शंका समाधान होगया यदि नहीं तो पोस्ट में दी ग ई जानकारी के अनुसार अध्ययन करें जी वैसे भी सत्संग में हमेशा बैठने से शारी शंकाएं दूर होती है ,और दृढ़ निश्चय ता आती है फीर आत्म विश्वास बढ़ता है फीर नाम ,,,,,,राधा स्वामी जी ❤
@@SACHINSAINI-cd2ip मुझे इलाज की जरूरत नहीं है आप जैसे पाखंडी बाबाओ के चक्कर में जो पड़े हैं उनको आवश्यकता है इलाज करवाने की और तुम्हारे पाखंडी बाबा को शास्त्रों का कोई ज्ञान नहीं है किसी शास्त्र में भी इन बातों का कोई प्रमाण नहीं है मन मुखी आचरण है ढोंगी है पाखंडी है और जितने भी लोगों के पीछे लगे हैं आंखें बंद करके उनके पीछे चल रहे हैं क्योंकि इनके पास कुछ भी नहीं है यह खाली हाथ है इनका थैला बिल्कुल खाली है ज्ञान में बिल्कुल शून्य है
Radha Soami Ji kulguru pati ji kulmalik gurupitmah ki ji ki daya Radha Soami Ji kulmalik ka naam hi Radha Soami Dayal supreme lok ultimate dimension 💐💞🌹🙏🌹💞💐🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 में स्पष्ट किया है कि जो साधक शास्त्राविधि त्यागकर अपनी इच्छा से मनमाना आचरण करता है यानि जो भक्ति की साधना शास्त्रों में वर्णित नहीं है, उसे करता है तो उसे न तो सुख प्राप्त होता है, न उसे भक्ति शक्ति यानि सिद्धि प्राप्त होती है तथा न उसकी गति यानि मुक्ति होती है।
काल के लोक से निकल कर आगे कहाँ जाओगे उस पार प्रबरम्भ, यानी कबीर साहेब के लोक, यानि सतलोक बिना, सतनाम, और सार नाम काल लोक में ही रह जाओगे जन्मते रहो, मरते रहो, जन्म मरण तो छूटा नहीं गुरु नानक साहेब जी को दो अखर का नाम मिला था गुरुनानक देव जी, श्री गुरुग्रंथ साहेब के राग तिलंग महला 1, पृष्ठ 721 में पूर्ण ब्रह्म कबीर जी की महिमा गाते हुए कहते हैं: यक अर्ज गुफतम पेश तो दर गोश कुन करतार। हक्का कबीर करीम तू बेएब परवरदिगार।।
@@RajinderKumar-ww1qe bhai aapka pacca ho gya ki satlok jaoge. Apne anterman me jhank ke dekho or vichar karo ki kya ho raha hai. Marne ke baad nahi jinda hi pata chalna chahiye.
राधा स्वामी जी की किताब है संतमत प्रकाश भाग 4पेज नम्बर 261उसमे लिखा है कि सोई गुरु पूरा कहावे दोय अखर का वेद वतावे एक छुडाबे एक लखाबे तो प्राणी निज घर को पावे किताब में आप दो अखर की बात करते हो और जपते हो पांच अखर । जे मैं इस लिए कह रहा हूं कि मेरा परिवार भी राधा स्वामी से जुड़ा है , एक मुझे छोड़कर मैं नहीं जुड़ा हुं। कृपया संका का समाधान करें जी ।
@@KamalDas-t5y ek Rampaalji bhi hai bhai vo bhi baat to 2 akhar ki karta hai or japwata hai 7 naam. 5 naam. 3 naam. Or bolta hai in naamo se satlok pahuch jaoge. Chele naam jape ja rahe hai per satlok aaj tak ek bhi nahi gya. koraa pakhand hai. Pariwar ke pichhe mat chalo apni budhi se kaam lo kya sahi hai or kya galat iska faisla aap khud hi kar sakte ho.
