागर जी का प्रभु ने अदभुत एवं अद्वितीय क्षमता प्रदान की है । मैं शत शत नमन बंंदन, प्रणाम करता हूँ पूज्य संन्त जी को 🌷🌹🙏🌹🌷😇
You probably dont give a shit but does anyone know a tool to get back into an Instagram account? I was dumb forgot my account password. I would appreciate any tricks you can offer me!
Jyt Jyt Jay mat pita sdgur schdanand karuna dya anand sukh sagar sharnagatvatsal mansa dhup dep chatra dwaja chapan bhog chatiso vyanjan mansa pan supari long ilaychi nariyal fal mevaye misthan singhasan arti kru kpur ki bati jaki jyoti jge din rati namestesye namestesye namestesye nana sugandhi puspan pujyam sodsopachar sastangam pranat istut bhuvidha om shanti shanti g om shanti shanti
🙏🏻 णमो लोए सव्वसाहूणं। 🙏🏻 #***# धर्म से ही दुख निवारण संभव है। => मनुष्य के प्रयास अपने दुःख मिटाने के लिये होते है और इस हेतु वह संसाधन जुटाता है अपितु संसार के संसाधन संपन्नता देते है दुःख दूर नहीं कर सकते। दुःख निवारण धर्म से ही संभव है। 01. कल्पनाजन्य दुःख: => मन के भूत या भविष्य के विषय के विचार, memories, imaginations, dreams, संकल्प, विकल्प के कारण होनेवाला दुःख। => अतीत व्यतीत हो चुका है। अतीत के अनुभव से जरूरी सिख लेकर आगे बढ़ अतीत को भुला देना चाहये यह धर्मी का आचरण है, => और अधर्मी अतीत को अंदर रखकर दुःखी रहते है। => अतीत का कोई वजूद नहीं उसे याद कर कर के दुःखी होना यह अपने लिये असाता का बंध कर अपना वर्तमान तथा भविष्य भी दुःखी करना है। => उसने ऐसा कहा था, इसने ऐसा किया था, तुमने ऐसा बोला था यह अतीत को पकड़ आरोप करना, रोना छोड़ो, अतीत को छोड़ो। => भविष्य की चिंता में उलझो मत, भविष्य के प्रति सजग रहो। => अच्छे भविष्य के लिये प्रयास करो पर भविष्य की चिंता, डर से ग्रसित हो दुःख मत करो। => दूरदर्शी बनो दुःखदर्शी नहीं। भविष्य की योजना बनाना दूरदर्शिता है और भविष्य की योजना में खो जाना दु:खदर्शीता है। =>भूत या भविष्य के निमित्त आज को विफल मत करो। => वर्तमान में जिओ, कर्म सिद्धांत पर विश्वास करो। => खोटी स्मृतियों के कैलेंडर को जीवनरूपी दीवार पर टांग कर मत रखो, उसे निकाल दो। 02. वियोगजन्य दुःख: => वियोग निश्चित है। सारे संयोग वियोगमय ही होते है किसी भी प्रकार का संयोग कायम, शाश्वत नहीं। => वियोग से विचलित नहीं होने से दुःख नहीं होता और यह धर्म से संभव है अनित्य, अशरण भावनाओं को समझो, उनका मनन-चिंतन करो। => मजबूत बनो टूटो मत। => वियोग को टालना अपने हाथों में नहीं अपितु वियोग में विचलित नहीं होना हमारे हाथों में है। => इसका इतना ही संयोग था! ... किसी वियोग होने पर यह सोचो। => धर्म हमे ज्ञान और समाधान देता है जिससे दुःख नहीं होता। 03. अभावजन्य दुःख: => संपत्ति, स्वास्थ, संतान, साथी किसी न किसी वस्तु का अभाव बना ही रहता है। => जो अपने पास नहीं उसकी सूची बनाकर जिनके पास वह है उनको देखो के क्या वे उन वस्तुओं के होने से सूखी है? ... संतान नहीं हो तो जिनको संतान है उनको देखो क्या वे सुखी है? .... => जिनका बहुत से लोग सुनते है क्या वे सुखी है? ... मेरा कोई सुनता नहीं यह दुःख हो तो यह देखो। => अभाव दुःखी नहीं बनाता और सदभाव सुख नहीं देता। ... => अभाव से दुःख और सदभाव से सुख प्राप्त होता तो महाव्रती संत सबसे अधिक दुःखी होने चाहिये अपितु ऐसा नहीं होता। => निग्रन्थ दिगंबर मुनि संसार में सबसे अधिक प्रसन्न, खिन्नता रहित, आनन्दी-सुखी होते है। => अभाव या सदभाव दुःख या सुख के कारण नहीं होते। => अपने अभाव और दूसरों के सदभाव देखना छोड़ो और समभाव रखो, दुःख दूर ही रहेगा। => अपने पास जो भी है उसके प्रति आभारी, संतोषी, समाधानी, कृतज्ञ रहो। 