डा० पुष्पा सक्सेना की कहानी - उमा दी | Dr. Pushpa Saxena Ki Kahaniyan
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- Опубликовано: 17 дек 2024
- डा० पुष्पा सक्सेना की कहानी - उमा दी | Dr Pushpa Saxena Ki Kahaniyan @kathasahityapro
लेखिका - डा० पुष्पा सक्सेना
जन्मः १७ मार्च, इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश में।
शिक्षाः एम.ए. (हिंदी तथा भूगोल), पीएच.डी. राँची विश्वविद्यालय से।
डा० पुष्पा सक्सेना एक लंबे समय से अमेरिका में रह रही हैं। उन्होंने अपनी कहानियों में अमेरिका में रह रहे भारतीयों के अमेरिकी जीवन के ताने-बाने को बुना है। उनके जीवन-प्रसंग, तनाव तथा सरोकारों को प्रस्तुत करते हुए वे अमेरिकी परिवेश एवं अपने आस-पास घट रही घटनाओं के साक्षात अनुभवों को ही अपनी कहानी के कथानक के रूप में रखती हैं।
पुरस्कार / सम्मान
भारतेंदु हरिश्चंद्र राष्ट्रीय पुरस्कार, ऑथर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया, पर्यावरण मंत्रालय, राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा पुरस्कृत. सूर्यास्त के बाद कहानी पर भोजपुरी में फीचर फिल्म का निर्माण सहित अनेक प्रतिष्ठित पुरस्कार एवं सम्मान से सम्मानित, उत्तर प्रदेश हिन्दी- संस्थान द्वारा वर्ष २०१४ का प्रवासी-भारतीय हिन्दी भूषण सम्मान ।
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कहानी अच्छी है। पुष्पा जी पारिवारिक कहानियां लिखने में सिद्धहस्त हैं ।घटनाओं का सजीव चित्रण पढ़ कर मन प्रसन्न हो जाती है। कहानियों की जितनी प्रशंसा की जाए कम ही लगती है। परिवारों में मामा, फूफा जैसे नातेदार बहुत खास बन जाते हैं और रायचंद बन जाते हैं और परिवारों में दखलंदाजी करके नुकसान पहुंचाते रहते हैं। प्रत्येक परिवार में ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए। कहानी दुखांत जरूर है लेकिन शिक्षा प्रद है। लड़कियों, और उनके माता पिता के लिए भारी शिक्षा भरी हुई है।
🙏😊
Sunder kahani
Aap ki awaz bhut pyari hai
Bahut hi achhi kahani par dukh dene wali.
Bhut marmik kahani thi utna hi shaandar vachan laajbaab ❤
Thank you ji 💕
Heart touching
Behad samvedansheel kahani h ❤
Nice story hai
Nice story and good narration
Thanks a lot dear ❤️
Namaste ma'am... Bahut bahut acchi kahaniyaan padhne ka saubhaagye milta hai humko.
Aur sabse jyada proud hota hai yah soch kr ki aapse ru-b-ru milne ka saubhaagye hai humko.
Bokaro mahila college ki principle thin aap aur whaan humare admission ke liye mere ghar aayi thin aap aur ek aur ma'am ke sath.
Mere Baba Bokaro me District Transport officer the.. Ye 1979 ki baat hai. Abhi aap khaan hain ma'am aur kaisi hain?
बहुत सुंदर स्मृतियाँ हैं आपकी ❤️
Very nice story ❤
You have a beautiful voice
👌👌
Great story of 20th century
Behad sundar story
Bahut Sundar ❤
Pushpa ji 🌹🙏 ye kahani filmi na hokar kuchh had tak wastvik hai kyoki aksar badi betiya ya bete ka jeevan mata pita hom kar dete hai apne khud ke dher saare bachche paida kar ke ☹️🙏
Sector 2 - C me gurudwara ke pass college tha us samay