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MokshMusic
Добавлен 3 июн 2015
Lyrics by Acharya Shri Mokshrati Surishwarji M. S.
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Tap Pad 1 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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* तप पद : 1 * इहलोकनां कार्यो सकल सहेजे फळे छे तप थकी ! रिद्धि अने सिद्धि अने लब्धि मळे छे तप थकी ! भव भीमवनमां भटकवानो भय टळे छे तप थकी ! वंदन तपस्वीने सदा, वंदन सदा तपधर्मने ! ‘आ जन्ममां छे मुक्ति’ एवुं जाणता तीर्थंकरो, तो पण श्रमण थईने निरंतर आदरे तप आकरो ! तपमां छुपायो छे अजब आनंदनो अमृतझरो ! वंदन तपस्वीने सदा, वंदन सदा तपधर्मने ! मलरहित कंचनने करे छे जेम अग्नि तपावीने, तप शुद्ध आत्माने करे...
Tap Pad 2 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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* तप पद : 2 * विघ्नो टळे तपगुण थकी तपथी विकारो उपशमे ! तपसी प्रशमसुखलीन ! तेने स्वादनुं सु शें गमे ? देवोय प्रणमे तेमने, तप जेमना मनमां रमे ! वंदन तपस्वीने सदा, वंदन सदा तपधर्मने ! ज्यां ब्रह्मचर्यम् छे अने ज्यां श्री जिनेश्वर-पूजन छे, ज्यां छे जिनाज्ञा सानुबंध अने कषाय-विघटन छे, सुविशुद्ध तप आवो करे, तेने हजारो नमन छे ! वंदन तपस्वीने सदा, वंदन सदा तपधर्मने ! तप रोगनाशक भवविनाशक लक्ष्मीवर्धक छे...
Tap Pad 3 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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* तप पद : 3 * छे ऋषभप्रभुना चारसो उपवास इतिहासे अमर ! श्रीवीर विभुनो घोर तप लावे नयनमां अश्रुजल ! अणगार धन्नो जई वस्यो श्रीवीर विभुना होठ पर ! वंदन तपस्वीने सदा, वंदन सदा तपधर्मने ! दीक्षाभिलाषी शिवकुमारे जीवनभर आंबिल कर्यां ! श्री जगतचंद्र सूरीश्वरे आजीवन आयंबिल कर्यां ! श्री सुंदरीए वरस साठ हजार आयंबिल कर्यां ! वंदन तपस्वीने सदा, वंदन सदा तपधर्मने ! साधुजीवन - श्रावक जीवनमां मुख्य तपआचार छे !...
Charitra Pad 3 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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* चारित्र पद : 3 * “चारित्र स्वीकार्या पछी चारित्रपालनथी लहे - अहमिन्द्र करतां पण अधिक सुख” एम तीर्थंकर कहे ! चारित्रमां आनंदनां अनुपम अमृतझरणां वहे ! चारित्रमां मुज मन वसो, चारित्र मुज तनमां वसो ! चारित्रधरना जीवनमां अगवड नथी आफत नथी ! चारित्रधरना जीवनमां नथी चाह के चाहत नथी ! चारित्र जेवी जगतमां कोई शहेनशाहत नथी ! चारित्रमां मुज मन वसो, चारित्र मुज तनमां वसो ! बाळक बने चारित्रधर तो तेय सुरवंद...
Charitra Pad 2 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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* चारित्र पद : 2 * विश्वे अनंता काळथी चारित्रनो छे पंथडो ! आ पंथ पर चाल्या अनंता जिनवरो ने गणधरो ! आत्मा अनंता शिव वर्या चारित्रनो लई आशरो ! चारित्रमां मुज मन वसो, चारित्र मुज तनमां वसो ! समता-वरसती साधना, करुणा-छलकती दृष्टि छे ! चारित्रधरनी चोतरफ आनंदनी अमी वृष्टि छे ! संयम अने संतोषमय चारित्रधरनी सृष्टि छे ! चारित्रमां मुज मन वसो, चारित्र मुज तनमां वसो ! भिक्षुक जुओ एक ज दिवस चारित्र पाळीने थ...