Bhai akshar 2 hi hai Ek akshar vo aate hai jo raam karishan shiv ji aise sab mila k 1 akshar vo ho gye Dusra akshar parmatma khud parmatma Ye nakli naam ko shuda k 1 parmatma ko dikha dena
Wo do akkhar har kisi ko thodi bata denge uske liye gyan samajhna padta main khud rampal ji ka chela hun aur ye gyaan aisa hai parmatma ki daya jispe hoti hai usko hi jaldi samajh me aata hai warna acche acche gyaani pade huye hai is duniya me @@Kishanlal-rt9yu
भाई में कोई ज्ञानी तो नहीं हूं। पर इतना समझ गया हूं। यहां क्षर और अक्षर का मतलब शरीर और आत्मा होगा क्षर शरीर को नाशवान कहा गया और अक्षर आत्मा को अविनाशी कहा गया है इसलिए इन दोनों को क्षर अक्षर के हिसाब से गीता जी में बताया है। मतलब वही गुरु पूरा है जो आपके शरीर में आत्मा का ज्ञान करा दे कि आप शरीर नहीं हो आप आत्मा हो अविनाशी हो।
पवित्र गीता जी अध्याय 16 श्लोक 23 में कहा है कि जो मनुष्य शास्त्र विधि को त्याग कर अपनी इच्छा से मनमाना आचरण अर्थात मनमानी भक्ति करते हैं उनको न तो कोई सुख होता है, न कार्य सिद्धि होती है, न ही परम गति(मोक्ष) को प्राप्त होता है अर्थात व्यर्थ है । 2:03 2:03
“पांचों नाम काल के जानो, तब दानी मन शंका आनो” इससे यह प्रमाणित हुआ कि पांचों नाम काल के हैं और पूरा राधास्वामी पंथ काल का पंथ है ना कि दयाल का और रही बात सतपुरुष, अकाल मूर्त, शब्द स्वरूपी राम जाप करने की, तो ये परमात्मा के पर्यायवाची नाम हैं, ना कि परमात्मा प्राप्ति के मंत्र
बाहरी नाम गुरु केवल इसलिए देता है कि की उनको जपते जपते मन शांत हो जाए। चाहे आप कोई भी शब्द ले ले और उसका जाप करते रहे हफ्तों, महीनों, और सालों तक तो वह शब्द भी आपके मन की भाग दौड़ को रोक देगा। लेकिन आप के द्वारा चुने हुए शब्द की एक हद है। वह आप की रूह को ज्यादा आगे तक नहीं ले जा सकता। इसलिए आप को गुरु की जरूरत पड़ती है जो उस हद से आगे ले जाता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता नाम काल का है या किसका मकसद नाम जपने बस इतना है कि जपते जपते नामी अपनी सुध बुध खो दे और उस अंतर में अजपा या अनहद नाद, सार शब्द से जोड़ दे।
@@Ajay-ql7onjaap se ajpa ka safar or ajpa se anhad ka safar or phir anhad se nikalte hi ye 3 khatm. Surat shabd ki pahchaan kiya jaan liya. Kabir ka doha padh liya marm nahi jaana. Surat jab shabd me smaa hi gyi to uska kya fayda. Kyun karen bhakti. Sab pakhand or dhokha agar samaa hi gyi to. Ye khatm hona hua. Ye smaane ka matlab bhi kuchh or hai jo aapko Jan lena chahiye gyani ji.
@@Kishanlal-rt9yu Kabir sahib keh rahe hain anhadh ki pahunch age nahi anhad mar jata khatam ho jata jo khatam hua vo sacha shabd kaise Kabir sahib keh rahe hai Surat samani shabd mein tako kaal na khaye ye konsa shabd hai vichar kare jisne shrishti rachi hai Santo ne usi ko kaal kaha hai ye anhad shab usi kaal ki avaj hai yeh hamare Rishi muni bi sunte the Santo ki bakti alag hai
@@ND-ys3lo kon bhai aur kiska bhai bhai toh tujhe ram pal aur ram rahim ko bolna chahiye jinhone tumhare he bahan batiyo ke sath ganda kand kiya sharm aane chahiye tumhare jaise logo ko jo aankh band karke apne bahan batiyo ko aise babao ke pass bhez dete ho dub maro jaakar chulu bhar pani mai muh deke 😂😂😂😂😂😂😂😂😂
If some one knows about wifi password pls read. Jese wifi ka password internet connect karta hai, voh chahe kuch by ho xyzzyx atozassd etc ese hi parmatma ke koi bhi gunatmak nam like Ram, sham, allah waheguuuruu etc se jo Anam hai jo astitav ki atma ki dhun hai us se connect ho jata hai voh dhun sunai dene lagti hai, par bhut mehnat ke bad rehmat hoti hai, ab passwords yeh theek ya voh theek is se kya farak parta hai, logo ko kya lagta hai Parmatma ko itni bhi samajh nahi ke kise yadd ki ja raha hai, tnx
Ek hi bhram yani ki baghvan yani ki parmatma yani ki sab kuch h dost.... Dusra koi hai hi nahi.... Use jis naam jis roop mai dekhne ki kosis kroge vo usi roop mai darsan denge.. ek naam ek roop mai dradh buddhi krke lag jao... Parmarth jyada sochne ka visay nahi h.. it's all about faith jha fit ho lag jao... Radha Soami mai.. ram Krishan shiv kahi bhi..
" RADHA SOAMIJI " JAISE SCHOOL..COLLEGE..MEIN..YA..KOI BHI KAAM SIKHNE MEIN..TEACHER KI JARURAT HOTI HAI..WAISE HI...NAAM-DAAN KE WORDS MEIN SATGURUJI KI BHAKTI KI TAQAT HOTI ..PHIR..HUM KYON..YOU TUBE..PAR..SANGAT .KO..CONFUSE..KARIEN.JI....PLEASE AAP SANGAT KO SAKHIYAN SUNANE..KI..SEWA KSRIEN.JI.. BAKI AAPKI MARJI...SORRY.JI.
Kripya margdarshan karen. Bas 1 baat samajh nhi aati ki jab alag alag deshon se niklenge toh kya wahan ke swami Alakh niranjan wagarah kya sirf dayaal ke nàam se hi nhi raasta denge. Kya woh dayaal ki shakti ko nhi jaante. End mein toh kaal ke sir par hi kadam(anurag sagar ke anusar) rakh ke jaàna hai.
