अगर मराठों और जाटों के बीच मतभेद नहीं हुआ होता तो आज बात अलग होती,,,, खैर जो भी हुआ हो महाराजा सूरजमल ने मराठों की सहायता कर दी,,,, घायल सेना का इलाज करवाया,,, उन्होंने बड़े ठाठ बाट भोजन करवाया,,,, मेरा दिल जीत महाराजा सूरजमल जी ने❤,,,, नमन है ऐसी महान विभूति को,,,,
अति उत्तम जानकारी, ये हमारा दुर्भाग्य था कि महाराजा सुरजमल और सदाशिव भाऊ के बीच मनमुटाव हो गया नहीं तो ऊसी दिन से भारत में हिन्दू राज्य स्थापित हो जाता और ईसी रुप रेखा पर महाराजा सुरजमल जी चल रहे थे।
bhaio is trah ki filmo ka oppose puri trah kro tabhi in film banane wlo ko akal aayegi. aur sasti lokpriyata pane walon ki ma bhain ek kr do. Jai Bhawani, Jai Bharat, Jai Jaat-maratha ekta
जाट लोग भी अपने को मराठा बोलने लगे इस्मे मराठो का विजय है जय भवानी जय शिवाजी हर हर महादेव सुरज मलका साम्राज्य कहा टक था और सुरज मल का अंत कैसे हुआ होळकर और सुरजमल के बीच कोंसा तह यांनी करार हुवा होळकर पेशवा सिंधिया परिवार मराठो के राजा नही थे बल्कि वह मराठी राजा शिवछत्रपती महाराज के वंशज ओके सरदार या शिपाई थे तुम लोग इन सरदार ओके शूर से इतने जले हो
It mreans you dont know real history, Surajmal was a traitor, he left maratha middle of the war, , Panipat was won by maratha not lost it is complete fake history of lost,
Nhi to mratho ki 50 hjar sena ..or mharaja surajmal ki 50 hjar sena abdali ko pit deti .Gwalior rana jato k PSS tha mharastra tk chod k aye ..beta behind,Gwalior go had k jato k PaS tha
आदरणीय गुरूजी अपने एकदम निष्पक्ष रूप से इस घटना का विश्लेषण किया है....जब मराठा सेना उत्तर की दिशा मैं अब्दाली की सेना से लड़ने के लिए निकली तो भोहोत से राजाओंका समर्थन नहीं मिला था एक महाराजा श्री सूरजमल जाट राजा ही थे जिन्होंने मराठोका समर्थन किया और वो अब्दाली से लढने ने लिए मराथाओंको सैनिकी सहायता देने के लिए भी तैयार थे....परंतु ये उनका दुर्भाग्य था की मराठा-जाट आपसी मतभेद के कारण महाराजा सूरजमल जी का सहयोग मराठोंको नहीं मिला इसमें बहोत सारे उस समय के राजनैतिक कारण है... मराठे नाही दिल्ली जितने आये थे ना लूटने करने बल्कि उन्हें बचाने आये थे जिनको ५ -६ बार पहले ही अब्दाली के सेना ने लुटा था... उस वक्त उत्तर मैं चौथ वसूली के अतिरिक्त पैसे वसूली से उत्तर के शाषक बोहोत ज्यादा नाराज थे....दिल्ली जाते समय भी रसद सामग्री की पूर्ति उस जून - सप्टेंबर की नदियोंके बाढ़ के कारण खंडित होते जा रही थी....उस समय प्रवास मैं बोहोत जानवर अनेक रोगों के कारण घोड़े बैल मर गए थे...दिल्ली जितने के बाद भी मराठोंकी आर्थिक स्थिती खऱाब थी तब उन्होंने पहले दिल्ली तख़्त के ऊपर की चांदी निकली और सैनिको के वेतन की के तौर पर दे दी... उनको अब्दाली के रसद की खबर लगी तो उन्होंने कुंजपुरा किले के ऊपर चढ़ाई करी...आगे जाके जब पानीपत का युद्ध हुवा उसके बाद महाराजा सूरजमॉल जी ने बहोत सारे मराठोंको कुम्हेर किले के आसपास कपडे जीवनावश्यक साधन सामग्री, कपडे और कई दिनों तक भोजन दिया था... बोहोत घायल लोगो का इलाज किया था...सभी लोगोंको वापस अपने राज्य में जाने के लिए महारानी किशोरी देवी ने सहायता की यह उपकार है जाट राजा जी का....
Jaato ke khoon me kabhi gaddri nahi thi , hum hamesha apne logo ke liye khade the , but Sadashiv bhau agar sharte man lete to , aaj panipat ka yudh apan jit lete
Sidhh Satish Manhardan Jasnathi bhai yahi to sikhna hai hame hamare gauravshali ithihas se....abhi hum sabse pehle indian hai...hume rajput-jaat-maratha se jyada aj desh ke barmein sochna chahiye. NATION first 🇮🇳
हाम जानते हैं.जाट राजाने हमारे युद्ध मे जख्मी लोगों की बहुत मदत कि थी.राजाजी से भी ऊनकी महारानी.हंसीया.बहुत प्यारी थी.हमारे लोगों को खाना पिना कपडा दिया.बहोत एहसान है हामपर..हमारे सेनापति शमशेर बहादुर कि समाधी.कबर.भरतपुर मे है.फिल्म मे तोड मोड कर दिखा दिया है.जाट समाज नाराज ना हो.तुम्हारे एहसान है हामपर🙏🙏🙏
भाई साहब आपका बहुत आभार इतनी डिटेल में सारी जानकारी देने के लिए।बहुत अच्छा लगा।जय जाट ,जय मराठा,जय राजपुताना ।हिन्दू एकता को बनाए रखना दोस्तो ।वर्ना वीर योद्धाओं की कमी हमारे देश में न पहले थी। ना ही आज है। जय हिंद।वंदे मातरम्
Haaa bharat pur ka sher tha surajmal par desh ka sbse bada yodha ni tha...aur ye such rajya pat ke lalchi the sab ke sab....kuch b wjh ho.....desh ke liye ladai ni ki
@@deepaktanwar9346 jaake pehle history padh le criticized karne se pehle agra fort maharaja surajmal ne 1761 me hi apne adhikar me le liye tha 13years tak rakha tha.. Aur Delhi ko 1758 me capture Kar chuke the.. Poori video dekh jab bakwas Kar.
@@deepaktanwar9346 India ke likhit itihas mai sabse bada shashak Maharaja Ashok the,vahi ek matra king the jinhe indian history mai Great kaha jata hai,ashok ke baad Gupt dynasty ko Hindu Sahitya ka Swarn kal kaha jata hai,
@@Shubham-io1bf kabhi kahte ho tumlog ki Peshwa bhi marathe thay...kabhi kahte ho ki nahi thay Maratha caste bhi hai aur Marathi bolne walon ki community bhi...jab jo definition fit hoti hai laga lete ho Aagr tumahri baat maan bhi Len toh Sindhia aur Holkar toh maratha sardar thay na? Confederacy thee jisme wo yuddh apni marzi se karte thay...Holkar aur Sindhia ne milkar pure Rajputana mein itna atank machaya ki log nafrat karne lage wahan ke... tb Hindu nahi yaad aya?
