5:19 भाई मनोज जी आपकी विवेचना से मेरे मन में वाल्मीकि कृत रामायण पढ़ने का शुभ विचार सुदृढ़ हो गया है ।धन्यवाद किंतु मैं आपकी निंदा करती हूं आदि पुरुष में आपके द्वारा लिखे गए सड़क छाप डायलॉग के लिए
Bada chutiya adami hai ye Naya ramayn likh raha hai Bhai bhoolkar Adipurush mat dekhan BC gaya tha dekhne me Jhelta raha jhelta raha Lekin jaise Ravan ne sri Ram ko pair se mara na Sahansakti jabab de gayi Uth kar chala aya man kiya ise cheer ka rakh du Bahut bada chutiya hai ye
@@abhimukherjee690 bro history to ek hoti hai par bro bhagwan shree Ram ji ek hi bar avtar ni liye hai apitu Kai bar liye hai 1 kalp me 14 मन्वंतर होता है और एक मन्वंतर में 72 चतुर्युगी और एक चतुर्युग में चार युग सत, त्रेता, द्वापर और कलयुग ये सब हर बार बदलते रहते हैं तो bro किसी कल्प में कुछ तो किसी कल्प में कुछ कोई गलत नही है सब सत्य है hm ये जरूर है की कुछ नकली सन्त बीच बीच में भ्रामक जानकारी देते है वो गलत है बाकि हरि अनंत हरि कथा अनंता कोइ भी एक व्यक्ती प्रभु की लीला को एक पुस्तक में समेट नही सकता और न ये कह सकता है की इसमें पर्याप्त है कथा जय श्री राम
Valmiki Ramayana is ItihAs ramcharitmanas is Ramayan viewed by a Bhakta( Giswami Tulsidas) so kinda similar to purans in which god is shown to be of some other level and surrounding characters are shown little compared to him
Aapne jis Prerna se muntashir apne naam me joda uska asar Aadipurush ke dialogues me dikh rha hai Manoj G aapne sampurn bharat ki maryada ke pratik Shiram ka apmaan kiya hai, aapse itne nichle star ke dialogues ki ummid na thi Hriday me kuch atulniya dekhne sunne ki laalsa thi ki aap jude hain Aadipurush se, sach kahu to Ram Sita Ram gaane ke bol sun ke ye aabhash jarur hua tha ki aapne hriday se nahi likha , aur wo sach bhi ho gya movie ke dialogues sun ke Mera hriday udwelit hain kyun ki ghav apno ne diya hai
I'm aspirant of UPSC and My optional subject is Hindi literature. where I have read the Kavitawali and Ramcharitmanas of Baba tulsi das.What you say the difference of Ramayan and Ramcharitmanas is totally correct.Tulsidas were a Bhakt kavi and his whole literature is sign of Das Bhakti.
@@LaxmanSingh-xl2vd Ji bilkul, I'm also a English medium student.Mera other papers ka language bhi English hai, Only Hindi literature ka language Hindi.
@@theaveragesinger धन्यवाद मित्र।आप बहुत दयालु हो किन्तु इसमें हमारा कोई बड़कपन नहीं, हम तो एक साधारण पाठक इन महान साहित्यों का जिसने समाज का दर्शन किया। आभार तो हम उन महान साहित्यकारों का करते है जिन्होंने मानवता की इस असीम विरासत को उस स्तर पर पहुंचाया जो मानव सभ्यता के उत्थान-पतन का चित्रण अपने ओजस्वी साहित्यों के माध्यम से किया। परमात्मा की ऐसी कृपा हो कि हम भी इस महासागर में अपना बूंद भर भी योगदान दे पाए।🙏🏼
ये कथा ही अमृत है फिर चाहे वाल्मिकी जी सुनाएं तुलसी सुनाएं कुमार विश्वास सुनाएं या मनोज मुंतशिर सुनाएं, इसका आनन्द अनंत है अद्भुत है जैसे शहद को चखने से मिठास घुल जाती है वही आनंद रामकथा से मिलता है। जय सीताराम।।
@@anand1311 Tumne dekha hai kya ki unhone granth padha ya phir Google se uthaya? Google ko kuch nahi pata bro, hamare granth me hi saare sach chupe hai--- jara aakhe kholo aur ye librandu soch chodh do
आप लोगों को हर बात पर शिकायत करने की आदत बन गई है थोड़ा ओपन माइंडेड बनिए,जब हमारे धर्मग्रंथों में इतनी विविधता है तो आप लोग भी अपनी प्रवृत्ति में थोड़ा बदलाव लाए,फिल्ममेकर को कुछ तो लिबर्टी होना चाहिए
आदिपुरुष को फुल सपोर्ट है,ध्यान रखना यहां कुछ वामपंथी भी आ गए हैं, वे विरोध करना प्रारंभ कर दिए है उनसे घबराने की जरुर नहीं है, उन्हें जलाने की जरूर है।जय श्री राम।
Manoj ji, I attentively listen to you. You describe each scene in Ramayana so eloquently that it seems we are seeing the movie. I want you to please tell me which Ramayan to read. Tulsidasji's or Valmikiji's. Gid bless for awakening not only the youth of this country but also people like me who were so busy with studies,job and children. Thank you from the bottom of heart.God bless you always
Read both but the Valmiki Ramayan was written during Shree Ram’s lifetime so it is full of facts and details, just like a history book and still a masterpiece of Sanskrit literature. On the other hand Ramcharitmanas was composed much later and is primarily a devotional epic and a masterpiece of Hindi literature but the details and facts have been compromised, facts have given way to imagination.
एक बार आप जरूर पढ़ना सर जी ❤️ हिय में राम मेरे हिये में राम है, तेरे हिये मे राम हैं। तु मान या ना मान प्यारे, हर जगह राम हैं।।(टेर) सिंधुसेतु के पाषाणों पर लिखा राम- राम हैं। जहा सोचे वहा राम है, जहां खोजे वहा राम हैं।। सत्य के वचन में और धर्म के रण में राम। हिंदू के जन - जन में,मिट्टी के कण - कण में राम।। केवट की नाव में, तुलसी की हर आवाज़ में। जहा दिखे वहां राम है, जहां सुने वहां राम हैं।। मर्यादा की परिभाषा में, सत्य के बखान में। धर्म की धरती पर और , प्रेम के आसमान में ।। हनुमान की रूह - रूह में, राम की पहचान हैं । तुलसी के मानस में हर पन्ने पर गुणगान हैं ।। भाई के प्रेम में और राजा की नीति में राम। सिया के सिर-माँग में, मर्यादा की रीति में राम।। कौशल्या के वात्सल्य में, दशरत की संतान में। हर माँ के वात्सल्य में, हर दम्पती के संतान में।। जहा सुने वहा राम है, जहां देखे वहा राम हैं । जहा सोचे वहा राम है, जहां खोजे वहा राम हैं।। दीनदयाल के शब्दों में दीनदयाल का गुणगान है। राम नाम जप ले तु प्रेम से,कुछ दिन का मेहमान है ॥ मेरे हिये में राम है, तेरे हिये में राम है । तु मान या ना मान प्यारे, हर जगह राम हैं।। 🙏 जय श्री राम 🙏 ✍️दीनदयाल पारीक पढ़ के बताना please 😔🙏❤️❤️❤️❤️❤️
Valmiki ji ne Jo likha vo bilkul sahi h but tulsidas ne mostly incidents apni interpretation se likhe h. Valmiki ji ne history likhi thi vo. Tulsidas ne use mythology bana diya.
Kuch bhi tulsidas ji has not written anything from his imagination .His Ramayan is all based on Other Ramayan Like Ved vyas ji Ramayan , Padmapuran etc.
@@jhallejohn Hanuman ji ko Monkey bana diya tulsidas ne apni ramayan me jo ki mahadev k 11th rudra the. Isse bada apmaan or kya hoga. Original Ramayana me, Hanuman ji jeete jaagte Mahapurush the jo forest ki kishkindha Nagri me rahte the. Unka koi monkey type face nahi tha, jo aaj hum sab dekhte h unki Murat me. Isse bada dhokha or kya hi hoga. Jaake padho pehle
Aapne man ke BAAT ko Valmiki Ramayan se may jodiye .in valmiki Ramayan Ramayan t Hanuman ji Tail was burn with fire and also in Balkand after worshipping lord Vishnu brahma ji say to All Deva to take form of Banar. Even Bali mention himself as animal after getting shot from Lord ram . Pehle valmiki Ramayan aur Sastra padho fir batana kya hai Nai hai Aapne man SE nai
@@rahulchhkara1447 not only tulsidas ji even In achyuta ashtakam JAGADGURU Adi Shankacharya say" banarai sevito Raghav patumam" means Hanuman ji is Banar
@@jhallejohn At that time, Tail was the symbol of community of forest. It was made up of wax, rubber or some other material. It was a temporary thing, not permanent. It tells from which community they belong. At present, one of the tribal communities wear plate on their lips to symbolise their community. And taking form of vanar means wearing clothes like a forest man, not as a monkey. Like Today, wearing tilak or janau symbolise hindu or related community. And what Bali said himself as animal, yes we all know, human belongs to animal kingdom.
