USE PRANJAL JAIN
USE PRANJAL JAIN
  • Видео 76
  • Просмотров 4 034
Class 15 || Green Park
Date:- 9 January 2025
Просмотров: 19

Видео

Class || Green Park
Просмотров 1114 дней назад
Date:- 9 January 2025
USE Class Onlinw 25/12
Просмотров 1721 день назад
USE Class Onlinw 25/12
USE Online 18/12
Просмотров 3521 день назад
USE Online 18/12
Green park 2 26/12
Просмотров 1421 день назад
Green park 2 26/12
Green park 01
Просмотров 621 день назад
Green park 01
Green Park 2
Просмотров 2921 день назад
Green Park 2
Green Park 0001
Просмотров 3221 день назад
Green Park 0001
Class 11 || Green Park
Просмотров 3228 дней назад
#sprituality #education #sukhshanti #sahajta #enlightenment #spritualenlightenment #universaltruth #univarsalfact @USEforUniverse @pranjaljain7581
GP-3
Просмотров 31Месяц назад
GP-3
Class 10 || Green Park
Просмотров 28Месяц назад
Class 10 || Green Park
USE Online || Class 1
Просмотров 84Месяц назад
USE Online || Class 1
आखिर हम सुखी क्यों नहीं...? || कक्षा 1
Просмотров 56Месяц назад
आखिर हम सुखी क्यों नहीं...? || कक्षा 1
द्रव्य और विश्व क्या है ? || कक्षा 10 || कालका जी मंदिर
Просмотров 40Месяц назад
द्रव्य और विश्व क्या है ? || कक्षा 10 || कालका जी मंदिर
दुःख दूर करने का उपाय class 1
Просмотров 66Месяц назад
दुः दूर करने का उपाय class 1
जिन दर्शन से निज दर्शन??? (15)
Просмотров 1005 месяцев назад
जिन दर्शन से निज दर्शन??? (15)
विश्व व्यवस्था (14)
Просмотров 445 месяцев назад
विश्व व्यवस्था (14)
तत्त्वनिर्णय (13)
Просмотров 435 месяцев назад
तत्त्वनिर्णय (13)
अज्ञान की निवृत्ति (12)
Просмотров 1045 месяцев назад
अज्ञान की निवृत्ति (12)
कर्तृत्व एवं भोक्तृत्व बुद्धि (11)
Просмотров 535 месяцев назад
कर्तृत्व एवं भोक्तृत्व बुद्धि (11)
कर्तृत्व एवं भोक्तृत्व बुद्धि (10)
Просмотров 685 месяцев назад
कर्तृत्व एवं भोक्तृत्व बुद्धि (10)
दुखों के कारण रूप कर्तृत्व बुद्धि (9)
Просмотров 365 месяцев назад
दुखों के कारण रूप कर्तृत्व बुद्धि (9)
दुखों के कारण रूप कर्तृत्व बुद्धि (8)
Просмотров 345 месяцев назад
दुखों के कारण रूप कर्तृत्व बुद्धि (8)
दुख का कारण (7)
Просмотров 675 месяцев назад
दु का कारण (7)
दुख का कारण (6)
Просмотров 355 месяцев назад
दु का कारण (6)
दुख का कारण (5)
Просмотров 975 месяцев назад
दु का कारण (5)
दुखों का कारण (3)
Просмотров 475 месяцев назад
दुखों का कारण (3)
दुखों का कारण (4)
Просмотров 395 месяцев назад
दुखों का कारण (4)
इच्छा ही दुःख है (class 2)
Просмотров 615 месяцев назад
इच्छा ही दुः है (class 2)