We sikhs respect raja surajmal and sadashiv ..Marathas underestimate and not asked Sikh cavalry for war , which upto 50 thousands on its native place .. but sikhs saves many girls and children while abdali s return ..raja surajmal also helped wonded Marathas and give shelters to women's and children ..raja surajmal is also an major character , must not be dishonoured
नासिक जिले के जाट-जब मराठा पानीपत के तीसरा युद्ध हार गए तो लुटे पिटे मराठो को लोहागढ़ के वीर सूरजमल जाट ने शरण दी और उनको सुरक्षित मराठवाड़ा पहुचाने केलिए एक टुकड़ी भेजी जिस में से कुछ जाट महाराष्ट्र के नासिक जिले की मालेगांव तहसील और कुछ औरंगाबाद ,जलगांव , में बस गए । बाद में कुछ जाट पंजाब और पश्चिमी राजस्थान से यंग आकर बस गए आज यह 22 गाँव है जिनको जाटों की बायसी बोलते है। 1टोकडा 2. जलकू, 3.राजमाने , 4. पाडलदे, 5. हताने, 6. सायतरपाड़ा , 7. जाटपाड़ा 8.भूतपाड़ा 9. दापौरा, 10. चिंचगयहा, 11.नरडाणा, 12.पलासदरा, 13.लखाने जलगाँव - 14.पिंजारपाड़ा, 15. राजूर, 16. मनुर, 17.तलोंदा, धुलिया- 18.कुलथे औरंगाबाद- 19. पारडी, 20.अंजनगांव, जालना-21.लोधेवाड़ी 22. बामनोद.
Rajputo ne maratho ka sath isliye nhi diya kyuki jab rajput kamjor pad gye the to maratha unse chouth tax bhi lete the and rajputo ke rajya ke aantrik mamalo me bhi tang adaate the
Maharaja ranjit singh ji was also Sikh jaat and he established one of the most tolerant and wide Sikh empire. .. We always helped every caste community and we all are one irrespective of our caste. ... This is new India where everyone is equal for the sake of our motherland bharat
@Gur.Cheema wow another funny stories from brirish gazzters Anyway all contemporary writters wrote him jatt. So he was jatt. Later some funny writtes like sher singh made him sansi. Yes since centuries. His mom grandmom were jats. Even his mom was daughter of jind jatt ruler.
@Gur.Cheema lol british writter wrote him jatt 🤣 James tod wrote him jatt in 1829 1847 the regining family of lahore book wrote him jatt Bdw gazzters wrote many funny stories without giving any contemporary source Do u know meaning of Contemporary ??
कोन कहता है की मराठो ने युद्ध हारा अरे हमने तो युद्ध हार के भी जीता है मराठा भारत भुमि के हिफाजत के लिए महाराष्ट्र से चल कर पानिपत तक पोहचे ओर अब्दाली के साथ भीड़ गये (बल्कि बाकी राजा सब जन चुप थे )मना की हमें शिख राजा ,जाट राजा ओ ने भी मदत की थी (उसके लिये धन्यवाद) मराठा भूखे रहकर भी इतने जोर से अब्दाली के साथ लढ़े ये देख कर अब्दाली के भी होश उड़ गये (मराठे हारने के बाद अब्दाली भी वापस अफगानिस्तान लोट गया और उसने मराठो को पत्र लिखा उसमे कहा कि मेरे जीवनकी सब से बड़ी जंग यह थी मराठो का शौर्य ही उनकी पहचान है ) इस लिये गर्व से कहते है कि (युग युग की जंजीरों को हमने ही कटा रे बोल उठा जग सारा जय मर्द मराठा है) जय जाट ,जय शिख ,जय मराठा ,जय राजपूत , जय भारत हम सब एक है
@@jaysinghthakur8618 बेटा तुम रन्डीपुत्ररो का मराठो से कौई लेना देना ही नहीं है तुम उन्हें अपना मानते हो जबकि मराठे बोलते हैं कि हमारा रांडपुत्रो से कौई लेना देना नहीं है और गद्दारी जाटो ने नहीं रांडपुत्रो ने की थी मराठे खुद जानते हैं
Relationship building & Gorilla warfare were the great strengths of Chatrapati Shivaji Maharaj.....I think Sadashiv bhau should have considered suggestions from others
काश सदाशिवरावभाऊ पेशवा ने महाराजा सूरजमल की बात सुनी होती तो शायद भारत का इतिहास ही अलग होता । सूरजमल महाराज के लिये मराठे पराये नही थे । नाही मराठों के लिये महाराज सूरजमल । जाट और मराठे एकसाथ अब्दालीसे लढते थे तो शायद कंदाहार से तंजावर तक भगवाही लहरा होता था । अंग्रेज भी शायद कभी भारत को कभी जीत नही सकते थे । लेकिन इतिहास के बारे मे तर्क -वितर्क का कोई अर्थ नही होता है । आज वर्तमान मे क्या जाट और क्या मराठा ? हम सब एक है । चाहे महाराणा प्रताप हो या छत्रपति शिवाजी महाराज या ब्रजभूषण महाराज सूरजमल जाट हम सब के प्रेरण स्थान है । और हमे गर्व है हम इनके भारतीय वंश मे जन्म है। अत: इन महापुरुषों के हम वंशज हेै । और इनसे हमे जो विरासत मे हमारी मातृभूमि भारतभूमि मिली है । उस मातृभूमि की रक्षा एवं उत्कर्ष हेतु हम सब को कटिबद्ध होना हेै ।
In film walo ko logo ki feelings ko heart krne main bhut maza aata h aur real story ke aas pas bhi inki film ki story nahi hoti unhe to kewal dispute create krke aapni picture ko hit krwana aata h.
मै एक क्षत्रिय मराठा होने के नाते आप सब मराठा और जाट भाईयोंसे निवेदन करता हूं, के कृपया कर इस सिनेमा की वजेसे एक दुजेसे झगडा मत किजीये| जो सच्चा योध्दा होता है| वो खुद पर विश्वास रखता है| ना की गलत आरोप मे| इस लिये इसके बाद एक भी गलत शब्द एक दुजे के लिये ना बोले, और शांती बना के रखे|
अगर सूरजमल इतने ही विश्वासघाती थे,,,,, तो उन्होंने हारी हुई मराठी सेना की मदद क्यों करी? क्यों उन्होंने एक ब्राह्मण रामलाल ब्राह्मण की बेटी चंद्र कौर के लिए अब्दाली से युद्ध किया,,, एक ब्राह्मण कन्या एक हिंदू कन्या के लिए,,, उन्होंने अपने प्राणों की आहुति दे दी,,,,, बाकी जितने मुंह उतनी बातें,,,, मेरी दृष्टि में सभी हिंदू शासक आम जनता की करी,,,, विपत्ति में सहायता करी,,,, ऐसे महान सम्राट वीर शिरोमणि महाराजा सूरजमल जी,,,,,,नमन 🙏 सदाशिवराव भाऊ के घमंडी स्वभाव के कारण 😊 इन दोनों के मध्य मतभेद हो गया,,,, कारण जो भी रहा हो ,,,, अगर एक साथ रहे होते तो,,,,अलग बात होती,,,, फिर भी बड़ा ह्रदय दिखाकर मराठों की हारी हुई सेना का सहयोग करके महाराजा सूरजमल ने मेरा दिल जीत लिया।।❤❤❤❤जय हो महाराजा सूरजमल जी की,,,,,,
aap ke video se india me jin logon ko ithihas ki jankari thik se nei hai usko pata chal rahi hai isliye dhanyawad Maharashtra me surajmal maharaj ko jakhmi maratha yodhaon ki madat karne ka jikar pata hai
भाई हम shivaji को बहुत मानते हैं पर surjamal की बात ही अलग है. मुगल और अंग्रेज कभी bharatpur Deeg नहीं जीत पाए पर surjamal जी ने दिल्ली फतह की थी. औरतों का सम्मान बहादुरी में आज भी जाट जाने जाते हैं. जमीन खाट और jaat का रिश्ता पुराना है. But आज आर्मी m jaat और मराठों का सम्मान केवल गौरव पूर्ण हिस्ट्री के कारण ही नहीं बल्कि बलिदान के कारण है जो आज भी जारी है.