आप ज्ञानियों में श्रेष्ठ हैं, मनोज भैया। आपकी यह व्याख्या अन्य व्याख्याताओं के मुकाबले सर्वश्रेष्ठ हैं। आपको बहुत बहुत साधुवाद। सभी भारतीयों को मानस एवं श्रीमद्वाल्मीकीय रामायण दोनों का ही पाठ करना चाहिए। जयतु भारतम्! जयतु सनातनः! A big thank you to Manoj Bhaiya.
प्रणाम मनोज सर सर वाल्मीकि रामायण और तुलसीजी की मानस मे इतना अंतर है तो हम जो आज तक पड़ते आ रहे है और जो सुन रहे है उसमे से किसे सही माने क्युकी प्रभु राम जी हमारे जीवन जीने के आदर्श और सनातन धर्म के पथ प्रदर्शक है
मनोज मुंताशीर जी के इस वीडियो में बहुत सी तात्विक गलतियां है। उदहारण के लिए १. गोस्वामी ने वाल्मिकी रामायण को आधार माना। गोस्वामी जी पहले ही स्पष्ट कर देते हैं कि वह वाल्मिकी नहीं अपनी सभी ग्रंथ और भगवान शंकर द्वारा रचित राम कथा को आधार मान रहे हैं। २. लक्ष्मण जी क्रोधी नहीं है। वह भगवान राम के यश पताका के दंड है। वह जानते हुए क्रोध करते हैं जिससे भगवान राम उन्हें समझाए और फिर प्रभु का यश हो। लक्ष्मण जी से सौम्य कोई नही है। यह बात तुलसीदास जी बार बार कहते हैं। ३. रामचरितमानस में भी तीन दिन की साधना के बाद जब समुद्र से उत्तर नही आता तो श्री राम ही क्रोध करते हैं। ४. लक्ष्मण रेखा का वर्णन रामचरितमानस के अरण्यकांड (सीता हरण) में नही है। (लंकाकांड में मंदोदरी द्वारा केवल हल्का संकेत है) ५ रामचरितमानस में भी हनुमान जी के सीना चीरने का कोई प्रसंग नहीं है। ६. रामचरितनास के अनुसार भी राम रावण युद्ध २ दिन हुआ था। रावण कुल तीन दिन युद्ध करने आया था। रामायण और रामचरितमानस दोनो ही श्रेष्ठ है। आज के समय में रामचरितमानस अधिक उपयोगी है। रामचरितमानस के आध्यात्मिक सूत्रों को समझने के लिए रामकिंकर उपाध्याय जी के प्रवचन अवश्य सुने।
@@globalthings1016 रामायण में भगवान राम का एक आदर्श व्यक्ति के रूप में चरित्र प्रस्तुत है। वाल्मिकी जी का भी मुख्य उद्देश्य यही था कि एक आदर्श पुरुष का वर्णन करे जिससे समाज उसका अनुसरण करे। भगवान राम का आदर्श चरित्र वाल्मिकी रामायण का केंद्र है। समस्या किंतु यह है कि आज केवल कोई आदर्श चरित्र को पढ़ लेने से हमारी समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता है। हमारे सामने तो कितने आदर्श चरित्र है फिर भी लोग काम क्रोध लोभ से ग्रसित है। रामचरितमानस में गोस्वामी जी ने भगवान राम के ईश्वरत्व पर केंद्र रखा है जो अपने भक्तो की सहायता करते हैं, उनका उद्धार करते हैं, जो आज के समय की अवश्यकता है। प्रश्न यह नहीं है कि कौन अधिक श्रेष्ठ है, महत्वपूर्ण यह है कि हमारे लिए अधिक उपयोगी और उपयुक्त क्या है। अधिक जानने के लिए पद्मभूषण श्री राम किंकर उपाध्याय जी के प्रवचन सुने या उनकी पुस्तके पढ़े।
Very good explanation. Thankyou sir. I consider Valmiki Ramayan as standard because of the following reasons. The Ram katha was first briefly narrated by Devarshi Narad to Valmiki maharshi. Brahma ji directed Maharshi Valmiki to write Ramayan in detail and told him that the scenario, dialogues and behavior of all characters including inner feelings would be known to him while writing the epic. One more thing. ShriRam didn't ask for agni pariksha. Sita mata herself chose it.
But rama did disown sita, and questioned her purity.he says he killed ravana for the sake of honor and not sita(which i dont believe after reading 100 shlokas full of rama describing his grief and beauty of sita). Its a whole sarga in valmiki ramayan.
achha ji ye btao shree ram ko mooch kaha se aayi , tum koi fan nhi ho tum sirf prabhas ke fan ho jinhone shree ram ko mooch lga di , tumko bhagwan se koi mtlb nhi tum ko to prabhas se Mtlb hai.....
@@kumarramesh4625 abe tu jabra fan kese ho gya ,esa kya dikha tujhe is movie me ye to btaja or ye bhi ki bhagwan shree ram ko mooch kaha dekhi tune....
Ye comparison shayad hi khi mill pata thanx for knowledge sir apka btane or smjhane ka trika nhi Kafi accha hai is trha Ki jankari dene ke liye hum apke abhari hai 🙏Jai Shree Ram 🙏
न जाने क्यों मुझे आप पर आज संदेह हुआ कि आप वही मनोज मुंतशिर है हालांकि वीडियो तो मैंने पूरा देखा लेकिन वीडियो का सार मुझे समझ ही नहीं आया आपने ऐसी वीडियो बनाकर मन को थोड़ा भ्रमित कर दिये 🙏🙏🙏🙏🙏
Yar भ्रमित होने वाली क्या बात है वाल्मीकि और तुलसी में diffrent है और भी 100 करोड़ रामायण है जिसमे और भी ज्यादा different है तो इसका अर्थ ये कदापि नहीं की कौन गलत है कौन सही पता है भाई ये सब कल्प भेद से कई बार प्रभु का अवतार हो चुका है तो कोई किसी कल्प का बता रहा कोई अलग और दुसरी बात राम जी के सारे चरित्र किसी एक रामायण में बंध के रह जाए ऐसा संभव नहीं है कोई महारिशी और गोश्वमी का क्या बात करू स्वयं शेष, गणेश, नारद, शारदा लिखने बैठे तो ये लोग भी राम जी का थाह नही पा सकती तो इन साधारण महात्वमावो की क्या बात करू हरी अनंत हरि कथा अनंता.... जय श्री राम 🙏🙏🙏🙏
वाल्मीकि रामायण रियल रामायण नहीं है क्योंकि वाल्मीकि जी त्रेता युग में और यह जो अभी लिखी गई है इसको नया अपडेट करके बदल दिया गया इसमें बहुत से तथ्य के वर्णन नहीं है मनोज जी की बात बिल्कुल सही है रामचरितमानस सही है
Though he has made mistakes in the Adipurush movie, he is telling the truth in this video. I have read both of the books he has mentioned. I suggest you to read the Balmiki Ramayan as it is the reference book for everything related to Ram or Sita.
