धैर्य और समय का महत्व ⏳✨
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- Опубликовано: 3 окт 2024
- एक साधु जो एक घाट के किनारे अपना डेरा बिछाए हुए था, वहां बैठकर "जो चाहोगे, सो पाओगे" चिल्लाते रहते थे। लोग उसे पागल समझते थे, लेकिन एक दिन एक युवक ने उसके बात सुनी और उससे पूछा कि क्या यह सच है। साधु ने उसे एक हीरा और एक मोती दिया और उसे बताया कि समय और धैर्य का महत्व। युवक ने उन उपदेशों को माना, और धैर्य और समय के साथ काम करते हुए वह अपने सपने को पूरा किया।