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Aatam Jaagriti
Добавлен 28 май 2020
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मेरी लगी पिया संग प्रीत दुनिया क्या जाने।
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जब प्रीतम से लगन लग जाती है तो संसार की कोई इच्छा नहीं रहती है।
साहेब आए इन जिमी कारज करने तीन सबका झगडा मेंट कर या दुनिया या दीन।
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साहेब आए इन जिमी कारज करने तीन सबका झगडा मेंट कर या दुनिया या दीन।
बुलाईयां निसवत जान के अरवा आसिक जे ।
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बुलाईयां निसवत जान के अरवा आसिक जे ।
कार्तिक के महीने में महिलाएं क्यों नहाती हैं जमुनाजी।
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कार्तिक में नहाने से क्या लाभ होता है।
लक्ष्मी जी को पद्ममावती क्यों कहते हैं ?
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विष्णु भगवान की पत्नी लक्ष्मी जी ने किलकिला नदी के किनारे तप किया ।
भजन के माध्यम से जाने==हमें धाम चलने की सुध भी ना होती, अगर तुम ना आते अगर ना बताते।
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भजन के माध्यम से जाने हमें धाम चलने की सुध भी ना होती, अगर तुम ना आते अगर ना बताते।
दीपावली के दिन चारों ओर रोशनी ही रोशनी।
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पूरे साल 365 दिन दीपावली हो उसके लिए जान का दीपक जलाएं।
परमात्मा के बारे में ग्रंथों में लिखा तो सब था लेकिन किसी ने बतया नहीं।
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हिन्दू ग्रन्थ गीता, भागवत पुराण, पुराण संहिता, महेश्वर तंत्र, गरु वाणी आदि में सब लिखा है।
अंतर्राष्ट्रीय सरद पूर्णमा पद्मावती पुरी धाम पन्ना जी के धाम चबूतरे पर अशोक जी के आशीर्वाद वचन।
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अंतर्राष्ट्रीय सरद पूर्णमा पद्मावती पुरी धाम पन्ना जी के धाम चबूतरे पर अशोक जी के आशीर्वाद वचन।
उठे नीले पीले मन्दिर से पिया , सब सखियों ने दर्शन किया ।
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उठे नीले पीले मन्दिर से पिया , सब सखियों ने दर्शन किया ।
श्यामा जी श्याम के संग जुवती अति जोर।
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श्यामा जी श्याम के संग जुवती अति जोर।
कहियत नेहचल ,नेहचल नाम सदा सुखदाई नाम ।
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कहियत नेहचल ,नेहचल नाम सदा सुखदाई नाम ।
धाम चबूतरे पर शरद पूर्णमासी के अवसर पर गरबा।
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धाम चबूतरे पर शरद पूर्णमासी के अवसर पर गरबा।
सरसावा ज्ञानपीठ = से रंजीत जी , अर्पण जी, गोविंद जी के द्वारा चलो चलो रे साथ पन्ना धाम में
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सरसावा ज्ञानपीठ = से रंजीत जी , अर्पण जी, गोविंद जी के द्वारा चलो चलो रे साथ पन्ना धाम में
शरद पूर्णिमा की शोभा पदमावती पुरी धाम पन्ना जी ।
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शरद पूर्णिमा की शोभा पदमावती पुरी धाम पन्ना जी ।
श्री कृष्ण जी की तीन लीला कौन कौन सी हैं ?
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श्री कृष्ण जी की तीन लीला कौन कौन सी हैं ?
भजन - अर्स की मूल खिलवत में पिया तुम ही जगाओगे।
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भजन - अर्स की मूल खिलवत में पिया तुम ही जगाओगे।
मेरी सैयल रे शाह आए थे मेरे घर, मैं पहचान ना कर सकी।
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मेरी सैयल रे शाह आए थे मेरे घर, मैं पहचान ना कर सकी।
सुनीता जी के द्वारा - इतथे नजर ना फेरिए, पलक न दीजे नैन । नीके स्वरूप जो निरखिए, आत्म होए सुख चैन।।
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सुनीता जी के द्वारा - इतथे नजर ना फेरिए, पलक न दीजे नैन । नीके स्वरूप जो निरखिए, आत्म होए सु चैन।।
पूर्णब्रह्म ब्रह्म से न्यारे आनन्द अखंड अपार मेरे वाला जी सो घर आए हमारे।
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पूर्णब्रह्म ब्रह्म से न्यारे आनन्द अखंड अपार मेरे वाला जी सो घर आए हमारे।
नूर भरे नैना निर्मल - संगीत राजजी के नैना कितने नूर भरे हैं।
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नूर भरे नैना निर्मल - संगीत राजजी के नैना कितने नूर भरे हैं।
हिन्दू पक्ष जीते जी मां बाप की सेवा करें या मरने के बाद श्राद्ध करें ?
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हिन्दू पक्ष जीते जी मां बाप की सेवा करें या मरने के बाद श्राद्ध करें ?
सरसावा के मंच पर वाणी गायन का अनोखा नजारा ग्रुप के साथ।
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सरसावा के मंच पर वाणी गायन का अनोखा नजारा ग्रुप के साथ।
सरसावा ज्ञानपीठ से -( 13 वर्षीय अर्स )के द्वारा देह और जीव के विषय में चर्चा।
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सरसावा ज्ञानपीठ से -( 13 वर्षीय अर्स )के द्वारा देह और जीव के विषय में चर्चा।
सरसावा ज्ञानपीठ - के मंच पर सिखा सुमति के द्वारा अब जाग देखो सुख जागनी ।
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सरसावा ज्ञानपीठ - के मंच पर सिखा सुमति के द्वारा अब जाग देखो सु जागनी ।
आवो जी वाला मारे घेर सरसावा के बालक बालिकाओं के द्वारा राजजी का आवाहन।
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आवो जी वाला मारे घेर सरसावा के बालक बालिकाओं के द्वारा राजजी का आवाहन।
डा. प्रवीण बत्रा जी द्वारा वाणी चर्चा सरसवा ज्ञानपीठ से ।
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डा. प्रवीण बत्रा जी द्वारा वाणी चर्चा सरसवा ज्ञानपीठ से ।