।।अखण्ड परम प्रगट प्रत्यक्ष, राम नाम मार्ग दर्शन-संतो की वाणी।।राम नाम मणि दीप धरु, जीह देहरी द्वार, तुलसी भीतर बाहरहुं, जो चहसि उजियार।।00।।जाना नही है देही गुरुआ तुमने, परम राम नाम अखण्ड का रहस्यवाद। तो रामायण गीता पर व्याख्या करना सब कुछ लगता बकवाद।।01।।किया ना पौरुष आकर जग मे, श्री राम अरु कृष्ण को जाना नही मन के दर्पण मे। करवाते हो बातो ही बातो मे, भारी दंगा फसाद क्या यही है तुम्हारा रहस्यवाद।।02।।परम राम नाम अखण्ड को चित्त मे जाननहारे समझ गये है, अरु निगुरा रह जाए ठिल्ली मे। सतगुरु मेरे सतधाम वसे, गुरु पूनो मनाय जाय नासिक मे।।03।।अपने चित्त मे धारो भाई बहनो निरंतर परम राम नाम अखण्ड धुन, इसके पहले साँई अरुण जी शेलार के सतसंग सुन। मिल जाऐगा घर बैठे तुझको गुरु प्रसाद, तू हो जाऐगा भव पार।।04।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी,,7898158018-🙏🏻🌹
।।पुराना कबीर बीजक।।अथ रमैनी प्रथम।।विजया दशमी विशेष।।,,।।।चौपाई:-जीव रुप एक अन्तर वासा, अंतर ज्योति कीन्ह प्रकाशा। इच्छा रुप नारी एक अवतारि, तासु नाम गायत्री धारी।।01।।तेहि नारि के पुत्र तीन भयहुं, ब्रम्हा विष्णु महेश नाम धरहुं। तब ब्रम्हा पूछत महतारी, को तोर पुरुष का करि तुम नारी।।02।।तुम हम, हम तुम और ना कोई, तुम मोर पुरुष हम ही तोरी जोई।।,,।।साखी:-बाप पूत की एकहि नारि, और एक ही माय विआय। ऐसा पूत सपूत ना देख्यो, जो बापै चीन्हे धाय।।00।।अथ रमैनी द्वितीय।।,,।।चौपाई:-अन्तर ज्योति शबद एक नारी, हरि ब्रम्हा ताके त्रिपुरारि। ते तिरियै भग-लिग अन्ता, ते उन जानै आदिउ अन्ता।।01।।बखरी एक विधातै कीन्हा, चौदह ठहर पाटि सो लीन्हा। हरि हर ब्रम्हा महन्तौ नाम,ते पुनि तीनि वसाबल गाऊ।।02।।पेटहि काहु ना वेद पढाया, सुनति कराय तुरुक नहि आया। ते पुनि रचिन खण्ड ब्रम्हांडा, छै दर्शन छियान्यवे पखण्डा।।03।।नारि मोचित गर्भ प्रसूती,स्वांग धरै बहुतै करतूति। ताहिया हम तुम एकै लोहू, एकै प्राण वियायल मोहू।।04।।एकै जनी जना संसारा, कौन ज्ञान ते भयो नियारा। भा बालक भग द्वारे आया, भग भोगते पुरुष कहाया।।05।।अविगति की गति काहु ना जानी, एक जीभ कित कहौ बखानी। जौ मुख होय दशलाषा, तौ कोई आइ महन्तौ भाषा।।06।।:-साखी:-कहहि कबीर पुकारिकै, ई लयऊ व्यवहार। राम नाम अखण्ड जाने बिना, भव डूबि रहा संसार।।00।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।,,।।
Listening from uss beautiful bajan
Very good nice 🎉🎉🎉🎉❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
🙏🙏🙏
Parvin❤❤❤😮Jay,❤
Un ki😂 tc😊😊
Bahot.badiya.saheb.bandgi
😊
आपके गुरु को प्रणाम 🙏
❤❤❤❤❤
Jai satguru ki
जय हो आपका नीर्गुणी भजन सुनते हैं पुजा पाठ करते हे घर पर ही रहते हैं जय श्री श्याम श्री राधे कृष्णा
।।अखण्ड परम प्रगट प्रत्यक्ष, राम नाम मार्ग दर्शन-संतो की वाणी।।राम नाम मणि दीप धरु, जीह देहरी द्वार, तुलसी भीतर बाहरहुं, जो चहसि उजियार।।00।।जाना नही है देही गुरुआ तुमने, परम राम नाम अखण्ड का रहस्यवाद। तो रामायण गीता पर व्याख्या करना सब कुछ लगता बकवाद।।01।।किया ना पौरुष आकर जग मे, श्री राम अरु कृष्ण को जाना नही मन के दर्पण मे। करवाते हो बातो ही बातो मे, भारी दंगा फसाद क्या यही है तुम्हारा रहस्यवाद।।02।।परम राम नाम अखण्ड को चित्त मे जाननहारे समझ गये है, अरु निगुरा रह जाए ठिल्ली मे। सतगुरु मेरे सतधाम वसे, गुरु पूनो मनाय जाय नासिक मे।।03।।अपने चित्त मे धारो भाई बहनो निरंतर परम राम नाम अखण्ड धुन, इसके पहले साँई अरुण जी शेलार के सतसंग सुन। मिल जाऐगा घर बैठे तुझको गुरु प्रसाद, तू हो जाऐगा भव पार।।04।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी,,7898158018-🙏🏻🌹
Sant rampal g maharaj ,ka satsang dekhe or apna bharm dur kare ,sadhana chanal 7.30 roj sham dekhe
SHRI SADGURUDEV BHAGVAN KI JAI
Sankarbagawankijey
Isakulcolejgurukulachisiksadege
Hosaketoinsanbanohewannabanoachilaxmilekejayegajagmekahipar
क्या कहना राजस्थानी धरती तुझे प्रणाम भक्ति ,शक्ति योग युक्ति ,बहादुरी सभी तेरे आंचल में तूने समेंट रखा,
Kabirsahebkijeysanto
Saheb Bandagi. very good.