हरि अनंत हरि कथा अनंता, बिलकुल सही कहा आपने मनोज जी, आदिपुरुष को सब तरह से सही साबित करने का प्रयास सराहनीय है … मुझे तो फ़िल्म से कोई परेशानी नहीं है . लेकिन फ़िल्म की समीक्षा (review) भी हमें सुनना चाहिए ना , ताकि आगे ज़रूरी सुधार किया जा सके । रही बात आपके इस वीडियो की तो मुझे लगता है की इसमें तुलसीदास रचित रामचरित मानस से जो आपने सन्दर्भ बतायें हैं वो पूर्णतः सही नहीं हैं .. नीचे कुछ उदाहरण दिये गये है reference के साथ 1.बहुत अच्छे से ज़िक्र किया गया है …- बालकाण्डमें छाछठवाँ सर्ग एवं सरसठवाँ सर्ग - वाल्मीकि रामायण 2. बोले राम सकोप तब, भय बिनू होये ना प्रीति - रामचरितमानस मानस में भी राम को क्रोध आता है .. सुंदरकांड , दोहा ५७ 3. लक्ष्मण रेखा बाबा की रामचरितमानस में कहाँ पर उल्लेख है ज़रा बताने का प्रयास करें । अरण्यकांड में तो कहीं भी नहीं है 6. राम रावण युद्ध तो एक ही बार हुआ लेकिन २-३ दिन चला था ऐसा बाबा की रामचरित मानस में भी है । 7. सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं। - सम्पूर्ण गुणोंके निधान, वानरोंके स्वामी श्रीहनुमान्जीको मैं प्रणाम करता हूँ । - अब ये बताने की ज़रूरत नहीं है की श्लोक कब और कहाँ का है । (और जो चौपाई का आपने उल्लेख किया है वो रामचरित मानस से नहीं बल्कि हनुमान चालीसा से है - शंकर सुवन केसरी नंदन) सच में अंतर तो बहुत हैं और होने स्वाभाविक भी हैं और हमें सभी भक्ति पूर्वक स्वीकार करना भी चाहिए, क्योंकि सभी काव्य महान संतों द्वारा रचित है , अतएव हमें उसका अनुसरण भी करना चाहिए । मुझे लगता है की हमें अपने मन से नयी कहानी नहीं लिख देनी चाहिए जिससे की अर्थ का अनर्थ हो जाये और बाद के समय उसका भाव कुछ और ही निकले । उपरोक्त दिये गये विचार मेरे अपने हैं, किसी भी तरह की सोच से प्रेरित नहीं हैं। छमिहहिं सज्जन मोरि ढिठाई । सुनिहहिं बालबचन मन लाई ।।🙏
आपका मतलब मुझे समझ में आ गया आपके द्वारा रचित आदिपुरुष रामायण सत्य और हमारे राम भक्त गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित रामचरितमानस और वाल्मिक जी द्वारा रचित रामायण मिथ्या है कुल मिलाकर फिल्म देखनी है ठीक है देख लूंगा वैसे भी हरि अनंत हरि कथा अनंता कहाइय सुनेय बहु विधि सब सन्ता जो लाइन है गर्ग
Valmiki Ji's Ramayana is very raw and very humane. And yes, his Sri Ram is more aggressive than Tulsidas ji's. Hanuman is known as Hanumat. He also eat meat and its justifiable because he is Khstriye and they do eat meat but it was mentioned that what kind of meat is eatable and what not. When Sri Ram came to know about his exile, everyone was asking him to stay, even Laxman ji suggests him to revolt against his father because his didn't do anything wrong so why should he be sent to Dandaranya. But the way he consoles everyone is commendable. While reading it i was thinking what kind of man he is, i mean everyone is asking him to stay and everyone is sad but he was so adamant to go to the forest only because he wants to fulfill the vows of his father given to Kaykayee and to find the reason why destiny is conspiring to send him to the forest. And when Sri Ram tells Ma Sita tha he is exiled, and the way she makes his mind to let her go with her, the whole conversation is i would say very very emotional and cute. Where Sri Ram is saying that there will be lots of hardship, you are not used to it, natural calamities like storm, heat, winter etc etc but Ma Sita says all of these will be more beautiful than royal life because he would be there with her. She will not eat food, will give up her life, and she can't be without him even for a moment, let's forget about 14 years. Its very long conversation which everyone should read. When Hanumat sees Lanka for the first time and the description of it is very detailed. He also think about to return to other vanars because he was trying very hard but unable to located Maa Sita but he calculates that if he goes back without the information of Maa Sita, everyone, including Everyone in Ayodhya, Kishkidha will give up their lives. So he decides to roam and search for her as long as possible, and if he doesn't find he will give up his life in the shore of Lanka but will not go back to from where he came from. There are many interesting things like these, and as i said Valmiki's Ramayana is very raw and you will actually feel that all the characters are humans.
Tulsidas ji write Sita Swayamber leela =Shrimad bhagvatam,Kamba Ram , Adhyatma Ramayan Hanuman ju as shiv avtar=Shiv puran,skanda puran and also feom sundarkand of Valmiki Ramayan where hanuman ji reffered himself as ishwor(shiva). Chaya sita= it is mentioned by vedvyas ji in his different work Adhyatma Ramayan, Skanda puran, devu bhagvatam etc. IT will be BIGGEST APRADH IF WE WILL THINK TULSIDAS JI HAs WRITTEN Ramayan by his imagination . Not even single chaupai he has written on ownself after reading all the Scripture ved , Upanishads,puran , different ramayan work by our rishi he wrote Ramayan .
जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूर्त देखी तिन तैसी। तुलसी के राम, कम्बन के राम, शबरी के राम, कौशल्या और दशरथ के राम, सीता के राम, हनुमान के राम, हरि अनंत हरी कथा अनंता कहहीं सुनहीं बहु विधि सब संता। जय श्री राम जय बजरंग बली
Sir intresting video. Such a valuable topic. Sir one request can u make a video about why valmiki ji and tulsi ji wrote different view in same context. 💐
बहुत-बहुत धन्यवाद यह वीडियो बनाने के लिए इसीलिए तो कहा गया है:- हरी अनंत हरी कथा अनंता कहहि सुनहि बहु बिधि सब संता राम सिया राम, सिया राम जै जै राम राम सिया राम, सिया राम जै जै राम… 🙏🏻😍🙏🏻
सरकार आपका बहुत-बहुत धन्यवाद आपने मुझे बाल्मीकि रामायण पढ़ने के लिए प्रेरित किया आपकी इस वीडियो को देखने के बाद मेरे मन में संशय आ गया है इसीलिए मैं देख कर बताऊंगा
आखिरी वाली बात बहुत सही है.... फैक्ट और फिगर का सवाल उठा कर ज्ञानी ना बने 😂 राम रस का आनंद प्राप्त करे 🙏 ❤️ जैसे फ़िल्में झूठी और सच्ची होती है फिर भी हम उनका आनंद लेते हैं और उन्हें अपने जीवन में उतारते है... ठीक उसी तरह श्री राम की कथाओं का आनंद ले ❤️ जय श्री राम ❤️ जय हनुमान 😍 🙏
1994 के आस पास की बात है अरविंद त्रिवेदी जी (रावण का अभिनय करने वाले) अयोध्या हनुमान गढ़ी पर संकट मोचन श्री हनुमान जी महाराज के दर्शन करने आए थे. उस समय रेवती बाबा प्रमुख पुजारी थे. वे अड़ गये, अडिग हो गये की मै इनको किसी भी कीमत पर दर्शन नही करने दूँगा क्योंकि ये हनुमान जी को बार बार मरकट और श्री राम को वन वन भटकता वनवासी कह कर संबोधित करता रहा है। प्रशासन घुटनों पर बैठ गया था पर पुजारी जी झुके नहीं, त्रिवेदी जी को निराश वापस जाना पड़ा. उधर रावण का अभिनय करने पर त्रिवेदी जी एकदम शून्य शिथिल रहने लगे। फिर इसके बाद त्रिवेदी जी ने अपने घर के कमरों और दीवारों पर दोहे और चौपाइयाँ लिखवाए, घर के बाहर एक बड़ा सा बोर्ड लगवाया और उस पर लिखवाया "श्री राम दरबार"। तिस पर भी मन मे यह संताप रहने लगा कि मैंने बार बार प्रभु श्री राम को भले ही सीरियल में सही परन्तु अपमानजनक शब्द कहे हैं तो उन्होने हर साल रामायण का पाठ करवाना शुरू कर दिया इसके प्रायश्चित के लिए..! ये हुआ था रावण का अभिनय करने पर त्रिवेदी जी के जीवन पर प्रभाव..!! वास्तविक जीवन मे त्रिवेदी जी राम के बहुत बडे़ भक्त थे। सोचिए, जो राम के भक्त थे उन पर मात्र अभिन
Aapki video se aisa lag rha jaise aap tulsi ki ramyan btaane aaye lekin aapko bta diya jaaye sach to sach hai valmiki ramayan stya baaki sab kacraa hai❤
नमस्कार, मैं अनुज हूं। माफ़ करना, मैं तो इतना ज्ञानी नहीं पर मेरे सवाल है, मुझे यह समझ नहीं आता कि तुलसी जी ने ये सब क्यों लिखा अलग-अलग जब वाल्मीकि रामायण में ये सब नहीं दिया गया। मैं भी (ruclips.net/video/_T_qJMYnpi8/видео.html) इनकी कही हुई वाल्मीकि रामायण सुनता हूँ तो लगता है क्या मैं बरसों से सुन रहा या देख रहा रामायण, ये केवल असत्य प्रतीत होता है। क्या मैं सही रामायण सुन रहा था? मुझे तो आज तक यही लग रहा था, ये दोनों एक हैं।
Aapki ramayan ko kis ke sath judge krenge atlest tulsidas and valmiki ne maryada Purushottam ram aur uske bhakt hanuman ko bada hi vinamrata ke bhkt bataya hai aapne toh chhichori bhasha ke hanuman bata diye😢
मैं आपको केवल पहले पहचानता था जानता नहीं था कि आप कौन ho आपका बहुत बड़ा फैन था, प्रस्तुतीकरण बहुत सुंदर होता है ऐसा सोचता था परंतु आदिपुरुष मूवी की पटकथा लिखकर आपने वाल्मीकि तुलसीदास के बाद एक नया आदिपुरुष लिखने की कोशिश की जो कि मुझे पसंद नहीं आया l आप कभी रामचरितमानस पढ़ कर देखो वनवास की बातें सुनकर जो लक्ष्मण जी साथ में जाने की जिद करते हैं उनके कोमल स्वभाव का प्रमाण मिलता हैl हम रामचरितमानस की दृष्टि से देखते हैं और रावण से भी प्रेम करते हैं l
3:24 Nahi bhaiya ji Ramcharitmanas me bhi Shri Ram ko Hi krodh ata h " Sunderkand me likha h बिनय न मानत जलधि जड़ गए तीनि दिन बीति। बोले राम सकोप तब भय बिनु होइ न प्रीति॥57॥
आपको शर्म नही आई, ब्रह्मांड के नायक परम ब्रह्म परमात्मा को "आदि पुरुष" कहने में । अरे कम से कम आपको तो मना करना चाहिए था आप भी एक ही थाली के चट्टे बट्टे हो लगता है उसी थाली में खाकर उसी में छेद करने की आदत है आपकी भी भैया🙏🙏❌❌❌❌❌❌❌❌❌ Boycott Aaadipurush🇮🇳🇮🇳🇮🇳🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
@@ndp0414 ईश्वर, भगवान, खुदा, परमात्मा आदि! संसार में जितने भी आस्तिक व्यक्ति हैं उनकी मान्यता है कि संपूर्ण ब्रह्मांड की उत्पत्ति का मूल कारण परमेश्वर अर्थात ईश्वर है!
