![Uttrakhand ki Zia Sahityik Kutumb](/img/default-banner.jpg)
- Видео 336
- Просмотров 38 939
Uttrakhand ki Zia Sahityik Kutumb
Добавлен 4 авг 2017
उत्तराखण्ड की ज़िया साहित्यिक कुटुम्ब, एक साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था है। यहां सभी साहित्यकार, साहित्य के प्रशंसक एवं विद्यार्थी मिलके इसकी महानता को मनाते हैं।
मुझे Instagram में follow करें। @quzia10101. invitescontact/?i=xlj2iyszwlie&
धन्यवाद
मेरा व्यक्तिगत चैनल: youtube.com/@Zia_Hindwal_Geet
मुझे Instagram में follow करें। @quzia10101. invitescontact/?i=xlj2iyszwlie&
धन्यवाद
मेरा व्यक्तिगत चैनल: youtube.com/@Zia_Hindwal_Geet
जहाँ पर घूमने आए हो ये मसूरी है। श्री ज़िया हिन्दवाल "गीत"
जहाँ पर घूमने आए हो ये मसूरी है। श्री ज़िया हिन्दवाल "गीत"
Просмотров: 197
Видео
"हाँ वो मेरा बिहार है.. " अपनी मात्र भूमि को सलाम करते श्री सुधीर कृष्णा।
Просмотров 14Год назад
"हाँ वो मेरा बिहार है.. " अपनी मात्र भूमि को सलाम करते श्री सुधीर कृष्णा।
" मैं साँसों की आहूति दे जाऊंगी.. " - श्री सविता कोटनाला की रूमानी कविता #kavisammelan #shringarras
Просмотров 56Год назад
" मैं साँसों की आहूति दे जाऊंगी.. " - श्री सविता कोटनाला की रूमानी कविता #kavisammelan #shringarras
श्रीमान रुबल कुमार की सुंदरता विशेषाधिकार पर टिप्पणी #hasyakavisammelan #hasya_kavita #uttarakhand
Просмотров 135Год назад
श्रीमान रुबल कुमार की सुंदरता विशेषाधिकार पर टिप्पणी #hasyakavisammelan #hasya_kavita #uttarakhand
"जिन गैलियों में मेरी चाह ने दम तोड़ा था, उन गारिचों का पत्थर रहा हूँ मैं। "- श्री अरुण भट्ट।
Просмотров 8Год назад
"जिन गैलियों में मेरी चाह ने दम तोड़ा था, उन गारिचों का पत्थर रहा हूँ मैं। "- श्री अरुण भट्ट।
"महाराज यमराज गरज कर बोला उसको चल भैंसा पर बेठ, मैं लेने आया तुझको। "- हास्य कवि उमा शंकर " मनमौजी"
Просмотров 32Год назад
"महाराज यमराज गरज कर बोला उसको चल भैंसा पर बेठ, मैं लेने आया तुझको। "- हास्य कवि उमा शंकर " मनमौजी"
"ज़िन्दगी में अंधेरा न होता रईस, गर बात मा बाप की सुना कीजिए। "- ज़नाब रईस सिद्दीकी।
Просмотров 480Год назад
"ज़िन्दगी में अंधेरा न होता रईस, गर बात मा बाप की सुना कीजिए। "- ज़नाब रईस सिद्दीकी।
" हो आए अकेले, है जाना अकेले। चलोगे अकेले.... " सुरेन्द्र कुमार शर्मा।
Просмотров 66Год назад
" हो आए अकेले, है जाना अकेले। चलोगे अकेले.... " सुरेन्द्र कुमार शर्मा।
"..जन गण मन का जिसने हमको दिया गान, विनिता तहे दिल से उस टैगोर को सलाम।" -डॉ० विनिता
Просмотров 70Год назад
"..जन गण मन का जिसने हमको दिया गान, विनिता तहे दिल से उस टैगोर को सलाम।" -डॉ० विनिता
"साधु-संत, पीर और फ़कीर, जिनका करें गुणगान, अनेकता में एकता भारत की पहचान.."
Просмотров 101Год назад
"साधु-संत, पीर और फ़कीर, जिनका करें गुणगान, अनेकता में एकता भारत की पहचान.."
