- Видео 37
- Просмотров 2 822 389
Shrikant Vaishya
Добавлен 25 авг 2014
Awadhi Folk: Pat rakha ho mahrani
सुमिरि ल्या दुरगा भवानी:
वह दैवी सत्ता जो सारे प्राणियों में माँ के रूप में, शक्ति के रूप में, ऋतम्भरा प्रज्ञा के रूप में स्थापित उपस्थित है, उसका बोध, चिंतन और साधना सदैव मानवीय चेतना को प्रेरित अनुप्राणित करता रहा है। वर्ष की ऋतु संधियों पर समूचे ब्रह्माण्ड में एक विशेष हलचल आभाषित होती है......... माँ की वह दैवी शक्ति घनीभूत हो जाती है नवरात्र पर्वों पर। श्रध्दा-सिक्त मन आर्द्र कंठ से पुकार उठता है - पति राखा हो महरानी।।।।।।
स्वर: श्रीकांत वैश्य
संगीत: श्रीकांत वैश्य
भाव भूमिका : अरुण कुमार तिवारी
वीडियो संयोजन: अरुण कुमार तिवारी
सुमिरि ल्या दुरगा भवानी-2
हे पति राखा हो महरानी।
सुमिरि ल्या दुरगा भवानी,
हे पति राखा हो महरानी।।
चम चम चमकेला माई के लिलरवा-2
जइसे कटरिया के पानी-2
हे पति राखा हो महर...
वह दैवी सत्ता जो सारे प्राणियों में माँ के रूप में, शक्ति के रूप में, ऋतम्भरा प्रज्ञा के रूप में स्थापित उपस्थित है, उसका बोध, चिंतन और साधना सदैव मानवीय चेतना को प्रेरित अनुप्राणित करता रहा है। वर्ष की ऋतु संधियों पर समूचे ब्रह्माण्ड में एक विशेष हलचल आभाषित होती है......... माँ की वह दैवी शक्ति घनीभूत हो जाती है नवरात्र पर्वों पर। श्रध्दा-सिक्त मन आर्द्र कंठ से पुकार उठता है - पति राखा हो महरानी।।।।।।
स्वर: श्रीकांत वैश्य
संगीत: श्रीकांत वैश्य
भाव भूमिका : अरुण कुमार तिवारी
वीडियो संयोजन: अरुण कुमार तिवारी
सुमिरि ल्या दुरगा भवानी-2
हे पति राखा हो महरानी।
सुमिरि ल्या दुरगा भवानी,
हे पति राखा हो महरानी।।
चम चम चमकेला माई के लिलरवा-2
जइसे कटरिया के पानी-2
हे पति राखा हो महर...
Просмотров: 3 192
Видео
Nirgun: Sagun Chunariya.. Awadhi folk
Просмотров 19 тыс.7 лет назад
निरगुन: भारतीय दर्शन अपने में अद्भुत है। यहाँ मृत्यु भी एक उत्सव है। देहांत, मात्र देह का अंत है, जीवन का नहीं। विशाल चेतना में विलय के लिए विदेह होना जरूरी है। देह विसर्जन, नव-जीवन की प्रक्रिया है... कर्मों के नियोजन द्वारा चेतना विस्तार का परम पुरुषार्थ है। अल्पज्ञ का सर्वग्य में विलय है... उच्चतम चेतना से गठबंधन है। जीवन दर्शन के यही स्वर लोकगीतों में भी मुखर होते रहे हैं। कभी सूफी संतों ने ...
Awadhi Lokgeet: Ganga Geet by Shrikant Vaish
Просмотров 61 тыс.7 лет назад
हे गंगा माई हमार पाप काटा: भारतीय जनमानस में गंगा, पवित्रता, उदारता और आवश्यकता की अविरल प्रवाह है। वह गंगोत्री से गंगासागर तक उर्वरता का अनुदान बिखेरती चली जाती हैं....... वह श्रध्दा, शुचिता और संसाधन-सम्पदा की अद्भुत त्रिवेनी भी है। गंगा-हीन भारत की कल्पना करें तो मात्र बंजर सा कुछ बचता है। प्रकृति से आहत जनमन रुँधे कण्ठ से माँ गंगा को पुकारता है। श्रीकांत वैश्य जी की एक और मधुर प्रस्तुति.......
