भव सागर कैसे पार होगा | प्रशांत मुकुंद प्रभु | AIIMS Hospital Katha | Prashant Mukund Prabhu

Поделиться
HTML-код
  • Опубликовано: 16 сен 2024
  • भव सागर कैसे पार होगा | प्रशांत मुकुंद प्रभु | Srimad Bhagavat katha | Prashant Mukund Prabhu
    भग भवानी(भूतिक जगत के )
    3 प्रकर के दुख हम तकलीफ देते हैं
    1.अधियात्मिकी
    2.आधी भूतिक
    3.आधी दैविक
    जो कृष्णा का भजन नहीं करते हैं उन्हे 3 प्रकर के दुख प्रप्त होते हैं
    बिना नाम के कृष्णा को पाना संभव ही नहीं है
    नाम भी गुरु के मध्यम: से ही लेना चाहिए
    इंसान 3 टाइप के आनंद ख़ोजता है
    1 शारिरिक आनंद
    2 मानसिक आनंद
    3 आध्यात्मिक आनंद
    सबसे जरुरी प्रेम होना चाहिए
    गुरु के प्रति:
    नाम के प्रति:
    नित्यम भागवत सेवाय
    आस्था बढ़ेगा सिर्फ और सिर्फ हरि कथा से
    मनु के पुत्र उत्तानपाद Hai
    उत्तानपाद के पुत्र ध्रुव महाराज
    ध्रुव महाराज को 36000 साल का राजय मिला था
    जो satat कीर्तन करते हैं श्री भगवान उन्को बुद्धि देते Hai
    संसार से मुक्ति का कारण है इच्छा:
    और संसार में रहने का कारण है इच्छा:
    #iskcon #prashantmukundprabhu #prashantmukunddas #kirtan #bhagavatam #ocean #god #spirituality #spirituallecture #spiritualdiscourses

Комментарии • 127