Charitra Pad 1 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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* चारित्र पद : 1 * चारित्र जो ना होय तो सुज्ञान पण निष्फळ रहे ! चारित्र जो ना होय तो सद्दर्शनम् निर्बळ रहे ! सुज्ञान दर्शन पण सदा चारित्रयुक्त सफळ रहे ! चारित्रमां मुज मन वसो, चारित्र मुज तनमां वसो ! चूमे निरंतर देवता चारित्रधरना चरणने ! झंखे निरंतर इन्द्र पण चारित्रना आचरणने ! चाहे निरंतर चित्त मुज चारित्रधरना शरणने ! चारित्रमां मुज मन वसो, चारित्र मुज तनमां वसो ! षट्खंड महासाम्राज्यमां पण जे...
Gyan Pad 1 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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* ज्ञान पद : 1 * श्री धर्मश्रद्धा सर्व धर्माराधनानुं मूल छे ! श्रद्धासुगंध वहावतुं सुज्ञान रूडुं फूल छे ! जो ज्ञान छे तो नवपदोनी साधना अनुकूल छे ! जिनकथित सम्यग् ज्ञानने मुज वंदना, मुज वंदना ! जिनवर थया सर्वज्ञ, गणधरदेव पूछे छे हवे - ‘भगवन् ! कहो ने तत्त्व शुं छे ?’ त्रिपदी प्रभु पाठवे ! ने गणधरोना हृदयगिरिथी ज्ञाननी गंगा स्रवे ! जिनकथित सम्यग् ज्ञानने मुज वंदना, मुज वंदना ! जाणे नहीं तो शी रीत...
Gyan Pad 3 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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* ज्ञान पद : 3 * जे ज्ञानवर्जित धर्मक्रिया, आगिया जेवी कही ! क्रिया वगरनुं ज्ञान जे छे, सूर्य जेवुं ते सही ! शिवसु वर्या आत्मा अनंता, ज्ञानना शरणे रही ! जिनकथित सम्यग् ज्ञानने मुज वंदना, मुज वंदना ! श्रद्धा वधे छे ज्ञानथी, विकसे परिणति ज्ञानथी ! वैराग्य विलसे ज्ञानथी, छलकाय विरति ज्ञानथी ! शान्ति समाधि सन्मति सर्जाय सद्गति ज्ञानथी ! जिनकथित सम्यग् ज्ञानने मुज वंदना, मुज वंदना ! आप्युं जगतने ज्ञ...
Gyan Pad 2 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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* ज्ञान पद : 2 * शुं सत्य छे, शुं असत्य छे ? समजाय सम्यग््ज्ञानथी ! शुं धर्म छे, शुं अधर्म छे ? समजाय सम्यग््ज्ञानथी ! शुं हेय-उपादेय छे ? समजाय सम्यग््ज्ञानथी ! जिनकथित सम्यग् ज्ञानने मुज वंदना, मुज वंदना ! अबजो वरसनी साधनाथी जे मळे अज्ञानीने, ते फळ मळे छे सहज श्वासोच्छ्वासमां सुज्ञानीने ! चारित्रवान महान पण सेवे सदा श्रुतज्ञानीने ! जिनकथित सम्यग् ज्ञानने मुज वंदना, मुज वंदना ! तेने सहजमां ...
Darshan Pad 3 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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* दर्शन पद : 3 * सम्यक्त्व मयणाने मळ्युं, श्रीपाळने मयणा मळी, मुनिचन्द्रसूरिजी सांपड्या, नवपद मळ्या, विपदा टळी, सम्यक्त्वथी श्रीपाळ-मयणानी सकल आशा फळी ! एक सम्यग् दर्शनम् मळजो मने जनमोजनम ! सम्यक्त्व श्री सुलसा कने निश्चल अने निर्मळ हतुं ! श्रीकृष्ण ने श्रेणिक पासे पण हतुं झळहळ थतुं ! जिनवचन एक ज सत्य छे-आस्तिक्य आ ज्यां चळकतुं ! एक सम्यग् दर्शनम् मळजो मने जनमोजनम ! मोक्षे रमे छे मन अने संसारमा...