Awadhi geet: Ganga tori lahari By Shrikant Vashya
Просмотров 8 тыс.9 лет назад
गंगा तोरी लहरी: गंगा भारतीय समाज की जीवन रेखा है। श्रध्दा की स्रोत और पवित्रता की सौगंध है। कितनी ही संस्कृतियाँ भागीरथी तट पर पुष्पित पल्लवित हुईं। सगर के पुरखों के पुरुषार्थ में हमारी भी जाने कितनी पीढ़ियाँ तरी हैं और तरेंगी, तरती रहेंगी। हमारे उद्भव से लेकर विसर्जन तक, समूचा जीवन क्रम गंगा का ऋणी है। गंगा के बूँद बूँद ने हमें पोषण दिया है। कृतज्ञ भाव और श्रध्दा बोध से ओतप्रोत काया स्वतः ही कर...
Mathura se bhejele sandesh by Shrikant Vaishya
Просмотров 1,7 тыс.9 лет назад
विरह-वेदना मानव जीवन की संभवतः क्रूरतम व्यक्तिगत अनुभूति है। इसमें पदार्थगत क्षति नहीं बल्कि आत्मगत अंश के क्षरण की अनुभूति है। इसलिए उसकी तन्मात्राएँ भी उसी अनुपाती अंशों में सघन होती हैं जो अन्तः को निरन्तर व्यथित किए रहती हैं। प्रियतम की कोई पाती, कोई सँदेश विरहणी के भाव दशा को शान्त नहीं करते। उल्टे और भी छेड़ देते हैं। स्वर और संगीत: श्रीकान्त वैश्य भाव भूमिका : अरुण कुमार तिवारी वीडियो संय...
Tero lala bhukho by Shrikant Vaishya
Просмотров 1,2 тыс.9 лет назад
भारतीय संस्कृति में सुर साधना जीवन साधना की ही एक एक विधा रही है। एक समूचा आत्म विज्ञान रहा है यह। तभी तो कबीर मीरा सूर से लेकर संत तुकाराम तक ने इसी साधन को आत्म साधना का अवलम्ब बनाया। साधना के इसी क्रम श्रृंखला में श्रीकांत वैश्य जी का यह गीत ब्रज बोली में। सुर और संगीत दोनों श्रीकांत जी के - भाव भूमिका : अरुण कुमार तिवारी वीडियो संयोजन: अरुण कुमार तिवारी दै दै दै दै री ओ माखन रोटी दै दै, ओ म...
"Kahan lage mohan maiya maiya" by Shrikant Vaishya
Просмотров 8 тыс.9 лет назад
और एक प्रस्तुति सूरदास की इस रचना की जिसे श्रीकांत वैश्य ने अपने सुर और संगीत से सजाया है - वीडियो संयोजन: अरुण कुमार तिवारी कहन लागे मोहन मइया-मइया-2 पिता नन्द सों बाबा-बाबा-2 अरु हलधर सों भइया। कहन लागे मोहन मइया-मइया-2 ऊँचे चढ़ि चढ़ि जसुदा पुकारें-2 लै लै नाम कन्हइया। दूर कहूँ जिन जाहु लला रे, मारेगी काहू की गइया।। कहन लागे मोहन मइया-मइया-2 गोपी ग्वाल करत कौतूहल -2 घर घर लेत बलैया। मन खञ्जन प्...
Jag Baurana: Bhajan by Shrikant Vaishya
Просмотров 5 тыс.9 лет назад
कबीर ने सदा धार्मिक जूनून पर प्रहार किया है। जिन्होंने धार्मिक कर्मकाण्ड के कलेवर मात्र को धर्म समझ लिया था उन पर कबीर की जबान सदैव कठोर रही है। जो आत्मसुधार की दुरूह प्रक्रियायों से गुजरे बिना मात्र चिह्न पूजा के जरिये अभीष्ट साधना चाहते हैं, वे तो स्वस्थ मानसिकता वाले हो नहीं सकते। विकारग्रस्त मस्तिष्क में संस्कार जन्य विचार भला कैसे आ पाएंगे ! समूचा संसार इस दृष्टि से बौराया हुआ है !! श्रीका...