Par dono padne ke bad bhi ye adhipush nahi bana paya😂😂😂
5:19 भाई मनोज जी आपकी विवेचना से मेरे मन में वाल्मीकि कृत रामायण पढ़ने का शुभ विचार सुदृढ़ हो गया है ।धन्यवाद किंतु मैं आपकी निंदा करती हूं आदि पुरुष में आपके द्वारा लिखे गए सड़क छाप डायलॉग के लिए
आपने मुझे वाल्मीकि रामायण पढ़ने के लिए प्रेरित कर दिया।🤗🙏 जय श्री राम 🙏
"अदिपुरुष" मत देख लेना नहीं तो इसका सर फोड़ने को प्रेरित हो जाओगे आप
@@sanjaygupta-ur6rjsahi mein jitna dur rho utna achha😅
Us wakt agar internet hota to tulsidas ji ko atankwadi ghoshit kar dete 😑
Bada chutiya adami hai ye
Naya ramayn likh raha hai
Bhai bhoolkar Adipurush mat dekhan
BC gaya tha dekhne me
Jhelta raha jhelta raha
Lekin jaise Ravan ne sri Ram ko pair se mara na
Sahansakti jabab de gayi
Uth kar chala aya man kiya ise cheer ka rakh du
Bahut bada chutiya hai ye
Haa, bhai, but sirf padne ko nhi, valmiki Ramayana ko pratyek vyakti tk pahuchanevka sankalp bhi lo
600करोड़ की आदिपुरुष और कथा वाचकों के डॉयलाग ..... आपने तो आदिपुरुष की लंका लगा दी मुंतसिर भाई !!
वचन ही तो तोड़ देता
धर्म ही था छोड़ देता
पर पीढ़ियाँ क्या सिख लेंगी
राम को चिंता यही थी
जय जय श्री राम❤
अगर वो कर्म पथ से राहें अपनी मोड़ लेता,
Tere sath charcha kee thi shayad 😂
सच सिर्फ वाल्मिकी रामायण है बाकी तो अपने मन से बनी बनाई काहानिया है.❤️
नही भाई सभी सत्य है बाबा तुलसी रामायण भी एकदम सत्य है क्यों कि वो साक्षात महादेव ने लिखा है और दुसरी बात कल्प भेद से कुछ different हो जाता है
App ramcharit manas ko 1 month tak pdhe..pta chal jayega
@@saurabh3178 history ek hoti hai badalti nahi bar bar
@@abhimukherjee690 bro history to ek hoti hai par bro bhagwan shree Ram ji ek hi bar avtar ni liye hai apitu Kai bar liye hai 1 kalp me 14 मन्वंतर होता है और एक मन्वंतर में 72 चतुर्युगी और एक चतुर्युग में चार युग सत, त्रेता, द्वापर और कलयुग ये सब हर बार बदलते रहते हैं तो bro किसी कल्प में कुछ तो किसी कल्प में कुछ कोई गलत नही है सब सत्य है hm ये जरूर है की कुछ नकली सन्त बीच बीच में भ्रामक जानकारी देते है वो गलत है बाकि हरि अनंत हरि कथा अनंता कोइ भी एक व्यक्ती प्रभु की लीला को एक पुस्तक में समेट नही सकता और न ये कह सकता है की इसमें पर्याप्त है कथा जय श्री राम
@@saurabh3178 🙏🙏 Bilkul sahi kaha apne.
कहानी कुछ भी हो,राम का नाम ही अमृत है,कितनी भी बार सुना जाय कितनी भी बार देखा जाय कम ही है। जय श्री राम🙏🏻🚩🚩
इनको 24 घंटे थियेटर में बैठकर मुंतसिर की माला जपनी चाहिए।
Shree Ramayan and Shree Ramcharitamanas both are own experiences and truths by the great poets.
Poets kisko bol Raha hai. Mahrshi valmiki itihas kar hai.
Valmiki Ramayana is ItihAs
ramcharitmanas is Ramayan viewed by a Bhakta( Giswami Tulsidas) so kinda similar to purans in which god is shown to be of some other level and surrounding characters are shown little compared to him
@@ritadutta5594exactly ,, SAB Apne man ki kahaniya banadi or aese juth ko sab sach man rahe he😢
Tulsidas dusra gandhi tha😂
@@arya_shiwang Tulsidas ji ko Mahrishi Valmiki ka punarjanam mana jata hai..
🙏🚩 कितना प्यारा है मेरा सनातन धर्म जय श्री राम
Aapne jis Prerna se muntashir apne naam me joda uska asar Aadipurush ke dialogues me dikh rha hai Manoj G aapne sampurn bharat ki maryada ke pratik Shiram ka apmaan kiya hai, aapse itne nichle star ke dialogues ki ummid na thi
Hriday me kuch atulniya dekhne sunne ki laalsa thi ki aap jude hain Aadipurush se, sach kahu to Ram Sita Ram gaane ke bol sun ke ye aabhash jarur hua tha ki aapne hriday se nahi likha , aur wo sach bhi ho gya movie ke dialogues sun ke
Mera hriday udwelit hain kyun ki ghav apno ne diya hai
हमे आपके वाणी पे भरोसा है की आप जो भी निष्कर्ष निकलते है संपूर्ण होता है ।
जय श्री राम ❤🙏⛳🏹🚩
Ghanta, aadipurush ke dialogue sun, ye sala chutiya bna rha hai.
आफ्टर मूवी देखने के बाद आपका क्या विचार है
जय श्री राम
❤राम नाम का अमृत पीकर अपने जीवन को सार्थक करना यही सर्वोत्तम है❤
I'm aspirant of UPSC and My optional subject is Hindi literature. where I have read the Kavitawali and Ramcharitmanas of Baba tulsi das.What you say the difference of Ramayan and Ramcharitmanas is totally correct.Tulsidas were a Bhakt kavi and his whole literature is sign of Das Bhakti.
Same Here..❤
Brother can you plz tell me that ki English medium students hindi as a optional opt kar sakte hai ?
@@LaxmanSingh-xl2vd Ji bilkul, I'm also a English medium student.Mera other papers ka language bhi English hai, Only Hindi literature ka language Hindi.
bhai aap logo ki wajah se aaj hindi literature zinda hai. thank you.
@@theaveragesinger धन्यवाद मित्र।आप बहुत दयालु हो किन्तु इसमें हमारा कोई बड़कपन नहीं, हम तो एक साधारण पाठक इन महान साहित्यों का जिसने समाज का दर्शन किया। आभार तो हम उन महान साहित्यकारों का करते है जिन्होंने मानवता की इस असीम विरासत को उस स्तर पर पहुंचाया जो मानव सभ्यता के उत्थान-पतन का चित्रण अपने ओजस्वी साहित्यों के माध्यम से किया। परमात्मा की ऐसी कृपा हो कि हम भी इस महासागर में अपना बूंद भर भी योगदान दे पाए।🙏🏼
ये कथा ही अमृत है फिर चाहे वाल्मिकी जी सुनाएं तुलसी सुनाएं कुमार विश्वास सुनाएं या मनोज मुंतशिर सुनाएं, इसका आनन्द अनंत है अद्भुत है जैसे शहद को चखने से मिठास घुल जाती है वही आनंद रामकथा से मिलता है। जय सीताराम।।
यथार्थ
सत्य वचन
आपका ज्ञान अद्भुत है सर ,आपके शब्द प्रवाह भी बहुत ही सुंदर है l
Internet par sab kuch uplabdh hai.. ye sahab wahi se uthaa laate hai, jaise khud granth padh liye ho😂
Money matters bro.. Movie ko promote kar raha!