Bhai bhajan simran karo kyon youtube pe views ke liye matha mar rahe ho. Photo bhi babaji ki lagai hai. Bhajan simran karo aur zyada dimag mat lagao. Agar khud se pohonch sakte to namdan ki jarurat hi kya hai
अभी तक समझ नहीं आया तुम्हारा ये सतलोक ब्रह्मलोक में ही है स्वामीजी महाराज ने जो हिदायतनामा लिखा है वह पूरा ब्रह्मलोक का चित्रण है सारा पैदल का रास्ता बताया है, इसी से जाहिर है ये काल मत है स्वामीजी महाराज ने कहीं नहीं लिखा कि काल के इक्कीस ब्रह्माण्ड हैं उन्हें पता ही नहीं था जबकि हर संत की वाणी में कबीर वाणी में इक्कीस ब्रह्माण्ड ही बताये हैं वहां बिना सतपुरूष के कोई नहीं जा सकता ब्रह्माण्ड की कोई भी आत्मा खुद काल भी ब्रह्माण्ड से बाहर नहीं जा सकता है और स्वामीजी महाराज बिना गुरु के खुद ही कैसे चले गए ये सब काल मार्ग है
Kabir ka guru Ramaband or us se aage chalte jao ek point aisa ayega jiska koi guru nahi hoga. jaise aap shivdyal ka bata rahe ho. Sabke ghar shishe ke hai. Dhyaan rakhna in Radha swami walo ka guru nahi to Garibdaas ji ka parnali dekh lena. Ye 21 brahmnd or Radha swami wale bol rahe hai ye kisi ne nahi dekhe. Aap ne to bilkul nahi. Jab dekhe nahin to dusron ki likhi or suni pe bharosa kyu . Sab dhokha or pakhand or isko jabardast tarike se In Radhaswami walon ne nahi failaya balki ek Rampaal naam ka aadmi ne failaya. Or ab yahi pakhand or bhi failana shuru kar diya rampalji se bhi achhe tarike se.
@@Kishanlal-rt9yu रामानंद जी तो वैष्णव भक्त थे कभी सोचा नहीं कि कबीर इनके गुरू कैसे हुए कबीर का मार्ग तो अलग है दुनियाँ की नजर में रामानंद कबीर के गुरु थे सत्य तो ये था कि कबीर रामानंद के गुरू थे उन्होंने रामानंद को केवल माध्यम बनाया था ये लोग झूठ बोलते हैं अपनी गुरुगद्दी चलाने के लिए सच को छुपा लिया है नानक के भी गुरू कबीर थे उस समय सभी के गुरू कबीर ही थे इन्होंने दादू के गुरू कबीर थे यह भी छुपाया है शिवदयाल हठ योग करके गुरू बने हैं ये काल के लोकों में ही घूमते रहे जो ये सतलोक का वर्णन करते हैं वह असली नहीं है मैं खुद तेरह वर्ष राधास्वामी पंथ में रह चुका हूँ ये केवल कर नैनों दीदार महल में प्यारा है सही मानते हैं जबकि वह इसी ब्रह्माण्ड की जानकारी है
@@premanandpremanand6868 bhai aapne kaal ke lok dekhe hai kya. Sirf suna hai ya padha hai. Agar aap ne nahi dekhe to sab mithya. Jante hai bhi nahin vyakhaan kar rahe hai. Itihaas or shuru se hi kabir panth is baat ki gawahi deta hai ki kabir ka guru Ramanad hi hai. Na to ravidas ji ne kabir ke guru hone ka spast parmaan diya or naa hi Nanak ne. Par hm to Yun hi baate kar rahe hai.
@@premanandpremanand6868 13 saal apne ghar me rahte or maata pita ki seva karte sab kuchh mil jaata. Ek bhut bada dramaa Rampaal ne failaya. Logon ko fasaya ye kaha ke ki kabir mujhe mile or aage shiksha dene ko kaha. Unke guru ne koi hukam nahi diya. Pata kar lo ye to abhi ki baat hai. Kitna bada dhokha or pakhand failaya bhai.
@@Kishanlal-rt9yu हमने तेरह साल घास नहीं खोदी थी साधना की थी शिवदयाल मर कर भूत बना ये राधास्वामी ग्रंथ में स्पष्ट लिखा है कौन संत हुक्का पीता है ये व्यसन जीव को मुक्त होने नहीं देते जब सब जगह से हार जाओ तब रामपाल को आजमाना यूँ खाली मूली स्तुति या निंदा ब्यर्थ है रही माँ बाप की सेवा तो तुम क्या समझते हो हमने सेवा नहीं की हमारी मां खुद भी यही भक्ति करती थी, एक बात को समझना अगर माँ बाप की सेवा से सब कुछ हो जाता है तो श्रवण कुमार को सुना है कितना भयानक अंत हुआ क्या उससे ज्यादा सेवक हो हमें भी उसी परमात्मा की जरूरत है माँ बाप को भी उसी की जरूरत है संसार में कोई किसी को नहीं तार सकता बंधे को बंधा मिले छूटे कौन उपाय कर सेवा निर्बंध की पल में ले छुड़ाय गरीब दास की वाणी है- हम, सुल्तानी, नानक तारे दादू को उपदेश दिया जाति जुलाहा भेद न पाया, काशी मांहि कबीर हुआ! संतों ने ये ग्रंथ आरती उतारने के लिए नहीं लिखे हैं बल्कि ये प्रमाण हैं परमात्मा के भेद के और और उसके भक्तों के किसी ने नहीं कहा कि पांच शब्द से मुक्ति होगी केवल राधास्वामी पंथ में अपना जमाने के लिए फिट किया गया है कबीर साहेब ने ही गरीब दास को बताया कि- हम ही अलख अल्लाह हैं, कुतुब गौस ओ पीर गरीब दास खालिक धनी हमरा नाम कबीर ये नकली गुरुओं ने प्रचार किया कि कबीर संत हैं ये नहीं बताया कि वह स: शरीर आए और स: शरीर चले गए वह प्रकट हुए थे उनका हाड़ मांस का शरीर नहीं था किसी के मारे से नहीं मरे
Sant Rampal ji mahraj ji ap sabhi ko kbir sahib ji ki vaani khol kr achi trharn samjhyenge ap sb samjhne ki koshish kro gurinder ji ap bhi sant rampal ji mahraj ki sarn mei chale jao apka kenshar rog bhi khatm ho jyega kyon ap Maan badai ke chakar mei apna or sari sangt ka jeevan barbaad kr rahe ho sat sahib ji
@@ranai.s.3246 bhai ji Sant rampal ji maharaj ji to jel dham mei apne bhagton ko saran mei lene ke liye gye h jeetne bhi jel ke karmchari h wo parmatma ki punya atma h rahi baat jel ki to asli kaal ki jel mei to hum or ap h sant Rampal ji mahraj ji to hume is kaal ki jel se nikaalne ke liye kitna sanghars kr rahe h itihas gawah h ki duniya walon ne pehle to parmatma ke bheje santon ko shuli par chdha diya killen sare sarir mei thukwa di or jb sant mahtma yanha se chale gyefeer unko pujne lage kya fayada jo samya rehte sant ki sarn mei nhi gye st sahib ji
Aisa kahi kuch bhi nahi hai. Sirf logo ko bhatkaya gaya hai. Koi bhi naam japne se aap kahi bhi nahi pahuch paoge. Sirf janmo janam bhatkte rahoge. Yeh sab Spiritual Business hai.
