कलेक्टर साहब ने राजकीय कानून के तहत बहुत अच्छी तरह से हर सवाल का जवाब बहुत ही सुझ बुझ से सहनसीलता के साथ दिया है। यही एक अच्छे कलेक्टर साहब की पहचान होतीं हैं।
Bo padhi likhi or qualified h ushne upsc tough exam clear karke Bani h koi udhaigiri sadak chap neta nhi h collector ya psc officers ko training me ethics me good behaviour sikhaya jata h😂😂
ये नेता तो दूर सामान्य इंसान बनने के लायक नही है।इसकी भाषा पूरी तरह निंदनीय है।एक जिले के डी एम के प्रति कैसे शब्दो का प्रयोग कर रहा है।इसको कडी से कडी सजा मिलनी चाहिए।
बहुत बहुत धन्यवाद कलेक्टर साहिबा को एक कम उम्र में है करीब 30 साल की उम्र होगी हमारे बिटिया की उम्र की कलेक्टर साहिबा को बहुत बहुत धन्यवाद नरेश मीणा जो बोल रहा था कि मेहंदी उतरेंगे यह तो नरेश मीणा के बेटी की उम्र की है गांव वालों आप तो जरा सोचते कि एक अच्छे के साथ आप सभी को अच्छे हो रहे हो अगर यह कलेक्टर आपकी बहन है या बेटी होती गांव की तो आप ऐसे बोलते क्या भाई बहन बेटी को भी अपनी बहन बेटी समझो तो ही यह सनातन धर्म करता है और आगे चलेगा
इस मुर्ख नेता को 14 दिन की रिमांड पर दें दिया है कोर्ट ने कोई व्यक्ति अपना आपा खो बैठे और पागलों जैसी हरकत करे और किसी सरकारी अधिकारी को थप्पड़ जड़ दे इस तरह के नेताओ की जगह जेल में ही ठीक है सिरफिरे नेता नरेश मीणा को 14 दिन की रिमांड दी है कोर्ट ने@@Jaisinghrajput8
एसडीएम के थप्पड़ मारना शासन सरकार के थप्पड़ मारने जैसा हे।कठोर कार्यवाही होनी चाहिए।रही बात कलेक्टर की मेहंदी उतारने की तो वे एक लड़की हे एसे शब्द घोर निंदनीय है।सौम्या जी की सूझबूझ संयम को सैल्यूट।
@@Hindianvlog नहीं मालूम। कुछ भी। और हर कुछ मत बोला करो। बड़ा नेता तो बनना ही चाहता है लेकिन तो जनता की आवाज प्रशासन सरकार तक पहुंचाना भी चाहता है जो सरकार और गहरी है गूंगी है और वो जो सीसीटीवी फुटेज में साफ साफ नज़र आ रहा कि किसने गाड़ियां जलाई हैं?किसने शीशे तोड़े हैं?किसने पत्र फेंकें
सर आप के घर में क्या अपराध किया है। बताओ आप कि बकरी चुराई है या किसी के साथ कोई गलत काम किया है। किया हो तो कारण बताओ। में भी आप के साथ हु। नहीं तो तर्क संगत बात करो। दूर दूर तक प्रशासन व sdm shab कि कोई कमी नहीं दिखेगी। कार्यवाही करते हो तो एक तरफा नहीं होनी चाहिए। SDM साहब पहले भी APO Ho चुके हैं। नरेश को अपराधी बनाने से पहले एक बार SDM साहब कि भी हिस्टरी चेक करले। ठीक 1साल पहले कि। नरेश कि हिस्ट्री ओर मुकदमे आम लोगों कि समस्या को प्रशासन व सरकार के सामने लाने का एक इनाम हैं।❤❤🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@@vikashmeena6338agar sdm ne galat kiya toh Iske liye orr dusre upay the prasasan ko dhamki de RHA hai , SDM se marpeet kar RHA hai , anpadh isse law and order bigdta hai
हमारी DM महोदय जी बहुत ही अच्छा काम कर रहे हैं लेकिन Dm साहिब को सच्चाई पता नहीं चल पाई है थप्पड़ मारनेवाली घटना निंदनीय है जड़ तक पहुंचने पर ही लोकतंत्र जिन्दा रह पायेगा
@@Sonamआर्या 1. अगर किसी महिला के हाथ - पैरों में मेहंदी लगी हुई है तो वह कोई भी काम नहीं करती अर्थात अगर वह कहीं चल फिर कर जाएगी तो उसकी मेहंदी खराब हो जाएगी या उतर जाएगी। यही बात नरेश मीणा का रहा था कि जब तक वह कलेक्टर खुद यहां न आ जाए अर्थात उसकी हाथ पैरों की मेहंदी न उतर जाए तब तक मैं..... 2. और जातिवाद की तो बात आप बोलो ही मत ! जिनके पूर्वजों ने लोगों को ऊंच - नीच के आधार पर जातियों में बांटा है वो ही आज बोल रहे हैं की ये लोग जातिवाद करेंगे ! कुछ शर्म बची है या सब मोए मोए हो गया....