@@anand1311 bhai wo khud ek lyricist aur dialogue writer hai unhe kahi se shabd churane ki jarurat nhi
@@anand1311 Tumne dekha hai kya ki unhone granth padha ya phir Google se uthaya? Google ko kuch nahi pata bro, hamare granth me hi saare sach chupe hai--- jara aakhe kholo aur ye librandu soch chodh do
@@anand1311 Apni burai Duur karoge to thik Rahega .parfekt..Aaj koi nahi hai
हरि अनंत हरि कथा अनंता 🙏
कहहि सुनहि बहु विधि सब संता🙏🚩
जय श्री राम जय हनुमान 🙏🚩
जय श्री राम 🙏🙏 अद्भुद बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति है आपकी।
Movie Aadi purush me to Tum logo ne Ramayan hi badal di 😢
हम आपके ज्ञान के दीवाने और प्रशंसक है लेकिन आदिपुरुष को बिलकुल नही स्वीकारेंगे🙏जय श्री राम 🙏
बिल्कुल सही कहा भाई
Kyu bhai kya hua
Sahi kaha bhai
Jai shree Ram 🙏🕉️🚩
आप लोगों को हर बात पर शिकायत करने की आदत बन गई है थोड़ा ओपन माइंडेड बनिए,जब हमारे धर्मग्रंथों में इतनी विविधता है तो आप लोग भी अपनी प्रवृत्ति में थोड़ा बदलाव लाए,फिल्ममेकर को कुछ तो लिबर्टी होना चाहिए
Hamm to krnge tu matt kriyo
वाल्मीकि रामायण ही सत्य है 🙏🏻♥️बाकि सब सुनी सुनाई बाते
Haa bhai bs tere confirmation ka hi wait tha 😑
Tulsidas ji ki Ramayan par shak karne wala shiv ka drohi h
Ramcharitramanas fake he?😂😂😂
बहुत ही शानदार मनोज भैया आनद आ गया आपकी वाणी से सुनकर बहुत बहुत धन्यवाद आपका ❤❤❤
जय श्री राम 🛕🚩🛕🚩🛕🚩🛕
Aaj kesa lag raha h itne din baad sach samne aane per
@@honestysuperme4007 aadipurush ke samvad dekh kar kharab lag raha h 😔
incredible knowledge with incredible way of expression.
Jai shree Ram
आदिपुरुष को फुल सपोर्ट है,ध्यान रखना यहां कुछ वामपंथी भी आ गए हैं, वे विरोध करना प्रारंभ कर दिए है उनसे घबराने की जरुर नहीं है, उन्हें जलाने की जरूर है।जय श्री राम।
Manoj ji, I attentively listen to you. You describe each scene in Ramayana so eloquently that it seems we are seeing the movie. I want you to please tell me which Ramayan to read. Tulsidasji's or Valmikiji's. Gid bless for awakening not only the youth of this country but also people like me who were so busy with studies,job and children. Thank you from the bottom of heart.God bless you always
Read both but the Valmiki Ramayan was written during Shree Ram’s lifetime so it is full of facts and details, just like a history book and still a masterpiece of Sanskrit literature. On the other hand Ramcharitmanas was composed much later and is primarily a devotional epic and a masterpiece of Hindi literature but the details and facts have been compromised, facts have given way to imagination.
एक बार आप जरूर पढ़ना सर जी ❤️
हिय में राम
मेरे हिये में राम है, तेरे हिये मे राम हैं।
तु मान या ना मान प्यारे, हर जगह राम हैं।।(टेर)
सिंधुसेतु के पाषाणों पर लिखा राम- राम हैं।
जहा सोचे वहा राम है, जहां खोजे वहा राम हैं।।
सत्य के वचन में और धर्म के रण में राम।
हिंदू के जन - जन में,मिट्टी के कण - कण में राम।।
केवट की नाव में, तुलसी की हर आवाज़ में।
जहा दिखे वहां राम है, जहां सुने वहां राम हैं।।
मर्यादा की परिभाषा में, सत्य के बखान में।
धर्म की धरती पर और , प्रेम के आसमान में ।।
हनुमान की रूह - रूह में, राम की पहचान हैं ।
तुलसी के मानस में हर पन्ने पर गुणगान हैं ।।
भाई के प्रेम में और राजा की नीति में राम।
सिया के सिर-माँग में, मर्यादा की रीति में राम।।
कौशल्या के वात्सल्य में, दशरत की संतान में।
हर माँ के वात्सल्य में, हर दम्पती के संतान में।।
जहा सुने वहा राम है, जहां देखे वहा राम हैं ।
जहा सोचे वहा राम है, जहां खोजे वहा राम हैं।।
दीनदयाल के शब्दों में दीनदयाल का गुणगान है।
राम नाम जप ले तु प्रेम से,कुछ दिन का मेहमान है ॥
मेरे हिये में राम है, तेरे हिये में राम है ।
तु मान या ना मान प्यारे, हर जगह राम हैं।।
🙏 जय श्री राम 🙏
✍️दीनदयाल पारीक
पढ़ के बताना please 😔🙏❤️❤️❤️❤️❤️
❤❤ Bahut achcha bhai 🙏🏻
@@MaulanaMohammadGODI1234 धन्यवाद
Nice
@@bishnumahato803 thanks
Ati uttam bharata❤
Balmiki Ramayan Is Always truth...🇳🇵🇳🇵
इसीलिए तो कहा गया है:- हरी अनंत हरी कथा अनंता
कहहि सुनहि बहु बिधि सब संता
राम सिया राम, सिया राम जै जै राम
राम सिया राम, सिया राम जै जै राम… 🙏🏻😍🙏🏻
@@babazzwhatsaapstatusMai khud ki ramayan likh deta hun usse bhi Satya Maan Lena 😂😂
Valmiki ji ne Jo likha vo bilkul sahi h but tulsidas ne mostly incidents apni interpretation se likhe h. Valmiki ji ne history likhi thi vo. Tulsidas ne use mythology bana diya.
Kuch bhi tulsidas ji has not written anything from his imagination .His Ramayan is all based on Other Ramayan Like Ved vyas ji Ramayan , Padmapuran etc.
@@jhallejohn Hanuman ji ko Monkey bana diya tulsidas ne apni ramayan me jo ki mahadev k 11th rudra the. Isse bada apmaan or kya hoga. Original Ramayana me, Hanuman ji jeete jaagte Mahapurush the jo forest ki kishkindha Nagri me rahte the. Unka koi monkey type face nahi tha, jo aaj hum sab dekhte h unki Murat me. Isse bada dhokha or kya hi hoga. Jaake padho pehle
Aapne man ke BAAT ko Valmiki Ramayan se may jodiye .in valmiki Ramayan Ramayan t Hanuman ji Tail was burn with fire and also in Balkand after worshipping lord Vishnu brahma ji say to All Deva to take form of Banar. Even Bali mention himself as animal after getting shot from Lord ram . Pehle valmiki Ramayan aur Sastra padho fir batana kya hai Nai hai Aapne man SE nai
@@rahulchhkara1447 not only tulsidas ji even In achyuta ashtakam JAGADGURU Adi Shankacharya say" banarai sevito Raghav patumam" means Hanuman ji is Banar
@@jhallejohn At that time, Tail was the symbol of community of forest. It was made up of wax, rubber or some other material. It was a temporary thing, not permanent. It tells from which community they belong. At present, one of the tribal communities wear plate on their lips to symbolise their community. And taking form of vanar means wearing clothes like a forest man, not as a monkey. Like Today, wearing tilak or janau symbolise hindu or related community. And what Bali said himself as animal, yes we all know, human belongs to animal kingdom.
क्या अदभुत ज्ञान हैं आपका 🙏 आपके चरणो में सादर प्रणाम
Is beshram insaan ko pranam mat kro isme humare ram ji hanuman ji poore ramayan ka majak bana ke rakh diya ...