"टैगोर जिन्दाबाद, टैगोर जिन्दाबाद, कहता रहेगा आपको हर दौर जिन्दाबाद। "
Просмотров 460Год назад
"टैगोर जिन्दाबाद, टैगोर जिन्दाबाद, कहता रहेगा आपको हर दौर जिन्दाबाद। "
"...तुम तो गिरगिट नहीं हो बम्पर, वो गिरगिट हैं, रंग बदलने दो। "
Просмотров 84Год назад
"...तुम तो गिरगिट नहीं हो बम्पर, वो गिरगिट हैं, रंग बदलने दो। "
"... अब मैं खुद को भी कुछ ना बोलूँ क्या? तुम तो हर बात पर बिगड़ते हो।" - शायरा फ़ौज़िया अफज़ल ।
Просмотров 46Год назад
"... अब मैं खुद को भी कुछ ना बोलूँ क्या? तुम तो हर बात पर बिगड़ते हो।" - शायरा फ़ौज़िया अफज़ल ।
"कृष्ण के श्रृंगार सा, श्रृंगार मैं लिखूँ... " - श्री निशांत गहतोड़ी।
Просмотров 289Год назад
"कृष्ण के श्रृंगार सा, श्रृंगार मैं लिखूँ... " - श्री निशांत गहतोड़ी।
"खामोश रहकर भी जो अपनी बात कह डाले, हर आदमी पर कहाँ ये सुरूर होता है।"-डॉ० साबीर बेहटवी
Просмотров 87Год назад
"खामोश रहकर भी जो अपनी बात कह डाले, हर आदमी पर कहाँ ये सुरूर होता है।"-डॉ० साबीर बेहटवी
".....ज़ुल्म सह कर भी नहीं खुलती ज़ुबान, हाय ये कितने बेचारे लोग हैं। " - श्री लक्ष्मी प्रसाद बडोनी
Просмотров 203Год назад
".....ज़ुल्म सह कर भी नहीं खुलती ज़ुबान, हाय ये कितने बेचारे लोग हैं। " - श्री लक्ष्मी प्रसाद बडोनी
बहुत ही शानदार🙏
स्वागत है आपका सर जी🙏
हर हर महादेव घर घर महादेव जी🙏
लाजवाब
जय माँ सरस्वती जी🙏
सादर नमन करते हैं हम आप सभी को🙏
🙏
सुंदर महफ़िल सजाया है जिया जी आज आपने
सावन का बहुत अच्छा कविता पढ़ रहे हो आदरणीय सतीश शिकारी जी
आदरणीय सतीश शिकारी जी आपका जवाब नहीं
बहन जिया हिंदवाल गीत जी ने बहुत अच्छी महफिल सजाई है
आप बहुत अच्छा संचालन कर रही हो बहन जी
आदरणीय सतीश शिकारी जी आपका स्वागत है
बहुत बढ़िया वंदना
वाह वाह वाह बहुत खूब
🙏🙏🙏
सादर अभिवादन करता हूं।
Nice
भक्ति -भाव पूर्ण भजन 🌹🙏🌹
वाह वाह जी
सुंदर काव्य समायोजन की आत्मीय बधाई 🌹🙏🌹
🌹🌹🙏🌹🌹🌹
अति सुंदर वंदना
बहुत सुंदर गोष्ठी !!! अद्भुतं संचालन ,,,,,,,,पहली प्रतिक्रिया
आप सभी को मेरा प्रणाम
वाह वाह वाह क्या बात है🙏
सभी साहित्यकारों का बहुत स्वागत बहुत अभिनंदन है पटल पर
शानदार जानदार और विशुद्ध ईमानदार कार्यक्रम
बहुत स्वागत बहुत अभिनंदन है पटल पर
जय माँ शारदे
क्या कहने
शुक्रिया आपका
बहुत शानदार गोष्ठी
शुक्रिया जी
बहुत सुन्दर गोष्ठी
क्या कहने
स्वागत है आपका
सही कहा आपने
बहुत-बहुत स्वागत है आप सबका
वाह वाह वाह वाह वाह
😂😂
अनखियो के झरोखे से मैंने देखा जो सावरे
लाजवाब
लाजबाब प्रस्तुत
बहुत बहुत बहुत ही सुन्दर ❤
मंची संचालिका अनीता नगर जी को मेरा सा दर नमन
बहुत सुंदर शानदार
बहुत सुंदर लाजवाब
सादर नमन करते हैं हम आपको🙏
बहुत सुंदर कार्यक्रम 💐🙏💐
धन्यवाद💐
जय मां शारदे
सादर अभिवादन आदरणीया जिया हिन्द वाल
बहुत खूब
बहुत सुंदर लाजवाब शायरी
सच कहा आपने सादर अभिवादन आदरणीया प्रिय मित्र