अपराधियों का कुछ नहीं बनता है उनको नेताओं का संरक्षण प्राप्त है नेता लोग वोट के लिए कुछ भी कर सकते है इसलिए प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों को भी जनता के साथ रहना चाहिए
एक सरकारी अधिकारी के बारे ये शब्द बोलना अच्छी बात नहीं की वो कलेक्टरनी आयेगी और उसकी मेंहदी यहीं उतरेगी । अब आप ही समझ सकते हो कि जिस आदमी को बोलने की तमीज ना हो वो विधायक का पद कैसे संभाल पाएगा । ये सोचने वाला मुद्दा है।
इस देश का दुर्भाग्य हे ये दल्ले नेता इस देश में हे रही बात जात की तो आरक्षण की भीख पर इतना इतराना और जिला कलेक्टर के लिय इन शब्दों का pryag ये तेरी परवरिश और संस्कार को दर्शाता हे
यह नेता नहीं गुण्डा है इसकी दृष्टि में बहन बेटियों का कुछ सम्मान नहीं है पता नहीं इसको भगवान् ने बेटियां बहने माता दी भी है कि सीधा यह आसमान से उतरा है
मैन मुद्दा तो यह है कि अन्य कैटेगरी वाले लोग एकजुट नहीं होते । पता नहीं उनके अंदर भगवान ने जिगर ओर दिमाग नहीं दिया क्या जिससे कि ऐसे दादागिरी से शासन चलाने की कोशिश करने वाले को जवाब दिया जा सके। क्योंकि नरेश मीणा के पीछे बाबा किरोड़ी जी ओर उनके समर्थकों का साथ होने पर ही उसने यह कदम उठाया है । क्योंकि एकला आदमी कितना ही बलवान ओर शक्तिमान हो ऐसी घटना को अंजाम नहीं दे सकता । प्रदेश वासियों यह मुद्दा सोचनीय है अतः अपनी अपनी राय अवश्य दें।
नरेश मीणा तो दिमाग खराब है परंतु गांव वीडियो भाइयों आपकी भी बहन बेटी होगी वह भी किसी की बहन बेटी है यह बोल रहा है कि उसकी मेहंदी यही उतरेगी यह कहां तक सही है आप खुद समझदार हो ऐसे गुंडे प्रवृत्ति का सपोर्ट क्यों करते हो पूरे गांव का नाश करवा दिया बहुत दर्द होता है एक आदमी के लिए पूरा गांव जला देना यह कहां तक ठीक है
मैडम जी जितनी भी बात है हुई थी समझने की इनको वीडियो ग्राफी करवा के वीडियोग्राफी करवानी थी जो जनता में मैसेज जाए कि हमने पूरी कोशिश की आगे की कार्रवाई नहीं माने तो होगी
एसडीएम साहब ने यह भी बोला है की मैडम ने उन्हें बोला है की कैसे भी करके दो चार वोट म डलवा दीजिए जिस की 100% बॉयकॉट नहीं माना जाएगा तो आप मीडिया वालों मैडम से की 2-4 वोट के बारे में क्यों नहीं पूछ रहे हो क्या कलेक्टर साहिबा से आपको डर लग रहा है
अरे भाई तीन वोट तो जबरदस्ती डाले गए परन्तु बाकी 380वोट मर्जी से डाले गए। उनके ऊपर किसका दबाव था। सभी ने मर्जी से वोट डाले अब कोई कुछ भी कहे। आपके कहने से कुछ नहीं होगा।
@doulatgadhwal2241 भाई वो तो बहिष्कार खुलने के बाद डाले गए हैं उसका तो कोई जिक्र ही नहीं है उसका आप क्यों लोडले रहे हो, जो वास्तविक है उसेपर जिक्र करो।।
अरे चुनाव आयोग का कार्य है vote dlvane ka ......pahle अधिकारी bno फिर जानोगे duty kya hoti hai .... Naresh Meena jse log khudko hi suprime court smjhte ....agr aise neta rajaniti me rhenge toh burayi htegi ya bdegi .......yeh ap ek nagarik bnkr soche ........
Madam, you are not just a clerk; you are a District Magistrate. You should possess the ability to gauge the intensity of any situation. It is unacceptable to claim failure as a DM. If decisions were solely guided by rules, a clerk could excel as an IAS officer by simply reading books and making decisions. However, the true responsibility of an IAS officer lies in understanding the magnitude of events and responding appropriately.