04. परिस्थिति जन्य दुःख: => अपनी मनःस्थिति सुधारो, हमेशा सकारात्मक रखो तो प्रतिकूल परिस्थिति भी दुःख का निमित्त नहीं बन सकती। => हर किसी जीव की कोई न कोई प्रतिकूल परिस्थिति होती है। => रात लंबी हो सकती है, शाश्वत नहीं, रात के बाद प्रभात होना ही है सो प्रतिकूलता में भी सहिष्णु बने रहो, समभाव, संतोष, समता से रहो तो दुःख नहीं होगा। => सकारात्मक मनस्थिति से बिकट परिस्थिति को बदलने, सुधारने के भाव, प्रयास करते रहो। => असमर्थ, नासमझ, अज्ञानी परिस्थिति का रोना रोते, दुःख करते जीवन नष्ट कर देते है। => ज्ञानी धैर्यपूर्वक संभावनाओं को खोजते है, परिस्थिति को सुधारने के भाव, प्रयास करते रहते है। ज्ञान धर्म से प्राप्त होता है। *** इसप्रकार चारों प्रकार के दुःख के 25% * 4 = 100% दुःख दूर। 🙏🏻 Helpful! ... Thank U! So Very Much for Sharing!🙏🏻 ~~~ Jai Jinendra n Uttam Kshama! ~~~ Jai Bharat. (2020 Dec. 20 Sun. Eve. @B)
Maharaj aap bahot great ho guruji aapko sunkar bahut sukun milta
Jai ho mere gurudevji 🙏🙏🙏🤍💐 life me kuch bhi problem ho apke video me mera Samadhan turant milta he koti koti Naman 🤍🙏 Maharaj jii 🙏🙏🙏🤍
पूज्य गुरुदेव आचार्य श्री प्रमाण सागर सूरी जी महाराजा आपके दर्शन की हार्दिक अभिलाषा रखता हूं।आश्रीवाद प्रदान करावे पूज्य आचार्य श्री।
Sachchi, Shraddha, hone parhi Jeevan Sukhi ho sakta hai ,Sath hi
Hum Apna Kartvy karte rahe bagair
Fal ki apekshya me apna kam karte rahe, Isi me Jeevan ki sarthakta hai
नमस्तु भगवान ❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏🙏🙏🙏
कोटि कोटि नमन महावीर स्वामी जी की जय जय हो
Prabhu aapke charno main koti 2 pranam
Mujhe naya jeevan dene k liye
Namostu gurudev aap ke charno ME natmastak
Bahut hi adbhut vani hai aapko barambar naman.
गुरु देव को सादर प्रणाम
Ati Sundar vichar hai aap ji ke munivar ji
Aashirwad dijiyega Gurudev 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sant dev bhagwan ke charno me koti koti pranam ji
अतिसराहनीय एवं जीवन में शान्ति प्रदान करने वाला प्रवचन है श्री मुनि प्रमाण सागर जी का प्रभु ने अदभुत एवं अद्वितीय क्षमता प्रदान की है । मैं शत शत नमन बंंदन, प्रणाम करता हूँ पूज्य संन्त जी को 🌷🌹🙏🌹🌷😇
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गुरु देव जी प्रणाम करता हूं बंगाराम दैवासी गांव आटण ज़िला पाली बैंगलौर हमारे घर में परैम सुख प्राप्त हो
Joy guru babaji Sourav satyendranath anita koti koti pranam babaji
Ambassador of God ki jai ho
Jay guru dev apake chranome vandan
Pranam Guru maharaj apka pravchan sunke jindgi me bahut sikha
आपके प्रवचन से मेरी ज़िन्दगी बदल गई गुरुवर
ऊँ नमो नारायण महाराज जी चरण वंदना 🙏🙏🙏❤❤❤🌳🌲🌳🌲🌳🌲🌳🌲😷😷😷🌹🌹🌹🙈🙉🙊
Sabka mangal ho.