Mai to ramta jogi: Bhajan by Shrikant Vaishya
Просмотров 4,9 тыс.9 лет назад
देह निःसंदेह संसार की है और संसारजन्य संस्कारों - विकारों से अनुप्रेरित अनुप्राणित रहती है किन्तु हम अपने आत्मिक आस्तित्व में सर्वथा दिव्य हैं, अलौकिक हैं। भौतिक जगत से परे हम अंश हैं उस विराट चेतना की, जिसे दुनिया विभिन्न नामों से भगवान पुकारती है। जन्म-जन्मांतरों से हम उसी सत्ता से योग युग्म बनाने का प्रयास पुरुषार्थ करते योगी बने भिन्नाभिन्न योनियों में घूम रहे हैं। वस्तुतः हमारा सरोकार दुनि...
Bhajan: Mukhda kya dekhe darpan me by Shrikant Vaishya
Просмотров 65 тыс.9 лет назад
।।मुखड़ा क्या देखे दरपन में।। स्वर, संगीत: श्रीकांत वैश्य वीडियो संयोजन: अरुण कुमार तिवारी मुखड़ा क्या देखे दरपन में-२ दया धरम नहीं मन में-२ मुखड़ा क्या देखे दरपन में, मुखड़ा क्या देखे दरपन में।। गहरी नदिया नाव पुरानी, उतरन चहिये पल में-२ प्रेम की नइया पार उतर गयी-२ पापी डूबे यही जल में-२ मुखड़ा क्या देखे दरपन में, मुखड़ा क्या देखे दरपन में।। दरपन देखत, मोंछ मुरेरत, तेल चुवत जुलफन में-२ इक दिन ऐसा आन...
Awadhi folk song: khankela kangna by Shrikant Vaishya
Просмотров 15 тыс.9 лет назад
यौवन का चौखट, जीवन का प्रवेश एक नए परिवेश में कर डालता है। सर्वथा रंगीन दृश्यावलियों से परिपूर्ण ! उमंग उत्साह से भरपूर !! समूचा आस्तित्व एक स्वप्निल तन्द्रा से आवेशित नित नवीन श्रृंगारिक परिदृश्यों की रचना में निमग्न हो जाता है। आयु के इस मधुमास में प्रायःउच्छृंखिलता भी घिर आती है। यौवन के कुछ इन्ही बिन्दुओं को उकेरता उभारता यह गीत एक नारी स्वर के साथ श्रीकांत वैश्य जी की आवाज़ में… भाव भूमिका ...
Awadhi/Bhojpuri folk song: Tohse binti ba rauaa,,, by Shrikant Vaishya
Просмотров 2,4 тыс.9 лет назад
।।तुँहसे बिनती बा रउआ ई हाथ जोड़ि कै।। कितनी वेदना होती है जब अपने कोई अपने बिछड़ते हैं .... । हठात आकुल मन आग्रह कर उठता है…… पर गीत पूरा नहीं मिल सका है, हमें भी कसक है। भाव भूमिका : अरुण कुमार तिवारी वीडियो संयोजन: अरुण कुमार तिवारी आज अइसे न जा तू अकेल छोड़ि कै - 2 तुँहसे बिनती बा रउआ ई हाथ जोड़ि कै - 2 रउआ हमरौ बा बिनती ई हाथ जोड़ि कै - 2 आज मोड़ी न हमै ईमान छोड़ कै -2 देखा देखा ई मौसम घटा देखा न...
Awadhi Bhojpuri Folk Song: Chalaa diljaniya payaliya.. by Shrikant Vaishya
Просмотров 28 тыс.10 лет назад
अवधी लोकगीत by श्रीकांत वैश्य: भाव भूमिका : अरुण कुमार तिवारी वीडियो संयोजन: अरुण कुमार तिवारी चला दिलजनियाs.... हे चला दिलजनिया हो.... हे चला दिलजनिया... हे चला दिलजनिया, पयलिया सम्हारि के। चला दिलजनिया, पयलिया सम्हारि के -s..s पँचरंग चुनरी, बलम तोहे दिहलें.. बलम तोहे दिहलें। पँचरंग चुनरी, बलम तोहे दिहलें, दगिया लगवलू.. हे दगिया लगवलू, न रखलू सम्हारि के। चला दिलजनिया, पयलिया सम्हारि के।। चला द...
Awadhi-Bhojpuri Folk song: Rauaa raja babu hauaa by Shrikant Vaishya
Просмотров 9 тыс.10 лет назад
रउआ राजा बाबू हउआ: आत्मीयता सघन हो तो हर कोई अपना लगता है। प्रसंग राम वन-गमन का है। तथाकथित सभ्य समाज जब ऊँचे प्रयोजनों में सहयोग करने से हाथ पीछे खींच लेता है तो सघन आत्मीयता वाले वनवासी, ये छोटे छोटे लोग ही आगे आते हैं। वन प्रदेश में माननीय अतिथि से आतिथ्य स्वीकारने का आग्रह मनुहार करते हैं, जो कि उनका राजा भी है। किन्तु संबंधों की अभिव्यक्ति में कही राजा प्रजा का भाव नहीं ! सर्वत्र एक सघन आत...