सरकार छः माह से कहा सो रही थीं।समय रहते समस्या का समाधान करना चाहिए। कलेक्टर ने sdm पर पोलिंग चालू करवाने के लिए वोट करवाने का दबाव बनाया गया है और फिर जबरन वोट करवा दिया।
मुझे लगता हैं कि अगर कलेक्टर साहब घटना मौके पर चलें जाते तो उनके साथ भी कुछ बुरा हो सकता था। क्योंकि की नरेश मीना जी के बोल रहे सब्दो व लोगों की भिड व उनके आक्रोश को देखकर यही लगता है कि उनके साथ कुछ बुरा सलूक हो सकता था।
१. अगर डीएम मौके पर चली जाती तो ये हादसा ही नहीं होती । २. सीबीआई उस डीएम के उस दिन के पूरे प्रोग्राम की जाँच करनी चाहिए की डीएम कहा बिजी थी की मौके पर नहीं जा सकी । ३. डीएम एसडीएम समेत उस एरिया के सभी नेता के फ़ोन कॉल की जाँच भी करनी चाहिए सीबीआई को ताकि पता चल सके की ये कहीं किसी की साज़िश तो नहीं थी जिसकी वजह से डीएम माइक पर नहीं गई । ४. जेंट्स पुलिस गाँव वालो के घर में घुसकर लेडीज को संविधान के किस नियम के तहत पीटा? ५. गाँव वालो का घर किसने जलाया? ६. गाँव वालो का गाड़ी किसने जलाया? ७. एसडीएम के फ़ोन कॉल की जाँच होनी चाहिए की उसने जबरदस्ती वोट क्यों डलवाया जैसा की उस गईं की महिला खुलकर मीडिया में अपना बयान दे रही है । ८. डीएम अबतक एक भी बयान नहीं दिया की वो मौके पर किस वजह से नहीं गई । नोट: चुकी इस मामले में पुलिस भी इन्वॉल्व है तो इसकी निष्पक्ष जाँच सिर्फ़ सीबीआई से संभव है लेकिन बीजेपी इसकी इजाज़त नहीं देगी अगर बीजेपी का इसमें इन्वॉल्वमेंट होगा ।
क्रोनोलॉजी समझिए l - देवली उनियारा की सीट हर हाल में जीतने -जिताने की जिम्मेदारी किसकी ? - मालपुरा से MLA और सरकार में ताकतवर मंत्री कन्हैया लाल चौधरी (जाट) की l - टोंक में सुचारु निर्वाचन की जिम्मेदारी किसकी ? - कलेक्टर सौम्या झा (IAS अक्षय गोदारा- जाट की धर्मपत्नी) की । - निर्वाचन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी किसकी ? - एसपी विकास सांगवान (जाट) की l - एरिया मजिस्ट्रेट के बतौर कानून व्यवस्था का जिम्मा किसका ? - RAS अमित चौधरी (जाट) का । - भाई जब लोकतंत्र का मतलब ही जिले जाट द्वारा ,जाटों की लिए हो तो नरेश मीणा को थप्पड़ के लिए उकसाने के पीछे की वजह भी तो समझिए । - पंगा नहीं होता तो बीजेपी सीट नहीं जीतती । सीट नहीं जीतती तो मंत्री की सीट खतरे में होती । कलेक्टर,एसपी की सीट पर कोई गैर जाट आ जाता । इसलिए चुनाव में कार्यकर्ता बनकर भुवा की लाड़ी बनना जरूरी था । नरेश मीणा यही नहीं समझ पाया ।
@@vinaychandrajha7363 उस अधिकारी को कौन सी सजा होनी चाहिए जिसने जबरदस्ती लोगों से वोट डलवाए लोगों की गाड़ियां जलाई लोगों के पर अत्याचार किया न्याय किया लोकतंत्र को ख़त्म करने में उसने अपना जो है अधिकारी होने की ताकत का इस्तेमाल किया
आप मौके पर क्यों नहीं गई बात ये। आप लिखित में नहीं दे सकती थीं, बट आप खुद ये बात तो आप मौके पर जा कर बता सकती थीं।। लोगों के बीच अच्छा सन्देश मिल जाता, विवाद खड़ा नहीं होता, पूरा प्रशासन फेल हुआ है।।
जब पूरा गाँव सामुहिक रूप से voting का बहिष्कार कर रहा था, तो जबरदस्ती voting कराना उचित हैं, क्या ? वैसे कलेक्टर साहेबा पूरी तैयारी के साथ camera के सामने आई हैं।
Tuchiye! thoda bhi pd leta to RAS to pakka ban hi jata...(Reservation se) SDM, ADM, DM ki duty hoti h ki adhik se adhik voting krwayi jaye... Election ke dorane y Chunav Aayog ke karmachari hote h na ki Rajya Sarkar ke
@@veergurjar1485लेकिन मुझे तो तू सबसे बड़ा चुटिया लगा।।। छूट वोट करना और ना करना व्यक्ति का मौलिक अधिकार है। तुझे यह नही पता इंसान की इच्छा के विरोध जबरदस्ती काम करवा ना।। या दबाव डालना।। अनुच्छेद 21 का उलंघन करता है।।।। ।
नरेश मीणा को सजा मिलनी चाहिए क्योंकि भाषा की मर्यादा होनी चाहिए
कलेक्टर साहब ने राजकीय कानून के तहत बहुत अच्छी तरह से हर सवाल का जवाब बहुत ही सुझ बुझ से सहनसीलता के साथ दिया है। यही एक अच्छे कलेक्टर साहब की पहचान होतीं हैं।
इस कलेक्टर को देखो। ये मैडम मुश्किल तीस साल की भी नहीं होगी लेकिन कितनी सुलझी हुई बात कर रही हैं।
Bhai dimag h ... Koi sadak chhap neta thodi h 😂
@z Jaise BJP paanchvi anpadh ko ticket deti haierowines1184
😂 pati jaat hai
@@क्रेजी7 UPSC क्लियर kiya है वो भी बिना रिजर्वेशन के
Bo padhi likhi or qualified h ushne upsc tough exam clear karke Bani h koi udhaigiri sadak chap neta nhi h collector ya psc officers ko training me ethics me good behaviour sikhaya jata h😂😂
महिलाओं का सम्मान न करने वाला , धमकाने वाला लोकतंत्र में एक धब्बा है।
ये नेता नहीं आतंकवादी कहे,जितनी कठोर हो उतनी कठोर कारवाई करे जिला प्रशासन और राजस्थान सरकार।
बालक को जैसे संस्कार बचपन में मिलते हैं वो उसके व्यवहार में झलकता है। इस प्रकरण में संस्कार साफ झलक रहे हैं।
🎉🎉🎉
ये नेता तो दूर सामान्य इंसान बनने के लायक नही है।इसकी भाषा पूरी तरह निंदनीय है।एक जिले के डी एम के प्रति कैसे शब्दो का प्रयोग कर रहा है।इसको कडी से कडी सजा मिलनी चाहिए।
बिल्कुल ऐसा ही होना चाहिए!