Mai jaat hu Maharashtra ka hume Maharaja Surajmal ne ghayal maratha sainik aur aurato ko sahi salamat pahuchane k liye bheja tha tab maratha empire n hume zamin aur sena m shamil kar liya tha aur kuware jaato ki shadi bhi kara di thi aur es tarah hum marathi jaat ho gaye.
How surajmal is hindu hridya samrat. He was a blackmailer and sympathiser of katuas. Angrejo to tareef karengay hi kyoki unkay chamchay hi to rahay h jaat. Chhoturam eska best example h jissay sir chhoturam kaha jaata h.
Hindu hryday samrat Ku na bol bhai. Panipat ki tisari ladai hindavi sena ka sath dete to manate.Hindu hryday samrat sirf aur sirf Balasahab Thakray the.
@@rajeshparashar3873 pura naam choturaam ji ka ..."din bandhu sir choturam choudhary tha" chotu isliye kyuki vo ghr me sbse chota tha ..din unko mughlo ne diya tha ...bandhu unko hinduo ne ..sir unko angrejo ne ..choudhary isliye kyuki vo jat tha ...
i felt that many decisions taken by SADASHIV BHAU are not proper and he is also being little overconfident. He has chosen every risky decision for the war ,It is also not his fault, as per other text he is a warrior and not a leader. BUT at the end we have to be proud for maratha soilders JAI MARATHA JAI RAJPUT JAI HIND
सारे तथ्यों को जानने के बाद यह बात समझ में आती है वीर मराठा सदाशिव राव भाऊ अगर उस समय की परिस्थितियों का सटीक आंकलन लगाते और निर्णयों को तथ्यों के आधार पर लेते और सूरजमल जी की बात मान लेते तो आज इतिहास कुछ और होता। युद्ध लड़ने के बाद भी बहुत सी बातें तय की जा सकती थी।
ALL SIKH WARRIORS ARE JATS. MAHARAJA RANJIT SINGH (SANDAWALIA) MAHARAJA PATIALA BABA ALA SINGH SIDHU MAHARAJA OF NABHA HIRA SINGH SIDHU MAHARAJA OF FARIDKOT AMARINDER SINGH BRAR GREAT SIKH WARRIOR HARI SINGH NALWA (UPPAL JAT) SHAHEED BABA DEEP SINGH JI (SANDHU JAT)
Samrat Porus Dillipati Anangpal Singh Tomar Veer Tejaji ji Guru Gobind Singh Ji Shaheed Gokula Jat Shaheed Rajaram Sinsinwar Maharaja Suraj Mal Hari Singh Nalwa Maharaja Jawahar Singh Maharaja Ranjit Singh Raja Nahar Singh Shaheed-e-Aazam Bhagat Singh Jai JAT Ekta 💪💪 JAT are the oldest martial race of India. Pure Aryan blood
Maine maharashtra me job ki 2013 to 2017 aur pure maharashtra me visit kiya hai aur vakai me Marathi logon dwara mujhe bahut pyar mila kyonki me Bharatpur se hu❤
Ohk thn ISS logic ke hisab se Prithviraj chouhan ne pure India ke liye war Kiya tha aur Rana sanga ne BHI !!!! Rajputs are proud of India I'm not a Rajput.. but I respect them a lot ... In the time of Aurangzeb one Rajput warrior alone fought with 50000 mughals army sacrificed his life bec Aurangzeb sent that army to destroy and loot a temple !!
We should learn from history. Ultimately we are Indians. Don't compare who was great and mighty. Need of time is we should unite again and fight against those who wants to destabilise India. Don't make such statements that will hurt each other. Again I would like to thank Maharaja Surajmal Jat who had help maratha wounded soldiers . We are indebted of this forever. Love your lectures from Thane, (Mumbai)
Respected Sir, regards, Nice information you have given, Thanks, Sir please make one video on maratha emperor ie on Shri Chatrapati Shivaji Maharaj, Thanks, Anil Naik, Pune .
रमन जी, आपको नमस्कार, मैं भारतीय इतिहास में रूचि होने के कारण आपके videos देखता रहता हूँ. निश्चित रूप से आपके द्वारा दी गयी जानकारी न केवल आपके छात्रों के लिए बल्कि मेरे जैसे ज्ञान पिपासुओं के लिए भी अत्यंत रुचिकर है. इस प्रयास में आप बधाई के पात्र हैं, ये प्रयास जारी रहे, और हमें आगे भी हमारे गौरवशाली इतिहास की जानकारी ऐसे ही मिलती रहे, ऐसी आशा रखता हूँ। संजय वर्मा , दिल्ली।
आपकी इन बातों का में पूर्ण रूप से समर्थन करता हूं, महाराजा सूरजमल ने मराठा सेना की पूरी सहायता करना चाह रहे थे लेकिन सदाशिव भाऊ को घमंड हो गया, और घमंडी ही पतन का कारण होता हैं, हमें इस पुरे इतिहास से बहुत कुछ सीख मिलती है, मूवी बनाने वाले लोग तो पैसे कमाने के लिए बनाते हैं, उन्हें किसी की छवि से कोई लेना देना नहीं होता, लेकिन महाराजा सूरजमल की भावना सदाशिव भाऊ समय रहते समझ जाते तो आज भारत का इतिहास कुछ और ही होता ।।
महाराजा सूरजमल जी ने कोई शर्त न रखी थी सिर्फ सुझाव दिए थे। दिल्ली विजय तक हर युद्ध में साथ दिया पर भाउ से मतभेद होने के कारण उन्हें भाउ ने बन्दी बनाने की साजिश रच ली थी तब मराठो ने खुद उन्हें जाने के लिए कहा था तब मजबूरन उन्हें जाना पड़ा था।
Amazing explanation ,If Sadhashiv Rao Bhau had agreed to Raja Suraj Mal's Instructions,he could have saved thousands of lives,this is what happens if you don't listen to elders.1lakh marathas died,all because of bhau's ego.No doubt bhau was a good warrior,but he was a very poor diplomat.I salute Raja Suraj Mal ji for his treatment of maratha survivors.The most painful chapter in maratha history has only one silver lining,that is the way Jats treated marathas survivors.
What Ashutosh Gowarikar has shown is shameless. Maharaja Suraj Mal aur Shreemant Bhau both were brave nationalist. Gaddar was awadh ka nawab aur rohilla sardar Najeeb. Tribute to all the Marathas who fought. Bhau, samsher bahadur, mahadji shinde, Ibrahim Khan , Malhar Rao and all
हा जाटो प्रति आदरथा . कुछ जाटो महाराष्ट्रमेभि लया गया नासिक प्रांत मे बसया गया अभि उनको अबि जाटमराठा कहै ते है . जाट जो अभि जो बसे है ओ किसी मरठो को मामा संबोधित कहते हैl मै नासिक के किसी एक से ये हिस्ट्री सुनिथी
वास्तविकता यह है की पानीपत का तीसरा युद्ध ज़ब समाप्त हुआ तब मराठो के बहुत बड़ी संख्या में सैनिक मारे गए.. मराठे सैनिको के साथ उनके परिवार भी आये हुए थे युद्ध समाप्ति के पश्चात महाराजा सूरजमल ने आपने सैनिको को मराठा के लोगो को उनके परिवार को सुरक्षित उनके प्रदेश छोड़ कर आने को कहा... मराठा सैनिकों की विधवाएं एवं अन्य बहुत सैनिक महाराजा सूरजमल की फौज के वापस नहीं आये उन्ही के साथ वहां बस गए इसलिए आज भी वहां जाटो के 22 गांव है
It was egoistic thinking of Sada Shiv Rao Bhao which made him overconfident. Not only he neglected every useful advice of Maharaja Surajmal but also spoke him humiliated word. Sada Shiv Rao himself prepared ground for defeat not only of Marathas, but for victory of Afgan invaders. Great role by Maharaja Surajmal.