गीता से ज्ञान मिला |🚩 रामायण से राम🚩 | भाग्य से हिंदू धर्म मिला🙏🏻 | और किस्मत से हिंदुस्तान मिला|🇮🇳🚩🙏❣
कभी गीता पढ़ी भी है😂
हर हिंदू को ये याद दिलाना होगा भाई
@@gurupanwar3116 😂 बिलकुल भी nai
@@abhilashasingh3773 ये भूल गया अच्छे कर्मों से मानव जीवन मिला अगर यह नहीं मिलता कहां हिंदू, कहां गीता मिलती
आप ज्ञानियों में श्रेष्ठ हैं, मनोज भैया। आपकी यह व्याख्या अन्य व्याख्याताओं के मुकाबले सर्वश्रेष्ठ हैं। आपको बहुत बहुत साधुवाद। सभी भारतीयों को मानस एवं श्रीमद्वाल्मीकीय रामायण दोनों का ही पाठ करना चाहिए। जयतु भारतम्! जयतु सनातनः! A big thank you to Manoj Bhaiya.
प्रणाम मनोज सर सर वाल्मीकि रामायण और तुलसीजी की मानस मे इतना अंतर है तो हम जो आज तक पड़ते आ रहे है और जो सुन रहे है उसमे से किसे सही माने क्युकी प्रभु राम जी हमारे जीवन जीने के आदर्श और सनातन धर्म के पथ प्रदर्शक है
मनोज मुंताशीर जी के इस वीडियो में बहुत सी तात्विक गलतियां है। उदहारण के लिए
१. गोस्वामी ने वाल्मिकी रामायण को आधार माना। गोस्वामी जी पहले ही स्पष्ट कर देते हैं कि वह वाल्मिकी नहीं अपनी सभी ग्रंथ और भगवान शंकर द्वारा रचित राम कथा को आधार मान रहे हैं।
२. लक्ष्मण जी क्रोधी नहीं है। वह भगवान राम के यश पताका के दंड है। वह जानते हुए क्रोध करते हैं जिससे भगवान राम उन्हें समझाए और फिर प्रभु का यश हो। लक्ष्मण जी से सौम्य कोई नही है। यह बात तुलसीदास जी बार बार कहते हैं।
३. रामचरितमानस में भी तीन दिन की साधना के बाद जब समुद्र से उत्तर नही आता तो श्री राम ही क्रोध करते हैं।
४. लक्ष्मण रेखा का वर्णन रामचरितमानस के अरण्यकांड (सीता हरण) में नही है। (लंकाकांड में मंदोदरी द्वारा केवल हल्का संकेत है)
५ रामचरितमानस में भी हनुमान जी के सीना चीरने का कोई प्रसंग नहीं है।
६. रामचरितनास के अनुसार भी राम रावण युद्ध २ दिन हुआ था। रावण कुल तीन दिन युद्ध करने आया था।
रामायण और रामचरितमानस दोनो ही श्रेष्ठ है। आज के समय में रामचरितमानस अधिक उपयोगी है। रामचरितमानस के आध्यात्मिक सूत्रों को समझने के लिए रामकिंकर उपाध्याय जी के प्रवचन अवश्य सुने।
@@ramchandra8947 ram charitamanas fake haaa. Balmiki main ha
@@globalthings1016 रामायण में भगवान राम का एक आदर्श व्यक्ति के रूप में चरित्र प्रस्तुत है। वाल्मिकी जी का भी मुख्य उद्देश्य यही था कि एक आदर्श पुरुष का वर्णन करे जिससे समाज उसका अनुसरण करे।
भगवान राम का आदर्श चरित्र वाल्मिकी रामायण का केंद्र है।
समस्या किंतु यह है कि आज केवल कोई आदर्श चरित्र को पढ़ लेने से हमारी समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता है। हमारे सामने तो कितने आदर्श चरित्र है फिर भी लोग काम क्रोध लोभ से ग्रसित है। रामचरितमानस में गोस्वामी जी ने भगवान राम के ईश्वरत्व पर केंद्र रखा है जो अपने भक्तो की सहायता करते हैं, उनका उद्धार करते हैं, जो आज के समय की अवश्यकता है।
प्रश्न यह नहीं है कि कौन अधिक श्रेष्ठ है, महत्वपूर्ण यह है कि हमारे लिए अधिक उपयोगी और उपयुक्त क्या है।
अधिक जानने के लिए पद्मभूषण श्री राम किंकर उपाध्याय जी के प्रवचन सुने या उनकी पुस्तके पढ़े।
@@ramchandra8947 aaj k samay me Valmiki Ramayana upyogi hai Ramcharitmanas nhi
Valmiki ramayan hi Sach h
Very good explanation.
Thankyou sir.
I consider Valmiki Ramayan as standard because of the following reasons.
The Ram katha was first briefly narrated by Devarshi Narad to Valmiki maharshi.
Brahma ji directed Maharshi Valmiki to write Ramayan in detail and told him that the scenario, dialogues and behavior of all characters including inner feelings would be known to him while writing the epic.
One more thing. ShriRam didn't ask for agni pariksha. Sita mata herself chose it.
किस किस ग्रंथ में राम कथा आती है कुछ पता है यूट्यूबरों से ही सुनते हो
But rama did disown sita, and questioned her purity.he says he killed ravana for the sake of honor and not sita(which i dont believe after reading 100 shlokas full of rama describing his grief and beauty of sita). Its a whole sarga in valmiki ramayan.
ye mahabharat van parv mein ata hai, poora pado esa kiyu kaha tab pata chale ga
Jay Jay Siyaram
Kudos to your efforts Manoj Bhai 🙏
राम तो हर युग में आते है और हर बार कुछ न कुछ अलग होता है
यही कारण है जो रामायण हर गिरंथ में एक सी नही है
हरी अनंत हरी नाम अनंत
जय श्री राम 🚩🚩
history ek hoti hai hai pari ki kahaniyo ki tarah bar bar nahi badalti
@@abhimukherjee690lmao
अकेले काकभुशुण्डि ने ग्यारे बार रामायण देखी है
Har baar ramyan aur Mahabharat mein unko sab kuch alag alag dekhne ko mila
भाई मै फैन तो था हि आज से जबड़ा फै न हो गया जय श्री राम🙏🙏
achha ji ye btao shree ram ko mooch kaha se aayi , tum koi fan nhi ho tum sirf prabhas ke fan ho jinhone shree ram ko mooch lga di , tumko bhagwan se koi mtlb nhi tum ko to prabhas se Mtlb hai.....
@@DevinTheLast दिन भर तुम जैसे लोगो को ही देखता हूँ अपना ज्ञान अपने पास रखो
@@kumarramesh4625 abe tu jabra fan kese ho gya ,esa kya dikha tujhe is movie me ye to btaja or ye bhi ki bhagwan shree ram ko mooch kaha dekhi tune....
@@DevinTheLast तुलसी दास और वालमीकि रामायण के बारे में जो बता रहे हैं उसके लिए मै फैन हू फिल्म के लिए नहीं
@@DevinTheLast valmiki ramayan me bro likhne se pehle investigate to kr
हरि अनंत हरी कथा अनंता कहहीं सुनहीं बहु विधि सब संता। ❤
राम से बढ़कर राम का नाम 🙏✨💐
🙏🏻💯❤️❤️
Ye comparison shayad hi khi mill pata thanx for knowledge sir apka btane or smjhane ka trika nhi Kafi accha hai is trha Ki jankari dene ke liye hum apke abhari hai 🙏Jai Shree Ram 🙏
Hm sb bahut bhagashali h ki hm श्री राम के भूमि पर जन्म लिए ह ❤🥰🥰
Sir ap ne adipurush k dialogue like h muje Ave v yakeen nahe hota...😢😢
जय श्री राम जय हिंदुत्व जय सनातन संस्कृति सर जी।
आदिपुरुष में ऐसे सडक छापडायलॉग लिखने के लिए आपको सलाम है
न जाने क्यों मुझे आप पर आज संदेह हुआ कि आप वही मनोज मुंतशिर है हालांकि वीडियो तो मैंने पूरा देखा लेकिन वीडियो का सार मुझे समझ ही नहीं आया आपने ऐसी वीडियो बनाकर मन को थोड़ा भ्रमित कर दिये 🙏🙏🙏🙏🙏
Bhramit karke apni movie promote kara raha hei bas.. Peiso se matlab
Yar भ्रमित होने वाली क्या बात है वाल्मीकि और तुलसी में diffrent है और भी 100 करोड़ रामायण है जिसमे और भी ज्यादा different है तो इसका अर्थ ये कदापि नहीं की कौन गलत है कौन सही पता है भाई ये सब कल्प भेद से कई बार प्रभु का अवतार हो चुका है तो कोई किसी कल्प का बता रहा कोई अलग और दुसरी बात राम जी के सारे चरित्र किसी एक रामायण में बंध के रह जाए ऐसा संभव नहीं है कोई महारिशी और गोश्वमी का क्या बात करू स्वयं शेष, गणेश, नारद, शारदा लिखने बैठे तो ये लोग भी राम जी का थाह नही पा सकती तो इन साधारण महात्वमावो की क्या बात करू हरी अनंत हरि कथा अनंता.... जय श्री राम 🙏🙏🙏🙏
वाल्मीकि रामायण रियल रामायण नहीं है क्योंकि वाल्मीकि जी त्रेता युग में और यह जो अभी लिखी गई है इसको नया अपडेट करके बदल दिया गया इसमें बहुत से तथ्य के वर्णन नहीं है मनोज जी की बात बिल्कुल सही है रामचरितमानस सही है
@@mayurpalle3481 महोदय जब किसी विषय की जानकारी न रहें तो उस विषय पर बोलने से पहले रिसर्च कर लिया करो
Though he has made mistakes in the Adipurush movie, he is telling the truth in this video. I have read both of the books he has mentioned. I suggest you to read the Balmiki Ramayan as it is the reference book for everything related to Ram or Sita.