I agree with you
बहुत बहुत धन्यवाद कलेक्टर साहिबा को एक कम उम्र में है करीब 30 साल की उम्र होगी हमारे बिटिया की उम्र की कलेक्टर साहिबा को बहुत बहुत धन्यवाद नरेश मीणा जो बोल रहा था कि मेहंदी उतरेंगे यह तो नरेश मीणा के बेटी की उम्र की है गांव वालों आप तो जरा सोचते कि एक अच्छे के साथ आप सभी को अच्छे हो रहे हो अगर यह कलेक्टर आपकी बहन है या बेटी होती गांव की तो आप ऐसे बोलते क्या भाई बहन बेटी को भी अपनी बहन बेटी समझो तो ही यह सनातन धर्म करता है और आगे चलेगा
🎉🎉🎉
बहुत ही अच्छी बात कही है आपने
नरेश मीणा मेंटल केस है। लंबे समय तक अन्दर जायेगा
14दिन की जेल हुई दैनिक भास्कर पढ़ो।
You are a Psychiatrist .
इस मुर्ख नेता को 14 दिन की रिमांड पर दें दिया है कोर्ट ने कोई व्यक्ति अपना आपा खो बैठे और पागलों जैसी हरकत करे और किसी सरकारी अधिकारी को थप्पड़ जड़ दे इस तरह के नेताओ की जगह जेल में ही ठीक है सिरफिरे नेता नरेश मीणा को 14 दिन की रिमांड दी है कोर्ट ने@@Jaisinghrajput8
140 din ki kar dege
तेरा बाप होगा पागल जो गरीबों के लिए लड़ते हैं उन्हें ही आप जैसे लोग पागल बोलते हैं ये बाकी नेता हैं जो क्या दूध के धुले है क्या
अब तक तो नरेश जी की मेहंदी ओर न जाने क्या क्या उतर गया होगा🧐
उनके पिछवाड़े का कलर उतारा जा चूका हैं....😂
😂😂😂😆😆😆
Bilkul saha kaha aapne
Iski mehndi bhi utregi time aane do
एसडीएम के थप्पड़ मारना शासन सरकार के थप्पड़ मारने जैसा हे।कठोर कार्यवाही होनी चाहिए।रही बात कलेक्टर की मेहंदी उतारने की तो वे एक लड़की हे एसे शब्द घोर निंदनीय है।सौम्या जी की सूझबूझ संयम को सैल्यूट।
यह एक आपराधिक भाषा बोलता है कलेक्ट्रेट की मेहंदी उतारने वाली भाषा गलत है. जनसेवक ऐसा नहीं बोलता
Ghatiya mansikta ka gunda kya baat kar sakta hai
Thu thu ese criminals par
वो अपराधी है उत्पात करवा कर बड़ा मीना नेता बनना चाहता हैं
Trmkbsd
@@Hindianvlog नहीं मालूम। कुछ भी। और हर कुछ मत बोला करो। बड़ा नेता तो बनना ही चाहता है लेकिन तो जनता की आवाज प्रशासन सरकार तक पहुंचाना भी चाहता है जो सरकार और गहरी है गूंगी है और वो जो सीसीटीवी फुटेज में साफ साफ नज़र आ रहा कि किसने गाड़ियां जलाई हैं?किसने शीशे तोड़े हैं?किसने पत्र फेंकें
@ समाज जातिवाद में सही और ग़लत आदमी की पहचान नहीं कर पाता है
सर आप के घर में क्या अपराध किया है।
बताओ आप कि बकरी चुराई है या किसी के साथ कोई गलत काम किया है।
किया हो तो कारण बताओ।
में भी आप के साथ हु। नहीं तो तर्क संगत बात करो।
दूर दूर तक प्रशासन व sdm shab कि कोई कमी नहीं दिखेगी। कार्यवाही करते हो तो एक तरफा नहीं होनी चाहिए।
SDM साहब पहले भी APO Ho चुके हैं।
नरेश को अपराधी बनाने से पहले एक बार SDM साहब कि भी हिस्टरी चेक करले।
ठीक 1साल पहले कि।
नरेश कि हिस्ट्री ओर मुकदमे आम लोगों कि समस्या को प्रशासन व सरकार के सामने लाने का एक इनाम हैं।❤❤🙏🙏🙏🙏🙏🙏
अरे ज्ञानी ज्यादा हो गया है
नरेश मीणा ने जो शब्द बोले वो गलत है इस से लगता है वो किस सोच का आदमी है
😂😂😂
@@Narendra29 प्रशासन जब राजकार्य नहीं करेगा तो नरेश मीणा को आगे आना पड़ेगा
@@Bharatrammeena1991aa gya ab age mil gyi tassali 🤣🤣
Road chap neta
@@Bharatrammeena1991mending utregi ye konsi bhasha hai jo ek mahila ke liye yese shabd kanha tak Uchit hai.