😂😂 lol ये कबीर साहिब ने कब किताब लिखी भाई😂😂 बाकि काल का तो ठीक उदाहरण है सतलोक परब्राहम तिरुकुटी सेहस्तदल कमल ये ईश्वर रचना है जिसको माया भी कह सकते है इसको मैनेज करने वाले ब्रह्मा विष्णु महेश सतयुग त्रेता द्वापर और कलयुग काल है
शंका समाधान होगया यदि नहीं तो पोस्ट में दी ग ई जानकारी के अनुसार अध्ययन करें जी वैसे भी सत्संग में हमेशा बैठने से शारी शंकाएं दूर होती है ,और दृढ़ निश्चय ता आती है फीर आत्म विश्वास बढ़ता है फीर नाम ,,,,,,राधा स्वामी जी ❤
Radhaswami ji
❤Radha soami baba ji 🙏
Radha Soami Ji babaji ❤
प्रणाम गुरूजी राधास्वामी जी
दयाल का नाम है कबीर साहेब है निज धाम सत लोक है।।सत साहेब।।
Sat sahib beech men kahan ghasorr diya radha suwami kaho
@@jagtarsingh1772 राधास्वामी शैतान है सप्त साहब ही सत्य पुरुष है
Saty vachan bagat ji 🙏🏼
Satya hai bilkul
Radhsoami ji
Radha swami mere shabd guru byas Wale baba ji 🙏🙏💯❤❤❤
Radha Swami Ji🙏🙏
गरीब,हम सुल्तानी नानक तारे दादू को उपदेश दिया जाता जुलाहा भेद न पाया काशी में कबीर हुआ 🙏🪴🙇🪴🙏
मनमुख कहानी है शास्त्रों में इसका इस प्रकार से कोई प्रमाण नहीं मिलता
ilaj j ki sakt jarurat h tumhe. 😂😂😂😮😮😮😮😮😂😂😂😂😂😅😅😅😅😅😅😂😂😂😂😂😂
Tumara guru b bevkuf aour tum lok to pake hee bevkuf ho sakal tumare gur kee dekhi kaisi hai dongi kee hindi usko parrne nahi aati galt malat parrta
@@SACHINSAINI-cd2ip मुझे इलाज की जरूरत नहीं है आप जैसे पाखंडी बाबाओ के चक्कर में जो पड़े हैं उनको आवश्यकता है इलाज करवाने की और तुम्हारे पाखंडी बाबा को शास्त्रों का कोई ज्ञान नहीं है किसी शास्त्र में भी इन बातों का कोई प्रमाण नहीं है मन मुखी आचरण है ढोंगी है पाखंडी है और जितने भी लोगों के पीछे लगे हैं आंखें बंद करके उनके पीछे चल रहे हैं क्योंकि इनके पास कुछ भी नहीं है यह खाली हाथ है इनका थैला बिल्कुल खाली है ज्ञान में बिल्कुल शून्य है
@@SACHINSAINI-cd2ip इनको ये भी नहीं पता कि राधा स्वामी क्या है😂🤣🤣🤣😂😂😂😂😂😂🤣🤣🤣
Radha swami baba ji ❤
Radha Soami Ji baba ji 🙏
Radha Soami Ji
Radha Soami Baba Ji👏💖✨️
🙏 Radha Soami Ji 🙏
Radhaswami ji ❤
Radha Soami Ji kulguru pati ji kulmalik gurupitmah ki ji ki daya Radha Soami Ji kulmalik ka naam hi Radha Soami Dayal supreme lok ultimate dimension 💐💞🌹🙏🌹💞💐🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 में स्पष्ट किया है कि जो साधक शास्त्राविधि त्यागकर अपनी इच्छा से मनमाना आचरण करता है यानि जो भक्ति की साधना शास्त्रों में वर्णित नहीं है, उसे करता है तो उसे न तो सुख प्राप्त होता है, न उसे भक्ति शक्ति यानि सिद्धि प्राप्त होती है तथा न उसकी गति यानि मुक्ति होती है।
Parmatma se sirf parmatma mangna chaliye
Radhaswami ji
Radha Soami Baba Ji 🙏
Radhaswami baba ji sadar pranam dhamtari Chhattisgarh vikash Kumar
RADHA SOAMIJI ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
बेतुकी बातें हैं यह सब । बस मन की उपज से ।
Radha Soami Ji 🙏
Radha Soami ji 🙏🙏
काल के लोक से निकल कर आगे कहाँ जाओगे उस पार प्रबरम्भ, यानी कबीर साहेब के लोक, यानि सतलोक बिना, सतनाम, और सार नाम
काल लोक में ही रह जाओगे जन्मते रहो, मरते रहो, जन्म मरण तो छूटा नहीं
गुरु नानक साहेब जी को दो अखर का नाम मिला था
गुरुनानक देव जी, श्री गुरुग्रंथ साहेब के राग तिलंग महला 1, पृष्ठ 721 में पूर्ण ब्रह्म कबीर जी की महिमा गाते हुए कहते हैं:
यक अर्ज गुफतम पेश तो दर गोश कुन करतार।
हक्का कबीर करीम तू बेएब परवरदिगार।।
@@RajinderKumar-ww1qe bhai aapka pacca ho gya ki satlok jaoge. Apne anterman me jhank ke dekho or vichar karo ki kya ho raha hai. Marne ke baad nahi jinda hi pata chalna chahiye.