I think sare multiverse ki Ramayans ki katha se kuch kuch cheeze ajati h aur 95 percent apne verse ki katha hoti h.
हरि अनंत हरि कथा अनंता, बिलकुल सही कहा आपने मनोज जी, आदिपुरुष को सब तरह से सही साबित करने का प्रयास सराहनीय है …
मुझे तो फ़िल्म से कोई परेशानी नहीं है . लेकिन फ़िल्म की समीक्षा (review) भी हमें सुनना चाहिए ना , ताकि आगे ज़रूरी सुधार किया जा सके ।
रही बात आपके इस वीडियो की तो मुझे लगता है की इसमें तुलसीदास रचित रामचरित मानस से जो आपने सन्दर्भ बतायें हैं वो पूर्णतः सही नहीं हैं ..
नीचे कुछ उदाहरण दिये गये है reference के साथ
1.बहुत अच्छे से ज़िक्र किया गया है …- बालकाण्डमें छाछठवाँ सर्ग एवं सरसठवाँ सर्ग - वाल्मीकि रामायण
2. बोले राम सकोप तब, भय बिनू होये ना प्रीति - रामचरितमानस मानस में भी राम को क्रोध आता है .. सुंदरकांड , दोहा ५७
3. लक्ष्मण रेखा बाबा की रामचरितमानस में कहाँ पर उल्लेख है ज़रा बताने का प्रयास करें । अरण्यकांड में तो कहीं भी नहीं है
6. राम रावण युद्ध तो एक ही बार हुआ लेकिन २-३ दिन चला था ऐसा बाबा की रामचरित मानस में भी है ।
7. सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं।
- सम्पूर्ण गुणोंके निधान, वानरोंके स्वामी
श्रीहनुमान्जीको मैं प्रणाम करता हूँ ।
- अब ये बताने की ज़रूरत नहीं है की श्लोक कब और कहाँ का है ।
(और जो चौपाई का आपने उल्लेख किया है वो रामचरित मानस से नहीं बल्कि हनुमान चालीसा से है - शंकर सुवन केसरी नंदन)
सच में अंतर तो बहुत हैं और होने स्वाभाविक भी हैं और हमें सभी भक्ति पूर्वक स्वीकार करना भी चाहिए, क्योंकि सभी काव्य महान संतों द्वारा रचित है , अतएव हमें उसका अनुसरण भी करना चाहिए ।
मुझे लगता है की हमें अपने मन से नयी कहानी नहीं लिख देनी चाहिए जिससे की अर्थ का अनर्थ हो जाये और बाद के समय उसका भाव कुछ और ही निकले ।
उपरोक्त दिये गये विचार मेरे अपने हैं, किसी भी तरह की सोच से प्रेरित नहीं हैं।
छमिहहिं सज्जन मोरि ढिठाई ।
सुनिहहिं बालबचन मन लाई ।।🙏
Good observation
Ye dono ko chhod k tune alag hi ramayan bana di adipurush me . Dhakkan
गुरु जी आप शानदार गीतकार है ✔👍🏆👑
काकभुसुंडी ने रामायण 11 बार और महाभारत 16 बार देखा है और हर बार कुछ अलग ही देखा है
Ramayan that shivji told parvati is written by Tulsidas ji ,and shiv was is always present during every ramayan
Adhyatm Ramayan ❤😊
Lol
That was written by Valmiki ji who lived during Ramayan. Tulsidas loved just a few hundred years ago
Tulsi dash ne apne man se Mahadev ka naam ramcharit mai daala taki sab saty mane
Tulshi dash ne apni mam bhavana se ek alag ramyan rach thi bash😂 or kuch per saty yeh ki valmiki Ramayan hi satya hai❤
तुलसीदास द्वारा रचित श्रीरामचरित बिल्कुल रामानंद सागर के रामायण जैसे है
आपका मतलब मुझे समझ में आ गया आपके द्वारा रचित आदिपुरुष रामायण सत्य और हमारे राम भक्त गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित रामचरितमानस और वाल्मिक जी द्वारा रचित रामायण मिथ्या है कुल मिलाकर फिल्म देखनी है ठीक है देख लूंगा वैसे भी हरि अनंत हरि कथा अनंता कहाइय सुनेय बहु विधि सब सन्ता जो लाइन है गर्ग
Jab se movie dekhi hai khoon khaul raha hai
जय श्री राम जय श्री राम राजा राम
जय श्री राम जय श्री राम राजा राम
Very nice video..
मनोज जी आपसे सविनय विनती हैं कि जितने भी रामायण और रामचरितमानस में जितने भी अन्तर एवं version हैं..सभी पर आप विडियो ज़रूर बनाये 🙏🙏
Sir this is first time when someone is changing his film according to audiance
That's what we want 😘😘😘😘😘😘
छापरि डायलॉग वाले Ramayan movie बनाते समय ये सब mind me नहीं आया था kya manoj.?
Valmiki Ji's Ramayana is very raw and very humane. And yes, his Sri Ram is more aggressive than Tulsidas ji's. Hanuman is known as Hanumat. He also eat meat and its justifiable because he is Khstriye and they do eat meat but it was mentioned that what kind of meat is eatable and what not.
When Sri Ram came to know about his exile, everyone was asking him to stay, even Laxman ji suggests him to revolt against his father because his didn't do anything wrong so why should he be sent to Dandaranya. But the way he consoles everyone is commendable. While reading it i was thinking what kind of man he is, i mean everyone is asking him to stay and everyone is sad but he was so adamant to go to the forest only because he wants to fulfill the vows of his father given to Kaykayee and to find the reason why destiny is conspiring to send him to the forest.
And when Sri Ram tells Ma Sita tha he is exiled, and the way she makes his mind to let her go with her, the whole conversation is i would say very very emotional and cute. Where Sri Ram is saying that there will be lots of hardship, you are not used to it, natural calamities like storm, heat, winter etc etc but Ma Sita says all of these will be more beautiful than royal life because he would be there with her. She will not eat food, will give up her life, and she can't be without him even for a moment, let's forget about 14 years. Its very long conversation which everyone should read.
When Hanumat sees Lanka for the first time and the description of it is very detailed. He also think about to return to other vanars because he was trying very hard but unable to located Maa Sita but he calculates that if he goes back without the information of Maa Sita, everyone, including Everyone in Ayodhya, Kishkidha will give up their lives. So he decides to roam and search for her as long as possible, and if he doesn't find he will give up his life in the shore of Lanka but will not go back to from where he came from.
There are many interesting things like these, and as i said Valmiki's Ramayana is very raw and you will actually feel that all the characters are humans.
wow finally a logical comment
Or in mahashay ne pura Adipurush hi badal diya 😂😂😂
🚩जय जय श्रीराम🚩
अद्भुत और अथाह हैं सत्य सनातन धर्म
आदिपुरुष के डायलॉग और कहानी को मज़ाक बना दिया (तुमने)😡😡😡
Tulsidas ji write
Sita Swayamber leela =Shrimad bhagvatam,Kamba Ram , Adhyatma Ramayan
Hanuman ju as shiv avtar=Shiv puran,skanda puran and also feom sundarkand of Valmiki Ramayan where hanuman ji reffered himself as ishwor(shiva).
Chaya sita= it is mentioned by vedvyas ji in his different work Adhyatma Ramayan, Skanda puran, devu bhagvatam etc.
IT will be BIGGEST APRADH IF WE WILL THINK TULSIDAS JI HAs WRITTEN Ramayan by his imagination . Not even single chaupai he has written on ownself after reading all the Scripture ved , Upanishads,puran , different ramayan work by our rishi he wrote Ramayan .
जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूर्त देखी तिन तैसी। तुलसी के राम, कम्बन के राम, शबरी के राम, कौशल्या और दशरथ के राम, सीता के राम, हनुमान के राम, हरि अनंत हरी कथा अनंता कहहीं सुनहीं बहु विधि सब संता। जय श्री राम जय बजरंग बली
जय गोस्वामी तुलसीदास जी 🙏🚩
जय बाल्मीकि जय 🙏🚩
जय हो जय श्रीराम
Jai shri ram🚩🚩
After watching Adipurus . please comment 👇👇👇👇👇
2M subscribers होने ही वाले हैं एडवांस में बधाई 😊
Ram naam ka Amrit pi kr jeevan sarthak krna hai... Jai shree Ram ❤❤❤
iis fact se rubru krne ke liye thankyou so much sir ❤
🕉 जय श्री राम 🕉 🚩🚩🚩
That's why I only Read Valmiki Ramayan 😊.