Excellent प्रवचन गुरुदेव के
नमोस्तु गुरूदेव 🙏🙏🙏
Namostu gurudev Namostu gurudev Namostu gurudev
Namstu Gurudev ji. Aapki sadev jai ho. Many-many thanks for sharing excellent pravachan. ( true knowledge).
Jai Kara guru Dev ka Jai Jai guru Dev
मुनि श्री के चरणो में शत शत नमन
प्रभू लाल जैन
मुनि श्री के चरणों में शत शत नमन।
Ambesder of God ki jai ho.Motivational vani make God man. Wha
नमन, बारम्बार प्रणाम , एक जीवन ज्योति पुंज के रूप में जो ज्ञान की गंगा बहा रहे हो उससे मानव जीवन सार्थक हो रहा है
कोटि कोटि नमन
गुरू ही मेरी पुजा
Om nma shivay hariom nma shivay nmo nma nmokar nmoistute sdgur bhagwan sare sant trithankar panch parmesthi digambar divya amratvani parasmni jag fal dayni parmeshwra namestesye namestesye nana sugandhi puspan pujyam sodsopachar mansa dhup dep chatra dwaja chapan bhog chatiso vyanjan pan supari long ilaychi nariyal fal mevaye misthan singhasan arti kru kpur ki bati jaki jyoti jge din rati namestesye namestesye namestesye nana sugandhi puspan pujyam sodsopachar sastangam pranat istut bhuvidha om shanti
Koti koti paranam ham sabko sawekar ho
Very good teachings guru jo
नमोस्तू गुरुदेव
🙏🙏🙏 नमोस्तु ऽऽऽ नमोस्तु ऽऽऽ नमोस्तु ऽऽऽ गुरुदेव 🙏🙏🙏
Ma Bako mara uska kay javb kay hay
Jyt Jyt Jay mat pita sdgur schdanand karuna dya anand sukh sagar sharnagatvatsal mansa dhup dep chatra dwaja chapan bhog chatiso vyanjan mansa pan supari long ilaychi nariyal fal mevaye misthan singhasan arti kru kpur ki bati jaki jyoti jge din rati namestesye namestesye namestesye nana sugandhi puspan pujyam sodsopachar sastangam pranat istut bhuvidha om shanti shanti g om shanti shanti
Nmostu Gurudev praman sagar maharaj
Namostu bhagwan namostu
Namostu gurudev namostu
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏👏👏👏👏👏
Maharaj ki joy
🙏🏻 णमो लोए सव्वसाहूणं। 🙏🏻
#***# धर्म से ही दुख निवारण संभव है।
=> मनुष्य के प्रयास अपने दुःख मिटाने के लिये होते है और इस हेतु वह संसाधन जुटाता है अपितु संसार के संसाधन संपन्नता देते है दुःख दूर नहीं कर सकते। दुःख निवारण धर्म से ही संभव है।
01. कल्पनाजन्य दुःख:
=> मन के भूत या भविष्य के विषय के विचार, memories, imaginations, dreams, संकल्प, विकल्प के कारण होनेवाला दुःख।
=> अतीत व्यतीत हो चुका है। अतीत के अनुभव से जरूरी सिख लेकर आगे बढ़ अतीत को भुला देना चाहये यह धर्मी का आचरण है,
=> और अधर्मी अतीत को अंदर रखकर दुःखी रहते है।
=> अतीत का कोई वजूद नहीं उसे याद कर कर के दुःखी होना यह अपने लिये असाता का बंध कर अपना वर्तमान तथा भविष्य भी दुःखी करना है।
=> उसने ऐसा कहा था, इसने ऐसा किया था, तुमने ऐसा बोला था यह अतीत को पकड़ आरोप करना, रोना छोड़ो, अतीत को छोड़ो।