Комментарии

  • @hemajain5729
    @hemajain5729 18 дней назад

    Jai jinendra 👋👏👏

  • @nirmalajain7639
    @nirmalajain7639 Месяц назад

    Jai jinandra🙏🙏🙏

  • @yvs1236
    @yvs1236 2 месяца назад

    🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽

  • @Jinprabhavnakesang
    @Jinprabhavnakesang 2 месяца назад

    वोइस बहुत कम है

  • @Jinprabhavnakesang
    @Jinprabhavnakesang 2 месяца назад

    दुख का कारण अनध्यवसाय

  • @Jinprabhavnakesang
    @Jinprabhavnakesang 2 месяца назад

    36:46 व्याप्त - मिठाइयों में शक्कर की व्याप्ति

  • @sarvodayahinsa
    @sarvodayahinsa 2 месяца назад

    कृपया कक्षा का विषय भी लिखें

  • @madhulikajain4156
    @madhulikajain4156 3 месяца назад

    Awaaz bahut kam a rahi hai

  • @MarkHayden-k2x
    @MarkHayden-k2x 4 месяца назад

    66047 Leslie Place

  • @sajaljain4686
    @sajaljain4686 4 месяца назад

    उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म (उत्तम ब्रह्मचर्य) का अर्थ है जीवन के उस आदर्श अवस्था का पालन करना जिसमें व्यक्ति अपनी इच्छाओं और इन्द्रियों पर पूर्ण नियंत्रण रखता है और आध्यात्मिक विकास की ओर अग्रसर होता है। यह धर्म विशेष रूप से संयम, आत्मनियंत्रण और मानसिक शुद्धता पर आधारित है। ब्रह्मचर्य का अर्थ केवल शारीरिक संयम तक सीमित नहीं है, बल्कि विचारों, कर्मों, और बोलचाल में भी शुद्धता और अनुशासन का पालन करना है। इसके प्रमुख तत्व निम्नलिखित हो सकते हैं: 1. इन्द्रियों पर नियंत्रण: अपनी इन्द्रियों और इच्छाओं पर पूर्ण नियंत्रण रखना, ताकि जीवन का उद्देश्य केवल भौतिक सुख तक सीमित न हो। 2. मानसिक शुद्धता: नकारात्मक विचारों से दूर रहकर मन को शुद्ध और सकारात्मक रखना। 3. संतुलित जीवन: ब्रह्मचर्य का पालन व्यक्ति को एक अनुशासित, संयमी और स्वस्थ जीवन जीने में मदद करता है, जिसमें मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक संतुलन बना रहता है। 4. आध्यात्मिक विकास: ब्रह्मचर्य का मुख्य उद्देश्य व्यक्ति को आत्मिक शांति और परम सत्य की प्राप्ति की ओर प्रेरित करना है। 5. धर्म के प्रति समर्पण: यह धर्म के मार्ग पर चलने का एक प्रमुख स्तम्भ है, जहां व्यक्ति भगवान की भक्ति और सेवा में लीन रहता है, और सांसारिक मोह-माया से मुक्त होकर उच्चतर चेतना की ओर बढ़ता है। उत्तम ब्रह्मचर्य जीवन के हर क्षेत्र में संयम, आत्मनियंत्रण और साधना की प्रेरणा देता है, जिससे व्यक्ति एक उच्चतर आदर्श को प्राप्त कर सके।

  • @sunilkumarjain4399
    @sunilkumarjain4399 4 месяца назад

    ,👌🐋👍🙏✔️✅💯

  • @madhulikajain4156
    @madhulikajain4156 4 месяца назад

    Jay Jinendra

  • @mahendrasiroya7241
    @mahendrasiroya7241 4 месяца назад

    जय जिनेन्द्र... 🙏🏻🕉️👌🏻💥

  • @mahendrasiroya7241
    @mahendrasiroya7241 4 месяца назад

    जय जिनेन्द्र,प्रांजल बेटा... 🙏🏻🕉️

  • @anitapatangia7600
    @anitapatangia7600 5 месяцев назад

    Nice

  • @sunilkumarjain4399
    @sunilkumarjain4399 5 месяцев назад

    Nice