Being a Maratha I am very Thankful to All Jats and Maharaj Suraj mal .
अगर मराठों और जाटों के बीच मतभेद नहीं हुआ होता तो आज बात अलग होती,,,, खैर जो भी हुआ हो महाराजा सूरजमल ने मराठों की सहायता कर दी,,,, घायल सेना का इलाज करवाया,,, उन्होंने बड़े ठाठ बाट भोजन करवाया,,,, मेरा दिल जीत महाराजा सूरजमल जी ने❤,,,, नमन है ऐसी महान विभूति को,,,,
अति उत्तम जानकारी, ये हमारा दुर्भाग्य था कि महाराजा सुरजमल और सदाशिव भाऊ के बीच मनमुटाव हो गया नहीं तो ऊसी दिन से भारत में हिन्दू राज्य स्थापित हो जाता और ईसी रुप रेखा पर महाराजा सुरजमल जी चल रहे थे।
शिवाजी महाराज की जय....
महाराजा सुरजमल की जय...
मातृभूमी के लिये संघर्ष करणे वाले सभी हिंदू राजा हमारे आदर्श है।
हर हर महादेव🙏🚩🔱
राजा सूरजमल जी और सदाशिव भाऊ..... दोनों हमारे गर्व... विनती है की उनमे मतभेद मत करें... 🚩🚩🚩
में एक मराठा हु पर गर्व है मुजे राजा सूरजमल जी की त्याग और तपस्या ओर शौर्य पर. जाट बलवान जय भगवान.
bhaio is trah ki filmo ka oppose puri trah kro tabhi in film banane wlo ko akal aayegi. aur sasti lokpriyata pane walon ki ma bhain ek kr do. Jai Bhawani, Jai Bharat, Jai Jaat-maratha ekta
जाट लोग भी अपने को मराठा बोलने लगे इस्मे मराठो का विजय है जय भवानी जय शिवाजी हर हर महादेव सुरज मलका साम्राज्य कहा टक था और सुरज मल का अंत कैसे हुआ होळकर और सुरजमल के बीच कोंसा तह यांनी करार हुवा होळकर पेशवा सिंधिया परिवार मराठो के राजा नही थे बल्कि वह मराठी राजा शिवछत्रपती महाराज के वंशज ओके सरदार या शिपाई थे तुम लोग इन सरदार ओके शूर से इतने जले हो
It mreans you dont know real history, Surajmal was a traitor, he left maratha middle of the war, ,
Panipat was won by maratha not lost it is complete fake history of lost,
ruclips.net/video/3bMPBSPlGHs/видео.html
Look Surajmal ki bhumika lootne ke hai
@@pravingholave5214 abe gochu ak maratha ko yudh me maraja surjmal ne bich me se kat dala tha etihas pad anpad
I am JAT but first of all I am INDIAN after that I am HINDU. Jai hind ,Vande Mataram
महाराजा सूरज मल को एक मराठा की तरफ से नमन
आपको भुला नाही सकते
दिल से धन्यवाद
महाराज सूरजमल और सदाशिव राव भाऊ दोनों ही हमारे नायक है। देश का दुर्भाग्य था कि दोनों के बीच मतभेद हो गए।
Nhi to mratho ki 50 hjar sena
..or mharaja surajmal ki 50 hjar sena abdali ko pit deti
.Gwalior rana jato k PSS tha mharastra tk chod k aye
..beta behind,Gwalior go had k jato k PaS tha
unki galti hamare liye siksha hai is liye unity me raho
उत्तर के हिंदू राजाओ को देश से बडा खुद स्वार्थ महत्व पूर्ण लगा. उनको मराठा,मात्रभूमी से जादा अब्दाली प्यारा था
सुरज मल राजा सिहांसन के लीये लास्ट मे छोड के गये थे
@@jgithjt marathe robbers the unko mughal.pyare thr
आदरणीय गुरूजी अपने एकदम निष्पक्ष रूप से इस घटना का विश्लेषण किया है....जब मराठा सेना उत्तर की दिशा मैं अब्दाली की सेना से लड़ने के लिए निकली तो भोहोत से राजाओंका समर्थन नहीं मिला था एक महाराजा श्री सूरजमल जाट राजा ही थे जिन्होंने मराठोका समर्थन किया और वो अब्दाली से लढने ने लिए मराथाओंको सैनिकी सहायता देने के लिए भी तैयार थे....परंतु ये उनका दुर्भाग्य था की मराठा-जाट आपसी मतभेद के कारण महाराजा सूरजमल जी का सहयोग मराठोंको नहीं मिला इसमें बहोत सारे उस समय के राजनैतिक कारण है... मराठे नाही दिल्ली जितने आये थे ना लूटने करने बल्कि उन्हें बचाने आये थे जिनको ५ -६ बार पहले ही अब्दाली के सेना ने लुटा था... उस वक्त उत्तर मैं चौथ वसूली के अतिरिक्त पैसे वसूली से उत्तर के शाषक बोहोत ज्यादा नाराज थे....दिल्ली जाते समय भी रसद सामग्री की पूर्ति उस जून - सप्टेंबर की नदियोंके बाढ़ के कारण खंडित होते जा रही थी....उस समय प्रवास मैं बोहोत जानवर अनेक रोगों के कारण घोड़े बैल मर गए थे...दिल्ली जितने के बाद भी मराठोंकी आर्थिक स्थिती खऱाब थी तब उन्होंने पहले दिल्ली तख़्त के ऊपर की चांदी निकली और सैनिको के वेतन की के तौर पर दे दी... उनको अब्दाली के रसद की खबर लगी तो उन्होंने कुंजपुरा किले के ऊपर चढ़ाई करी...आगे जाके जब पानीपत का युद्ध हुवा उसके बाद महाराजा सूरजमॉल जी ने बहोत सारे मराठोंको कुम्हेर किले के आसपास कपडे जीवनावश्यक साधन सामग्री, कपडे और कई दिनों तक भोजन दिया था... बोहोत घायल लोगो का इलाज किया था...सभी लोगोंको वापस अपने राज्य में जाने के लिए महारानी किशोरी देवी ने सहायता की यह उपकार है जाट राजा जी का....