इतने दिन से मैं अच्छा इंसान लग रहा था, पर ये तो गुंडा निकला है
तेरा क्या कर दिया
@@vikashmeena6338agar sdm ne galat kiya toh Iske liye orr dusre upay the prasasan ko dhamki de RHA hai , SDM se marpeet kar RHA hai , anpadh isse law and order bigdta hai
Same here
Bilkul sahi kha
Meena he ese hi thodi neta bn jayega pyar se nafrat jo nafrat na faila sake vo Meena nahi 😅😅😅
बहुत सुंदर विचार मेडम ❤
हमारी DM महोदय जी बहुत ही अच्छा काम कर रहे हैं लेकिन Dm साहिब को सच्चाई पता नहीं चल पाई है थप्पड़ मारनेवाली घटना निंदनीय है जड़ तक पहुंचने पर ही लोकतंत्र जिन्दा रह पायेगा
Ara Babu jati mat dekho apa khona wala admi kuch kam ka nahi hai
नरेश मीना अपना आपा खो बेठे. एसे लोगों को सलाखों के पिछे डालना चाहिए. ताकि इस देश मे एसे लोग किसी सरकारी कर्मचारियों पर उंगली नहीं उठाए!
सरकारी पदाधिकारियों को भी औकात में रहना चाहिए। जनता से बड़ा नहीं है
@@Dad1011-l1wसिर्फ जनता के थपड खाने बैठे है क्या वो
kandho ka भाव ज्यादा हो गया
Proud mam soumya jha... And police teams ♥️
सरकार इन गुंडा गर्दी करने वाले लोगों से शक्ती से निपटे
आक्रमक और आक्रोश इतना अच्छा नहीं होता सभ्य भाषा में बाते रखी जा सकती है
राजस्थान में सभी जनजातियों का आरक्षण अकेला मीणा खा गया
तू भी खाले
Ha hum kha gye to kya sabit karna chahata h tu ye bol
Ky kr lega tu😂😂😂
@@sunilmeena308 अपने भील भाईयों का भी ध्यान रखो
Tu bol teri kya samshaya h
0:30 हाथ - पैरों में मेहंदी लगी होना मुहावरे का अर्थ: हाथ - पैरों से कोई काम न कर पाना
Daroga ki power jante ho na vinod.......😂😂😂😂fir ye to dm h........Dm....ke aage pm ko bhi khada rhna pdta h..............
मेहंदी उतारने का मतलब भी बता दे 😢
इतने असभ्य लोगो को जाति वादी चुनते हैं ताकि गुंडागर्दी मचा सके
@@Sonamआर्या 1. अगर किसी महिला के हाथ - पैरों में मेहंदी लगी हुई है तो वह कोई भी काम नहीं करती अर्थात अगर वह कहीं चल फिर कर जाएगी तो उसकी मेहंदी खराब हो जाएगी या उतर जाएगी। यही बात नरेश मीणा का रहा था कि जब तक वह कलेक्टर खुद यहां न आ जाए अर्थात उसकी हाथ पैरों की मेहंदी न उतर जाए तब तक मैं.....
2. और जातिवाद की तो बात आप बोलो ही मत ! जिनके पूर्वजों ने लोगों को ऊंच - नीच के आधार पर जातियों में बांटा है वो ही आज बोल रहे हैं की ये लोग जातिवाद करेंगे ! कुछ शर्म बची है या सब मोए मोए हो गया....
बत्तमीज आदमी है नरेश
अपराधियों का कुछ नहीं बनता है उनको नेताओं का संरक्षण प्राप्त है नेता लोग वोट के लिए कुछ भी कर सकते है इसलिए प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों को भी जनता के साथ रहना चाहिए
एक सरकारी अधिकारी के बारे ये शब्द बोलना अच्छी बात नहीं की वो कलेक्टरनी आयेगी और उसकी मेंहदी यहीं उतरेगी । अब आप ही समझ सकते हो कि जिस आदमी को बोलने की तमीज ना हो वो विधायक का पद कैसे संभाल पाएगा । ये सोचने वाला मुद्दा है।
इस देश का दुर्भाग्य हे ये दल्ले नेता इस देश में हे रही बात जात की तो आरक्षण की भीख पर इतना इतराना और जिला कलेक्टर के लिय इन शब्दों का pryag ये तेरी परवरिश और संस्कार को दर्शाता हे
कलेक्टर की मेंहदी यही उतरेगी ये बात समझ में नहीं आई नरेश मीणा क्या करना चाहते थे
कलेक्टर साहिबा अच्छी लगतीहै। शादी को लेकर खुश है
@@Dad1011-l1wये आपकी बहन होती तो
कोई भी लड़की है और शांतिपूर्ण बात करने वाली है गलत शब्द उसे use नही करने चिये थे
😂@@Dad1011-l1w
मेहंदी उतरने का मतलब बहुत कुछ होता है , ये एक गाली से भी बड़ी बात है, समझने वाले समझ गए
मेहंदी लगी हुई है और मेहंदी यहां उतरेगी शब्दों में रात दिन का अन्तर है
यह तो एक गुंडा है यह जन प्रतिनिधि के लायक ही नहीं इसे तो जेल में सड़ा देना चाहिए?
There should be provision of banning such persons from being public representatives.
