हमारे देश का कानून भी बहुतअजीब है जब कोई बड़ा सेलिब्रिटी या राजनीतिक से जुड़े लोग इस टाइप की शादी करते हैं तब इनको कोई दिक्कत नहीं होती इनको संविधान की याद कब आती है जब कोई गरीब या कोई बेसहारा मजबूर लोगों पर यह लोग अपना संविधान दिखाते हैं उन्हें परेशान करतेहैं
मेरा पत्रकार महोदय जी से निवेदन है कि आप मेरा निवेदन अंकिता राठौर के माता पिता सभी सनातन हिंदू धर्म के धार्मिक संगठनो व सनातन हिंदू धर्म के लोगो तक अनिवार्य व आवश्यक रूप से पहुँचाने की कृपा करे कि 12 नबंवर के पहले अंकिता राठौर के माता पिता फैमली कोर्ट भोपाल मे आवेदन पेश कर अंकिता राठौर से सारे रिश्ते सामाप्त कर जबलपुर की अनामिका दुबे की तरह पिंडदान कर मृत घोषित कर दे जो आपको अपना नही समझे उसको आपको अपना नही समझना चाहिये और यही सही है ।
In logo ko shadi se kya problem hai, aaj tak samjh nahi aaya. Matlab pareshan karna hai, supreme court mein ahulawalia ka judgement ud jayega. Supreme court ke enough judgement hai. Ahulawalia judgement is bad precedent.
Peedit paksh suprem court jaye or jo sanghatan dhmaka rahe unke khilaf bhi f.i.r kare
हमारे देश का कानून भी बहुतअजीब है जब कोई बड़ा सेलिब्रिटी या राजनीतिक से जुड़े लोग इस टाइप की शादी करते हैं तब इनको कोई दिक्कत नहीं होती इनको संविधान की याद कब आती है जब कोई गरीब या कोई बेसहारा मजबूर लोगों पर यह लोग अपना संविधान दिखाते हैं उन्हें परेशान करतेहैं
मेरा पत्रकार महोदय जी से निवेदन है कि आप मेरा निवेदन अंकिता राठौर के माता पिता सभी सनातन हिंदू धर्म के धार्मिक संगठनो व सनातन हिंदू धर्म के लोगो तक अनिवार्य व आवश्यक रूप से पहुँचाने की कृपा करे कि 12 नबंवर के पहले अंकिता राठौर के माता पिता फैमली कोर्ट भोपाल मे आवेदन पेश कर अंकिता राठौर से सारे रिश्ते सामाप्त कर जबलपुर की अनामिका दुबे की तरह पिंडदान कर मृत घोषित कर दे जो आपको अपना नही समझे उसको आपको अपना नही समझना चाहिये और यही सही है ।
Such judgement promotes discrimination
Agar ye view lenge to sonakshi sinha, swara bhaskar ki shaadi bhi awaidh hai. Bas kamjoro ko pareshan karna hai
Court ne sahi faisal liya
In logo ko shadi se kya problem hai, aaj tak samjh nahi aaya. Matlab pareshan karna hai, supreme court mein ahulawalia ka judgement ud jayega. Supreme court ke enough judgement hai. Ahulawalia judgement is bad precedent.
Bhai Apne MAZHAB ME LOGON KO RISHTE KARNE CHAYE. OR APNE BERATHRI ME. CHAYE KOI RELIGION KA HO.
सही वक्त पर सही आदेश सुनाने के लिए माननीय न्यायाधीश महोदय का स्वागत वंदन अभिनंदन
हिंदू बेटी को जिहादियों से बचाने के लिए बाबा साहिब अंबेडकर के संविधान और जज साहिब को धन्यवाद