Jaato ke khoon me kabhi gaddri nahi thi , hum hamesha apne logo ke liye khade the , but Sadashiv bhau agar sharte man lete to , aaj panipat ka yudh apan jit lete
Bhai shab aap Ek Maratha ho or me jat yani Beniwal jatt Aapka pyar hmesha bna rhe Hm Jitni hmari कौम की इज्जत krte he utni hi aapki think bhaii shab g
Sidhh Satish Manhardan Jasnathi bhai yahi to sikhna hai hame hamare gauravshali ithihas se....abhi hum sabse pehle indian hai...hume rajput-jaat-maratha se jyada aj desh ke barmein sochna chahiye. NATION first 🇮🇳
सूरजमल जाट एक कायर व्यक्ति था
@@maratha752 चुप
हाम जानते हैं.जाट राजाने हमारे युद्ध मे जख्मी लोगों की बहुत मदत कि थी.राजाजी से भी ऊनकी महारानी.हंसीया.बहुत प्यारी थी.हमारे लोगों को खाना पिना कपडा दिया.बहोत एहसान है हामपर..हमारे सेनापति शमशेर बहादुर कि समाधी.कबर.भरतपुर मे है.फिल्म मे तोड मोड कर दिखा दिया है.जाट समाज नाराज ना हो.तुम्हारे एहसान है हामपर🙏🙏🙏
Barobar bhava
Jai shiva ji maharaja jai surjmal maharaja ji
@@vishubalyan3999 bahot accha
Good dear
एहसान नहीं भाईचारा, काश मनमुटाव ना हुआ होता तो नतीजा कुछ और होता, लेकिन आज भी हम सीख लेले और एक दूसरे का साथ दे तो अछा
भाई साहब आपका बहुत आभार इतनी डिटेल में सारी जानकारी देने के लिए।बहुत अच्छा लगा।जय जाट ,जय मराठा,जय राजपुताना ।हिन्दू एकता को बनाए रखना दोस्तो ।वर्ना वीर योद्धाओं की कमी हमारे देश में न पहले थी। ना ही आज है। जय हिंद।वंदे मातरम्
भाई आज भी जाट उत्तर महाराष्ट्र के नाशिक धुले मे पाये जाते हैं मे भी महाराष्ट्र से ही हू, हमारा इतिहास मराठा सैन्य के संरक्षण हेतू हमे भेजा गया था....
वहां जाटों के कौन से गोत्र पाए जाते हैं।
@@kalpataru1 dahiya
आप ने सही बताया है में भरतपुर से हूँ।।मेरे दादाजी ने यही बताया था।।
Haaa bharat pur ka sher tha surajmal par desh ka sbse bada yodha ni tha...aur ye such rajya pat ke lalchi the sab ke sab....kuch b wjh ho.....desh ke liye ladai ni ki
@@deepaktanwar9346 jaake pehle history padh le criticized karne se pehle agra fort maharaja surajmal ne 1761 me hi apne adhikar me le liye tha 13years tak rakha tha.. Aur Delhi ko 1758 me capture Kar chuke the.. Poori video dekh jab bakwas Kar.
@@deepaktanwar9346 m
@@deepaktanwar9346 India ke likhit itihas mai sabse bada shashak Maharaja Ashok the,vahi ek matra king the jinhe indian history mai Great kaha jata hai,ashok ke baad Gupt dynasty ko Hindu Sahitya ka Swarn kal kaha jata hai,
@@deepaktanwar9346 Haryana me gaon gaon tum jat hokar apas me ladte rehte ho..Humko sikha de rahe ho..🙏
मै मराठा हु । मुझे गर्व है हिंदू महाराजा सुरजमल पर। लेकींन हिंदुओ की आपसी फूट ने ही हिंदुओ को कमजोर किया। 🚩🙏
bilkul sach kha bhai
Sahi baat bhai
Maratho ko unhi ke kiye ki saza mili...agar Hindu rajaon se banakar rakhte toh Panipat mein shayad haar nahi hoti
@@amulyamishra5745 Bhai app history thik se path lo. Tab maratha raja nahi the. Tab peshava satta par the. Maratha sardar aur sena me the.
@@Shubham-io1bf kabhi kahte ho tumlog ki Peshwa bhi marathe thay...kabhi kahte ho ki nahi thay
Maratha caste bhi hai aur Marathi bolne walon ki community bhi...jab jo definition fit hoti hai laga lete ho
Aagr tumahri baat maan bhi Len toh Sindhia aur Holkar toh maratha sardar thay na? Confederacy thee jisme wo yuddh apni marzi se karte thay...Holkar aur Sindhia ne milkar pure Rajputana mein itna atank machaya ki log nafrat karne lage wahan ke... tb Hindu nahi yaad aya?
जाट हिन्दुओ की मार्शल कोम है ,महाराजा सूरजमल जी हमारे हीरो है।
We sikhs respect raja surajmal and sadashiv ..Marathas underestimate and not asked Sikh cavalry for war , which upto 50 thousands on its native place .. but sikhs saves many girls and children while abdali s return ..raja surajmal also helped wonded Marathas and give shelters to women's and children ..raja surajmal is also an major character , must not be dishonoured
भाई साहब आपकी बातो मे काफी सच्चाई है जानकारी के लिए धन्यवाद।
भाई साहब आपने बहुत सटीक, तथ्यों पर आधारित व ऐतिहासिक जानकारी दी है आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
आप के इस Vdo से जाटो प्रति हम मराठो के मन आदर निर्माण हुआ है
Bhau he bagha kay boltay te
ruclips.net/video/SL-qNdWmTJE/видео.html
Hum Jaat bhi Maratho Ko apna aaj tuk mantai hai yea Bollywood walai samaj Ko todna chahtai hai
@Aayush Maurya aamne samne to bol nahi sakte comment me kutte ki trah bokhte rahte ho
Shi h bhai
@Aayush Maurya yea hi okay hai teri
नासिक जिले के जाट-जब मराठा पानीपत के तीसरा युद्ध हार गए तो लुटे पिटे मराठो को लोहागढ़ के वीर सूरजमल जाट ने शरण दी और उनको सुरक्षित मराठवाड़ा पहुचाने केलिए एक टुकड़ी भेजी जिस में से कुछ जाट महाराष्ट्र के नासिक जिले की मालेगांव तहसील और कुछ औरंगाबाद ,जलगांव , में बस गए । बाद में कुछ जाट पंजाब और पश्चिमी राजस्थान से यंग आकर बस गए आज यह 22 गाँव है जिनको जाटों की बायसी बोलते है।
1टोकडा 2. जलकू, 3.राजमाने , 4. पाडलदे, 5. हताने, 6. सायतरपाड़ा , 7. जाटपाड़ा 8.भूतपाड़ा 9. दापौरा, 10. चिंचगयहा, 11.नरडाणा, 12.पलासदरा, 13.लखाने
जलगाँव - 14.पिंजारपाड़ा, 15. राजूर, 16. मनुर, 17.तलोंदा,
धुलिया- 18.कुलथे
औरंगाबाद- 19. पारडी, 20.अंजनगांव,
जालना-21.लोधेवाड़ी 22. बामनोद.
👌👌👌👌👌
सूरजमल जाट भरतपूर के शासक थे।
Jai ho maharaja ki
उपयोगी जानकारी हेतु आभार
Thanks bhai jankari ke liye
मै राजपूत हूं।
राजा सूरजमल को शत शत नमन।
Aur Rajputo ne Marathao ka Saath kyon nahi diya ?
राजा सुरजमल जाट को मेरा भी शतश: प्रणाम ! लेकिन पानिपत के वक्त रजपुत कहां गायब हो गए थे ?
Rajputo ne maratho ka sath isliye nhi diya kyuki jab rajput kamjor pad gye the to maratha unse chouth tax bhi lete the and rajputo ke rajya ke aantrik mamalo me bhi tang adaate the
Rajput sainik 10% the marathi sena me.g gujarat aur MP me se.
@@SomeoneOfficialReal bhai lutero ka koi sath nahi deta.
Duralabha mahiti mili,dhanyavad 👍👍👍
Maharaja ranjit singh ji was also Sikh jaat and he established one of the most tolerant and wide Sikh empire. ..
We always helped every caste community and we all are one irrespective of our caste. ...
This is new India where everyone is equal for the sake of our motherland bharat
@Gur.Cheema he was jatt
@Gur.Cheema ranjit was jatt. If he was sansi then hows his ancestors were getting married into jatt familes since centuries????
@Gur.Cheema wow another funny stories from brirish gazzters Anyway all contemporary writters wrote him jatt. So he was jatt. Later some funny writtes like sher singh made him sansi. Yes since centuries. His mom grandmom were jats. Even his mom was daughter of jind jatt ruler.