यह नेता नहीं गुण्डा है
इसकी दृष्टि में बहन बेटियों का कुछ सम्मान नहीं है
पता नहीं इसको भगवान् ने बेटियां बहने माता दी भी है कि
सीधा यह आसमान से उतरा है
मैन मुद्दा तो यह है कि अन्य कैटेगरी वाले लोग एकजुट नहीं होते । पता नहीं उनके अंदर भगवान ने जिगर ओर दिमाग नहीं दिया क्या जिससे कि ऐसे दादागिरी से शासन चलाने की कोशिश करने वाले को जवाब दिया जा सके।
क्योंकि नरेश मीणा के पीछे बाबा किरोड़ी जी ओर उनके समर्थकों का साथ होने पर ही उसने यह कदम उठाया है । क्योंकि एकला आदमी कितना ही बलवान ओर शक्तिमान हो ऐसी घटना को अंजाम नहीं दे सकता ।
प्रदेश वासियों यह मुद्दा सोचनीय है अतः अपनी अपनी राय अवश्य दें।
इस आदमी को जमानत नहीं मिलनी चाहिए
जमानत भी होगी बाहर भी आएगा और उसका कुछ नहीं होगा
अब वो हारेगा भी इलाज चल रहा हैं उसका 😂😂😂😂और लेलो पंगे प्रशासन से 😂😂😂इनाम तो मिलेगा ही फिर
Tune dekha hai kya
गुड फील्डिंग मैडम वो महिला कर्मचारी क्या बोल रही थीं मैडम पूरा राजस्थान सुन रहा था।
ऐसे व्यक्ति को जनता कैसे स्वीकार करेगी, कभी नहीं करेगी,
गंदी सोच का टुचा सा नेता अपने आप को क्या समझता है सुतो जेल मे डाल कर
Jail m sewa kiya jaa rha h acha s
Khule me hath lagake dikha naresh ko
I salute collector and SDM .
नरेश मीणा तो दिमाग खराब है परंतु गांव वीडियो भाइयों आपकी भी बहन बेटी होगी वह भी किसी की बहन बेटी है यह बोल रहा है कि उसकी मेहंदी यही उतरेगी यह कहां तक सही है आप खुद समझदार हो ऐसे गुंडे प्रवृत्ति का सपोर्ट क्यों करते हो पूरे गांव का नाश करवा दिया बहुत दर्द होता है एक आदमी के लिए पूरा गांव जला देना यह कहां तक ठीक है
Criminal ka sath dene wala criminal se bhi bhad kr hota h to gav wale kaise sahi hue
यह दो बार एपीओ हो चुकी है
तीसरी बार होनी जा रही है
अरे ये क्या नेता बनेगा इसको तो मेंटल हॉस्पिटल भेजों 😂😂😂
😂😂
D M Mam is very good.
Excellent word
जनता देखो कितना सभ्य नेता है इसको जेल के अंदर डालो और पूरे नुकसान की भरपाई इसीसे करवाई मेरी राजस्थान पर शासन से प्रार्थना है
Mam kitne ache se bta rhi h ❤
नरेश ऐसा आदमी नहीं है जैसा मीडिया दिखा रहा है, हा आवेश में उसका शब्द चयन ठीक नहीं था
पधारो म्हारे राजस्थान महिला का सम्मान जिस राज्य में होता है वह महिला कलेक्टर की मेहंदी उतार 'रहे'है पुरुष के बीच में। future राजनेता
निकालो इसकी हेकड़ी अब
वोटिंग के लिए इतना प्रोत्साहन किया कि तीन लोग वोट करने आए। और नरेश मीणा भी तो वोटिंग डलवाने के लिए फोन किए थे डीएम मैडम को
अब नरेश को कोई भी चुनाव नही हरा सकता
मैडम जी जितनी भी बात है हुई थी समझने की इनको वीडियो ग्राफी करवा के वीडियोग्राफी करवानी थी जो जनता में मैसेज जाए कि हमने पूरी कोशिश की आगे की कार्रवाई नहीं माने तो होगी
आगे कुछ भी हो ,परंतु तमाचा अच्छा था😂
एसडीएम साहब ने यह भी बोला है की मैडम ने उन्हें बोला है की कैसे भी करके दो चार वोट म डलवा दीजिए जिस की 100% बॉयकॉट नहीं माना जाएगा तो आप मीडिया वालों मैडम से की 2-4 वोट के बारे में क्यों नहीं पूछ रहे हो क्या कलेक्टर साहिबा से आपको डर लग रहा है
अरे भाई तीन वोट तो जबरदस्ती डाले गए परन्तु बाकी 380वोट मर्जी से डाले गए। उनके ऊपर किसका दबाव था। सभी ने मर्जी से वोट डाले अब कोई कुछ भी कहे। आपके कहने से कुछ नहीं होगा।
@doulatgadhwal2241 भाई वो तो बहिष्कार खुलने के बाद डाले गए हैं उसका तो कोई जिक्र ही नहीं है उसका आप क्यों लोडले रहे हो, जो वास्तविक है उसेपर जिक्र करो।।
@@bharatlal8428iska matlab or sab log vote dalna chahta tha..
Lekin tere najayz baap sabko jabardasti roke hue tha..
अरे चुनाव आयोग का कार्य है vote dlvane ka ......pahle अधिकारी bno फिर जानोगे duty kya hoti hai .... Naresh Meena jse log khudko hi suprime court smjhte ....agr aise neta rajaniti me rhenge toh burayi htegi ya bdegi .......yeh ap ek nagarik bnkr soche ........
Madam, you are not just a clerk; you are a District Magistrate. You should possess the ability to gauge the intensity of any situation. It is unacceptable to claim failure as a DM. If decisions were solely guided by rules, a clerk could excel as an IAS officer by simply reading books and making decisions. However, the true responsibility of an IAS officer lies in understanding the magnitude of events and responding appropriately.