=> भविष्य की चिंता में उलझो मत, भविष्य के प्रति सजग रहो।
=> अच्छे भविष्य के लिये प्रयास करो पर भविष्य की चिंता, डर से ग्रसित हो दुःख मत करो।
=> दूरदर्शी बनो दुःखदर्शी नहीं।
भविष्य की योजना बनाना दूरदर्शिता है और भविष्य की योजना में खो जाना दु:खदर्शीता है।
=>भूत या भविष्य के निमित्त आज को विफल मत करो।
=> वर्तमान में जिओ, कर्म सिद्धांत पर विश्वास करो।
=> खोटी स्मृतियों के कैलेंडर को जीवनरूपी दीवार पर टांग कर मत रखो, उसे निकाल दो।
02. वियोगजन्य दुःख:
=> वियोग निश्चित है। सारे संयोग वियोगमय ही होते है किसी भी प्रकार का संयोग कायम, शाश्वत नहीं।
=> वियोग से विचलित नहीं होने से दुःख नहीं होता और यह धर्म से संभव है अनित्य, अशरण भावनाओं को समझो, उनका मनन-चिंतन करो।
=> मजबूत बनो टूटो मत।
=> वियोग को टालना अपने हाथों में नहीं अपितु वियोग में विचलित नहीं होना हमारे हाथों में है।
=> इसका इतना ही संयोग था! ... किसी वियोग होने पर यह सोचो।
=> धर्म हमे ज्ञान और समाधान देता है जिससे दुःख नहीं होता।
03. अभावजन्य दुःख:
=> संपत्ति, स्वास्थ, संतान, साथी किसी न किसी वस्तु का अभाव बना ही रहता है।
=> जो अपने पास नहीं उसकी सूची बनाकर जिनके पास वह है उनको देखो के क्या वे उन वस्तुओं के होने से सूखी है? ... संतान नहीं हो तो जिनको संतान है उनको देखो क्या वे सुखी है? ....
=> जिनका बहुत से लोग सुनते है क्या वे सुखी है? ... मेरा कोई सुनता नहीं यह दुःख हो तो यह देखो।
=> अभाव दुःखी नहीं बनाता और सदभाव सुख नहीं देता। ...
=> अभाव से दुःख और सदभाव से सुख प्राप्त होता तो महाव्रती संत सबसे अधिक दुःखी होने चाहिये अपितु ऐसा नहीं होता।
=> निग्रन्थ दिगंबर मुनि संसार में सबसे अधिक प्रसन्न, खिन्नता रहित, आनन्दी-सुखी होते है।
=> अभाव या सदभाव दुःख या सुख के कारण नहीं होते।
=> अपने अभाव और दूसरों के सदभाव देखना छोड़ो और समभाव रखो, दुःख दूर ही रहेगा।
=> अपने पास जो भी है उसके प्रति आभारी, संतोषी, समाधानी, कृतज्ञ रहो।
04. परिस्थिति जन्य दुःख:
=> अपनी मनःस्थिति सुधारो, हमेशा सकारात्मक रखो तो प्रतिकूल परिस्थिति भी दुःख का निमित्त नहीं बन सकती।
=> हर किसी जीव की कोई न कोई प्रतिकूल परिस्थिति होती है।
=> रात लंबी हो सकती है, शाश्वत नहीं, रात के बाद प्रभात होना ही है सो प्रतिकूलता में भी सहिष्णु बने रहो, समभाव, संतोष, समता से रहो तो दुःख नहीं होगा।
=> सकारात्मक मनस्थिति से बिकट परिस्थिति को बदलने, सुधारने के भाव, प्रयास करते रहो।
=> असमर्थ, नासमझ, अज्ञानी परिस्थिति का रोना रोते, दुःख करते जीवन नष्ट कर देते है।
=> ज्ञानी धैर्यपूर्वक संभावनाओं को खोजते है, परिस्थिति को सुधारने के भाव, प्रयास करते रहते है। ज्ञान धर्म से प्राप्त होता है।
*** इसप्रकार चारों प्रकार के दुःख के 25% * 4 = 100% दुःख दूर।
🙏🏻 Helpful! ... Thank U! So Very Much for Sharing!🙏🏻
~~~ Jai Jinendra n Uttam Kshama!
~~~ Jai Bharat.