@Gur.Cheema lol british writter wrote him jatt 🤣
James tod wrote him jatt in 1829
1847 the regining family of lahore book wrote him jatt
Bdw gazzters wrote many funny stories without giving any contemporary source
Do u know meaning of Contemporary ??
@Gur.Cheema british gazzrter is correct lol thats show your knowledge nd brain power
कोन कहता है की मराठो ने युद्ध हारा
अरे हमने तो युद्ध हार के भी जीता है मराठा भारत भुमि के हिफाजत के लिए महाराष्ट्र से चल कर पानिपत तक पोहचे ओर अब्दाली के साथ भीड़ गये
(बल्कि बाकी राजा सब जन चुप थे )मना की हमें शिख राजा ,जाट राजा ओ ने भी मदत की थी (उसके लिये धन्यवाद)
मराठा भूखे रहकर भी इतने जोर से अब्दाली के साथ लढ़े ये देख कर अब्दाली के भी होश उड़ गये
(मराठे हारने के बाद अब्दाली भी वापस अफगानिस्तान लोट गया और उसने मराठो को पत्र लिखा उसमे कहा कि मेरे जीवनकी सब से बड़ी जंग यह थी मराठो का शौर्य ही उनकी पहचान है )
इस लिये गर्व से कहते है कि
(युग युग की जंजीरों को हमने ही कटा रे बोल उठा जग सारा जय मर्द मराठा है)
जय जाट ,जय शिख ,जय मराठा ,जय राजपूत ,
जय भारत हम सब एक है
Barobar bele ap dada.. Is bhai ne marathoko badnaam karne ki thaan li hai.. Bahut sare galt video dale hai youtube par...
Jaato ne panipat me hamare sath biswas ghat Kiya tha
सही
We all proud of our Maratha brother
Jay Shree ram
@@jaysinghthakur8618 बेटा तुम रन्डीपुत्ररो का मराठो से कौई लेना देना ही नहीं है तुम उन्हें अपना मानते हो जबकि मराठे बोलते हैं कि हमारा रांडपुत्रो से कौई लेना देना नहीं है और गद्दारी जाटो ने नहीं रांडपुत्रो ने की थी मराठे खुद जानते हैं
Relationship building & Gorilla warfare were the great strengths of Chatrapati Shivaji Maharaj.....I think Sadashiv bhau should have considered suggestions from others
aaa
Jaat land. From haryanvi Jai maharjaa. Surjmal jat 🙏🙏🙏 panipat
Maratha empire from hindustan....
काश सदाशिवरावभाऊ पेशवा ने महाराजा सूरजमल की बात सुनी होती तो शायद भारत का इतिहास ही अलग होता । सूरजमल महाराज के लिये मराठे पराये नही थे । नाही मराठों के लिये महाराज सूरजमल । जाट और मराठे एकसाथ अब्दालीसे लढते थे तो शायद कंदाहार से तंजावर तक भगवाही लहरा होता था । अंग्रेज भी शायद कभी भारत को कभी जीत नही सकते थे । लेकिन इतिहास के बारे मे तर्क -वितर्क का कोई अर्थ नही होता है । आज वर्तमान मे क्या जाट और क्या मराठा ? हम सब एक है । चाहे महाराणा प्रताप हो या छत्रपति शिवाजी महाराज या ब्रजभूषण महाराज सूरजमल जाट हम सब के प्रेरण स्थान है ।
और हमे गर्व है हम इनके भारतीय वंश मे जन्म है।
अत: इन महापुरुषों के हम वंशज हेै । और इनसे हमे जो विरासत मे हमारी मातृभूमि भारतभूमि मिली है । उस मातृभूमि की रक्षा एवं उत्कर्ष हेतु हम सब को कटिबद्ध होना हेै ।
In film walo ko logo ki feelings ko heart krne main bhut maza aata h aur real story ke aas pas bhi inki film ki story nahi hoti unhe to kewal dispute create krke aapni picture ko hit krwana aata h.
मै एक क्षत्रिय मराठा होने के नाते आप सब मराठा और जाट भाईयोंसे निवेदन करता हूं, के कृपया कर इस सिनेमा की वजेसे एक दुजेसे झगडा मत किजीये| जो सच्चा योध्दा होता है| वो खुद पर विश्वास रखता है| ना की गलत आरोप मे|
इस लिये इसके बाद एक भी गलत शब्द एक दुजे के लिये ना बोले, और शांती बना के रखे|
कृपया क्या आप मुझे मराठा क्षत्रियो के नाम बता सकते है
@@rupeshsingh8028 lutere kub se kshatriya ho gye😂😂😂
सही बात, जय शिवाजी महाराज जय महाराज सूरजमल
लुटेरा मुगल न ही थे क्या बे
वो बाप लगते हे क्या
मुगलो ने ते आब्रू लुटी हे ओ याद राखा
Shivaji maharja sisodiya vansh ke the khud inke vanshj aaj bolte he
जय जाट देवता वीर शिरोमणि अजेय महायोद्धा हिंदू धर्म रक्षक महाराजा दादा सूरजमल जी जाट की जय ❤❤
अगर सूरजमल इतने ही विश्वासघाती थे,,,,, तो उन्होंने हारी हुई मराठी सेना की मदद क्यों करी?
क्यों उन्होंने एक ब्राह्मण रामलाल ब्राह्मण की बेटी चंद्र कौर के लिए अब्दाली से युद्ध किया,,, एक ब्राह्मण कन्या एक हिंदू कन्या के लिए,,, उन्होंने अपने प्राणों की आहुति दे दी,,,,, बाकी जितने मुंह उतनी बातें,,,, मेरी दृष्टि में सभी हिंदू शासक आम जनता की करी,,,, विपत्ति में सहायता करी,,,, ऐसे महान सम्राट वीर शिरोमणि महाराजा सूरजमल जी,,,,,,नमन 🙏
सदाशिवराव भाऊ के घमंडी स्वभाव के कारण 😊 इन दोनों के मध्य मतभेद हो गया,,,, कारण जो भी रहा हो ,,,, अगर एक साथ रहे होते तो,,,,अलग बात होती,,,, फिर भी बड़ा ह्रदय दिखाकर मराठों की हारी हुई सेना का सहयोग करके महाराजा सूरजमल ने मेरा दिल जीत लिया।।❤❤❤❤जय हो महाराजा सूरजमल जी की,,,,,,
बहुत सुंदर वीडियो,सर।आपने बिल्कुल सही इतिहास की जानकारी दी है।महाराजा सूरजमल प्रचंड,महान वीर और गहन राजनीतिज्ञ और दूरदर्शी थे।
Documents are nicely compiled .Deserve thanks.Thank you.
aap ke video se india me jin logon ko ithihas ki jankari thik se nei hai usko pata chal rahi hai isliye dhanyawad
Maharashtra me surajmal maharaj ko jakhmi maratha yodhaon ki madat karne ka jikar pata hai
भाई हम shivaji को बहुत मानते हैं पर surjamal की बात ही अलग है. मुगल और अंग्रेज कभी bharatpur Deeg नहीं जीत पाए पर surjamal जी ने दिल्ली फतह की थी. औरतों का सम्मान बहादुरी में आज भी जाट जाने जाते हैं. जमीन खाट और jaat का रिश्ता पुराना है. But आज आर्मी m jaat और मराठों का सम्मान केवल गौरव पूर्ण हिस्ट्री के कारण ही नहीं बल्कि बलिदान के कारण है जो आज भी जारी है.