Awadhi Folk Song: Piya chunri li aai da humke by Shrikant Vaishya
Просмотров 14 тыс.10 лет назад
Awadhi Folk Song: Piya chunri li aai da humke by Shrikant Vaishya
Awadhi Folk Song Nirgun: Thagwan ke raj ba by Shrikant Vaishya
Просмотров 25 тыс.10 лет назад
Awadhi Folk Song Nirgun: Thagwan ke raj ba by Shrikant Vaishya
Lokgeet: yahi pipra ke chhainya.. by Shrikant Vaishya
Просмотров 31 тыс.10 лет назад
Lokgeet: yahi pipra ke chhainya.. by Shrikant Vaishya
Nirgun - Tu to udta panchhi by Shrikant Vaishya
Просмотров 6 тыс.10 лет назад
Nirgun - Tu to udta panchhi by Shrikant Vaishya
Awadhi-Bhojpuri Folk song: Hammai naihar se... by Shrikant Vaishya
Просмотров 18 тыс.10 лет назад
Awadhi-Bhojpuri Folk song: Hammai naihar se... by Shrikant Vaishya
Awadhi folk song: Hey maai Gangiya re by Shrikant Vaishya
Просмотров 1,5 тыс.10 лет назад
Awadhi folk song: Hey maai Gangiya re by Shrikant Vaishya
Awadhi folk song: Chatki chunariya rangaay da by Shrikant Vaishya
Просмотров 45 тыс.10 лет назад
Awadhi folk song: Chatki chunariya rangaay da by Shrikant Vaishya
Awadhi Lokgeet: Tani dhire dhire chalaa gori..... by Shrikant Vaishya
Просмотров 171 тыс.10 лет назад
Awadhi Lokgeet: Tani dhire dhire chalaa gori..... by Shrikant Vaishya
Lok-Geet: Chiryi tohke laike na... by Shrikant Vaishya
Просмотров 95 тыс.10 лет назад
Lok-Geet: Chiryi tohke laike na... by Shrikant Vaishya
Awadhi Geet - Nirgun: Guiyan dui din ke malomal by Shrikant Vaishya
Просмотров 8 тыс.10 лет назад
Awadhi Geet - Nirgun: Guiyan dui din ke malomal by Shrikant Vaishya
Awadhi Nirgun Lokgeet: Sainya mor gawanwa... by Shrikant Vaishya
Просмотров 85 тыс.10 лет назад
Awadhi Nirgun Lokgeet: Sainya mor gawanwa... by Shrikant Vaishya
Awadhi Lokgeet: Tori Jhulni se baaj aayi...By Shrikant Vaishya
Просмотров 19 тыс.10 лет назад
Awadhi Lokgeet: Tori Jhulni se baaj aayi...By Shrikant Vaishya
Awadhi Lokgeet-Nirgun: Daam na maange by Shrikant Vaishya
Просмотров 15 тыс.10 лет назад
Awadhi Lokgeet-Nirgun: Daam na maange by Shrikant Vaishya
Awadhi folk song-Nirgun: Mero fulgendwa ganway diyo gori by Shrikant Vaishya
Просмотров 41 тыс.10 лет назад
Awadhi folk song-Nirgun: Mero fulgendwa ganway diyo gori by Shrikant Vaishya
Awadhi Nirgun: Baba humke khelai da... by Shrikant Vaishya
Просмотров 113 тыс.10 лет назад
Awadhi Nirgun: Baba humke khelai da... by Shrikant Vaishya
बहुत सुंदर व भावपूर्ण गीत।
मेरी दादी दादा न जाने कहा चले गए मेरी बुआ राजकुमारी लालमणि मरी पुष्पा n जाने कहां चले गए प्रभु मेरे भांजी पूजा जीजा रामराज पटेल की आत्मा को परम शांति दे
मैं जितनी बार सुनता हूं , बस सुनते जाता हूं और बार बार सुनता हूं । आवाज और संगीत में साक्षात मां सरस्वती की कृपा झलक रही हैं । भोजपुरी में ऐसे गीत ही भोजपुरी की सभ्यता और उच्चायीं को दिखाते हैं ।
बहुत बढ़िया 🙏🙏
जय हो 🙏💐
अवधी लोकगीत का प्रचार प्रसार के लिए धन्यवाद
Nice
Satya bachan
जय हो श्रीकांत कुमकुम जी रस भरी आवाज में मिठास है
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति दी गई है और इस तरह से गाया गया है कि एक एक शब्द में मिठास हो कुमकुम जी रस भरी आवाज जो आज तक कोई नही मिला है
वो आवाज़, वो दर्द, वो भाव, वो सादगी, दिल ❤ को छलनी कर दिया... जय श्री राम जी की
Bahut sunder prastuti mere Bhai Jay Shri Ram ji ki
निर्गुण सम्राट गायक श्री श्रीकान्त वैश्य जी को मेरा कोटि कोटि प्रणाम अभिनंदन वंदन जय सियाराम जी की
इस लोक गीत में श्रीकांत जी का साथ रीना टंडन ने दिया है।
Beautifully sung
Super nirgun song.