(2020 Dec. 20 Sun. Eve. @B)
Munivar namostu.. Aapke pravachan se Jeane ki prerna milti hai
कोई भाई मेरे दुख को मिटा सकता है?
मुझे दुःख इस बात का है कि मुझे परमात्मा के दर्शन नहीं हो रहे?
gurudev k charno me koti koti naman gurudev ap is yug k sakshat mahavir ho
Mahan
Mahan
नमोस्तु महाराज जी 😅🙏😅
Namostu Gurudev.Aapka pravachan humko jivan me aage badhneki ,jivan ko sache rahpe chalne ki prernaa detaa hai.
Guru ke charanon mein Naman 🌹🌹🌹🙏🙏🙏
नमोसतू गुरूवर आप के प्रवचन सुनते ही सारे दुख भूल जाते है.
Bharati k बिलकुल सही बात है। मुनि श्री महाराज जी के प्रवचन बहुत ही लाभदायक होते हैं।
Ham bhijsin nahin par pravachan sunte hsin Shanka samadhan program bhi
🙏
आपके श्री चरणो में मेरा कोटि कोटि प्रणाम hai
नमोस्तु नमोस्तु गुरूवर
Nomostu gurudev 🙏🙏🙏
Best motivational video.dr lakhotia
Jai ho Maharaj ji
Namasto Namasto Namasto
आदमी का शरीर मंदिर है उस मंदिर में भगवान बैठे हैं
Jai jai shri Radhe Radhe
अति उत्तम प्रेरणा दायक विचार !
🙏🙏🙏Namostu gurudev ji 🙏🙏🙏
मत्थेण वंदामि गुरूदेव । आपके प्रवचनों सीधे ही आत्मा तक पहुचते है और जीवन में सहज परिवर्तन हो रहा है। आपके असीम उपकार हैं।
Jai gurudev.
Koti koti vandan apake charnomey.
Maharaj logo ke prvchan bhaut great hote hai trau sagar maaharaj bagwan ke dusre rup the
Thank you so much for it baba
Thank u so much baba
Apka lecture bahut accha hai guru dev
Lecture nhi dete Maharaj ji Vo pravachan dete h
Pravachan bolo sabhyata siko
Charan saparsh Gurdeo
Namosthu Maharaj.
Namostu namostu namostu gurudev
Bahut sunder pravachan hai jai jai gurudev
INTERESTING VIDEO
परम पूज्य गुरुदेव की चरणों में कोटि कोटि बंदन अभिनंदन 🌹🙏
गुरु देव के चरणों में बारम्बार नमन
Namostu namostu namostu bhagavan
अति सुदंर प्रभू😊
Jay guru dev
Jai gurudave very nice...
Jj
Metthen Vandami 👏👏👏🥲
अदभूत मार्गदर्शन, नमोस्तु गुरुवर 🙏🙏🙏
Very excellent think. Joy Gurudev 🙏🙏🙏🙏
Thank you ji
Kiti kiti Pranam maharaj
Mere guruwar ko sat sat naman
🙏 pranaam Guruji
Suman Jain
Suman Jain 9
Suman Jain आप मुझे बताए गुरुदेव कहाँ मिल सकते hai
EXCELLENT............
Namastubhagvn
જય હો ભગવાન
Namostu gurudev...
Aaj bahout kuj sikhya hai.Bahout kimtee parvachan sunya hai.jindgi jion da treeka pa leeya
Mathan vandami maharajsaheb. Naman
Wow...... Gurudev........ tactfully convenience karte hai....... namostu namostu namostu
aapke pravachan jeevan daan dete h gurudev
x
Tripti Jain vi
Da
.
Totally practical knowledge 👌
Namaste gurudev
jai gurudev🙏🙏🙏🙏🙏
Soroj Patni Sachi diss Gurudev follokarvani sakti apo
जिन भारती संगरह
Namosto Gurudev 🙏
जय जिनेन्द्र
Heart touching.
namostu bhagwan
Anil Ku
Nomostu guruji
Beautiful pravachan from Muniji and proud of you.
Naman K Sath Jai Gurudev Ki, Guru Kripa Sada Rahe.
Maharaj ache paravchan Tate hai
Lata k taraf see jai Jai gurudev
Namostu gurdav
On parnam Guru g
Right and true.