Aaj bhi Panipat Marathi ke kai Gaon hey
Inko Rod maratha kehtey hey
Or Nasik mey kai Jaat Gaon hey
Great to Jaat n Maratha worriors
me hu panipat se hu me jaat
Asli rajpoot ki yhi to pahchan hoti h,,,,,,,respect to all
आपको.ओर.सुरमल.को.शतश.धनयवादओर आभर
जयहीद
Mai jaat hu Maharashtra ka hume Maharaja Surajmal ne ghayal maratha sainik aur aurato ko sahi salamat pahuchane k liye bheja tha tab maratha empire n hume zamin aur sena m shamil kar liya tha aur kuware jaato ki shadi bhi kara di thi aur es tarah hum marathi jaat ho gaye.
आपने सटीक और स्पष्ट वर्णन किया है जी.... जय हिन्द ।
हिन्दू ह्रदय सम्राट महाराजा सूरजमल अमर रहे जय श्री राम
How surajmal is hindu hridya samrat. He was a blackmailer and sympathiser of katuas. Angrejo to tareef karengay hi kyoki unkay chamchay hi to rahay h jaat. Chhoturam eska best example h jissay sir chhoturam kaha jaata h.
Hindu hryday samrat Ku na bol bhai. Panipat ki tisari ladai hindavi sena ka sath dete to manate.Hindu hryday samrat sirf aur sirf Balasahab Thakray the.
@@rajeshparashar3873 bamamo ne desh dharm khatam krwa diya shivaji ka rajtilak choti caste ka bolke mana kr diya tha baman bdwo ne
@@rajeshparashar3873 areyy saale gulaam toh tum rajput tha tumhari vjha se mughal aaye bharat me raja jachand ki vjha se
@@rajeshparashar3873 pura naam choturaam ji ka ..."din bandhu sir choturam choudhary tha" chotu isliye kyuki vo ghr me sbse chota tha ..din unko mughlo ne diya tha ...bandhu unko hinduo ne
..sir unko angrejo ne ..choudhary isliye kyuki vo jat tha ...
मेरे देश के वीर योध्दा महाराज सूरज मल जी को कोटि कोटि नमन🙏🙏मेरा भारत महान जय हिंद 🚩🚩🙏🙏
हम दुनिया मे सबसे शक्तिशाली थे बस एकता की कमी थी, वरना 3/4 दुनिया पे सिर्फ हिंदुस्तान का ही झेंडा होता...
Jai bhagwaan parshuram... Sada shiv rao bhau was a great Brahmin Maratha warrior..... Maharajah Surajmal ko naman
भाई अगर दोनों मिलकर युद्ध लड लेते तो परिणाम कुछ और होता आपसी मतभेद तो बाद में भी मिटाएं जा सकतें थे
Salla Phalay Delhi maga thaa
@@raghbirbhonsle4418 shi h bete 1 hindu dusre hindu se ajj bhi lad rha h koi jaat h koi maratha h pr hindu koi nhi h
राजस्थान के राजा वीर ओर दयालु थे हमहे उन पर गर्व है ओर रहेगा। जय जय राजस्थान जय हिंद।
फीर अब्दालीने जीतनेके बाद पुरा उत्तर हिन्दुस्थान लूट लिया , औरते भी लूटली।
अगर ये लोग मराठे का साथ देते तो ऐसा नही होता।
@@jaibheem5095
पूरा हिंदुस्तान यह बहुत ज्यादा ही होता है.
तो उस time तुम कहा छुप गए थे भीमा कोरेगाव वाले
@@piyushpatil4655 यह अपने नाजायद बाप अंग्रेजों की सेवा में मस्त थे
@@indrasharma1040
यह तो सबको पता है
i felt that many decisions taken by SADASHIV BHAU are not proper and he is also being little overconfident. He has chosen every risky decision for the war ,It is also not his fault, as per other text he is a warrior and not a leader. BUT at the end we have to be proud for maratha soilders
JAI MARATHA
JAI RAJPUT
JAI HIND
सारे तथ्यों को जानने के बाद यह बात समझ में आती है वीर मराठा सदाशिव राव भाऊ अगर उस समय की परिस्थितियों का सटीक आंकलन लगाते और निर्णयों को तथ्यों के आधार पर लेते और सूरजमल जी की बात मान लेते तो आज इतिहास कुछ और होता।
युद्ध लड़ने के बाद भी बहुत सी बातें तय की जा सकती थी।
Maharaja Surajmal..... 🙏🏻🙏🏻
अति उतम् गुरू देव....इस जानकारी के लिए हम आपके हमेशा ऋणी रहेगे
Satya vachan maharaj
अकबर किस किसका जिजा था जोधा किसकी नसलं की बेटी और राजपूतो का साम्राज्य कहा तक था सुरज मल का अंत कैसे हुआ
महाराजा सूरजमल ने हारे हुए मराठों को 6 महीने तक अपने राज्य में शरण दी थी।
Marray huya adami ki GAND ma ghee usse deen kay badd suru huya
मराठों के बिना हिन्दूस्तान का इतिहास अधूरा है
जय जिजाऊ
जय शिवराय
हर हर महादेव
वन्दे मातरम्
The ego of Marathas and stagnation of jaats were the main causes of this defeat. Marathaas fought bravely but bad luck India.......
ALL SIKH WARRIORS ARE JATS.
MAHARAJA RANJIT SINGH (SANDAWALIA)
MAHARAJA PATIALA BABA ALA SINGH SIDHU
MAHARAJA OF NABHA HIRA SINGH SIDHU
MAHARAJA OF FARIDKOT AMARINDER SINGH BRAR
GREAT SIKH WARRIOR HARI SINGH NALWA (UPPAL JAT)
SHAHEED BABA DEEP SINGH JI (SANDHU JAT)
Samrat Porus
Dillipati Anangpal Singh Tomar
Veer Tejaji ji
Guru Gobind Singh Ji
Shaheed Gokula Jat
Shaheed Rajaram Sinsinwar
Maharaja Suraj Mal
Hari Singh Nalwa
Maharaja Jawahar Singh
Maharaja Ranjit Singh
Raja Nahar Singh
Shaheed-e-Aazam Bhagat Singh
Jai JAT Ekta 💪💪
JAT are the oldest martial race of India.
Pure Aryan blood
United jats
@@devilJATT5911 guru gobind singh ji is khatri
Great. Jat Balwan. Jai Bhagwan. Maharaja Surajmal ko Sat Sat Naman
अति उत्तम sir इसी प्रश्न का उत्तर मे खोज रहा था
Maine maharashtra me job ki 2013 to 2017 aur pure maharashtra me visit kiya hai aur vakai me Marathi logon dwara mujhe bahut pyar mila kyonki me Bharatpur se hu❤
Ham raja surajmal ji ka bahot samman karte hai. Unhone MARATHO ki badi sahayata ki
Superb explanation Bhardwaj ji.
पानीपत के युद्ध में यह एक भीषण गलती थी, परंतु हम इससे शिक्षा लेनी है, अभी भी समय है एक रहना मेरे भाइयों।
जो मरके भी ना हठा वो मऱ्हाठा
जय भवानी जय शिवाजी
Jai raja surajmal jaat
मराठोने उत्तर भारत के लिए युद्ध किया था. और बाकी राजाओने खुद के स्वार्थ के लिऐ किया था.
Sahi kaha bahi
Ohk thn ISS logic ke hisab se Prithviraj chouhan ne pure India ke liye war Kiya tha aur Rana sanga ne BHI !!!! Rajputs are proud of India I'm not a Rajput.. but I respect them a lot ... In the time of Aurangzeb one Rajput warrior alone fought with 50000 mughals army sacrificed his life bec Aurangzeb sent that army to destroy and loot a temple !!