आचार्य प्रशांत सर ❤❤❤
बहुत सुंदर प्रस्तुति
good song
Bahut hi sundar bhartiy gramin jiwan ki sanjiwani Kaha gye ye geet aur gayak
आपका गाया चैता गीत चुनरी पहिनी नज़रा गइले सैया जी यह भी अपलोड नहीं है इससे भी अपलोड कर दीजिए
लोकगीत गायकी मैं आपका कोई जवाब नहीं
सर जी प्रणाम हमारी भी यही डिमांड है श्याम सो जा कहियो प्यारे गीत अपलोड कर दीजिए
Haamare bade papa ka gana 🙏
जिस चीज को बरसों से खोज रहा था, वह आपकी भजन में पा गया। आपको बारंबार प्रणाम करता हूं।
लाजवाब भजन ।
बहुत सुंदर भजन।
आपका भजन सुनने का सौभाग्य बहुत देर से मिला है। ऐसे मार्मिक भजन पहली बार सुन रहा हूं। नमस्कार।
आपका हर एक भजन दिल को झकझोर देने वाला है। आपको बारंबार नमस्कार है।
Bahot sundar devi geet 🙏
Bahot hi sundar geet
5:52
🇮🇳💕जय श्री राम💕जय श्री अवधी💕जय श्री मेथिली💕जय श्री भोजपुरी💕जय श्री ब्रज💕जय श्री नेपाली💕जय श्री मराठी💕जय श्री पाली💕जय श्री संस्कृत💕जय श्री हिन्दी💕🇮🇳👌भारत (India) में 3 भाषा (बोलनी/लिखनी/पढनी) आनी अनिवार्य है -----> { 1-मातृभाषा,2-हिन्दी,3 -English }💕🇮🇳💜💘❤💗🇮🇳👌
इस लोकगीत में मैंने भी आपके साथ गायन में सहयोग किया है कृपया मेरा भी नाम सम्मिलित करें।
Yah geet mere prayagraj ki Den hai ham log Bachpan mein bahut sunte the tab video nahin bante the mohalla jansenganj Pan dariba ka hai
बहुत सुन्दर प्रस्तुति l
प्रणाम गुरु जी !🙏🏻
Jai shree ram
श्रीललिताम्बिकायै नमो नमः!🙏
पूरा song अपलोड करें please।। 2008 me radio में सुना था, इलाहाबाद से प्रसारित।।
Verey good Lookgeet
वाह काका वाह!इससे अच्छा और प्रामाणिक गीत भोजपुरी संगीत में नही हो सकता है।भोजपुरी गीत संगीत का सशक्त हस्ताक्षर है यह गीत।बड़ा दुख होता है आज का भोजपुरी गीत और संगीत सुनकर।मन ही नही करता आजकल का गीत सुनने को।अश्रुपूरित आंखों से आपको धन्यवाद।।।
ये अवधी लोकगीत है भोजपुरी का अपना समृद्ध साहित्य है ❤
Very nice voice
Nice song
Jai shree Krishna Ji
महान गायक जी को सादर प्रणाम।
Nice geet
Deep and meaningful song!
बहुत सुंदर ह्रदयस्पर्शी
Hello there can you please provide us their contact details, We need these artist for our play.. Please if got this comment please provide us... Waiting for your precious time...