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Lost_Soul
Добавлен 11 сен 2011
मेरी जिन्दगी अब मुझे छोड़ दे
Song Writer:- Kapil Kumar
Music :- Artificial Intelligence (AI)
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मेरी तकदीर ही शायद मुझसे इस कदर रूठी
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Song Writer:- Kapil Kumar Music :- Artificial Intelligence (AI)
क़त्ल करके मेरे अरमानो का,अब कैसा अफ़सोस जताते हो
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जिसे समझा था बिल्ली, वो शेरनी निकल गई
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आज ठुकराले मेरी मोहब्बत, कल इसका ,अंजाम देखेगी
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मोहब्बत की अब ,कौन सी, दास्ताँ सुनाऊँ ,
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कैसे लिखूं, अब नए गाने
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आज तुझे मैं अपने, दिल की रानी बना लूँ ,
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ओ छत्तीस जिगरे वाली ,ओ चौबीस कमर वाली
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ना तो अब ,गीत सजते है , ना ही नगमे बनते
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खुश रहने की, तमाम कोशिशे
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तुझे शिवा कंहू या राम ...
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कैसे रहते है जिंदादिल ,इसे भी सीखा दे ,
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तू आई है जिंदगी में , इक बहार की तरहा
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बड़े दिनों बाद आया है मौका
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तेरे हुस्न की बत्ती, हो गई गुल.. गुल... गुल ..
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तेरे हुस्न की बत्ती, हो गई गुल.. गुल... गुल ..
हम दोनों ,क्यों तड़प रहे है , किस बात पे
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हम दोनों ,क्यों तड़प रहे है , किस बात पे
जब तू जवान थी , तब गुलिसताएँ परिस्तान थी
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जब तू जवान थी , तब गुलिसताएँ परिस्तान थी