Darshan Pad 1 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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* दर्शन पद : 1 * जे धर्मवृक्षनुं मूळ छे अध्यात्म-मंदिर-स्थंभ छे ! जे शिवनगरनुं द्वार छे ज्यां पुण्यनो प्रारंभ छे ! निर्मल विचारो छे अने ज्यां आचरण निर्दंभ छे ! ते एक सम्यग् दर्शनम् मळजो मने जनमोजनम ! जेना विना नवपूर्वधर पण साव अभण गणाय छे ! जेना विना चोक्खुं छतां चारित्र निष्फळ जाय छे ! जेना विनानो धर्म केवळ देहमळ कहेवाय छे ! ते एक सम्यग् दर्शनम् मळजो मने जनमोजनम ! समृद्धिनो सुखशांतिनो सुसमाधिन...
Darshan Pad 2 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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* दर्शन पद : 2 * जे कल्पतरु चिन्तामणिथी अधिक महिमावंत छे ! लावे पलकमां दु:खदायक भवभ्रमणनो अंत जे ! निर्ग्रंथ गुरु, जिनकथित धर्म सुदेव ज्यां अरिहंत छे ! एक सम्यग् दर्शनम् मळजो मने जनमोजनम ! जेना प्रभावे जीवनमांथी पाप दूरे थाय छे ! जेना प्रभावे कर्मबंधन अल्पतम थई जाय छे ! जेना प्रभावे परमशांति जीवनमां छलकाय छे ! एक सम्यग् दर्शनम् मळजो मने जनमोजनम ! मिथ्यात्व महाअंधकार छे, सम्यक्त्व सूर्यप्रकाश छे...
Sadhu Pad 1 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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* साधु पद : 1 * इन्द्रियदमन नवब्रह्मगुप्ति-आचरण शोभे सरस ! रमणीय पंचाचार-पालन ने महाव्रत एकरस ! सुंदर कषायशमन अने गुप्तिसमिति अरसपरस ! हे साधु भगवंतो ! तमारी साधनाने नमन हो ! अविरत अढार हजार शीलांगो वहो छो आपश्री ! सत्तर प्रकारे संयमे सुस्थिर रहो छो आपश्री ! तप-अग्निथी कर्मोनुं घेघूर वन दहो छो आपश्री ! हे साधु भगवंतो ! तमारी साधनाने नमन हो ! संसारना संयोग ने संबंध सौ छोड्या तमे ! सुखराग ने दु:ख...
Sadhu Pad 2 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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* साधु पद : 2 * दुःखो अने कष्टो तमे हसते मुखे स्वीकारता ! सहायक थई अन्योन्यने सौ मोक्षमार्गे चालता ! सौ जीवनी रक्षा करी शरणार्थीने उद्धारता ! हे साधु भगवंतो ! तमारी साधनाने नमन हो ! भूख, तरस, तडको, टाढ, मच्छर-माखी, लोचविहारनां, छे कष्ट अपरंपार तोय प्रसन्नतानो पार ना ! तमने निहाळी वीसरुं संताप हुं संसारना ! हे साधु भगवंतो ! तमारी साधनाने नमन हो ! लोचन तमारां अमृतकुंडो छे, दया रस थी भर्यां ! मुखड...