राधा स्वामी जी
राधा स्वामी जी ❤
Radha swami ji❤❤❤
Radha swami ji 🙏 dhanyvad ji🙏
सतनाम और सरनाम के बिना कुंभ भी मोक्ष nhi ho सकता
कोई सिर पैर नहीं।
राधा स्वामी जी की किताब है संतमत प्रकाश भाग 4पेज नम्बर 261उसमे लिखा है कि सोई गुरु पूरा कहावे दोय अखर का वेद वतावे एक छुडाबे एक लखाबे तो प्राणी निज घर को पावे किताब में आप दो अखर की बात करते हो और जपते हो पांच अखर । जे मैं इस लिए कह रहा हूं कि मेरा परिवार भी राधा स्वामी से जुड़ा है , एक मुझे छोड़कर मैं नहीं जुड़ा हुं। कृपया संका का समाधान करें जी ।
@@KamalDas-t5y ek Rampaalji bhi hai bhai vo bhi baat to 2 akhar ki karta hai or japwata hai 7 naam. 5 naam. 3 naam. Or bolta hai in naamo se satlok pahuch jaoge. Chele naam jape ja rahe hai per satlok aaj tak ek bhi nahi gya.
koraa pakhand hai. Pariwar ke pichhe mat chalo apni budhi se kaam lo kya sahi hai or kya galat iska faisla aap khud hi kar sakte ho.
Bhai akshar 2 hi hai
Ek akshar vo aate hai jo raam karishan shiv ji aise sab mila k 1 akshar vo ho gye
Dusra akshar parmatma khud parmatma
Ye nakli naam ko shuda k 1 parmatma ko dikha dena
Wo do akkhar har kisi ko thodi bata denge uske liye gyan samajhna padta main khud rampal ji ka chela hun aur ye gyaan aisa hai parmatma ki daya jispe hoti hai usko hi jaldi samajh me aata hai warna acche acche gyaani pade huye hai is duniya me @@Kishanlal-rt9yu
भाई में कोई ज्ञानी तो नहीं हूं। पर इतना समझ गया हूं। यहां क्षर और अक्षर का मतलब शरीर और आत्मा होगा क्षर शरीर को नाशवान कहा गया और अक्षर आत्मा को अविनाशी कहा गया है इसलिए इन दोनों को क्षर अक्षर के हिसाब से गीता जी में बताया है। मतलब वही गुरु पूरा है जो आपके शरीर में आत्मा का ज्ञान करा दे कि आप शरीर नहीं हो आप आत्मा हो अविनाशी हो।
पवित्र गीता जी अध्याय 16 श्लोक 23 में कहा है कि जो मनुष्य शास्त्र विधि को त्याग कर अपनी इच्छा से मनमाना आचरण अर्थात मनमानी भक्ति करते हैं उनको न तो कोई सुख होता है, न कार्य सिद्धि होती है, न ही परम गति(मोक्ष) को प्राप्त होता है अर्थात व्यर्थ है । 2:03 2:03
Radha swami Baba ji
“पांचों नाम काल के जानो, तब दानी मन शंका आनो”
इससे यह प्रमाणित हुआ कि पांचों नाम काल के हैं और पूरा राधास्वामी पंथ काल का पंथ है ना कि दयाल का और रही बात सतपुरुष, अकाल मूर्त, शब्द स्वरूपी राम जाप करने की, तो ये परमात्मा के पर्यायवाची नाम हैं, ना कि परमात्मा प्राप्ति के मंत्र
जर्रे जर्रे में ब्रह्म है महराज
Radha soami dayal ki dya radha soami ji sahai ❤🙏
Hu. Kurbaney. Jahu. Tina. K. ❤. Len. Jo. Tera. Nahu. ❤. Radha. Soami. ❤. Baba. Je. ❤
Radha Soami Ji
Radha soami
AI
Koti naam sansaar mein tinte mukti na hoye mul naam jo gupt hai jane virla koye vani kabir sahib
बाहरी नाम गुरु केवल इसलिए देता है कि की उनको जपते जपते मन शांत हो जाए। चाहे आप कोई भी शब्द ले ले और उसका जाप करते रहे हफ्तों, महीनों, और सालों तक तो वह शब्द भी आपके मन की भाग दौड़ को रोक देगा। लेकिन आप के द्वारा चुने हुए शब्द की एक हद है। वह आप की रूह को ज्यादा आगे तक नहीं ले जा सकता। इसलिए आप को गुरु की जरूरत पड़ती है जो उस हद से आगे ले जाता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता नाम काल का है या किसका मकसद नाम जपने बस इतना है कि जपते जपते नामी अपनी सुध बुध खो दे और उस अंतर में अजपा या अनहद नाद, सार शब्द से जोड़ दे।
Jaap mare ajpa mare anhadh bi mar jaye Surat samani shabd mein tako kaal na khaye
Sidh sadh tridev adhi le panch shabd mein atke mudra sadh rahe ghat bitar fir aundhe muh latke uske age bedh hamara vani Kabir sahib ji
@@Ajay-ql7onjaap se ajpa ka safar or ajpa se anhad ka safar or phir anhad se nikalte hi ye 3 khatm. Surat shabd ki pahchaan kiya jaan liya. Kabir ka doha padh liya marm nahi jaana. Surat jab shabd me smaa hi gyi to uska kya fayda. Kyun karen bhakti. Sab pakhand or dhokha agar samaa hi gyi to. Ye khatm hona hua. Ye smaane ka matlab bhi kuchh or hai jo aapko Jan lena chahiye gyani ji.
