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Pitamber Subedi
Индия
Добавлен 29 июн 2013
।।ॐ।।
यह च्यानल भारतीय संस्कृति एवं परम्परागत शास्त्र, मान्यताओं को समझाने के लिए बनाया गया है। आप इसके माध्यम से भारतीय संस्कृति और परम्परा को वेद - वेदांग, पुराण, ज्योतिष , स्तुति आदि को जान पायेंगे।
बिशेष कर ज्योतिषीय सन्दर्भ में।
सम्पर्क - ज्योतिषाचार्य पीताम्बर सुवेदी जी
+919910185518
दिल्ली, भारत।।
Email - pitamber2292@gmail.com
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श्री शंकराचार्य विरचित चर्पटपञ्जरिका स्तोत्रम्। Shankaracharya Virachit Charpatapanjarika Stotram.
Просмотров 4933 года назад
भज गोविन्दं भज गोविन्दम्
Shiva manas Puja Stotram शिव मानस पूजा स्तोत्रम्।
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शिव मानस पूजा, शंकराचार्य विरचित।
▶ Gopi Geet full Shri Thakurji YouTube
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▶ Gopi Geet full Shri Thakurji RUclips
Radhe Radhe ji 🙏 🙏 🙏 🙏 ati sunder, 🌺🌺🌺🌺🌺👍👍👍👍👍
परमात्मआनन्द से बढ़ कर कोई आनन्द नहीं। श्री कृष्ण: शरणम् मम्🙏❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
🙏🙏जय श्री राधे
Maharj ji k madhurbhajan ko तरश जाते हु
Jay Siyaram aur Mahadev❤❤
Jay Shree radhe radhe gurudev 🙏🏽🙏🏽💐 thanks
Thakurji ka gopigeet adutiy ati sunder
प्रणाम🙏
प्रणाम🙏🙏🙏
गोपी गीत ॥ गोपीगीतम् ॥ गोप्य ऊचुः । जयति तेऽधिकं जन्मना व्रजः श्रयत इन्दिरा शश्वदत्र हि । दयित दृश्यतां दिक्षु तावका- स्त्वयि धृतासवस्त्वां विचिन्वते ॥ १॥ शरदुदाशये साधुजातस- त्सरसिजोदरश्रीमुषा दृशा । सुरतनाथ तेऽशुल्कदासिका वरद निघ्नतो नेह किं वधः ॥ २॥ विषजलाप्ययाद्व्यालराक्षसा- द्वर्षमारुताद्वैद्युतानलात् । वृषमयात्मजाद्विश्वतोभया- दृषभ ते वयं रक्षिता मुहुः ॥ ३॥ न खलु गोपिकानन्दनो भवा- नखिलदेहिनामन्तरात्मदृक् । विखनसार्थितो विश्वगुप्तये सख उदेयिवान्सात्वतां कुले ॥ ४॥ विरचिताभयं वृष्णिधुर्य ते चरणमीयुषां संसृतेर्भयात् । करसरोरुहं कान्त कामदं शिरसि धेहि नः श्रीकरग्रहम् ॥ ५॥ व्रजजनार्तिहन्वीर योषितां निजजनस्मयध्वंसनस्मित । भज सखे भवत्किंकरीः स्म नो जलरुहाननं चारु दर्शय ॥ ६॥ प्रणतदेहिनां पापकर्शनं तृणचरानुगं श्रीनिकेतनम् । फणिफणार्पितं ते पदांबुजं कृणु कुचेषु नः कृन्धि हृच्छयम् ॥ ७॥ मधुरया गिरा वल्गुवाक्यया बुधमनोज्ञया पुष्करेक्षण । विधिकरीरिमा वीर मुह्यती- रधरसीधुनाऽऽप्याययस्व नः ॥ ८॥ तव कथामृतं तप्तजीवनं कविभिरीडितं कल्मषापहम् । श्रवणमङ्गलं श्रीमदाततं भुवि गृणन्ति ते भूरिदा जनाः ॥ ९॥ प्रहसितं प्रिय प्रेमवीक्षणं विहरणं च ते ध्यानमङ्गलम् । रहसि संविदो या हृदिस्पृशः कुहक नो मनः क्षोभयन्ति हि ॥ १०॥ चलसि यद्व्रजाच्चारयन्पशून् नलिनसुन्दरं नाथ ते पदम् । शिलतृणाङ्कुरैः सीदतीति नः कलिलतां मनः कान्त गच्छति ॥ ११॥ दिनपरिक्षये नीलकुन्तलै- र्वनरुहाननं बिभ्रदावृतम् । घनरजस्वलं दर्शयन्मुहु- र्मनसि नः स्मरं वीर यच्छसि ॥ १२॥ प्रणतकामदं पद्मजार्चितं धरणिमण्डनं ध्येयमापदि । चरणपङ्कजं शंतमं च ते रमण नः स्तनेष्वर्पयाधिहन् ॥ १३॥ सुरतवर्धनं शोकनाशनं स्वरितवेणुना सुष्ठु चुम्बितम् । इतररागविस्मारणं नृणां वितर वीर नस्तेऽधरामृतम् ॥ १४॥ अटति यद्भवानह्नि काननं त्रुटिर्युगायते त्वामपश्यताम् । कुटिलकुन्तलं श्रीमुखं च ते जड उदीक्षतां पक्ष्मकृद्दृशाम् ॥ १५॥ पतिसुतान्वयभ्रातृबान्धवा- नतिविलङ्घ्य तेऽन्त्यच्युतागताः । गतिविदस्तवोद्गीतमोहिताः कितव योषितः कस्त्यजेन्निशि ॥ १६॥ रहसि संविदं हृच्छयोदयं प्रहसिताननं प्रेमवीक्षणम् । बृहदुरः श्रियो वीक्ष्य धाम ते मुहुरतिस्पृहा मुह्यते मनः ॥ १७॥ व्रजवनौकसां व्यक्तिरङ्ग ते वृजिनहन्त्र्यलं विश्वमङ्गलम् । त्यज मनाक् च नस्त्वत्स्पृहात्मनां स्वजनहृद्रुजां यन्निषूदनम् ॥ १८॥ यत्ते सुजातचरणाम्बुरुहं स्तनेष भीताः शनैः प्रिय दधीमहि कर्कशेषु । तेनाटवीमटसि तद्व्यथते न किंस्वित् कूर्पादिभिर्भ्रमति धीर्भवदायुषां नः ॥ १९॥ इति श्रीमद्भागवत महापुराणे पारमहंस्यां संहितायां दशमस्कन्धे पूर्वार्धे रासक्रीडायां गोपीगीतं नामैकत्रिंशोऽध्यायः ॥ 🙏🏻🏵️
