Dil Ka Diya Jala Ke Gaya-karaoke
HTML-код
- Опубликовано: 7 сен 2024
- 1965 की फणी मजुमदार की “आकाशदीप” 60s के दशक की ज़्यादातर फिल्मों की तरह घरेलु रिश्तों के तानों बानों पर आधारित फिल्म थी. कुछ हद तक इसे एक multi-starrer भी कह सकते हैं. हालांकि धर्मेन्द्र तब सुपर स्टार नहीं बने थे. पर उस दौर में ऐसी कई फ़िल्में बनीं जिन का दारोमदार सशक्त कहानी से ज्यादा गीत संगीत पर होता था. यहाँ संगीत का जलवा बिखेरा चित्रगुप्त साहब ने. “दिल का दिया जलाके गया”, “मुझे दर्द-ए-दिल का पता न था, मुझे आप किस लिए मिल गए”, “मिले तो फिर झुके नहीं नज़र वही प्यार की” जैसे मधुर गीत चित्रगुप्त जी ने दिए. चूँकि चित्रगुप्त जी किसी विशेष पैटर्न के संगीत के लिए कभी मशहूर नहीं हुए, उन के साथ गाने वाले गायकों, ख़ासकर लता दीदी को कभी किसी पैटर्न को follow नहीं करना पड़ा. इस लिए चित्रगुप्त जी के साथ लता दीदी पूरी आज़ादी के साथ गाती थीं. प्रस्तुत गीत “दिल का दिया जलाके गया” इसकी मिसाल है. बहुत ही मधुर अंदाज़ में गाया है लता जी ने. और चित्रगुप्त साहब का बड़प्पन देखिए.. बिलकुल नाम मात्र के instruments और वो भी इतने सौम्य soft कि केवल लता दीदी की ही ‘दिल से निकली’ हुई आवाज़ सुनाई दे. परदे पर इसे गाया है निम्मी जी ने जो एक गूंगी लड़की का रोल कर रही थी. Gramophone के साथ Lip sing किया उन्होंने ये गीत. इसलिए दिल की आवाज़ का effect बड़ा महत्वपूर्ण था. (पहले के संगीतकार इन बारीकियों पर कितना ध्यान देते थे)
चित्रगुप्त साहब बहुत ही सरल और down-to-earth इंसान थे. इस गीत की रिकॉर्डिंग का एक मज़ेदार किस्सा लता दीदी बयां करती हैं. रिकॉर्डिंग के लिए जब लता दीदी पहुंची तो चित्रगुप्त जी उन्हें लिवाने गेट पर गए. उनकी चाल में हलकी सी लंगडाहट देख कर लता दीदी ने पूछा “क्या पाँव में कोई चोट लगी है ?” चित्रगुप्त जी बोले ‘नहीं नहीं. मेरी चप्पल टूटी है.’ लता जी ने कहा “अरे ये क्या बात हुई ? आप फ़ौरन नई चप्पल ले लीजिए” चित्रगुप्त जी बड़ी सादगी से बोले ‘दरअसल, मुझे ये लगता है कि जब भी मैं ये चप्पल और शर्ट पहन कर रिकॉर्डिंग करता हूँ तो गाना ज़रूर हिट हो जाता है.’ लता जी जोर से खिलखिला कर बोलीं “आपको अपनी टूटी चप्पल पर हमारी काबिलियत से ज़्यादा भरोसा है.” लता जी की बात पर सभी जोर से हँस दिए और फ़िर गीत की रिकॉर्डिंग हुई.
मुझे इस में कोई शक़ नहीं कि गीत की मधुरता और कामयाबी में केवल लता दीदी की गायकी, चित्रगुप्त जी की धुन और मजरूह सुल्तानपुरी जी के बोलों का ही योगदान है, किसी भी शुभ-अशुभ का नहीं. आप का क्या ख़याल है ?
मेरे पसंदीदा गीतों में से एक.
दीयों का त्यौहार दिवाली बस देहलीज़ पर है. “दिल के दिए” की ये सौगात आपके लिए - Видеоклипы
Wah....beautiful track. 🎉❤
बहोत ही सुमधूर गीत ,चित्रगुप्त जी का संगीत उसपर लताजी की आवाज .क्या कहे सब कुछ बहोत अच्छा .आपके ट्रँक की जितनी तारिफ करे कम है सब कुछ लाजवाब !.....धन्यवाद 🙏👌❤💚💜💙💛
तारीफ़ का शुक्रिया..🙏🙏 वैसे तारीफ़ के असली हक़दार वाकई में चित्रगुप्त जी और लता दीदी हैं..
Bahat achhi information mili iss gane k bare main 🙏🙏🙏My favourite song 🙏💐💐💐
लता दीदींका एक बेहतरीन गाना. मुझे बहोत पसंद है. 👍👍
बहुत ही मधूर गीत उतना ही सुंदर track, और हमेशा की तरह ज्ञानवरधक जानकारी रोचक तरिके से आप प्रस्तूत करते है इस गीत के track की request हम करनेवाले थे इस से पहले ही track तैयार...! बहोत बहोत धन्यवाद आपका इस खूबसुरत गीत के लिये..
बहुत बहुत धन्यवाद सुहासिनी जी. 🙏🙏अब, जब ट्रैक मिल गया है तो फटाफट उस पे गीत हो जाए..😀
So sweet.so nice
बहोत बढ़ीया गीत और बढ़ीया ट्रेक!❤❤❤
बेहद नाज़ुक और जज़्बाती गाना है।। रिदम भी ख़ूब है। गीत की रचना के बारे में बहुमूल्य जानकारी हमेशा की तरह आपने दी है।
धन्यवाद सुनील भाईसाहब🙏🙏..बहुत ही भावपूर्ण गीत है. और कमाल तो लता दीदी का है. सिचुएशन के हिसाब से कितने भावपूर्ण अलग अंदाज में गाया है. जब कि 1964-65 तक उनकी आवाज बहुत परिपक्व हो चुकी थी. [गाईड का " काँटो से खींच के...]
Very very nice music ji ❣️ i lik
Lata ji ka beautiful song ❤️ i like very much
आप बहुत सुंदर ट्रेक देते है बहुत धन्यवाद आपका।🌹🙏
Thanks for uploading this beautiful track, Can you upload this song from chaalis din (1959) baithe hai rehguzar par by ashaji . .please and thanks
Very melodious karaoke track n my favorite song, thanks.
What a marvelous song
सर,अन्नदाता चित्रपटातील रातों के साये घने या गाण्याचा कराओके ट्रॅक करू शकाल का? लताजींचं ते गाणं फारच सुंदर आहे.
Bahut bdiya❤ aise geet kaha bntey hai ab😔
ये खूबसूरत गीत अब कलर में यूट्यूब पर उपलब्ध है।
Please also make karaoke of asha bhosle female version of song Dil laga kar hum ye samjhe jindgi kya chij h film jindgi aur maut.
तुमचे रेकॉर्डिंग बरोबर नाही आहे, मागे पुढे पळते