@@Kishanlal-rt9yu Kabir sahib keh rahe hain anhadh ki pahunch age nahi anhad mar jata khatam ho jata jo khatam hua vo sacha shabd kaise Kabir sahib keh rahe hai Surat samani shabd mein tako kaal na khaye ye konsa shabd hai vichar kare jisne shrishti rachi hai Santo ne usi ko kaal kaha hai ye anhad shab usi kaal ki avaj hai yeh hamare Rishi muni bi sunte the Santo ki bakti alag hai
Radhasoami ji
Radha Swami ji
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🤍🤍🤍🙏🙏🙏 thanks 👍👍
लोगो को ब्राहमित करने कि लिए बहुत बहुत dhanyawaad😂😂😂
Tu bhi ram pal jail wale bhakt hai kya 😂😂😂😂
@@ND-ys3lo kon bhai aur kiska bhai bhai toh tujhe ram pal aur ram rahim ko bolna chahiye jinhone tumhare he bahan batiyo ke sath ganda kand kiya sharm aane chahiye tumhare jaise logo ko jo aankh band karke apne bahan batiyo ko aise babao ke pass bhez dete ho dub maro jaakar chulu bhar pani mai muh deke 😂😂😂😂😂😂😂😂😂
Doosre ki burai karne se acha hai jis ko bhi mano sache man se maano
0:39 👆👆👆👆👆
हम सब बिना बोलते गुड़ खाएं पूछो तो क्या कहेंगे गु गु गु गु गु
Janbujh sachi taje kare juthe se NEH ta ki sangat he prabu sawapan me bi na seh
Rampal ji ko jail se fursat mil gaye k uske undhbagat ko samjhao jo jaise karni karta h usko wohi milta h
पंचू नाम काल के हैं इसमें दयाल का कोई नाम नहीं है और काल के नाम भी विशेष विधि से जपने होते हैं वह विधि भी इनके पास नहीं है यह फ्रॉड पंथ है
Param dhani shivdayal Ji Maharaj marne ke bad moksh ki jagah balki bhoot Bankar apni shishya mein bolate Hain
If some one knows about wifi password pls read. Jese wifi ka password internet connect karta hai, voh chahe kuch by ho xyzzyx atozassd etc ese hi parmatma ke koi bhi gunatmak nam like Ram, sham, allah waheguuuruu etc se jo Anam hai jo astitav ki atma ki dhun hai us se connect ho jata hai voh dhun sunai dene lagti hai, par bhut mehnat ke bad rehmat hoti hai, ab passwords yeh theek ya voh theek is se kya farak parta hai, logo ko kya lagta hai Parmatma ko itni bhi samajh nahi ke kise yadd ki ja raha hai, tnx
वेसे सारवचन में लिखा है - श्री कृष्ण श्री राम काल है ??
परन्तु यह तो काल के पुत्र के अवतार है
@@naveenkhatkar4875 - आप राधा स्वामी हो - ओर आप राम श्री कृष्ण को काल मानते हैं ❓❓
@@naveenkhatkar4875 तो आप राधा स्वामी वाले - श्री कृष्ण श्री राम को काल मानते हैं ❓❓
😂😂😂😂😂😂😂
Ek hi bhram yani ki baghvan yani ki parmatma yani ki sab kuch h dost.... Dusra koi hai hi nahi.... Use jis naam jis roop mai dekhne ki kosis kroge vo usi roop mai darsan denge.. ek naam ek roop mai dradh buddhi krke lag jao... Parmarth jyada sochne ka visay nahi h.. it's all about faith jha fit ho lag jao... Radha Soami mai.. ram Krishan shiv kahi bhi..
Naam padne likhne main nhi aata hai woh pooran sant jo takat transfer karta hai use naam bol diya
" RADHA SOAMIJI " JAISE SCHOOL..COLLEGE..MEIN..YA..KOI BHI KAAM SIKHNE MEIN..TEACHER KI JARURAT HOTI HAI..WAISE HI...NAAM-DAAN KE WORDS MEIN SATGURUJI KI BHAKTI KI TAQAT HOTI ..PHIR..HUM KYON..YOU TUBE..PAR..SANGAT
.KO..CONFUSE..KARIEN.JI....PLEASE AAP SANGAT KO SAKHIYAN SUNANE..KI..SEWA KSRIEN.JI..
BAKI AAPKI MARJI...SORRY.JI.