D m साहिब की और विधायक की बोली में बहुत फर्क है
नरेश ने भी तो मोटिवेट ही तो किया था एसडीएम साहब को
चुनाव आयोग को दोषियों के ख़िलाफ़ कठोर कठोर कार्रवाई करनीचाहिए
नरेश मीणा जिस तरह की बहुत ही अभ्रद भाषा का अपने उद्बोधन में चुनाव अधिकारी का प्रयोग कर रहा है उसको कड़ी सजा कानून के हिसाब से सजा जरूर मिलनी चाहिए।
दिन मैं ही अरेस्ट कर लेते तो रात की घटना तो नही होती और अब तक जमानत भी हो जाती
जनता और दंगा करने वाले पत्थरबाजी कर देते तो
उस वक्त फोर्स कम थी
चुनाव रोकना पड़ सकता था क्योंकि उपद्रवी केवल एक बूथ पर ही नहीं थे हर बूथ पर थे । दंगा भी हो सकता था।
नरेश दिल का अच्छा नेता हैं, जनता के लिए वो भावुक होकर लड़ पड़ा
Thanks ias madam, 🎉
सत्ता के दीवाने हैं कुछ कर सकते हैं।
सरकार छः माह से कहा सो रही थीं।समय रहते समस्या का समाधान करना चाहिए। कलेक्टर ने sdm पर पोलिंग चालू करवाने के लिए वोट करवाने का दबाव बनाया गया है और फिर जबरन वोट करवा दिया।
बीजेपी सरकार में आम लोगों की बात प्रशाशन बिल्कुल नहीं सुन रहा है
मुझे लगता हैं कि अगर कलेक्टर साहब घटना मौके पर चलें जाते तो उनके साथ भी कुछ बुरा हो सकता था। क्योंकि की नरेश मीना जी के बोल रहे सब्दो व लोगों की भिड व उनके आक्रोश को देखकर यही लगता है कि उनके साथ कुछ बुरा सलूक हो सकता था।
नरेश मीणा कोरिया किया जाए
जबरदस्ती वोट डलवाया है मैडम झूठ बोल रही है आज खुद उस महिला ने बोला है
एसडीम ने भी बोला है एबीवीपी न्यूज
दबाब में वोट डलवाया है।
kya shaandar attitude n clarity h
नरेश मीणा जी निर्दोष हैं l खाटूश्यामजी सीकर राजस्थान
Kya confidance h collector madam ka...
Sach m intelligent log hi ias hote h .
Salute 🫡 impressed
आप तो सो रही थी मैडम जी, आप तो भजनलाल का भजन कर रही थी।
नरेश मीणा जिंदाबाद
सर्व समाज का हीरो नरेश मीणा जिंदाबाद
ऐसी गुंडा गर्दी का अच्छे से ईलाज होना चाहिए। ताकि राजस्थान में दूसरा केस नहीं हो।
आचार संहिता किसके लिए होती है? को बताओ कलेक्टर साहिबा को भी नहीं मालूम आचार। संहिता भी जनता के हित के लिए ही होती है।जनता का हित सरोपरी है
Pahli to baat yeh, ki 27 saal mein koi
IAS itana aasani se nahin ban pata.
Bina ghus,ya political support ke.
Iski bhi inquiry honi chahiye
लिखित में नहीं तो जाकर एक बार मौखिक ही बोल देती गांव वालों को आश्वाशन हो जाता और वो शायद वोटिंग करने आ जाते।
Wah re motivation ...achchha kiya
Was sdm forcing for voting?
१. अगर डीएम मौके पर चली जाती तो ये हादसा ही नहीं होती ।
२. सीबीआई उस डीएम के उस दिन के पूरे प्रोग्राम की जाँच करनी चाहिए की डीएम कहा बिजी थी की मौके पर नहीं जा सकी ।
३. डीएम एसडीएम समेत उस एरिया के सभी नेता के फ़ोन कॉल की जाँच भी करनी चाहिए सीबीआई को ताकि पता चल सके की ये कहीं किसी की साज़िश तो नहीं थी जिसकी वजह से डीएम माइक पर नहीं गई ।
४. जेंट्स पुलिस गाँव वालो के घर में घुसकर लेडीज को संविधान के किस नियम के तहत पीटा?
५. गाँव वालो का घर किसने जलाया?
६. गाँव वालो का गाड़ी किसने जलाया?