Bro those TV series Based On Tulsidas Ramayan Fed up my Mind.
Sir intresting video. Such a valuable topic. Sir one request can u make a video about why valmiki ji and tulsi ji wrote different view in same context. 💐
बहुत-बहुत धन्यवाद यह वीडियो बनाने के लिए इसीलिए तो कहा गया है:- हरी अनंत हरी कथा अनंता
कहहि सुनहि बहु बिधि सब संता
राम सिया राम, सिया राम जै जै राम
राम सिया राम, सिया राम जै जै राम… 🙏🏻😍🙏🏻
After seeing Adipurush's dialog...I start rethinking about your knowledge on Shri Ram...
सरकार आपका बहुत-बहुत धन्यवाद आपने मुझे बाल्मीकि रामायण पढ़ने के लिए प्रेरित किया आपकी इस वीडियो को देखने के बाद मेरे मन में संशय आ गया है इसीलिए मैं देख कर बताऊंगा
जय श्री राम जय जय राम❤❤
बहुत अच्छे से समझाया सर दोनो रामायण रचनाकारों की रामायण के अंतर और एक रुपता को
आखिरी वाली बात बहुत सही है.... फैक्ट और फिगर का सवाल उठा कर ज्ञानी ना बने 😂
राम रस का आनंद प्राप्त करे 🙏 ❤️
जैसे फ़िल्में झूठी और सच्ची होती है फिर भी हम उनका आनंद लेते हैं और उन्हें अपने जीवन में उतारते है... ठीक उसी तरह श्री राम की कथाओं का आनंद ले ❤️
जय श्री राम ❤️ जय हनुमान 😍 🙏
इम्होने जो लिखा वो तो चलो इतिहास है
मगर आपने जो aadipurush मे लिखा वो कलंक है
JAY JAY SHREE RAM 🚩
1994 के आस पास की बात है अरविंद त्रिवेदी जी (रावण का अभिनय करने वाले) अयोध्या हनुमान गढ़ी पर संकट मोचन श्री हनुमान जी महाराज के दर्शन करने आए थे. उस समय रेवती बाबा प्रमुख पुजारी थे. वे अड़ गये, अडिग हो गये की मै इनको किसी भी कीमत पर दर्शन नही करने दूँगा क्योंकि ये हनुमान जी को बार बार मरकट और श्री राम को वन वन भटकता वनवासी कह कर संबोधित करता रहा है।
प्रशासन घुटनों पर बैठ गया था पर पुजारी जी झुके नहीं, त्रिवेदी जी को निराश वापस जाना पड़ा. उधर रावण का अभिनय करने पर त्रिवेदी जी एकदम शून्य शिथिल रहने लगे।
फिर इसके बाद त्रिवेदी जी ने अपने घर के कमरों और दीवारों पर दोहे और चौपाइयाँ लिखवाए, घर के बाहर एक बड़ा सा बोर्ड लगवाया और उस पर लिखवाया "श्री राम दरबार"। तिस पर भी मन मे यह संताप रहने लगा कि मैंने बार बार प्रभु श्री राम को भले ही सीरियल में सही परन्तु अपमानजनक शब्द कहे हैं तो उन्होने हर साल रामायण का पाठ करवाना शुरू कर दिया इसके प्रायश्चित के लिए..!
ये हुआ था रावण का अभिनय करने पर त्रिवेदी जी के जीवन पर प्रभाव..!!
वास्तविक जीवन मे त्रिवेदी जी राम के बहुत बडे़ भक्त थे।
सोचिए, जो राम के भक्त थे उन पर मात्र अभिन
Jai Shree Ram 🙏🏻🙏🏻❤ ❤
कलपभेद हरिचरित सुहाए। भाँति अनेक मुनीसन्ह गाए॥
करिअ न संसय अस उर आनी। सुनिअ कथा सादर रति मानी॥
जय श्री राम
श्रीमन नारायण
हरि बोल
जय श्री राम 🙏🏻🙏🏻🚩
श्रीमान, आदिपुरुष देखने के बाद तो अब आपके मुंह से ये बातें बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगती। आप रहने ही दो बस।
Aapki video se aisa lag rha jaise aap tulsi ki ramyan btaane aaye lekin aapko bta diya jaaye sach to sach hai valmiki ramayan stya baaki sab kacraa hai❤
नमस्कार, मैं अनुज हूं। माफ़ करना, मैं तो इतना ज्ञानी नहीं पर मेरे सवाल है, मुझे यह समझ नहीं आता कि तुलसी जी ने ये सब क्यों लिखा अलग-अलग जब वाल्मीकि रामायण में ये सब नहीं दिया गया। मैं भी (ruclips.net/video/_T_qJMYnpi8/видео.html) इनकी कही हुई वाल्मीकि रामायण सुनता हूँ तो लगता है क्या मैं बरसों से सुन रहा या देख रहा रामायण, ये केवल असत्य प्रतीत होता है। क्या मैं सही रामायण सुन रहा था? मुझे तो आज तक यही लग रहा था, ये दोनों एक हैं।
🙏🙏Jay Shri Ram 🙏🙏
सत्या नाश हो तेरा जिसने ऐसा लिखा है जय श्री राम
Aapki ramayan ko kis ke sath judge krenge atlest tulsidas and valmiki ne maryada Purushottam ram aur uske bhakt hanuman ko bada hi vinamrata ke bhkt bataya hai aapne toh chhichori bhasha ke hanuman bata diye😢
Manoj ji aap se aise umeed na thi, aise dialogues … kya sach me ye aap me likhe h… sir viswash toda h aap me
Jai shree Ram
मैं आपको केवल पहले पहचानता था जानता नहीं था कि आप कौन ho
आपका बहुत बड़ा फैन था, प्रस्तुतीकरण बहुत सुंदर होता है ऐसा सोचता था
परंतु आदिपुरुष मूवी की पटकथा लिखकर आपने वाल्मीकि तुलसीदास के बाद एक नया आदिपुरुष लिखने की कोशिश की जो कि मुझे पसंद नहीं आया l
आप कभी रामचरितमानस पढ़ कर देखो वनवास की बातें सुनकर जो लक्ष्मण जी साथ में जाने की जिद करते हैं उनके कोमल स्वभाव का प्रमाण मिलता हैl
हम रामचरितमानस की दृष्टि से देखते हैं और रावण से भी प्रेम करते हैं l
Jai shree Ram 🙏🏼
🚩🙏जय श्री सीताराम🙏🚩
🚩🙏जय श्री हनुमान🙏🚩
🚩🙏 ॐ नमः शिवाय🙏🚩
Jay shree ram
3:24 Nahi bhaiya ji Ramcharitmanas me bhi Shri Ram ko Hi krodh ata h "
Sunderkand me likha h
बिनय न मानत जलधि जड़ गए तीनि दिन बीति।
बोले राम सकोप तब भय बिनु होइ न प्रीति॥57॥
Jay Jay shree ram
Aur ab inn dono k baad BABA Manoj ki Ramayan jisme Sushain vaidh nai hai, puspak viman nai hai or Lanka sone ki nai hai😉😉🙃🙃
😂😂😂
आपको शर्म नही आई, ब्रह्मांड के नायक परम ब्रह्म परमात्मा को "आदि पुरुष" कहने में ।
अरे कम से कम आपको तो मना करना चाहिए था
आप भी एक ही थाली के चट्टे बट्टे हो लगता है उसी थाली में खाकर उसी में छेद करने की आदत है आपकी भी भैया🙏🙏❌❌❌❌❌❌❌❌❌
Boycott Aaadipurush🇮🇳🇮🇳🇮🇳🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
मैं तो इसी समय इनका चैनल unsubscribe करता हूं क्योंकि जो राम का नहीं वो हमारा क्या होगा जय श्री राम
परब्रह्म का अर्थ पता भी है
@@ndp0414 ईश्वर, भगवान, खुदा, परमात्मा आदि! संसार में जितने भी आस्तिक व्यक्ति हैं उनकी मान्यता है कि संपूर्ण ब्रह्मांड की उत्पत्ति का मूल कारण परमेश्वर अर्थात ईश्वर है!
मैं भी आपको बड़े ध्यान और धैर्य से सुनता हूं ❤️ जय श्री राम 🙏
Shayad Aapne Baap wale dialogues khud likh kar Naye Valmiki ban gye.... Congratulations for spoiling the emotions of people.... Everyone hates u😢