राधा स्वामी बहन, इस वीडियो में कंफ्यूजन दूर करने की कोशिश की गई है , आप दूसरे कमेंटेटर को पड़ेंगे तो, वह क्या सोचते हैं ।
नकली बात क्यूं करते हो काल का ही नाम जपा तो दयाल के सत लोक कैसे पहुच पाओगे😂
Kripya margdarshan karen. Bas 1 baat samajh nhi aati ki jab alag alag deshon se niklenge toh kya wahan ke swami Alakh niranjan wagarah kya sirf dayaal ke nàam se hi nhi raasta denge. Kya woh dayaal ki shakti ko nhi jaante. End mein toh kaal ke sir par hi kadam(anurag sagar ke anusar) rakh ke jaàna hai.
Shiv Diyal ka guru kon h Radha to Shiv dyal ki wife ka naam tha
Jaap mare ajpa mare anhadh bi mar jaye Surat samani shabd mein tako kaal na khaye
Khand Brejmand galaxy to krodo hai kha kha ...... Doondge aap panch pe hi poora kar diya
Bhai bhajan simran karo kyon youtube pe views ke liye matha mar rahe ho. Photo bhi babaji ki lagai hai. Bhajan simran karo aur zyada dimag mat lagao. Agar khud se pohonch sakte to namdan ki jarurat hi kya hai
दो अखर है,, नानक जी की वाणी को तो सही मानो, महापुरशो ki waani hai ye
Paancho naam kal ke hai Kabir is god
इतनी बात तो राधा स्वामी बाबा भी नही बताता जितनी तूने कबीर की साखी से बोल दी 😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
Yeh apne jail wale ram pal se puch lena jab bahar aaega 😂😂😂😂😂😂😂😂
@@KamalSharma-k1jChacha Rampal satlok Mein Hai unhen aaram se Vishram Karne Do Bhai😂😂😂😂
कही की ईंट कही का रोड़ा राधास्वामी ने कुनबा जोड़ा नकली गुरु नकली ज्ञान और नकली शंका समाधान
Asli rampal hai kya
राजेश,,, जूता कहा है मेरा। 😮😮😮
Rampal ka chela 😂😂😂😂😂
हा जी रामपाल जी ही असली गुरु हैं
@@h.c4960 guru koi bhi ho beijjati nhi krni chahy
अभी तक समझ नहीं आया तुम्हारा ये सतलोक ब्रह्मलोक में ही है स्वामीजी महाराज ने जो हिदायतनामा लिखा है वह पूरा ब्रह्मलोक का चित्रण है सारा पैदल का रास्ता बताया है, इसी से जाहिर है ये काल मत है स्वामीजी महाराज ने कहीं नहीं लिखा कि काल के इक्कीस ब्रह्माण्ड हैं उन्हें पता ही नहीं था जबकि हर संत की वाणी में कबीर वाणी में इक्कीस ब्रह्माण्ड ही बताये हैं वहां बिना सतपुरूष के कोई नहीं जा सकता ब्रह्माण्ड की कोई भी आत्मा खुद काल भी ब्रह्माण्ड से बाहर नहीं जा सकता है और स्वामीजी महाराज बिना गुरु के खुद ही कैसे चले गए ये सब काल मार्ग है
Kabir ka guru Ramaband or us se aage chalte jao ek point aisa ayega jiska koi guru nahi hoga. jaise aap shivdyal ka bata rahe ho. Sabke ghar shishe ke hai. Dhyaan rakhna in Radha swami walo ka guru nahi to Garibdaas ji ka parnali dekh lena. Ye 21 brahmnd or Radha swami wale bol rahe hai ye kisi ne nahi dekhe. Aap ne to bilkul nahi. Jab dekhe nahin to dusron ki likhi or suni pe bharosa kyu . Sab dhokha or pakhand or isko jabardast tarike se In Radhaswami walon ne nahi failaya balki ek Rampaal naam ka aadmi ne failaya. Or ab yahi pakhand or bhi failana shuru kar diya rampalji se bhi achhe tarike se.
@@Kishanlal-rt9yu रामानंद जी तो वैष्णव भक्त थे कभी सोचा नहीं कि कबीर इनके गुरू कैसे हुए कबीर का मार्ग तो अलग है दुनियाँ की नजर में रामानंद कबीर के गुरु थे सत्य तो ये था कि कबीर रामानंद के गुरू थे उन्होंने रामानंद को केवल माध्यम बनाया था ये लोग झूठ बोलते हैं अपनी गुरुगद्दी चलाने के लिए सच को छुपा लिया है नानक के भी गुरू कबीर थे उस समय सभी के गुरू कबीर ही थे इन्होंने दादू के गुरू कबीर थे यह भी छुपाया है शिवदयाल हठ योग करके गुरू बने हैं ये काल के लोकों में ही घूमते रहे जो ये सतलोक का वर्णन करते हैं वह असली नहीं है मैं खुद तेरह वर्ष राधास्वामी पंथ में रह चुका हूँ ये केवल कर नैनों दीदार महल में प्यारा है सही मानते हैं जबकि वह इसी ब्रह्माण्ड की जानकारी है
@@premanandpremanand6868 bhai aapne kaal ke lok dekhe hai kya. Sirf suna hai ya padha hai. Agar aap ne nahi dekhe to sab mithya. Jante hai bhi nahin vyakhaan kar rahe hai. Itihaas or shuru se hi kabir panth is baat ki gawahi deta hai ki kabir ka guru Ramanad hi hai. Na to ravidas ji ne kabir ke guru hone ka spast parmaan diya or naa hi Nanak ne. Par hm to Yun hi baate kar rahe hai.