७. एसडीएम के फ़ोन कॉल की जाँच होनी चाहिए की उसने जबरदस्ती वोट क्यों डलवाया जैसा की उस गईं की महिला खुलकर मीडिया में अपना बयान दे रही है ।
८. डीएम अबतक एक भी बयान नहीं दिया की वो मौके पर किस वजह से नहीं गई ।
नोट: चुकी इस मामले में पुलिस भी इन्वॉल्व है तो इसकी निष्पक्ष जाँच सिर्फ़ सीबीआई से संभव है लेकिन बीजेपी इसकी इजाज़त नहीं देगी अगर बीजेपी का इसमें इन्वॉल्वमेंट होगा ।
Bilkul collecter medam aa gyi
ऐसे लोग समाज के कंटक है इन पर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए ।
0:37 naresh meena ne baas aane kaa bolaa tha khi nhi bola ki likhit me aaswash de
0:37 naresh meena me likhit me aaswasn nhi maga tha 🤔
👍🏼👍🏼👍🏼👍🏼 good Naresh Meena jindabad thank you
Collecter sahib ko सरकार सस्पेंड करे, क्योकि घटना का पुरा श्र्ये collecter ko जाता है
चुनाव आयोग को sdm और कलेक्टर पर कार्यवाही करना चाहिए इनको जेल भेज दो इनको बर्खास्त करना चाहिए
She is a brave lady. Long live
D m shaiba is good speak
दिन में गिरफ्तार कर लेते गांव को क्यो उजाड़ा ।। पुलिस प्रशासन जिम्मेदार है ।।
सारा नुकसान की भरपाई पुलिस प्रशासन को करना चाहिए
अकेला नरेश मीणा तो बहिष्कार नहीं कर रहा था जब पूरा गांव बहिष्कार कर रहे थे तो कलेक्टर साहिबा क्यों नहीं पहुंची
इसको तो तुरंत जेल में डालना था
क्या कलेक्टर❤❤
क्रोनोलॉजी समझिए l
- देवली उनियारा की सीट हर हाल में जीतने -जिताने की जिम्मेदारी किसकी ?
- मालपुरा से MLA और सरकार में ताकतवर मंत्री कन्हैया लाल चौधरी (जाट) की l
- टोंक में सुचारु निर्वाचन की जिम्मेदारी किसकी ?
- कलेक्टर सौम्या झा (IAS अक्षय गोदारा- जाट की धर्मपत्नी) की ।
- निर्वाचन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी किसकी ?
- एसपी विकास सांगवान (जाट) की l
- एरिया मजिस्ट्रेट के बतौर कानून व्यवस्था का जिम्मा किसका ?
- RAS अमित चौधरी (जाट) का ।
- भाई जब लोकतंत्र का मतलब ही जिले जाट द्वारा ,जाटों की लिए हो तो नरेश मीणा को थप्पड़ के लिए उकसाने के पीछे की वजह भी तो समझिए ।
- पंगा नहीं होता तो बीजेपी सीट नहीं जीतती । सीट नहीं जीतती तो मंत्री की सीट खतरे में होती । कलेक्टर,एसपी की सीट पर कोई गैर जाट आ जाता । इसलिए चुनाव में कार्यकर्ता बनकर भुवा की लाड़ी बनना जरूरी था । नरेश मीणा यही नहीं समझ पाया ।
O Pglla go..Nrssi
YES
@@Yuvrai96 teri baat se pata chlta h ki teri jal rahi h tum mugalputo se kuch nhi hone wala jato ka
@@Yuvrai96 mugalput ki jal rahi hai
@@siyaramparana1747Tuglakput jhaat ko mstt koota isne pr mja aa gya dkh ke 😂😂
Nice madam
इसे सख्त सजा होनी चाहिए।
@@vinaychandrajha7363 उस अधिकारी को कौन सी सजा होनी चाहिए जिसने जबरदस्ती लोगों से वोट डलवाए लोगों की गाड़ियां जलाई लोगों के पर अत्याचार किया न्याय किया लोकतंत्र को ख़त्म करने में उसने अपना जो है अधिकारी होने की ताकत का इस्तेमाल किया
@@Bharatrammeena1991इस madam ko thoda to pta hona chahiye tha na ki danga hua h to force teyar rakhe, lekin inko to nuksaan karana hi tha😂
सारी कि सारी गलती मैडम की है अगर मौके पर इस समय चली जाती है तो कुछ भी नहीं होता नरेश मीणा निर्दोष है
DM ne SDM ko thappad khane k liye bhej diya😅😅😅
आप मौके पर क्यों नहीं गई बात ये। आप लिखित में नहीं दे सकती थीं, बट आप खुद ये बात तो आप मौके पर जा कर बता सकती थीं।। लोगों के बीच अच्छा सन्देश मिल जाता, विवाद खड़ा नहीं होता, पूरा प्रशासन फेल हुआ है।।
जब पूरा गाँव सामुहिक रूप से voting का बहिष्कार कर रहा था, तो जबरदस्ती voting कराना उचित हैं, क्या ?
वैसे कलेक्टर साहेबा पूरी तैयारी के साथ camera के सामने आई हैं।
Tuchiye! thoda bhi pd leta to RAS to pakka ban hi jata...(Reservation se)
SDM, ADM, DM ki duty hoti h ki adhik se adhik voting krwayi jaye...
Election ke dorane y Chunav Aayog ke karmachari hote h na ki Rajya Sarkar ke
Inka kaam h bhai y to vote dalwana koi y uta kr nhi laaye ghr se vote krne k liye
@@veergurjar1485 जबरदस्ती voting कराना भी इनका काम होता है क्या '
जब ही तो Naresh ने हिसाब बराबर कर दिया
Murkh eska matlab ye nahi he ki logo ko pakad kar vot dalvaye gadhe😂😂😂@@veergurjar1485
@@veergurjar1485लेकिन मुझे तो तू सबसे बड़ा चुटिया लगा।।। छूट वोट करना और ना करना व्यक्ति का मौलिक अधिकार है। तुझे यह नही पता इंसान की इच्छा के विरोध जबरदस्ती काम करवा ना।। या दबाव डालना।। अनुच्छेद 21 का उलंघन करता है।।।। ।
Very confident collector good officer
अगर यह गलत होती तो इतनी उम्र में कलेक्टर नही बनती
Voting ke din kya motivation dete the medium