Sadhu Pad 3 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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Sadhu Pad 3 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
Upadhyay Pad 1 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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Upadhyay Pad 1 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
Upadhyay Pad 3 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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Upadhyay Pad 3 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
Upadhyay Pad 2 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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Upadhyay Pad 2 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
Acharya Pad 3 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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Acharya Pad 3 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
Acharya Pad 2 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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Acharya Pad 2 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
Acharya Pad 1 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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Acharya Pad 1 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
Siddha Pad 3 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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Siddha Pad 3 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
Siddha Pad 2 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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Siddha Pad 2 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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Arihant Pad 1 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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Navpad 2 - Navpad Stuti - Navpad Oli Special
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Bhuj saras khubkhub ani modana
अकबर प्रतिबोधक गुरुराज के चरणों में वंदन। बहुत सुंदर रचना है। धन्यवाद।
🙏🙏🙏
વંદન.
jai jinshasan jai prabhu parshwanath jai shree ramchandra suriswarji maharaj saheb 🙏❤️
Jai jinshashan
SHRI. 1008 SUPARSHVANATH BHAGAWAN KI JAY JAY JAY 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 👏👏👏👏👏👏
SOULFULL words,music & SINGING 🎉🎉🎉
SHRI. 1008 SUPARSWANTHJI BHAGAWAN KI JAY JAY JAY 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 👏👏👏👏👏
🙏🙏🙏
Really very very nice bhakti song avu lage che Jane bhagwan mane really Mali Gaya che and hu mara bhagvan ne aa song dedicate Karu chu
Adbhut atyant sundar bhav vibhor banavi tevi rachna
Pl. Send stavan with Bijna Chandra --' SUNO CHANDAJI ..SIMANDHER PARAMATAMA PAS JAJO -- WE LISTEN FROM TWO GENERATIONS. P
Khub khub saras rachna che aa....
🙏🙏🙏🙏🙏
👏🌺👏👏👏
Very nice
Nice stavan very nice voice nicely sung.khub khub anumodna
Nice stavan nice voice
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
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🙏🏻🙏🏻 amara Sahebji...
जिनशासन के कोहिनूर, बाल दीक्षा संरक्षक,सन्मार्ग संरक्षक,ओजस्वी- तेजस्वी वाणी के प्रखर वक्ता,कुमार्ग उन्मूलक,व्याख्यान वाचस्पति, जिनशासन के जवाहिर,प्रचंड प्रतिभाशाली, मिथ्यात्व रूपी अंधकार को चीरने वाले जाज्वल्यमान सूर्य,२० वी सदी के महापुरुष,समरथ नंदन, रतनबा के आँखो के तारे, जिनशासन के उज्जवल एवं देदीप्यमान नक्षत्र,सत्यधर्म के प्रखर पक्षघर,नीडर,निर्भिक वक्ता, मेरू जैसे अपनी बात पर अटल, हिमालय जैसे अडिग,कुमार्गियो के कट्टर आलोचक,विरोधियो के प्रति भी परम करुणाशाली, समता के सागर, तपागच्छ के महानायक परम पूज्य आचार्य देव, शांत- दांत, युग सर्जक, युग पुरुष १००८ श्रीमद विजय रामचन्द्र सूरीश्वरजी महाराजा को उनके दीक्षा दिवस पर उनके श्रीचरणों मे अन्तानंत वंदन एवं नमन मालूम हो🙏🙏🙏🙏🙏
Jay Simandhar swami
🙏✌️👍
Saheb ke kuch saiyam ke liye stuti upload kijiye na
This. Song. Will. Bring. Back. Tremendous. Unity. Of. Shree. Jain. Sangh.!!!!?
Beautiful
Soooooooooooo supper sing a song I have speechless
🙏🙏🙏
🙏🙏🙏
🙏🙏
Jainam jayati sasnam vande veeram namostu gurudev natmastak aadishwaram Prabhu Tass michami dukdam 🙏🏻🙏🏻✨
Very nice
🙏🙏🙏 અદભુત
🙏🙏🙏 અદ્ભુત
Jay ho sree simandhar sawami bhagwan ki namo namo
Very nice
Just superb....
Khubaj upkar 🙏 heart touching effective expressive voice and words and sung💯🤲🎊😢🌄🌹
અતિ સુંદર ! આભાર ! વંદન .
Tame Bhagwan Banya tame bhavpar thayaa! I need this song on RUclips please 🙏🏻
❤❤
Nice song