@@premanandpremanand6868 13 saal apne ghar me rahte or maata pita ki seva karte sab kuchh mil jaata. Ek bhut bada dramaa Rampaal ne failaya. Logon ko fasaya ye kaha ke ki kabir mujhe mile or aage shiksha dene ko kaha. Unke guru ne koi hukam nahi diya. Pata kar lo ye to abhi ki baat hai. Kitna bada dhokha or pakhand failaya bhai.
@@Kishanlal-rt9yu हमने तेरह साल घास नहीं खोदी थी साधना की थी शिवदयाल मर कर भूत बना ये राधास्वामी ग्रंथ में स्पष्ट लिखा है कौन संत हुक्का पीता है ये व्यसन जीव को मुक्त होने नहीं देते जब सब जगह से हार जाओ तब रामपाल को आजमाना यूँ खाली मूली स्तुति या निंदा ब्यर्थ है रही माँ बाप की सेवा तो तुम क्या समझते हो हमने सेवा नहीं की हमारी मां खुद भी यही भक्ति करती थी, एक बात को समझना अगर माँ बाप की सेवा से सब कुछ हो जाता है तो श्रवण कुमार को सुना है कितना भयानक अंत हुआ क्या उससे ज्यादा सेवक हो हमें भी उसी परमात्मा की जरूरत है माँ बाप को भी उसी की जरूरत है संसार में कोई किसी को नहीं तार सकता
बंधे को बंधा मिले छूटे कौन उपाय
कर सेवा निर्बंध की पल में ले छुड़ाय
गरीब दास की वाणी है-
हम, सुल्तानी, नानक तारे दादू को उपदेश दिया
जाति जुलाहा भेद न पाया, काशी मांहि कबीर हुआ!
संतों ने ये ग्रंथ आरती उतारने के लिए नहीं लिखे हैं बल्कि ये प्रमाण हैं परमात्मा के भेद के और और उसके भक्तों के किसी ने नहीं कहा कि पांच शब्द से मुक्ति होगी केवल राधास्वामी पंथ में अपना जमाने के लिए फिट किया गया है कबीर साहेब ने ही गरीब दास को बताया कि-
हम ही अलख अल्लाह हैं, कुतुब गौस ओ पीर
गरीब दास खालिक धनी हमरा नाम कबीर
ये नकली गुरुओं ने प्रचार किया कि कबीर संत हैं ये नहीं बताया कि वह स: शरीर आए और स: शरीर चले गए वह प्रकट हुए थे उनका हाड़ मांस का शरीर नहीं था किसी के मारे से नहीं मरे
Iska ka to kunba hi nahi h is se puncho Rampal ka kaun sa kunba h
Feer barma deya ....bta kar be ke kaal ka jaap ..pta chla ga to log chla jya ga .....or kaal ka bta kar be bhrma deya ...wao thago ..
नकली गुरु नकली ज्ञान😂
Sant Rampal ji mahraj ji ap sabhi ko kbir sahib ji ki vaani khol kr achi trharn samjhyenge ap sb samjhne ki koshish kro gurinder ji ap bhi sant rampal ji mahraj ki sarn mei chale jao apka kenshar rog bhi khatm ho jyega kyon ap Maan badai ke chakar mei apna or sari sangt ka jeevan barbaad kr rahe ho sat sahib ji
Rajpal ji toh khud jail mai hai vo duston ko kya nikalenge😂
@@ranai.s.3246 bhai ji Sant rampal ji maharaj ji to jel dham mei apne bhagton ko saran mei lene ke liye gye h jeetne bhi jel ke karmchari h wo parmatma ki punya atma h rahi baat jel ki to asli kaal ki jel mei to hum or ap h sant Rampal ji mahraj ji to hume is kaal ki jel se nikaalne ke liye kitna sanghars kr rahe h itihas gawah h ki duniya walon ne pehle to parmatma ke bheje santon ko shuli par chdha diya killen sare sarir mei thukwa di or jb sant mahtma yanha se chale gyefeer unko pujne lage kya fayada jo samya rehte sant ki sarn mei nhi gye st sahib ji
Woh to kudh apne kokarmo ka fall bhog raha hain jail ki bandi mein tumara dongi or pakhandi rampal ..🤣🤣🤣🤣😂😂😂😂
Jo khud ko jel sending nikal skta wo kya kisi ko 84 se nikalega
Pagal pan bnd kro bhaisahab
@@ranai.s.3246😂😂😂😂
Aisa kahi kuch bhi nahi hai. Sirf logo ko bhatkaya gaya hai. Koi bhi naam japne se aap kahi bhi nahi pahuch paoge. Sirf janmo janam bhatkte rahoge. Yeh sab Spiritual Business hai.
rssb trust k Bare me puri jankari ekkaththa Karo phir Jo sach hain unko swikar karo❤
😂😂 lol ये कबीर साहिब ने कब किताब लिखी भाई😂😂
बाकि काल का तो ठीक उदाहरण है
सतलोक
परब्राहम
तिरुकुटी
सेहस्तदल कमल ये ईश्वर रचना है जिसको माया भी कह सकते है इसको मैनेज करने वाले ब्रह्मा विष्णु महेश
सतयुग त्रेता द्वापर और कलयुग काल है
Anurag Sagar is a famous book by Kabir Ji, You can buy this book from Veldiyar Press or Gita Press-Gorakhpur or Nai Sadak, Delhi
Radha Soami Ji
Radha Swami ji