True
Excellent analysis of historical facts
danyvaad bhai sachai batne k liye🙏
or 100k subscribers💖 k liye congratulations in advanced.
We should learn from history. Ultimately we are Indians. Don't compare who was great and mighty. Need of time is we should unite again and fight against those who wants to destabilise India. Don't make such statements that will hurt each other. Again I would like to thank Maharaja Surajmal Jat who had help maratha wounded soldiers . We are indebted of this forever.
Love your lectures from Thane, (Mumbai)
Aapas ki ego aur misunderstanding hum sab par bhari padi ..both are our heros
Bahut badhiya Jay Ho Maharana Pratap ki
Good morning sir 🙏😇🌺🌺
Thanks for this valuable video 🙏🙏🇮🇳🇮🇳
भाई साहब आपको हृदय से प्रणाम
जो आपने जाटों का सच्चा इतिहास बताया
Thanks for Information
जबरजस्त विश्लेषण सच्चाई के साथ
Jay Shivaray
Jay Rajputana
Jay Surajmal Ji
Jay Sadashivrao Bhai
Jay hind🚩🚩🚩🚩
Appreciate your efforts for detailed analysis.. Regards from Maharashtra !!
Respected Sir, regards, Nice information you have given, Thanks, Sir please make one video on maratha emperor ie on Shri Chatrapati Shivaji Maharaj, Thanks, Anil Naik, Pune .
Jatts the great sanatan culture the heavens of world
Mai Maratha hu, parantu Hindu ek hai.
रमन जी, आपको नमस्कार, मैं भारतीय इतिहास में रूचि होने के कारण आपके videos देखता रहता हूँ. निश्चित रूप से आपके द्वारा दी गयी जानकारी न केवल आपके छात्रों के लिए बल्कि मेरे जैसे ज्ञान पिपासुओं के लिए भी अत्यंत रुचिकर है. इस प्रयास में आप बधाई के पात्र हैं, ये प्रयास जारी रहे, और हमें आगे भी हमारे गौरवशाली इतिहास की जानकारी ऐसे ही मिलती रहे, ऐसी आशा रखता हूँ। संजय वर्मा , दिल्ली।
Jai jwan jat balwan. Jat regiment virta ki nishani hai jaton ki Akali aise regiment jisme 100% jat hai. Jai hind jai bharat 🇮🇳
Thank you very much sir
Describe the sources is very reliable thing. Sources are very very important for telling the historical facts.
Ek number Bhai
सदाशिव भाऊ एक वीर योद्धा थे,
बेशक हिंदू राजाओं ने उनका साथ नहीं दिया फिर भी वो महाराष्ट्र से चलकर हरियाणा के पानीपत में आए कोई युद्ध किया।
Malhar Rao Holkar. ..the real unsung worrior ,..!
आपकी इन बातों का में पूर्ण रूप से समर्थन करता हूं, महाराजा सूरजमल ने मराठा सेना की पूरी सहायता करना चाह रहे थे लेकिन सदाशिव भाऊ को घमंड हो गया, और घमंडी ही पतन का कारण होता हैं,
हमें इस पुरे इतिहास से बहुत कुछ सीख मिलती है, मूवी बनाने वाले लोग तो पैसे कमाने के लिए बनाते हैं, उन्हें किसी की छवि से कोई लेना देना नहीं होता,
लेकिन महाराजा सूरजमल की भावना सदाशिव भाऊ समय रहते समझ जाते तो आज भारत का इतिहास कुछ और ही होता ।।
Abe gdhe surjmal ko lalach tha delhi pr raj krne ka...
मे ए क जाट हो म नमन Krta हों सारे वीर हिन्दु सपोतों को
Akta मे बल ह
जय हिन्द जय भारत
Naman ho Hindu Mharaja Surjmal ko 🙏
Acha samjhate ho aap sir bohot kuch sikha hai apki videos dekh ke
महाराजा सूरजमल जी ने कोई शर्त न रखी थी सिर्फ सुझाव दिए थे। दिल्ली विजय तक हर युद्ध में साथ दिया पर भाउ से मतभेद होने के कारण उन्हें भाउ ने बन्दी बनाने की साजिश रच ली थी तब मराठो ने खुद उन्हें जाने के लिए कहा था तब मजबूरन उन्हें जाना पड़ा था।
Amazing explanation ,If Sadhashiv Rao Bhau had agreed to Raja Suraj Mal's Instructions,he could have saved thousands of lives,this is what happens if you don't listen to elders.1lakh marathas died,all because of bhau's ego.No doubt bhau was a good warrior,but he was a very poor diplomat.I salute Raja Suraj Mal ji for his treatment of maratha survivors.The most painful chapter in maratha history has only one silver lining,that is the way Jats treated marathas survivors.
Very good sir
Apka lecture aur video bohot acha laga.
Surajmal ji was the Lion
Real history with logic and facts
What Ashutosh Gowarikar has shown is shameless. Maharaja Suraj Mal aur Shreemant Bhau both were brave nationalist. Gaddar was awadh ka nawab aur rohilla sardar Najeeb. Tribute to all the Marathas who fought. Bhau, samsher bahadur, mahadji shinde, Ibrahim Khan , Malhar Rao and all
जाटशिरोमणि, दूरदर्शी एवम भारत मां केसच्चे वीरसपूत महाराजा सूरजमल को शत शत नमन
Strong sena or strong mindset or strong planning ki vjhse maharaja surajmal ne Delhi,haryana,west up,east Rajasthan, Gwalior bhind ...or rohilla,awadh,mughal,marathe,afghan,Jaipur he,baluch,meo SB Pele maharaja surajmal ne..jai gujjar jai jat...jai mihirbhoj gujjar
Jai shiva ji or jai maharaja surajmal ji
श्रिमंत महाराजा मल्हारराजे होळकर
बहोत ही वास्तव जाणकारि
हा जाटो प्रति आदरथा . कुछ जाटो महाराष्ट्रमेभि लया गया नासिक प्रांत मे बसया गया अभि उनको अबि जाटमराठा कहै ते है . जाट जो अभि जो बसे है ओ किसी मरठो को मामा संबोधित कहते हैl मै नासिक के किसी एक से ये हिस्ट्री सुनिथी
Like this one sawant
@@bhramar5498 he bhag kay boltay
ruclips.net/video/SL-qNdWmTJE/видео.html
Jat mratho ki ladies of sainiko ko mharastra m chod k aye vha jato ki shadi Maratha ldkio se hui
वास्तविकता यह है की पानीपत का तीसरा युद्ध ज़ब समाप्त हुआ तब मराठो के बहुत बड़ी संख्या में सैनिक मारे गए.. मराठे सैनिको के साथ उनके परिवार भी आये हुए थे युद्ध समाप्ति के पश्चात महाराजा सूरजमल ने आपने सैनिको को मराठा के लोगो को उनके परिवार को सुरक्षित उनके प्रदेश छोड़ कर आने को कहा... मराठा सैनिकों की विधवाएं एवं अन्य बहुत सैनिक महाराजा सूरजमल की फौज के वापस नहीं आये उन्ही के साथ वहां बस गए इसलिए आज भी वहां जाटो के 22 गांव है
@@sunilahlawat6141 उन गाव के नाम बता
It was egoistic thinking of Sada Shiv Rao Bhao which made him overconfident. Not only he neglected every useful advice of Maharaja Surajmal but also spoke him humiliated word. Sada Shiv Rao himself prepared ground for defeat not only of Marathas, but for victory of Afgan invaders. Great role by Maharaja Surajmal.
This is true thanks
Can you make video on 3rd battle Panipat entire story why it happened what was aftermath please make video