Vinay
Hi sir 😅😊 My self Deepanjli 🌸🌷✨
Very nice gopi geet mn khush ho gaya bahut sadhuwad ji jai siya ram ji
❤❤Gopiyo ki Supar Pry to God-Lord Krishna ❤❤
Gopi sambad men
Udhab 13:25
Udhas gopi sambad sunne per bahut hi ruladetehai jab man gibit thi pas men baith kar sun rhe the par ghanon Tak rulate rhe man vi ro thithi aur Mera vi ankh on se lagatar Nau gher rhethe baut dard bhari dastan hai
Aha Anand hi aa gya jai shiri krishna ji 🙏 🙏 🙏 🙏 🙏 👍👍👍👍👍
Jay Shree Krishna 🙏🏽🙏🏽💐🌹🌹🌹🙏🏽💐🙏🏽 thanks
Nice bhajan
Ye bajan nhi hi geet hi
जय श्री राधे
Jay ho
Guru ji ko pranam pahle mai shree indresh ji mahraj ka gaya hua gopi geet sunti thi per jab se aapse gopi geet suna to man me ak hi bat aai ki beta to beta bap re bap😂
Plz sirrrrrrrrr colllab sathxu lovely video iloveyou sir
Thakur ji ke jaisi awaj kisi ki bhi nahi hai
श्रीगुरुदेव! दिव्यम्
Jai shri krishna🙏🙏
Radhe radhe radhe Katha
Hum,Hindu,Snatan,Dharm,Kay,Lohar,Roj,Gar,kisko,Gar.............,............
Thik,Manta,Muslim,ki,na,Sahi,per,ka,dur,bhawna,ko,Sudried,carta,ka,Rol,Addapat,Carta,hay...............................
जय श्री कृष्णा महाराज जी 🙏🙏🌷🌷🌷🌷🌷
जय श्री कृष्णा 🙏🙏🌷🌷🌷🌷🌷
Kasum,Hoti,hay,Nistha,ki,Hud,Hoti.
Angil,One,Chip,Menistry,Mandal,Mishr,Bhang,hogi,Nustnabut,pagal,Bayta,Mati,chin,Madhuri,Madhured,LeLa,Samapt,hogi,us,Bich,power,kitno,Laga,Tu,or,Teyri,LaLa,Ki,Wajud,Usttive,Low,of,God,Say,Dusmani,Sahi.koi,chaturayi,Dhokha,ka,purodha,uslilta,parosa,Hindustan,ki,Mati,DAV,Bhumi,wesumta,may,sumta,hoti.kurmi,...............Singh,sar,Tiygar,mandal,Camesion,kha,sekundar,Wadsah,Tu,Nahi,Hoga.....................................................................
❤❤Jai shri krishna ji. Aapke dwara Gaya Gaya yeh Gopi Geet bahut sunder tatha marmik awaj/ Swar mein hai ji. Man karta hai ki is geet ko baar baar hum sab pariwar ke sadasye sunte hi rahen. Hum sab log shri Krishan ji se prarthna karte hein ki wo aapke swar ko Isi prakar se majboot banakar rakhen taki aap apne madhur swar se shrimad Bhagwat Katha ka Rasswadpan karwa saken . Thanks.
सुमधुर स्वर में गोपी गीत, अद्भुत है।सादर नमन। डॉ शैलेश वाराणसी
Ati Sunder Gopi geet❤❤🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏
❤
Jai shri krishan
Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Krishna Krishna Krishna Krishna Krishna Krishna ❤❤🙏🙏🙏
Jai shri krishan
Ab batao gopi kaoun he bhagwan ko badnam kartey ho samjhya tha jo bhagwan key shudh pr me bhav vibhor ho jai ya pagal ho ushey gopi kahtey hain aghey sey na to gopi ko or na bhagwan key bhgat ka apman karna
Ish me koi sandeh nahi kanth me srashwati virajman he hridey ko chu letei hain gopyan
Samunder me kitni nadiyanon ka samagam ho raha he laikin samunder kishi ko apnaney se mana nahi karta prem sey jo bhi aa jai sab ka sawagat he prem ki yey hi gunvata he rag dvesh me kuch nahi pada ishsey apni hi hai hoti he jai shri krishan
Pujya Krishna k.thakur ji se badiya koi ga hi nhi sakta Gopi geet ko,,👌🙏
पूरी भागवत कथा एक तरफ और श्री ठाकुरजी द्वारा गाया गोपी गीत एक तरफ।श्री ठाकुरजी को अनंत कोटि प्रणाम।
Hi... Sir ❤
जय श्री कृष्णा महाराज जी 🙏🙏🌷🌷🌷🌷🌷