M. S b. Very Good bhajan.
Vest, it is true
Very nice👍👍
❤️❤️❤️❤️❤️😀😀😀
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
जय सियाराम जी आपको
।।पुराना कबीर बीजक।।अथ रमैनी प्रथम।।विजया दशमी विशेष।।,,।।।चौपाई:-जीव रुप एक अन्तर वासा, अंतर ज्योति कीन्ह प्रकाशा। इच्छा रुप नारी एक अवतारि, तासु नाम गायत्री धारी।।01।।तेहि नारि के पुत्र तीन भयहुं, ब्रम्हा विष्णु महेश नाम धरहुं। तब ब्रम्हा पूछत महतारी, को तोर पुरुष का करि तुम नारी।।02।।तुम हम, हम तुम और ना कोई, तुम मोर पुरुष हम ही तोरी जोई।।,,।।साखी:-बाप पूत की एकहि नारि, और एक ही माय विआय। ऐसा पूत सपूत ना देख्यो, जो बापै चीन्हे धाय।।00।।अथ रमैनी द्वितीय।।,,।।चौपाई:-अन्तर ज्योति शबद एक नारी, हरि ब्रम्हा ताके त्रिपुरारि। ते तिरियै भग-लिग अन्ता, ते उन जानै आदिउ अन्ता।।01।।बखरी एक विधातै कीन्हा, चौदह ठहर पाटि सो लीन्हा। हरि हर ब्रम्हा महन्तौ नाम,ते पुनि तीनि वसाबल गाऊ।।02।।पेटहि काहु ना वेद पढाया, सुनति कराय तुरुक नहि आया। ते पुनि रचिन खण्ड ब्रम्हांडा, छै दर्शन छियान्यवे पखण्डा।।03।।नारि मोचित गर्भ प्रसूती,स्वांग धरै बहुतै करतूति। ताहिया हम तुम एकै लोहू, एकै प्राण वियायल मोहू।।04।।एकै जनी जना संसारा, कौन ज्ञान ते भयो नियारा। भा बालक भग द्वारे आया, भग भोगते पुरुष कहाया।।05।।अविगति की गति काहु ना जानी, एक जीभ कित कहौ बखानी। जौ मुख होय दशलाषा, तौ कोई आइ महन्तौ भाषा।।06।।:-साखी:-कहहि कबीर पुकारिकै, ई लयऊ व्यवहार। राम नाम अखण्ड जाने बिना, भव डूबि रहा संसार।।00।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।,,।।
A
Yeh duniya anjan hai dharati par bhagwan hai kabir Sahib Sant rampal ji Maharaj ke chole mein hai ji
Yeh duniya anjan hai kabir Sahib bhagwan hai
Bahut sunder
Very exciting bhajan to getting on muktiarg.
0w
@@rameshtriwadi7424😅😮 .. . 1. - ... - ...😅
ऊयछनल़डत ए
Jai Gurudev
Sat saheb ji kanwar singh yadav Rewari Haryana
Nice bajan❣️
jj
जय हो🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत ही सुन्दर भजन प्रणाम सरजी
जय श्री राधे कृष्णा
Very nice and good voice 🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🍀🌹🌹🌹🌹🌹
Asfbkdjmf Qahkud b Dhdwgb
Jay guru dev
वेरी गुड बहुत बढ़िया भजन है भाई भला भाई नेकी करले 2 दिन का मेहमान
Kind
Kknhe
Ola
अर्पित चौहान
कितने शरण कितने हैं
साहेब बन्दगी साहेब जी
Adesh Nath
Nice bhjan
Adesh Nath
Adesh Nath